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सोमवार, 7 अप्रैल 2014

वसुंधरा के शिकंजे से और मजबूत हो रहे जसवंत। भाजपा कि मुस्किले और बढ़ी

वसुंधरा राजे ने जसवंत के खिलाफ पूरी ताकत झोंकी


वसुंधरा के शिकंजे से और मजबूत हो रहे जसवंत। भाजपा कि मुस्किले और बढ़ी

बाड़मेर राज्य कि मुखिया वसुंधरा राजे और बाड़मेर से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के बीच मूंछ कि लड़ाई दिलचस्प होती जा रही हें जहां वसुंधरा राजे ने जसवंत लहर को ख़त्म करने के लिए अपने सभी हथियार इस्तेमाल कर करीब दो दर्जन से अधिक भाजपा नेताओ को बाड़मेर में झोंक दिया। वसुंधरा ने जसवंत को रोकने के लिए अपने विधानसभा के भाजपा के हर जाती वर्ग के विधायक को बाड़मेर भेजा। सामाजित और जाती आधारित नेताओ को भेज जसवंत पर हमला बोल जसवंत को कमज़ोर करने का पूरा प्रयास वसुंधरा राजे कर रही हें ,वसुंंधरा अपनी जिद को केंद्रीय नेतृत्व के आगे सही साबित करने के लिए हर दांव पेंच आजमा बाड़मेर सीट कर्नल सोनाराम के खाते में जुड़वाना चाहती हें ,मजे कि बात हें वसुंधरा के इतने दबाव के बाद जसवंत सिंह कमज़ोर पड़ने कि बजाय और अधिक मज़बूत होते जा रहे हें। वसुंधरा राजे के इन प्रयासो से तीसरे नंबर पर चल रहे प्रत्यासी को हो गया वो इन दिनों दूसरे नंबर पर पहुँच भाजपा के कर्नल सोनाराम को तीसरे स्थान पर धकेल दिया हें। भाजपा और कांग्रेस के परंपरागत वोट बेंक में जसवंत सिंह ने जोरदार सेंध लगा दी हें। वसुंधरा राजे के जसवंत सिंह कि खिलाफत करने बाड़मेर आये भूपेंद्र यादव तो बालोतरा से गोयल चंद घंटो के लिए सिणधरी के एक गाँव जाकर चलते बने तो ओंकार सिंह लखावत मीडिआ के सामने जरुर गरजे जसवंत सिंह पर मगर मीडिआ ने उन पर ही सवाल दाग निरुत्तर कलर दिया। ओंकार सिंह को उनके ही चारण समाज ने दो तुक कह दिया कि जसवंत को ही वोट देंगे चाहे कुछ भी हो। वासु देवनानी ने सिंधी समाज के तीस एक लोगो को मंदिर में भाजपा को वोट देने कि कसम दिलाना चाहते थे मगर सिंधी समाज ने देवनानी को जवाब दे दिया। नाई समाज से किशनाराम विधायक को उनके समाज ने आईना दिखा दिया। भाजपा के जितने भी नेता आये सभी ने एक ही बात कही पार्टी का दबाव था आने के लिए। हैम आ गए हमारा काम ख़त्म आपकी मर्जी से वोट देना। आने वाले दिनों में जनार्दन सिंह गहलोत ,गुलाब चंद कटारिया ,ज्योति किरण सहित कई नेता आ रहे हें ,कटारिया जसवंत के पुराने साथी हे उनका समाज पहले से जसवंत के साथ खुलकर आ चुका हें ,पिछले चुनावो में जनार्दन सिंह गहलोत तो उनके समाज ने घास नहीं डाली ,वसुंधरा राजे दबाव बनाए जा रही हें जितना दबाव कार्यकर्ताओ पर पद रहा हे कार्यकर्ता भाजपा से जसवंत के साथ उतनी तेजी से जुड़ रहे हें। जमीनी भाजपा जसवंत के साथ पहले दिन से हें। कुछ कार्यकर्ता पार्टी का दबाव ना आये इसीलिए भाजपा प्रत्यासी के साथ खड़े हें ,बहरहाल जसवंत सिंह का कद दिन ब दिन बढता जा रहा हें ,वसुंधरा राजे द्वारा अपने चहेते राजपूत नेताओ को बाड़मेर भेजने के सारे प्रयास असफल हो गए ,लोकेन्द्र सिंह कालवी ,गजेन्द्र सिंह शेखावत ,राजेंद्र सिंह राठोड ,देवी सिंह भाटी ,गजेन्द्र सिंह खींवसर सहित कोई नेता जसवंत के खिलाफ बाड़मेर आने को तैयार नहीं ,अलबता अल्पसंख्यक मंत्री युनुस खान एक दिवसीय दौरे पर आने कि चर्चा हें।


वसुंधरा राजे केदबाव बढ़ने के साथ जसवंत और उनके कार्यकर्ता दुगुने जोश के साथ हर रोज मैदान में उतर रहे हें। जसवंत को मिल रहा छतीस कौम का समर्थन जसवंत कि कहानी खुद बयान कर रहा हें। वसुंधरा के दबाव के कारन भाजपा प्रत्यासी मुस्किल में आ गए हें। जाट मतदाताओ के भरोसे जीत कि आस लगे बेठे कर्नल सोनाराम के खिलाफ अन्य जातियो ने माहौल बनाना शुरू कर दिया। जिसका फायदा हरीश चौधरी को मिलता साफ़ नज़र आ रहा हें।

शुक्रवार, 28 मार्च 2014

जसोल में वसुंधरा का हुआ जोरदार विरोध ,गंगाराम को दी शर्धांजलि

जसोल में वसुंधरा का हुआ जोरदार विरोध ,गंगाराम को दी शर्धांजलि 

बाड़मेर राज्य कि मुखिया वसुंधरा राजे अपने एक दिवसीय दौरे पर बाड़मेर पहुंची ,शुक्रवार प्रातः वसुंधरा राजे ने किसान नेता गंगाराम चौधरी के निवास स्थान जाकर उन्हें शरदांजलि दी। वसुंधरा राजे ने बताया कि राजस्थान कि राजनीती में गंगाराम चौधरी एक नायक थे ,उनके निधन से अपूरणीय क्षति हुई हें। बाड़मेर में कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियो से मुलाकात कर वसुंधरा राजे जसोल माता रानी भटियाणी के दर्शन के लिए रवाना हो गयी ,वसुंधरा राजे के जसोल पहुंचते ही वसुन्धरे राजे के खिलाफ जोरदार नारे लग गए। भाजपा के बागी निर्दलीय उम्मीदवार जसवंत सिंह का जसोल गृह गाँव में ,जंहा वसुंधरा राजे का जोरदार विरोध यहाँ कि जनता ने दर्ज कराया। वसुंधरा राजे के खिलाफ लोगो ने वसुंधरा वापस जाओ ,वसुंधरा तेरी तानाशाही नहीं चलेगी ,जसवंत का अपमान नहीं सहेगा राजस्थान जैसे नारे लगे ,वसुंधरा राजे ने जसोल स्थित माता रानी भटियाणी के मंदिर जाकर दर्शन कर पूजा अर्चना कि। इसके बाद वो आसोतरा ब्रह्मधाम के दर्शन के लिए रवाना हुई।

गुरुवार, 20 मार्च 2014

कर्नल कि दावेदारी से बाड़मेर जैसलमेर भाजपा में मचा बवाल , सामूहिक इस्तीफे कि तैयारियां


कर्नल कि दावेदारी से बाड़मेर जैसलमेर भाजपा में मचा बवाल , सामूहिक इस्तीफे कि तैयारियां

बाड़मेर उर्व वित् मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह पर कांग्रेसी नेता और एक दिन पहले भाजपा में आये कर्नल सोनाराम चौधरी कि बाड़मेर से दावेदारी का स्थानीय भाजपा नेताओ ने जबर्दस्त विरोध किया हें। बाड़मेर जैसलमेर में कर्नल के भाजपा कि सम्भावित उम्मीदवारी पर बवाल मच गया हें। पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता सामूहिक इस्तीफे देने कि तैययारी में जुट गए हें। वसुंधरा राजे द्वारा जिताऊ और जन उम्मीदवार के रूप में जसवंत सिंह कि आपसी रंजिस के कारन टिकट कटवा कर्नल सोनाराम चौधात्री को दिलाने कि सिफारिश का जोरदार विरोध शुरू कर दिया हें ,सूत्रानुसार भाजपा के वरिष्ठ और अन्य कार्यकर्ता शाम आठ बजे मानवेन्द्र सिंह से मिलने उनके निवास पहुँच जसवंत सिंह को निर्दलीय मैदान में उतरने का दबाव बनाने जा रहे हें ,वैसे जसवंत सिंह भाजपा टिकट देती हे या नहीं इसकी परवाह किये बिना चौबीस मार्च को नामांकन दाखिल करने कि घोषणा कर चुके हें। उन्होंने साफ़ संकेत दिए कि वो जोधपुर से चुनाव नहीं लड़ेंगे उनका प्रथम लक्ष्य अपने गृह जिले से चुनाव लड़ना हें। भाजपा संघठन में भी कर्नल के नाम का जोरदार विरोध शुरू हो गया हें। भाजपा कार्यकर्ताओ ने सामूहिक बयां दिया कि बाड़मेर से कर्नल सोनाराम भाजपा प्रत्यासी के तौर पर कतई मंजूर नहीं बाड़मेर के सभी छह भाजपा विधायको ने जसवंत सिंह के नाम पर सहमति जताई हें। भाजपा के कार्यकर्ता ओम प्रकाश त्रिवेदी ने बताया कि भाजपा में सिर्फ जसवंत सिंह को ही टिकट मिलना चाहिए। बीस साल भाजपा के खिलाफ लड़ते रहे कांग्रेस नेता को टिकट बर्दास्त नहीं हें। जसवंत सिंह के समर्थन में इस्तीफे देने को तैयार हें

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रविवार, 26 जनवरी 2014

मुख्यमंत्री राजे ने ने आम टी स्टाल पर चाय पी । जीता लोगो का दिल


-मुख्यमंत्री राजे ने ने आम टी स्टाल पर चाय पी । जीता लोगो का दिल


जयपुर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रविवार को बड़ी चौपड़ पर ध्वजारोहण के बाद लौटते समय अचानक छोटी चौपड़ पर स्थित लक्ष्मीनारायण साहू कि चाय के ठेले पर गाड़ी रुकबवा कर आम आदमी कि तरह एक कट चाय को आर्डर दिया। अचानक अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर जयपुर के लोग निहाल से हो गए। वसुंधरा ने सामान्य कांच कि गिलास में ही चाय पी। आम जन से वार्तालाप भी किया। वसुंधरा ने कहा कि आम के प्रति आदर सम्मान बेहद जरुरी हें। इन लोगो करे सुख दुःख में हमारी भागीदारी रहेगी। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी के नाम पर लगने वाले नमो टी स्टाल और चाय वालो से दोस्ती कि राजनीती कि तर्ज पर वसुंधरा ने अच्छा आगाज़ किया। वसुंधरा ने कहा कि चाय वालो के प्रति मेरा पूरा आदर सम्मान हें।

सोमवार, 22 जुलाई 2013

हेमाराम चौधरी की सियासती बादशाहत को वसुंधरा की चुनौती ..भाजपा को कूटनीति अपनानी होगी

विधानसभा क्षेत्र गुड़ा मालानी

हेमाराम चौधरी की सियासती बादशाहत को वसुंधरा की चुनौती ..भाजपा को कूटनीति अपनानी होगी


वसुंधरा राजे हर हाल में गुडा सीट जितना चाहती हें


चन्दन सिंह भाटी

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले की गुड़ा मालानी विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ माना जाता हें ,जन्हा राज्य सरकार में राजस्व मंत्री हेमा राम चौधरी की सियासती बादशाहत कायम हें .हेमाराम चौधरी ने कभी इस विधानसभा सीट को इक्यावन हज़ार से अधिक रिकोर्ड मतों से जित कर परचम लहराया था मगर गत दो चुनावों में जीत का अंतर मात्र दस हज़ार रहा .जो साफ़ करता हें की उनकी सियासती जमीन खिसक रही हें , वे कमज़ोर आज भी नहीं लगते उनका विधानसभा के मतदाताओ से सीधा संपर्क उन्हें मज़बूत बनता हें ,हालांकि चर्चे हें की इस बार हेमाराम चौधरी बायतु से चुनाव लड़ सकते हें .मगर हमारा आंकलन हें की हेमाराम गुडा से ही चुनाव लड़ेंगे .इस बार भी उनके सामने चिरपरिचित उम्मीदवार भाजपा के लाधुराम विश्नोई होंगे .लादुराम विश्नोई ने हाल ही में सुराज यात्रा के दौरान वसुंधरा राजे की जिले में सफलतम सभा कराई .इस सभा में पचीस हज़ार से अधिक की भीड़ जुटा उन्होंने साबित करने में कोई कसार नहीं छोड़ी की इस बार हेमाराम चौधरी के लिए उनसे मुकाबला आसान नहीं होगा .लादुराम को वसुंधरा राजे ने पुरे नंबर दिए .इधर हेमाराम चौधरी के साथ भाजपा के पूर्व मंत्री और पचपदरा के पूर्व विधायक अमर राम का जाटकलबी वोटो का पेक्ट वसुंधरा राजे के हस्तक्षेप के बाद ख़त हो जाने से हेमाराम की जमीन खिसकती नज़र आ रही हें .पेक्त ख़त्म होने के अंदेशे से ही उन्होंने बाड़मेर विधानसभा से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की .चोङ्ग्रेस्स के दिग्गज नेता भी चाहते हें की हेमाराम चौधरी सरीखे नेता को उनकी पसंद की सीट से चुनाव लड़वाना चाहिए मगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नहीं चाहते की हेमाराम बाड़मेर से चुनाव लदे ।हेमारम चुनावों में खर्चा कम करते हें ,लाधुराम ने हेमाराम चौधरी को चुनाव में खर्च करना अवश्य सिखा दिया मगर सियासी चालो में अक्सर मात खा जाते हें .हेमाराम चौधरी भावुक और संवेदनशील हें जिसका फायदा उन्हें चुनावो में मिलाता हें ,लाधुराम विश्नोई बिना किसी रणनीति के चुनाव लड़ते रहे हें ,चुनावों में पैसा पानी की तरह बहा देने से वोट नहीं मिलते यह पिछले दो चुनावों में जनता ने साबित कर दिया .लाधुराम विश्नोई की सबसे बड़ी कमजोरी भाजपा कार्यकर्ताओ पर कमज़ोर पकड़ हें ,वे दूसरो के भरोशे चुनाव लड़ते रहे हें जिसके कारन उन्हें मात मिली .कार्यकर्ताओ तथा विश्नोई जाती का विशवास हासिल नहीं कर पाए ,रही सही कसार पचपदरा के भाजपा के वरिष्ट नेता अमराराम पूरी कर देते हें ,अमराराम कलबी जाती के सशक्त नेता हें ,लाधुराम अमराराम का दिल जितने में नाकाम रहे थे मगर इस बार वसुंधरा राजे ने हस्तक्षेप किया जिसका असर आने वाले चुनाव में नज़र आयेगा . जिसके चलते कलबी मतदाताओ का झुकाव हेमाराम की तरफ रहा वही सिन्धासवा हरनियां में लाधुराम काफी कमज़ोर रहे जो की विश्नोई जाती का गढ़ हें दुधु ,सूरते की बेरी जैसे गाँवो में लाधुराम की कोई पकड़ नहीं हें .लाधुराम को एक सशक्त जात नेता की भी दरकार रहेगी जो जात मतदाताओ का मानस भाजपा की और मोड़ सके .गुडा से पूर्व में चुनाव लड़ चुके कैलाह बेनीवाल का उपयोग इस चुनावों में भाजपा को करना होगा तभी यह सीट निकल पाएगी .लाधुराम विश्नोई के आलावा भाजपा किसी और उम्मीदवार के बारे में सोच भी नहीं रही .इस बार भाजपा अध्यक्ष वसुंधरा राजे ने गुडा सीट को प्राथमिकता देकर हर हालत में जीतने का मुख्य नेताओ को निर्देश दिए हें ,बाड़मेर और गुडा सीट पर वसुंधरा की ख़ास नज़र हें .बहरहाल कांग्रेस के पास तुरुप के पत्ते के रूप में हेमाराम चौधरी मौजूद हें ,गत चार सालो में हेमाराम का कद बढ़ा हें उनका नाम मुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष तक के लिए आगे आया ,कांग्रेस हेमाराम को राजस्थान के जाट नेता के रूप में प्रस्तुत करेगी .यह तय माना जा रहा हें ,लाधुराम विश्नोई को पहले भाजपा तथा विश्नोई जाती पर पकड़ बनाने के साथ मतदाताओ से सीधा संपर्क स्थापित करना होगा तभी वो हेमाराम के सामने टिक पायेंगे।इस बार परिस्थितिया बदल रही हें . वसुंधरा राजे की सभा में आई भीड़ को वोटों में बदलना ही लादूराम के सामने सबसे बड़ी चुनौती हें .वसुन्धर राजे की सभा ने खासा प्रभाव छोड़ा हें 

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रविवार, 21 जुलाई 2013

चौहटन विधानसभा ख़ास चुनावी रिपोर्ट भीड़ को वोटों बदलना होगा चुनौती भरा काम भाजपा के लिए

चौहटन विधानसभा ख़ास चुनावी रिपोर्ट


भीड़ को वोटों बदलना होगा चुनौती भरा काम भाजपा के लिए


एम् आर गढ़ावीर ,पदमाराम और रूपा राम धनदे कांग्रेस और तरुण काग ,आदुराम भाजपा के संभावित प्रत्यासी 


चन्दन सिंह भाटी


बाड़मेर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे की बाड़मेर जिले की सफलतम रही सुराज यात्रा के दौराम बाड़मेर विधानसभा में गुटबाजी की कारण भीड़ नहीं जुटाने को छोड़कर जिले की समस्त विधान सभा क्षेत्रो में वसुंधरा राजे की सभाओं में भारी भीड़ जुटी ,भीड़ में वसुंधरा राजे को लेकर खासा उत्साह भी देखा गया ऽब जबकि वसुंधरा अपना दौर पूरा कर जा चुकी हें ,स्थानीय भाजपा संघठन और नेताओं के समक्ष भीड़ को वोटों में बदलने की चुनौती सामने हें .चोउहतन विधानसभा क्षेत्र में वसुंधरा की दस हजारी से अधिक भीड़ की सभा ने यह साबित कर दिया की उनको लोग अगले मुख्यमंत्री के रूप में लोग स्वीकार करना चाह रहे हें ंअगर स्थानीय गुटबाजी के कारन वसुंधरा राजे की म्हणत पर पानी फिर जाए तो कोई आश्चर्य नहीं .बद्मेर भाजपा कला जिला संघटन वैसे ही बेहद कमज़ोर हें .

चौहतन में भाजपा के स्थानीय नेता खुले रूप से स्थानीय उम्मीदवार की मांग कर रहे हें .भज्प के पिछला चुनाव हातरे तरुण कागा के प्रति सहानुभूति भी हें और उनके समुदाय के खासे वोट भी उनके साथ हें .ब्लोक संघठन भी तरुण काग के पक्ष में हें .भजप को चुनावी चौसर अदब से सजनी होगी ऽब्यथ चौहटन की राह मुस्किल हें ,आदुराम मेघवाल दुसरे उम्मीदवार हें .उङ्का संघ में दबदबा हें संघ के हस्तक्षेप से अगर टिकट लाने में कामयाब भी हो गए तो भाजपा के सामने मुश्किलें आ कसकती हें .चोङ्ग्रेस्स का मूड वर्तमान विधायक पदमा राम को पुनः मैदान में उतरने की योजना हें मगर एम् आर गढ़वीर और रूपाराम धनदे सशक्त उम्मीदवारी पेश कर रहे हें .इतन तय हें की चौहटन में कांग्रेस टिकट अब्दुल हादी परिवार के कहने से ही देगी ,क्यूंकि हादी परिवार का वर्चस्व अभी भी कायम हें ,उनके बिना कांग्रेस जीत की कल्पना नहीं कर सकती कांग्रेस . 

पश्चिमी राजस्थान की सात विधान सभा सीटो में सरहदी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक पदम राम चार साल के कार्यकाल में अपनी विधायकी हैसियत का अहसास नहीं करा पाए .रब्बर स्टाम्प विधायक बन कर रह गए बाड़मेर से लेकर विधानसभा तक अपने क्षेत्र के विकास के मुद्दे उठाने में पूरी तरह विफल रहे .राज्य सरकार में सत्ता पक्ष के विधायक होने के बावजूद पदमा राम कोई काम नहीं करा पाए .इस सरहदी क्षेत्र में पेयजल समस्या मुख्य मुद्दा था जिसके समदशन की आस आम जन को विधायक से थी मगर इन चार सालो में पेयजल की कोई नई योजना पर कार्य नहीं हुआ तो नर्मदा नहर का पानी भी चौहटन तक लाने में पदम राम विफल रहे .चौहटन के लोगो की जीविका हस्तशिल्प उत्पाद पर निर्भर हें मगर इस उद्योग के विकास के लिए विधायक द्वारा कोई प्रयास नहीं किया गया .चौहटन में हेंडीक्राफ्ट बिक्री केंद्र की महती आवश्यकता महसूस की जा रही थी ताकि इस इस घरेलु उद्योग से जुड़े परिवारों को दलालों से मुक्ति मिल सके ,मगर ऐसा नहीं हो पाया .क्षेत्र के बाखासर में नमक उत्पादन के जो प्रयास गत वसुंधरा राजे सरकार ने शुरू किये थे वो इन चार सालो में आगे नहीं बढे ,लोगो को नमक उद्योग स्थापित होने की उम्मीदें थी .मगर बाखासर क्षेत्र में कोई प्रयास ही नहीं हुए ,कांग्रेस विधायक द्वारा चौहटन के किसानो की मूलभूत सुविधाए बिजली ,पानी और रोजगार उपलब्ध करने में भी कोई खास रूचि नहीं दिखाई ,चौहटन में राजनीती हालत जातीय समीकरणों पर निर्भर हें मुस्लिम ,मेघवाल और जातो का ध्रुवीकरण से सीट निकलती हें ,

आगामी विधानसभा चुनावो के लिए कांग्रेस पेराशूट उम्मीदवार आज़मा सकती हें ,एम् आर गढ़ावीर गोपाराम मेघवाल और रूपाराम घनदे का नाम प्रमुखता से चल रहा हें ,इतना भी तय हें हादी परिवार की सहमति के बिना किसी को टिकट नहीं मिलेगी ,राज्यमंत्री का दर्ज पाने के बाद अब्दुल गफूर का मजबूत हुए हें वही चौहटन प्रधान सम्मा खान की लोकप्रियता काफी बड़ी हें ,हालाँकि शम्मा खान शिव विधानसभा क्षेत्र कोंग्रेस की सशक्त दावेदार हें ,राजनीती क्षेत्र में सम्मा खान ने कम समय में बड़ी छलांग लगी हें ,भाजपा की तरफ से आदुराम मेघवाल ,तरुण काग , वेदारी में हें ,चौहटन विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय व्यक्ति को टिकट पर लोबिंग अभी से शुरू हो गई हें ,वर्तमान विधायक आम जन की उमीदो पर खरे नहीं उतारे .उनकी रिपोर्ट कार्ड बेहद कमज़ोर हें ,आम जन में उनकी छवी और हैसियत विधायक की कम और हादी परिवार के अनुयायी की ज्यादा हें ,

शुक्रवार, 19 जुलाई 2013

foto सुराज यात्रा जालोर जिले में पहुंची भव्य स्वागत ...वसुंधरा राजे गदगद हुई

सुराज यात्रा जालोर जिले में पहुंची भव्य स्वागत ...वसुंधरा राजे गदगद हुई 

भाजपा के रंग में रंगे पचपदरा, सिवाना , आहोर

सुराज अभिनन्दन... (15 photos)

जोश और जुनून से सराबोर युवा शक्ति ह्रदय में उठते हुए ज्वार, परिवर्तन की ललक व अदम्य साहस के साथ "सुराज" स्वागत से अपने सुंदर-समर्थ - सशक्त भविष्य की रचना कर रहा है ... थापन, मोकलसर, काठाडी , रायथल, ओड़वारा, व सकराना (पचपदरा, सिवाना , आहोर) में भव्य स्वागत ... भाजपा के रंग में रंगे पचपदरा, सिवाना , आहोर















सिवाना में ऐतिहासिक सभा …हज़ारो लोगो ने संकल्प लिया सुराज का









सिवाना में ऐतिहासिक सभा …हज़ारो लोगो ने संकल्प लिया सुराज का 




हम सब मिलकर राजस्थान को विकसित राज्य बनायेंगे वसुंधरा राजे

बाड़मेर किसी भी प्रदेश की तरक्की में वहाँ की शिक्षा व चिकित्सा व्यस्था का महत्वपूर्ण योगदान होता है। वर्तमान में राजस्थान के कई स्कूलों में अध्यापक नहीं है, अस्पतालों में चिकित्सक और लैब टैक्निशियन नहीं है। इसके बावजूद अच्छी शिक्षा, मुफ्त दवा और मुफ्त जांच का सरकार झूँठा दावा कर रही है। अगर कांग्रेस सरकार का यह दावा सही होता तो आज राजस्थान पिछड़ा हुआ नहीं होता । हमारे युवा बेरोज़गार नही होते । स्कूलों व अस्पतालों की दुर्दशा नहीं होती।

अब हम सब को मिलकर इन व्यवस्थाओं को सही करना है। प्रगति पथ पर साथ चलते हुए विकसित राजस्थान बनाना है यह बात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सुराज संकल्प यात्रा के सातवें चरण में बाड़मेर जिले के सिवाना में आयोजित महा सभा को संबोधित करते हुए कही .भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे ने नये और जनता के सपनों के राजस्थान का संकल्प दोहराते हुए सरकार पर जमकर प्रहार किये और कहा कि ये सरकार झूठे विज्ञापनों के जरिए जनता की आंखों में धूल झोंक रही है, लेकिन राजस्थान के समझदार और स्वाभिमानी लोग अब इस सरकार के झांसों में आने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि ये सरकार अपनी झूठी घोषणाओं को उपलबिधयां बताकर जनता के साथ फरेब कर रही है। । नि:शुल्क दवाइयों और नि:शुल्क जांच के विज्ञापनों पर भी कटाक्ष करते हुए राजे ने कहा कि अस्पतालों में डाक्टर नहीं है। फिर कैसी मुफ्त दवा और कैसी मुफ्त जांच? काम करके विज्ञापन दो तो ठीक है, लेकिन झूठे विज्ञापनों से जनता के पैसे को बर्बाद करो ये ठीक नहीं। भले ही कुछ लोगों को कुछ समय तक बेवकूफ बनाया जा सकता है, लेकिन सब लोगों को पूरे समय बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता। सरकार को ये समझ लेना चाहिए।


वसुन्धरा राजे ने कहा कि एक ओर तो सरकार नौकरियां देने का दावा कर रही है और दूसरी ओर नौकरी नहीं मिलने की पीड़ा में परिवार टावर पर चढ़ रहे है। बेरोजगारी का तो ये आलम है कि हाल ही में हुर्इ पटवारी के 2200 पदों के लिए 11 लाख बेरोजगारों ने आवेदन किया और 7 लाख ने परीक्षा दी। इससे ज्यादा बड़ी शर्म की और क्या बात होगी कि सूचना सहायक भर्ती परीक्षा के लिए 50 हजार अभ्यर्थी राज्य से बाहर परीक्षा देंगे, क्योंकि सरकार के पास एक साथ 70 हजार कम्प्यूटर उपलब्ध नहीं है। राजस्थान के ये अभ्यर्थी सलेक्ट होने के बाद नौकरी भले ही राजस्थान में करेंगे, लेकिन उन्हें परीक्षा देने तो उन्हें दूसरे प्रदेशों में जाना पडे़गा। ये तो इस सरकार का हाल है।

सीबीआर्इ से राजस्थान पुलिस अच्छी
वसुन्धरा राजे ने कहा कि सीबीआर्इ अपराधियों के लिए नहीं भाजपा नेताओं के लिए है। जब कोर्इ उनसे सीबीआर्इ से जांच कराने की मांग करता है तो वह साफ कह देती है कि सीबीआर्इ से तो हमारी राजस्थान पुलिस ही अच्छी है। सीबीआर्इ तो गुलाबचंद कटारिया जैसे नेता को कांग्रेस के इशारे पर फसाने का काम करती है।

किसानों को नहीं मिल रहा खाद बीज
वसुन्धरा राजे ने कहा कि फसल बुआर्इ का समय आ गया लेकिन किसानों को अनुदान पर मिलने वाला खाद बीज नहीं मिल रहा। ये रहे मौजूद- पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने भी संबोधित किया .विधायक कान सिंह कोटडी,किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष हमीर सिंह भायल ,मूल सिंह भायल ,अर्जुन मेघवाल ,ओंकार सिंह लखावत औटा राम देवासी सहित कई भाजपा उपस्थित थे
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foto...बाड़मेर नाकोड़ा वासियों द्वारा वसुंधरा राजे का भव्य स्वागत व अभिनन्दन

नाकोड़ा जी (पचपदरा) दर्शन व पूजा-अर्चना से आज की यात्रा का 










शुभारंभ...





बाड़मेर नाकोड़ा वासियों द्वारा वसुंधरा राजे का भव्य स्वागत व 


अभिनन्दन 

बुधवार, 17 जुलाई 2013

गाजी फ़क़ीर के किले में वसुंधरा की सेंध



गाजी फ़क़ीर के किले में वसुंधरा की सेंध


अल्पसंख्यकों ने दिखाई भाजपा के प्रति रूचि


फ़क़ीर के गाँव बासनपिर में वसुंधरा का स्वागत



भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे सुराज यात्रा के सातवें चरण के साथ मारवाड़ में जन सभाओ के माध्यम से जनता की नब्ज़ टटोल रही हें ,उनके साथ पूर्व व्विदेश मंत्री जसवंत सिंह की उपस्थिति ने क्षेत्र के अल्पसंख्यको ममें भाजपा के प्रति रूचि दिखाई दी .जैसलमेर में मुस्लिमों के धर्म गुरु गाजी गकिर के क्षेत्र बासंपिर में अल्पसंख्यको ने वसुंधरा राजे के स्वागत के लिए विशेष कार्यक्रम रख भाजपा में रूचि दिखाई .बसंपिर कांग्रेस के पोकरण विधायक साले मोहम्मद का गाँव हें वहीं जैसलमेर जिला प्रमुल अब्दुल्ला फ़क़ीर भी यही से हें .गाजी फलिर भागु का गाँव में रहते हें जो बसन्पुइर के एकदम पास में हें .कांग्रेस के माई बाप कहे जाने वाले गाजी फ़क़ीर सीमावर्ती क्षेत्र में कांग्रेस के रहनुमा हें .मुस्लिम उनके फतवे के आधार पर वोट करते हें .जैसलमेर कांग्रेस में इस परिवार का खासा दबदबा हें ,

स्थानीय भाजपा नेता अल्पसंख्यको को जोड़ नहीं पाए .जसवंत  सिंह के पुत्र मानवेन्द्र सिंह को मुस्लिमो ने दिल खोकर समर्थन दिया था .अब जबकि जसवंत सिंह वसुंधरा के साथ थे अल्पसंख्यको ने भाजपा को सुखद अहसास कराया .वसिंधरा का बसंपिर में स्वागत जिले की राजनीती में नए समीकरणों को जन्म देगी ,वही गाजी फ़क़ीर परिवार के दबदबे पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया ,वसुंधरा राजे का देवीकोट में मुस्लिमो ने दिल खोल कर स्वागत किया उन्हें चुनरी भी ,ओढे अल्प्संक्ल्ह्यक बाहुल्य कहर फ़क़ीर की ढाणी गाँव में तो अल्पसंख्यकों की मांग पर विशेष स्वागत कार्यक्रम रखा गया अमूमन राजनितिक कार्यक्रमों में मुस्लिम महिलाए भाग नहीं लेती मगर वसुंधरा राजे के स्वागत के इस कार्यक्रम में मुस्लिम महिलाओ का उत्साह और भागीदारी गौर करने योग्य थी ,मुस्लिम बाहुल्य फतेहगढ़ और बरियादा में अल्पसंख्यकों ने वसुंधरा का दिल खोल कर स्वागत किया ,

वहीं वसुंधरा राजे बाड़मेर जिले के रोहिली पीर की दरगाह पर भी गई ,रोहिली पीर की मुस्लिम समुदाय में बड़ी मान्यता के उनके हज़ारो मुरीद हें .रोहिली में वसुंधरा को विशेष तौर से पूर्व संसद मानवेन्द्र सिंह ले गए यहाँ भी वसुंधरा के प्रति आकर्षण दिखा ,सबसे बड़ी बात की शिव विधान सभा क्षेत्र में आयोजित सभा में अल्पसंख्यक को भरी भीड़ ने वसुंधरा और भाजपा ने नया जोश भर दिया ,मुराद अली मेहर और सफी खान तामलिया ने हज़ारो मुस्लिमो को सभा तक लाने में सफलता हासिल  की .मज़े की बात हें यह क्षेत्र मुस्लिम नेता और राज्य सरकार में मंत्री अमिन खान का हें .इसके बावजूद अल्पसंख्यको ने सुराज यात्रा के प्रति जबदस्त रूचि दिखाई .सुराज यात्रा में वसुंधरा को जसवंत का साथ मिलने से मुस्लिम समुदाय का पहली बार समर्थन मिला .इस क्षेत्र में मुस्लिम जसवंत के प्रति अगाध श्रद्धा रखते हें .


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शनिवार, 13 जुलाई 2013

वसुंधरा राजे की सभा से पहले फुट आई नज़र



सुराज संकल्प यात्रा बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र में कोई धनि धोरी नहीं


वसुंधरा राजे की सभा से पहले फुट आई नज़र


बाड़मेर चार दिन बाद बाड़मेर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपनी महत्वपूर्ण सुराज यात्रा लेकर बाड़मेर आ रही हें .बाड़मेर जिले की सात विधान सभा क्षेत्रों में से छ पर बेहतरीन तैओयरि चल रही हें वहीं बाड़मेर विधान सभा सीट पर होने वाली सभा को लेकर भाजपा की गुट बाज़ी सामने आई हें .मंगलवार को सुराज यात्रा बाड़मेर पहुंचेगी .भाजपा के आधा दर्जन उम्मीदवार हें इस सीट पर .पर कोई सुराज यात्रा को लेकर गंभीर नहीं हें .कहने को सेठ प्रतासियों ने वसुंधरा राजे के साथ अपने फोटो लगा कर होर्डिंग जरुर लगा लिए मगर ग्रामीण क्षेत्रों से भाजपा समर्थक लोगो को सभा स्थल तक लाने के इंतजामात कोई नहीं कर रहा .हर कोई खर्चे के दर से तैयारियो को अंजाम नहीं दे रहा .कहने को भाजपा एक जुट हें .मगर सुराज यात्रा के निमंत्रण के नाम पर नेता फोटो खिचवा कर अखबारों में जरुर दे रहे हें ,मगर धरातल स्तर पर व्यवस्था कोई नहीं कर रहा .कार्यकर्ता संभावित उम्मीदवारों के खेमे में बनते नज़र आ रहे हें .शहर में लग ही नहीं रहा की चार दिन बाद वसुंधरा की सभा होने वाली हें .होर्डिंग लगाने भर से भीड़ नहीं जुटती शायद हवाई नेता यह नहीं जानते .लोगो को सभा स्थल तक लाने के सारे जातां करने होते हें .भाजपा की कार्यकारिणी के लोग भी खामोश हें .पार्टी के वफादार कार्यकर्ता चुप हें .उन्हें यह पीड़ा सता रही हें की वसुंधरा राजे की सभा में गुटबाजी के कारन कोई खलल ना पद जाए .संभावित उम्मीदवार एक दुसरे को फ़ैल करने के चक्कर में सुराज यात्रा की सभा की बलि लेने की तयारी में हें .

शुक्रवार, 31 मई 2013

सांग सिंह प्रबल दावेदार पर साले मोहम्मद से पैक्ट की चर्चाएँ पड़ सकती हें भारी



जैसलमेर की ताज़ा राजनीती पर ख़ास रिपोर्ट जैसलमेर किस करवट बदलेगी राजनीती


सांग सिंह प्रबल दावेदार पर साले मोहम्मद से पैक्ट की चर्चाएँ पड़ सकती हें भारी



चन्दन सिंह भाटी


जैसलमेर भारत पाकिस्तान की सरहद पर बसे राजस्थान के अंतिम जिले जैसलमेर में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर स्थानीय नेताओं की जोर आश्माऎस शुरू हो गयी .जिले में दप विधानसभा सीटें जैसलमेर और पोकरण हें ,जन्हा वर्त्तमान में जैसलमेर सीट भाजपा और कांग्रेस के पास पोकरण हें .वर्त्तमान भाजपा विधायक छोटू सिंह भाटी का कार्यकाल कोई नहीं रहा .राजनितिक नासमझ के कारण कई मौको पर छोटू सिंह जनता के बीच अपनी छवि नहीं बना पाए वाही छोटू सिंह द्वारा वर्त्तमान कांग्रेस सरकार का हर कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करने से भाजपा के आला नेता भी उनसे नाराज़ हें ,बताया जा रहा हें की कांग्रेस के हर कार्यक्रम में शरीक होकर छोटू सिंह गुणगान करते नज़र आने से भाजपा कार्यकर्ता खफा हें ,विकास के नाम पर भी छोटू सिंह कुछ भी नहीं कर पाए .विधायक कोटे का भी उपयोग नहीं कर पाए ,वर्तमान विधायक भाजपा प्रदेश अध्यक्षा वसुंधरा राजे की टीम से मेल नहीं खाते उन पर गाज गिर सकती हें ,भाजपा के पास दावेदारों में पूर्व विधायक सांग सिंह ,रेणुका भाटी ,मनोहर सिंह अडबाला ,रणवीर सिंह सोढा शामिल हें ,सांग सिंह ने गत पांच सालो में अपनी छवि जन नेता की बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी .जनता हो या किसान या छात्र हर आन्दोलन में साथ खड़े नज़र आये वही जन हित मुद्दों की पैरवी ,कांग्रेस नेताओं ,मंत्रियों का घेराव करने में भी अग्रणी ,रहे सांग सिंह जैसलमेर से सशक्त दावेदार हें मगर दो मर्चों पर वो भी कमज़ोर साबित हो रहे हें छोटू सिंह पर राजनितिक आरोप हें की उन्होंने अल्पसंख्यक नेता और पोकरण विधायक साले मोहम्मद से पेक्ट कर रखा हें की वो पोकरण में उनकी मदद करेंगे साले मोहम्मद जैसलमेर में मुसलमानों के वोट दिला कर मदद करे।इसी पेस्ट की शिकायत वसुंधरा राजे तक भाजपा के स्थानीय नेताओ ने की हें ,सांग सिंह पर कथित सी डी प्रकरण में शामिल होने की चर्चे हें ,इस सी डी को राज्य के एक चेनल ने चलाया था जिसके चलते उनकी टिकट कटी थी , इस बार सांग सिंह को टिकट मिली तो काफी भरी उम्मीदवार साबित होंगे अलबता एनी उम्मीदवारों में मनोहर सिंह अडबाला की साफ़ छवि और युवा होने के कारन उन्हें प्राथमिकता मिले तो कोई आश्चर्य नहीं सांग सिंह अगर फ़क़ीर परिवार के साथ किये कथित पेक्ट को छोड़ते हें तो भाजपा को पोकरण में भी सफलता मिल सकती हें ,कांग्रेस के पास भी जैसक्मेर में दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त हें ,उम्मेद सिंह तंवर ,सुनीता भाटी ,सभापति अशोक सिंह तंवर ,गोवर्धन कल्ला ,दिनेश पाल सिंह ,जनक सिंह सत्तो ,देव्कारम माली ,इनमे उम्मेद सिंह तंवर और सुनीता भाटी सशक्त दावेदार हें ,अशोक गहलोत से नज़दीकियों का फायदा उम्मेद सिंह तंवर को मिले तो कोई आश्चर्य नहीं ,पोकरण में कांग्रेस के पास एक मात्र उम्मीदवार साले मोहम्मद हें वहीं भाजपा की और से गत चुनावों में बहुत कम अंतर से हरे शैतान सिंह ,पूर्व शिव विधायक जालम सिंह रावलोत ,मुराद अली मेहर के साथ साथ पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह नाम भी चर्चा में हें ,शैतान सिंह को भाजपा एक और मौका दे सकती हें क्योंकि गत चुनावों में एक बारगी शैतान सिंह की जीत तय हो गयी थी मगर पोस्टल मतों में गणित बिगाड़ दिया लगभग पांच सौ मतों से चुनाव हार गए थे .भाजपा को पोकरण सीट निकलने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे क्योंकि वर्तमान विधायक साले मोहम्मद ने अपने कार्यकाल में हर वर्ग के लोगो का काम किया हें ,अलबता पोकरण और जैसलमेर प्रशासन में साले मोहम्मद समर्थको का दबदबा अन्य समाज के लोगो को पसंद नहीं आ रहा ,साले मोहम्मद के समर्थको का जिला प्रशासन में इस कदर आंतक हें की कोई अधिकारी इनके खिलाफ जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते ,हर किसी के पास साले मोहम्मद जैसा पॉवर होना साले मोहम्मद के खिलाफ जा सकता हें .फ़क़ीर परिवार की बादशाहत को ग्रान लग चुका हें ,गाजी फ़क़ीर के नेपथ्य में जाने से और अल्पसंख्यक समुदाय में गाजी फ़क़ीर के विरोध के कारण कई मुस्लिम नेता उनके खिलाफ हो गए वर्तमान में जैसलमेर की राजनीती में भाजपा कांग्रेस के पास एक एक सीट जीतने का मौका हें मगर जो चुनाव में पूर्ण राजनितिक कूटनीति और रन निति से लडेगा उसे सफलता मिल सकती हें ,पिछली बार बागियों ने दोनों दलों का खेल बिगाड़ दिया था ,छोटू सिंह को शहरी मतदाताओ के अतिरिक्त समर्थन के कारन सफलता मिल गयी थी .--

शुक्रवार, 19 अप्रैल 2013

राजस्थानी की जो बात करेगा वही राजस्थान पर राज करेगा ..बारहट

राजस्थानी की जो बात करेगा वही राजस्थान पर राज करेगा ..बारहट


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के प्रदेश
महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहट ने बताया   आगामी चुनावो में राजस्थानी
भाषा को संवेधानिक मान्यता मुख्य मुद्दा होगा ,जो राजस्थानी की बात करेगा
वही राजस्थान पर राज ,करेगा बारहट आठ नौ जून को बाड़मेर में आयोजित होने
वाले राजस्थानी भाषा साहित्य और संस्कृति महोत्सव के तैयारियों का जायजा
लेने के दौरान डाक बंगलो में आयोजित पत्रकार सम्मलेन को संबोधित कर रहे
थे ,ठेठ राजस्थानी में बोलते हुए उन्होंने कहा की राजस्थान के दोनों
प्रमुख दल सुराज संकल्प और विकास यात्रा निकाल रहे हें ,उन्होंने सवाल
किया की राजस्थान की संस्कृति और भाषा की बात के बगैर कैसा सुराज हो सकता
हें ,उन्होंने कहा की राजस्थानी की बात अब राजनीतिज्ञों को करनी पड़ेगी अब
जनता अपनी भाषा को संवेधानिक मान्यता दिलाने के लिए जाग गयी हें
,उन्होंने कहा की जब नरेन्द्र मोदी गुजराती में भाषण देकर गर्व महसूस कर
सकते हें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे
को राजस्थानी में भाषण देने में शर्म क्यों आती हें ,उन्होंने कहा की जो
नेता राजस्थान की भाषा और संस्कृति को अपना नहीं सकते उन्हें राज करने का
कोई अधिकार नहीं हें ,बारहट ने कहा की समिति कर्नाटक के विधानसभा चुनावो
में भी प्रवासी राजस्थानियों के माध्यम से राजस्थानी को संवेधानिक
मान्यता दिलाने के लिए एक जुट प्रयास कर रही हें वही संसद के इस माह शुरू
हो रहे सत्र में राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं दी तो सरकार को परिणाम
चुनावो में भुगतने पड़ेंगे उन्होंने कहा की राजस्थान के सांसदों में
राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के प्रति इच्छा शक्ति का आभाव दर्शाता
हें की उन्हें राजस्थान के लोगो की भावना से कोई सरोकार नहीं ,उन्होंमे
कहा की बाहरी प्रान्तों के परीक्षार्थी अपनी प्रांतीय भाषा के सहारे आई ए
एस बनाने में सफल हो कर राजस्थानियों का हक़ छीन रहे हें ,राजस्थानी भाषा
की अहमियत सरक्लर समझ नहीं रही हें ,उन्होंने कहा की आगामी विधानसभा
चुनावों में समिति मायड़ भाषा सम्मान यात्रा निकाल गाँव गाँव ढाणी ढाणी
जाकर वोटो की गणित बिगड़ेगी ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक
मान्यता के लिए सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से आठ नौ जून को बाड़मेर
में राजस्थानी भाषा साहित्य और संस्कृति महोत्सव जन सम्मलेन के रूप में
आयोजित कर बीस हज़ार से अधिक लोग जुटाएगी ताकि राजस्थानी भाषा को मान्यता
का राजनितिक मार्ग प्रसस्त हो ,उन्होंने कहा की समिति के प्रभारी
अर्जुनदान देथा दौ सौ से अधिक गाँवो में महोत्सव को लेकर जन संपर्क कर
चुके हें ,इस अभियान को और तेज़ किया जायेगा तथा आम जन को इससे जोड़ा
जायेगा ,उन्होंने कहा की सरकार ने शिक्षा का अधिकार तो दे दिया मगर
प्रारंभिक शिक्षा प्रांतीय भाषा में हो यह अधिकार राज्य सरकार ने अभी तक
नहीं दिया ,उन्होंने अफ़सोस जाहिर करते हुए कहा की राजस्थान के पेंतीस
संसद राजस्थानी भाषा के मुद्दे पर संसद में प्रभावी पैरवी करने में विफल
रहे ,उन्होंने ने जनप्रतिनिधियों को चेताते हुए कहा की उनके विधायक और
सांसद बनाने का रास्ता हमारे घरो से होकर गुजरता हें इतना जरुर याद रखे
,उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा की समिति सुनले नेता सगल डंके री चोट
पैली भाषा पछै वोट की तर्ज पर अभियान शुरू करेगी ,उनके साथ जोधपुर संभाग
उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ,महेश दादानी
,भीखदान चरण ,नरेश देव सारण ,इन्दर प्रकाश पुरोहित ,लक्षमण गोदारा ,रमेश
सिंह इन्दा ,भोम सिंह बलाई ,रघुवीर सिंह तामलोर ,हिन्दू सिंह तामलोर
,सवाई चावड़ा ,बाबू खान शैख़ ,मुबारक खान ,आवड सिंह सोढा ,सहित कई
पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे ,

बुधवार, 10 अप्रैल 2013

सुराज संकल्प यात्रा में वसुंधरा ने की मोटरसाइकिल की सवारी

सुराज संकल्प यात्रा में वसुंधरा ने की मोटरसाइकिल की सवारी


आसपुर (डूंगरपुर)   सुराज संकल्प यात्रा के छठे दिन वसुंधरा राजे ने मंगलवार को मोटरसाइकिल पर सवारी की। वे शक्तिपीठ विजवामाता मंदिर में दर्शन के लिए गई थीं। विजवामाता मोड़ से मंदिर तक रथ से जाने का मार्ग नहीं था। वसुंधरा कार में बैठने लगीं तो भाजपा कार्यकर्ता शंकर मीणा ने कहा कि उसकी इच्छा है कि वह अपनी मोटर साइकिल से उनको मंदिर ले जाए। इतना सुनते ही राजे उसकी मोटरसाइकिल पर बैठ गईं और मंदिर पहुंचकर दर्शन और पूजा-अर्चना की। शक्तिपीठ विजवामाता मंदिर करीब 900 साल पुराना है और अब देवस्थान विभाग के पास है।

सोमवार, 8 अप्रैल 2013

देखिये तस्वीरे सुराज संकल्प यात्रा ऋषभदेव से शुरू ....









देखिये तस्वीरे सुराज संकल्प यात्रा ऋषभदेव से  शुरू .....

वसुंधरा राजे ऋषभदेव के दर्शन करती हुई साथ में गुलाब चंद  कटारिया