खाड़ी देशों की तर्ज पर अब रेगिस्तानी इलाकों में पनपेगा खजूर : केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी
केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान बीकानेर के "रेगिस्तान में खजूर की खेती" विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार में बोले कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी
बाड़मेर
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने मंगलवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीकानेर द्वारा "रेगिस्तान में खजूर की खेती" विषय पर आयोजित किए राष्ट्रीय वेबिनार में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। वेबिनार में कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि राजस्थान सहित भारतीय मरुस्थल भी अब खजूर की मिठास देने लगा है। खाड़ी देशों की तर्ज पर अब रेगिस्तानी इलाकों में खजूर उत्पादन की अपार संभावनाओं को सफल बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने संस्थान के कृषि वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि राजस्थान का रेगिस्तान इलाका अब परंपरागत खेती बाड़ी के साथ ही कृषि क्षेत्र में अत्याधुनिक दौर में प्रवेश कर चुका है, यहां वैज्ञानिकों की पहल और अथक प्रयासों से खजूर का उत्पादन होने लगा है। इंडो-इजरायल पद्धति सहित कृषि विभाग और वैज्ञानिक ओर नई तकनीकी को विकसित करने की कवायद शुरू करें।
कृषि राज्यमंत्री श्री कैलाश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को खजूर उत्पादन का प्रशिक्षण देने एवं उत्पादन उपरांत व्यवस्था के लिए इण्डो - इजरायल कार्य योजना के तहत हर तरह की सुविधाएं और वित्तीय मदद उपलब्ध करा रही है। चौधरी ने कृषि वैज्ञानिकों से भी स्थानीय किसानों को खजूर उत्पादन को लेकर नवाचारों से प्रशिक्षित एवं प्रोत्साहित करने का आह्वान किया।
केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान बीकानेर के "रेगिस्तान में खजूर की खेती" विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार में बोले कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी
बाड़मेर
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने मंगलवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीकानेर द्वारा "रेगिस्तान में खजूर की खेती" विषय पर आयोजित किए राष्ट्रीय वेबिनार में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। वेबिनार में कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि राजस्थान सहित भारतीय मरुस्थल भी अब खजूर की मिठास देने लगा है। खाड़ी देशों की तर्ज पर अब रेगिस्तानी इलाकों में खजूर उत्पादन की अपार संभावनाओं को सफल बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने संस्थान के कृषि वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि राजस्थान का रेगिस्तान इलाका अब परंपरागत खेती बाड़ी के साथ ही कृषि क्षेत्र में अत्याधुनिक दौर में प्रवेश कर चुका है, यहां वैज्ञानिकों की पहल और अथक प्रयासों से खजूर का उत्पादन होने लगा है। इंडो-इजरायल पद्धति सहित कृषि विभाग और वैज्ञानिक ओर नई तकनीकी को विकसित करने की कवायद शुरू करें।
कृषि राज्यमंत्री श्री कैलाश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को खजूर उत्पादन का प्रशिक्षण देने एवं उत्पादन उपरांत व्यवस्था के लिए इण्डो - इजरायल कार्य योजना के तहत हर तरह की सुविधाएं और वित्तीय मदद उपलब्ध करा रही है। चौधरी ने कृषि वैज्ञानिकों से भी स्थानीय किसानों को खजूर उत्पादन को लेकर नवाचारों से प्रशिक्षित एवं प्रोत्साहित करने का आह्वान किया।
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