गहलोत का शपथ ग्रहण समारोह इस बार जश्न के साथ होगा ताकि जीत की गूंज पूरे देश में सुनाई दे
जयपुर. प्रदेश में चुनावों के नतीजे आने के बाद अब अशोक गहलोत का मुख्यमंत्री बनना तय हो चुका है. इसी के चलते पहली बार अशोक गहलोत एक बड़े जश्न और समारोह के साथ अल्बर्ट हॉल पर शपथ लेने जा रहे हैं. ऐसा पहली बार होगा जब अशोक गहलोत राजभवन में सादगी से शपथ लेने की जगह जयपुर के अल्बर्ट हॉल पर शपथ लेंगे.
राजस्थान में हर बार शपथ ग्रहण समारोह राजभवन या विधानसभा के बाहर जनपथ पर होता आया है. यह पहली बार है जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अल्बर्ट हॉल में हजारों लोगों के सामने शपथ लेंगे. गहलोत ने अपने पिछले दो कार्यकाल में राजभवन में ही शपथ ली है.
दरअसल अब तक केवल भाजपा ही ऐसे बड़े समारोह करती आई है. इसी के चलते कांग्रेस अपनी जीत का बड़ा संदेश पूरे प्रदेश और देश की जनता तक पहुंचाना चाहती है. इससे पहले भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा के बाहर जनपथ पर हुए हैं.
गहलोत सरकार का भी शपथ ग्रहण समारोह पहले जनपथ पर होना तय हुआ था. कुछ दिन पहले हाईकोर्ट की ओर से जनपथ स्थित अम्बेडकर सर्किल के आसपास आयोजनों पर रोक लगाई गई थी. इसी की चलते हाईकोर्ट से अनुमति मांगी गई थी. कोर्ट ने इस मसले पर शनिवार को लंबी सुनवाई के बाद सशर्त आयोजन की अनुमति दे दी थी. कोर्ट ने ट्रैफिक बाधित नहीं करने की शर्त लगाई थी. उसके बाद सरकार ने समारोह की जगह ही बदल डाली.
जयपुर. प्रदेश में चुनावों के नतीजे आने के बाद अब अशोक गहलोत का मुख्यमंत्री बनना तय हो चुका है. इसी के चलते पहली बार अशोक गहलोत एक बड़े जश्न और समारोह के साथ अल्बर्ट हॉल पर शपथ लेने जा रहे हैं. ऐसा पहली बार होगा जब अशोक गहलोत राजभवन में सादगी से शपथ लेने की जगह जयपुर के अल्बर्ट हॉल पर शपथ लेंगे.
राजस्थान में हर बार शपथ ग्रहण समारोह राजभवन या विधानसभा के बाहर जनपथ पर होता आया है. यह पहली बार है जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अल्बर्ट हॉल में हजारों लोगों के सामने शपथ लेंगे. गहलोत ने अपने पिछले दो कार्यकाल में राजभवन में ही शपथ ली है.
दरअसल अब तक केवल भाजपा ही ऐसे बड़े समारोह करती आई है. इसी के चलते कांग्रेस अपनी जीत का बड़ा संदेश पूरे प्रदेश और देश की जनता तक पहुंचाना चाहती है. इससे पहले भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा के बाहर जनपथ पर हुए हैं.
गहलोत सरकार का भी शपथ ग्रहण समारोह पहले जनपथ पर होना तय हुआ था. कुछ दिन पहले हाईकोर्ट की ओर से जनपथ स्थित अम्बेडकर सर्किल के आसपास आयोजनों पर रोक लगाई गई थी. इसी की चलते हाईकोर्ट से अनुमति मांगी गई थी. कोर्ट ने इस मसले पर शनिवार को लंबी सुनवाई के बाद सशर्त आयोजन की अनुमति दे दी थी. कोर्ट ने ट्रैफिक बाधित नहीं करने की शर्त लगाई थी. उसके बाद सरकार ने समारोह की जगह ही बदल डाली.
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