सोमवार, 17 दिसंबर 2018

गहलोत के मंत्रिमंडल में मारवाड़ के जाट, राजपूत, विश्नोई, ओबीसी के इन विधायकों को मिल सकती है जगह

गहलोत के मंत्रिमंडल में मारवाड़ के जाट, राजपूत, विश्नोई, ओबीसी के इन विधायकों को मिल सकती है जगह


जोधपुर. अशोक गहलोत ने तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ सोमवार को ले ली. इसके बाद प्रदेश में बनने वाली मंत्री परिषद के सदस्यों के संभावित नामों पर कवायद शुरू हो गई है. खासकर मारवाड़ के तीन जिलों में इस बार तीन से चार विधायकों को मंत्री बनने उम्मीद जगी है.

इसकी वजह है जोधपुर, बाडमेर व जैसलमेर में जिले की 19 सीटों में 15 सीटें कांग्रेस को मिलना. इनमें जोधपुर जिले में 7, बाडमेर में 6 व जैसलमेर में दो सीटें शामिल है. इनमें खास तौर से जाट, राजपूत, विश्नोई, ओबीसी के साथ साथ महिला वर्ग व अनुसूचित जाति को साधने का प्रयास होगा.


इसके अलावा लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर भी मंत्री परिषद के चेहरे तय होंगे जिसके चलते पार्टी को फायदा हो. तमाम बड़ी जातियां के साथ-साथ बाडमेर से लगातार दूसरी बार जीतने वाले मेवाराम जैन भी इस बार मंत्री की रेस में है. वे मोदी लहर में भी नहीं हारे थे.


2 अल्पसंख्य चेहरे, अमीन खां मजबूत 
मारवाड़ में दो अल्पसंख्य  विधायक चुनकर पहुंचे है. इनमें बाडमेर की शिव सीट से पूर्व मंत्री अमीन खां और पोकरण में ध्रुवीकरण को धत्ता बता जीत दर्ज करने वाले सालेह मोहम्म्द भी है. लेकिन बडा कद अमीन खां का होने से वे मजबूत दावेदार है.


3 जाट, आगे हेमाराम
जोधपुर, बाड़मेर से तीन जाट विधायक बने है. इनमें गुढामलानी से हेमाराम चौधरी, बायतू से हरीश चौधरी व ओसियां से दिव्या मदेरणा शामिल है. लेकिन बाडमेर जिले से ही गुढामलानी से जीते हेमाराम चौधरी पहले मंत्री रहे हैं वे सरल जाट नेता हैं और गहलोत गुट के होने से मजबूत दावेदार हैं. दिव्या की लॉटरी उस स्थिति में लग सकती है जब मंत्री परिषद में लोकसभा क्षेत्र के हिसाब से प्रतिनिधित्व दिया गया तो क्योंकि ओसियां पाली लोकसभा में आता है. पाली में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है.

3 विश्नोई, सुखराम मजबूत दावेदार
इसी तरह से लोहावट, लूणी व सांचौर से कांग्रेस के  विश्नोई विधायक चुने गए है. इननमें लोहावट से किशनाराम, लूणी से महेंद्र व सांचौर से सुखराम विश्नोई शामिल है. सुखराम विश्नोई गत चुनाव में मोदी लहर के बावजूद चुनाव जीतने वालों में से है. ऐसे में उनका नाम सबसे आगे हैं.


3 अनुसूचित जाति एमएलए, रूपाराम बडे दावेदार
मारवाड़ में  बाडमेर की चौहटन से पदमाराम, जैसलमेर से रूपाराम व बिलाडा से हीराराम मेघवाल ने इस बार जीत दर्ज की है. इनमें मंत्री बनने के लिए रूपाराम सबसे मजबूत दावेदार है. राजकीय सेवा में अधिकारी रहे रूपाराम गत चुनाव कुछ सौ मतों से हार गए थे. जैसलमेर सीट सामान्य वर्ग के लिए है लेकिन उन्हें दूसरी बार मौका दिया गया और जीत गए. ऐसे में प्रबल दावेदार है.

3 महिलाएं, एक को उम्मीद
जोधपुर जिले में इस बार कांग्रेस की तीन महिला उम्मीदवार जीती है. राहुल गांधी की नीति के अनुसार अगर महिलाओं को मंत्री परिषद में बडी भागीदारी दी गई तो शायद किसी की लॉटरी खुल सकती है. इसमें जोधपुर शहर से विधायक बनी मनीषा पंवार सबसे आगे है. क्योंकि दिव्या मदेरणा जाट व मीना  कंवर राजपूत है, और दोनों जातियों के अन्य विधायक मंत्री बन रहे हैं तो मनीषा पंवार जो ओबीसी से आती है और खुद रावणा राजपूत है तो उनकी मजबूत दावेदारी है. 


पहले रहे है 5 से 6 मंत्री
अशोक गहलोत की 1998 की सरकार में गहलोत के अलावा जोधपुर जिले से रामसिंह विश्नोई, खेतसिंह राठौड, राजेंद्र चौधरी कैबिनेट मंत्री बने और परसराम मदेरणा विधानसभा अध्यक्ष रहे. इसके अलावा जैसलमेर, बाडमेर व जालौर के विधायक भी मंत्री रहे हैं. ऐसे में इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि मारवाड़ की मंत्री परिषद में बडी भागीदारी हो सकती है. 

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