सोमवार, 20 जुलाई 2020

जैसलमेर - वरदान साबित हुआ जिला कलक्टर का देवीकोट दौरा, ग्रामीण काश्तकारों ने पाया राहत का सुकून,

जैसलमेर - वरदान साबित हुआ जिला कलक्टर का देवीकोट दौरा,

ग्रामीण काश्तकारों ने पाया राहत का सुकून,

अर्से से वसूले गए अधिक ब्याज की राशि वापस आयी उनके केसीसी खातों में

जैसलमेर, 20 जुलाई/जैसलमेर जिले के काश्तकारों के लिए जिला कलक्टर आशीष मोदी का हाल ही देवीकोट ग्राम पंचायत का दौरा वरदान साबित हुआ जब किसानों की अरसे से चली आ रही आर्थिक समस्या का समाधान सप्ताह भर के भीतर हो गया।  इससे न केवल देवीकोट क्षेत्र के किसानों बल्कि जिले भर के लिए काश्तकारों के लिए राहत का रास्ता खुल गया है।

हुआ यों कि पिछली 14 जुलाई, मंगलवार को देवीकोट ग्राम पंचायत मुख्यालय स्थित राजीव गांधी भारत निर्माण केन्द्र में जिला कलक्टर आशीष मोदी की जनसुनवाई का कार्यक्रम था। इसमें ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए जिला कलक्टर ने इनके समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए और अनेक समस्याओं के समाधान की कार्यवाही संपादित हुई।

जनसुनवाई के दौरान ही देवीकोट ग्राम पंचायत क्षेत्र के ग्राम्य काश्तकारों ने एस.बी.आई. बैंक शाखा रामगढ़ के द्वारा मनमाने ब्याज की राशि वसूले जाने की शिकायत जिला कलक्टर के समक्ष की। जिला कलक्टर ने इसे अत्यन्त गंभीर बताते हुए तत्काल कार्यवाही करते हुए फतेहगढ़ के उपखण्ड अधिकारी अंशुल कुमार सिंह को इस मामले की जांच सौंपी और जल्द से जल्द किसानों को राहत देने के निर्देश दिए।

उपखण्ड अधिकारी द्वारा मामले की गंभीरतापूर्वक जांच में यह सामने आया कि 8 किसानों के खातों में ब्याज की अधिक वसूली की गई। जांच रिपोर्ट जिला कलक्टर आशीष मोदी के पास पहुंचते ही जिला कलक्टर ने इस दिशा में तत्काल कार्यवाही की। इसके बाद एसबीआई बैंक शाखा रामगढ़ द्वारा इन किसानों से अधिक वसूली गई ब्याज की राशि  रुपये 1 लाख 39 हजार 127 रुपये सोमवार को उनके के.सी.सी. खातों में सीधे ही लौटा दी गई। शिकायत के एक सप्ताह के भीतर ही त्रुटि सुधार करवा कर राहत प्रदान किए जाने से अभिभूत किसानों ने जिला कलक्टर आशीष मोदी का तहे दिल से आभार जताया।

इस मामले के सामने आने के बाद जिला कलक्टर आशीष मोदी ने जिला अग्रणी प्रबन्धक रामजीलाल मीणा को निर्देश दिए कि इस प्रकार के मामलों के बारे में जांच के लिए जिले की सभी बैंक शाखाओं के स्तर पर तहकीकात कराएं और जहां कहीं किसी भी प्रकार की विसंगतियां सामने आएं, इनका निराकरण कर किसानों को समुचित राहत दिलाएं।

---000---

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें