शुक्रवार, 1 नवंबर 2019

जानिए कब से होंगें शुरू विवाह एवम अन्य शुभ कार्य नवम्बर 2019 में-



जानिए कब से होंगें शुरू विवाह एवम अन्य शुभ कार्य नवम्बर 2019 में-

ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री 

इस वर्ष नवंबर 2019 में 8 नवंबर को देव उठनी ग्यारस तुलसी विवाह का पर्व है। हिन्दू धर्म में तुलसी विवाह के होते ही विवाह संस्कार आरंभ हो जाते हैं। चारों ओर शादी विवाह की शहनाई सुनाई देने लगती है। वर्ष 2019 के अंत के दो महीनों नवंबर एवं दिसंबर की इन तिथियों में विवाह संस्कार के कुल 10 दिन ही शुभ मुहूर्त है।

कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की ग्यारस के दिन देवउठनी ग्यारस होती है। इस एकादशी को प्रबोधनी ग्यारस भी कहा जाता है। ये एकादशी दिवाली के 11 दिन बाद आती है. इस दिन भगवान विष्णु चार महीने के बाद जागते हैं तो तुलसी के पौधे से उनका विवाह होता है। देवउठनी एकादशी को तुलसी विवाह उत्सव भी कहा जाता है।
ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री जी के अनुसार देवउठनी एकादशी के बाद सभी तरह के शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं, लेकिन इस बार देव जागने के 18 दिन बाद भी कोई वैवाहिक तथा अन्य मांगलिक कार्यों ( गृह प्रवेश) के लिए शुभ मुहूर्त नहीं है. दीपावली के बाद वर्ष पूर्ण होने में बचे लगभग दो माह में इस वर्ष विवाह के केवल 14 मुहूर्त हैं।
 
8 नवम्बर को देवउठनी एकादशी है, लेकिन 13 अक्टूबर से देवगुरु बृहस्पति पश्चिामास्त हैं जो कि देवउठनी एकादशी के सात दिन बाद 7 नवंबर को पूर्व दिशा में उदित होंगे और आगामी तीन दिन बाल अवस्था में रहने के बाद 10 नवंबर को बालत्व निवृत्ति होगी। 16 नवंबर को सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। इन समस्त दोषों की निवृत्ति के पश्चात 19 नवंबर से शादियों की शुरुआत होगी।
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ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी के अनुसार भी दो तरह के होते हैं। एक वे जिनमें आपको किसी से कुछ भी पूछने की जरुरत नहीं होती, निश्चिंत होकर अपने मांगलिक कार्यों का आयोजन कर सकते हैं जिसे अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है। लेकिन कुछ ऐसे भी मुहूर्त होते हैं जिनमें आपको ग्रह नक्षत्रों के शुभाशुभ होने पर विचार करना पड़ता है। विवाह ही एक ऐसी परंपरा है, जिससे मानव प्रजाति व परिवार का विस्तार होता है। उसका पारिवारिक जीवन कितना खुशहाल होगा, जीवनसाथी कैसा होगा व संबंध किस तरह रहेंगें, यह सब दंपति की कुंडलियों के साथ-साथ जिस समय, जिस घड़ी, जिस लग्न में उनका विवाह हुआ है, उस समय ग्रहों की दशा पर भी निर्भर करता है। इसलिए तो विवाह के लिए कुंडली मिलान से लेकर सात फेरे लेने तक के लिए शुभ मुहूर्त निकलवाया जाता है।

हिन्दू धर्म में शुभ विवाह की तिथि वर-वधु की जन्मराशी के आधार पर निकालने का शास्त्रोंक्त प्राचीन विधान है। इसलिए विवाह से जुड़े प्रत्येक कार्य को शुभ मुहूर्त और सही समय में किया जाता है।

प्रचलित मान्यता अनुसार किसी काम की अच्छी शुरुआत व उस काम के परिणाम भी लाभदायक हो इसके लिए मान्यता है कि उस काम को शुभ मुहूर्त में करना चाहिए। ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया की
विवाह एक ऐसी परंपरा है, जिससे मानव प्रजाति व परिवार का विस्तार होता है। उसका पारिवारिक जीवन कितना खुशहाल होगा, जीवनसाथी कैसा होगा व संबंध किस तरह रहेंगे, यह सब दंपति की कुंडलियों के साथ-साथ जिस समय, जिस घड़ी, जिस लग्न में उनका विवाह हुआ है, उस समय ग्रहों की दशा पर भी निर्भर करता है। इसलिए तो विवाह के लिए कुंडली मिलान से लेकर सात फेरे लेने तक के लिए शुभ मुहूर्त निकलवाया जाता है।
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देवउठनी एकादशी का महत्व– 
देवउठनी एकादशी का दिन भी विशेष रूप से विवाह के लिये मंगलकारी है। इस दिन चतुर्मास के बाद भगवान विष्णु निद्रा से जागते हैं इसलिये यह तिथि अबूझ मुहूर्त मानी जाती है। इससे पहले मांगलिक कार्यों के आयोजन लगभग बंद होते हैं। इसी दिन से शुभ कार्यों के बंद दरवाजे खुलते हैं। 2019 में देवउठनी एकादशी की शुभ तिथि 8 नवंबर को है।

देवउठनी एकादशी 19 नवंबर को है, लेकिन मांगलिक कार्य का शुभ मुहूर्त नहीं है. दिसंबर में भी केवल तीन दिन ही मुहूर्त होने के कारण 2 जनवरी 2019 से ही शहनाइयों की गूंज सुनाई पड़ेगी. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र तारा अस्त होने की वजह से मुहूर्त की कमी है.

दिसंबर 2019 के महीने में भी केवल 8, 15 व 16 तारीख को मांगलिक कार्य का योग है. इस संबंध में पं. उमेश तिवारी ने बताया कि देवउठनी एकादशी 19 नवंबर को है, लेकिन तारा अस्त होने की वजह से इसके तुरंत बाद विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है. ज्योतिषियों के अनुसार विवाह मुहूर्त का शोधन करते समय त्रिबल शुद्धि के साथ गुरु-शुक्रास्त का भी विचार करना आवश्यक होता है. इन दोनों ग्रहों का अस्त होना दांपत्य के लिए हानिकारक माना गया है.

विवाह मुहूर्त निकालते समय यदि गुरु व शुक्र अस्त प्रारूप में हों तो विवाह शुभ नहीं माना जाता.

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जानिए नवंबर एवं दिसंबर 2019 में विवाह संस्कार के लिए सबसे शुभ मुहूर्त ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी से...

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यह रहेंगी नवंबर 2019 विवाह के शुभ मुहूर्त की तिथिया-

19 नवंबर मंगलवार, मार्गशीर्ष कृष्ण सप्तमी
20 नवंबर बुधवार, मार्गशीर्ष कृष्ण अष्टमी
21 नवंबर गुरुवार, मार्गशीर्ष कृष्ण नवमी
22 नवंबर शुक्रवार, मार्गशीर्ष कृष्ण दशमी
23 नवंबर शनिवार, मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी
28 नवंबर गुरुवार, मार्गशीर्ष शुक्ल द्वितीया
30 नवंबर शनिवार, मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्थी
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यह रहेंगी दिसंबर 2019 विवाह के शुभ मुहूर्त की तिथिया-

7 दिसंबर शनिवार, मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी
11 दिसंबर बुधवार, मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्दशी
12 दिसंबर गुरुवार, मार्गशीर्ष शुक्ल पूर्णिमा
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इसके बाद बसंत पंचमी को मिलेगा अवसर---
22 जनवरी 2020 को बसंत पंचमी को देवलग्र (अबूझ मुहूर्त) होने के कारण विवाह आयोजन कर पाएंगे, लेकिन लग्र शुध्दि के शुभ मुहूर्त फरवरी में ही मिलेंगे. फरवरी 2020 में 4, 5, 7, 8, 9, 11, 18 और 19 तथा मार्च 2020 में 3 से 8 और 11 से 13 मार्च को शादियों के मुहूर्त हैं।
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अन्य शुभ मुहूर्त ये रहेंगे---
नवंबर माह में शुभ तिथि और शुभ समय-------

8 नवंबर - दिन - शुक्रवार - 12:24 से 3:42 तक
9 नवंबर - दिन - शनिवार - 06:42 से 3:43 तक
10 नवंबर - दिन - रविवार - 06:43 से 10:43 तक
14 नवंबर - दिन - गुरुवार - 09:14 से 3:47 तक
22 नवंबर - दिन - शुक्रवार - 09:01 से 3:53 तक
23 नवंबर - दिन - शनिवार - 06:53 से 14:45 तक
24 नवंबर - दिन - रविवार - 12:48 से 23:05 तक
30 नवंबर - दिन - शनिवार - 18:04 से 3:00 तक

दिसंबर माह की शुभ तिथि और शुभ समय -----

5 दिसंबर - दिन - गुरुवार - 20:08 से 3:04 तक
6 दिसंबर - दिन - शुक्रवार - 07:04 से 16:32 तक
11 दिसंबर - दिन - बुधवार - 22:54 से 3:08 तक
12 दिसंबर - दिन - गुरुवार - 07:08 से 3:19 तक

गुरुवार, 31 अक्तूबर 2019

नगरपरिषद जैसलमेर में वार्ड पार्षदों के चुनाव के लिए लोकसूचना शुक्रवार से जारी नामांकन प्रक्रिया आज से प्रारंभ

 नगरपालिका आम चुनाव-2019 को लेकर चुनाव कार्यक्रम जारी,

नगरपरिषद जैसलमेर में वार्ड पार्षदों के चुनाव के लिए लोकसूचना शुक्रवार से जारी

नामांकन प्रक्रिया आज से प्रारंभ

     जैसलमेर, 31 अक्टूबर। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगर पालिका आम चुनाव 2019 के चुनाव कार्यक्रमों की 25 अक्टूबर को की गई घोषणा के साथ ही नगर परिषद जैसलमेर क्षेत्र में आदर्ष आचार संहिता लागू हो गई है। इसके साथ ही चुनाव का कार्यक्रम भी जारी कर दिया गया है।

       रिटर्निंग अधिकारी जैसलमेर (एसडीएम) जैसलमेर नगरपरिषद चुनाव दिनेष विष्नोई ने चुनाव कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि नगर परिषद जैसलमेर में वार्ड पार्षदों के चुनाव के लिए लोकसूचना आज शुक्रवार ,1 नवंबर 2019 को जारी होगी। उन्होंने बताया कि 1 नवंबर को लोक सूचना जारी होने के साथ ही पार्षदों के निर्वाचन के लिए उम्मीदवारों के द्वारा नाम निर्देषन पत्र प्रस्तुत करने प्रारम्भ हो जायेंगे। नाम निर्देषन पत्र 1 नवम्बर से 5 नवम्बर तक राजकीय कार्य दिवस में प्रातः 10ः30 बजे से अपरान्ह् 3 बजे तक प्रस्तुत किए जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि नाम निर्देषन पत्र प्रस्तुत करने की अन्तिम तिथि मंगलवार, 5 नवंबर 2019 है, वहीं नाम निर्देषन पत्रों की समीक्षा बुधवार, 6 नवंबर को होगी तथा अभ्यर्थिता वापिस लेने की अन्तिम तिथि शुक्रवार, 8 नवंबर 2019 है। जारी कार्यक्रम के अनुसार चुनाव चिन्ह्ों का आवंटन शनिवार, 9 नवंबर को होगा तथा मतदान शनिवार, 16 नवंबर को प्रातः 7 बजे से सांय 5 बजे तक होगा एवं मतगणना मंगलवार, 19 नवंबर को प्रातः 8 बजे से होगी।

       उन्हांेने बताया कि सभापति का चुनाव निर्वाचित सदस्यों द्वारा किया जायेगा इसके लिए लोक सूचना 20 नवंबर 2019 को जारी होगी एवं नामांकन पत्रों को प्रस्तुत करने की अन्तिम तिथि 21 नवंबर है, नामांकन पत्रों की संवीक्षा 22 नवंबर को होगी तथा नाम वापसी की अन्तिम तिथि 23 नवंबर है। मतदान 26 नवंबर को प्रातः 10 बजे से 2 बजे तक होगा एवं मतदान समाप्ति के तुरन्त बाद मतगणना होगी। उपाध्यक्ष का चुनाव 27 नवंबर को होगा।     उन्होंने बताया कि नगरपरिषद जैसलमेर क्षेत्र में 45 वार्ड है तथा 33 हजार 731 मतदाता है।

       नामांकन प्रस्तुत करने के दौरान केवल 5 व्यक्ति ही अनुमत होगें

      रिटर्रिंग अधिकारी (नगरपरिषद चुनाव )दिनेष विष्नोई ने बताया कि नगरपरिषद निर्वाचन के नामांकन प्रक्रिया के दौरान नाम-निर्देषन पत्र प्रस्तुत करते समय प्रत्याषी सहित केवल पांच व्यक्तियों को ही अनुमती दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नामांकन भरने के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर स्थित रिटर्रिंग अधिकारी (एस.डी.एम) जैसलमेर कार्यालय में 5 व्यक्ति ही उपस्थित होवें। उन्होंने कहा कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा के पुख्ता एवं कड़े प्रबंध रहेगें।

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  जैसलमेर,   ग्राम पंचायत एवं पंचायत समितियों के पुनर्गठन के संबंध में प्राप्त

आपत्तियों की जिला कलक्टर करेंगे सुनवाई आज

       जैसलमेर, 31 अक्टूबर। शासन सचिव एवं आयुक्त ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग राजस्थान जयपुर के निर्देषों की पालना में जिले में ग्राम पंचायत एवं पंचायत समितियों के पुनर्गठन/पुनसींमाकन/नव सृजन के लिए कार्यक्रम जारी किया गया है। जिले में ग्राम पंचायत एवं पंचायत समितियांे के पुनर्गठन/पुनसींमाकन/नव सृजन के प्राप्त प्रस्तावों को सार्वजनिक अवलोकन किए जाने के फलस्वरूप प्राप्त आपत्तियों (तहसीलदार, उपखण्ड अधिकारी एवं जिला कलक्टर व अन्य को प्रस्तुत) के उपरान्त जिला कलक्टर नमित मेहता द्वारा पंचायत समितिवार आपत्तियों की सुनवाई के संबंध में कार्यक्रम निर्धारित कर दिया गया है।

        जिला कलक्टर मेहता ग्राम पंचायतों व पंचायत समितियों के पुनर्गठन के संबंध में प्राप्त आपत्तियांे की सुनवाई के लिए आज 01 नवंबर, शुक्रवार को प्रातः 10ः30 बजे से दोपहर 12ः30 बजे तक कलेक्ट्रेट सभागार में पंचायत समिति जैसलमेर क्षेत्र से प्राप्त आपत्तियांे की जनसुनवाई करेंगे। इसी प्रकार 01 नवंबर को ही दोपहर 3 बजे से सांय 5 बजे तक कलेक्ट्रेट सभागार में पंचायत समिति सम क्षेत्र से इस संबंध मंे प्राप्त आपत्तियांे पर जनसुनवाई करेंगे।

        जिला कलक्टर ने एक आदेष जारी कर बताया कि जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत/पंचायत समितियों के पुनर्गठन/ नव सृजन किए जाने के संबंध में प्राप्त आपत्तियों पर सुनवाई के लिए आपत्तिकर्ता/ग्रामवासी उपस्थित होकर अपना ़पक्ष रख सकते है।

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जैसलमेर, अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री ने संवेदना व्यक्त की,

 जैसलमेर, अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री ने संवेदना व्यक्त की,

दी भावभीनी श्रद्धान्जलि, परिवारजनों को बंधाया ढाढस

       जैसलमेर, 31 अक्टूबर/अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण विभागीय मंत्री शाले मोहम्मद ने गुरुवार को जैसलमेर जिले के लूणा खुर्द एवं मोदरडी पहुंच कर दिवंगतजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और शोक संतप्त परिवारजनों को ढाढस बंधाया।

केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद आर्मी के फौजी दौलतसिंह के ऑन ड्यूटी आकस्मिक निधन पर उनके लूणा खुर्द स्थित पैतृक निवास स्थान पहुंचे तथा परिवारजनों से मिलकर सान्त्वना प्रकट की।

केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद मोदरडी पहुंचे तथा वहां एसएसपी शंभूसिंह के असामयिक निधन पर श्रद्धांजलि दी तथा परिवारजनों को ढाढस बंधाया। शाले मोहम्मद ने दिवंगतों के प्रति भावभीनी श्रद्धान्जलि अर्पित की।

तीज-त्योहार / छठ पर ग्रह-गोचर का शुभ संयोग, सौम्य और स्थिर योग में शुरू हुआ पर्व

तीज-त्योहार / छठ पर ग्रह-गोचर का शुभ संयोग, सौम्य और स्थिर योग में शुरू हुआ पर्व

Chhath Festival 2019: Started With Shubh Yoga And Special Planetary Position
गुरुवार काे नहाय-खाय के दाैरान सौम्य एवं स्थिर योग में चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुअात हाे रही है। रविवार को सप्तमी तिथि में सूर्य का प्रभाव एक हजार गुणा अधिक हो जाता है। इस तिथि को गंगा स्नान मात्र से शरीर के सारे कष्टों का नाश हो जाता है और एक सौ अश्वमेध यज्ञ के समान फल की प्राप्ति होती है। इस साल छठ पर्व के दौरान तिथि, वार, नक्षत्र और ग्रहों का शुभ संयोग बन रहा है। 4 दिवसीय छठ पर्व पर सर्वार्थसिद्धि योग और त्रिपुष्कर योग बन रहे हैं।

ग्रहों का शुभ संयोग
छठ महापर्व पर ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग इस बार छठ महापर्व पर ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग बन रहा है। पारिवारिक सुख समृद्धि और मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए व्रती पूरे विधि-विधान से छठ का व्रत करेंगे। इस पर्व को करने से रोग, शोक, भय आदि से मुक्ति मिलती है। छठ व्रत करने की परंपरा ऋग्वैदिक काल से ही चली आ रही है। शनिवार 2 नवंबर को सायंकालीन अर्घ्य पर त्रिपुष्कर योग का संयोग बन रहा है। जबकि 3 नवंबर रविवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के दाैरान सर्वार्थसिद्धि योग के साथ त्रिपुष्कर योग का शुभ संयोग भी बन रहा है। 

नियम-संयम के साथ शुरू हुआ पर्व
निरामिश व प्याज-लहसुन रहित भाेजन के साथ बुधवार से सूर्याेपासना के महान पर्व छठ का नियम-संयम शुरू हाे गया। गुरुवार काे कार्तिक शुक्ल चतुर्थी काे नहाय- खाय से चार दिवसीय अनुष्ठान शुरू होगा। नहाय-खाय के लिए व्रत करने वाले गंगा व अन्य नदियाें के अलावा अपने घराें में भी पवित्र स्नान के बाद कद्दू की सब्जी, अरवा चावल का भात, चने की दाल, अांवले की चटनी, लाैकी का बजका अादि प्रसाद ग्रहण करेंगी।

ुआशुक्रवार 1 नवंबर काे खरना, 2 नवंबर काे सांध्यकालीन अर्घ्य अाैर 3 नवंबर की अहले सुबह प्रात:कालीन अर्घ्य दिया जाएगा। अर्घ्य के बाद व्रती पारण करेंगे अाैर इसके साथ ही लाेक अास्था का यह महान पर्व संपन्न हाे जाएगा

झालावाड राष्ट्रीय एकता दिवस पर दिलाई एकता की शपथ रन फोर यूनिटी का भी हुआ आयोजन

झालावाड राष्ट्रीय एकता दिवस पर दिलाई एकता की शपथ रन फोर यूनिटी का भी हुआ आयोजन


झालावाड 31 अक्टूबर। लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती, 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर रन फॉर यूनिटी का आयोजन गुरूवार को प्रातः राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय न्यू ब्लॉक से मिनी सचिवालय तक किया गया। रन फॉर यूनिटी को नगर परिषद् उप सभापति मोहम्मद शफीक खान ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
रन फोर यूनिटी में उपखण्ड अधिकारी मनीषा तिवारी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी रंगलाल मीणा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक हरिशंकर शर्मा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ओमप्रकाश चौधरी, सीओ स्काउट रामकृष्ण शर्मा, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक गौरीशंकर मीना, जिला खेल अधिकारी कृपाशंकर शर्मा, अलीम बेग सहित अधिकारी, कर्मचारी, स्काउट्स, गाइड्स, पुलिस एवं पीटीएस के जवानों एवं खिलाड़ियों ने भाग लिया।
इसके पश्चात् मिनी सचिवालय परिसर में जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग द्वारा सचिवालय स्थित समस्त कार्यालयों के कार्मिकों को तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार द्वारा पुलिस के जवानों एवं कार्मिकों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई गई। इसके अतिरिक्त समस्त उपखण्ड, तहसील, पंचायत समिति, जिला स्तरीय कार्यालयों एवं ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर भी सभी कार्मिकों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई गई।
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3 नवम्बर का मतदाता सत्यापन कार्यक्रम स्थगित
झालावाड़ 31 अक्टूबर। जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) सिद्धार्थ सिहाग ने बताया कि 3 नवम्बर, 2019 (रविवार) को प्रत्येक मतदान केन्द्र पर विशेष अभियान के तहत आयोजित होने वाले मतदाता सत्यापन कार्यक्रम को निर्वाचन विभाग के निर्देशानुसार स्थगित कर दिया गया है।
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डिस्ट्रिक्ट कन्वर्जन्स प्लानिंग कमेटी की त्रैमासिक बैठक 4 नवम्बर को
झालावाड़ 31 अक्टूबर। राष्ट्रीय पोषण मिशन के अन्तर्गत डिस्ट्रिक्ट कन्वर्जन्स प्लानिंग कमेटी की त्रैमासिक बैठक जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग की अध्यक्षता में 4 नवम्बर, 2019 को सायं 4 बजे मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित की जाएगी। यह जानकारी महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक मनीषा तिवारी ने दी।

जैसलमेर सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती ‘‘राष्ट्रीय एकता दिवस‘‘ पर परैड का आयोजन राष्ट्रीय, एकता, अखंडता और सुरक्षा की शपथ ली गई

 जैसलमेर सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती ‘‘राष्ट्रीय एकता दिवस‘‘ पर परैड का आयोजन
राष्ट्रीय, एकता, अखंडता और सुरक्षा की शपथ ली गई


जैसलमेर गुरुवार को  सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती पर ‘‘राष्ट्रीय एकता दिवस‘‘ के उपलक्ष पर जिला मुख्यालय पर स्थित पुलिस लाईन परैड ग्राउड में जिला पुलिस एवं आरएसी द्वारा परैड का आयोजन किया गया तथा समस्त स्टाॅफ द्वारा राष्ट्रीय, एकता, अखंडता और सुरक्षा की शपथ ली गई।

पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शपथ ली गई

राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष पर 11़.00 एएम पर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश बैरवा, द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अधीनस्त समस्त अधिकारियों/कर्मचारियांे को राष्ट्रीय, एकता, अखंडता और सुरक्षा की शपथ दिलाई गई। इस दौरान कार्यालय में पदस्थापित समस्त कर्मी उपस्थित रहे।

जिले के समस्त थानों में शपथ ली गई

राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष पर आज  जिले के समस्त थानों मेें पदस्थापित स्टाॅफ द्वारा राष्ट्रीय, एकता, अखंडता और सुरक्षा की शपथ ली गई।

बाड़मेर,लोक सूचना जारी होने के साथ आज शुरु होगी नामांकन प्रक्रिया

बाड़मेर,लोक सूचना जारी होने के साथ आज शुरु होगी नामांकन प्रक्रिया



बाड़मेर, 31 अक्टूबर। बाड़मेर एवं बालोतरा नगर परिषद क्षेत्र में चुनाव को लेकर शुक्रवार को लोक सूचना जारी होने के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू होगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी अंशदीप ने बताया कि नगर परिषद चुनाव को लेकर एक नवंबर को लोक सूचना जारी होगी। लोक सूचना जारी होने के साथ ही बाड़मेर एवं बालोतरा नगर परिषद क्षेत्र के वार्डो के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। नामांकन पत्र प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 5 नवंबर है। जबकि नामांकन पत्रों की संवीक्षा 6 नवंबर को की जाएगी। उन्होंने बताया कि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 8 नवंबर है। उनके मुताबिक चुनाव चिह्न का आंवटन 9 नवंबर को होगा। उन्होंने  बताया कि नगर परिषद के लिए 16 नवंबर को मतदान होगा, जो सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। मतगणना 19 नवंबर बाड़मेर जिला मुख्यालय एवं बालोतरा उपखंड मुख्यालय पर होगी।
बाड़मेर उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र ने बताया कि लोक सूचना जारी करने के लिए समुचित तैयारियां पूरी कर ली गई है। उनके अनुसार नगर परिषद अध्यक्ष पद के लिए 26 नवंबर को तथा उपाध्यक्ष पद के लिए 27 नवंबर को, यदि आवश्यक हुआ तो मतदान करवाया जाएगा। इसके तुरन्त पश्चात् मतगणना होगी।
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राजस्थान / स्कूल लेक्चरर प्रतियोगी परीक्षा 2018 नए साल में होगी, 3 से 13 जनवरी 2020 तक होंगे पेपर


राजस्थान / स्कूल लेक्चरर प्रतियोगी परीक्षा 2018 नए साल में होगी, 3 से 13 जनवरी 2020 तक होंगे पेपर
Rajasthan, RPSC School Lecturer Exams 2018 News Updates
अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा स्कूल लेक्चरर प्रतियोगी परीक्षा 2018 अब नए साल में आयोजित होगी। परीक्षा 3 जनवरी से 13 जनवरी 2020 तक होगी। आयोग ने गुरुवार को परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया। आयोग सचिव रेणु जयपाल ने बताया कि स्कूल लेक्चरर प्रतियोगी परीक्षा 3 ग्रुप्स में आयोजित की जाएगी।

पहले ग्रुप की परीक्षा 3 और 4 जनवरी को होगी। तीन जनवरी को सुबह 9:00 से 10:30 बजे तक जीके का पेपर होगा और दोपहर 2:00 से शाम 5:05 बजे तक हिंदी का पेपर होगा। चार जनवरी को सुबह 9:00 से 12:00 तक संस्कृत विषय का और दूसरी पारी यानी 2:00 से 5:00 तक राजस्थानी का पेपर आयोजित होगा।


ग्रुप बी की परीक्षा छह से आठ जनवरी तक होंगी। पहले दिन छह जनवरी 2020 को सुबह 9:00 से 10:30 बजे तक जीके का पेपर होगा। इसी दिन दोपहर 2:00 से शाम 5:00 बजे तक राजनीति विज्ञान का पेपर होगा। सात जनवरी 2020 को सुबह 9:00 से 12 की पारी में भूगोल और म्यूजिक के पेपर होंगे जबकि दोपहर 2:00 से 5:00 बजे तक जीव विज्ञान का पेपर होगा। आठ जनवरी 2020 को सुबह 9:00 से 12:00 बजे तक अर्थशास्त्र का तथा दोपहर 2:00 से 5:00 बजे तक लोक प्रशासन और भौतिक विज्ञान के पेपर होंगे।


ग्रुप सी के पेपर 9:00 से 13 जनवरी तक होंगे। नौ जनवरी को जीके का पेपर सुबह 9:00 से 10:30 बजे तक और दोपहर 2:00 से शाम 5:00 बजे तक इतिहास का पेपर होगा। 10 जनवरी को सुबह 9:00 से 12:00 बजे तक अंग्रेजी का पेपर और 2:00 से 5:00 बजे की शिफ्ट में कॉमर्स और एग्रीकल्चर के पेपर होंगे। 11 जनवरी को सुबह 9:00 से 12:00 बजे तक केमिस्ट्री का पेपर होगा और दोपहर 2:00 से 5:00 बजे तक सोशियोलॉजी का पेपर होगा। 12 जनवरी को सुबह 9:00 से 12:00 बजे तक गणित और दोपहर 2:00 से शाम 5:00 बजे तक होम साइंस का पेपर होगा।

अंतिम दिन यानी 13 जनवरी को सुबह 9:00 से 12:00 बजे तक पंजाबी विषय का पेपर होगा तथा 2:00 से 5:00 तक ड्राइंग का पेपर होगा। आयोग द्वारा पूर्व में इस परीक्षा को आयोजित किया जाना था, लेकिन ईडब्ल्यूएस और एमबीसी आरक्षण शामिल किए जाने के चलते इस परीक्षा को आयोजित नहीं किया जा सका था । आयोग द्वारा विभिन्न विषयों में शिक्षकों के 5000 पदों पर भर्ती के लिए यह परीक्षा आयोजित होगी।

राजस्थान / एसीबी का खुलासा- महिला कर्मचारियों काे मजबूर कर रातभर साथ रखता था गृह विभाग का अनुभाग अधिकारी

 राजस्थान / एसीबी का खुलासा- महिला कर्मचारियों काे मजबूर कर रातभर साथ रखता था गृह विभाग का अनुभाग अधिकारी

ACB Disclosed Section officer force women employees

जयपुर. पुलिसकर्मियाें से रिश्वत लेकर विभागीय कार्रवाइयों में राहत दिलाने और तबादले की एवज में महिलाकर्मियाें से अस्मत मांगने वाले गृह विभाग ग्रुप-11 के तत्कालीन अनुभाग अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निराेधक ब्यूराे (एसीबी) ने याैन शाेषण का मामला दर्ज करने की भी तैयारी कर ली है। हाल ही एसीबी के अधिकारियाें द्वारा काेर्ट में आराेपी तत्कालीन अनुभाग अधिकारी राकेश मीणा के खिलाफ पेश की गई चार्जशीट में यह खुलासा हुआ है।

एसीबी ने चार्जशीट में माना है कि राकेश मीणा कार्यालय में पदस्थापित क्लर्क ग्रेड-द्वितीय महिला कर्मचारी से फाेन पर अश्लील बात करता था। जब महिला विरोध करती थी ताे वह उसकाे धमकाकर उससे उलटे काम करवाता था। अाराेपी से अधीनस्थ महिला कर्मचारी उसकी जान-पहचान वाली महिला कर्मचारी का सचिवालय में तबादला कराने के लिए कहा ताे राकेश मीणा ने जवाब दिया- वह उस महिला का तबादला करा देगा, बदले में उसे शारीरिक संबंध बनाने के लिए भेजना पड़ेगा। राकेश मीणा द्वारा महिलाकर्मियाें के साथ गलत टिप्पणियां की जाती थीं।

एसीबी की जांच में सामने आया कि आराेपी राकेश मीणा अपनी अधीनस्थ एक अन्य महिलाकर्मी के साथ भी अश्लील बात करता था। खास बात यह है कि उस महिलाकर्मी पर आराेपी उसकी शादी से पहले जबरन दबाव बनाकर साथ घूूूमने के लिए और रात काे साथ में रुकने व दूसरे दिन जाने के लिए दबाव बनाता था। आराेपी महिलाकर्मियाें का अनैतिक लाभ उठाता था। ऐसे में एसीबी ने जांच में आराेपी राकेश मीणा काे याैन शाेषण करने का आराेपी भी माना है। इस संबंध में जल्द ही एसीबी के अधिकारी तीन महिलाओं के धारा-161 सीआरपीसी के तहत बयान लेकर आगे की कार्रवाई करेगी। इसकी जिम्मेदारी इंस्पेक्टर मीना वर्मा काे दी गई है।

अवैध कारोबार रोकना था, थानों को गलत कामों का संरक्षक बना दिया
एसीबी ने आराेपी राकेश मीणा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक शिकायत के आधार पर उसके माेबाइल नंबर 9414200145 काे सर्विलांस पर लिया था। सर्विलांस के दाैरान एसीबी के जांच में सामने आया कि राकेश मीणा व विकास साेनी नाम के बीच में बातचीत हुई थी। राकेश मीणा ने विकास साेनी काे आश्वासन दिया था कि वह उसके द्वारा किए जाने वाले अवैध कार्याें के लिए माेतीडूंगरी व शास्त्रीनगर थाने के पुलिसकर्मियाें से सांठगांठ करा देगा। ऐसे में फिर आसानी से दाेनाे थाना इलाकाें में पुलिस संरक्षण में अवैध काम कर सकेगा। इस कार्य के बदले में राकेश मीणा ने विकास से घर पर एसी लगाने की डिमांड की थी।

23 अगस्त काे पकड़ा : एसीबी ने 23 अगस्त काे गृह विभाग ग्रुप-11 के तत्कालीन अनुभाग अधिकारी राकेश मीणा काे गिरफ्तार किया। पुलिस वालाें के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अपील इसी सेक्शन में हाेती है। आराेपी पुलिसकर्मियाें से राज्यपाल के यहां अपील करवाकर रुपए लेता था। वह सरकारी भर्तियाें में भी लाेगाें से रुपए लेता था।

रिश्वत के सेल्फ चेक : राकेश मीणा के घर पर सर्च के दाैरान एसीबी काे 7 लाख रुपए के सेल्फ चेक मिले थे। यह चेक अलग-अलग जनाें से काम के बदले लिए थे। कुछ छात्राें से नाैकरी दिलाने की एवज में चेक लिए। सेल्फ चेक के साथ कुछ छात्राें की मार्कशीट भी मिली थी। घर पर 17 भूखंड के दस्तावेज मिले थे। अाय अाैर संपत्ति की भी जांच अभी जारी है।

रिश्वत के साथ याैन शाेषण का केस भी

रिश्वत; कारोबारी विकास सोनी से कहा- माेतीडूंगरी और शास्त्रीनगर पुलिस अवैध धंधे में तुम्हारी मदद करेगी, बदले मेरे घर में एसी लगवाना पड़ेगा। ऐसी और भी कई फोन टेपिंग का उल्लेख एसीबी अफसरों ने अपनी चार्जशीट में किया है।

अस्मत; अपने अनुभाग में पदस्थापित महिला कर्मचारियों को राजकार्य का भय दिखाकर शारीरिक शोषण करने और समझौते के बदले ड्यूटी से फ्री रखने की कहता था। एसीबी की जांच में अनुभाग की तीन महिलाओं के नाम सामने आ चुके हैं, दबे मुंह और भी महिलाओं पर दबाव बनाने की बात सामने आ रही है। 

चंडीगढ़ / गैंगस्टर को पैरोल नहीं मिली तो युवती ने तस्वीर से की शादी, 3 साल बाद कोर्ट के आदेश पर नाभा जेल में फेरे

चंडीगढ़ / गैंगस्टर को पैरोल नहीं मिली तो युवती ने तस्वीर से की शादी, 3 साल बाद कोर्ट के आदेश पर नाभा जेल में फेरे
Married in Nabha Jail after 3 years on court order
चंडीगढ़. खबर फिल्मी है। डबल मर्डर केस में गैंगस्टर जेल में था। शादी तय होने के बाद भी उसे पैरोल में नहीं छोड़ा गया। इससे गुस्साई युवती ने गैंगस्टर की तस्वीर से पहले शादी की और फिर उसके घर में जाकर रहने लगी। 3 साल बाद उसकी जिद के आगे पुलिस प्रशासन झुक गया। हाईकोर्ट के आदेश के बाद नाभा जेल में उसकी शादी कराई गई। लड़के पर हत्या समेत 11 केस दर्ज हैं और वह 10 साल से जेल में है।

बुधवार सुबह 9.10 बजे दुल्हन अपने परिजनों के साथ एक लाल रंग की कार में सझधज कर जेल पहुंची। दुल्हन व उसके परिजन जरूरी चेकिंग के बाद अंदर गए। जेल के अंदर गुरुद्वारा सजा हुआ था और आनंद कारज के पूरे इंतजाम थे। लड़की पक्ष की तरफ से दुल्हन की मां, भाई और लड़के पक्ष से मां रशपाल कौर, भांजा और दूसरे रिश्तेदारों सहित कुल 8 लोग शामिल हुए। सुबह 11:30 बजे से 12:30 बजे तक शादी की धार्मिक रस्में पूरी कीं। दरअसल, यह मामला मोगा जिले के गांव दोपड़द का है।

मोगा का रहने वाला मनदीप एक सरपंच और उसके गनमैन के कत्ल में उम्र कैद की सजा काट रहा है। उस पर 11 केस दर्ज हैं। 2016 में दुल्हन पवनदीप कौर का रिश्ता मनदीप के साथ हुआ। दोनों का विवाह होना भी तय हो गया था परंतु हाईकोर्ट ने सुरक्षा कारणों के चलते मनदीप को विवाह के लिए पैरोल नहीं दी। इस पर गुस्से में आई पवनदीप ने मनदीप की तस्वीर के साथ ही विवाह कर लिया और मनदीप की मां के पास रहने लगी। 2016 में छुट्टी नामंजूर होने पर मनदीप के परिजन हाई कोर्ट चले गए। 3 साल बाद इस पर हाईकोर्ट ने जेल में ही 6 घंटे छुट्टी देकर उसकी शादी करवाने के आदेश दे दिए। जेल सुपरिंटेंडेंट रमनदीप सिंह भंगू ने बताया कि थ्री लेयर सुरक्षा में शादी कराई गई।

दौसा / सड़क हादसे में एडिशनल एसपी के पिता और चचेरे भाई की मौत, तेज रफ्तार ट्रोले से टकराई कार

दौसा / सड़क हादसे में एडिशनल एसपी के पिता और चचेरे भाई की मौत, तेज रफ्तार ट्रोले से टकराई कार

क्षतिग्रस्त कार, जिसमें मृतक सवार थे
दौसा. जिले के महवा थाना इलाके में गुरूवार को एनएच 21 पर टिकरी मोड़ के समीप एक सड़क हादसे में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (आरपीएस) योगेंद्र सिंह फौजदार के पिताजी कैप्टन महाराज सिंह व चचेरे भाई  मोहन सिंह की मौत हो गई। जबकि, उनका एक रिश्तेदार घायल हो गया। उसे प्राथमिक उपचार के बाद छुट्‌टी दे दी गई।

यह हादसा महवा थाना इलाके में गुरूवार दोपहर को तेज रफ्तार ट्रोले व कार के बीच भिडंत से हुआ। हादसे के वक्त दोनों मृतक व घायल कार में सवार थे। हादसे के बाद घटनास्थल पर पहुंची महवा थाना पुलिस ने हाइवे पर क्रेन की मदद से ट्रक में फंसी कार को अलग किया। दुर्घटना में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।

जानकारी के अनुसार आरपीएस योगेंद्र सिंह फौजदार चूरू जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक है। गत 23 अक्टूबर को ही एएसपी फौजदार की माताजी का बीमारी के चलते निधन हो गया था। आगामी 3 नवंबर को उनकी माता का द्वादशा था। इसके लिए कैप्टन महाराज सिंह अपने भतीजे मोहन सिंह व एक अन्य रिश्तेदार के साथ जयपुर से कार में भरतपुर अपने गांव धनसोती जा रहे थे।

वे भरतपुर-दौसा बॉर्डर के समीप महवा थाना क्षेत्र में टिकरी मोड़ के पास पहुंचे। तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने कार को टक्कर मार दी। जिसमें कार सवार एएसपी योगेंद्र फौजदार के पिता और चचेरे भाई की मौत हो गई। मौके पर पहुंची महवा थाना पुलिस ने हादसे में गंभीर घायल तीनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया।

जहां चिकित्सकों ने कैप्टन महाराज सिंह व मोहन सिंह को मृत घोषित कर दिया। इसी दौरान भरतपुर-दौसा सीमा पर टिकरी मोड़ के समीप यह भीषण सड़क हादसा हुआ। पुलिस ने ट्रोले को जब्त कर लिया है। घटना से फौजदार परिवार में शोक छा गया। काफी संख्या में मौक्े पर पहुंचे। 

जैसलमेर से आगरा व दिल्ली के लिए जूम एयरवेज की नई उड़ान सेवा 2 नवम्बर से

जैसलमेर से आगरा व दिल्ली के लिए जूम एयरवेज की नई उड़ान सेवा  2 नवम्बर से


जैसलमेर के  पर्यटन के लिए बड़ी खबर  

जैसलमेर सीमावर्ती जैसलमेर से दिल्ली व आगरा के लिए जूम एयरवेज नई उड़ान सेवा 2 नवम्बर से शुरू करने जा रहा है.लम्बे समय से प्रतीक्षित यह विमान सेवा 2 नवम्बर से जूम एयरवेज़ शुरू करेगा ,सूत्रानुसार यह विमान सेवा सुबह करीब 10.10  बजे दिल्ली से उड़ान भर कर आगरा पहुँचेगी, वहाँ से करीब 11.50 पर जैसलमेर के लिये उड़ान भर कर दिन में करीब 1 बजे जैसलमेर  पहुँचेगी।जैसलमेर से सांय करीब 4 वापस उड़ान भर कर आगरा होते हुए 6.10 बजे दिल्ली पहुँचेगी,*इस विमान सेवा के शुरू होने सैलानियों की संख्या में व्रद्धि होगी वहीँ मथुरा जाने वाले श्रद्धालुओं को भी सुविधा मिल सकेगी।50 सीटर का यह विमान हफ्ते में 4 दिन मंगलवार, गुरुवार , शानिवार व रविवार को चला करेगा*

बाड़मेर एवं बालोतरा नगर परिषद क्षेत्र में आज से लागू होगी धारा 144

बाड़मेर एवं बालोतरा नगर परिषद क्षेत्र में आज से लागू होगी धारा 144


बाड़मेर, 31 अक्टूबर। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर अंशदीप ने नगरीय निकाय आम चुनाव-2019 को शांतिपूर्वक, स्वतन्त्र, निष्पक्ष एवं सुव्यवस्थित रूप से सम्पन्न करवाने के लिए बाड़मेर एवं बालोतरा नगर परिषद क्षेत्र में 1 नवंबर को प्रात : 6 बजे से धारा 144 लागू करने के आदेश जारी किए हैं। यह निषेधाज्ञा 27 नवंबर को रात्रि 12 बजे तक लागू रहेगी।
जिला मजिस्ट्रेट अंशदीप की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक नगरीय निकाय आम चुनाव के दौरान संबंधित क्षेत्रों एवं वर्गो के मतदाता बिना किसी आतंक एवं भय के अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग स्वतन्त्र रूप से कर सके , इसके लिए असामाजिक, अवांछित एवं समाज विरोधी तत्वों की गैर कानूनी गतिविधियों को नियन्त्रित करने तथा कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गई है । इसके तहत कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार के विस्फोटक पदार्थ, घातक सायनिक पदार्थ, आग्नेय शस्त्र जैसे रिवोल्वर, पिस्टल, राईफल, बन्दूक, एम.एल.गन एवं बी.एल.गन आदि एवं अन्य घातक हथियार जैसे गण्डासा, फर्सा, तलवार, भाला, कृपाण, चाकू, छुरी, बर्छी, गुप्ती, कटार, धारिया, बाघनख, जो किसी भी धातु का बना हो आदि तथा विधि की ओर से प्रतिबन्धित हथियार और मोटे घातक हथियार, लाठी आदि सार्वजनिक स्थानों पर धारण कर न तो घूमेगा, न ही प्रदर्शन करेगा और न ही प्रयोग करेगा।
         उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से राजकीय ड्यूटी पर सैनिक बलों, राजस्थान सशस्त्र पुलिस, राजस्थान सिविल पुलिस, चुनाव ड्यूटी में तैनात सैनिक, अर्द्धसैनिक बल, होमगार्ड एवं चुनाव ड्यूटी में मतदान केन्द्रों में तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा। इसके अलावा वृद्ध, अपाहिज एवं बीमार व्यक्ति जो बिना लाठी के सहारे नहीं चल सकते है, लाठी का उपयोग चलने में सहारा लेने के लिए कर सकेंगे। वही सिख समुदाय के लोगां को धार्मिक परम्परा के अनुसार कृपाण धारण करने की छूट होगी।
 उन्होंने बताया कि बाड़मेर नगर परिषद क्षेत्र में बाड़मेर उपखंड अधिकारी एवं बालोतरा नगर परिषद क्षेत्र में बालोतरा उपखंड अधिकारी की पूर्वानुमति के बिना कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रयोजन के लिए जुलूस, रैली, सभा, धरना आदि का आयोजन नहीं करेगा। सक्षम अधिकारी की पूर्वानुमति के बिना ध्वनि विस्तारण यंत्र का प्रयोग नहीं करेगा। विशेष परिस्थितियों में ध्वनि विस्तारण यंत्र के उपयोग के लिए सक्षम अधिकारी की ओर से प्रातः 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक दी जा सकेगी। किन्तु अनुमति इस प्रकार नहीं दी जाएगी कि जिससे यातायात व्यवस्था, लोक सुविधा एवं लोक शान्ति विक्षुब्ध हो, किन्तु यह प्रतिबन्ध बारात एवं शव यात्रा पर लागू नहीं होगा।
        उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति साम्प्रदायिक सद्भावना को ठेस पहुंचाने वाले तथा उत्तेजक नारे नहीं लगाएगा, न ही ऐसा कोई भाषण या उद्बोधन देगा और न ही ऐसे किसी पेम्पलेट, पोस्टर या अन्य प्रकार की चुनाव सामग्री छापेगा या छपवायेगा, न ही वितरण करेगा या वितरण करवायेगा और न ही एम्पलीफायर, रेडियो, टेप रिकार्डर, लाउडस्पीकर, ऑडियो- विडियो कैसेट, सीडी या अन्य किसी दृश्य-श्रव्य इलेक्ट्रोनिक साधनों या इन्टरनेट  एवं सोशल मीडिया के माध्यम से इस प्रकार का प्रचार-प्रसार करेगा अथवा करवायेगा और न ही ऐसे कृत्यों के लिए किसी को दुष्प्रेरित करेगा । इसी तरह किसी भी राजनीतिक दल, व्यक्ति के समर्थन या विरोध में निजी एवं सार्वजनिक, राजकीय सम्पतियों पर किसी भी तरह के नारे लेखन या चुनाव प्रतीकों का चित्रण नहीं करेगा और न ही किसी तरह के पोस्टर, होर्डिंग आदि लगायेगा और न ही सार्वजनिक व राजकीय सम्पतियों को विरूपित करेगा। उन्होंने बताया कि किसी भी सार्वजनिक स्थान पर मादक पदार्थो का सेवन नहीं करेगा, न ही अन्य किसी को सेवन करायेगा, न ही अन्य किसी को दुष्प्रेरित करेगा तथा अधिकृत विक्रेताओं के अलावा कोई भी व्यक्ति निजी उपयोग के अलावा अन्य उपयोग के लिए सार्वजनिक स्थलों में मदिरा लेकर आवागमन नहीं करेगा तथा सूखा दिवस पर मदिरा विक्रय पूर्णतः प्रतिबन्ध रहेगा। इसी तरह चुनाव प्रचार या प्रसार के लिए दस से अधिक वाहनों का काफिला (कॉन्वाय) नहीं रखेगा या चलायेगा । मंदिरों, मस्जिदों, गिरजाघरों, गुरूद्वारों या अन्य धार्मिक स्थानों का उपयोग चुनाव प्रचार मंच के रूप में नहीं किया जायेगा । मतदाताओं को वाहनों से मतदान केन्द्रों तक लाने-ले जाने पर पूर्णतः रोक रहेगी । कोई भी व्यक्ति मतदान दिवस के दिन मतदान केन्द्रों से 200 मीटर की परिधि के भीतर किसी भी तरह के मोबाइल फोन, सेलफोन, वायरलेस का उपयोग नहीं करेगा एवं न ही लेकर चलेगा। किन्तु यह प्रतिबंध चुनाव ड्यूटी पर कार्यरत कार्मिकों, अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों तथा जवानों पर लागू नहीं होगा। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आदर्श आचार संहिता का पूर्णतया पालन करना होगा । जिला मजिस्ट्रेट अंशदीप के मुताबिक निषेधाज्ञा की अवहेलना एवं उल्लंघन करने पर भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 188 के तहत दंडित किया जाएगा । यह आदेश 1 नवंबर को प्रात : 6 बजे से 27 नवंबर को रात्रि 12 बजे तक प्रभावी रहेगा।

जैसलमेर शहीद की शहादत को याद किया काबीना मंत्री सालेह मोहम्मद

जैसलमेर शहीद की शहादत को याद किया काबीना मंत्री सालेह मोहम्मद                                                    



जैसलमेर/परमाणु नगर पोकरण. क्षेत्र के धोलिया गांव के निवासी शहीद सुखराम विश्रोई के 16वें शहादत दिवस के मौके पर गांव के बलवंत चौक में स्थित शहीद स्मारक पर गुरुवार को सुबह 10 बजे सभा आयोजित कर केबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद ने उन्हें श्रद्धांजलि दी अर्पित की,   ।पोकरण आज से 16 वर्ष पूर्व 31 अक्टूबर 2003 को जम्मू कश्मीर के बारामुला में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए धोलिया निवासी जांबाज गनर सुखराम विश्नोई शहीद हो गए थे। आज उनके शहादत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अल्प संख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने  शिरकत कर पुष्पचक्र अर्पित किए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर युवाओ व ग्रामीणों को केबिनेट मंत्री ने शहीद के अधूरे सपनों को पूरा करने व उनके बताए मार्गों पर चलकर देशसेवा करने का संकल्प दिलाया गया।

 गौरतलब है कि धोलिया निवासी सुखराम विश्रोई भारतीय थल सेना की 269 रेजीमेंट में गनर के पद पर कार्यरत थे तथा 31 अक्टूबर 2003 को जम्मू कश्मीर के बारामूला क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। शहीद सुखराम स्मृति संस्थान के सचिव रामरख विश्रोई ने बताया कि गुरुवार को शहीद सुखराम विश्रोई के 16वें शहादत दिवस पर गांव के बलवंत चौक में मुख्य चौराहे पर स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण विभाग मंत्री शाले मोहम्मद के मुख्य आतिथ्य, जिला प्रमुख अंजना मेघवाल की अध्यक्षता, पंचायत समिति सांकड़ा के प्रधान वहीदुल्ला मेहर, लाठी सरपंच ललिता पालीवाल, थानाधिकारी ओमप्रकाश चौधरी, जिला विश्रोई महासभा के अध्यक्ष भंवरलाल मदासर एवं सैन्य अधिकारियों के विशिष्ट आतिथ्य में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । 

बाड़मेर, देश की अखंडता मंे सरदार पटेल एवं इंदिरा गांधी का अमूल्य योगदान


बाड़मेर, देश की अखंडता मंे सरदार पटेल एवं इंदिरा गांधी का अमूल्य योगदान
रन फोर यूनिटी के जरिए दिया राष्ट्रीय एकता का संदेश, जिले भर मंे हुए कई आयोजन


बाड़मेर, 31 अक्टूबर। राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य मंे गुरूवार को जिले मंे कई कार्यक्रमांे का आयोजन हुआ। जिला मुख्यालय पर रन फोर यूनिटी के जरिए राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया गया। वहीं जसदेर धाम मंे आयोजित संगोष्ठी के दौरान विभिन्न वक्ताआंे ने देश की अखंडता मंे सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं श्रीमती इंदिरा गांधी के योगदान को अमूल्य बताते हुए उनसे प्रेरणा लेने की बात कही। इस दौरान कलेक्ट्रेट समेत विभिन्न सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई गई।

राष्ट्रीय एकता विषयक संगोष्ठी के दौरान वक्ता कानराज पूनिया, लक्ष्मीनारायण जोशी, लेफ्टिनेंट आदर्श किशोर, केशाराम ने देश की अखंडता में सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देशी रियासतों के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बिना रक्तपात के देश को एक सूत्र में बांधा। वहीं इंदिरा गांधी ने आंतकवाद का खात्मा करते हुए अपनी जान न्यौछावर कर दी। उन्होंने बेंकों के राष्ट्रीयकरण के साथ पूर्वी पाकिस्तान को बांग्लादेश के रूप में तब्दील करते हुए अखंड भारत की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संगोष्ठी का संचालन करते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर मुकेश पचौरी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं इंदिरा गांधी के जीवन से जुड़े विविध पहलुओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान जिला कलक्टर अंशदीप ने राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। संगोष्ठी में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहन दान रतनू, अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा, यूआईटी सचिव अंजुम ताहिर सम्मा, सहायक वन संरक्षक दीपक कुमार, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक जसवंत गौड़, अधीक्षण अभियंता हरिकृष्ण, हेमंत चौधरी समेत विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

इससे पहले ग्रामीण पुलिस स्टेशन के आगे से रन फोर यूनिटी को अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रन फोर यूनिटी का समापन जसदेर धाम में हुआ। जहां अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने संभागियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। रन फोर यूनिटी में उप वन संरक्षक संजय प्रकाश भादू, यूआईटी सचिव अंजुम ताहिर सम्मा, सीमा सुरक्षा बल के डिप्टी कमांडेंट कमल सिंह पिलानिया, गुरजीत सिंह, मोहिंदर सिंह, अस्सिस्टेंट कमांडेंट मूलचन्द सोकरिया, आयुक्त पवन मीणा, तहसीलदार हीर सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी डालू राम चौधरी, पुलिस उप अधीक्षक विजय सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक श्रीमती सती चौधरी, लक्ष्मी नारायण जोशी, कोतवाल रामप्रताप सिंह, सीओ स्काउट योगेन्द्र सिंह, नेहरू युवा केंद्र के घेवर प्रजापति समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ सीमा सुरक्षा बल, राजस्थान पुलिस के जवान, एनसीसी कैडेट्स, स्काउट्स, उजास, नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक, आशा सहयोगिनियों के साथ गणमान्य नागरिक शामिल हुए।

राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाईः जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टर अंशदीप ने कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।

जैसलमेर, . सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144 जयन्ती एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी की पुण्यतिथि पर पोकरण में रन फाॅर यूनिटी का आयोजन

 जैसलमेर, . सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144 जयन्ती एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी की पुण्यतिथि पर पोकरण में रन फाॅर यूनिटी का आयोजन

अल्पसंख्यक मामलात् मंत्री ने हरी झण्डी दिखाकर एकता रैली को किया रवाना

जैसलमेर, 31 अक्टूबर। स्वर्गीय सरदार वल्लभ भाई पटेल के 144 वें जन्मदिवस एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इन्दिरा गांधी जी की पुण्यतिथि पर विविध कार्यक्रमांे का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला स्तरीय कार्यक्रम के तहत गुरूवार को पोकरण में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रातः रन फाॅर यूनिटी का आयोजन किया गया। अल्पसंख्यक मामलात्, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री श्री शाले मोहम्मद ने रन आॅफ यूनिटी के संभागियों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर उपखण्ड अधिकारी पोकरण अजय, जिला रसद अधिकारी भारत भूषण गोयल, पुलिस उप अधीक्षक पोकरण मोटाराम चैधरी, अधिषाषी अधिकारी नगर पालिका पोकरण सुरेष बोड, अतिरिक्त मुख्य ब्लाॅक षिक्षा अधिकारी विष्णु छंगाणी, प्रधानाचार्य राजकुमार विष्नोई के साथ ही अन्य अधिकारीगण एवं अच्छी संख्या में संभागी उपस्थित थें।



अल्पसंख्यक मामलात् मंत्री ने संभागियों को देष की एकता व अखण्डता को बनाएं रखने के लिए सदैव अग्रणीय रहने का आह्वान किया। साथ ही उन्हांेने लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इन्दिरा गांधी के उच्च आदर्षो को अपने जीवन में अपनाने की सीख दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से आमजन में देष की एकता के प्रति भावना जाग्रत होती है।

यह रन फाॅर यूनिटी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से जयनारायण व्यास सर्किल, नगर पालिका पोकरण, पंचायत समिति सांकडा के सामने से होती हुई गांधी चैक से एको की पोल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोकरण से गुजरती हुई पुनः राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पोकरण मंे पहुंची। इस एकता दौड में पोकरण उपखण्ड के कार्मिकों, षिक्षकों, विद्यार्थियों सहित लगभग 300 संभागी शामिल हुए।

रन फाॅर यूनिटी के समापन पर उपखण्ड अधिकारी अजय व जिला रसद अधिकारी गोयल ने सभी संभागियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।












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जैसलमेर, राजनीतिक दल आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करवाएं-उप जिला निर्वाचन अधिकारी

नगरपालिका आम चुनाव -2019

जैसलमेर, राजनीतिक दल आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करवाएं-उप जिला निर्वाचन अधिकारी

राजनीतिक दलांे के प्रतिनिधियांे को दी आचार संहिता की जानकारी, करावें पालना

 जैसलमेर, 31 अक्टूबर। राजनीतिक दल आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से नगर परिषद जैसलमेर के आम चुनाव 2019 को संपादित करवाने मंे भागीदार बनें। प्रत्येक सभा, जुलूस एवं सार्वजनिक सभा की नियमानुसार अनुमति लेते हुए आदर्श आचार संहिता की पालना की जाए। उप जिला निर्वाचन अधिकारी (एडीएम) ओ.पी.विष्नोई ने गुरूवार को कलेक्टेªट कांफ्रेस हाल मंे राजनीतिक दलांे के प्रतिनिधियांे के साथ आयोजित बैठक के दौरान आदर्श आचार संहिता के बारे मंे जानकारी देते हुए यह बात कही। बैठक में भाजपा जैसलमेर के पदाधिकारी जुगल किषोर व्यास, कंवराज सिंह चैहान, इण्डियन नेषनल कांग्रेस के प्रतिनिधि हरीष धनदैं, शंकरलाल माली, जनता दल यूनाईटेड के कमल श्रीमाली, नायब तहसीलदार चुनाव सत्यप्रकाष खत्री उपस्थित थें।


 उप जिला निर्वाचन अधिकारी विष्नोई ने कहा कि जैसलमेर नगर परिषद के चुनाव के कार्यक्रमों की जानकारी दी एवं बताया कि मतदान 16 नवंबर 2019 को होंगे। उन्होंने नगर परिषद चुनाव को संपन्न कराने में प्रशासन के साथ राजनीतिक दलों एवं जागरूक मतदाताओं की अहम भूमिका है। उन्हांेने कहा कि नगर परिषद जैसलमेर के आम चुनाव 2019 के दौरान कोई व्यक्ति, राजनीति पार्टी, संस्था बिना वैध अनुमति के जुलूस, सभा, रैली एवं सार्वजनिक सभा नहीं कर सकेगा। न ही ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग कर सकेंगे। प्रत्येक सभा, जुलूस एवं सार्वजनिक सभा की अनुमति संबंधित सक्षम अधिकारी से पूर्व में लेनी होगी। साथ ही उन्हें आदर्श आचार संहिता एवं राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशों की पालना करनी होगी।



       उन्होंने कहा कि नगर परिषद पार्षद के चुनाव में अधिकतम 2 वाहनों का उपयोग किया जा सकेगा। इन वाहनांे का उपयोग करने से पूर्व अभ्यर्थी या उसके निर्वाचन अभिकर्ता द्वारा वाहन संख्या एवं उसका प्रकार तथा वाहन चालक के नाम व पते की लिखित सूचना संबंधित रिटर्निंग अधिकारी को कम से कम 24 घण्टे पूर्व देनी होगी और अनुमति का निर्धारित प्रपत्र वाहन पर प्रदर्षित करना होगा। अभ्यर्थी द्वारा 3 वाहनो से अधिक की रैली या काफिला नहीं निकाला जा सकेगा। इसके साथ ही मतदान समाप्ति के लिए निर्धारित समय के 48 घण्टे पूर्व की अवधि में ऐसी रैली या काफिला निकाला जाना पूर्णतः निषेध रहेगा। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी द्वारा चुनाव प्रचार के लिए स्थापित चुनाव कार्यालय पर लाउड स्पीकरों के उपयोग पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। इसके साथ ही प्रातः 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट से लिखित अनुमति के उपरान्त ही इसका उपयोग किया जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि कटआउट, होर्डिंग्स, पोस्टर एवं बैनरों के प्रदर्षन के लिए लोक प्रतिनिधि अधिनियम 1951 की धारा 27 क के उपबंधों और उसके आदेषों की पालना करनी होगी। इसके साथ ही किसी भी मतदान बूूथ के भवन के 200 मीटर परिधि क्षेत्र में पोस्टर या बैनर या प्रचार सामग्री प्रदर्षित नहीं की जायेगी। मतदान के दिन अभ्यर्थियों द्वारा लगाये जाने वाले निर्वाचन बूथों पर एक बैनर लगाया जा सकता है। जिसका आकार 2 गुणा 5 फीट से अधिक नहीं होगा लेकिन इस बैनर पर किसी राजनैतिक दल के नेता या अभ्यर्थी का चित्र/फोटो या चुनाव चिन्ह् या नारा प्रदर्षित नहीं किया जा सकेगा। आम सभा/जूलूस व रैली आदि के लिए अधिकारित रखने वाले कार्यपालक मजिस्ट्रेट से अनुमति लेनी होगी।

   उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राजनैतिक दलों से राज्य निर्वाचन आयोग की और से निर्धारित व्यय सीमा के तहत खर्च करने तथा इस खर्च को व्यय रजिस्टर में सही प्रकार से दर्ज करना होगा। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान नगर परिषद पार्षद अधिकतम 1 लाख 50 हजार की राषि व्यय कर सकता है। चुनाव खर्च का लेखा-जोखा परिणामों की घोषणा के 15 दिवस के अन्दर संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी(नगरपालिका)(कलक्टर) या उसके द्वारा निमित प्राधिकृत अधिकारी को प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने सभी राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों से कहा कि वे राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव के लिए जो दिषा-निर्देष जारी किए गए है उनकी पालना सुनिष्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनैतिक दल/प्रत्याषी सरकारी संपति एवं सार्वजनिक स्थलों के अलावा किसी भी निजी संपति पर मालिक की अनुमति के बिना उसके भवन, परिसर, दीवार पर बैनर, स्लोगन व पेंम्पलेट चस्पा नहीं करेगा।



       उन्हांेने आयोग द्वारा राजनैतिक दलों एवं अभ्यर्थियों के मार्गदर्षन के लिए जारी आदर्ष आचरण संहित के तहत साधारण आचरण, सभाओं, जुलूस, मतदान दिवस के समय पालन किये जाने वाले दिषा-निर्देषों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।



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पाकिस्तान: कराची-रावलपिंडी एक्सप्रेस में धमाका, 65 लोगों की मौत, 3 बोगियां खाक

पाकिस्तान: कराची-रावलपिंडी एक्सप्रेस में धमाका, 65 लोगों की मौत, 3 बोगियां खाक

कराची-रावलपिंडी तेजगाम एक्सप्रेस में लगी आग

पाकिस्तान में गुरुवार को कराची-रावलपिंडी तेजगाम एक्सप्रेस ट्रेन में धमाका हो गया. यह हादसा पंजाब प्रांत के दक्षिण में रहीम यार खान के पास हुआ. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किए गए गैस कनस्तर में धमाका हुआ. धमाके के बाद तीन बोगियों में आग लग गई. इस हादसे में 65 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं.

घायलों को मुल्तान के बीवीएच बहावलपुर और पाकिस्तान-इटालियन मॉडर्न बर्न सेंटर में भर्ती कराया गया है. रहीम यार खान के उपायुक्त जमील अहमद की देखरेख में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.

चलती ट्रेन से लोगों ने लगाई छलांग

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार सुबह इस धमाके में पहले इकॉनमी क्लास की 2 बोगियों में आग लगी वहीं एक बिजनेस क्लास में आग लग गई. घायलों को नजीदीकी अस्पताल के लिए भर्ती कराया गया है. घटनास्थल पर रेस्क्यू टीम पहुंची है. जान बचाने के लिए कई लोग चलती ट्रेन में से नीचे कूद भी गए.

सिलेंडर विस्फोट से लगी आग

पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद ने कहा कि आग एक सिलेंडर विस्फोट के कारण लगी, जब सुबह यात्री अपने नाश्ते की तैयारी कर रहे थे. कई लोगों ने ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई. ट्रेन कराची से रावलपिंडी तक जा रही थी. रेल मंत्री राशिद ने कहा कि क्षतिग्रस्त ट्रैक को दो घंटे के भीतर चालू कर दिया जाएगा.


पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और अधिकारियों को घायलों को बेहतरीन चिकित्सा मुहैया कराने का निर्देश दिया. उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की.

बुधवार, 30 अक्तूबर 2019

सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जन्मजयन्ती, 31 अक्टूबर, 2019 आधुनिक भारत के शिल्पी थे सरदार पटेल

सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जन्मजयन्ती, 31 अक्टूबर, 2019
आधुनिक भारत के शिल्पी थे सरदार पटेल
-ललित गर्ग -


भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन एवं आजादी के बाद आधुनिक भारत को वैचारिक एवं क्रियात्मक रूप में एक नई दिशा देने के कारण सरदार वल्लभभाई पटेल ने राजनीतिक इतिहास में एक गौरवपूर्ण, ऐतिहासिक एवं स्वर्णिम स्थान प्राप्त किया। वास्तव में वे आधुनिक भारत के शिल्पी थे। भारत की मादी को प्रणम्य बनाने एवं कालखंड को अमरता प्रदान करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनकी अखण्ड भारत को लेकर जितनी बड़ी कल्पनाएं थी, जितने बड़े सपने थे, उसी के अनुरूप लक्ष्य बनाये और उतने ही महत्वपूर्ण कार्य किये। उनके कठोर व्यक्तित्व में बिस्मार्क जैसी संगठन कुशलता, कौटिल्य जैसी राजनीति सत्ता तथा राष्ट्रीय एकता के प्रति अब्राहम लिंकन जैसी अटूट निष्ठा थी। जिस अदम्य उत्साह, असीम शक्ति एवं कर्मठता से उन्होंने नवजात भारत गणराज्य की प्रारम्भिक कठिनाइयों का समाधान किया, उसके कारण विश्व के राजनीतिक मानचित्र पर वे एक अमिट आलेख बन गये। राजनीतिक कारणों से इस लोकपुरुष को उतना गौरवपूर्ण स्थान नहीं मिला, जितना अपेक्षित था। लेकिन नरेन्द्र मोदी ने इस कमी को पूरा किया। इस वर्ष उनका 144वां जन्म दिवस देशभर के विश्वविद्यालयों और स्कूलों में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है और एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय एकता दौड़ का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर असंख्य देशवासी देश की एकता, अखंडता व सुरक्षा को बनाये रखने और आंतरिक सुरक्षा में अपना योगदान देने की शपथ लेंगे। पिछले वर्ष जयंती के मौके पर गुजरात के केवड़िया में उनकी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का अनावरण भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उनके व्यक्तित्व के अनुरूप प्रतिमा का निर्मित होना एवं राष्ट्रीय एकता दिवस का आयोजन, उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
सरदार पटेल भारत के देशभक्तों में एक अमूल्य रत्न थे। वे आधुनिक भारत के शक्ति स्तम्भ थे। आत्म-त्याग, अनवरत सेवा तथा दूसरों को दिव्य-शक्ति की चेतना देने वाला उनका जीवन सदैव प्रकाश-स्तम्भ की अमर ज्योति रहेगा। वे मन, वचन तथा कर्म से एक सच्चे भारतीय एवं भारतीयता के प्र्रतीक पुरुष थे। वे वर्ण-भेद तथा वर्ग-भेद के कट्टर विरोघी थे। वे अन्तःकरण से निर्भीक थे। अद्भुत अनुशासन प्रियता, अपूर्व संगठन-शक्ति, शीघ्र निर्णय लेने की क्षमता एवं अनूठी प्रशासनिक क्षमता उनके चरित्र के अनुकरणीय अलंकरण थे। कर्म उनके जीवन का साधन था। संघर्ष को वे जीवन की व्यस्तता समझते थे। गांधीजी के कुशल नेतृत्व में सरदार पटेल का स्वतन्त्रता आन्दोलन में योगदान उत्कृष्ट एवं महत्त्वपूर्ण रहा है। स्वतन्त्रता उपरान्त अदम्य साहस से उन्होंने देश की विभिन्न 562 रियासतों का विलीनीकरण किया तथा भारतीय प्रशासन को निपुणता तथा स्थायित्वता प्रदान किया।
सरदार पटेल का जन्म गुजरात के नडियाद (ननिहाल) में 31 अक्टूबर 1875 को हुआ। उनका पैतृक निवास स्थान गुजरात के खेड़ा के आनंद तालुका में करमसद गांव था। वे अपने पिता झवेरभाई पटेल तथा माता लाडबा देवी की चैथी संतान थे। उनका विवाह 16 साल की उम्र में झावेरबा पटेल से हुआ। उन्होंने नडियाद, बड़ौदा व अहमदाबाद से प्रारंभिक शिक्षा लेने के उपरांत इंग्लैंड मिडल टैंपल से लॉ की पढ़ाई पूरी की एवं 22 साल की उम्र में जिला अधिवक्ता की परीक्षा उत्तीर्ण कर बैरिस्टर बनेें। वे कितने मेधावी थे इसका अनुमान इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि 1910 में वे पढ़ाई के लिए इंग्लैंड गए और लॉ का कोर्स उन्होंने आधे वक्त में ही पूरा कर लिया। इसके लिए उन्हें पुरस्कार भी मिला। इसके बाद वेे भारत लौट आए और स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान देने लगे। सरदार पटेल ने अपना महत्वपूर्ण योगदान 1917 में खेड़ा किसान सत्याग्रह, 1923 में नागपुर झंडा सत्याग्रह, 1924 में बोरसद सत्याग्रह के उपरांत 1928 में बारडोली सत्याग्रह में देकर अपनी राष्ट्रीय पहचान कायम की।
सरदार पटेल का व्यक्तित्व विवादास्पद रहा है। प्रायः उन्हें ‘असमझौतावादी’’, ‘पूँजी समर्थक’, ‘मुस्लिम विरोधी’, तथा ‘वामपक्ष विरोधी’ कहा जाता है। पटेल की राजनीतिक भूमिका, योगदान तथा चिंतन का सही विश्लेषण किया जाना एवं उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को लेकर पैदा की गयी भ्रान्तियाँ दूर कर पक्षपातों तथा पूर्वाग्रहों से रहित वास्तविक तथ्यों को उजागर किये जाने के प्रयास किये जाने अपेक्षित है। उनके राजनीतिक जीवन से सम्बन्धित उपेक्षित या छिपे हुए महत्त्वपूर्ण तथ्यों को सामने लाकर उसका आलोचनात्मक विश्लेषण किया जाये, ताकि भारत के स्वतंत्रता संग्राम एवं आधुनिक भारत के निर्माण के प्रारंभिक इतिहास का वास्तविक स्वरूप सामने आये।
1947 में भारत को आजादी तो मिली लेकिन बिखरी हुई। देश में कुल 562 रियासतें थीं। कुछ बेहद छोटी तो कुछ बड़ी। ज्यादातर राजा भारत में विलय के लिए तैयार थे। लेकिन, कुछ ऐसे भी थे जो स्वतंत्र रहना चाहते थे। यानी ये देश की एकता के लिए खतरा थे। सरदार पटेल ने इन्हें बुलाया और समझाया। वे मानने के लिए तैयार नहीं हुए तो पटेल ने सैन्य शक्ति का इस्तेमाल किया। आज एकता के सूत्र में बंधे भारत के लिए देश सरदार पटेल का ही ऋणी है। कहा जाता है कि एक बार उनसे किसी अंग्रेज ने इस बारे में पूछा तो सरदार पटेल ने कहा- मेरा भारत बिखरने के लिए नहीं बना। फ्रैंक मोराएस ने लिखा भी है- ‘‘एक विचारक आपका ध्यान आकर्षित करता है, एक आदर्शवादी आदर का आह्वान करता है, पर कर्मठ व्यक्ति, जिसको बातें कम और काम अधिक करने का श्रेय प्राप्त होता है, लोगों पर छा जाने का आदी होता है, और पटेल एक कर्मठ व्यक्ति थे।’’
निःसंदेह स्वतंत्र भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री व गृहमंत्री सरदार पटेल भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अग्रणी योद्धा व भारत सरकार के आधार स्तंभ थे। आजादी से पहले भारत की राजनीति में इनकी दृढ़ता और कार्यकुशलता ने इन्हें स्थापित किया और आजादी के बाद भारतीय राजनीति में उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों को देश के अनुकूल बनाने की क्षमताओं ने सरदार पटेल का कद काफी बड़ा कर दिया। भारत तो आजाद हो गया, लेकिन असली चुनौती थी 562 रियासतों को अखण्ड भारत में शामिल करने की। निःसंदेह सरदार पटेल द्वारा रियासतों का एकीकरण विश्व इतिहास का एक आश्चर्य था। भारत की यह रक्तहीन क्रांति थी। सरदार पटेल ने फरीदकोट के नक्शे पर अपनी लाल पैंसिल घुमाते हुए केवल इतना पूछा कि ‘क्या मर्जी है?’ राजा कांप उठा। आखिर 15 अगस्त 1947 तक केवल तीन रियासतें-कश्मीर, जूनागढ़ और हैदराबाद छोड़कर उस लौह पुरुष ने सभी रियासतों को भारत में मिला दिया। इन तीन रियासतों में भी जूनागढ़ को 9 नवम्बर 1947 को मिला लिया गया तथा जूनागढ़ का नवाब पाकिस्तान भाग गया। 1948 में हैदराबाद भी केवल 4 दिन की पुलिस कार्रवाई द्वारा मिला लिया गया। न कोई बम चला, न कोई क्रांति हुई, जैसा कि डराया जा रहा था। पटेल ने इन्हें एक सूत्र में पिरोया और वह काम कर दिखाया जिसकी उस वक्त कल्पना भी कठिन थी। अटल इरादों और लौह इच्छाशक्ति के कारण ही उन्हें लौह पुुरुष कहा जाता है। महात्मा गांधी ने सरदार पटेल को इन रियासतों के बारे में लिखा था, ‘रियासतों की समस्या इतनी जटिल थी जिसे केवल तुम ही हल कर सकते थे।’
सरदार पटेल गृहमंत्री के रहते जहां पाकिस्तान की छद्म व चालाकीपूर्ण चालों से सतर्क थे वहीं देश के विघटनकारी तत्वों से भी सावधान करते थे। विशेषकर वे भारत में मुस्लिम लीग तथा कम्युनिस्टों की विभेदकारी तथा रूस के प्रति उनकी भक्ति से सजग थे। अनेक विद्वानों का कथन है कि सरदार पटेल बिस्मार्क की तरह थे। लेकिन लंदन के टाइम्स ने लिखा था ‘बिस्मार्क की सफलताएं पटेल के सामने महत्वहीन रह जाती हैं।’ यदि पटेल के कहने पर चलते तो कश्मीर, चीन, तिब्बत व नेपाल के हालात आज जैसे न होते। पटेल सही मायनों में मनु के शासन की कल्पना थे। उनमें कौटिल्य की कूटनीतिज्ञता तथा महाराज शिवाजी की दूरदर्शिता थी। वे केवल सरदार ही नहीं बल्कि भारतीयों के हृदय के सरदार थे।
जहां तक कश्मीर रियासत का प्रश्न है इसे पंडित नेहरू ने स्वयं अपने अधिकार में लिया हुआ था, परंतु यह सत्य है कि सरदार पटेल कश्मीर में जनमत संग्रह तथा कश्मीर के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र संघ में ले जाने पर बेहद क्षुब्ध थे। यद्यपि विदेश विभाग पं॰ नेहरू का कार्यक्षेत्र था, परंतु कई बार उप-प्रधानमंत्री होने के नाते कैबिनेट की विदेश विभाग समिति में उनका जाना होता था। उनकी दूरदर्शिता का लाभ यदि उस समय लिया जाता तो अनेक वर्तमान समस्याओं का जन्म न होता। 1950 में पंडित नेहरू को लिखे एक पत्र में पटेल ने चीन तथा उसकी तिब्बत के प्रति नीति से सावधान किया था और चीन का रवैया कपटपूर्ण तथा विश्वासघाती बतलाया था। अपने पत्र में चीन को अपना दुश्मन, उसके व्यवहार को अभद्रतापूर्ण और चीन के पत्रों की भाषा को किसी दोस्त की नहीं, भावी शत्रु की भाषा कहा था। उन्होंने यह भी लिखा था कि तिब्बत पर चीन का कब्जा नई समस्याओं को जन्म देगा। 1950 में नेपाल के संदर्भ में लिखे पत्रों से भी पं॰ नेहरू सहमत न थे। 1950 में ही गोवा की स्वतंत्रता के संबंध में चली दो घंटे की कैबिनेट बैठक में लम्बी वार्ता सुनने के पश्चात सरदार पटेल ने केवल इतना कहा ‘क्या हम गोवा जाएंगे, केवल दो घंटे की बात है।’ नेहरू इससे बड़े नाराज हुए थे। यदि पटेल की बात मानी गई होती तो 1961 तक गोवा की स्वतंत्रता की प्रतीक्षा न करनी पड़ती। गृहमंत्री के रूप में वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय नागरिक सेवाओं (आई.सी.एस.) का भारतीयकरण कर इन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवाएं (आई.ए.एस.) बनाया। अंग्रेजों की सेवा करने वालों में विश्वास भरकर उन्हें राजभक्ति से देशभक्ति की ओर मोड़ा। यदि सरदार पटेल कुछ वर्ष जीवित रहते तो संभवतः नौकरशाही का पूर्ण कायाकल्प हो जाता। पडौसी देशों एवं कश्मीर की समस्या भी इतनी लम्बी नहीं होती। क्योंकि सरदार पटेल  शास्त्रों के नहीं, शस्त्रों के पुजारी थे। पटेल अखण्ड एवं सुदृढ़ भारत का सपना देखते थे।
प्रेषकः


(ललित गर्ग)
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जैसलमेर, प्रभारी एवं सह प्रभारी अधिकारी चुनाव कार्य के लिए निर्धारित की गई समय सीमा में कार्य संपादित करें-जिला निर्वाचन अधिकारी

 जैसलमेर, प्रभारी एवं सह प्रभारी अधिकारी चुनाव कार्य के लिए निर्धारित की 
गई समय सीमा में कार्य संपादित करें-जिला निर्वाचन अधिकारी


जैसलमेर, 30 अक्टूबर। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरपालिका आम चुनाव 2019 के लिए घोषणा के साथ ही आदर्ष आचार संहिता की पालना सुनिष्चित हो गई है। नगर परिषद जैसलमेर चुनाव 2019 के लिए मतदान 16 नवंबर, शनिवार को होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी(कलक्टर) नमित मेहता ने नगर परिषद जैसलमेर के आम चुनाव 2019 के सुचारू रूप से सुसंपादन के लिए नियुक्त प्रकोष्ठ प्रभारी एवं सह प्रभारी अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे नगर परिषद चुनाव के कार्य को गंभीरता से लेते हुए जो समय सीमा निर्धारित की गई है उसी अनुरूप कार्य को संपादित करेंगे एवं राज्य निर्वाचन आयोग के आदेषों की अक्षरषः पालना करते हुए चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्षी ढंग से सम्पन्न करायेंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी(कलक्टर) मेहता ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रकोष्ठ प्रभारियों एवं सह प्रभारियों की बैठक में यह निर्देष दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक डाॅ.किरण कंग, उप जिला निर्वाचन अधिकारी (एडीएम) ओ.पी.विष्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाष, अतिरिक्त आयुक्त उपनिवेषन दुर्गेष बिस्सा, उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर दिनेष विष्नोई, उपायुक्त उप निवेषन देवाराम सुथार, जिला रसद अधिकारी भारत भूषण गोयल के साथ ही प्रकोष्ठ प्रभारी एवं सह प्रभारी अधिकारी उपस्थित थें। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरपालिका चुनाव के लिए अधिसूचना करने के साथ ही आचार-संहिता लागू हो गयी है उसकी पालना सुनिष्चित करनी है।
उन्होंने मतदान दल प्रकोष्ठ एवं आदर्ष आचार संहिता व षिकायत निवारण प्रकोष्ठ जो महत्वपूर्ण प्रकोष्ठ है इसके अन्तर्गत विषेष ध्यान रखने की आवष्यकता जताई एवं कहा कि नगरपरिषद जैसलमेर क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों एवं अधिकारियों को मतदान दलों में नहीं लगावें। उन्होंने मतदान दलांे का समय पर गठन कर उनको तामिली भी समय पर कराने के निर्देष दिए। उन्होंने रिटर्निंग अधिकारी को कहा कि उनका प्रकोष्ठ चुनाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण है इसलिए वे पूर्ण जिम्मेदारी के साथ कार्य को संपादित करें वहीं उन्हांेने नगर परिषद जैसलमेर के सभी मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन कर आयोग द्वारा निर्धारित की गई सुविधाएं वहां सुनिष्चित करेंगे। उन्होंने पुलिस विभाग के साथ क्रिटीकल मतदान केन्द्रों का भी चिन्ह्किरण करावें।
उन्होंने प्रषिक्षण प्रकोष्ठ प्रभारी को निर्देष दिए कि वे आयोग के निर्देषों की पालना में मतदान दलों के साथ ही आर.ओ, ए.आर.ओ, जोनल मजिस्ट्रेट को नवीनतम निर्देषों के साथ प्रषिक्षण करवाना सुनिष्चित करें एवं इसमंे किसी प्रकार की जानकारी उनको देने से वंचित नहीं रहें उसी अनुरूप प्रषिक्षण देंवे। उन्हांेने परिवहन प्रकोष्ठ को वाहनों का प्रारम्भिक आंकलन कर समय पर वाहनों का अधिग्रहण करने के निर्देष दिए एवं साथ ही यह भी कहा कि जहां तक संभव हो केवल राजकीय वाहनों का ही अधिग्रहण करावें, निजी वाहनांे का अधिग्रहण नहीं करावें।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव कार्य से जुडें अधिकारियांे/कर्मचारियों को नगर परिषद चुनाव में किसी भी प्रकार से लिप्त नहीं होने की हिदायत दी एवं कहा कि वे किसी भी राजनैतिक दल या प्रत्याषी के कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंवे। यदि कोई अधिकारी/कर्मचारी राजनैतिक दलों/प्रत्याषियांे के साथ चुनाव कार्य में लिप्त पाए गए तो उनके खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्हांेने चुनाव निर्देषिका के संबंध में भी समय पर सूचनाएं संकलित करवाकर उसका प्रकाषन भी समय पर करावें।
पुलिस अधीक्षक डाॅ.किरण कंग ने बताया कि नगर परिषद जैसलमेर के चुनाव 2019 के दौरान पुलिस द्वारा कानून एवं सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जायेंगे एवं सुरक्षा की दृष्टि से सभी व्यवस्थाएं चाक चैबंद होगी।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी विष्नोई ने बैठक मे निर्वाचन शाखा, न्याय कानून, षिकायत निवारण व आदर्ष आचार संहिता, मतदान दल व मतगणना दल, यातायात, सामान्य व्यवस्था, चुनाव पर्यवेक्षक व्यवस्था, नियंत्रण कक्ष, ईवीएम तैयारी, लेखा, रूट चार्ट, प्रषिक्षण, मतपत्र, भुगतान दल, निर्वाचन लेखा, डाकमत पत्र, चुुनाव भण्डार, सांख्यिकी, चिकित्सा, वेलफेयर, तामील, मीडिया, सूचना प्रोद्योगिकी, विडीयोग्राफी, स्ट्रांगरूम, निर्वाचन प्रसार प्रकोष्ठ द्वारा किए जाने वाले कार्यो एवं उनके लिए तय की गई समय सीमा के बारे में विस्तार से जानकारी।
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बाड़मेर, निर्वाचन अधिकारी ने किया स्ट्रांग रूम का निरीक्षण

बाड़मेर, निर्वाचन अधिकारी ने किया स्ट्रांग रूम का निरीक्षण


बाड़मेर, 30 अक्टूबर। जिला निर्वाचन अधिकारी अंशदीप ने बुधवार को प्रशासनिक अधिकारियांे के साथ राजकीय महाविद्यालय मंे स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया।
जिला कलक्टर अंशदीप ने स्ट्रांेग रूम का निरीक्षण करने के साथ ईवीएम वितरण, मतदान दलांे की रवानगी एवं ईवीएम संग्रहण के बारे मंे जानकारी ली। उन्हांेने संबंधित विभागीय अधिकारियांे को समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के संबंध मंे आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र, आयुक्त पवन मीणा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता महावीर बोहरा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

बाड़मेर अवैध शराब से भरे 15 कार्टन जब्त करने में सफलता, एक आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर अवैध शराब से भरे 15 कार्टन जब्त करने में सफलता, एक आरोपी गिरफ्तार
       
     

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के रामसर पुलिस को बड़ी मात्रा में अवैध  शराब बरामद   करने में सफलता हासिल की , शरद चैघरी पुलिस अधीक्षक बाड़मेर द्वारा जिले में अवैध शराब की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत दिनांक 29.10.19 को श्री हुकमाराम नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना रामसर मय जाब्ता द्वारा  मुखबिर की इतला पर कस्बा रामसर मे बस स्टेण्ड के पास स्थित किरपालसिह की दुकान के पिछवाडे मे खाली पडी जमीन मे रामाराम पुत्र केसाराम जाट निवासी रामसर द्वारा अवैध शराब बेचते हुए को गिरफतार कर उनके कब्जा से 6 कार्टन बीयर (72 बोतल बीयर) व 9 कार्टन देषी शराब (432 पव्वे देषी शराब) बरामद कर मुलजिम रामाराम को गिरफ्तार कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना रामसर पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई।     

बाड़मेर विधायक और जिलाध्यक्ष प्रत्याषी चयन के लिए अधिकृत

बाड़मेर विधायक और जिलाध्यक्ष प्रत्याषी चयन के लिए अधिकृत
उर्जा मंत्री बी़ डी़ कल्ला एवं जिला प्रभारी विश्नोई ने ली नगर परिषद चुनावों को लेकर हुई चर्चा विषेष बैठक

बाड़मेर। नवंबर माह में आयोजित होने वाले नगर परिषद चुनावों को लेकर उम्मीदवारों के टिकट चयन को लेकर बुधवार को बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन के कार्यालय में विशेष बैठक उर्जा मंत्री बी़डी. कल्ला एवं जिा प्रभारी हीरालाल विश्नोई की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

जिला प्रवक्ता मेवाराम सोनी ने बताया कि बैठक में बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिलाध्यक्ष फतेह खान में मौजुद रहे। बैठक में प्रभारी मंत्री बी़ डी़ कल्ला ने नगर परिषद चुनावों के लिए सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को कमर कसने का आव्हान किया। साथ ही एकजुट होकर बाड़मेर में तीसरी बार कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिए वार्ड वाईज तैयारियों में जुटने का आव्हान किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं जिला प्रभारी हीरालाल विश्नोई ने कहा कि कार्यकर्ताओं को कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों के साथ आमजन के बीच जाना है और भाजपा की गलत नीतियों से आमजन को सचेत करते हुए प्रदेश एवं जिले में कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए कांग्रेस का बोर्ड बनाना हैं।

उर्जा मंत्री बी़ डी. कल्ला एवं जिला प्रभारी हीरालाल विश्नोई ने चर्चा के बाद नगर परिषद चुनावों हेतु प्रत्याशियों के टिकट के चयन हेतु बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन एवं जिलाध्यक्ष फतेह खान को अधिकृत किया। बैठक में जिला उपाध्यज्ञ यज्ञदत्त जोशी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष मूली चौधरी, ब्लॉक अध्यक्ष मूलाराम मेघवाल, लक्ष्मण गोदारा, ठाकराराम माली, राजेन्द्र चौधरी, तनसिंह महाबार, दमाराम माली सहित कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि आज:
पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि आज गुरूवार को सुबह 11 बजे कांग्रेस कार्यालय में आयोजित होगी। यह जानकारी देते हुए प्रवक्ता मेवाराम सोनी ने बताया कि पुण्यतिथि पर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष फतेह खान सहित कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजुद रहेगे।

जैसलमेर गुजराती पर्यटकों से हुआ गुलजार ,पर्यटकों की भारी भीड़ से खिला जैसाण

जैसलमेर गुजराती पर्यटकों से हुआ गुलजार ,पर्यटकों की भारी भीड़ से खिला जैसाण 






जैसलमेर पश्चिमी राजस्थान के सिंह द्वार  स्वर्ण नगरी इन दिनों गुजरती पर्यटकों से गुलजार हो रहा हैं ,पिछले सालो से जैसलमेर में दीपावली के बाद पांच दिन लाभ पंचमी तक गुजरती पर्यटकों की आवाजाही बढ़ी हे ,प्रति वर्ष गुजरती पर्यटकों की संख्या में अप्रत्यासित इजाफा भी हो रहा हैं ,दीपावली के दूसरे दिन से ही गुजरात के पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई ,बुधवार को तो हालत यह हो गयी की सोनार किले  जाने वाली चारो प्रोलों में तिल  रखने की जगह नहीं , पर्यटकों का कारवां चारो और दिख रहा ,रंग बिरंगे परिधानों से सज्जे धज्जे पर्यटकों की लम्बी कतारें देख स्थानीय पर्यटन व्यवसाइयों के चेहरों में रौनक लम्बे समय बाद लौट आई ,

जैसलमेर  पर्यटन सीजन का आगाज़  फरवरी मरू महोत्सव  चलेगा , विदेशी सैलानियों से सर सब्ज रहने वाले जैसलमेर में पिछले कुछ  सालो से देशी पर्यटकों का बूम भी आने लगा हैं ,पश्चिम बंगाल ,गुजरात ,पंजाब ,दिल्ली से टूरिस्ट बड़ी तादाद में जैसलमेर पहुंचने लगे हैं ,जैसलमेर की कलात्मक किले और हवेलियां पर्यटकों को  लुभा रही हे तो सम ,  खुहड़ी के सैंड ड्यून्स पर पर्यटकों की मौज मस्ती सर चढ़ कर  बोल रही हैं ,पर्यटकों की रेलमपेल से जैसलमेर में इन दिनों रौनक छाई हैं जो नए साल के जश्न तक परवान चढ़ेगी ,

  जैसलमेर के प्रमुख पर्यटन स्थलों गड़ीसर लेक, सालम सिंह हवेली ,पटवा हवेली ,बड़ा बाग ,अमर सागर ,मूल सागर ,कुलधरा ,खाभा फोर्ट सैलानियों को खूब प्रभावित कर रहे हैं ,हालत यह हे की होटलो में जगह नहीं हैं। टूरिस्ट वाहन नहीं मिल रहे ,रेस्टोरेंटो में भरी भीड़ दिखाई दे रही हैं ,

जैसलमेर  में दिवाली  के तुरंत बाद  पर्यटन में बूम आना शुरू हो . यह बूम अब अपने पूरे शबाब पर है. पर्यटकों के कारण  शहर में यातायात व्यवस्था भी चरमराने लगी है. इन शहर में पर्यटन स्थलों पर पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है.गुजराती लोग परिवार के साथ लाभ पंचमी की छुटियो का आनंद लेने इन शहरों में टिके हुए हैं. होटल्स और रेस्टोरेंट्स में जगह उपलब्ध नहीं हो पा रही है. वहीं टैक्सी चालक भी स्थानीय लोगों को भाव ही नहीं दे रहे हैं. उनके लिए इस वक्त केवल और केवल पर्यटक ही महत्वपूर्ण हो रखे हैं. पर्यटक एक-जगह से दूसरी जगह जाने के लिए उन्हें मुंह मांगे दाम दे रहे हैं.हालत यह है कि पर्यटकों के लिए गाइड नहीं मिल पा रहे हैं. सभी गाइड किसी न किसी ग्रुप के साथ बिजी हैं.  जैसलमेर  में पर्यटकों के इस बूम और न्यू ईयर सेलिब्रेशन को देखते हुए सभी पर्यटन स्थल वाले  जगहों में होटल संचालकों ने पर्यटकों के लिए खास इंतजाम किए हैं.सैलानियाें के स्वागत के लिए स्वर्णनगरी के चौराहों को इसी प्रकार रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। प्रशासन द्वारा शहर के सभी चौराहों पर भव्य सजावट के साथ ही लाइटिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे शाम होने के साथ ही चौराहों का रूप भी निखर जाता है।

जैसलमेर के बारे में जैसा सुन रखा था उससे अच्छा लगा ,कलात्मक किला और हवेलियां खासकर बारीक़ कलात्मक खुदाई वाले झरोखे देखने लायक हे तो गड़ीसर झील खूबसूरत हैं ,सम के धोरे जन्नत समान हे जब लोक गीत संगीत की महफ़िल जमती हे तो स्वर्ग सा नजारा होता हैं ,हम यहाँ आके काफी खुश हैं ,श्रीमती हर्षा बेन गुजराती  पर्यटक

काफी समय बाद पर्यटकों की अच्छी संख्या जैसलमेर आई जिससे पर्यटन व्यवसाय को पंख लगने की उम्मीद हैं ,नए साल के जश्न तक ऐसी सीजन रहे तो पर्यटन क्षेत्र का विकास हो ,होटलो की बुकिंग फूल हैं ,वाहन किराये पर नहीं मिलपा रहे ,उम्मीदे जगी हे इस बार ,देवी सिंह चौहान पर्यटन व्यवसायी

दीवाली के तुरंत बाद पर्यटकों का बड़ी संख्या में आना सुखद हैं,जिला प्रशासन पर्यटकों की सुविधा के लिए बेहतर इंतज़ामात क्र रहा हैं ,शहर को आकर्षक रूप से सजाया गया हैं ,किले की लाइटिंग व्यवस्था दुरुस्त की जा रही हैं ,नमित मेहता जिला कलेक्टर जैसलमेर

मंगलवार, 29 अक्तूबर 2019

जैसलमेर जैसलमेर देश की शीर्ष बैंक ICICI बैंक हेतु वाक इन इंटरव्यू ( CAMPUS DRIVE) ओधोगिक पशिक्षण संस्थान (ITI ) गाँधी कॉलोनी जैसलमेर में 30 अक्टूबर को

जैसलमेर देश की शीर्ष बैंक ICICI  बैंक  हेतु वाक इन इंटरव्यू ( CAMPUS DRIVE)

ओधोगिक पशिक्षण  संस्थान (ITI ) गाँधी कॉलोनी  जैसलमेर  में 30 अक्टूबर  को

जैसलमेर जैसलमेर जिले के स्नातक बेरोजगार युवको के लिए बैंक में चयन के लिए रोजगार कार्यालय वाक इन इटरव्यू का आयोजन बुधवार को करेगा , देश की शीर्ष बैंक आईसीआईसीआई में ट्रेनिंग द्वारा भर्ती हेतु प्रथम बार एक वाक इन इंटरव्यू का आयोजन जैसलमर   में 30 अक्टूबर  को किया जायेगा . भवानी प्रताप चारण , जिला रोजगार  अधिकारी  ने बताया की  एन आई आई टी जोधपुर की टीम इस कार्य के लिए बुधवार को  उपलब्ध होंगी . जैसलमेर  क्षेत्र के सभी ग्रेजुएट विधार्थी इसमें भाग ले कर बैंकिंग क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकते हैं.” भाग लेने हेतु स्नातक  ( ग्रेजुएट ) होना चाहिए।  व्  दसवीं ,बाहरवीं  और  स्नातक  में कम  से कम  50 % अनिवार्य होंगे  तथा  उम्र 25 वर्ष से कम। वार्षिक  सैलरी  2 लाख चौबीस  हजार  होगी।  ऐसे छात्र  और छात्राये  भाग ले सकते हैं।  उन्होंने बताया की इंटरव्यू प्रात 10 .00 बजे से प्रारंभ होंगे.और ज्यादा  जानकारी के लिए हेल्प लाइन पर बात कर सकते है -9351454396 

बीकानेर फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी भारत के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास शक्ति : 2019 के लिए बीकानेर पहुँची

बीकानेर फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी भारत के साथ संयुक्त  युद्धाभ्यास शक्ति : 2019  के लिए बीकानेर पहुँची

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फ्रांसीसी सेना की 38  सैनिकों की टुकड़ी, महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में 31 अक्टूबर से 13 नवंबर 2019 तक आयोजित होने वाले इंडो-फ्रेंच युद्धाभ्यास* *शक्ति-2019 में भाग लेने के लिए 28 अक्टूबर को बीकानेर पहुँची।

महाजन फील्ड फायरिंग रेंज अभ्यास क्षेत्र में पहुंचने पर, भारतीय सेना ने फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी के लिए गर्मजोशी और पारंपरिक तरीके से स्वागत किया, जिसके बाद दोनों देशों के सैनिकों के बीच सदभाव पूर्ण  आदान-प्रदान हुआ।

युद्धाभ्यास शक्ति-2019 के बैनर के तहत द्विपक्षीय अभ्यास की श्रृंखला में पांचवा संस्करण है। संयुक्त युद्धाभ्यास संयुक्त राष्ट्र जनादेश के तहत अर्ध-रेगिस्तानी इलाके की पृष्ठभूमि में काउंटर टेररिज्म पर केंद्रित होगा।
संयुक्त प्रशिक्षण में उच्च स्तर की शारीरिक क्षमता, सामरिक अभ्यास, तकनीक और प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाएगा। अभ्यास के दौरान, संयुक्त योजना, कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन्स, सर्च  एंड  रेस्क्यू , संयुक्त सामरिक अभ्यास और विशेष हथियार कौशल का प्रशिक्षण किया जायेगा।

जैसलमेर केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने परमाणु नगरी में राजकीय कन्या महाविद्यालय का शिलान्यास किया।

 जैसलमेर  केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने परमाणु नगरी में राजकीय कन्या महाविद्यालय का शिलान्यास किया।




जैसलमेर जिले की परमाणु नगरी से विख्यात पोकरण में  केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने मंगलवार को  राजकीय कन्या महाविद्यालय का शिलान्यास किया। अलप संख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद मंलवार सुबह पोकरण पहुंच पोकरण नगरपालिका अध्यक्ष आनंदीलाल गुचिया, प्रधान वहीदुल्ला मेहर के साथ कन्या महाविद्यालय स्थल पहुंचे। यहां उन्होंने कन्या महाविद्यालय भवन निर्माण कार्य का शुभारंभ करते हुए भूमि पूजन किया। इस मौके ओर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता हरिसिंह, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता उपस्थित थे। मंत्री शाले मोहम्मद ने अधिकारियों को कार्य मे गुणवत्ता रखने, कार्य को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने कहा की उन्होंने बताया कि कॉलेज भवन निर्माण से बालिकाओं को लाभ मिलेगा ओर क्षेत्र में बालिका शिक्षा को भी बढ़ावा मिलेगा।उन्होंने कहा की आज हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी काबिलियत के बलबूते पर कामयाबी पा रही हैं। महिलाएं कृषि कार्य से लेकर देश के विभिन्न संस्थानों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा रही हैं। हमें बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। तभी वह एक जिम्मेदार और सशक्त महिला बन सकती है।