बुधवार, 24 अक्तूबर 2018

*हनुमान बेनीवाल के उम्मीदवार किसका खेल बिगाड़ेंगे,बाड़मेर की पांच सीट पर* *जाट दलित होगा नया समीकरण,दो जाट,दो दलित ,एक जैन होगा मैदान में*

*हनुमान बेनीवाल के उम्मीदवार किसका खेल बिगाड़ेंगे,बाड़मेर की पांच सीट पर*

*जाट दलित होगा नया समीकरण,दो जाट,दो दलित ,एक जैन होगा मैदान में*

बाड़मेर आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन दल प्रत्यासियो को लेकर मगजमारी कर रहे है।वही निर्दलीय हनुमान बेनीवाल ने बाड़मेर जिले की पांच विधानसभा क्षेत्र में अपने उम्मीदवारों पर मोहर लगा बढ़त बना ली।।ये प्रत्यासी किसका खेल बिगाड़ेंगे। यह चुनाव में ही पता चलेगा।

बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से हनुमान बेनीवाल युवा जाट नेता को उतारेंगे । जो भाजपा के लिए सरदर्द होगा ।क्योंकि भाजपा यहां  जाट उम्मीदवार उतरेगी।।पिछले दस सालों से उस सीट पर कांग्रेस का कब्जा बरकरार है। जातिगत समीकरण और परंपरागत वोटर का समीकरण भी कांग्रेस के पक्ष में है।।बेनिवल के उम्मीदवार जाट और दलित वोट का ध्रुवीकरण कर सकते।अन्य जातियां कितनी उनके साथ जुड़ेगी उस पर परिणाम निर्भर है।

शिव विधानसभा क्षेत्र से हनुमान बेनीवाल दलित नेता को मैदान में उतार रहे है। दलित समाज की मीटिंगों में कांग्रेस के खिलाफ जहर उगलने वाले नेता को शिव विधानसभा के मतदाता कितना स्वीकार्य कर पाते है। यहां 35 हजार जाट मतदाता है।बेनिवल का गणित 35 हजार जाट 30 हजार दलित मिलकर कांग्रेस को पटखनी दे सकते है। मगर आम मतदाता बेनिवल के साथ कितना जुड़ेगा यह समय बताएगा ।भाजपा और कांग्रेस अभी उम्मीदवार तय नही कर पा रहे। कांग्रेस में सशक्त दावेदार शम्मा खान और अमीन खान है। भाजपा में स्वरूप सिंह खारा,खुमान सिंह सोढा और धन सिंह मौसेरी। यदि कांग्रेस शम्मा खान को इस बार टिकट नही देता है तो परिस्थतियां बदल सकती है।

चौहटन विधानसभा क्षेत्र से भी हनुमान बेनीवाल एक दलित युवा पर आज़माइश करेंगे।कभी यह युवा बहुत चर्चित रहा।कांग्रेस में दावेदारी भी की।मगर टिकट नही मिली।।भाजपा कांग्रेस अंतिम उम्मीदवार तय नही कर पाए अभी तक फिर भी जातिगत समीकरण कांग्रेस के पक्ष में है।।यह युवा दलित जाट के वोट के आधार पर इन दोनों दलों का नुकसान करते दिख रहा है।वर्तमान विधायक पिछली बार दलित वोट लेने में कामयाब रहे थे।इस बार कितने वोट मिलेंगे यह समय के गर्भ में है।।

बायतु विधानसभा क्षेत्र इस बार चुनाव में रणभूमि बनके उभरने वाला है। हनुमान बेनीवाल की पार्टी से एक दिग्गज जाट नेता को उतारा जा सकता है ।कांग्रेस पूर्व सांसद हरीश चौधरी और भाजपा वर्तमान विधायक को उतरेगी।सत्तर हजार जाट वोट तीन भागों में बंटने जा रहा जिससे अन्यजाति के मतदाताओं पर परिणाम निर्भर करेगा। किशोर सिंह कानोड़ अगर मैदान में उतरते ही तो बायतु के मुकाबले देखने लायक होंगे। इस बार बायतु में किसी दो जाट नेताओं की राजनीति जीवन संकट में आने की संभावना है

सिवाना विधानसभा क्षेत्र कहने को राजपूत बाहुल्य क्षेत्र है मगर कांग्रेस ने यहां से राजपूत उम्मीदवार उतारने की संभावनाओं पर पहले ही पिरन विराम लग दिया तो हनुमान बेनीवाल यहां से दमदार जैन को टिकट दे रहे जो पहले भी निर्दलीय मैदान में उत्तर कर कांग्रेस को तीसरे स्थान पर धकेल दूसरे स्थान पर रहे थे। 2008 के चुनाव में।।जिसके चलते कांग्रेस के बालाराम कलबी तीसरे स्थान लुढ़क गए थे कान सिंह कोटड़ी विधायक बने।2013 में हमीर सिंह विधायक बने।।इस बार बेनीवाल फिर खेल बिगाड़ेंगे पर किसका यह अभी तय है।।अलबत्ता हनुमान बेनीवाल के संभावित उम्मीदवारों ने हड़कम मचा दिया।।

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