बुधवार, 30 अक्टूबर 2019

जैसलमेर गुजराती पर्यटकों से हुआ गुलजार ,पर्यटकों की भारी भीड़ से खिला जैसाण

जैसलमेर गुजराती पर्यटकों से हुआ गुलजार ,पर्यटकों की भारी भीड़ से खिला जैसाण 






जैसलमेर पश्चिमी राजस्थान के सिंह द्वार  स्वर्ण नगरी इन दिनों गुजरती पर्यटकों से गुलजार हो रहा हैं ,पिछले सालो से जैसलमेर में दीपावली के बाद पांच दिन लाभ पंचमी तक गुजरती पर्यटकों की आवाजाही बढ़ी हे ,प्रति वर्ष गुजरती पर्यटकों की संख्या में अप्रत्यासित इजाफा भी हो रहा हैं ,दीपावली के दूसरे दिन से ही गुजरात के पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई ,बुधवार को तो हालत यह हो गयी की सोनार किले  जाने वाली चारो प्रोलों में तिल  रखने की जगह नहीं , पर्यटकों का कारवां चारो और दिख रहा ,रंग बिरंगे परिधानों से सज्जे धज्जे पर्यटकों की लम्बी कतारें देख स्थानीय पर्यटन व्यवसाइयों के चेहरों में रौनक लम्बे समय बाद लौट आई ,

जैसलमेर  पर्यटन सीजन का आगाज़  फरवरी मरू महोत्सव  चलेगा , विदेशी सैलानियों से सर सब्ज रहने वाले जैसलमेर में पिछले कुछ  सालो से देशी पर्यटकों का बूम भी आने लगा हैं ,पश्चिम बंगाल ,गुजरात ,पंजाब ,दिल्ली से टूरिस्ट बड़ी तादाद में जैसलमेर पहुंचने लगे हैं ,जैसलमेर की कलात्मक किले और हवेलियां पर्यटकों को  लुभा रही हे तो सम ,  खुहड़ी के सैंड ड्यून्स पर पर्यटकों की मौज मस्ती सर चढ़ कर  बोल रही हैं ,पर्यटकों की रेलमपेल से जैसलमेर में इन दिनों रौनक छाई हैं जो नए साल के जश्न तक परवान चढ़ेगी ,

  जैसलमेर के प्रमुख पर्यटन स्थलों गड़ीसर लेक, सालम सिंह हवेली ,पटवा हवेली ,बड़ा बाग ,अमर सागर ,मूल सागर ,कुलधरा ,खाभा फोर्ट सैलानियों को खूब प्रभावित कर रहे हैं ,हालत यह हे की होटलो में जगह नहीं हैं। टूरिस्ट वाहन नहीं मिल रहे ,रेस्टोरेंटो में भरी भीड़ दिखाई दे रही हैं ,

जैसलमेर  में दिवाली  के तुरंत बाद  पर्यटन में बूम आना शुरू हो . यह बूम अब अपने पूरे शबाब पर है. पर्यटकों के कारण  शहर में यातायात व्यवस्था भी चरमराने लगी है. इन शहर में पर्यटन स्थलों पर पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है.गुजराती लोग परिवार के साथ लाभ पंचमी की छुटियो का आनंद लेने इन शहरों में टिके हुए हैं. होटल्स और रेस्टोरेंट्स में जगह उपलब्ध नहीं हो पा रही है. वहीं टैक्सी चालक भी स्थानीय लोगों को भाव ही नहीं दे रहे हैं. उनके लिए इस वक्त केवल और केवल पर्यटक ही महत्वपूर्ण हो रखे हैं. पर्यटक एक-जगह से दूसरी जगह जाने के लिए उन्हें मुंह मांगे दाम दे रहे हैं.हालत यह है कि पर्यटकों के लिए गाइड नहीं मिल पा रहे हैं. सभी गाइड किसी न किसी ग्रुप के साथ बिजी हैं.  जैसलमेर  में पर्यटकों के इस बूम और न्यू ईयर सेलिब्रेशन को देखते हुए सभी पर्यटन स्थल वाले  जगहों में होटल संचालकों ने पर्यटकों के लिए खास इंतजाम किए हैं.सैलानियाें के स्वागत के लिए स्वर्णनगरी के चौराहों को इसी प्रकार रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। प्रशासन द्वारा शहर के सभी चौराहों पर भव्य सजावट के साथ ही लाइटिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे शाम होने के साथ ही चौराहों का रूप भी निखर जाता है।

जैसलमेर के बारे में जैसा सुन रखा था उससे अच्छा लगा ,कलात्मक किला और हवेलियां खासकर बारीक़ कलात्मक खुदाई वाले झरोखे देखने लायक हे तो गड़ीसर झील खूबसूरत हैं ,सम के धोरे जन्नत समान हे जब लोक गीत संगीत की महफ़िल जमती हे तो स्वर्ग सा नजारा होता हैं ,हम यहाँ आके काफी खुश हैं ,श्रीमती हर्षा बेन गुजराती  पर्यटक

काफी समय बाद पर्यटकों की अच्छी संख्या जैसलमेर आई जिससे पर्यटन व्यवसाय को पंख लगने की उम्मीद हैं ,नए साल के जश्न तक ऐसी सीजन रहे तो पर्यटन क्षेत्र का विकास हो ,होटलो की बुकिंग फूल हैं ,वाहन किराये पर नहीं मिलपा रहे ,उम्मीदे जगी हे इस बार ,देवी सिंह चौहान पर्यटन व्यवसायी

दीवाली के तुरंत बाद पर्यटकों का बड़ी संख्या में आना सुखद हैं,जिला प्रशासन पर्यटकों की सुविधा के लिए बेहतर इंतज़ामात क्र रहा हैं ,शहर को आकर्षक रूप से सजाया गया हैं ,किले की लाइटिंग व्यवस्था दुरुस्त की जा रही हैं ,नमित मेहता जिला कलेक्टर जैसलमेर

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