मंगलवार, 21 जुलाई 2020

10 नए कुओं से होगा तेल उत्पादन, एमपीटी व रागेश्वरी क्षेत्र में 20 किमी. बिछेगी क्रूड पाइप लाइन, 3 लाख बैरल तेल की तैयारी


10 नए कुओं से होगा तेल उत्पादन, एमपीटी व रागेश्वरी क्षेत्र में 20 किमी. बिछेगी क्रूड पाइप लाइन, 3 लाख बैरल तेल की तैयारी

बाड़मेर देश में 24.5 प्रतिशत तेल बाड़मेर जिले से उत्पादित हो रहा है। अगले तीन वर्षों में क्रूड उत्पादन को दुगुना किए जाने के लिए केयर्न कंपनी ने कवायद शुरू कर दी है। एमपीटी नागाणा व रागेश्वरी गुड़ामालानी इलाके के करीब 10 तेल कुओं से उत्पादन शुरू करने के लिए पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए भारत सरकार की ओर से गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया है। करीब 20 किमी. तक हिटिंग क्रूड पाइप लाइन से तेल को रागेश्वरी व एमपीटी तक पहुंचाया जाएगा।


वर्तमान में बाड़मेर से 1.75 लाख बैरल क्रूड तेल का रोजाना उत्पादन हो रहा है। लक्ष्य है कि वर्ष 2022 तक इस उत्पादन को बढ़ा कर 3 लाख बैरल प्रतिदिन किया जाना है। इसी दिशा में अब तेल खोज का काम भी शुरू होने वाला है। वहीं पुरानी पानी पाइप लाइन की मरम्मत भी की जा रही है।


एमपीटी नागाणा प्लांट का अपग्रेडेशन भी हो रहा है। 10 तेल कुओं से एमपीटी नागाणा व रागेश्वरी के लिए नई क्रूड पाइप लाइन बिछाने के लिए भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन के बाद अब भूमि अवाप्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए 12 गांवों के किसानों को नोटिस जारी किए गए है।


बाड़मेर में क्रूड तेल का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में एक नया आयाम स्थापित होने वाला है। तेल-गैस खोज व ड्रिलिंग के लिए 38000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। अगले 5-7 साल में तेल उत्पादन को 1.75 लाख बैरल प्रतिदिन से बढ़ाकर 5 लाख बैरल प्रतिदिन किया जाना है।


दोनों क्षेत्रों में 10-10 किमी. पाइप लाइन के लिए होगी भूमि अवाप्ति, वाटर पाइप लाइन भी होगी मरम्मत


तेल उत्पादन क्षेत्र से कुओं को जोड़ने के लिए क्रूड पाइप लाइन बिछाने के लिए भूमि अवाप्ति का काम शुरू हो गया है। एमपीटी नागाणा क्षेत्र के तेल कुओं को जोड़ने के लिए नागाणा, मूढों की ढाणी, जटिया कुम्हारों की बस्ती विशनासर, खतियों मेघवालों की ढाणी, जोगासर कुआं, खानजी का तला, धतरवालों का सर, उदाराम की ढाणी क्षेत्र के किसानों की जमीन को अवाप्त किया जाएगा।


इसी तरह रागेश्वरी गुड़ामालानी क्षेत्र के धांधलावास, डेडावास जागीर व रावली नाडी के किसानों की भूमि अवाप्त की जाएगी। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर 21 दिन में आपत्तियां मांगी है। 26 जून को गजट नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। जमीन में इंटरनल पाइप लाइन का काम होगा।


माडपुरा बरवाला से एमपीटी नागाणा तक बिछाई गई वाटर पाइप लाइन की भी मरम्मत होगी। करीब 10 साल पहले इस पाइप लाइन को बिछाया गया था। अब तक मरम्मत नहीं हुई है। ऐसे में अब वाटर पाइप लाइन को भी मरम्मत किया जाएगा। एमपीटी नागाणा से उत्पादन बढ़ाने की दिशा में यह कवायद शुरू की गई है। क्योंकि एमपीटी अपग्रेड कर एमपीटी-2 का निर्माण किया जाएगा।

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