रविवार, 21 जुलाई 2013

चौहटन विधानसभा ख़ास चुनावी रिपोर्ट भीड़ को वोटों बदलना होगा चुनौती भरा काम भाजपा के लिए

चौहटन विधानसभा ख़ास चुनावी रिपोर्ट


भीड़ को वोटों बदलना होगा चुनौती भरा काम भाजपा के लिए


एम् आर गढ़ावीर ,पदमाराम और रूपा राम धनदे कांग्रेस और तरुण काग ,आदुराम भाजपा के संभावित प्रत्यासी 


चन्दन सिंह भाटी


बाड़मेर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे की बाड़मेर जिले की सफलतम रही सुराज यात्रा के दौराम बाड़मेर विधानसभा में गुटबाजी की कारण भीड़ नहीं जुटाने को छोड़कर जिले की समस्त विधान सभा क्षेत्रो में वसुंधरा राजे की सभाओं में भारी भीड़ जुटी ,भीड़ में वसुंधरा राजे को लेकर खासा उत्साह भी देखा गया ऽब जबकि वसुंधरा अपना दौर पूरा कर जा चुकी हें ,स्थानीय भाजपा संघठन और नेताओं के समक्ष भीड़ को वोटों में बदलने की चुनौती सामने हें .चोउहतन विधानसभा क्षेत्र में वसुंधरा की दस हजारी से अधिक भीड़ की सभा ने यह साबित कर दिया की उनको लोग अगले मुख्यमंत्री के रूप में लोग स्वीकार करना चाह रहे हें ंअगर स्थानीय गुटबाजी के कारन वसुंधरा राजे की म्हणत पर पानी फिर जाए तो कोई आश्चर्य नहीं .बद्मेर भाजपा कला जिला संघटन वैसे ही बेहद कमज़ोर हें .

चौहतन में भाजपा के स्थानीय नेता खुले रूप से स्थानीय उम्मीदवार की मांग कर रहे हें .भज्प के पिछला चुनाव हातरे तरुण कागा के प्रति सहानुभूति भी हें और उनके समुदाय के खासे वोट भी उनके साथ हें .ब्लोक संघठन भी तरुण काग के पक्ष में हें .भजप को चुनावी चौसर अदब से सजनी होगी ऽब्यथ चौहटन की राह मुस्किल हें ,आदुराम मेघवाल दुसरे उम्मीदवार हें .उङ्का संघ में दबदबा हें संघ के हस्तक्षेप से अगर टिकट लाने में कामयाब भी हो गए तो भाजपा के सामने मुश्किलें आ कसकती हें .चोङ्ग्रेस्स का मूड वर्तमान विधायक पदमा राम को पुनः मैदान में उतरने की योजना हें मगर एम् आर गढ़वीर और रूपाराम धनदे सशक्त उम्मीदवारी पेश कर रहे हें .इतन तय हें की चौहटन में कांग्रेस टिकट अब्दुल हादी परिवार के कहने से ही देगी ,क्यूंकि हादी परिवार का वर्चस्व अभी भी कायम हें ,उनके बिना कांग्रेस जीत की कल्पना नहीं कर सकती कांग्रेस . 

पश्चिमी राजस्थान की सात विधान सभा सीटो में सरहदी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक पदम राम चार साल के कार्यकाल में अपनी विधायकी हैसियत का अहसास नहीं करा पाए .रब्बर स्टाम्प विधायक बन कर रह गए बाड़मेर से लेकर विधानसभा तक अपने क्षेत्र के विकास के मुद्दे उठाने में पूरी तरह विफल रहे .राज्य सरकार में सत्ता पक्ष के विधायक होने के बावजूद पदमा राम कोई काम नहीं करा पाए .इस सरहदी क्षेत्र में पेयजल समस्या मुख्य मुद्दा था जिसके समदशन की आस आम जन को विधायक से थी मगर इन चार सालो में पेयजल की कोई नई योजना पर कार्य नहीं हुआ तो नर्मदा नहर का पानी भी चौहटन तक लाने में पदम राम विफल रहे .चौहटन के लोगो की जीविका हस्तशिल्प उत्पाद पर निर्भर हें मगर इस उद्योग के विकास के लिए विधायक द्वारा कोई प्रयास नहीं किया गया .चौहटन में हेंडीक्राफ्ट बिक्री केंद्र की महती आवश्यकता महसूस की जा रही थी ताकि इस इस घरेलु उद्योग से जुड़े परिवारों को दलालों से मुक्ति मिल सके ,मगर ऐसा नहीं हो पाया .क्षेत्र के बाखासर में नमक उत्पादन के जो प्रयास गत वसुंधरा राजे सरकार ने शुरू किये थे वो इन चार सालो में आगे नहीं बढे ,लोगो को नमक उद्योग स्थापित होने की उम्मीदें थी .मगर बाखासर क्षेत्र में कोई प्रयास ही नहीं हुए ,कांग्रेस विधायक द्वारा चौहटन के किसानो की मूलभूत सुविधाए बिजली ,पानी और रोजगार उपलब्ध करने में भी कोई खास रूचि नहीं दिखाई ,चौहटन में राजनीती हालत जातीय समीकरणों पर निर्भर हें मुस्लिम ,मेघवाल और जातो का ध्रुवीकरण से सीट निकलती हें ,

आगामी विधानसभा चुनावो के लिए कांग्रेस पेराशूट उम्मीदवार आज़मा सकती हें ,एम् आर गढ़ावीर गोपाराम मेघवाल और रूपाराम घनदे का नाम प्रमुखता से चल रहा हें ,इतना भी तय हें हादी परिवार की सहमति के बिना किसी को टिकट नहीं मिलेगी ,राज्यमंत्री का दर्ज पाने के बाद अब्दुल गफूर का मजबूत हुए हें वही चौहटन प्रधान सम्मा खान की लोकप्रियता काफी बड़ी हें ,हालाँकि शम्मा खान शिव विधानसभा क्षेत्र कोंग्रेस की सशक्त दावेदार हें ,राजनीती क्षेत्र में सम्मा खान ने कम समय में बड़ी छलांग लगी हें ,भाजपा की तरफ से आदुराम मेघवाल ,तरुण काग , वेदारी में हें ,चौहटन विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय व्यक्ति को टिकट पर लोबिंग अभी से शुरू हो गई हें ,वर्तमान विधायक आम जन की उमीदो पर खरे नहीं उतारे .उनकी रिपोर्ट कार्ड बेहद कमज़ोर हें ,आम जन में उनकी छवी और हैसियत विधायक की कम और हादी परिवार के अनुयायी की ज्यादा हें ,

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