मुख्यमंत्री बनने के घंटे भर के भीतर कमलनाथ ने पास की किसानों की कर्जमाफी की फाइल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान संभालते ही कमलनाथ ने अपने वादे को पूरा करते हुए किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर दस्तखत कर दिए. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपने वचन पत्र में जनता से जो वादे किए थे, उनमें से सबसे अहम वादा किसानों की कर्जमाफी का ही था.
शपथ ग्रहण के फौरन बाद कमलनाथ भोपाल में नए बने मंत्रालय एनेक्सी के उद्घाटन के लिए पहुंचे और इसके फौरन बाद सीएम आफिस पहुंच गए. सीएम ऑफिस का जायज़ा लेने के बाद कमलनाथ ने सीएम का पदभार ग्रहण किया और कुर्सी पर बैठते ही किसानों के कर्ज माफी से जुड़ी फ़ाइल पर दस्तखत कर दिये. इस आदेश पर दस्तखत करते ही मध्यप्रदेश के किसानों का 2 लाख तक का कर्जा माफ हो गया है. माना जा रहा है कि इस फैसले का असर करीब 30 लाख से ज्यादा किसानों पर पड़ेगा.
पहले ही दिन लिए 3 बड़े फैसले
पहले ही दिन सीएम कमलनाथ ने किसानों का कर्जा माफ करने के बाद दो और बड़े फैसले लिए. सरकार ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की राशि को 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार कर दिया. इसके अलावा तीसरा बड़ा फैसला है, नए उद्योग लगाने पर या मध्यप्रदेश में निवेश करने पर उद्योगपतियों को सिर्फ तभी सब्सिडी मिलेगी जब उद्योगों में 70 प्रतिशत रोजगार स्थानीय लोगों को दिया जाएगा.
शिवराज ने कहा था- करेंगे 10 दिन इंतजार
कुर्सी गंवाने के बाद शिवराज सिंह ने भी कहा था कि वो उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस की सरकार आते ही 10 दिनों के भीतर किसानों की कर्जमाफी की जाएगी. अब कमलनाथ ने अपने वादे पर खरा उतरते हुए कर्जमाफी की फाइल पास कर दी. कमलनाथ सरकार ने राज्य के किसानों का 2 लाख रुपये कर्ज माफ करने का आदेश दे दिया है.
शपथ ग्रहण में पहुंचे थे शिवराज
कुछ ही देर पहले भोपाल के जम्बूरी मैदान में कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद रहे. निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस समारोह में शिरकत की. उन्होंने यहां मौजूद तमाम कांग्रेसी और गैर-बीजेपी दलों के नेताओं से मुलाकात की. कई मौकों पर वो मुस्कराते भी दिखे. साथ ही उन्होंने शपथ ग्रहण के बाद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथ पकड़कर जनता का अभिवादन किया.
कर्जमाफी जुमला नहीं, गोशाला पर वादा भी करेंगे पूरा
इससे पहले कमलनाथ ने कहा था कि सीएम बनने के बाद उनकी पहली प्राथमिकता किसानों की कर्ज माफी है. आजतक के साथ बातचीत में उन्होंने कहा था कि कर्ज माफी कोई जुमला नहीं है, बल्कि किसानों का एक भरोसा है. कमलनाथ ने कहा था कि किसान कर्ज में जन्म लेता है, कर्ज में मरता है. उन्होंने दावा किया कि उनके शासनकाल में चीजें बदलेंगी. कमलनाथ ने कहा कि उनकी पार्टी वचनपत्र में लिखे गए वादों को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि गोशाला पर किए गए वादे को भी वे पूरा करेंगे.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान संभालते ही कमलनाथ ने अपने वादे को पूरा करते हुए किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर दस्तखत कर दिए. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपने वचन पत्र में जनता से जो वादे किए थे, उनमें से सबसे अहम वादा किसानों की कर्जमाफी का ही था.
शपथ ग्रहण के फौरन बाद कमलनाथ भोपाल में नए बने मंत्रालय एनेक्सी के उद्घाटन के लिए पहुंचे और इसके फौरन बाद सीएम आफिस पहुंच गए. सीएम ऑफिस का जायज़ा लेने के बाद कमलनाथ ने सीएम का पदभार ग्रहण किया और कुर्सी पर बैठते ही किसानों के कर्ज माफी से जुड़ी फ़ाइल पर दस्तखत कर दिये. इस आदेश पर दस्तखत करते ही मध्यप्रदेश के किसानों का 2 लाख तक का कर्जा माफ हो गया है. माना जा रहा है कि इस फैसले का असर करीब 30 लाख से ज्यादा किसानों पर पड़ेगा.
पहले ही दिन लिए 3 बड़े फैसले
पहले ही दिन सीएम कमलनाथ ने किसानों का कर्जा माफ करने के बाद दो और बड़े फैसले लिए. सरकार ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की राशि को 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार कर दिया. इसके अलावा तीसरा बड़ा फैसला है, नए उद्योग लगाने पर या मध्यप्रदेश में निवेश करने पर उद्योगपतियों को सिर्फ तभी सब्सिडी मिलेगी जब उद्योगों में 70 प्रतिशत रोजगार स्थानीय लोगों को दिया जाएगा.
शिवराज ने कहा था- करेंगे 10 दिन इंतजार
कुर्सी गंवाने के बाद शिवराज सिंह ने भी कहा था कि वो उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस की सरकार आते ही 10 दिनों के भीतर किसानों की कर्जमाफी की जाएगी. अब कमलनाथ ने अपने वादे पर खरा उतरते हुए कर्जमाफी की फाइल पास कर दी. कमलनाथ सरकार ने राज्य के किसानों का 2 लाख रुपये कर्ज माफ करने का आदेश दे दिया है.
शपथ ग्रहण में पहुंचे थे शिवराज
कुछ ही देर पहले भोपाल के जम्बूरी मैदान में कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद रहे. निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस समारोह में शिरकत की. उन्होंने यहां मौजूद तमाम कांग्रेसी और गैर-बीजेपी दलों के नेताओं से मुलाकात की. कई मौकों पर वो मुस्कराते भी दिखे. साथ ही उन्होंने शपथ ग्रहण के बाद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथ पकड़कर जनता का अभिवादन किया.
कर्जमाफी जुमला नहीं, गोशाला पर वादा भी करेंगे पूरा
इससे पहले कमलनाथ ने कहा था कि सीएम बनने के बाद उनकी पहली प्राथमिकता किसानों की कर्ज माफी है. आजतक के साथ बातचीत में उन्होंने कहा था कि कर्ज माफी कोई जुमला नहीं है, बल्कि किसानों का एक भरोसा है. कमलनाथ ने कहा था कि किसान कर्ज में जन्म लेता है, कर्ज में मरता है. उन्होंने दावा किया कि उनके शासनकाल में चीजें बदलेंगी. कमलनाथ ने कहा कि उनकी पार्टी वचनपत्र में लिखे गए वादों को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि गोशाला पर किए गए वादे को भी वे पूरा करेंगे.
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