मंगलवार, 18 दिसंबर 2018

बारमेर तंबाकू उपभोग रोकने के लिए हमें करने होंगे मिलकर प्रयास

  बारमेर  तम्बाकू नियंत्रण पर जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएमएचओ ने कहा-  
तंबाकू उपभोग रोकने के लिए हमें करने होंगे मिलकर प्रयास


तंबाकू नियंत्रण एवं आमजन में जागरूकता लाने के लिए पुलिस विभाग, पंचायतीराज विभाग शिक्षा विभाग, स्थानीय संस्थाओं की एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेश चैधरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ, जिसमें डाॅ. चैधरी ने तंबाकू उपभोग को रोकने के लिए मिलकर प्रयासों की आवश्कता बताई।

प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएमएचओ डाॅ. चैधरी ने कहा कि प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से  तंबाकू का सेवन मनुष्य के लिए जानलेवा साबित हो सकता है, जिसकी जानकारी यहां मौजूद विभागों को आमजन तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग साथ आगे आना होगा। उन्होने कहा कि पुलिस विभाग, पंचायतीराज विभाग, शिक्षा विभाग व स्थानीय संस्थाओं का तंबाकू नियंत्रण की गतिविधियों को आमजन तक पहुंचाना तंबाकू सेवन से बढ़ती मौतों में एक सार्थक कदम सिद्ध होगा। उन्होने सभी विभागों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों में सहयोग का आह्वान किया । उन्होनें उपस्थित सभी विभागों को तंबाकू सेवन के उपभोग के रोकथाम की कार्यप्रणाली का प्रशिक्षण प्रदान किया।

      उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. पीसी दीपन ने प्रोजेक्टर के माध्यम से राजस्थान में तंबाकू सेवन से होने वाली मौतों की जानकारी देते हुए बताया कि आज सर्वे के अनुसार 50 हजार मौत प्रतिवर्ष धूम्रपान के दुष्प्रभाव व तंबाकू सेवन से होती ह,ै जिनमें 10 प्रतिशत मौत का कारण अप्रत्यक्ष धूम्रपान होता है। उन्होंने तंबाकू सेवन से ह्रदय घात, लकवा, फेंफडों के कैसर व मुख कैंसर होने का खतरा 25 प्रतिशत बढ़ने की संभावना बताई। उन्होंने कोटपा एक्ट की धारा 4, 5, 6 अ ,ब  तथा 7 के दौरान अपनायी जाने वाली प्रक्रिया से अवगत कराया । उन्होंने शिक्षा विभाग से तंबाकू सेवन को प्रथम स्तर पर रोकने के सफल प्रयास की आशा जताते हुए विद्यालयांे मंे तंबाकू सेवन पर पूर्णतः प्रतिबंध की अपेक्षा की।
इस दौरान पुलिस उपाधिक्षक विजयसिंह, जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, प्रारम्भिक डीईओ कन्हैया लाल, एसएचओ कोतवाली हरीश राठौड़, एडीईओ, राजेश्वरी चैधरी सहित प्रधान, विद्यालयों के प्रधानाचार्य, संस्थाओं के प्रतिनिधी सहित पंचायतीराज विभाग-शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी प्रशिक्षणार्थी रहे।

सिलिकोसिस जांच शिविर में न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड ने की 140 श्रमिकों की जांच
 जिला अस्पताल में सिलिकाॅसिस जांच शिविर में न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड द्वारा 140 श्रमिकों की जाचं की गई तथा सिलिकाॅसिस पीडितों को प्रमाण पत्र बनाये गये।
      मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेष चैधरी ने बताया कि आज जिला अस्पताल में
न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड द्वारा 140 श्रमिकों की जांच की गई । इन श्रमिकों में खान श्रमिक व संनिर्माण
श्रमिक षामिल है । न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड में डाॅ. गोरधन चैधरी टीबी चेस्ट, डाॅ. दिनेष परमार
फीषियन व डाॅ. संजय मित्तल रेडियोलाॅजिस्ट षामिल रहे।                                                 

जैसलमेर,केंद्रीय अध्ययन दल ग्रामीणों से हुआ रूबरू,अकाल की स्थिति की ली जानकारी

 जैसलमेर,केंद्रीय अध्ययन दल ग्रामीणों से हुआ रूबरू,अकाल की स्थिति की ली जानकारी

       जैसलमेर, 18 दिसम्बर। अन्तर मन्त्रालयिक केंद्रीय अध्ययन दल ने मंगलवार को जैसलमेर जिले के विभिन्न गांवों का दौरा कर सूखे से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने चारे एवं पानी की दिक्कत के साथ रोजगार की समस्या से अवगत कराया।

      केंद्रीय अध्ययन दल में शामिल कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव दिनेश कुमार, नीति आयोग के कृषि निदेशक शिव सिंह मीणा, कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पशुपालन विभाग की अस्सिटेंट कमिश्नर श्रीमती सुलेखा एस. एल. थें। अध्ययन दल के भ्रमण के दौरान शासन सचिव आपदा प्रबंधन एवं सहायता हेमन्त गैरा, जिला कलक्टर ओम कसेरा,  जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, प्रधान पंचायत समिति जैसलमेर अमरदीन के साथ ही अन्य अधिकारी साथ में थें। केन्द्रीय अध्ययन दल ने जैसलमेर जिले के ग्राम पंचायत दामोदरा, कनोई, सम, पूनमनगर, सोनू, मोकला के साथ ही ग्राम सलखा का भ्रमण कर अकाल की स्थिति का बारिकी से जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणांे से रूबरू होकर पषुधन के चारे की व्यवस्था, पेयजल, रोजगार की स्थिति की जानकारी ली साथ ही उन्होंने खरीफ फसल खराबा के संबंध में मिले मुआवजे की भी उनसे जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकांष किसानों को कृषि आदान-अनुदान की राषि का भुगतान हो गया है लेकिन कुछ काष्तकार अभी भी शेष है। इस संबंध में जिला कलक्टर ने बताया कि शीघ्र ही शेष रहे किसानों को भी कृषि आदान-अनुदान की राषि का भुगतान उनके खातों में जमा करवा दिया जाएगा।

      दामोंदारा में सरपंच श्रीमती संगीता देवी, भीखसिंह, मानसिंह, नेखसिंह, कनोई में संरपच चतुर्भज प्रजापत, सम में सरपंच सलीम खां के साथ ही करीम खां, अल्लूखां, पूनमनगर में जीवनसिंह भाटी, सोनू में पूर्व सरपंच पूनमसिंह के साथ ही तनेराव सिंह तथा मोकला में भरतसिंह, षिवनाथसिंह ने केन्द्रीय अध्ययन दल को बताया कि यहां एक ही वर्षात हुई है तथा उस बरसात में किसानों ने बुआई कर दी लेकिन दूबारा बरसात नहीं होने से सभी बोई गई फसले नष्ट हो गई है साथ ही पषुधन के चारे का भंयकर अभाव है। उन्होंने केन्द्रीय दल से आग्रह किया कि वे पषुधन के संरक्षण के लिए शीघ्र ही पषु षिविर एवं चारा डिपो खोलने की व्यवस्था करावें ताकि यहां पषुधन बच सकें। उन्होंने पीने के पानी के लिए भी पेयजल परिवहन कराने की भी मांग रखी। ग्रामीणों ने बताया कि अभाव की स्थिति में चारे के भाव प्रति मण 500 रुपए हो गए है। ऐसे में ग्रामीणों के लिए अपने परिवार का गुजारा चलाने के साथ मवेशियों को पालना बेहद मुश्किल हो गया है। 

      इस दौरान तहसीलदार जैसलमेर वीरेन्द्रसिंह, विकास अधिकारी सम समिति प्रमोद दवे, जैसलमेर किषनलाल भी साथ में थें।

 केंद्रीय अध्ययन दल ने महानरेगा कार्य का किया निरीक्षण

      केंद्रीय अध्ययन दल संयुक्त सचिव दिनेष कुमार ने मोकला ग्राम पंचायत में महानरेगा के तहत चल रहे मदू की तलाई नाडी खुदाई कार्य  का निरीक्षण किया एवं श्रमिकों से रूबरू होकर उनको महानरेगा के तहत मिल रहे रोजगार की जानकारी ली वहीं भुगतान के बारे में भी उनसे पूछताछ की। यहां पर महिला श्रमिकों ने अभाव की स्थिति में 100 दिन से बढाकर 150 दिन का रोजगार महानरेगा के तहत उपलब्ध कराने के साथ ही उनके पषुओं के लिए शीघ्र ही पषु षिविर खोलने की मांग की। इस कार्य पर निरीक्षण के दौरान स्वीकृत 48 श्रमिकों में से 41 श्रमिक उपस्थित पाए गए।

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केंद्रीय अध्ययन दल ने जनप्रतिनिधियों एवं जिलाधिकारियों के साथ ली बैठक

अभाव की स्थिति पर की विस्तार से समीक्षा

पषु षिविर एवं चारा डिपो शीघ्र ही खोलने की नितान्त आवष्यकता- विधायक धनदेव

       जैसलमेर, 18 दिसम्बर। अन्तर मन्त्रालयिक केंद्रीय अध्ययन दल के कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव दिनेश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई, जिसमें जिले में अभाव की स्थिति पर विस्तार से समीक्षा की गई वहीं पषुधन के संरक्षण एवं पेयजल प्रबंधन पर भी विस्तार से समीक्षा की गई।

      इस बैठक में जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव, जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, शासन सचिव आपदा प्रबंधन एवं सहायता हेमन्त गैरा, जिला कलक्टर ओम कसेरा,  नीति आयोग के कृषि निदेशक शिव सिंह मीणा, कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पशुपालन विभाग की अस्सिटेंट कमिश्नर श्रीमती सुलेखा एस. एल., प्रधान पंचायत समिति जैसलमेर अमरदीन के साथ ही जिलाधिकारी उपस्थित थें।

      संयुक्त सचिव दिनेष कुमार को जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव ने बताया कि जैसलमेर जिले में इस बार भंयकर अकाल पडा है एवं यहां पर पषुधन को बचाने के लिए शीघ्र ही पषु षिविर एवं चारा डिपांे खोलने की नितांत आवष्यकता है। उन्होंने  बताया कि यहां लगभग 4 लाख से अधिक पषुधन है जिसमें से अधिकांष पषु आवारा है उनके लिए तो सर्वप्रथम पषुषिविर खोलने की जरूरत है वहीं जिन पषुपालकों के पास स्वंय के पषु है उनको भी अनुदानित दर पर चारा उपलब्ध कराने के लिए चारा डिपों खोलने की भी अतिआवष्यकता है। उन्होंने संयुक्त सचिव से आग्रह किया कि वे केन्द्र सरकार के माध्यम से शीघ्र ही पषु षिविर खोलने की व्यवस्था करावें।

      विधायक धनदेव ने बैठक में केन्द्रीय अध्ययन दल को बताया कि यहां बरसात बहुत कम होने से इस बार नाडी एवं तालाबों में भी पानी नही ंके बराबर है एवं पषुधन को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए पेयजल की स्कीम पर ही निर्भर रहना पडेगा इसलिए अभाव की स्थिति में पेयजल परिवहन के साथ ही जलदाय विभाग की पेयजल स्कीमों पर 12 से 16 घण्टे विद्युत आपूर्ति कराने की व्यवस्था कराने की जरूरत है। उन्होंने एसडीआरएफ के नोम्र्स में भी नियमों में बदलाव कराने की आवष्यकता जताई।

      जिले के प्रभारी सचिव एवं शासन सचिव आपदा एवं सहायता हेमन्त गैरा ने जिला कलक्टर को कहा कि वे कृषि आदान-अनुदान के बकाया डिमाण्ड को शीघ्र ही भिजवावें। साथ ही उन्होंने खरीफ फसल खराबा संवत् 2074 में शेष रहे किसानांे को भी 31 दिसम्बर तक कृषि आदान-अनुदान राषि का भुगतान कराने के निर्देष दिए।

      जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल एवं पंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान अमरदीन ने भी केन्द्रीय अध्ययन दल को अवगत कराया कि यहां सबसे अधिक जरूरत पषुधन को बचाने की है इसलिए केन्द्र सरकार के माध्यम से शीघ्र ही पषु षिविर खोलने की स्वीकृति प्रदान करावें साथ ही अनुदानित दर पर चारा उपलब्ध कराने के लिए चारा डिपों खुलवाने की स्वीकृति प्रदान करावें। उन्होंने पषुपालकों एवं किसानों को रिलीफ देने के लिए प्राथमिकता से पषुषिविर एवं फसल खराबा का कृषि आदान अनुदान का भुगतान दिलाने की आवष्यकता जताई।

      जिला कलक्टर ओम कसेरा ने बताया कि जिले में इस बार औसत बरसात 1 जून से 30 सितम्बर तक 110.8 एमएम हुई है जो बहुत कम है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जिले में कुल 849 गांवों में से 806 गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया गया है। उन्होंने फसलों में खराबे, प्रस्तावित कार्य योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने पेयजल परिवहन एवं पशु संरक्षण के लिए चारे की डिमांड के बारे में भी अवगत कराया।                         

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विधानसभा चुनाव के दौरान धारा 144 के प्रतिबंधात्मक निरस्त

       जैसलमेर, 18 दिसम्बर। जिला मजिस्ट्रेट ओम कसेरा ने एक आदेष जारी कर बताया कि जिले में विधानसभा आम चुनाव 2018 के दौरान धारा 144 के अन्तर्गत प्रतिबंधात्मक / निषेधात्मक आदेष अग्रिम आदेषों तक जारी किए गए थें लेकिन अब चुनाव प्रक्रिया सम्पूर्ण होने पर इन आदेष के प्रतिबंधात्मक / निषेधात्मक निरस्त एवं प्रत्याहारित कर दिये है।            ----000----

जिला विधिक चेतना समिति की बैठक आज

       जैसलमेर, 18 दिसम्बर। जिला विधिक चेतना समिति की चतुर्थ त्रैमास की बैठक बुधवार, 19 दिसम्बर को अपरान्ह् 4ः30 बजे एडीआर सेन्टर जैसलमेर मे रखी गई है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव (एडीजे) शरद तंवर ने यह जानकारी दी एवं बताया कि इस बैठक में अध्यक्ष बार एसोसिएषन जैसलमेर, सहायक निदेषक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सहायक निदेषक जनसम्पर्क, अधिवक्ता रषीद अहमद मेहर, अनिल कुमार मेहता, आम्बाराम भील, सामाजिक कार्यकर्ता नवलकिषोर व्यास, डाॅ अजरा मलिक, सदस्य हरीष धनदेव को आमंत्रित किया गया है।

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गणतंत्र दिवस समारोह-2019 के सफल आयोजन के संबंध में बैठक आज

       जैसलमेर, 18 दिसम्बर। गणतंत्र दिसव समारोह 26 जनवरी, 2019 को समारोह पूर्वक आयोजित करने के संबंध में तैयारी एवं व्यवस्था के लिए बैठक जिला कलक्टर ओम कसेरा की अध्यक्षता में बुधवार, 19 जनवरी को प्रातः 11 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में रखी गई है। इसके साथ ही एक्सर साईज वायु शक्ति 2019 के संबंध में भी बैठक रखी गई है। जिला कलक्टर ने इस बैठक से संबंधित सभी अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे अनिवार्य रूप से उपस्थित होवें।

      अतिरिक्त जिला कलक्टर वीरेन्द्र कुमार वर्मा ने सभी संबंधित अधिकारियों को इस बैठक में अपने विभाग की कार्य योजना एवं सुझावों के साथ अनिवार्य रूप से उपस्थित होने को कहा है।

जालोर उत्तर मैट्रिक छात्रवृति के लिए आॅनलाइन आवेदन आमन्त्रित

एकीकृत मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन 26 दिसम्बर को
दावे एवं आपतियां प्राप्त की जाएगी



जालोर 18 दिसम्बर । राज्य निर्वाचन विभाग के निर्देशानुसार अर्हता तिथि 1 जनवरी, 2019 के संदर्भ में जिले में मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत 26 दिसम्बर, 2018 को एकीकृत मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन किया जायेगा तथा निर्धारित अवधि में दावे एवं आपतियां प्राप्त की जाएगी। 
          जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) बी.एल.कोठारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग एवं राज्य निर्वाचन विभाग के निर्देशानुसार जिले में मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है तथा निर्धारित कार्यक्रम के तहत 26 दिसम्बर बुधवार को एकीकृत मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन किया जायेगा।
 उन्होंने बताया कि अर्हता तिथि 1 जनवरी, 2019 के संदर्भ में जिले में 26 दिसम्बर, 2018 से 25 जनवरी, 2019 तक दावे एवं आपतियां प्राप्त की जाएगी तथा 13 जनवरी से 20 जनवरी तक राजनैतिक दलों के बूथ स्तरीय अभिकत्र्ताओं के साथ दावें एवं आपतियों के आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। 11 फरवरी को दावें एवं आपतियों का निस्तारण किया जाएगा । 18 फरवरी से पूर्व डेटाबेस अपडेट, फोटोग्राफ्स आदि मर्ज करना, कन्ट्रोल टेबलेस को अपडेट कर पूरक की तैयारी कर मुद्रण कार्य किया जायेगा तथा 22 फरवरी, 2019 को मतदाता सूचियों का अन्तिम प्रकाशन किया जायेगा।
           उन्होंने जिले के सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे मतदाता सूचियों के संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सौंपे गये दायित्वों को यथा समय में पूर्ण करना सुनिश्चित करें। 
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उत्तर मैट्रिक छात्रवृति के लिए आॅनलाइन आवेदन आमन्त्रित
जालोर 18 दिसम्बर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजनान्तर्गत पात्र विद्यार्थियों से 31 जनवरी तक आॅनलाइन आवेदन आमन्त्रित किये गए है।
जिला कलक्टर बी.एल.कोठारी ने बताया कि जिले में उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजनान्तर्गत वर्ष 2018-19 के लिए राजस्थान के मूल निवासियों के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, विशेष समूह योजना (पूर्व मंे विशेष पिछडा वर्ग), अन्य पिछडा वर्ग, आर्थिक पिछडा वर्ग, विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु, मुख्यमंत्री सर्वजन उच्च शिक्षा उत्तर मैट्रिक छात्रावृति योजनाओं में राज्य की राजकीय व निजी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं एवं राज्य के बाहर की राजकीय एवं राष्ट्रीय स्तर की शिक्षण संस्थाओं के पाठ्यक्रमो में प्रवेशित व अध्ययनरत शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की वेबसाईट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाॅट स्काॅलरशिप डाॅट राजस्थान डाॅट जीओवी डाॅट इन पर के माध्यम से पेपरलेस आॅनलाइन आवेदन पत्र आमन्त्रित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तर मैट्रिक छात्रवृति के लिए 1 दिसम्बर से विद्यार्थियों द्वारा पेपरलेस आॅनलाइन आवेदन पत्र पंजीकरण कर आवेदन भरने के लिए पोर्टल प्रारम्भ किया गया हैं। उत्तर मैट्रिक छात्रवृति के लिए विद्यार्थियों के  पेपरलेस आॅनलाइन आवेदन पत्र भरने की अन्तिम तिथि 31 जनवरी, 2019 रखी गई हैं वही शिक्षण संस्था के विद्यार्थियों द्वारा आॅनलाइन प्राप्त आवेदन पत्रों को स्वीकृतकर्ता अधिकारियों को अग्रेषित करने की तिथि 5 फरवरी, 2019 रखी गई हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तर मैट्रिक छात्रवृति के लिए अनुसूचित जाति, जनजाति एवं विशेष समूह योजना के लिए उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना में 2.50 लाख रूपए तक वार्षिक आय सीमा वाले परिवारों के विद्यार्थी ही आवेदन कर सकेंगे तथा अन्य पिछडा वर्ग उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना में 1.50 लाख रूपए तक वार्षिक आय सीमा वाले विभिन्न श्रेणियों यथा-बीपीएल कार्डधारक क पुत्री या पुत्र, अन्त्योदय कार्डधारक की पुत्री या पुत्र, स्टेट बीपीएल कार्डधारक की पुत्री या पुत्र, अनाथ बालिका या बालक, विधवा स्वयं, विधवा की पुत्री या पुत्र, तलाकशुदा महिला स्वयं, तलाकशुदा महिला की पुत्री या पुत्र, विशेष योग्यजन स्वयं तथा विशेष योग्यजन की पुत्री या पुत्र श्रेणी के विद्यार्थी ही आवेदन कर सकेंगे। डाॅ. अम्बेडकर आर्थिक पिछडा वर्ग उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना में 1 लाख रूपए तक की वार्षिक आय सीमा वाले केवल राजकीय शिक्षण संस्थाओं मंे अध्ययनरत विद्यार्थी ही आवेदन कर सकेंगे तथा डाॅ. अम्बेडकर विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना में 2 लाख रूपए तक वार्षिक आय सीमा वाले परिवारों के विद्यार्थी ही आवेदन कर सकेंगे। मुख्यमंत्री सर्वजन उच्च शिक्षा उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना में 5 लाख रूपए से कम वार्षिक आय सीमा वाले सभी जाति के परिवारों के राष्ट्रीय स्तर की शिक्षण संस्थाओं (विभाग द्वारा सूचीबद्ध) में अध्ययनरत विद्यार्थी ही आवेदन कर सकेंगे।
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आठवीं परीक्षा आवेदन पत्रों में हुई त्रुटि में किया जा सकेगा संशोधन
जालोर, 18 दिसम्बर। जिले में प्रारम्भिक शिक्षा पूर्णता प्रमाण पत्र परीक्षा (आठवीं)-2019 के आवेदन पत्रों की त्रुटि में संशोधन किया जा सकता हैं।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) के प्रधानाचार्य घनश्याम मीणा ने बताया कि प्रारम्भिक शिक्षा पूर्णता प्रमाण पत्र परीक्षा (आठवीं)-2019 के आवेदन पत्र भरने में यदि विद्यालय से छात्र प्रविष्टियां भरने में किसी प्रकार की गलती हो गई हो तो सुधार के लिए संस्था प्रधान अपने विद्यालय के लेटरपेड पर एक प्रार्थना पत्र सचिव, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के नाम बीएसइआर डाॅट पीडब्ल्यूडी एटदीरेट जीमेल पर मेल भेज सकते हैं जिसमे विद्यालय का डाइस कोड, छात्र का नाम तथा क्या सुधार करवाना है इसका विवरण दर्शाना होगा। बोर्ड द्वारा प्रार्थना पत्र पर विचार कर कुछ समय के लिए संबंधित विद्यालय की आईडी खोली जाएगी जिसमे संस्था प्रधान अपेक्षित सुधार विद्यालय रेकर्ड के अनुसार कर सकेंगे।
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बाड़मेर सरणू पनजी में जलसा ए "जश्ने गौषुलवरा" गुरुवार को

बाड़मेर सरणू पनजी में जलसा ए "जश्ने गौषुलवरा" गुरुवार को

बाड़मेर- मदरसा मदीना तुल उलूम के सचिव लुकमान अली ने जानकारी देते हुए बताया
कि 20 दिसम्बर 2018 बरोज गुरुवार के दिन सरणू पणजी के मदरसा प्रांगण में जलसा
"जश्ने गौषुलवरा" मनाया जाएगा।
जिसमे धर्मगुरु पीर सैय्यद अली अकबर शाह जिलानी एवं पीर सैय्यद अशरफ शाह
जिलानी लूनी शरीफ (कच्छ भुज) शिरकत करेंगे और जलसे के खुशुसी मुकर्रीर हजरत
अल्लामा मौलाना मुफ़्ती कातिब अहमद साहब दारुल उलूम फैजे अकबरी लूणी शरीफ होंगे।
वही नात खां कारी व मौलाना एहसान सिद्दीकी बालोतरा एवं मौलाना अकबर अली
नक्शबंदी देरासर भी तशरीफ़ लाएंगे।
अतः उन्होंने समाज से ज्यादा से ज्यादा संख्या में तशरीफ़ लाकर सवाब ए दारैन
हासिल करने की अपील की।

हनुमानगढ़ के एक डॉक्टर पर 40,000 की रिश्वत का आरोप

हनुमानगढ़ के एक डॉक्टर पर 40,000 की रिश्वत का आरोप


हनुमानगढ़. जिले के राज्य चिकित्सालय के डॉ अमरजीत चावला पर एक बार फिर से रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं . जिससे चलते अस्पताल परिसर में हंगामा हो गया.

जानकारी के अनुसार हनुमानगढ़ की लिछमा देवी सोमवार रात जब प्रसव हेतु चिकित्सालय पहुंची तो डॉ अमरजीत चावला ने उन्हें अपने घर बुला लिया .डॉक्टर ने चेकअप कर सिजेरियन डिलीवरी की बात कही और 40,000 रुपये की मांग की. जब इस बात का पता उनके परिजनों को चला तो वहां हंगामा हो गया. हंगामें को देख डॉक्टर ने प्रसूता को राज्य के चिकित्सालय में भर्ती करवा दिया .

बता दें कि पीड़ित परिजनों ने मजदूर नेता जसपाल सिंह के नेतृत्व में अस्पताल में हंगामा किया . वहीं साफ तौर पर आरोप लगाया कि डॉ अमरजीत चावला बिना पैसों के कोई भी कार्य नहीं करता हैं .उन्होंने आरोप लगाया कि अमरजीत चावला अधिकतर मरीजों को डरा कर उनसे रुपए उठाता है और इस बार भी उन्होंने गरीब परिवार से 40,000 रुपये की मांग की है.


गौरतलब है कि इससे पूर्व भ्रमर जी चावला पर कई बार रिश्वत लेने के आरोप लग चुके हैं. इतना ही नहीं मरीजों ने कई बार अस्पताल में अमर जी चावला की पिटाई तक की है. वहीं मामला बढ़ता देख प्रशासन ने इस बार बीच बचाव किया है. जिसके बाद डॉ अमरजीत चावला उसी पीड़ित महिला की अस्पताल में नॉर्मल डिलीवरी करवाने की बात कह रहा है .


वहीं इस घटना से यह निकल कर सामने आ रहा है कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टर अपने घरों में ही मरीजों को बुलाकर रुपए का कार्य बदस्तूर करते हैं. डॉ अमरजीत चावला की पूर्व में भी कई बार शिकायतें की जा चुकी है. इन्हें यहां से हटाने की मांग भी की जा चुकी है ,लेकिन अमर जी चावला अपनी प्रशासनिक जान पहचान के चलते बार-बार बच निकलता है .इस घटना के बाद भी लोगों में काफी आक्रोश है .वहीं लोग  की मांग है कि अमर जी चावला को यहां से हटाया जाए.

लोकसभा की ये १६ सीटें कांग्रेस जीत सकती हे

लोकसभा की ये १६ सीटें कांग्रेस जीत सकती हे 

जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव खत्म होते ही अब चर्चाएं लोकसभा चुनाव को लेकर शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनावों को 2019 के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा था. इस हिसाब से अगर आज लोकसभा चुनाव हो जाएं तो राजस्थान में कांग्रेस गठबंधन को 16 सीटें मिल सकती है. तो आइए देखते हैं कौन-कौन सी हैं वो सीटें.

करौली-धौलपुर
इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी के अच्छे वोट हैं. अगर बात की जाए इस विधानसभा चुनाव की तो इस इलाके से बसपा को 90 हजार से ज्यादा वोट मिले. वहीं कांग्रेस को 50 हजार से ज्यादा और बीजेपी को 40 हजार से ज्यादा. इस हिसाब से अगर यहां पर कांग्रेस बसपा से गठबंधन करती है तो वो यहां सीट निकाल सकती है.
कोटा
इस सीट पर भाजपा के ज्यादा वोटर हैं. इसलिए उसके जीतने की संभावना ज्यादा है. लेकिन अगर कांग्रेस यहां पर भी गठबंधन के साथ उतरती है तो वो यहां पर बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सकती है. और हो सकता है कि उसके हाथ में जीत भी आ जाए.
अलवर
यहां से एक बड़े नेता भंवर जितेंद्र सिंह आते हैं. हो सकता हो वो यहां से लोकसभा चुनाव लड़ें. तो यहां पर कांग्रेस और बसपा साथ में आते हैं तो वो बीजेपी को कड़ी टक्कर के साथ हरा भी सकते हैं. क्यों कि मौजूदा विधानसभा चुनाव में बीजेपी यहां से महज 4 लाख से ज्यादा वोट ही पाई है.जबकि कांग्रेस+बसपा 5 लाख से ज्यादा वोट.


चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़ सीट की बात करें तो यहां पर बीजेपी के पास 7 लाख से ज्यादा वोट हैं. वहीं कांग्रेस और बसपा के साथ मिलकर बीजेपी को चुनौती दे सकती है. दोनों पार्टियों की मौजूदा स्थिति मे वोटों को जोड़ें तो करीब वो भी 7 लाख से ज्यादा होते हैं.
चूरू
चूरू सीट पर मुकाबला टक्कर का है. कोई भी अकेले जीतने का दम नहीं रखता है. अगर यहां भी कांग्रेस गठबंधन के साथ उतरती है तो वो यहां पर बीजेपी को पटखनी दे सकते हैं.
जयपुर ग्रामीण
भाजपा के गढ़ जयपुर में इस बार विधानसभा चुनावों में भी सेंध लगी. और कांग्रेस ने यहां पर उम्मीद से ज्यादा सीटें निकाली. यहां पर भी अभी लोकसभा चुनाव हो जाएं तो कांग्रेस गठबंधन बाजी मार सकती है.


जोधपुर
इस सीट पर कांग्रेस गठबंधन के साथ-साथ इस बार कांग्रेस भी फॉर्म में है. वहीं अगर इस बसपा का साथ मिलता है तो जोधपुर को विजय करने में आसानी होगी.
झुंझुनूं
इस सीट पर कांग्रेस मजबूत स्थिति में है. गठबंधन यहां पर बीजेपी को पटखनी देने में कामयाब हो सकती है.
टोंक-सवाई माधोपुर
यहां पर भी कांग्रेस+ अच्छे मार्जिन के साथ जीत रही है. इस सीट पर भी कांग्रेस ने इस बार अच्छी विधानसभा सीटें निकालीं हैं.


दौसा
यहां पायलट का गढ़ है. यहां पर भी कांग्रेस के हरीश चौधरी एक बड़े नेता हैं. और उनके बीजेपी छोड़ कांग्रेस में जाने का बीजेपी को नुकसान हो सकता है और यह सीट कांग्रेस+ निकाल सकती है.
नागौर
यह सीट भी कांग्रेस+ के हाथ में जा सकती है. अगर मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखा जाए. और कांग्रेस के साथ बसपा आ जाए.
बाड़मेर
इस सीट से मानवेंद्र ने बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया. वहीं इस विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी का प्रदर्शन भी काफी खराब रहा है. इस हिसाब से कांग्रेस+ इस सीट को निकाल सकती है.राजपूत मुस्लिम का नया गठबंधन कांग्रेस को जीता सकता हे,


बीकानेर
इस सीट पर भी कांग्रेस गठबंधन मजबूत स्थिति में है. लेकिन अकेले बीजेपी को हराना कांग्रेस के लिए नाको तले चना चबाना साबित हो सकता है.
भरतपुर
इस सीट पर भी बसपा की अच्छी पकड़ है. अगर कांग्रेस बसपा के साथ यहां उतरती है तो वो यह सीट भी भाजपा के हाथ से छीन सकती है.
श्रीगंगानगर
यह सीट भी कांग्रेस+ के हाथ में जा सकती है. अगर मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखा जाए. और कांग्रेस के साथ बसपा आ जाए.


सीकर
यहां पर भी कांग्रेस+ अच्छे मार्जिन के साथ जीत रही है. इस सीट पर भी कांग्रेस ने इस बार अच्छी विधानसभा सीटें निकालीं हैं

सोमवार, 17 दिसंबर 2018

*बाड़मेर-जैसलमेर के लोकसभा चुनाव के लिए जनवरी में प्रचार प्रसार शुरू करेंगे मानवेन्द्र

*बाड़मेर-जैसलमेर के लोकसभा चुनाव के लिए जनवरी में प्रचार प्रसार शुरू करेंगे मानवेन्द्र*




बाड़मेर।
विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पद को लेकर तैयारी कर रही है. वहीं लोकसभा के दावेदारों ने अंदर खाने लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है।

वहीं वसुंधरा राजे के सामने हारने के बाद मानवेंद्र से अब कुछ ही दिनों में बाड़मेर जैसलमेर में लोकसभा चुनाव को लेकर अपने दौरे शुरू करने जा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार अगले साल जनवरी में मानवेंद्र सिंह बाड़मेर-जैसलमेर के लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार प्रसार शुरू कर देंगे. फिलहाल मानवेंद्र जयपुर में अपने समर्थकों के साथ ही जयपुर में अपने आवास पर नवनिर्वाचित विधायकों के साथ एक के बाद एक मुलाकात कर रहे हैं. इस बार खास बात यह है कि बाड़मेर-जैसलमेर में कांग्रेस ने 9 में से 8 सीटों पर अपना परचम लहराया है. जिसमें इस बार मानवेंद्र सिंह के स्वाभिमान टीम का कांग्रेस में विशेष योगदान देखा गया है।

कई जगह पर कांग्रेस प्रत्याशी बहुत कम मार्जिन से जीती है. जहां पर मानवेंद्र सिंह के समर्थकों का दावा है कि वहां पर स्वाभिमान की टीम ने भाजपा को हराने के लिए अपना पूरा जोर लगा कर कांग्रेस के पाले में जमकर वोटिंग करवाई है. जिसके चलते वह अच्छे मार्जिन से जीत पाए हैं. 3 दिनों से लगातार मानवेंद्र सिंह के यहां जयपुर निवास पर बाड़मेर-जैसलमेर के नवनिर्वाचित विधायक मानवेंद्र सिंह से मिलने पहुंचे हैं।

गौरतलब है कि मानवेंद्र सिंह ने जब कांग्रेस का दामन थामा था तो मानवेंद्र सिंह ने साफ कह दिया था कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि लोकसभा चुनाव बाड़मेर-जैसलमेर से लड़ेंगे. लेकिन पार्टी ने उन्हें वसुंधरा राजे के सामने झालरापाटन से टिकट दिया था. जहां से वह हार गए थे. अब मानवेंद्र सिंह बाड़मेर-जैसलमेर से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी जल्द ही शुरू कर सकते है।

ब्वॉय फ्रेंड को पायलट बनवाने के लिए लड़की ने अपने घर से उड़ाए एक करोड़

ब्वॉय फ्रेंड को पायलट बनवाने के लिए लड़की ने अपने घर से उड़ाए एक करोड़

अहमदाबाद: इश्क के चक्कर में एक लड़की ने अपने ही घर में एक करोड़ की चोरी कर डाली. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. वह गुजरात के राजकोट की रहने वाली है.

20 साल की यह लड़की एक लड़के के साथ रिलेशनशिप में थी. वह चाहती थी कि उसका ब्यॉय फ्रेंड पायलट बने. लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे. इसलिए ट्रेनिंग कोर्स में दाखिले के लिए उसने एक करोड़ रुपये का इंतजाम किया. लेकिन ये पैसे उसने अपने ही घर से चुरा लिए थे.

लड़की के पिता जब घर लौटे, तो अस्त-व्यस्त घर देखकर उन्हें चोरी का शक हुआ. उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी. इसके बाद पुलिस की पूछताछ में कुछ पता नहीं चला. लेकिन जब मां ने पूरा हाल पूछा, तो पता चल गया कि चोरी उसकी बेटी ने ही की है.


मां चाहती है कि उसका केस वापस ले लिया जाए. हालांकि, पुलिस ने मामला दर्ज कर लड़की को गिरफ्तार कर लिया. उसका ब्यॉय फ्रेंड भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लड़की ने तीन किलो सोना घर से ले लिए थे. इसके अलावा दो किलो चांदी और कुछ नकदी बटोर लिए थे.

पुलिस को इस मामले की तह तक पहुंचने में 17 दिन का समय लग गया. राजकोट के भक्तिनगर पुलिस थाने में मामला दर्ज है.

RAS MAINS EXAM 2018 : तारीख बढ़ी, अब 28 और 29 जनवरी को होगी परीक्षा

RAS MAINS EXAM 2018 : तारीख बढ़ी, अब 28 और 29 जनवरी को होगी परीक्षा


अजमेर. आरएएस 2018 की मुख्य परीक्षा की तारीख को आखिर कार आगे बढ़ा दिया गया है. अब यह परीक्षा 28 और 29 जनवरी 2019 में होगी. पहले यह परीक्ष 22 और 23 दिसंबर को होने थे. लेकिन आरएएस प्री में पास अभ्यर्थियों की मांग के बाद आयोग ने यह फैसला लिया है.

गौरतलब है कि आरएएस मुख्य परीक्षा 2018 की तिथि को लेकर राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया था. आपको बता दें कि हाईकोर्ट ने पिछले दिनों आयोग को ऐसे अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल करने के आदेश दिए हैं. इसके बाद आयोग ने पूर्व में घोषित प्रारम्भिक परीक्षा परिणाम के क्रम में विस्तारित परिणाम जारी किया गया. इसमें ओबीसी और एमबीसी श्रेणी के 7145 अभ्यर्थियों को अस्थायी रूप से सफल घोषित किया गया. इन अभ्यर्थियों ने तैयारी का समय कम बताते हुए आयोग से मुख्य परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग की थी.

क्या था मामला
RAS Pre - 2018 परीक्षा का आयोजन 5 अगस्त को हुआ, जिसका परिणाम 23 अक्टूबर को घोषित किया गया. सामान्य वर्ग की कटऑफ 76.06 और अन्य पिछड़ा वर्ग की कटऑफ 99.33 गई. इसमें 15 हजार 44 अभ्यर्थियों को क्वालिफाई किया. हाईकोर्ट ने 1 दिसम्बर को ओबीसी अभ्यर्थियों को राहत देते हुए उन्हें भी मुख्य परीक्षा में शामिल करने के निर्देश दिए. इसके बाद आरपीएससी ने 13 दिसम्बर को आरएएस-प्री का विस्तारित परिणाम जारी किया. इसमें 7 हजार 145 नए अभ्यर्थियों को आरएएस मुख्य परीक्षा के लिए पात्र माना. मुख्य परीक्षा में चयन के बावजूद परीक्षा की तैयारी के लिए अब मात्र नौ दिन का ही समय बचा था. लेकिन अब आयोग के फैसले के बाद अभ्यर्थियो को अच्छा समय मिल जाएगा.

वसुंधरा राजे शहीद किशन सिंह के घर पहुंची...दरी पट्टी पर बैठी...कहा जो शहीद के परिवार को मिलना चाहिए वो दिलवाएंगे

वसुंधरा राजे शहीद किशन सिंह के घर पहुंची...दरी पट्टी पर बैठी...कहा जो शहीद के परिवार को मिलना चाहिए वो दिलवाएंगे
vasundhara raje in churu


चूरू. जिले की रतनगढ़ तहसील के गांव भींचरी में आज पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पहुंची. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भींचरी गांव के शहीद किशन सिंह के घर पहुंचकर शहीद के तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की.




पूर्व मुख्यमंत्री ने शहीद किशन सिंह के परिवार से मुलाकात की और परिवार को ढांढस बंधाया. पूर्व मुख्यमंत्री ने शहीद की माता मोहन कंवर से और पत्नी संतोष कंवर से भी मुलाकात की. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मोहन कंवर ने एक ऐसे सपूत को जन्म दिया जिसनें तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया. तीन आतंकवादियों को ढेर करने के बाद किशन सिंह ने देश की सुरक्षा के लिए शहादत दी है.



इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा शहीद के परिवार को जो भी सुविधाएं मिलनी है. उसे शीघ्र दिलवाने का पूरा प्रयास करेंगी. तथा शहीद की पत्नी संतोष कंवर की शैक्षणिक योग्यता के अनुसार उसे सरकारी नौकरी दिलवाने का भी प्रयास करेंगी. शहीद किशन सिंह का आज ही उनके पैतृक गांव भींचरी में अंतिम संस्कार हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ भाजपा विधायक राजेंद्र राठौड़ और अभिनेश महर्षी मौजूद रहे.

गहलोत के मंत्रिमंडल में मारवाड़ के जाट, राजपूत, विश्नोई, ओबीसी के इन विधायकों को मिल सकती है जगह

गहलोत के मंत्रिमंडल में मारवाड़ के जाट, राजपूत, विश्नोई, ओबीसी के इन विधायकों को मिल सकती है जगह


जोधपुर. अशोक गहलोत ने तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ सोमवार को ले ली. इसके बाद प्रदेश में बनने वाली मंत्री परिषद के सदस्यों के संभावित नामों पर कवायद शुरू हो गई है. खासकर मारवाड़ के तीन जिलों में इस बार तीन से चार विधायकों को मंत्री बनने उम्मीद जगी है.

इसकी वजह है जोधपुर, बाडमेर व जैसलमेर में जिले की 19 सीटों में 15 सीटें कांग्रेस को मिलना. इनमें जोधपुर जिले में 7, बाडमेर में 6 व जैसलमेर में दो सीटें शामिल है. इनमें खास तौर से जाट, राजपूत, विश्नोई, ओबीसी के साथ साथ महिला वर्ग व अनुसूचित जाति को साधने का प्रयास होगा.


इसके अलावा लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर भी मंत्री परिषद के चेहरे तय होंगे जिसके चलते पार्टी को फायदा हो. तमाम बड़ी जातियां के साथ-साथ बाडमेर से लगातार दूसरी बार जीतने वाले मेवाराम जैन भी इस बार मंत्री की रेस में है. वे मोदी लहर में भी नहीं हारे थे.


2 अल्पसंख्य चेहरे, अमीन खां मजबूत 
मारवाड़ में दो अल्पसंख्य  विधायक चुनकर पहुंचे है. इनमें बाडमेर की शिव सीट से पूर्व मंत्री अमीन खां और पोकरण में ध्रुवीकरण को धत्ता बता जीत दर्ज करने वाले सालेह मोहम्म्द भी है. लेकिन बडा कद अमीन खां का होने से वे मजबूत दावेदार है.


3 जाट, आगे हेमाराम
जोधपुर, बाड़मेर से तीन जाट विधायक बने है. इनमें गुढामलानी से हेमाराम चौधरी, बायतू से हरीश चौधरी व ओसियां से दिव्या मदेरणा शामिल है. लेकिन बाडमेर जिले से ही गुढामलानी से जीते हेमाराम चौधरी पहले मंत्री रहे हैं वे सरल जाट नेता हैं और गहलोत गुट के होने से मजबूत दावेदार हैं. दिव्या की लॉटरी उस स्थिति में लग सकती है जब मंत्री परिषद में लोकसभा क्षेत्र के हिसाब से प्रतिनिधित्व दिया गया तो क्योंकि ओसियां पाली लोकसभा में आता है. पाली में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है.

3 विश्नोई, सुखराम मजबूत दावेदार
इसी तरह से लोहावट, लूणी व सांचौर से कांग्रेस के  विश्नोई विधायक चुने गए है. इननमें लोहावट से किशनाराम, लूणी से महेंद्र व सांचौर से सुखराम विश्नोई शामिल है. सुखराम विश्नोई गत चुनाव में मोदी लहर के बावजूद चुनाव जीतने वालों में से है. ऐसे में उनका नाम सबसे आगे हैं.


3 अनुसूचित जाति एमएलए, रूपाराम बडे दावेदार
मारवाड़ में  बाडमेर की चौहटन से पदमाराम, जैसलमेर से रूपाराम व बिलाडा से हीराराम मेघवाल ने इस बार जीत दर्ज की है. इनमें मंत्री बनने के लिए रूपाराम सबसे मजबूत दावेदार है. राजकीय सेवा में अधिकारी रहे रूपाराम गत चुनाव कुछ सौ मतों से हार गए थे. जैसलमेर सीट सामान्य वर्ग के लिए है लेकिन उन्हें दूसरी बार मौका दिया गया और जीत गए. ऐसे में प्रबल दावेदार है.

3 महिलाएं, एक को उम्मीद
जोधपुर जिले में इस बार कांग्रेस की तीन महिला उम्मीदवार जीती है. राहुल गांधी की नीति के अनुसार अगर महिलाओं को मंत्री परिषद में बडी भागीदारी दी गई तो शायद किसी की लॉटरी खुल सकती है. इसमें जोधपुर शहर से विधायक बनी मनीषा पंवार सबसे आगे है. क्योंकि दिव्या मदेरणा जाट व मीना  कंवर राजपूत है, और दोनों जातियों के अन्य विधायक मंत्री बन रहे हैं तो मनीषा पंवार जो ओबीसी से आती है और खुद रावणा राजपूत है तो उनकी मजबूत दावेदारी है. 


पहले रहे है 5 से 6 मंत्री
अशोक गहलोत की 1998 की सरकार में गहलोत के अलावा जोधपुर जिले से रामसिंह विश्नोई, खेतसिंह राठौड, राजेंद्र चौधरी कैबिनेट मंत्री बने और परसराम मदेरणा विधानसभा अध्यक्ष रहे. इसके अलावा जैसलमेर, बाडमेर व जालौर के विधायक भी मंत्री रहे हैं. ऐसे में इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि मारवाड़ की मंत्री परिषद में बडी भागीदारी हो सकती है. 

मुंबई के अस्पताल में भीषण आग, 2 की मौत, 108 लोग झुलसे

मुंबई के अस्पताल में भीषण आग, 2 की मौत, 108 लोग झुलसे
मुंबई के अस्पताल में लगी आग. फोटो एएनआई

मुंबई के अंधेरी इलाके में सोमवार शाम ईएसआईसी कामगार अस्पताल में भीषण आग लग गई. शुरुआती खबरों में आग में 2 व्यक्तियों की झुलसने से मौत हो गई, जबकि 108 से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए.

इनमें से 7 लोगों को ट्रॉमा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसकी हालत स्थिर है. वहीं 30 लोगों को सेवन हिल्स हॉस्पिटल और 40 लोगों को होली स्पिरिट अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा कूपर अस्पताल में 15 लोग, जोगेश्वरी स्थित पी ठाकरे अस्पताल में 23 लोग भर्ती हैं.आग किन कारणों से लगी, अभी इसका पता नहीं चल सका है. इससे पहले आग लगते ही अस्पताल से फौरन लोगों को बाहर निकाला जाने लगा. 10 से अधिक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग पर काबू पाने में जुटी हुईं हैं.

मुख्यमंत्री बनने के घंटे भर के भीतर कमलनाथ ने पास की किसानों की कर्जमाफी की फाइल

मुख्यमंत्री बनने के घंटे भर के भीतर कमलनाथ ने पास की किसानों की कर्जमाफी की फाइल
किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर साइन करते कमलनाथ. PHOTO- ANIमध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान संभालते ही कमलनाथ ने अपने वादे को पूरा करते हुए किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर दस्तखत कर दिए. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपने वचन पत्र में जनता से जो वादे किए थे, उनमें से सबसे अहम वादा किसानों की कर्जमाफी का ही था.

शपथ ग्रहण के फौरन बाद कमलनाथ भोपाल में नए बने मंत्रालय एनेक्सी के उद्घाटन के लिए पहुंचे और इसके फौरन बाद सीएम आफिस पहुंच गए. सीएम ऑफिस का जायज़ा लेने के बाद कमलनाथ ने सीएम का पदभार ग्रहण किया और कुर्सी पर बैठते ही किसानों के कर्ज माफी से जुड़ी फ़ाइल पर दस्तखत कर दिये. इस आदेश पर दस्तखत करते ही मध्यप्रदेश के किसानों का 2 लाख तक का कर्जा माफ हो गया है. माना जा रहा है कि इस फैसले का असर करीब 30 लाख से ज्यादा किसानों पर पड़ेगा.

पहले ही दिन लिए 3 बड़े फैसले

पहले ही दिन सीएम कमलनाथ ने किसानों का कर्जा माफ करने के बाद दो और बड़े फैसले लिए. सरकार ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की राशि को 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार कर दिया. इसके अलावा तीसरा बड़ा फैसला है, नए उद्योग लगाने पर या मध्यप्रदेश में निवेश करने पर उद्योगपतियों को सिर्फ तभी सब्सिडी मिलेगी जब उद्योगों में 70 प्रतिशत रोजगार स्थानीय लोगों को दिया जाएगा.

शिवराज ने कहा था- करेंगे 10 दिन इंतजार

कुर्सी गंवाने के बाद शिवराज सिंह ने भी कहा था कि वो उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस की सरकार आते ही 10 दिनों के भीतर किसानों की कर्जमाफी की जाएगी. अब कमलनाथ ने अपने वादे पर खरा उतरते हुए कर्जमाफी की फाइल पास कर दी. कमलनाथ सरकार ने राज्य के किसानों का 2 लाख रुपये कर्ज माफ करने का आदेश दे दिया है.


शपथ ग्रहण में पहुंचे थे शिवराज

कुछ ही देर पहले भोपाल के जम्बूरी मैदान में कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद रहे. निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस समारोह में शिरकत की. उन्होंने यहां मौजूद तमाम कांग्रेसी और गैर-बीजेपी दलों के नेताओं से मुलाकात की. कई मौकों पर वो मुस्कराते भी दिखे. साथ ही उन्होंने शपथ ग्रहण के बाद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथ पकड़कर जनता का अभिवादन किया.

कर्जमाफी जुमला नहीं, गोशाला पर वादा भी करेंगे पूरा

इससे पहले कमलनाथ ने कहा था कि सीएम बनने के बाद उनकी पहली प्राथमिकता किसानों की कर्ज माफी है. आजतक के साथ बातचीत में उन्होंने कहा था कि कर्ज माफी कोई जुमला नहीं है, बल्कि किसानों का एक भरोसा है. कमलनाथ ने कहा था कि किसान कर्ज में जन्म लेता है, कर्ज में मरता है. उन्होंने दावा किया कि उनके शासनकाल में चीजें बदलेंगी. कमलनाथ ने कहा कि उनकी पार्टी वचनपत्र में लिखे गए वादों को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि गोशाला पर किए गए वादे को भी वे पूरा करेंगे.

चौहटन। पांच हजार की रिश्वत लेते डिस्कॉम कर्मचारी गिरफ्तार

चौहटन। पांच हजार की रिश्वत लेते डिस्कॉम कर्मचारी गिरफ्तार



चौहटन। परिवादी की शिकायत पर एसीबी ने कार्यवाही करते हुए चौहटन डिस्कॉम कर्मचारी को पांच हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। स्टोरकीपर ने विद्युत कनेक्शन की सामग्री के लिए 5 हजार की रिश्वत की मांग की थी। मिली जानकारी के मुताबिक भ्रष्ट्राचार ब्यूरों बाड़मेर को षिकायत मिली की चौहटन डिस्काॅम स्टोरकीपर अशोक कुमार ने ट्रासफाॅर्मर/डीपी देने के एवज में परिवादी सताराम से पांच हजार की रिश्वत की मांग की है जिस पर एसीबी ने सोमवार को पांच हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार किया।




ट्रासफाॅर्मर/डीपी देने के एवज में मांगी रिश्वत 

स्टोरकीपर अशोक कुमार ने परिवादी सताराम के नाम से अपने गांव खेराज का तला नेतराड़ में स्थित पुष्तैनी खेत में बने ट्यूबैल पर स्वीकृत सुदा कृषि बिजली कनेक्षन हेतु ट्रासफाॅर्मर/डीपी देने की एवज पांच हजार रूपये की रिष्वत की मांग की थी जिस पर एसीबी ने रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।


यह थे कार्यवाही टीम में

चौहटन में एसीबी की कार्यवाही भ्रष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो के उपअधीक्षक अन्नराज के नेतृत्व में प्रेमाराम, रमझाराम, सोहनराम, मिश्रीलाल, ठाकराराम, सुराब खां, बांकाराम शामिल थे।

मानवेंन्द्र सिंह ने जताई बाड़मेर से लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा

मानवेंन्द्र सिंह ने जताई बाड़मेर से लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा

बाड़मेर. लोकसभा चुनाव के लिहाज से इस बार सबसे महत्तपूर्ण सीट बाड़मेर की होने वाली है. जहां पर मानवेन्द्र सिंह ने अपना दावा अभी से ठोक दिया है. मानवेन्द्र सिंह ने साफ कहा है कि उनकी इच्छा लोकसभा चुनाव लड़ने की है और वे चाहते हैं कि उन्हें टिकट मिले।

मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन चुकी है और कांग्रेस का पहला काम होगा राहुल गांधी की किसानों को लेकर की गई लोन माफी की घोषणा को पूरा करना.

वहीं उन्होंने संकेत दिया कि राजस्थान की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. उसी के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र को सहायता देने की बात कही है.


मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि देश में फेडरल सिस्टम है. इसमें केन्द्र में सरकार किसी भी पार्टी की हो उसे राज्य सरकार की सहायता करनी चाहिए, क्योंकि राज्य सरकारें भी अपनी आमदनी का हिस्सा केन्द्र को देती हैं. राजस्थान में अभी विधानसभा चुनावों के रिजल्ट आए है. जिसमें राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी हैं. लेकिन प्रदेश में अभी से कांग्रेस में लोकसभा चुनावों को लेकर रणनीति बननी शुरू हो गयी है.

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सिवाना। गढ़ सिवाणा 2018 के तीन दिवसीय उत्सव को लेकर बैठक हुई आयोजित

सिवाना। गढ़ सिवाणा 2018  के तीन दिवसीय उत्सव को लेकर बैठक हुई आयोजित


रिपोर्ट :- सुनील दवे / जीत जांगिड़ - सिवाना 

सिवाना। कस्बे के डाक बंगले में सिवाणा के स्थापना दिवस को सिवाणा उत्सव के रूप में मनाने को लेकर चर्चा हुई । सर्व प्रथम कार्यक्रम के संयोजक जीवराज वर्मा के सानिध्य में एक कमेटी का गठन किया गया । बैठक में सिवाणा उत्सव के दौरान 25 दिसंबर से 27 दिसंबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे । कमेटी के गणपत चोधरी ने बताया कि 25 दिसंबर को राबाउमावि सिवाना में निबंध,सामान्य ज्ञान व प्रशन मंच प्रतियोगिता होगी । 26 दिसंबर को राबाउमावि सिवाना में चित्र कला प्रतियोगिता एवं राउप्रावि सोलंकियों का वास सिवाणा में बॉलीबाल प्रतियोगिता होगी जिसमें क्षेत्र की टीमें भाग लेंगी । वही 27 दिसंबर को सुबह 7 बजे किले पर ध्वजारोहण होगा उसके बाद 8 बजे अम्बेडकर सर्किल बालोतरा रोड से मैराथन दौड़ शुरू होगा । उसके बाद सुबह 10 बजे राउमावि सिवाना के खेल मैदान में सदभावना किर्केट मैच का आयोजन होगा । उत्सव का समापन राबाउमावि सिवाणा में 2 बजे आयोजित होगा जिसमें विभिन विद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा सांस्क्रतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे । 


इस अवसर पर क्षेत्र की प्रतिभाओं को सिवाना गौरव के पुरस्कार के रूप में समानीत किया जाएगा । सिवाना उत्सव के दौरान विभिन्न चौराहों को रंगोली व रोशनी से सजाया जाएगा ओर किले पर भी लाइटिंग की विशेष सजावट की जाएगी । इस अवसर पर हनुमान प्रसाद दवे,जसराज सेन,हुकम सिंह गुड़ानाल,देव शर्मा,राजेश जोशी,कमरूदीन मेली, यासीन खा, हिन्दू सिंह सिणेर,हितेश अग्रवाल,अम्बालाल माली,प्रकाश शर्मा,जगदीश प्रजापत,महेन्द चोधरी,डायाराम माली,तारा राम घांची,गणपत चोधरी,सवाई सिंह पादरली,दीप सिंह राजपुरोहित,नरपत सिंह मवडी,महेश नाहटा,जितेंद्र सिंह गुड़ानाल, जालम सिंह पिपलून, ईश्वर सिंह सोढा,गजेंद्र शर्मा,अजय सिंह कुसीप,थान सिंह,मेलाराम भील,सेला,हरीश जेन,सुरेन्द्र सिंह पादरली,नरेंद्र सिंह सिवाना मोजूद थे ।

जयपुर। अशोक गहलोत ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, सचिन पायलट बने डिप्टी सीएम

जयपुर। अशोक गहलोत ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, सचिन पायलट बने डिप्टी सीएम


जयपुर। अशोक गहलोत ने तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने हैं. गहलोत ने सोमवार को जयपुर के अल्बर्ट हॉल में सीएम पद की शपथ ली. इनके साथ ही सचिन पायलट राज्य के डिप्टी सीएम बने. राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने गहलोत और पायलट को शपथ दिलायी. इस दौरान मंच पर कई विपक्षी दलों के नेता मौजूद थे. बता दें कि अशोक गहलोत 1998 में पहली बार मुख्यमंत्री बने और 2008 में दूसरी बार मुख्यमंत्री का पदभार संभाला. वहीं, उप-मुख्यमंत्री बने पायलट फिलहाल राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं. वह लोकसभा सदस्य और मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं. वह अपने जमाने में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत राजेश पायलट के पुत्र हैं. राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद के चयन को लेकर लंबी खींचतान हुई. गहलोत और पायलट दोनों इस पद की दौड़ में शामिल थे. मैराथन बैठकों और गहन मंथन के बाद गत 14 दिसंबर को कांग्रेस अध्यक्ष ने गहलोत को मुख्यमंत्री और पायलट को उप मुख्यमंत्री नामित करने का फैसला किया. गहलोत और पायलट के शपथ के बाद अब भोपाल में कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वहीं शाम करीब चार बजे भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ सीएम की शपथ लेंगे. इन तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस सरकार बना रही है. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तीनों ही राज्यों में कांग्रेस ने जीत हासिल की है. इन तीनों राज्यों में भाजपा की सरकार थी.

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*1984 के सिख दंगे में 34 साल बाद सज्जन कुमार दोषी करार, अमरनाथ पर भी संकट*

*1984 के सिख दंगे में 34 साल बाद सज्जन कुमार दोषी करार, अमरनाथ पर भी संकट*

नई दिल्ली/  तकरीबन 34 साल के बाद 1984 सिख दंगे से जुड़े एक मामले में दिल्ली हाई कोर्ट की डबल बेंच ने सोमवार को निचली अदालत के फैसले को पलटते हुए सज्जन कुमार को दंगे के लिए दोषी माना है. सज्जन को हिंसा कराने और दंगा भड़काने का दोषी पाया गया है।
यह मामला एक हत्याकांड से जुड़ा है जिसमें नवंबर 1984 को दिल्ली छावनी के राजनगर क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच सदस्यों को मार दिया गया था. इस हत्याकांड में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार भी आरोपी हैं।
इसी मामले पर हाई कोर्ट की डबल बेंच के जस्टिस एस मुरलीधर और जस्टिस विनोद गोयल की बेंच ने बीते 29 अक्टूबर को सीबीआई, पीड़ितों और दोषियों की ओर से दायर अपीलों पर दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. दिल्ली हाई कोर्ट में कुल 7 अपील हैं जिन पर आज दिल्ली हाई कोर्ट को अपना फैसला सुनाया ।

सज्जन कुमार को निचली अदालत ने बरी कर दिया था

इससे पहले 1984 सिख दंगा मामले में 2013 में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को निचली अदालत ने बरी कर दिया था, जबकि सज्जन कुमार के अलावा बाकी और आरोपियों को कोर्ट ने दोषी करार दिया था. इसमें पूर्व कांग्रेस पार्षद बलवान खोखर, कैप्टन भागमल, गिरधारी लाल और दो अन्य लोग शामिल थे। कोर्ट ने अपने आदेश में इनको दंगा भड़काने में दोषी माना था और पूर्व कांग्रेस पार्षद बलवान खोखर, भागमल और गिरधारी लाल को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, जबकि पूर्व विधायक महेंद्र यादव और किशन खोखर को तीन तीन साल के कारावास की सजा सुनाई गई थी।
दिलचस्प यह भी है कि आज ही कमलनाथ मध्य-प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले रहे हैं और उनको मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर भी सिख समुदाय को आपत्ति है. इसमें मुख्य वजह वह आरोप है जिसमें कमलनाथ के 1984 के सिख दंगे में शामिल होने के आरोप हैं।

जयपुर। अशोक गहलोत-सचिन पायलट के शपथग्रहण में पहुंची वसुंधरा राजे

जयपुर। अशोक गहलोत-सचिन पायलट के शपथग्रहण में पहुंची वसुंधरा राजे



जयपुर। राजस्थान में अगले मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत शपथ लेने जा रहे हैं। इसी के साथ वह राज्य के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। उनके साथ उपमुख्यमंत्री के रूप में सचिन पायलट भी शपथ लेंगे। इस दौरान पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी कार्यक्रम स्थल में पहुंची। समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू, जितिन प्रसाद समेत यूपीए के कई दिग्गज मौजूद हैं। जयपुर के ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल में शपथग्रहण का समारोह हो रहा है।



अशोक गहलोत-सचिन पायलट के शपथग्रहण में पहुंची वसुंधरा राजे के लिए इमेज परिणाम



लंबे समय से राजनीति में सक्रिय अशोक गहलोत राजस्थान में काफी लोकप्रिय रहे हैं और उन्हें 'राजनीति का जादूगर' और 'मारवाड़ का गांधी' जैसे उपनामों से भी बुलाया जाता है। साल 2013 के राजस्थान विधानसभा चुनाव और फिर 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद भी अशोक गहलोत ने राज्य में अपनी पार्टी को प्रासंगिक बनाए रखा। राजस्थान में ‘राजनीति का जादूगर’ माने जाने वाले गहलोत ने 2018 के राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत के जादुई आंकड़े के करीब लाने में अहम भूमिका निभाई है।




राज्य में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाले अशोक गहलोत चौथे नेता हैं। गहलोत से पहले भैंरोसिंह शेखावत और हरिदेव जोशी ही तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बने। हालांकि मोहन लाल सुखाड़िया सबसे अधिक 4 बार इस पद पर रहे। राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप कार्यभार संभालने जा रहे गहलोत 1998 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे।




इंदिरा की मदद से राजनीति में आए अशोक गहलोत
जानकारों का कहना है कि ‘मारवाड़ का गांधी’ माने जाने वाले गहलोत को राजनीति में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी लेकर आई थीं। ऐसा कहा जाता है कि वह पूर्वोत्तर क्षेत्र में शरणार्थियों के बीच अच्छा काम कर रहे थे और इंदिरा उनके काम से काफी प्रभावित थीं। कुछ महीने पहले गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दमदार प्रदर्शन का श्रेय गहलोत को ही दिया जाता है।

पिछले कुछ समय से कांग्रेस के महासचिव (संगठन) का पदभार संभाल रहे गहलोत को जमीनी नेता और अच्छा संगठनकर्ता माना जाता है। मूल रूप से जोधपुर के रहने वाले गहलोत (67 वर्ष) 1998 से 2003 और 2008 से 2013 तक राजस्थान के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। तीन मई 1951 को जन्मे गहलोत ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1974 में एनएसयूआई के अध्यक्ष के रूप में की थी। वह 1979 तक इस पद पर रहे। गहलोत 1979 से 1982 तक कांग्रेस पार्टी के जोधपुर जिला अध्यक्ष रहे और 1982 में प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव बने। उसी दौरान 1980 में गहलोत सांसद बने।

पांच बार लोकसभा सांसद और कई बार मंत्री भी रहे
गहलोत 1980 से 1999 तक पांच बार 7वीं, 8वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं लोकसभा के लिए भी चुने गए। गहलोत 1999 से जोधपुर के सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह 11वीं, 12वीं,13वीं और 14वीं राजस्थान विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं।

रादस्थान के युवा चेहरे सचिन पायलट
सचिन राजनीति में ज्यादा पुराने तो नहीं हैं लेकिन युवाओं में काफी पसंद किए जाते हैं। सचिन इस बार टोंक विधानसभा से विधायक चुने गए हैं। इससे पहले वह दो बार सांसद रह चुके हैं। हालांकि, 2014 की 'मोदी लहर' में सचिन लोकसभा चुनाव हार गए थे। सचिन पायलट ने पहली बार 14वीं लोकसभा में दौसा से जीत हासिल की थी। तब वह सबसे कम उम्र के सांसद थे, उस वक्त सचिन की उम्र मात्र 26 वर्ष थी, इसके बाद वह 2009 में अजमेर से लोकसभा सांसद चुने गए और इस बार टोंक से विधायक चुने गए हैं।

इस बार उन्होंने बीजेपी के एकमात्र मुस्लिम कैंडिडेट युनूस खान को 54,179 वोटों के भारी अंतर से हराया है। सचिन पायलट पिछले 5 साल से राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष पद पर काबिज हैं।

राजस्थान में वसुंधरा सरकार के खिलाफ माहौल बनाने और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने का श्रेय उन्हें ही जाता है। उनके नेतृत्व में ही पार्टी को पिछले चुनाव में 21 से इस बार 99 सीटें मिली है। सचिन पायलट पार्टी के युवा चेहरे हैं और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी भी हैं। सचिन पायलट के नेतृत्व में पांच साल में जितने भी चुनाव और उपचुनाव हुए सभी कांग्रेस ने जीते।

गौरवमयी इतिहास का प्रतिक गागरोन फोर्ट ,दुर्ग शौर्य ही नहीं, भक्ति और त्याग की गाथाओं का साक्षी

गौरवमयी इतिहास का प्रतिक गागरोन फोर्ट ,दुर्ग शौर्य ही नहीं, भक्ति और त्याग की गाथाओं का साक्षी






गागरोन दुर्ग राजस्थान के झालावाड़ में स्थित है। यह प्रसिद्ध दुर्ग 'जल-दुर्ग' का बेहतरीन उदाहरण है। गागरोन दुर्ग हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। यहाँ सूफ़ी संत मीठे शाह की दरगाह भी है। मधुसूदन और हनुमान जी का मंदिर भी देखने लायक है। विश्व धरोहर में शामिल किए गए इस अभेद्य दुर्ग की नींव सातवीं सदी में रखी गई थी और चौदहवीं सदी तक इसका निर्माण पूर्ण हुआ। यहाँ मोहर्रम के महीने में हर साल बड़ा आयोजन होता है, जिसमें सूफ़ी संत मीठे शाह की दरगाह में दुआ करने सैंकड़ों की संख्या में मुस्लिम एकत्र होते हैं। वहीं मधुसूदन और हनुमान मंदिर में भी बड़ी संख्या में हिन्दू माथा टेकते हैं।

स्थिति तथा निर्माण
झालावाड़ से 10 कि.मी. की दूरी पर अरावली पर्वतमाला की एक सुदृढ़ चट्टान पर काली सिन्ध और आहू नदियों के संगम पर बना यह क़िला जल-दुर्ग की श्रेणी में आता है। इस क़िले का निर्माण कार्य डोड राजा बीजलदेव ने बारहवीं सदी में करवाया था। दुर्गम पथ, चौतरफ़ा विशाल खाई तथा मजबूत दीवारों के कारण यह दुर्ग अपने आप में अनूठा और अद्भुत है। यह दुर्ग शौर्य ही नहीं, भक्ति और त्याग की गाथाओं का साक्षी है।

विस्तार
गागरोन दुर्ग झालावाड़ तक फैली विंध्यालच की श्रेणियों में एक मध्यम ऊंचाई की पठारनुमा पहाड़ी पर निर्मित है। दुर्ग 722 हेक्टेयर भूमि पर फैला हुआ है। गागरोन का क़िला जल-दुर्ग होने के साथ-साथ पहाड़ी दुर्ग भी है। इस क़िले के एक ओर पहाड़ी तो तीन ओर जल घिरा हुआ है। क़िले के दो मुख्य प्रवेश द्वार हैं। एक द्वार नदी की ओर निकलता है तो दूसरा पहाड़ी रास्ते की ओर। क़िला चारों ओर से ऊंची प्राचीरों से घिरा हुआ है। दुर्ग की ऊंचाई धरातल से 10-15 से 25 मीटर तक है। क़िले के पृष्ठ भाग में स्थित ऊंची और खड़ी पहाड़ी ’गिद्ध कराई’ इस दुर्ग की रक्षा किया करती थी। पहाड़ी दुर्ग के रास्ते को दुर्गम बना देती है।

गौरवमयी इतिहास
गागरोन दुर्ग अपने गौरवमयी इतिहास के कारण भी जाना जाता है और उल्लेखनीय स्थान रखता है। यह दुर्ग खींची राजपूत क्षत्रियों की वीरता और क्षत्राणियों की महानता का गुणगान करता है। कहा जाता है एक बार यहां के वीर शासक अचलदास खींची ने शौर्य के साथ मालवा के शासक हुशंगशाह से युद्ध किया। दुश्मन ने धर्म की आड़ में धोखा किया और कपट से अचलदास को हरा दिया। तारागढ़ के दुर्ग में राजा अचलदास के बंदी बनाए जाने से खलबली मच गई। राजपूत महिलाओं को प्राप्त करने के लिए क़िले को चारों ओर से घेर लिया गया; लेकिन क्षत्राणियों ने संयुक्त रूप से 'जौहर' कर शत्रुओं को उनके नापाक इरादों में कामयाब नहीं होने दिया। इस तरह यह दुर्ग राजस्थान के गौरवमयी इतिहास का जीता जागता उदाहरण है।

एकता का प्रतीक
इस अभेद्य दुर्ग की नींव सातवीं सदी में रखी गई और चौदहवीं सदी तक इसका निर्माण पूर्ण हुआ। यह दुर्ग हिन्दू-मुस्लिम एकता का ख़ास प्रतीक है। यहां मोहर्रम के महीने में हर साल बड़ा आयोजन होता है, जिसमें सूफ़ी संत मीठेशाह की दरगाह में दुआ करने सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम एकत्र होते हैं। वहीं मधुसूदन और हनुमान मंदिर में भी बड़ी संख्या में हिन्दू माथा टेकते हैं। इसके अलावा यहां गुरू रामानंद के आठ शिष्यों में से एक संत पीपा का मठ भी है।

शिल्पकला
दुर्ग में अठारवीं और उन्नीसवीं सदी में झाला राजपूतों के शासन के समय के बेलबूटेदार अलंकरण और धनुषाकार द्वार, शीश महल, जनाना महल, मर्दाना महल आदि आकर्षित करते हैं। यहां उन्नीसवीं सदी के शासक जालिम सिंह झाला द्वारा निर्मित अनेक स्थल राजपूती स्थापत्य का बेजोड़ नमूना हैं। इसके अलावा सोलवहीं सदी की दरगाह व अठारहवीं सदी के मदनमोहन मंदिर व हनुमान मंदिर भी अपनी बनावट से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। राजस्थान के अन्य क़िलों की भांति गागरोन क़िले में भी अनेक स्मारक, जलाशय, कुएं, भंडारण के लिए कई इमारतें और बस्तियों के रहने लायक स्थल मौजूद हैं।

मौत का क़िला
गागरोन दुर्ग की ख़ात विशेषता यह भी है कि इस दुर्ग का इस्तेमाल अधिकांशत: शत्रुओं को मृत्युदंड देने के लिए किया जाता था। गागरोन के क़िले का स्थापत्य बारहवीं सदी के खींची राजपूतों की डोडिया और सैन्य कलाओं की ओर इंगित करता है। प्राचीरों के भीतर स्थित महल में राजसभाएं लगती थीं और किनारे पर स्थित मंदिर में राजा-महाराजा पूजा, उपासना किया करते थे।

आकर्षण
गागरोन का क़िला अपने प्राकृतिक वातावरण के साथ-साथ रणनीतिक कौशल के आधार पर निर्मित होने के कारण भी विशेष स्थान रखता है। यहां बड़े पैमान पर हुए ऐतिहासिक निर्माण और गौरवशाली इतिहास पर्यटकों का विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करते हैं। दुर्ग में 'गणेश पोल', 'नक्कारखाना', 'भैरवी पोल', 'किशन पोल', 'सिलेहखाना का दरवाज़ा' आदि क़िले में प्रवेश के लिए महत्पवूर्ण दरवाज़े हैं। इसके अलावा 'दीवान-ए-आम', 'दीवान-ए-ख़ास', 'जनाना महल', 'मधुसूदन मंदिर', 'रंग महल' आदि दुर्ग परिसर में बने अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल हैं। क़िले की पश्चिमी दीवार से सटा 'सिलेहखाना' उस दौर में हथियार और गोला-बारूद जमा करने का गोदाम था। एक तरफ़ गिद्ध कराई की खाई से सुरक्षित और तीन तरफ़ से काली सिंध और अहू नदियों के पानी से घिरे इस दुर्ग की ख़ास विशेषता यह है कि यह दुर्ग जल की रक्षा भी करता रहा है और जल से रक्षित भी होता रहा है। यह एक ऐसा दुर्लभ दुर्ग है, जो एक साथ जल, वन और पहाड़ी दुर्ग है। दुर्ग के चारों ओर मुकुंदगढ़ क्षेत्र स्थित है।

रविवार, 16 दिसंबर 2018

राजस्थान की खराब आर्थिक हालत से परेशान गहलोत, बोले- पीएम को कहना चाहिए 'Don't Worry'

राजस्थान की खराब आर्थिक हालत से परेशान गहलोत, बोले- पीएम को कहना चाहिए 'Don't Worry'



जयपुर. मुख्यमंत्री पद की शपथ भी लेने से पहले ही अशोक गहलोत ने प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर चिंता प्रकट कर दी है. इसके लिए उन्होंने वसुंधरा राजे को जिम्मेदार भी ठहराया है. अब सवाल उठता है कि चुनावी घोषणा के मुताबिक 10 दिन के भीतर किसानों के 99 हजार करोड़ रुपए के कर्जे कैसे माफ होंगे.

रविवार को शपथ ग्रहण स्थल अल्बर्ट हॉल का जायजा लेने पहुंचे अशोक गहलोत ने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार को आगे बढ़कर यह संदेश पूरे देशभर में देना चाहिए कि 'डॉन्ट वरी..चाहे सरकार हमारी नहीं बनी लेकिन हमारी तरफ से सहयोग में कोई कमी नहीं रहेगी.


गहलोत ने कहा कि जब वे पिछली बार मुख्यमंत्री थे तब केन्द्र में कांग्रेस की सरकार थी. तब राजस्थान में कोई कमी नहीं थी. जब एक पत्रकार ने पूछा कि पीएम मोदी का आधिकारिक बयान आया है उस पर आप क्या कहेंगे. तब गहलोत ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि प्राइम मिनिस्टर का पहला ट्वीट यह आना चाहिए कि हमारी तरफ से सहयोग में कोई कमी नहीं होगी. राजस्थान की जनता भले ही 10 दिनों के भीतर कर्ज माफी की उम्मीद में है और विपक्ष कांग्रेस के इस वादे को पूरा नहीं किए जाने पर आरोप लगाने के लिए तैयार बैठा है. लेकिन मुख्यमंत्री की शपथ लेने से पहले ही अशोक गहलोत ने गेंद केंद्र सरकार के पाले में डाल दी है. चुनाव प्रचार में राहुल गांधी 10 दिनों में कर्ज माफी का लगातार वादा करते रहे. लेकिन अब जबकि कांग्रेस की सरकार बन गई है तब कर्ज माफी पर गहलोत ने कोई संतोषजक जबाव नहीं दिया.

अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार तो अपना काम करेगी ही लेकिन पीएम मोदी को भी आगे बढ़कर राजस्थान सरकार को यह भरोसा देना चाहिए कि डोंट वरी... चुनौती भरे इस काम को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार उनके साथ है. उन्होंने उम्मीद जताई कि केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार राजस्थान में कांग्रेस सरकार को पूर्ण सहयोग करेगी और कांग्रेस सरकार के साथ कोई राजनीतिक भेदभाव नहीं होगा.


राजस्थान के हालातों के लिए वसुंधरा राजे जिम्मेदार
गहलोत ने वसुंधरा राजे पर एक बार फिर से गंभीर आरोप लगाए और कहा कि पिछले कार्यकाल में जो योजनाएं शुरू की गई थी उन्हें वसुंधरा राजे ने बंद कर दिया. रिफाइनरी के मामले में तो हमें बेवजह बदनाम किया गया. उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे को 162 विधायकों का समर्थन मिला था, लेकिन उन्होंने सरकार चलाने में लापरवाही बरती.

इस लापरवाही को ही कांग्रेस ने उजागर किया. आज हम सत्ता में हैं और वसुंधरा राजे विपक्ष में. यदि हम भी जनता की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरेंगे तो हमें भी बदल दिया जाएगा... मैं 24 घंटे 365 दिन जनता के बीच रहता हूं... मुझे कोई पद प्रभावित नहीं करता.

अशोक गहलोत चाहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी खुद आगे बढ़कर यह मैसेज राजस्थान सरकार को दें कि 'डोंट वरी' केंद्र सरकार उनके साथ है. राजस्थान में भले ही भाजपा की सरकार नहीं बनी हो लेकिन उन्हें यह संदेश देना चाहिए कि वो राजस्थान की मदद वैसे ही करेंगे जैसे वो खुद की सरकार होने पर करते थे. 

गहलोत का शपथ ग्रहण समारोह इस बार जश्न के साथ होगा ताकि जीत की गूंज पूरे देश में सुनाई दे

गहलोत का शपथ ग्रहण समारोह इस बार जश्न के साथ होगा ताकि जीत की गूंज पूरे देश में सुनाई दे

जयपुर. प्रदेश में चुनावों के नतीजे आने के बाद अब अशोक गहलोत का मुख्यमंत्री बनना तय हो चुका है. इसी के चलते पहली बार अशोक गहलोत एक बड़े जश्न और समारोह के साथ अल्बर्ट हॉल पर शपथ लेने जा रहे हैं. ऐसा पहली बार होगा जब अशोक गहलोत राजभवन में सादगी से शपथ लेने की जगह जयपुर के अल्बर्ट हॉल पर शपथ लेंगे.

राजस्थान में हर बार शपथ ग्रहण समारोह राजभवन या विधानसभा के बाहर जनपथ पर होता आया है. यह पहली बार है जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अल्बर्ट हॉल में हजारों लोगों के सामने शपथ लेंगे. गहलोत ने अपने पिछले दो कार्यकाल में राजभवन में ही शपथ ली है.


दरअसल अब तक केवल भाजपा ही ऐसे बड़े समारोह करती आई है. इसी के चलते कांग्रेस अपनी जीत का बड़ा संदेश पूरे प्रदेश और देश की जनता तक पहुंचाना चाहती है. इससे पहले भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा के बाहर जनपथ पर हुए हैं.

गहलोत सरकार का भी शपथ ग्रहण समारोह पहले जनपथ पर होना तय हुआ था. कुछ दिन पहले हाईकोर्ट की ओर से जनपथ स्थित अम्बेडकर सर्किल के आसपास आयोजनों पर रोक लगाई गई थी. इसी की चलते हाईकोर्ट से अनुमति मांगी गई थी. कोर्ट ने इस मसले पर शनिवार को लंबी सुनवाई के बाद सशर्त आयोजन की अनुमति दे दी थी. कोर्ट ने ट्रैफिक बाधित नहीं करने की शर्त लगाई थी. उसके बाद सरकार ने समारोह की जगह ही बदल डाली.

भारत-रूस के वायुसैनिकों ने मिलकर दिखाई ताकत, दुश्मन देश रह गए दंग

भारत-रूस के वायुसैनिकों ने मिलकर दिखाई ताकत, दुश्मन देश रह गए दंग

जैसलमेर. भारत- रूस की एयरफोर्स का जोधपुर एयर बेस पर संयुक्त युद्धाभ्यास 'अविंद्रा 2018' अब पूरी तरह चरम पर हैं. संयुक्त युद्धाभ्यास ने वायुसैनिक युद्धकौशल का अद्भुत परिचय दे रहे हैं.

दोनों देशों के वायुसैनिकों ने लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टर में एक साथ उड़ान भरते हुए. साथ ही जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेन्ज में अचूक निशाने साधे और भारतीय वायुसेना के गरूड कमाण्डों ने भी अपने ऑपरेशन क्रियाकलापों का जबरदस्त प्रदर्शन किया. दक्षिणी पश्चिमी कमान के कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल एच.एस.अरोड़ा ने जैसलमेर और जोधपुर एयरबेस का दौरा कर इस संयुक्त एक्सरसाईज का जायजा लिया.


वहीं दोनो देशों के वायुसैनिक और अधिकारियों से मिलकर उनकी हौसला अफजाई की. अधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पश्चिमी सीमा के निकट भारत व रूस की वायुसैनिकों का चल रही संयुक्त एक्सरसाइज अविन्द्रा के तहत 30 लड़ाकू विमान में व्यापक रूप से दोनों एयरफोर्स के जांबाज अपने-अपने हुनर से एक-दूसरे को अवगत करवा रहे है.


जैसलमेर में इस एक्सरसाइज के तहत लड़ाकू विमानों और लड़ाकू हेलिकॉप्टरों के साथ माल वाहक जहाजों की गतिविधियों में भारी उछाल देखा जा रहा है. इस एक्सरसाइज के तहत भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान सुखोई-30 विमानों में भारतीय वायुसेना के पायलट और को-पायलट के रूप में रूसी वायुसेना के पायलटों ने जोधपुर व जैसलमेर एयरबेस से उड़ान भरकर अपने बोम्बिंग मिशन पर है. इसके तहत जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेन्ज के चांधण क्षेत्र में काल्पनिक ठिकानों पर अचूक निशाने साधे. पिछले दो दिनों से पोकरण रेन्ज इन लड़ाकू विमानों की ओर से बम बरसाए जा रहे, रॉकेट और छोटी मिसाइलों से थर्रा रही है.

अलवर में बदमाशों का आतंक, घर के शीशे तोड़े, दी जान से मारने की धमकी

अलवर में बदमाशों का आतंक, घर के शीशे तोड़े, दी जान से मारने की धमकी



अलवर. अलवर में बदमाशों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. चोरी व लूट की घटनाओं के बाद बीती रात बदमाशों ने एक घर में लूटपाट करने का प्रयास किया. लेकिन सफल नहीं होने पर बदमाशों ने घर व कार में तोड़फोड़ कर दी.


शनिवार रात 9 बजे कुछ बदमाशों ने स्कीम नंबर 2, जुबली बास के पास घर के बाहर खड़ी कार को पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त कर दिया. और घर में लगे खिड़कियों के शीशे को भी डंडे और पत्थरों से तोड़ दिया. पुलिस जब तक घटना स्थल पर पहुंची, बदमाश वहां से फरार हो गए.

महेंद्र गुप्ता ने बताया कि पहले भी राजू सैनी और मनोज सैनी नाम के युवकों ने अपने साथियों के साथ मिलकर तोड़फोड़ की. इन लोगों पर पहले से केस लगे हुए हैं. यह लोग आए दिन ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं. पीड़ित महेंद्र कुमार गुप्ता का कहना है जाते वक्त हमको यह धमकी देकर गए हैं यदि तुम ने पुलिस को रिपोर्ट की तो अंजाम बहुत बुरा होगा.

वसुंधरा निभाएंगी वो परम्परा जो गहलोत ने 2013 में निभाई थी...शपथ ग्रहण समारोह में जाएंगी

वसुंधरा निभाएंगी वो परम्परा जो गहलोत ने 2013 में निभाई थी...शपथ ग्रहण समारोह में जाएंगी

जयपुर. जयपुर के अल्बर्ट हॉल में सोमवार को नए मुख्ययमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह होने जा रहा है. इस समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शिरकत करेंगी. ऐसा कर वे वही परम्परा निभाएंगी जो अशोक गहलोत ने 2013 में वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री बनने पर निभाई थी.

2013 के चुनावों में भाजपा सत्ता पर काबिज हुई थी. 13 दिसंबर 2013 को वसुंधरा राजे ने बतौर मुख्यमंत्री दूसरी बार शपथ ली थी. जनपथ पर भाजपा नेताओं का मेला लगा था. नरेन्द्र मोदी समेत कई नेताओं ने इस कार्यक्रम में शिरकत की थी.


लेकिन इस मौके पर सत्ता से बाहर हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोकतंत्री की एक परम्परा का बखूबी निर्वहन किया था. वे वसुंधरा राजे के शपथ समारोह में पहुंचे थे और उन्हें बधाई ज्ञापित की थी. एक सादगी भरी तस्वीर भी शपथ समारोह में चर्चा का विषय रही थी.


विरोधी खेमे के सत्ता में आने पर गहलोत बिल्कुल भी असहज नहीं थे. उस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी मंच पर विराजमान थे और उन्होंने खड़े होकर गहलोत को गले लगाया था. अब 2018 के चुनाव में भाजपा सत्ता से बाहर है. गहलोत तीसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने जा रहे हैं. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी उसी परम्परा का निर्वहन करने के लिए शपथ समारोह में शिरकत करेंगी.


इस शपथ समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत गठबंधन के कई नेता मंच पर विराजेंगे. वसुंधरा राजे के अलावा प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मदन लाल सैनी भी गहलोत के शपथ ग्रहण में शिरकत करेंगे. 

विजय दिवस 93 हज़ार पाक सैनिकों का आत्मसमर्पण,बांग्लादेश का उदय

विजय दिवस 93 हज़ार पाक सैनिकों का आत्मसमर्पण,बांग्लादेश का उदय


साल 1971 के बाद से हर साल 16 दिसंबर को हिन्दुस्तान विजय दिवस मनाता है. बता दें कि आज ही के दिन साल 1971 में हिंदुस्तान ने पाकिस्तान को शर्मनाक पराजय देकर विजय प्राप्त की थी. इसी कारण विजय दिवस 16 दिसम्बर को मनाया जाता है. भारतीय सेना का सीना गर्व से उस समय और भी चौड़ा हो गया था, जब युद्ध में भारत के सामने पाकिस्तान की पूरी सेना बेबस हो गई थी. युद्ध के अंत के बाद 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने हिंदुस्तान के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. 
ख़ास बात यह है कि साल 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्‍तान को करारी शिकस्‍त दी थी और इसक बाद पूर्वी पाकिस्तान आजाद हो गया. जिसे आज दुनिया बांग्लादेश के नाम से जानती है. बता दें कि इस युद्ध की शुरुआत 25 मार्च 1971 को शुरू हुई थी और इसका समापन 16 दिसंबर 1971 को हुआ था. बांग्लादेश का स्वतंत्रता संग्राम 1971 में हुआ था, इसे 'मुक्ति संग्राम' भी कहते हैं. इससे पहले बांग्लादेश पाकिस्तान का ही हिस्सा था.
भारत के लिए पाकिस्तान पर यह विशाल जीत कई मायनों में ऐतिहासिक थी. आज भी उन जीत की यादों के साथ पूरा देश गर्व से रोमांचित हो उठता है. बता दें कि बांग्लादेश अपने उदय से पहले पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था. जबकि आज के पाकिस्तान को पश्चिमी पाकिस्तान कहा जाता था. पाकिस्तान की सेना लगातार बांग्लाभाषियों पर अत्याचार करती थी और धीरे-धीरे इसने एक विकराल रुप धारण किया. इसके बाद पूर्वी पाकिस्तान के लोग वर्तमान पाकिस्तान के खिलाफ सड़कों पर उतर गए. यहां आपस में खूब खूनी संहार हुआ. लाखों लोगों की जान गई और महिलों की इज्जत लूटी गई. इसके बाद भारत ने पड़ोसी होने के नाते अपना बड़ा दिल दिखाते हुए क्रांतिकारियों की मदद की. इसके बाद भारत और पाक में प्रत्यक्ष रूप से मुकाबला हुआ. जहां अंततः पाकिस्तान की हार, हिंदुस्तान की जीत और बांग्लादेश का उदय हुआ. 

शनिवार, 15 दिसंबर 2018

नौकरी का झांसा देकर विदेशी महिला से रेप, फेसबुक से दोस्ती कर भारत बुलाकर दिया वारदात को अंजाम

नौकरी का झांसा देकर विदेशी महिला से रेप, फेसबुक से दोस्ती कर भारत बुलाकर दिया वारदात को अंजाम

फरीदाबाद: जिले में नौकरी का झांसा देकर विदेशी महिला के साथ बलात्कार करने का मामला सामने आया है. पीड़िता ने भागकर गुरुग्राम के थाने में जीरो एफआइआर दर्ज कराई. रेप का आरोप नाइजीरियन युवक पर लगाया गया है।

फेसबुक पर हुई दोस्ती के बाद केन्या से नौकरी के नाम पर भारत बुलाकर महिला के साथ बलात्कार करने की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई है. पीड़ित लड़की ने अपनी शिकायत में कहा कि वो केन्या की ही रहने वाली है और फिलहाल वह फरीदाबाद में रहती है. उस महिला से फेसबुक पर पीड़िता की दोस्ती हो गई.

पीड़िता का आरोप है कि फरीदाबाद में रहने वाली महिला ने उसे नौकरी का झांसा देकर फरीदाबाद बुला लिया और उसके बाद वीजा और पासपोर्ट अपने कब्जे में ले लिया. आरोप है कि इस दौरान उसके साथ एक नाइजीरियन युवक ने बलात्कार किया.

पीड़िता का आरोप है कि वो 12 दिसंबर को वहां से भागकर गुरुग्राम अपनी सहेली के पास पहुंची. जहां उसने गुरुग्राम सेक्टर-51 के महिला थाने में शिकायत दी. जिसपर गुरुग्राम पुलिस ने जीरो एफआइआर दर्ज कर फरीदाबाद पुलिस को केस ट्रांसफर कर दिया.


भाजपा की हार पर राजवी ने कहा राजपूतो की नाराजगी की वजह से हारी, राठौड़ ने कहा राजपूत भाजपा के साथ अब भी

भाजपा की हार पर राजवी ने कहा राजपूतो की नाराजगी की वजह से हारी, राठौड़ ने कहा राजपूत भाजपा के साथ अब भी




राजेंद्र राठौड़ जहां निवर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खेमे से आते हैं तो वहीं, नरपत सिंह राजवी राजे विरोधी खेमे के विधायक हैं. मौजूदा विधानसभा चुनाव में मिली भाजपा के हार को लेकर नरपत सिंह का कहना है कि भाजपा का राजपूत समाज से जुड़ा हुआ वोटर इस बार भाजपा से दूर हो गया. जिसके चलते भाजपा की ये स्थिति हुई. राजपूत समाज की नाराजगी को लेकर सरकार ने आंख, नाक और कान होने के बावजूद पार्टी को अंधेरे में रखा. वहीं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खेमे से आने वाले पूर्व संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ की राय इससे अलग है. राठौड़ के अनुसार राजपूत समाज पहले भी भाजपा का था और आज भी भाजपा का ही है. उनके अनुसार कुछ एक विधानसभा सीटों पर समाज की व्यक्तिगत नाराजगी के चलते जरूर इसका असर हुआ होगा लेकिन समाज भाजपा के साथ ही खड़ा है.


पायलट के चलते गुर्जर भाजपा से दूर, लेकिन राजवी और राठौड़ की राय जुदा
विधानसभा चुनाव 2018 में भाजपा का एक भी गुर्जर समाज का प्रत्याशी नहीं जीता लेकिन, भाजपा विधायक राजेंद्र राठौड़ और नरपत सिंह राजवी की राय इस मामले में भी जुदा है. नरपत सिंह राजवी जहां इस बात को स्वीकार करते हैं कि कांग्रेस में सचिन पायलट के कारण गुर्जर समाज के मतदाता पूरी तरीके से कांग्रेस से जुड़ गए. उसका नुकसान भाजपा को हुआ तो वहीं, राजेन्द्र राठौड़ इससे इनकार करते हैं. राजेंद्र राठौड़ का इस मामले में तर्क है कि अब कोई समाज विशेष किसी नेता के पीछे नहीं है और ना ही अब की राजनीति में भैरों सिंह शेखावत जैसे दिग्गज नेता रहे हैं. जिनके रहते राजपूत हमेशा भाजपा के साथ रहा.

राजेंद्र राठौड़ ने सचिन पायलट को हवा हवाई नेता करार दिया. वहीं इस मामले में नरपत सिंह राजवी का कहना है कि जिस तरह स्वर्गीय भैरोंसिंह शेखावत के रहते राजपूत समाज और सतीश चंद्र अग्रवाल के रहते वैश्य समाज के वोटर भाजपा से जुड़े रहे. उसी तरह सचिन पायलट के कांग्रेस में रहने के कारण गुर्जर समाज के वोटर इस चुनाव में कांग्रेस के साथ रहे, जो स्वाभाविक बात है. मतलब इस मामले में भी भाजपा के इन दोनों विधायकों के तर्क अलग अलग हैं.

राजवी की राठौड़ से इसलिए है अदावत
भाजपा के राजपूत समाज से आने वाले इन दोनों ही विधायकों के बीच अदावत आज की नहीं बल्कि, बरसों पुरानी है. वसुंधरा सरकार में भैरों सिंह शेखावत परिवार से ताल्लुक रखने वाले उनके दामाद नरपत सिंह राजवी को ठंडे बस्ते में रखा गया. राजवी को ना सरकार में और ना ही संगठन में जगह मिली. वहीं राजे के करीबी माने जाने वाले राजेंद्र राठौड़ को ना केवल सरकार में कैबीनेट मंत्री बनाया गया बल्कि, हर काम में संगठन ने भी उन्हें पूरी तवज्जो दी.
प्रदेश में जब आनंदपाल मामले में राजपूत समाज भाजपा से दूर हुआ तब भी सरकार ने राजपूत समाज को खुश करने के लिए राजपाल सिंह शेखावत, राजेंद्र सिंह राठौड़ और पुष्पेंद्र सिंह को आगे किया. जबकि राजपूत समाज के दिग्गज स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के दामाद को तब भी दूर ही रखा गया. उस दौरान भी राजवी ने आगाह किया था कि राजपूत समाज भाजपा सरकार से बेहद नाराज है लेकिन, उनके बयान को तत्कालिक मंत्रियों ने हंसी में उड़ा दी, जिसके चलते राजेंद्र राठौड़ और नरपत सिंह राजवी के बीच लंबे समय से अदावत चल रहीं है.

जयपुर । तीन जगह बम मिलने की सूचना, पुलिस बल हुआ अलर्ट

जयपुर । तीन जगह बम मिलने की सूचना, पुलिस बल हुआ अलर्ट



जयपुर। गुलाबी नगर में आज एक फोन कॉल ने पुलिस की नींद उड़ाकर रख दी. राजधानी के परकोटे के भीतर सांगानेरी गेट, चांदपोल के हनुमान मंदिर और एयरपोर्ट पर बम की सूचना के बाद इलाकों को खाली करवा लिया गया।

दरअसल आज पुलिस कंट्रोल रूम में एक फोन के मुताबिक सांगानेरी गेट, चांदपोल के हनुमान मंदिर और एयरपोर्ट पर बम की सूचना मिली. जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया. और तुरंत मौके पर जाकर मामले की तह तक जाना चाहा,


बताया जा रहा है कि पुलिस एहतियात के तौर पर इलाके को खाली करा लिया है. पुलिस के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए है. आपकों बता दे कि 2008 में भी इसी चांदपोल के इसी हनुमान मंदिर के पास बम बिस्फोट की वारदात हो चुकी है।

राजस्थान में मंत्रियों का चयन आसान नहीं होगा अशोक गहलोत और सचिन पायलट के लिए। ये हो सकते हैं संभावित मंत्री। 5 हजार लोगों से एक-एक कर मिले अशोक गहलोत


राजस्थान में मंत्रियों का चयन आसान नहीं होगा अशोक गहलोत और सचिन पायलट के लिए।  ये हो सकते हैं संभावित मंत्री। 5 हजार लोगों से एक-एक कर मिले अशोक गहलोत



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अशोक गहलोत मुख्यमंत्री और सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री तो बन गए, लेकिन इन दोनों के लिए मंत्रियों का चयन करना आसान नहीं होगा। सीपी जोशी जैसे नेता भी राजस्थान में विधायक बन गए हैं तो केन्द्र सरकार में केबिनेट मंत्री रह चुके हैं। हालांकि संविधान में उपमुख्यमंत्री का कोई पद सृजित नहीं है, लेकिन अब राजस्थान में माना तो यही जाएगा कि सचिन पायलट दूसरे नम्बर के मंत्री होंगे। यानि सीपी जोशी मंत्री बनते हैं तो उनकी गिनती तीसरे नम्बर पर होगी। गहलोत के लिए पायलट के साथ तालमेल बैठाना भी आसान नहीं होगा। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के बाद सबसे महत्वपूर्ण माने जाने वाले गृह विभाग के प्रमुख पायलट ही होंगे। छह माह बाद मई में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते कांग्रेस को कितनी सफलता मिलती है, यह आने वाला समय बताएगा। जानकारों की माने तो गहलोत भले ही सीएम की कुर्सी पर बैठे हों, लेकिन सरकार में दखल पायलट का ही रहेगा। जो विभाग पायलट के समर्थकों को मिलेंगे उनमें पायलट ही सीएम माने जाएंगे। देखना होगा कि इन सब परिस्थितियों से गहलोत कैसे मुकाबला करते हैं। पायलट के समर्थकों को हमेशा यही पीड़ा रहेगी कि राजनीति में जाजम हमने बिछाई थी उस पर गहलोत आकर बैठ गए।
संभावित मंत्री:
सीएम और डिप्टी सीएम तय होने के बाद अब मंत्रियों की बारी है। माना जा रहा है कि सीएम को लेकर दिल्ली में दो दिन तक जो घमासान हुआ, उसमें मोटे तौर पर मंत्री भी तय हो गए हैं। ये मंत्री गहलोत और पायलट खेमे में बंटे हैं। जानकार सूत्रों के अनुसार सीपी जोशी, बीडी कल्ला, रघु शर्मा, शांति धारीवाल, दीपेन्द्र सिंह शेखावत, प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी, हरीश मीणा, जीआर खटाणा, रमेशचंद मीणा, प्रमोद जैन भाया, अशोक चांदना, भरत सिंह, राजेन्द्र पारीक, गोविंद सिंह डोटासर, बृजेन्द्र ओला, डाॅ. जीतेन्द्र सिंह, कृष्णा पूनिया, मास्टर भंवरलाल शर्मा, विजयपाल मिर्धा, शकंुतला रावत, सालेह मोहम्मद, हरीश च ौधरी, हेमाराम च ौधरी, उमीन खान, जाहिदा, विश्वेन्द्र सिंह, उदयलाल आंजना, राजेन्द्र विधूड़ी  व रामलाल जाट मंत्री बनाए जा सकते हैं। जातीय समीकरण और जिलावर प्रतिनिधित्व देने के लिए सूची में बदलाव भी हो सकता है। बसपा प्रमुख मायावती ने बिना शर्त 6 विधायकों का समर्थन दिया था, इसलिए बसपा के एक या दो विधायक भी मंत्री बन सकते हैं। इसी प्रकार आरएलडी के एक मात्र विधायक डाॅ. सुभाष गर्ग की लाॅटरी भी खुल सकती हैं। डाॅ. गर्ग गहलोत के पिछले कार्यकाल में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रहे थे।
5 हजार लोगों से एक-एक कर मिले अशोक गहलोतः
15 दिसम्बर को जयपुर में अपने सरकारी आवास और प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय में मनोनीत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोई पांच हजार लोगों से एक एक कर मुलाकात की। असल में गहलोत को मुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा के बाद से हजारों समर्थक गहलोत के घर के बाहर जमा थे। 15 दिसम्बर को सुबह भी बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। लोगों की भीड़ को देखते हुए पायलट स्वयं मुख्य दरवाजे पर आए और एक-एक कर लोगों से मुलाकात की। गहलोत ने अपने समर्थकों के हाथों माला पहनी तथा मोबाइल पर सेल्फी भी खींचवाई। गहलोत ने अपने किसी भी समर्थक को निराशा नहीं किया। गहलोत तब तक लोगों से हाथ मिलाते रहे, जब तक भीड़ खत्म नहीं हुई। बिना सुरक्षा के लोगों से मिलना गहलोत की लोकप्रियता को दर्शाता है। राजनीति में ऐसा कम ही होता है, जब इतने बड़े कद का नेता इतनी बड़ी भीड़ से एक-एक कर मिले। लेकिन लगता है कि गहलोत ने लोगों की भावनाओं के अनुरूप मुलाकात की। हालांकि गहलोत 17 दिसम्बर को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, लेकिन 15 दिसम्बर को ही गहलोत ने अपनी जनसेवक की भूमिका का प्रदर्शन कर दिया।
एस.पी.मित्तल) (15-12-18)
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*जिला जैसलमेर की अवैध नशीलों पदार्थो की तस्करी करने वालों के खिलाफ बडी कार्यवाही*



*जिला जैसलमेर की अवैध नशीलों पदार्थो की तस्करी करने वालों के खिलाफ बडी कार्यवाही*

*पुलिस थाना पोकरण द्वारा 3 हजार 900 किलो (39 क्विंटल)
अवैध डोडा पोस्त से भरा ट्रक जब्त,01 गिरफतार*

*जिले की अवैध नशीलों पदार्थो की तस्करो के खिलाफ अब तक की सबसे बडी कार्यवाही*

*जब्त माल की बाजार कीमत करीब 1 करोड रूपये से ज्यादा*

*उडद की दाल एवं पशु आहार के निचे छिपाकर रखा हुआ था अवैध डोडा पोस्त*

ज्ञात रहे कि जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर जगदीश चन्द्र शर्मा के आदेशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसलमेर जयनारायण मीणा एवं वृताधिकारी वृत पोकरण रामचन्द्र चौधरी के सुपरवाजरी में जिले में अवैध शराब एवं नशीलों पदार्थो की तस्करी पर अंकुश लगाने हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत कल दिनांक 14.12.2018 थानाधिकारी पुलिस थाना पोकरण सुखराम मय टीम हैड कानि. खेतसिंह, अनोपराम, नारायणसिंह, कृष्ण कुमार, चतुराराम व कानि. सुभाष विश्नोई, मुकेश गुर्जर, अर्जूनराम, राजुराम, मुकेश कुमार, अशोक पालीवाल एवं वाहन चालक प्रेमाराम के वास्ते लोकल एवं स्पेशल एक्ट की कार्यवाही बाबत् पुलिस थाना पोकरण में वास्ते गश्त करते हुए जोधपुर रोड पर सतासर फांटा (लवा) पर नाकाबंदी की गई।
दौराने नाकाबंदी रात्रि करिबन 8.15 बजे एक ट्रक जोधपुर से आता हुआ दिखाई दिया। जिसके चालक द्वारा पुलिस की नाकाबंदी को देख कर अपने ट्रक को वापिस घुमाने लगा जिस पर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए, ट्रक संख्या आरजे 19 जीसी 5665 को रूकवाया कर ट्रक चालक का नाम पुछा गया तो उसने अपना नाम नरेन्द्र कुमार पुत्र रणजीताराम जाति विश्नोई निवासी खेतोलाई पुलिस थाना लाठी होना बताया तथा ट्रक में उडद की दाल एवं पशु आहार भरा हुआ बताया लेकिन ट्रक द्वारा अचानक मुडने एवं ट्रक चालक की हडबडाहट को पुलिस टीम द्वारा भापा ओर उस पर विश्वास नहीं करते हुए टीम के सदस्यों द्वारा ट्रक को चैक किया गया तो उडद की दाल के कट्टों के निचे डोडा पोस्त से भरे कट्टे मिले। जिस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त डोडा पोस्ट के वैध लाईसेंस एवं कागजात के बारे में पुछा गया तो ट्रक चालक द्वारा सही संतुष्ट जवाब नहीं देने पर डोडा पोस्त करिबन 3 हजार 900 किलो (39 कि्ंवटल) मय ट्रक को बरामद कर नरेन्द्र कुमार पुत्र रणजीताराम जाति विश्नोई निवासी खेतोलाई पुलिस थाना लाठी को अवैध डोडा पोस्त का परिवहन करने के जूर्म में गिरफतार कर पुलिस थाना पोकरण लेकर आये तथा पुलिस थाना पोकरण में एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर जॉच थानाधिकारी पुलिस थाना सदर जैसलमेर कांतांसह ढिल्लों को सुपूर्द की गई। अग्रिम अनुसंधान जारी है। 

*अवैध डोडा पोस्त की कीमत करीबन 01 करोड रूपये से ज्यादा*
195 कट्टों में 3 हजार 900 किलो (39 कि्ंवटल) अवैध डोडा पोस्त को जब्त कर पुलिस थाना पोकरण लाया जाकर जमा मालखाना किया। उनकी कीमत आंकी गई तो वह बाजार कीमत करीबन 1 करोड से ज्यादा है।

*अवैध डोडा पोस्त की जिले की अब तक की सबसे बडी कार्यवाही*
जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर जगदीश चन्द्र शर्मा के निर्देशन में पुलिस थाना पोकरण द्वारा की गई कार्यवाही जिला जैसलमेर की आज तक की सबसे बडी कार्यवाही है। पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा तथा जिले में अवैध शराब एवं नशीले पदार्थो की तस्करी पर अंकुश लगाने हेतु हरसम्भव प्रयास किये जावेगे।

*कार्यवाही करने वाली टीम की हौसला अफजाई हेतु किया जावेगा पुरष्कृत*
पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर द्वारा बताया गया कि पुलिस थाना पोकरण की पुलिस टीम द्वारा भारी मात्रा में अवैध डोडा पोस्त की बरामदी की गई। उक्त टीम की हौसला अफजाई हेतु जिला स्तर पर पुरष्कृत किया जावेगा।

बाड़मेर । जीवन की प्रगति समय के सदुपयोग पर निर्भर - बोहरा

बाड़मेर । जीवन की प्रगति समय के सदुपयोग पर निर्भर - बोहरा

बाड़मेर । जिला मुख्यालय से महज् 6 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 68 अहमदाबाद रोड़ कुशल वाटिका के पास स्थित सांसियों का तला में अभियान ग्रामोदय के तहत् शनिवार को खेल मैदान तैयार कर युवाओं एवं बच्चों के लिए वालीबाॅल, कबड्डी, रस्सी-कूद, टेनिस आदि का भारतीय सेना के जवान दीपक कुमार, धारा संस्थान के निदेशक महेश पनपालिया एवं अभियान प्रेरक मुकेश बोहरा अमन में मौजूदगी में हुआ ।

  

अभियान प्ररेक एवं सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा अमन ने कहा कि स्थानीय बच्चों व युवाओं में खेल प्रतिभाओं को तराशने एवं समय के सदुपयोग को लेकर सांसियों का तला में विभिन्न खेलों का आगाज हो रहा है और जीवन में प्रगति समय के सदुपयोग पर निर्भर करती है । ऐसे में अच्छे कार्याें की ओर प्रेरित होना चाहिए । वहीं सांसियों का तला में शीघ्र ही सघन वृक्षारोपण अभियान चलाकर हर घर पौधारोपण किया जायेगा ।


इस दौरान सुरेश वड़ेरा, डालूराम सेजू, कालूराम सिसोदिया, होप फाउण्डेशन के विपुल बोथरा, सुनिल रामधारी, रहीम खिलजी, मदन, कालाराम, बलमाराम, मुकेश सिसोदिया सहित कई युवासाथी एवं बच्चे उपस्थित रहे ।

बाड़मेर । विकास के लिए सजगता पहली आवश्यकता- पनपालिया

बाड़मेर । विकास के लिए सजगता पहली आवश्यकता- पनपालिया




बाड़मेर । जिला मुख्यालय से महज् 6 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 68 अहमदाबाद रोड़ कुशल वाटिका के पास स्थित सांसियों का तला में अभियान ग्रामोदय के तहत् शनिवार को धारा संस्थान, बाड़मेर के निदेशक महेश पनपालिया के मुख्य आतिथ्य, प्रधानाध्यापक पुरूषोतम दास जैन की अध्यक्षता एवं कालूराम सिसोदिया के विशिष्ट आतिथ्य में बुजुर्ग व जरूरतमंद महिलाओं को उनी रजाईयों का वितरण किया गया ।



ग्रामोदय अभियान प्रेरक एवं सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि भामाशाह परिवार की ओर से उपलब्ध करवाई गई उनी रजाईयों को बुजुर्ग व जरूरतमंद महिलाओं में वितरण करते हुए उनको सम्मान किया गया । और उपस्थित महिलाओं व बालिकाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया ।


कार्यक्रम में धारा संस्थान, बाड़मेर के निदेशक महेश पनपालिया ने कहा कि सांसियों का तला का विकास करने के लिए हम सब को सजग रहते हुए अभियान में बढ़-चढ़कर भागीदारी करनी होगी । विकास के लिए सजगता पहली आवश्यकता है । उन्होंनें कहा कि हमें स्वच्छता के प्रति जागरूक होकर अपने घर-परिवेश व स्वयं के स्वास्थ्य हो बुहतर बनाना है ।


प्रधानाध्यापक पुरूषोतम दास जैन ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमें आत्मनिर्भर बनकर आगे बढ़ना होगा और सबके सहयोग गांव में बहुत अच्छे कार्य हो रहे है । जो स्वागत योग्य है ।


कालूराम सिसोदिया ने सबका आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया । इस दौरान सुरेश वड़ेरा, डालूराम सेजू, कालूराम सिसोदिया, होप फाउण्डेशन के विपुल बोथरा, रहीम खिलजी, सुनिल रामधारी, मदन, कालाराम, बलमाराम, मुकेश सिसोदिया, नन्दा सिसोदिया, विक्रम, सुरेश कुमार, हाथी सिसोदिया, सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व ग्रामीण उपस्थित रहे ।

बाड़मेर। आरएएस का फ्री सेमिनार कल , एक्सपट्र्स देंगे आरएएस तैयारी के टिप्स

बाड़मेर। आरएएस का फ्री सेमिनार कल , एक्सपट्र्स देंगे आरएएस तैयारी के टिप्स


बाड़मेर। क्रिएषन एकेडमी की ओर से आरएएस (राजस्थान सिविल सेवा परीक्षा) की तैयारी को लेकर फ्री सेमिनार का आयोजन 16 दिसंबर को किया जाएगा। 

एकेडमी के प्रबंध निदेषक ने बताया कि सेमिनार में जनरल साइंस और टेक्नोलाॅजी के विषेशज्ञ डाॅ. मांगीलाल चैधरी, नीतिषास्त्र और खेल व योग की विषेशज्ञ डाॅ. पुश्पा सारस्वत, आईआर और लाॅ विषेशज्ञ डाॅ. कुलदीपसिंह षेखावत, सामान्य हिन्दी के विषेशज्ञ अखिलेश शर्मा , सामान्य अंग्रेजी विषेशज्ञ सोमेंद्र अवस्थी एवं व्यवहार के विषेश डाॅ. रामराज जैमन अभ्यर्थियों को आरएएस की तैयारी के टिप्स देंगे।
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