मंगलवार, 21 जुलाई 2020

आदेश:5 करोड़ के स्वच्छता टेंडर पर हाईकोर्ट की रोक

 बालोतरा नगर परिषद  आदेश:5 करोड़ के स्वच्छता टेंडर पर हाईकोर्ट की रोक

बालोतरा नगर परिषद बालोतरा के बहुचर्चित 501 लाख के स्वच्छता टेंडर पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता सुमेरलाल शर्मा व ठेकेदार रामसिंह हाईकोर्ट गए थे। इस पर सोमवार को हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए टेंडर प्रकिया पर रोक लगाते हुए सचिव स्थानीय निकाय विभाग जयपुर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी बालोतरा, आयुक्त नगर परिषद बालोतरा व सभापति नगर परिषद बालोतरा को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

आरटीआई कार्यकर्ता एवं सिविल रिट पिटिशन याचिकाकर्ता सुमेर लाल शर्मा ने बताया कि नगर परिषद बालोतरा की ओर से साफ-सफाई, अनुबंधन पर कर्मचारी रखना, घर-घर कचरा संग्रहण एवं मैन विद मशीन कार्य सहित कुल 14 कार्यों कि एक निविदा क्रमांक न.पाबा/ई - निविदा /2020/15101 दिनांक 24.02.2020 को ई निविदा आमंत्रण सूचना 1-14/2020 जिसका कुल मूल्य 5 करोड़, 1 लाख रुपए थी, वो आमंत्रित की थी। लेकिन इस निविदा मे सभापति कि बिना अनुमति के नगर परिषद आयुक्त व सफाई निरीक्षक ने मिलकर संशोधित निविदा जारी कर दी। जिसमें ऐसी विचित्र शर्तें डाल दी, जिससे चहेते ठेकेदारों के अलाव सभी ठेकेदार दाैड़ से बाहर हो गए।

इस मामले मे कई लोगों ने नगर परिषद से शिकायतें की, लेकिन फिर भी आयुक्त नगर परिषद ने टेंडर जारी कर दिए। इस टेंडर में जो भी विज्ञापन जारी किए गए, वे सभी बाहर के अखबारों में जारी किए थे। बिना सक्षम कमेटी अनुमति के टेंडर जारी कर कई अनियमितताएं बरती गई। इसको लेकर सुमेरलाल शर्मा व रामसिंह ने अवैधानिक ताओं व अनियमितताओं के आरोप लगाए थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर दोनों ने पूरे प्रकरण को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर में याचिका दायर कर टेंडर प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की।

सोमवार को हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए 501 लाख के टेंडर पर स्टे लगाते हुए सभी चारों पक्षकारों को नोटीस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा है। साथ ही तब तक के लिए पूरी प्रकिया पर रोक लगा दी। हाईकोर्ट में परिवादियों की ओर से अधिवक्ता कुनाल विश्नोई ने पैरवी की।

बाड़मेर, बिना मास्क पहने पाए गए दुकानदारों पर हुई कार्यवाही

 बाड़मेर,  बिना मास्क पहने पाए गए दुकानदारों पर हुई कार्यवाही

प्रत्येक वार्ड में बिना मास्क पहने घूमने वालों पर होगी सख्त कार्यवाही

बाड़मेर, 21 जुलाई। राजस्थान महामारी अध्यादेश 2020 के तहत उपखण्ड क्षंेत्र बाड़मेर में बिना मास्क पहने सामान विक्रय करने वाले दुकानदारों पर कार्यवाही करते हुए कुल 13 व्यक्तियों से 2700 की वसूली कर रसीद जारी की गई है।
बाड़मेर उपखण्ड मजिस्ट्रेट प्रशान्त शर्मा ने बताया कि नायब तहसीलदार द्वितीय सोनाराम तथा भू-अभिलेख निरीक्षक रणछोड सोनी की टीम द्वारा शहरी क्षेत्र में बिना मास्क पहने पाए गए दुकानदारों पर कार्यवाही करते हुए कुल 13 व्यक्तियों से 2700 रूपए की वसूली कर रसीद जारी की गई है। उन्होने बताया कि आगामी दिनों में बिना मास्क पहने घुमते पाए जाने वालों पर प्रत्येक वार्ड में कार्यवाही के लिए उपखण्ड प्रशासन द्वारा दो टीमों का गठन कर उक्त कार्यवाही करने हेतु निर्देश जारी किये गये है।
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झालावाड़ , नाबालिग बच्चे को बालश्रम से कराया मुक्त

झालावाड़ , नाबालिग बच्चे को बालश्रम से कराया मुक्त


झालावाड़ 21 जुलाई। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस ए.एच.टी. एवं सिविल राईट्स पुलिस मुख्यालय राजस्थान जयपुर द्वारा गुमशुदा नाबालिग बच्चों की तलाष व बालश्रम रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाने के निर्देशों की पालना में मंगलवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग सिद्धू के मार्गदर्शन में मानव तस्करी विरोधी यूनिट जिला झालावाड़ के हैड कानिस्टेबल शाहीद खान, कोडिर्नेटर चाईल्ड लाईन झालावाड़ लोकेश पाटीदार द्वारा बगदर तिराहे पर देवनारायण के ढाबे पर एक बालक को बालश्रम करवाते हुए देखा गया।
मानव तस्करी विरोधी यूनिट प्रभारी अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि इस दौरान पूछताछ में दुकान मालिक युवराज पुत्र कालूलाल जाति भील निवासी गुवाड़ीकलां थाना मण्डावर जिला झालावाड़ का होना बताया गया। बालश्रम की पुष्टि होने पर उसके खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75, 79 में प्रकरण दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 में बच्चों के प्रति क्रूरता के लिये 3 साल की सजा व एक लाख रूपये जुर्माना व किशोर न्याय अधिनियम धारा 79 में 05 साल की सजा व एक लाख रूपये जुर्माने का प्रावधान है।
उन्होंने बताया कि बालक को अपने संरक्षण में लिया जाकर वास्ते सुपुर्दगी बाल कल्याण समिति जिला झालावाड़ के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। मानव तस्करी यूनिट द्वारा लगातार बच्चों के पुर्नवास के क्षेत्र में कार्यरत है। बच्चों की सुरक्षा हेतु चाईल्ड लाईन के फोन नं. 1098 पर एवं जिले के पुलिस थानों के फोन नम्बर पर सूचना दी जा सकती है। जिला झालावाड़ मानव तस्करी विरोधी यूनिट के लैण्ड लाईन नम्बर 07432-231230 पर सूचना दी जा सकती है। बच्चों के सम्बंध में सूचनाकर्ता की पहचान पूर्णतया गुप्त रखी जाती है।

जैसलमेर स्वास्थ्य अधिकारी आंकड़े क्यों छिपा रहे चिकित्सा अधिकारी*

जैसलमेर स्वास्थ्य अधिकारी आंकड़े क्यों छिपा रहे चिकित्सा अधिकारी*

*जैसलमेर  सरहदी जैसलमेर में कोरोना  दौर एक बार फिर शुरू हो गया ,कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारी कितने लापरवाह हे यह लोगो के सामने आने पर लोगो में मुख्य चिकित्सा  अधिकारी के प्रति जबरदस्त हैं,सोमवार को जैसलमेर में कोरोना संक्रमण के अट्ठारह पॉजिटिव मेडिकल रिपोर्ट में दर्शाई गयी , रिपोर्ट में आठ पॉजिटिव केस जैसलमेर में आने की सुचना मिडिया में चली ,मगर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी के बारूपाल द्वारा  आठ पॉजिटिव केस आने का ऑफिसियल खंडन  किया गया ,शाम  जैसलमेर में दस पॉजिटिव  आये ,स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी प्रेसनोट में दिन भर में जैसलमेर में दस पॉजिटिव केस आने का हवाला दिया गया ,जबकि स्टेट रिपोर्ट में सोमवार को जैसलमेर में अट्ठारह केस पॉजिटिव बताये गए ,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा  पर्दा डालने के साथ आमजनता को भ्रमित  लेकर स्थानीय लोगो में आक्रोश हो गया

पॉजिटिव को नेगेटिव बता दिया 

जैसलमेर शहर में दो रोज पूर्व  मिठाई वाले का लड़का  पॉजिटिव आया,चूँकि मिठाई वाला जैसलमेर का प्रसिद्द हलवाई हैं ,इनकी दूकान पर अमुमन भीड़ रहती हैं ,इनके संपर्क में आये लोगो के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए ,दो दिन तक इनकी रिपोर्ट नहीं  मिडिया द्वारा सवाल उठाये गए तो मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बकायदा प्रेसनोट जारी कर बताया की हलवाई के कॉन्टेक्ट हिस्ट्री में आये सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई ,जबकि शाम को आई रिपोर्ट में हलवाई वाले के घर से चार कोरोना पॉजिटिव निकल गए जो कॉन्टेक्ट हिस्ट्री में थे ,

डिप्टी  सी एम् एच ओ  के कॉन्टेक्ट हिस्ट्री पर संशय

स्वास्थ्य विभाग का डिप्टी सी एम् एच ओ कुछ दिन पूर्व कोरोना पॉजिटिव निकले तो विभाग में हड़कंप मच गया ,सी एम् एच ओ कार्यालय में अधिकांश कार्मिक और अधिकारी बीमार पड़े थे ,लगभग सभी बुखार जुखाम से पीड़ित थे ,डिप्टी सी एम् एच ओ के संपर्क में ये कार्मिक दिन भर रहते हैं ,मगर आश्चर्यजनक रूप से चिकित्सा विभाग ने डिप्टी सी एम् एच ओ की कॉन्टेक्ट हिस्ट्री की सभी जाँच नेगेटिव होने का  दावा  किया  ,जबकि विभाग में कार्यरत अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की आधा ऑफिस बीमार हे,इन सबकी पुनः सेम्पल लेकर भेजे जाये ,

सवाल उठता हे आखिर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथ्यों पर पर्दा दाल आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे हैं ,जनता ने चिकित्सा अधिकारी के रवैये पर आक्रोश जताया ,

फोटो cmho
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जैसलमेर ,आयुक्त अलसुबह निकले सफाई व्यवस्था देखने सड़को पे*

जैसलमेर ,आयुक्त अलसुबह निकले सफाई व्यवस्था देखने सड़को पे*


जैसलमेर शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था में सुधर को देखने युवा तुर्क आयुक्त फतेह सिंह मीणा मंगलवार को सूरज की किरण निकलने से पहले शहर में सुबह आकस्मिक निरीक्षण करने पैदल ही चल पड़े ।उन्होंने सुबह ही अचानक हनुमान सर्किल,अमरसागर प्रोल ,गड़ीसर सर्किल,शहर के भीतरी भागो में सफाई व्यवस्था देखी।।सफाई कर्मियों की मौके पर उपस्थिति भी दर्ज की।।उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि शहर में जोन बनाकर सफाई व्यवस्था को बांटा है।सफाई नियमित रूप से दो वक़्त हो यह सुनिश्चित करे ,उन्होंने मौके पे सफाईकर्मियों की संख्या पूर्ण होने की सख्त हिदायत दी ,इसमे किसी तरह की कौताही बर्दाश्त नही होगी।।जिन वार्डो में सफाई व्यवस्था ठेके पर है उन वार्डो में सफाईकर्मी पूरे हो तथा शर्तो के अनुसार कार्य करते नही पाए गए तो कड़ी कार्यवाही होगी।उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है ।।इसमें  कोई कोताही बर्दास्त नही की जाएगी।।उन्होंने पूरे क्षेत्र में सफाई और नाली ,सीवरेज व्यवस्था को देखा।आयुक्त फतेह सिंह मीणा ने बताया की वो प्रतिदिन सफाई व्यवस्था देखने किसी भी वक़्त निकल सकते हैं ,सफाई व्यवस्था शहर की दुरुस्त हो इसके लिए पुरे प्रयास किये जा रहे हैं ,सफाईकर्मी वार्डों में पूरी संख्या में नहीं मिले तो सफाई व्यवस्था प्रभारी और जमादार जिम्मेदार होंगे ,इनके खिलाफ सख्य कार्यवाही अमल में ली जाएगी ,

फोटो aayukt
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जैसलमेर हाकिम और टाइगर निकले शहर की व्यवस्था देखने,

जैसलमेर   हाकिम और टाइगर निकले शहर की व्यवस्था देखने,

गाइड लाइन की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश आमजन से सहयोग की अपील





जैसलमेर  जेसलमेर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने जिला प्रशासन की चिंता बढ़ा दी।पिछले चार दिनों से लगातार कोरोना पॉजिटिव मामले शहर में आ रहे हैं,। शहर में कोरोना वायरस को लेकर लोगो में खौफ पैदा हो गया , मंगलवार सुबह जिला कलेक्टर आशीष मोदी और टाइगर डॉ अजय सिंह शहरी क्षेत्र  में विभिन क्षत्रो का निरीक्षण करने प्रशासनिक  अमले के साथ  निकले ,उन्होंने शहर के प्रतिबंधित  क्षेत्रो का पैदल चल कर जायजा लिया,जिन इलाको में कोरोना पॉजिटिव मामले आये उन क्षेत्रों में आमजन की आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए साथ ही इन क्षेत्रों में पुलिस नफरी बढ़ाने और नियमित करने के निर्देश दिए ,जिला कलेक्टर ने जिला प्रशासन द्वारा जारी किये दिशा निर्देशों की पालना अक्षरसः कराने के निर्देश अधीनस्थ अधिकारीयों को दिए ,जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने होम क्वरेन्टीन किये संदिग्ध लोगो की जानकारी ली ,पुलिस अधीक्षक डॉ अजय सिंह ने पुलिस विभाग द्वारा कोविड 19 की गाइड लाइन की पालना के लिए कई गयी व्यवस्थाओं की जानकारी दी ,जिला कलेक्टर आशीष  मोदी ने संक्रमित इलाको को तत्काल सेनेटाइज कराने के निर्देश दिए ,उन्होंने स्पष्ट किया की किसी तरह  लापरवाही बर्दाश्त नहीं  जाएगी , पुलिस अधीक्षक अधीक्षक ने मास्क की अनिवार्यता को लेकर पुलिस अधिकारियो को निर्देश दिए ,उन्होंने मास्क नहीं पहनने वालो और सोसल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ चालान काटने के साथ क़ानूनी कार्यवाही अमल में लाने के निर्देश दिए ,उनके साथ अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश विश्नोई ,यु आई टी सचिव अनुराग भार्गव ,उप खंड अधिकारी दिनेश विश्नोई ,आयुक्त फतेह सिंह मीणा सहित कई अधिकारी थे ,


 कोरोना गाइड लाइन की पालना और जारी दिशा निर्देशों की पालना और कि गई व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने शहर में निकले।। ।साथ ही शहर में कोरोना गाइड लाइन की पालना को लेकर अद्धिकारियो को दिशा निर्देश जारी किए।आमजनता को गाइड लाइन की पालना कर सहयोग करना चाहिए ,कोरोना मामलो से डरने की जरूरत नहीं हैं ।आशीष मोदी जिला कलेक्टर 

जिले में मास्क नहीं पहनने वालो और सोसल डिस्टेंसिंग की पलना नहीं करने वालो के खिलाफ चालान काटने के साथ क़ानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी ,  प्रतिबंधित क्षेत्रों में कड़ाई से नियमों की पालना कराई   जाएगी। डॉ अजय सिंह पुलिस  अधीक्षक

फोटो vijit ,२ ,3
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10 नए कुओं से होगा तेल उत्पादन, एमपीटी व रागेश्वरी क्षेत्र में 20 किमी. बिछेगी क्रूड पाइप लाइन, 3 लाख बैरल तेल की तैयारी


10 नए कुओं से होगा तेल उत्पादन, एमपीटी व रागेश्वरी क्षेत्र में 20 किमी. बिछेगी क्रूड पाइप लाइन, 3 लाख बैरल तेल की तैयारी

बाड़मेर देश में 24.5 प्रतिशत तेल बाड़मेर जिले से उत्पादित हो रहा है। अगले तीन वर्षों में क्रूड उत्पादन को दुगुना किए जाने के लिए केयर्न कंपनी ने कवायद शुरू कर दी है। एमपीटी नागाणा व रागेश्वरी गुड़ामालानी इलाके के करीब 10 तेल कुओं से उत्पादन शुरू करने के लिए पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए भारत सरकार की ओर से गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया है। करीब 20 किमी. तक हिटिंग क्रूड पाइप लाइन से तेल को रागेश्वरी व एमपीटी तक पहुंचाया जाएगा।


वर्तमान में बाड़मेर से 1.75 लाख बैरल क्रूड तेल का रोजाना उत्पादन हो रहा है। लक्ष्य है कि वर्ष 2022 तक इस उत्पादन को बढ़ा कर 3 लाख बैरल प्रतिदिन किया जाना है। इसी दिशा में अब तेल खोज का काम भी शुरू होने वाला है। वहीं पुरानी पानी पाइप लाइन की मरम्मत भी की जा रही है।


एमपीटी नागाणा प्लांट का अपग्रेडेशन भी हो रहा है। 10 तेल कुओं से एमपीटी नागाणा व रागेश्वरी के लिए नई क्रूड पाइप लाइन बिछाने के लिए भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन के बाद अब भूमि अवाप्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए 12 गांवों के किसानों को नोटिस जारी किए गए है।


बाड़मेर में क्रूड तेल का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में एक नया आयाम स्थापित होने वाला है। तेल-गैस खोज व ड्रिलिंग के लिए 38000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। अगले 5-7 साल में तेल उत्पादन को 1.75 लाख बैरल प्रतिदिन से बढ़ाकर 5 लाख बैरल प्रतिदिन किया जाना है।


दोनों क्षेत्रों में 10-10 किमी. पाइप लाइन के लिए होगी भूमि अवाप्ति, वाटर पाइप लाइन भी होगी मरम्मत


तेल उत्पादन क्षेत्र से कुओं को जोड़ने के लिए क्रूड पाइप लाइन बिछाने के लिए भूमि अवाप्ति का काम शुरू हो गया है। एमपीटी नागाणा क्षेत्र के तेल कुओं को जोड़ने के लिए नागाणा, मूढों की ढाणी, जटिया कुम्हारों की बस्ती विशनासर, खतियों मेघवालों की ढाणी, जोगासर कुआं, खानजी का तला, धतरवालों का सर, उदाराम की ढाणी क्षेत्र के किसानों की जमीन को अवाप्त किया जाएगा।


इसी तरह रागेश्वरी गुड़ामालानी क्षेत्र के धांधलावास, डेडावास जागीर व रावली नाडी के किसानों की भूमि अवाप्त की जाएगी। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर 21 दिन में आपत्तियां मांगी है। 26 जून को गजट नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। जमीन में इंटरनल पाइप लाइन का काम होगा।


माडपुरा बरवाला से एमपीटी नागाणा तक बिछाई गई वाटर पाइप लाइन की भी मरम्मत होगी। करीब 10 साल पहले इस पाइप लाइन को बिछाया गया था। अब तक मरम्मत नहीं हुई है। ऐसे में अब वाटर पाइप लाइन को भी मरम्मत किया जाएगा। एमपीटी नागाणा से उत्पादन बढ़ाने की दिशा में यह कवायद शुरू की गई है। क्योंकि एमपीटी अपग्रेड कर एमपीटी-2 का निर्माण किया जाएगा।

बाड़मेर एसयूवी-लोक परिवहन बस की आमने सामने की टक्कर , चार लोगों की मौत


बाड़मेर एसयूवी-लोक परिवहन बस की आमने सामने की टक्कर , चार लोगों की मौत 
हादसे का शिकार हुए लोग बाड़मेर के अजीत गांव के रहने वाले थे


बाड़मेर राजस्थान में मंगलवार दोपहर को जोधपुर-बाड़मेर रोड पर एसयूवी-लोक परिवहन बस की आमने सामने की टक्कर हुई है, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। हादसे का शिकार हुए लोग बाड़मेर के अजीत गांव के रहने वाले थे।तेज रफ्तार के साथ हुई भिड़ंत के कारण एसयूवी पूरी तरह से बस के नीचे फंस गई। इसे क्रेन की सहायता से बाहर निकालना पड़ा। फिलहाल मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। हादसे में कई लोगों के गंभीर चोट भी हैं, जिन्हें जोधपुर के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया गया है।जानकारी के अनुसार बाड़मेर जिले के समदड़ी के समीप स्थित अजीत गांव में अपना स्वयं का क्लिनिक चलाने वाला एक डॉक्टर अपने मरीजों को स्वयं के वाहन में बैठा कर इलाज के लिए जोधपुर ला रहा था। लूनावास व भांडू के बीच जोधपुर से जा रही लोक परिवहन की एक बस और बालोतरा से जोधपुर की तरफ आ रही एसयूवी के बीच टक्कर हो गई। दोनों वाहन तेज रफ्तार के साथ आमने-सामने से भिड़े। जोरदार धमाके के साथ हुई भिड़ंत में एसयूवी पूरी तरह से चकनाचूर होकर बस के अगले हिस्से में फंस गई। एसयूवी में सवार दो महिलाएं व दो पुरुषों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने स्वयं के स्तर पर राहत कार्य शुरू किया, लेकिन वे बस के नीचे बुरी तरह से दबी एसयूवी में से किसी को भी बाहर नहीं निकाल पाए। बाद में पुलिस ने क्रेन की मदद से बस के नीचे फंसी एयूवी को बाहर निकाला।



खाड़ी देशों की तर्ज पर अब रेगिस्तानी इलाकों में पनपेगा खजूर : केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी

खाड़ी देशों की तर्ज पर अब रेगिस्तानी इलाकों में पनपेगा खजूर : केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी

केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान बीकानेर के "रेगिस्तान में खजूर की खेती" विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार में बोले कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी

बाड़मेर

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने मंगलवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीकानेर द्वारा "रेगिस्तान में खजूर की खेती" विषय पर आयोजित किए राष्ट्रीय वेबिनार में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। वेबिनार में कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि राजस्थान सहित भारतीय मरुस्थल भी अब खजूर की मिठास देने लगा है। खाड़ी देशों की तर्ज पर अब रेगिस्तानी इलाकों में खजूर उत्पादन की अपार संभावनाओं को सफल बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने संस्थान के कृषि वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि राजस्थान का रेगिस्तान इलाका अब परंपरागत खेती बाड़ी के साथ ही कृषि क्षेत्र में अत्याधुनिक दौर में प्रवेश कर चुका है, यहां वैज्ञानिकों की पहल और अथक प्रयासों से खजूर का उत्पादन होने लगा है। इंडो-इजरायल पद्धति सहित कृषि विभाग और वैज्ञानिक ओर नई तकनीकी को विकसित करने की कवायद शुरू करें।

कृषि राज्यमंत्री श्री कैलाश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को खजूर उत्पादन का प्रशिक्षण देने एवं उत्पादन उपरांत व्यवस्था के लिए इण्डो - इजरायल कार्य योजना के तहत हर तरह की सुविधाएं और वित्तीय मदद उपलब्ध करा रही है। चौधरी ने कृषि वैज्ञानिकों से भी स्थानीय किसानों को खजूर उत्पादन को लेकर नवाचारों से प्रशिक्षित एवं प्रोत्साहित करने का आह्वान किया।



बाड़मेर 45 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आये

बाड़मेर 45 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आये

बाड़मेर सरहद्दी बाड़मेर जिले में कोरोना संक्रमितों की बाढ़ सी आ गयी ,मंगलवार को प्रातःकालीन रिपोर्ट में बाड़मेर जिले से पेंतालिस मामले कोरोना पॉजिटिव के सामने आये हैः जबकि सोमवार को कुल 68 मामले सामने आये थे। डा. कमलेश चौधरी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बाडमेर ने बताया कि आज दिनाक 21.7.2020 को कोविड-19  जिला अस्पताल बाडमेर  की  प्रातः जांच रिर्पोट में   27 नेगेटिव , 14 पोजिटिव  व  बकाया सैम्पल शुन्य   हैं ।   बाड़मेर शहर से 13 पोजिटिव केस है।  लशमी पुरा 4 , जीनगर मोहल्ला 4,  आचार्य का वास 2,  कलयाणपुरा, जूना किराड़ू मार्ग, ढाणी बाजार   का 1-1 केस है इसके अलावा ग्राम चवा से 1 केस है।इसी तरह डा. कमलेश चौधरी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बाड़मेर ने बताया कि आज दिनांक 21.7.2020 को कोविड-19 राजकीय नाहटा चिकित्सालय बालोतरा की प्रातः जांच रिपोर्ट में 39 नेगेटिव, 31 पॉजिटिव व बकाया सैम्पल शून्य  हैं। बालोतरा शहर से 15 पॉजिटिव केस है इसके अलावा 6 HPCl पचपदरा तथा सिवाना, रमणिया, खण्डप, 2-2 जसोल, नोसर, नेवाई, भागवा काम 1-1 केस है ।*

सोमवार, 20 जुलाई 2020

बाडमेर ग्रामीण क्षेत्रों मंे की जा जा रही है वृहद स्तर पर सैम्पलिंग- सीएमएचओ

बाडमेर  ग्रामीण क्षेत्रों मंे की जा जा रही है वृहद स्तर पर सैम्पलिंग- सीएमएचओ


 बाडमेर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चैधरी ने  बताया कि जिले मंे मिशन लिसा एप से सर्वे का कार्य किया जा रहा है तथा ग्रामीण क्षेत्रों से मिशन लीसा के अन्तर्गत चयनित व्यक्तियों समेत प्रतिदिन तकरीबन 100 सेम्पल  लिये जा रहे है। डाॅ. चैधरी ने जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों के लेब टेक्नीशियन को आरटीपीसीआर में अपना रजिस्टेªशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।जिससे मिशन लिसा के अन्तर्गत स्क्रीनिंग कार्य को २ात-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति के साथ करना सुनिश्चित किया जा सके।
सीएमएचओ ने जिलेभर में निरीक्षण कर कोविड-19 रोकथाम व्यवस्थाओं का लिया जायजा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चैधरी ने कोविड-19 की के बढते संक्रमण को देखते हुये जिले के बालोतरा जसोल पचपदरा, अराबा, असाडा, आदि क्षेत्रों का निरीक्षण कर कोविड-19 की रोकथाम के लिये विभाग द्वारा की जा रही विभिन्न गतिविधियों का जायजा लिया एवं कोविड केयर सेन्टर बालोतरा का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को परखा। वहां पर पहुंचकर कोविड मरीजों से रुबरु हुये व व्यवस्थाओं का जायजा लिया और कोविड केयर सेन्टर पर कार्यरत चिकित्सकों एवं कर्मचारियों की सेवा एवं कोविड केयर सेन्टर में सफाई व्यवस्था संतोषजनक पायी गई। डाॅ. चैधरी ने डाॅ. बी.एस. सिंह पंवार, डाॅ. राणूलाल खत्री एवं अन्य चिकित्सकों के साथ समीक्षा बैठक कर २ाहर में होम आईशोलेशन पर रखे गये मरीजों का प्रतिदिन मेडिकल चैकअप तथा कोविड-19 के प्रोटोकोल अनुसार ईलाज सुनिश्चित करने एवं मरीज से जरुरत अनुसार 24ग्7 विडियों काॅल के माध्यम से उपब्लब्ध रहने हेतु निर्देशित किया। साथ ही 10 दिन के होम आईसोलेशन समयावधि में कोई लक्षण नहीं होने पर मरीज को होम आईसोलेशन से अगले 7 दिवस तक होम कोरेन्टाईन रखने के निर्देश दिये । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चैधरी ने  सीएचसी पचपदरा एवं जसोल पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सीएचसी जसोल एवं पचपदरा में इसीजी सुचारु उपयोग होना नहीं पाया गया जिसे तुरन्त २ाुरु करने के निर्देश दिये गये जिससे हद्य के मरीजों को सुविधाओं का लाभ मिल सके। इसके अलावा मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा/जांच योजना के सभी मरीजों के मरीजों की लाईनलिस्टिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिये जिससे सरकार की महत्वाकांक्षी फ्लेगशिप योजना निरोगी योजना के लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। डाॅ. चैधरी ने जिला प्रशासन एवं विभाग द्वारा दिये गये निर्देशों की पालना करते हुये सभी कर्मचारियों/अधिकारियों के साथ आमजन से अपील की कि यथा संभव धार्मिक समारोह/आयोजन से परहेज करे जिससे बाड़मेर में कोरोना को २ाीघ्र नियंत्रित किया जा सके।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी बालोतरा पहुंचे, कोविड नियंत्रण, वीपीडी सर्विलेन्स एवं खण्ड बैठक में दिये चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चैधरी के निर्देशानुसार बालोतरा २ाहर में कोविड-19 के बढते संक्रमण को देखते हुये जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. प्रीत मोहिन्दर सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सचिन भार्गव, एसएमओ डब्लूएचओ डाॅ. पंकज ने बालोतरा पहुंचकर उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कोविड-19 के बढते संक्रमण के नियंत्रण व रोकथाम हेतु खण्ड के चिकित्सा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर २ाहर में कोरोना महामारी के नियंत्रण हेतु किये जा रहे कार्य एवं विभाग द्वारा जारी दिशा निर्र्देशों की पालना एवं कार्ययोजना की समीक्षा की। 
बालोतरा खण्ड स्तरीय बैठक में डाॅ. प्रीत मोहिन्दर सिंह वीपीडी सर्विलेन्स के बारे जानकारी देते हुये बताया कि पांच बीमारियों एएफपी, मिजल्स, डिप्थीरिया, परटूसिस, न्यूनेटल टिटनेस आदि के बारे में बताते हुये सर्विलेन्स कार्यो के लक्ष्यों को २ात-प्रतिशत अर्जित करने हेतु निर्देशित किया। डाॅ. सिंह ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को सेक्टर मिटिंग के समयबद्ध आयोजन कर मिटिंग के माध्यम से सभी एलएचवी, एएनएम, आशा आदि को कोविड-19 नियंत्रण दिशा निर्देश, वीपीडी सर्विलेन्स, एमसीएचएन मोनिटरिंग आदि करने हेतु निर्देशित किया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री सचिन भार्गव द्वारा खण्ड स्तर पर एएनसी, संस्थागत प्रसव में किये गये कार्याे की समीक्षा कर लक्ष्य अर्जित करने हेतु निर्देशित किया। खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. रासाराम सुथार ने चिकित्सा अधिकारियों को अनटाईड फण्ड के उपयोग, टभ्ैब् में खाते खुलवाने व मिशन लीसा के अन्तर्गत लीसा एप के माध्यम से स्क्रीनिंग कार्य को संचालित करने एवं 10 वर्ष से कम और 60 वर्ष से अधिक गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों की कोविड-19 के प्राथमिकता के आधार पर सेम्पलिंग करने के निर्देश प्रदान किये।





किसानों के लिए अवसर में तब्दील हुआ कोरोना काल

किसानों के लिए अवसर में तब्दील हुआ कोरोना काल

  श्री कैलाश चौधरी, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री, भारत सरकार!

किसानों के मुद्दों को लेकर मुखर रहने वाले केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी का कहना है कि अंग्रेजों के शासन से देश को तो आजादी 1947 में मिली लेकिन किसानों को अपनी मर्जी के अनुसार फसल बेचने की आजादी 2020 में मिली है। उन्होंने यह बात मोदी सरकार द्वारा हाल ही में कृषि क्षेत्र में लाए गए नीतिगत सुधार के संबंध में कही है। यहां पेश है कैलाश चौधरी का आलेख :

माननीय नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जो किसानों को आजादी मिली, वो अगर पहले मिल गई होती तो मैं सोचता हूं कि किसान आत्मनिर्भर होते और देश को भी कृषि उत्पादों के मामले में आत्मिनिर्भरता काफी मिल जाती।

आज मुझे वो दिन याद आते हैं, जब मैं बचपन में मंडी में जाता था तो वहां पर व्यापारी द्वारा बोली लगाते हुए देखता था, तब मैं सोचता था कि क्या मैं अपनी फसल कहीं बाहर अधिक दाम में बेचकर अधिक लाभ अर्जित कर सकता हूं, लेकिन मुझे बताया गया कि किसान मंडी के बाहर अपने उत्पाद को नहीं बेच सकता, तब जो मेरी पीड़ा थी, वही पीड़ा देश के किसान की थी, लेकिन उस दर्द को किसी ने समझा तो हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्री मोदी जी ने समझा। वहीं देश को आजादी 1947 में मिली लेकिन किसान को आजादी 73 साल बाद 2020 में मिली और आज खुली हवा में सांस लेने लगा और अपने उत्पाद को अब देश के किसी भी कोने में बेचेगा और किसान आत्मनिर्भर बनेगा तभी देश आत्मनिर्भर बनेगा।

कोरोना काल पूरी दुनिया के लिए संकट का काल है, लेकिन देश में कृषि क्षेत्र की उन्नति और किसानों की समृद्धि के लिए यह ऊषा काल साबित हुआ है क्योंकि भारत सरकार ने अध्यादेशों के माध्यम से कई ऐसे नीतिगत सुधारों को अमलीजामा पहनाया है जिनका इंतजार दशकों से किया जा रहा था। किसान अब बिना किसी रोक-टोक के देशभर में कहीं भी किसी भी पैनकार्ड धारक को अपनी उपज बेच सकते हैं। किसानों को अपनी अपनी मर्जी से फसल बेचने की आजादी मिली और कृषि उत्पादों के लिए एक देश एक बाजार का सपना पूरा हुआ।

महामारी के संकट के दौर में देश की करीब 1.30 अरब आबादी को खाने-पीने की चीजों समेत रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र की अहमियत शिद्दत से महसूस की गई। यही वजह थी कि कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर जब देशव्यापी लॉकडाउन किया गया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने कृषि व संबद्ध क्षेत्रों को इस दौरान भी छूट देने में देर नहीं की। फसलों की कटाई, बुवाई समेत किसानों के तमाम कार्य निर्बाध चलते रहे।

मगर, लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में कई राज्यों में एपीएमसी द्वारा संचालित जींस मंडियां बंद हो गई थीं, जिससे किसानों को थोड़ी कठिनाई जरूर हुई। इस कठिनाई ने सरकार को किसानों के लिए सोचने का एक मौका दिया और इस संबंध में और सरकार ने और अधिक विलंब नहीं करते हुए कोरोना काल की विषम परिस्थिति में किसानों के हक में फैसले लेते हुए कृषि क्षेत्र में नए सुधारों पर मुहर लगा दी।

मोदी सरकार ने कोरोना काल में कृषि क्षेत्र की उन्नति और किसानों की समृद्धि के लिए तीन अध्यादेश लाकर ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, जिनकी मांग कई दशक से हो रही थी, इन फैसलों से किसान और कारोबारी दोनों को फायदा मिला है क्योंकि नए कानून के लागू होने के बाद एपीएमसी का एकाधिकार समाप्त हो जाएगा और एपीएमसी मार्केट यार्ड के बाहर किसी भी जींस की खरीद-बिक्री पर कोई शुल्क नहीं लगेगा जिससे बाजार में स्पर्धा बढ़ेगी। कृषि बाजार में स्पर्धा बढ़ने से किसानों को उनकी फसलों का बेहतर व लाभकारी दाम मिलेगा।

केंद्र सरकार ने अध्यादेश के माध्यम से आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 में बदलाव किया है जिससे खाद्यान्न दलहन, तिलहन व खाद्य तेल समेत आलू और प्याज जैसी सब्जियों को आवश्यक वस्तुओं की सूची से दिया है। इस फैसले से उत्पादक और उपभोक्ता दोनों को लाभ मिलेगा। अक्सर ऐसा देखा जाता था कि बरसात के दिनों में उत्पादक मंडियों में फसलों की कीमतें कम होने से किसानों को फसल का भाव नहीं मिल पाता था जबकि शहरों की मंडियों में आवक कम होने से उपभोक्ताओं को ऊंचे भाव पर खाने-पीने की चीजें मिलती थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि कारोबारियों को सरकार की ओर से स्टॉक लिमिट जैसी कानूनी बाधाओं का डर नहीं होगा जिससे बाजार में मांग और आपूर्ति के बीच समन्वय बना रहेगा।

दूसरा सबसे अहम कानूनी बदलाव कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश 2020 के माध्यम से हुआ है जिससे कृषि उत्पादों के लिए एक राष्ट्र एक बाजार का सपना साकार हुआ है क्योंकि इससे पहले किसान एपीएमसी के बाहर किसी को अपनी उपज नहीं बेच सकते थे। अगर कोई किसानों से सीधे खरीदने की कोशिश करता भी था तो एपीएमसी वाले उसके पीछे लगा रहता था और उसे टैक्स देना होता था, लेकिन अब एपीएमसी के बाहर किसान किसी को भी अपनी मर्जी से फसल बेच सकते हैं। हालांकि इस कानूनी बदलाव से एपीएमसी कानून और एपीएमसी बाजार के अस्तित्व पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है लेकिन एपीएमसी का एकाधिकार जरूर समाप्त हो जाएगा। इस कानून ने किसानों को बाधामुक्त होकर अपने उत्पाद बेचने की आजादी दी है, जिससे किसानों को अच्छा भाव मिलेगा और उनकी आय बढ़ेगी क्योंकि बाजार में प्रतिस्पर्धा होने से उनको औने-पौने दाम पर फसल बेचने की मजबूरी नहीं होगी। किसानों की आमदनी दोगुनी करने के मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने में यह फैसला सहायक साबित होगा।

नए कानून में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग और इससे जुड़े हुए मामलों या आकस्मिक उपचार के लिए एक सुविधाजनक ढांचा प्रदान करने का भी प्रावधान है।

वहीं, मूल्य आश्वासन पर किसान समझौता (अधिकार प्रदान करना और सुरक्षा) और कृषि सेवा अध्यादेश 2020 कृषि समझौतों पर एक राष्ट्रीय ढांचा प्रदान करता है जो कृषि-व्यवसाय फर्मो, प्रोसेसर, थोक व्यापारी, निर्यातकों या कृषि सेवाओं के लिए बड़े खुदरा विक्रेताओं और आपस में सहमत पारिश्रमिक मूल्य ढांचे पर भविष्य में कृषि उपज की बिक्री के लिए स्वतंत्र और पारदर्शी तरीके से और इसके अतिरिक्त एक उचित रूप से संलग्न करने के लिए किसानों की रक्षा करता है और उन्हें अधिकार प्रदान करता है।

कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने में यह कानून काफी अहम साबित होगा क्योंकि व्यावसायिक खेती वक्त की जरूरत है। खासतौर से छोटी जोत वाले व सीमांत किसानों के लिए ऐसी फसलों की खेती नामुमकिन है जिसमें ज्यादा लागत की जरूरत होती है और जोखिम ज्यादा होता है। इस अध्यादेश से किसान अपना यह जोखिम अपने कॉरपोरेट खरीदारों के हवाले कर सकते हैं। इस प्रकार, व्यावसायिक खेती किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

मोदी सरकार ने इन कानूनी बदलावों के साथ-साथ कृषि क्षेत्र के संवर्धन और किसानों की समृद्धि के लिए कोरोना काल में कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी लिए हैं जिनमें कृषि क्षेत्र में बुनियादी संरचना तैयार करने के लिए एक लाख करोड़ रुपये के कोष की व्यवस्था काफी अहम हैं। इस कोष से फार्म गेट इन्फ्रास्ट्रक्च र बनाने का प्रावधान है। दरअसल, खेत से लेकर बाजार तक पहुंचने में कई फसलें व कृषि उत्पाद 20 फीसदी तक खराब हो जाती हैं। इन फसलों व उत्पादों में फल व सब्जी प्रमुख हैं। इसलिए सरकार ने फॉर्म गेट इन्फ्रास्ट्रक्च र बनाने पर जोर दिया है ताकि फसलों की इस बर्बादी को रोककर किसानों को होने वाले नुकसान से बचाया जाए।

खेतों के आसपास कोल्ड स्टोरेज, भंडारण जैसी बुनियादी सुविधा विकसित किए जाने से कृषि क्षेत्र में निजी निवेश आकर्षित होगा और खाद्य प्रसंस्करण का क्षेत्र मजबूत होगा। खेतों के पास प्रसस्ंकरण संयंत्र लगने से एक तरफ उनकी लागत कम होगी तो दूसरी तरफ किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम मिलेगा। इतना ही नहीं, इससे कृषि क्षेत्र में प्रच्छन्न बेरोजगारी की समस्या भी दूर होगी।

कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों की समस्या विकराल बन गई, जिसपर राजनीति तो सबने की लेकिन इस समस्या के समाधान की दृष्टि किसी के पास नहीं थी। दरअसल, गांव से शहर की तरफ या एक राज्य से दूसरे राज्य की तरफ श्रमिकों का पलायन रोजगार की तलाश में ही होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समस्या का स्थाई समाधान तलाशने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं के विकास में जोर दिया है ताकि गांवों के आसपास वहां के स्थानीय उत्पादों पर आधारित उद्योग लगे और लोगों को रोजगार मिले।

इस प्रकार भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र को अवसर में बदलने की कोशिश की है जिसके नतीजे आने वाले दिनों में देखने को मिलेंगे और ग्रामीण अर्थव्यवस्था देश के आर्थिक विकास की धुरी बनेगी और यह अधिनियम ही किसान के जीवन को बदलने वाला होगा।

मेरे देश का किसान मजबूत है और उनके पास ज्ञान और क्षमता की कोई कमी नहीं है। एक समय किसान को कोई भी भ्रमित कर सकता था लेकिन अब उसको कोई भ्रमित नहीं कर पाएगा और उत्तम खेती होगी, उसको अपनी मांग के अनुरूप उत्पाद का उचित मूल्य् मिलेगा, जिसका मूल्य निर्धारण वह स्वयं करेगा।

(लेखक भारत सरकार में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री है।)

अलवर‘‘दो अवैध हथियार सहित दो अपराधी गिरफतार‘‘

  अलवर‘‘दो अवैध हथियार सहित दो अपराधी गिरफतार‘‘


मुलजिमो से 315 बोर का देशी कटटा व एक बन्दुक (पोणा) बरामद।

अवैध हथियारो के खिलाफ अभियान मे एनईबी थाना व डीएसटी एनईबी की संयुक्त चैथी कार्यवाही।

अभियान के तहत चार मुल्जिम गिरफतार व 4 अवैध हथियार बरामद।



    अलवर   तेजस्वनी गौतम पुलिस अधीक्षक जिला अलवर द्वारा लोकल व स्पेशल एक्ट मे अधिक से अधिक कार्यवाही किये जाने के लिए चलाये जा रहे अभियान के तहत श्री शिवलाल बैरवा अति. पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) अलवर, श्री शैलेन्द्रसिंह इन्दोलिया आईपीएस वृताधिकारी वृत थानागाजी व श्री नरेश कुमार शर्मा वृताधिकारी वृत उत्तर शहर अलवर के निर्देशन पर श्री विजेन्द्र सिंह पु0नि0 थानाधिकारी थाना एनईबी अलवर व डीएसटी एनईबी अलवर की टीम का गठन किया गया।

पुलिस कार्यवाही-1:- टीम को मुखबीर खास की इत्तला से मुलजिम पवन उर्फ चूचू पुत्र श्री दयाराम जाित जाटव उम्र 21 साल निवासी खुदनपुरी थाना एनईबी जिला अलवर को वण्डर रेजीडेन्सी के पास से गिरफतार कर उसके कब्जे से एक देशी कटटा 315 बोर को जब्त किया गया। आदि पर मुकदमा नम्बर 361/20 धारा 3/25 आम्र्स एक्ट मे दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।

पुलिस कार्यवाही-2:- टीम को मुखबीर खास से सूचना प्राप्त हुई कि हन्नी उर्फ रवि पुत्र श्री बूटासिंह जाति मजहबी सिक्ख उम्र 20 साल निवसी नई बस्ती मुलतान नगर दीवाकरी थाना एनईबी जिला अलवर ने सोशल मिडिया पर हथियारो के साथ फोटो अपलोड कर रखा है। जो कि आमजन मे भय व्याप्त होने पर कोई इसके विरूद्व थाने पर रिपोर्ट एवं गवाह देने को नही आते है। आदि सूचना पर उक्त शख्स के बारे मे जानकारी हासिल कर पता चला कि उक्त शख्स सूर्यनगर मे रोजाना की तरह आज भी रात्रि मे हथियार सहित घूम रहा है उक्त आसूचना पर टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त शख्स को सूर्यनगर यूआईटी फ्लेटो के पास से गिरफ्तार उसके कब्जे से एक बन्दूक (पौणा) को जब्त किया गया। आदि पर मु0न0 362/20 धारा 3/25 आम्र्स एक्ट मे दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।

नागौर, जरूरतमंद को हर स्तर तक मिले योजनाओं का लाभः सोनी

नागौर,  जरूरतमंद को हर स्तर तक मिले योजनाओं का लाभः सोनी


जिला कलक्टर ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए

बीस सूत्री कार्यक्रम के लक्ष्यों की पूर्ति के दिए निर्देश


नागौर, 20 जुलाई। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि हर जरूरतमंद व्यक्ति को उसकी पात्रता के अनुसार सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाए। रोजगार, घर, पेयजल व विद्युत सुविधा, खाद्य आपूर्ति तथा बच्चों की शिक्षा व पेंशन तक की सुविधा सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत देय हैं, जिन्हें हर पात्र जरूरतमंद को दिलाने की कार्रवाई प्रत्येक विभाग के जिला से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक बैठे अधिकारी व कार्मिक आवश्यक रूप से करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। जिला कलक्टर डाॅ. सोनी ने यह निर्देश सोमवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दिए।
जिला मुख्यालय पर स्थित राजीव गांधी आईटी सेंटर में सोमवार को हुई साप्ताहिक समीक्षा बैठक में जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों से भी संवाद किया और विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत प्रवासी श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के तहत रोजगार व रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिलाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 125 दिन तक चलाए जाने वाले इस अभियान में अधिक से अधिक प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया करवाते हुए इसके लक्ष्य पूरे किए जाएं।
जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायत भवन निर्माण, सामुदायिक शौचालय निर्माण, मनरेगा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राज. कौशल एप, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कामों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। उन्होंने मनरेगा के तहत जिले में तीन लाख ग्रामीणों को 100 दिन का रोजगार दिए जाने के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश मुख्य कार्यकारी जिला परिषद व समस्त विकास अधिकारियों को दिए। डाॅ. सोनी ने कहा कि मनरेगा के तहत तालाब खुदाई, सफाई, सड़क किनारे पटरी निर्माण, पौधरोपण, खेल मैदान विकास करने के साथ-साथ नए तरीके से ठोस काम करवाने की कार्ययोजना बनाकर उसे धरातल पर अमलीजामा पहनाया जाए। कलक्टर ने समस्त विकास अधिकारियों को ग्राम पंचायतों में नए सामुदायिक शौचालय निर्माण के प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर परिषद आयुक्त को सफाई व्यवस्था चैक-चैबंद रखते हुए शहरी क्षेत्र में पेयजल समस्या का निस्तारण करवाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र सोनी ने प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र परिवारों सहित सिलिकोसिस व एचआईवी से ग्रसित मरीजों को सरकार की ओर से उनके लिए  निर्धारित हर योजना का लाभ दिलाने और उसकी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिलिकोसिस के मरीजों को पेंशन, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक सहायता दिए जाने के काम को लेकर जिला रसद अधिकारी, सहायक श्रम आयुक्त और एमई, खनिज विभाग को संयुक्त रूप से रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। डाॅ. सोनी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा राजकीय जेएलएन अस्पताल के पीएमओ प्रतिनिधि को निर्देश दिए कि वे एड्स कंट्रोल सोसाइटी से नागौर जिले में एचआईवी पाॅजिटिव मरीजों की सूची तैयार करवाएं और उन्हें भी सरकार की ओर से निर्धारित सहायता दिलवाएं।
उन्होंने प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत किसानों के खेतों में सौर उर्जा संयंत्र विकसित करने के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता को ग्राउण्ड रिपोर्ट के आधार पर कार्ययोजना बनाकर काम करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक को आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका विकसित करने के लिए आई बजट राशि का कार्ययोजना बनाकर उपयोग करने के निर्देश दिए। डाॅ. सोनी ने निर्देश दिए कि पोषण वाटिका विकसित करने के लिए पौधों का चयन कर उसका ब्लूप्रिंट तैयार करते हुए कार्ययोजना को मूर्तरूप देवें। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक को निर्देश दिए गए है कि पालनहार योजना में अधिक से अधिक पात्र परिवार लाभान्वित हों, इसके लिए शिक्षा विभाग के डाटा प्राप्त कर काम को गति प्रदान करें।
जिला कलक्टर ने सभी जिला एवं उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लंबित प्रकरणों का निस्तारण जल्द से जल्द करें। इसके लिए दस सर्वाधिक पुराने लंबित प्रकरणों की लिस्टिंग तैयार कर उनका निस्तारण किया जाए। डाॅ. सोनी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बारिश के मौसम में वन विभाग के सहयोग से अधिकाधिक पौधरोपण करें। इसके लिए कार्ययोजना के मुताबिक सभी सरकारी कार्यालयों की मुख्य दीवार और सड़क के बीच की जगह में छायादार वृक्षों के पौधे लगाएं। पौधरोपण के बाद यहां ट्री गार्ड भी लगाएं जाएं। संबंधित विभागीय कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी इन पौधों की नियमित देखभाल करें।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बैठक के दौरान बीस सूत्री कार्यक्रम की प्रगति रिपेार्ट पर भी समीक्षा की। जिला कलक्टर ने उत्तर मैट्रिक छात्रवृति, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, सांसद व विधायक निधि के तहत हुए कार्यों, सड़क किनारे पटरी निर्माण के कार्य, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, जननी सुरक्षा योजना, राजश्री योजना, नियमित टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, एमसीएचएन डे सेवाओं की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए इनमें और अधिक सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी नियमित सैक्टर मिटिंग करें और एएनएम को चिकित्सा सेवाएं सुदृढ़ करने का प्रशिक्षण दें।
जिला कलक्टर ने राजश्री योजना की समीक्षा करते हुए इसकी प्रथम व द्वितीय किस्त का भुगतान समय पर किए जाने और इसकी समयबद्ध माॅनिटरिंग करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि राजश्री योजना की द्वितीय किस्त का भुगतान समय पर हो, इसके लिए बालिका का टीकाकरण समयबद्ध तरीके से हो, इसके लिए जिला अस्पताल से लेकर उप स्वास्थ्य केन्द्र पर नियुक्त एएनएम अपडेट रहते हुए काम करें और नियमित रिपोर्टिंग करें। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से समन्वय करते हुए नियमित टीकाकरण के शत-प्रतिशत लक्ष्यों की प्राप्ति करें।
कोविड-19 की रोकथाम व बचाव को लेकर निर्धारित मैनेजमेंट सिस्टम की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने अधिकाधिक सैम्पल लिए जाने और राजकीय जेएलएन अस्पताल में स्थापित आरटी-पीसीआर लैब में इसकी राउंड द क्लाॅक जांच किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि बीकानेर व अजमेर के राजकीय मेडिकल काॅलेज में नागौर जिले के कोरोना सैम्पल की लंबित जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द करवाएं। डाॅ. सोनी ने कोरोना सैम्पल जांच करवाने व्यक्तियों के मोबाइल पर एस.एम.एस भेजने की सुविधा जल्द शुरू करने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के प्रयासों की सराहना भी की। उन्होंने सभी उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिए किए होम क्यूरांटाइन में रह रहे जो भी व्यक्ति कोरोना रोकथाम की गाइडलाइन की अवहेलना करें तो उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करें।
चार घटनाओं पर रखें गंभीरता, तत्काल सूचना करें
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक में सभी अधिकारियों को प्रत्यक्ष और वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए निर्देश दिए कि वे जिले में कहीं भी महिला पर हुए अत्याचार, सड़क दुर्घटना में हुई मास कैजुअल्टी, जातीय हिंसा तथा मानसून के दौरान आई प्राकृतिक आपदा की सूचना तत्काल मुहैया करवाएं। डाॅ. सोनी ने कहा कि ऐसी घटनाओं की सूचना जिला प्रशासन को तत्काल मिलने से समय पर कार्रवाई हो सकेगी। अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार ने जन अभाव अभियोग समिति और संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निस्तारण समय पर करते हुए जिला मुख्यालय को अवगत कराने के निर्देश सभी जिला एवं उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप, जिला रसद अधिकारी पार्थसारथी, एवीवीएनल के अधीक्षण अभियंता आर.बी.सिंह, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता भंवराराम चैधरी, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक दुर्गासिंह उदावत, सीपीओ श्रवणलाल, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अजय कुमार वाजपेयी सहित विभिन्न विभागों के जिला सतरीय अधिकारी मौजूद रहे। वहीं वीडियो कांफ्रेसिंग पर सभी उपखण्ड मुख्यालयों पर उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी व तहसीलदार सहित खण्ड स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

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जैसलमेर - वरदान साबित हुआ जिला कलक्टर का देवीकोट दौरा, ग्रामीण काश्तकारों ने पाया राहत का सुकून,

जैसलमेर - वरदान साबित हुआ जिला कलक्टर का देवीकोट दौरा,

ग्रामीण काश्तकारों ने पाया राहत का सुकून,

अर्से से वसूले गए अधिक ब्याज की राशि वापस आयी उनके केसीसी खातों में

जैसलमेर, 20 जुलाई/जैसलमेर जिले के काश्तकारों के लिए जिला कलक्टर आशीष मोदी का हाल ही देवीकोट ग्राम पंचायत का दौरा वरदान साबित हुआ जब किसानों की अरसे से चली आ रही आर्थिक समस्या का समाधान सप्ताह भर के भीतर हो गया।  इससे न केवल देवीकोट क्षेत्र के किसानों बल्कि जिले भर के लिए काश्तकारों के लिए राहत का रास्ता खुल गया है।

हुआ यों कि पिछली 14 जुलाई, मंगलवार को देवीकोट ग्राम पंचायत मुख्यालय स्थित राजीव गांधी भारत निर्माण केन्द्र में जिला कलक्टर आशीष मोदी की जनसुनवाई का कार्यक्रम था। इसमें ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए जिला कलक्टर ने इनके समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए और अनेक समस्याओं के समाधान की कार्यवाही संपादित हुई।

जनसुनवाई के दौरान ही देवीकोट ग्राम पंचायत क्षेत्र के ग्राम्य काश्तकारों ने एस.बी.आई. बैंक शाखा रामगढ़ के द्वारा मनमाने ब्याज की राशि वसूले जाने की शिकायत जिला कलक्टर के समक्ष की। जिला कलक्टर ने इसे अत्यन्त गंभीर बताते हुए तत्काल कार्यवाही करते हुए फतेहगढ़ के उपखण्ड अधिकारी अंशुल कुमार सिंह को इस मामले की जांच सौंपी और जल्द से जल्द किसानों को राहत देने के निर्देश दिए।

उपखण्ड अधिकारी द्वारा मामले की गंभीरतापूर्वक जांच में यह सामने आया कि 8 किसानों के खातों में ब्याज की अधिक वसूली की गई। जांच रिपोर्ट जिला कलक्टर आशीष मोदी के पास पहुंचते ही जिला कलक्टर ने इस दिशा में तत्काल कार्यवाही की। इसके बाद एसबीआई बैंक शाखा रामगढ़ द्वारा इन किसानों से अधिक वसूली गई ब्याज की राशि  रुपये 1 लाख 39 हजार 127 रुपये सोमवार को उनके के.सी.सी. खातों में सीधे ही लौटा दी गई। शिकायत के एक सप्ताह के भीतर ही त्रुटि सुधार करवा कर राहत प्रदान किए जाने से अभिभूत किसानों ने जिला कलक्टर आशीष मोदी का तहे दिल से आभार जताया।

इस मामले के सामने आने के बाद जिला कलक्टर आशीष मोदी ने जिला अग्रणी प्रबन्धक रामजीलाल मीणा को निर्देश दिए कि इस प्रकार के मामलों के बारे में जांच के लिए जिले की सभी बैंक शाखाओं के स्तर पर तहकीकात कराएं और जहां कहीं किसी भी प्रकार की विसंगतियां सामने आएं, इनका निराकरण कर किसानों को समुचित राहत दिलाएं।

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