शनिवार, 4 जनवरी 2014

सास ने खाना देने से किया इनकार, दामाद ने कुल्हाडी से की हत्या

जमशेदपुर/चाईबासा। झारखंड में पश्चिमी सिंहभूम जिले के मनोहरपुर थाना क्षेत्र में कल रात एक शराबी ने कथित तौर पर खाना देने से इनकार करने पर अपनी सास की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी। सास ने खाना देने से किया इनकार, दामाद ने कुल्हाडी से की हत्या
पुलिस ने आज बताया कि बरैता गांव में शिवराम सिंह ने अपनी सास पुटइल देवी (40) पर कुल्हाड़ी से प्रहार कर दिया जिससे वह सामने जल रहे अलाव में गिर गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

नशे में धुत हत्यारे का घटना से पूर्व पुटइल देवी से वाद विवाद हुआ था। उसकी सास ने यह कहते हुए उसे खाना देने से इनकार किया था कि वह नशे में धुत होकर घर का सामान बेच रहा है। पुलिस ने हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है।

अन्ना ने राजनाथ सिंह से मांगी मदद, किरण बेदी और हेगड़े बीजेपी में होंगे शामिल!

नई दिल्ली. कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी की लोकपाल कानून को लेकर तारीफ करने के बाद अब सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं। लोकपाल के लिए जन आंदोलन कर चुके हजारे ने राजनाथ सिंह को एक चिट्ठी लिखकर उनसे हरियाणा में अपनी मूर्ति लगाए जाने में आ रही अड़चन को दूर करने में मदद मांगी है। अन्ना का कहना है कि उनकी मूर्ति लगने में बीजेपी की हरियाणा ईकाई के एक नेता अड़ंगा लगा रहे हैं।

शुक्रवार को राजनाथ सिंह से गुड़गांव में रहने वाले अन्ना हजारे से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की। इनमें से एक कार्यकर्ता ने बताया, 'अन्ना ने बीजेपी प्रमुख को चिट्ठी लिखकर कहा है कि उनकी पार्टी की हरियाणा ईकाई के प्रवक्ता उमेश अग्रवाल गुड़गांव में अन्ना की मूर्ति लगने में बाधा डाल रहे हैं। गुड़गांव पुलिस ने अन्ना हजारे से जुड़े 4 सामाजिक कार्यकर्ताओं को अग्रवाल की फर्जी शिकायत पर गिरफ्तार कर लिया था।'

29 दिसंबर को लिखी गई चिट्ठी में अन्ना हजारे ने लिखा है, 'अलबत्ता मैं अपनी मूर्ति लगाए जाने का विरोधी हूं, लेकिन मेरे साथ जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता पीएल कटारिया और उनकी टीम गुड़गांव के एक चौराहे पर मेरी मूर्ति लगाना चाहती है। मैं आपसे गुजारिश करता हूं कि कटारिया की मदद करें।'


किरण बेदी और हेगड़े होंगे बीजेपी में शामिल?

अन्ना हजारे के साथ लोकपाल आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले चुकीं किरण बेदी और संतोष हेगड़े के बीजेपी में शामिल होने की अटकल है। कहा जा रहा है कि 14 जनवरी को बेदी और हेगड़े समेत अन्ना के कई करीबी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, अन्ना हजारे के साथ काम कर चुके एक सामाजिक कार्यकर्ता ने इस खबर से इनकार किया है। उनका नाम भी उस सूची में शामिल है, जिनको लेकर अटकल है। किरण बेदी या संतोष हेगड़े ने इस खबर की पुष्टि नहीं की है। गौरतलब है कि अन्ना हजारे के करीबी पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह पिछले साल सितंबर में हरियाणा में एक रैली में नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा कर चुके हैं।

महान संत कवि तुकाराम

संत तुकाराम केवल वारकरी संप्रदाय के ही शिखर नहीं वरन दुनिया भर के साहित्य में भी उनकी जगह असाधारण है। उनके अभंग अंगरेजी भाषा में भी अनुवादित हुए हैं। उनका काव्य और साहित्य रत्नों का खजाना है। यही वजह है कि आज सैकड़ों वर्षों बाद भी वे आम आदमी के मन में सीधे उतरते हैं। तुकाराम
दुनियादारी निभाते एक आम आदमी संत कैसे बना, साथ ही किसी भी जाति या धर्म में जन्म लेकर उत्कट भक्ति और सदाचार के बल पर आत्मविकास साधा जा सकता है। यह विश्वास आम इंसान के मन में निर्माण करने वाले थे संत तुकाराम यानी तुकोबा।

अपने विचारों, अपने आचरण और अपनी वाणी से अर्थपूर्ण तालमेल साधते अपनी जिंदगी को परिपूर्ण करने वाले तुकाराम जनसामान्य को हमेशा कैसे जीना चाहिए, यही प्रेरणा देते हैं।

उनके जीवन में एक समय ऐसा भी जब वे जिंदगी के पूर्वार्द्ध में आए हादसों से हार कर निराश हो चुके थे। जिंदगी पर उनका भरोसा उठ चुका था। ऐसे में उन्हें किसी सहारे की बेहद जरूरत थी, लौकिक सहारा तो किसी का था नहीं। सो पाडुरंग पर उन्होंने अपना सारा भार सौंप दिया और साधना शुरू की, जबकि उस वक्त उनके गुरु कोई भी नहीं थे।

उन्होंने विट्ठल (विष्णु) भक्ति की परपंरा का जतन करके नामदेव भक्ति की अभंग रचना की। दुनियादारी से लगाव छोड़ने की बात भले ही तुकाराम ने कही हो लेकिन दुनियादारी मत करो, ऐसा कभी नहीं कहा। सच कहें तो किसी भी संत ने दुनियादारी छोड़ने की बात की ही नहीं। उल्टे संत नामदेव, एकनाथ ने सही व्यवस्थित तरीके से दुनियादारी निभाई।

ऐसे महान संत कवि तुकाराम का 17वीं सदी में पुणे के देहू कस्बे में जन्म हुआ था। उनके पिता छोटे-से काराबोरी थे। उन्होंने महाराष्ट्र में भक्ति आंदोलन की नींव डाली। वे विट्ठल यानी विष्णु के परम भक्त थे।

तुकराम जी की गहरी अनुभव दृष्टि बेहद गहरी व ईशपरक रही, जिसके चलते उन्हें कहने में संकोच न था कि उनकी वाणी स्वयंभू, ईश्वर की वाणी है। उनका कहना था कि दुनिया में कोई भी दिखावटी चीज नहीं टिकती। झूठ लंबे समय तक संभाला नहीं जा सकता। झूठ से सख्त परहेज रखने वाले तुकाराम को संत नामदेव का रूप माना गया है। इनका समय सत्रहवीं सदी के पूर्वार्द्ध का रहा।

वे समर्थ रामदास व छत्रपति शिवाजी के समकालीन थे। आपका व्यक्तित्व बड़ा मौलिक व प्रेरणास्पद है। निम्न वर्ग में जन्म लेने के बावजूद वे कई शास्त्रकारों व समकालीन संतों से वे बहुत आगे थे। वे धर्म व अध्यात्म के साकार विग्रह थे।

शनि के अशुभ प्रभाव कैसे करें कम सज्जनों को तंग नहीं करते शनिदेव



शनि देव न्यायप्रिय राजा हैं। अगर आप बुरे काम नहीं करते हैं किसी से धोखा, छल-कपट आदि नहीं करते हैं तो इस ग्रह से डरने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि शनिदेव सज्जनों को तंग नहीं करते।





1. शनि के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए तिल का तेल एक कटोरी में लेकर उसमें अपना मुंह देखकर शनि मंदिर में रख आएं (जिस कटोरी में तेल हो उसे भी घर ना लाएं)। कहते हैं तिल के तेल से शनि विशेष प्रसन्न रहते हैं।
2. सवापाव साबुत काले उड़द लेकर काले कपड़े में बांध कर शुक्रवार को अपने पास रखकर सोएं। ध्यान रहे अपने पास किसी को भी ना सुलाएं। फिर शनिवार को उसे शनि मंदिर में रख आएं।




3. काला सुरमा एक शीशी में लेकर अपने ऊपर से शनिवार को नौ बार सिर से पैर तक किसी से उतरवा कर सुनसान जमीन में गाड़ देवें।

4. शनि का कोई रत्न बिना किसी सलाह के न पहनें, ना ही लोहे का बना छल्ला पहने। बिना परामर्श के इन्हें पहनने से शनि का कुप्रभाव और बढ़ सकता है।



5 शनि मंत्र का जप भी किया जाए तो काफी हद तक शनि के कुप्रभाव से बचा जा सकता है।

मंत्र - ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः।

माँ बगलामुखी का प्राचीन मंदिर


''ह्मीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलम बुद्धिं विनाशय ह्मीं ॐ स्वाहा।''

प्राचीन तंत्र ग्रंथों में दस महाविद्याओं का उल्लेख मिलता है। उनमें से एक है बगलामुखी। माँ भगवती बगलामुखी का महत्व समस्त देवियों में सबसे विशिष्ट है। विश्व में इनके सिर्फ तीन ही महत्वपूर्ण प्राचीन मंदिर हैं, जिन्हें सिद्धपीठ कहा जाता है। उनमें से एक है नलखेड़ा में। तो आइए धर्मयात्रा में इस बार हम अपको ले चलते हैं माँ बगलामुखी के मंदिर।

भारत में माँ बगलामुखी के तीन ही प्रमुख ऐतिहासिक मंदिर माने गए हैं जो क्रमश: दतिया (मध्यप्रदेश), कांगड़ा (हिमाचल) तथा नलखेड़ा जिला शाजापुर (मध्यप्रदेश) में हैं। तीनों का अपना अलग-अलग महत्व है।






मध्यप्रदेश में तीन मुखों वाली त्रिशक्ति माता बगलामुखी का यह मंदिर शाजापुर तहसील नलखेड़ा में लखुंदर नदी के किनारे स्थित है। द्वापर युगीन यह मंदिर अत्यंत चमत्कारिक है। यहाँ देशभर से शैव और शाक्त मार्गी साधु-संत तांत्रिक अनुष्ठान के लिए आते रहते हैं।

इस मंदिर में माता बगलामुखी के अतिरिक्त माता लक्ष्मी, कृष्ण, हनुमान, भैरव तथा सरस्वती भी विराजमान हैं। इस मंदिर की स्थापना महाभारत में विजय पाने के लिए भगवान कृष्ण के निर्देश पर महाराजा युधि‍ष्ठिर ने की थी। मान्यता यह भी है कि यहाँ की बगलामुखी प्रतिमा स्वयंभू है।






यहाँ के पंडितजी कैलाश नारायण शर्मा ने बताया कि यह बहुत ही प्राचीन मंदिर है। यहाँ के पुजारी अपनी दसवीं पीढ़ी से पूजा-पाठ करते आए हैं। 1815 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया था। इस मंदिर में लोग अपनी मनोकामना पूरी करने या किसी भी क्षेत्र में विजय प्राप्त करने के लिए यज्ञ, हवन या पूजन-पाठ कराते हैं।

यहाँ के अन्य पंडित गोपालजी पंडा, मनोहरलाल पंडा आदि ने बताया कि यह मंदिर श्मशान क्षेत्र में स्थित है। बगलामुखी माता मूलत: तंत्र की देवी हैं, इसलिए यहाँ पर तांत्रिक अनुष्ठानों का महत्व अधिक है। यह मंदिर इसलिए महत्व रखता है, क्योंकि यहाँ की मूर्ति स्वयंभू और जाग्रत है तथा इस मंदिर की स्थापना स्वयं महाराज युधिष्ठिर ने की थी।





इस मंदिर में बिल्वपत्र, चंपा, सफेद आँकड़ा, आँवला, नीम एवं पीपल के वृक्ष एक साथ स्थित हैं। इसके आसपास सुंदर और हरा-भरा बगीचा देखते ही बनता है। नवरात्रि में यहाँ पर भक्तों का हुजूम लगा रहता है। मंदिर श्मशान क्षेत्र में होने के कारण वर्षभर यहाँ पर कम ही लोग आते हैं।

बाड़मेर सैलाऊ पीर कंभीर अहमद का इंतकाल

पीर कंभीर अहमद का इंतकाल



बाड़मेर  पछमार्इ पीर सयैद कंभीर अहमद बुखारी का हदय गति रूकने से शुक्रवार को इंतकाल हो गया। दरगाह पीर हाजी आलीषाह कमेटी के सचिव युनूस खान ने बताया कि पीर कबीर अहमद चौहटन में अपने मुरीदों के यहां मिलने गये हुए थे जहां मिलने के दौरान उनकी हदय गति रूकने से इंतकाल हो गया। जिससे यह सुनकर संभाग पूरे में उनके मुरीदों में शोक की लहर फैल गर्इ।

उन्होने बताया कि पीर कबीर अहमद साहब की जनाजे की नमाज कल शनिवार को दोपहर 1 बजे सैलाऊ में पढार्इ जायेगी। नमाज के बाद सैलाऊ कबि्रस्तान में ही सुप्रुते खाक किया जाएगा। जिसमें पाली, जोधपुर, जैसलमेंर सहित संभाग के कर्इ जिलो से उनके अनुयायी उनके अंतिम जनाजे की नमाज में पहुचेगें।

शुक्रवार, 3 जनवरी 2014

इस लड़की से नहीं करता कोई शादी!

बीजिंग। लड़की खूबसूरत और जवान होने के साथ-साथ शिक्षित और सर्वगुण संपन्न हो तो भला कौन उससें शादी नहीं करना चाहेगा, लेकिन इस दुनिया में एक लड़की ऎसी भी जो शादी के चक्कर में अब तक 19 लड़कों के साथ डेट पर जा चुकी है, लेकिन कोई भी उससें शादी नहीं करना चाहता।
दरअसल वू नाम की खूबसूरत लड़की चीन के वूहान की रहने वाली है तथा इकॉनॉमिक में पीएचडी कर चुकी है और लगातार लड़कों से प्यार करके डेट पर जाने को आतुर रहती है।

यह पिछले 6 माह में 19 लड़कों को प्यार का प्रस्ताव देने के बाद उनके साथ डेट पर जा चुकी है, लेकिन किसी ने भी उससें एकबार मिलने के बाद दुबारा मिलने का सोचा भी नहीं।

दरअसल इसके पीछे कारण शायद वू की मां हैं। क्योंकि जब यह लड़की किसी लड़के के साथ डेट पर जाती तो अपनी मां को साथ में ले जाती। इसी वजह से लड़कों ने उस पर ध्यान नहीं दिया और एकबार मिलने के बाद दुबारा मुड़कर ही नहीं देखा।

लेकिन अब यह बात वू की समझ में आ चुकी है लड़कों किसी वजह से उसें घास नहीं डाली और क्यों कुंवारी रही।

गर्लफ्रेंड से रेप के बाद फेसबुक पर डाल दी न्यूड फोटो

इंफाल। मणिपुर की राजधानी इंफाल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक युवक ने अपनी महिला मित्र को पहले तो बेहोश करके उसके साथ रेप किया और उसके बाद उसकी न्यूड फोटो खींचकर सोशल नेटवर्किग साइट पर डाल दी। गर्लफ्रेंड से रेप के बाद फेसबुक पर डाल दी न्यूड फोटो
पुलिस ने बताया कि मणिपुरी लड़की के साथ अलाम रजक मकक्यूम ने सितंबर 2012 को मेघालय के तुरा स्थित एक लॉज में रेप किया। दोनों के बीच एक साल से दोस्ती चल रही थी।

उन्होंने बताया कि बाद में शादी का आश्वासन देकर अलाम पुणे चला गया, जहां से वह पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहा है। तुरा के एक कॉलेज में पढाई करने वाली पीडिता छुट्टी में मणिपुर के थौउबल जिले स्थित घर वापस लौटी और उसने पाया कि पिछले साल 20 दिसंबर को सोशल नेटवर्किग साइट पर उसकी न्यूड फोटो डाली गई हैं।

पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। आरोपी भी मणिपुर का रहने वाला है।

स्कूल के कमरे में लूटी छात्रा की अस्मत

झुंझुनूं। राजस्थान के झुंझुनूं जिले के गुढागौडजी थाना क्षेत्र में एक शिक्षक के छात्रा के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया हैं। पुलिस ने बताया कि छात्रा के परिजनों ने शुक्रवार को क्षेत्र के मणकसास निवासी नरेन्द्र सिंह के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया हैं।
मामले के अनुसार क्षेत्र के नेवरी गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक नरेन्द्र सिंह ने गत 23 दिसम्बर को दसवीं कक्षा की इस छात्रा को कापी जांचने के बहाने सुबह जल्दी स्कूल बुला लिया और बाद में एक कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया।

बाद में शिक्षक ने छात्रा को घटना के बारे में किसी को बताने परजान से मारने की धमकी देकर घर भेज दिया। इससे घबराई छात्रा स्कूल नहीं गई। वह शीतकालीन अवकाश के बाद भी स्कूल नहीं जाने पर परिजनों के छात्रा से पूछताछ करने पर इस शर्मनाक घटना का खुलासा हुआ।

स्कूल के प्रधानाचार्य मूलचंद ने बताया कि घटना के बाद आरोपी शिक्षक भी स्कूल नहीं आ रहा हैं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दल भेजा गया हैं।

सर्दी के कारण स्कूलों में 11 तक छुट्टी

जयपुर। राजस्थान सरकार ने अत्यधिक ठंड को देखते हुए जिले के समस्त राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में कक्षा पांच तक के बच्चों के लिए अवकाश अब 11 जनवरी तक बढ़ा दिया गया है।
जिला कलकटर टी. रविकांत ने बताया कि मौसम विभाग के सूत्रों की जानकारी के अनुसार आगामी दिनों में सर्दी का प्रकोप बढ़ने और तापमान गिरने की अधिक संभावना है।

इसलिए अत्यधिक ठंड को देखते हुए जयपुर जिले के समस्त राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में कक्षा पंचम तक पूर्व में घोषित एक से 4 जनवरी तक के अवकाश को बढ़ाते हुए 11 जनवरी तक कर दिया गया है।

बाड़मेर 210 किलोग्राम अवैध पोस्त डोडा बरामद

बाड़मेर 210 किलोग्राम अवैध पोस्त डोडा बरामद


बाड़मेर जिले कि पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए आज 210 किलो डोडा बरामद करने में सफलता हासिल कि। पुलिस अधीक्षक सवाई सिंह गोदारा ने बताया कि थानाधिकारी, पुलिस थाना, आर0जी0टी0 रावलीनाडी श्री उम्मेदसिंह, उप निरीक्षक को जरिये खास मुखबीर इत्तला मिली कि बुद्धाराम पुत्र बिड़दाराम जाति विष्नोर्इ निवासी अणदाणियों की बेरी, राणासर खुर्द लम्बे समय से अवैध पोस्त डोडा का धंधा करता हैं। बुद्धाराम ने आज सुबह भारी मात्रा में पोस्त डोडे लाकर बेचने के लिए अपने रहवासी ढ़ाणी के पास खेत में खड़ी अरण्डी की फसल के अन्दर छिपाकर रखे हैं।

इस इत्तला पर थानाधिकारी आर0जी0टी0 तथा थानाधिकारी गुड़ामालानी श्री देवाराम निरीक्षक पुलिस ने मय जाब्ता बुद्धाराम के ढ़ाणी व खेत में दबिष दी तो उसकी रिहायषी ढ़ाणी से चिपते अरण्डी की फसल में छुपाकर रखी 11 बोरी डोडा पोस्त के भरी हुर्इ मिली जिनका तोल किया गया तो बोरियों सहित 210 किलोग्राम हुआ। मुलजिम की तलाष की मगर मुलजिम नहीं मिला। बरामद डोडा पोस्त के सम्बन्ध में थाना आर0जी0टी0 पर मुकदमा नम्बर 2 दिनांक 03.01.2014 धारा 815 एन0डी0पी0एस0 एक्ट में दर्ज कर अनुसंधान थानाधिकारी गुड़ामालानी द्वारा किया जा रहा हैं।


जैसलमेर आपरेषन वेलकम टीम द्वारा दो लपके गिरफतार

जैसलमेर आपरेषन वेलकम टीम द्वारा दो  लपके गिरफतार


जैसलमेर शहर जैसलमेर में सैलानियों की सुरक्षा हेतु पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर हेमन्त शर्मा के आदेशानुसार चलाये जा रहे आपरेषन वेलकल के तहत आज दिनांक 03.01.2014 को अजर्ूनसिंह सउनि मय आपरेशन वेलकम टीम द्वारा जैसलमेर में अलग-अलग जगह से 02 लपको को सैलानियों को परेशान करते हुए गिरफतार किया गया।

जिसमें से पुलिस टीम द्वारा जिसमें प्रकाश पुत्र जगदीश वालिमकी निवासी एयरफोर्स गेट के पास, एयरफोर्स रोड, जैसलमेर को रेल्वे स्टेशन के बाहर स्पेशन ट्रेन से आने वाले सैलानियों को परेशान करते हुए तथा तालबखा पुत्र जियणखा निवासी छत्रैल को जोधपुर रोंड, बीएसएफ के सामने पर्यटको की गाडी का पिछाकर परेशान करते हुए पाया जाने पर पर्यटक अधिनियम के तहत गिरफतार किया गया। पुलिस टीम द्वारा तालबखा के कब्जे से मोटरसार्इकिल नम्बर आरजे 15 एसबी 7202 को कब्जा में लेकर कार्यवाही की गर्इ।

जैसलमेर पिडिता की लज्जाभंग करने वाला आरोपी गिरफतार

जैसलमेर  पिडिता की लज्जाभंग करने वाला आरोपी गिरफतार

 जैसलमेर एक पिडिता निवासी नर्इ राजमथार्इ्र ने पुलिस थाना फलसुण्उ पेश होकर एक लिखित रिर्पोट इस आशय की पेश की कि दिनांक 13.12.13 को शाम करीब 05 बजे मंै मेरे घर मे बैठी थी। मेरी अकेली का फायदा उठाकर हनीफखां पुत्र अकबरखां मुसलमान निवासी बलाड मोटरसार्इकल लेकर मेरे घर आया तथा मोटरसार्इकल को घर के आगे खडी कर मेरे घर मे घुस गया तथा उसने मेरे द्वारा मना करने पर भी मेरा हाथ पकडकर मेरे साथ खींचा-तानी की तथा मेरा ओड़णा खींचकर गिरा दिया तथा मेरी लज्जा भंग की मैने हो हल्ला करने पर पप्पुराम व भैराराम भागकर आये जिन्हे देखकर हनीफखां मोटरसार्इकल लेकर भाग गया। वगैरा रिर्पोट पर पुलिस थाना फलसुण्ड में लज्लाभंग का मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरु किया जाकर मुलजिम की तलाश शुरू की गर्इ।

दौराने तलाश कल दिनांक 02.01.2014 को माणकराम उनि थानाधिकारी पुलिस थाना फलसुण्ड में जाब्ता द्वारा मुलजिम हनीफखां पुत्र अकबरखां मुसलमान नि0 बलाड थाना फलसुण्ड को गिरफतार किया जाकर वारदात मे प्रयुक्त मोटरसार्इकल बरामद की गर्इ।

जैसलमेर हार्डकोर अपराधियो को बचने वाले दो सिपाही निलम्बित


जैसलमेर हार्डकोर अपराधियो को बचने वाले दो सिपाही निलम्बित 


जैसलमेर जिला पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर द्वारा जिला जैसलमेर में पदस्थापित कानिस्टेबल बालेन्द्रसिंह एवं गंगांिसंह को अपराधियों के प्रति सहानुभूति रखने एवं उनका सहयोग करने के जूर्म में निलमिबत किया गया।

ज्ञात रहे कि पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के आदेशानुसार कानिस्टेबल बालेन्द्रसिंह व गंगासिंह को जिला जैसलमेर में पवन ऊर्जा सयंत्रों एवं अन्य चोरी की वारदातों में सक्रिय कुख्यात एवं वांछित अपराधी गोरधनसिंह व उनके गैंग के सदस्यों की दस्तयाबी हेतु विशेष टीम में शरीक कर पुलिस चौकी म्याजलार व आस-पास के क्षैत्र में तलाश व सुरागरसी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश देकर भेजा गया था। इस दौरान दिनांक 09.12.2013 को अपराधी गोरधनसिंह की गैंग के सदस्य शम्भूसिंह पुत्र अनोपसिंह राणा राजपूत निवासी म्याजलार स्कार्पियो गाड़ी बिना नम्बरी को तेज गति व लापरवाही से चलाता हुआ पुलिस चौकी म्याजलार के परिसर में आया तथा चौकी परिसर में कानि. कामलखां की खड़ी मोटरसार्इकिल के टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर चला गया। उस समय पुलिस चौकी म्याजलार में पदस्थापित कानि. धमेन्द्र ने गाड़ी के बारे में पता लगाने का प्रयास किया, मगर उसे कोर्इ पता नहीं चला। जिस पर इस घटना के बारे में कानि. बालेन्द्रसिंह व गंगासिंह द्वारा मालुमात कर उक्त घटना शम्भूसिंह द्वारा कारित करने का पता लगाकर गांव के मौजिज व्यकितयों से सम्पर्क कर क्षतिग्रस्त मोटरसार्इकिल की मरम्मत करवाकर अपराधी गोरधनसिंह की गैंग के सक्रिय सदस्य शम्भूसिंह का सहयोग किया तथा उक्त घटना की सूचना थानाधिकारी पुलिस थाना झिझनियाली व अन्य उच्चाधिकारियों को नहीं देने हेतु कानि. कामलखां पर भी दबाव देकर कानि. बालेन्द्रसिंह व गंगासिंह द्वारा थानाधिकारी झिझनियाली व उच्चाधिकारियों को सूचना नहीं दी जाकर अपराधियों के प्रति सहानुभूति रखते हुए आपने कत्र्तव्य विमुखता का परिचय दिया एवं अपराधियों से संलिप्त होकर अपराधी को फरार होने का मौका दिया। उक्त आरोपों के को देखते हुए कानि. बालेन्द्रसिंह व गंगासिंह द्वारा को को निलमिबत किया गया। दोनों के विरूद्ध विभागीय जाच जारी है।

राजस्थानी भाषा समिति मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित

राजस्थानी भाषा समिति मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित




बाडमेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संर्घष समिति और मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति शोध संसथान के संयुक्त तत्वाधान में जनवरी माह में आयोजित होने वाले प्रतिभा सम्मान समारोह के लिए संथन कि और से प्रतिभाओ से आवेदन आमंत्रित किये गए हें। समिति के सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड और प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि राजस्थांनी लोक गीत संगीत क्षेत्र में देश विदेशो में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रतिभावान कलाकारो से आवेदन मांगे गए हें उन्होंने बताया समिति के सचिव मांगणियार फकीरा खान के पास उक्त आवेदन दस जनवरी तक जमा होंगे। उन्होंने बताया यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाएगा जिसमे लोक गीत संगीत के गायको ,संगीतकारों और राजस्थानी सहितीकरो को सम्मानित किया जायेगा ,उन्होंने बताया कि पुरस्कारो का चयन स्तरीय कमेटी करेगी ,उन्होंने बताया कि बाडमेर जैसलमेर जोधपुर के मांगणियार ,लंगा लोक कलाकारो को प्राथमिकता दी। जायवेगी। समिति द्वारा आवेदन सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड गढ मंदिर बाडमेर ,और फकीरा खान मांगणियार लोक गायक कलाकार इंदिरा कालोनी ,मांगणियार कालोनी बाडमेर के नाम भेजे जा सकते हें वाही व्यक्तिश प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के पास अपना आवेदन जमा करा सकते हें

बाड़मेर कचहरी परिसर से सरकारी समाचार



जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक 10 को

बाडमेर, 3 जनवरी। जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक 10 जनवरी को दोपहर 12.15 बजे जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर की अध्यक्षता में जिला परिषद के सभा कक्ष में आयोजित की जाएगी।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल ने बताया कि उक्त बैठक में गत बैठक की कार्यवाही विवरण का अनुमोदन, मनरेगा योजना वर्ष 2014-15 के वार्षिक प्लान का अनुमोदन, पेयजल, विधुत, सडक एवं स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा, राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना की प्रगति समीक्षा एवं जिला परिषद द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति समीक्षा सहित विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की जाएगी।

-0-

लिपिक ग्रेडाा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा

व्यवस्थाओं के संबंध मंें समीक्षा बैठक 8 को


बाड़मेर, 3 जनवरी। राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर द्वारा लिपिक ग्रेडाा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा शनिवार 11 जनवरी को प्रात: 9.00 से 12.00 बजे एवं दोपहर 2.00 बजे से 5.00 बजे तक जिला मुख्यालय बाडमेर एवं उपखण्ड मुख्यालय बालोतरा पर आयोजित की जाएगी।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं परीक्षा समन्वयक एल.आर. गुगरवाल ने बताया कि उक्त परीक्षा के संबंध में कार्य योजना तैयार करने तथा अब तक की गर्इ व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक 8 जनवरी को दोपहर 12.00 बजे कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हाल में आयोजित की जाएगी।

-0-

कानून व्यवस्था के लिए क्षेत्रवार मजिस्टे्रट नियुक्त

बाडमेर, 3 जनवरी। जिला मजिस्टे्रट भानु प्रकाष एटूरू ने एक आदेश जारी कर 7 जनवरी को गुरू गोविन्दसिंह जयन्ती, 14 को बारावफात एवं 26 जनवरी को गणतन्त्र दिवस के धार्मिक त्यौहारराष्ट्रीय पर्व के आयोजन के मध्यनजर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रकि्रया संहिता की धारा 22 के तहत क्षेत्रवार मजिस्टे्रट नियुक्त किये है।

जिला मजिस्टे्रट द्वारा जारी आदेशानुसार उपखण्ड मजिस्टे्रट बाडमेर को बाडमेर शहर, उपखण्ड मजिस्टे्रेट बालोतरा को बालोतरा शहर, उपखण्ड मजिस्टे्रट शिव को तहसील क्षेत्र शिव, उपखण्ड मजिस्ट्रेट सिवाना को तहसील क्षेत्र सिवाना, उपखण्ड मजिस्टे्रट रामसर को तहसील क्षेत्र रामसर, उपखण्ड मजिस्ट्रेट चौहटन को तहसील क्षेत्र चौहटन, उपखण्ड मजिस्ट्रेट बायतु को तहसील क्षेत्र बायतु एवं उपखण्ड मजिस्टे्रट गुडामालानी को तहसील क्षेत्र गुडामालानी के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार तहसील क्षेत्र बाडमेर (ग्रामीण) व पचपदरा (ग्रामीण) के लिए संबंधित तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्टे्रटों को मजिस्टे्रट नियुक्त किया गया है। उक्त मजिस्टे्रटस को निर्देश दिये गये है कि वे उक्त पर्वो के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने की पालना सुनिशिचत करेंगे। संबंधित उपखण्ड मजिस्टे्रट अपने उपखण्ड की शांति व्यवस्था एवं निगरानी की व्यवस्था सुनिशिचत करेंगे।

-0-

छेड़खानी से आहत युवती ने लगाई आग

रीवा/इंदौर/पन्ना। मध्यप्रदेश के रीवा जिले के सेमरिया थाना क्षेत्र में छेड़खानी से आहत एक युवती ने आग लगाकर खुदकुशी करने का असफल प्रयास किया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बीणा गांव निवासी युवती ने गुरूवार को अपने घर में मिट्टी का तेल उडेल कर आग लगा ली। युवती को गंभीर हालत में उपचार के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पीडित युवती के परिजनों ने खुलासा किया कि गत 31 दिसंबर को युवती धार्मिक स्थल बसामन मामा दर्शन के लिए गई। इसी दौरान शहर के ढेकहा निवासी एक युवक अखिलेश ने उससे छेड़छाड़ की।

इस घटना की जानकारी युवती ने अपने परिजनों को दी लेकिन परिजनों ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया और घटना से आहत युवती ने आग लगा ली। पुलिस ने प्रकरण दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी।

छेड़छाड़ के मामले में डिप्टी रेंजर गिरफ्तार

मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की सलेहा पुलिस ने महिला से छेड़छाड़ के मामले में शुक्रवार को वन विभाग के एक डिप्टी रेंजर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार सगरा बैरियर में प्रभारी के पद पर पदस्थ डिप्टी रेंजर बाराती गोंड को पुलिस ने सुबह डयुटी के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी ने गत 31 दिसंबर की रात बैरियर के समीप स्थित एक चाय की दुकान चलाने वाली महिला से छेड़छाड़ की थी। घटना की रात ही महिला ने सलेहा थाना पहुंच कर आरोपी डिप्टी रेंजर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

मासूम से दुष्कर्म के प्रयास का आरोपी गिरफ्तार

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के हीरानगर थाना क्षेत्र में मासूम बालिका से दुष्कर्म का प्रयास करने वाले बदमाश को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार रेडिमेट काम्प्लेक्स क्षेत्र में चार वर्षीय बालिका से दुष्कर्म का प्रयास करने वाले आरोपी धनराज कुर्मी को लोगों ने गुरूवार रात पकड़ कर जमकर पीटा और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी ने बालिका को घर की छत पर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया इसी दौरान एक लड़की ने उसे यह करते देख लिया था। पुलिस प्रकरण दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।

बलात्कार से प्रेगनेंट नाबालिग की मौत

ठाणे। ठाणे जिले के विक्रमगढ़ इलाके में एक रिश्तेदार द्वारा कथित रूप से दुष्कर्म किए जाने के बाद गर्भवती हुई 15 वर्षीय आदिवासी लड़की की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।
विक्रमगढ़ के सहायक पुलिस निरीक्षक आर बी म्हामुंकर ने शुक्रवार को बताया कि विक्रमगढ़ शहर के नवल पाड़ा इलाके में रहने वाली इस लड़की ने बुधवार की रात पेट में तेज दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद परिवार ने उसे स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।

लड़की ने पेट में दर्द महसूस होने के बाद अपनी दादी को अपनी हालत के बारे में बताया था, जिसके बाद ही परिवार को पता चला कि एक रिश्तेदार ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। लड़की की हालत बिगड़ती देख गुरूवार देर रात उसे वाड़ा ग्रामीण अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में पाली गांव के निकट उसकी मौत हो गई।

पीडिता के पिता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, उसके काम पर जाने के बाद उसकी बेटी घर में अकेली ही रहती थी और इस दौरान उसके एक रिश्तेदार संतोष एस दाप्ची (26) ने कई बार उसकी बेटी से दुष्कर्म किया।

विक्रमगढ़ पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर आरोपी के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (दुष्कर्म) और यौन अपराध अधिनियम, 2012 के बच्चों की सुरक्षा की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। लड़की का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है।

महंगाई की मार, पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े

नई दिल्ली। महंगाई से जूझ रही जनता के लिए एक और झटका लगा है। अभी पिछले ही दिनों की रसोई गैस कीमतों में 220 रूपए की बढ़ोतरी की थी।
सरकार ने पेट्रोल की कीमतों में 75 पैसे प्रतिलीटर की बढ़ोतरी कर दी है। वहीं डीजल की कीमतों में 50 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। इससे पहले सरकार गैर सब्सिडी एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी कर चुकी है।

पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें शुक्रवार मध्यरात्रि से लागू होंगी।

पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ाने का फैसला सरकार ने पहले लिया था लेकिन सरकार न्यू ईयर पार्टी का जश्न नहीं बिगाड़ना चाहती थी और कंपनियां जल्द कीमतें बढ़ाने की इच्छुक थी।

डीजल की बिकवाली पर कंपनियों को रेवेन्यू लॉस हो रहा था। डीजल का पंप प्राइस इसके मार्केट रेट से 9.74 रूपए प्रति लीटर कम हो गया था।

कीमतें बढ़ने के बाद दिल्ली में पेट्रोल 72.43 रूपए और डीजल की कीमतें 54.28 रूपए हो गई है।

बाड़मेर भूमि अवाप्ति का विरोध शरू किसानो ने दी सरकार को चेतावनी नहीं देगे जमीन

शिवकर लिग्नाईट परियोजना 

 भूमि अवाप्ति का विरोध शरू किसानो ने दी सरकार को चेतावनी नहीं देगे जमीन

बाड़मेर शहर के पास शिवकर लिग्नाईट परियोजना के लिए एक बार किसानो की जमीन को सरकार की और से अवाप्ति की प्रक्रिया को शरू किया है इसी के तहत किसानो को धारा 9 के तहत भूमि अवाप्ति अधिाकरी ने करीब 245 किसानो को नोटिस भेज है जिसके बाद किसानो का विरोध तेज हो गया है किसानो ने इस सिलसिले में आज बाड़मेर जिला के अतरिक्त जिला कलक्टरे को ज्ञापन देकर फिर से यह माग कि है वो अपनी जमीन किसी भी कीमत पर नहीं देना चाहते है सरकार नए भूमि अवाप्ति अधिनियम के कानून के तहत पूरी करवाई को फिर से शरू करे
 

बाड़मेर पिछले सात सालो से भूमि अवाप्ति के दंश भोग रहे बाड़मेर जिले के किसानो ने हुंकार भरी की इस बार किसी भी कीमत पर जमीन अवाप्त होने नहीं देंगे दरसल सरकार इस परियोजना के लिए 4744 बीघा जमीन अवाप्त करना चाहती है जिसमे 6 गावो के करीब 245 खातेदार प्रभवित हो रहे है इस अवाप्ति की प्रकिया पिछले दो सालो से चल रही है लेकिन इस बीच ही किसानो ने एक साल पहले आंदोलन किया तो सरकार ने इस अवाप्ति को ठन्डे बस्ते में डाल दिया था लेकिन सरकार बदली तो एक फिर से अवाप्ति की प्रक्रिया शरू हो गई और विभाग ने इन्हे नोटिस थमा दिए अब किसानो ने फिर से आंदोलन की चेतवानी दे डाली है

किसानो के अगवाई करता लीगल मित्र संस्था के सचिव रितेश शर्मा का कहना है कि सरकार इस जमीन को अवाप्त नहीं कर सकती है क्योकि सरकार को तय करना पड़ेगा कि परियोजना को किसानो के विकास के लिए बनाया जा रहा हैं या उनकी बर्बादी के लिए ! अब नए कानून के तहत पूरी करवाई को सरकार वापस शरू करे

अब एक फिर से बाड़मेर में जमीन अवाप्ति के मामला टूल पकड़ता नजर आ रहा है किसानो का साफ़ तोर पर कहना है कि वो किसी भी कीमत पर अपनी जमीन को नहीं देना चाहते है ऐसे में आने वाले दिनों में सरकार किसानो की मागो पर क्या विचार करती है यह देखने वाली बात होगी

--

राज्य केबिनेट ने बीकानेर टेक्नीकल विवि पर लगाई रोक

जयपुर। राजस्थान केबिनेट की दूसरी और इस साल हुई पहली बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। इस दौरान पिछली सरकार के अंतिम छह महीनों में लिए गए निर्णयों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में हुई बैठक में मीसा बंदियों की पेंशन फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया। इसे पिछली सरकार ने बंद कर दिया था। राज्य केबिनेट ने बीकानेर टेक्नीकल विवि पर लगाई रोक
वहीं कांग्रेस सरकार द्वारा घोषित बीकानेर टेक्नीकल यूनिवर्सिटी को फिलहाल रोक दिया गया है। इसके अलावा जोबनेर कृषि विश्वविद्यालय का नामकरण श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय करने का निर्णय लिया गया। राजस्थान सुनवाई का अधिकार-2013 में संशोधन कर इसे अगले विधानसभा सत्र में कानूनी रूप दिया जाएगा।

जनवरी से चलेगा सफाई अभियान
केबिनेट ने एक अन्य फैसले में राज्य के सरकारी दफतरों में इसी महीने से सफाई अभियान शुरू करने का निर्णय लिया। इसके तहत सभी साफ-सफाई कार्यक्रम चलाया जाएगा। यह विशेष सफाई अभियान 10 से 21 जनवरी तक प्रदेशभर में चलाया जाएगा। वहीं वृक्षारोपण अध्यादेश पर भी रोक लगा दी गई है।

कृषि विवि के कुलपति का कार्यकाल एक साल होगा
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि जोधपुर, कोटा और जोबनेर कृषि विवि के कुलपतियों का कार्यकाल एक साल ही होगा। वहीं तीन निजी विश्वविद्यालयों पैसिफिक चिकित्सा विवि उदयपुर, माधव विवि पिंडवाड़ा और आईआईएचएमआर विवि जयपुर की जांच की जाएगी। इसके लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। वहीं राजस्थान झील विकास प्राधिकरण अध्यादेश पर अधिनियम बनाने के बारे में फैसला मुख्यमंत्री पर छोड़ दिया है।

प्रद्युम्न सिंह प्रोटेम स्पीकर नियुक्त

जयपुर। राजाखेड़ा से कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। सिंह14वीं राजस्थान विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिलाएंगे। विधानसभा सत्र 21 जनवरी से शुरू होगा। वहीं सुन्दरलाल, नारायण सिंह एवं घनश्याम तिवाड़ी को सिंह के सहयोग के लिए नियुक्त किया गया है। प्रद्युम्न सिंह प्रोटेम स्पीकर नियुक्त
सुन्दरलाल झुंझनूं के पिलानी से जबकि घनश्याम तिवाड़ी जयपुर की सांगानेर सीट से भाजपा विधायक हैं जबकि नारायण सिंह सीकर के दातांरामगढ़ से कांग्रेस के विधायक हैं। सिंह नए अध्यक्ष का निर्वाचन होने तक इस पद पर रहेंगे।

विधानसभा की कार्यवाही होगी वेबकास्ट
14 विधानसभा की कार्यवाही का इंटरनेट पर प्रसारण होगा। इस दौरान राज्यपाल के अभिभाषण, विधायकों के शपथग्रहण और अध्यक्ष के चुनाव का प्रसारण किया जाएगा। विधानसभा के विशिष्ट सचिव पीके शास्त्री ने बताया कि प्रसारण विधानसभा की वेबसाइट पर किया जाएगा। राजअसेंबली डॉट निक डॉट इन पर 21 से 23 जनवरी तक विधानसभा की कार्रवाई प्रसारित की जाएगी।

शिक्षक भर्ती परीक्षा 19 जनवरी से

जयपुर। राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार शिक्षक भर्ती परीक्षा 19 जनवरी को होने जा रही है।
समेकित बाल विकास सेवाएं (निदेशालय) राजस्थान की ओर से पूर्व प्राथमिक शिक्षा अध्यापक के 1148 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा जयपुर जिला मुख्यालय स्थित निर्घारित परीक्षा केंद्रों पर आगामी 19 जनवरी को प्रात: 10 बजे से अपराह्न एक बजे तक आयोजित की जाएगी।

परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी अपने प्रवेश पत्र वेबसाइट सेडाउनलोड कर सकते हैं। परीक्षा के लिए नियंत्रण कक्ष निदेशालय. समेकित बाल विकास सेवाएं .जयपुर में 16 जनवरी से स्थापित किया जाएगा।

टॉयलेट बनने पर पति के पास लौटेगी सविता!

देवास। मध्य प्रदेश के देवास जिले में शौचालय न होना दाम्पत्य जीवन में विवाद का कारण बन गया है। विवाद इतना बढ़ा कि पति-पत्नी एक-दूसरे से दूर हो गए हैं। मामला न्यायालय तक जा पहुंचा और उसके दखल के बाद पक्का शौचालय बनने का रास्ता साफ हुआ। नवविवाहिता ने ऎलान किया है कि शौचालय बनने के बाद ही वह ससुराल लौटेगी।
मामला मध्य प्रदेश के देवास जिले के हाटपिपल्या इलाके का है। रोजडी गांव की सविता की शादी मुडला गांव के देव करण से हुई थी। ससुराल में शौचालय न होने पर सविता को शौच के लिए खुले में जाना पड़ता था। इस बात को लेकर उसका देव करण से विवाद हो गया और वह मायके चली गई ।

सविता पिछले दो वर्ष से मायके में है और ससुराल लौटने को तैयार नहीं है। उसका कहना है कि जब तक घर में शौचालय नहीं बनेगा, तब तक वह नहीं लौटेगी। यह प्रकरण बागली के व्यवहार न्यायाधीश श्रेणी-एक के न्यायालय में पहुंचा।

अधिवक्ता प्रवीण चौधरी के अनुसार, न्यायाधीश ने देव करण को 10 जनवरी तक पक्का शौचालय बनाने के निर्देश दिए हैं। देव करण का कहना है कि उसने उधार रकम लेकर शौचालय का निर्माण शुरू कराया है, जल्दी ही काम पूरा हो जाएगा। उसने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए उसे सरकार की ओर से आर्थिक सहायता नहीं मिली है।

सविता का कहना है कि वह शौचालय बनने पर ही ससुराल लौटेगी। उसके पिता भी इसी बात का दोहराते हैं। उनका कहना है कि शौचालय बनने पर वह अपनी बेटी को ससुराल भेज देंगे।

राज्य के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि शौचालय निर्माण के लिए पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक में सहायता राशि उपलब्ध है। आवेदन किए जाने पर राशि मंजूर किए जाने का प्रावधान है।

नारी अस्मिता की रक्षा के लिए केंद्र सरकार से लेकर मध्य प्रदेश सरकार तक अनेक कार्यक्रम व अभियान चलाए हुई है। सरकारी अभियान की हकीकत को सविता ने अब सामने ला दिया है। प्रशासन व समाज का साथ न मिलने के बावजूद उसने अपने हक की लड़ाई जारी रखा। उसे न्यायालय का साथ मिला। सविता अन्य ग्रामीण महिलाओं के लिए मिसाल बन गई है जो अपने हक की लड़ाई लड़ने से कतराती हैं।

10 बेडरूम वाले घर में रहेंगे आम आदमी के सीएम

नई दिल्ली। दिल्ली के नए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब शहर के भगवान दास रोड़ पर दस बेडरूम के दो डुप्लैक्स में अपना आशियाना बनाएंगे। दोनों डुप्लैक्स एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। 10 बेडरूम वाले घर में रहेंगे आम आदमी के सीएम

6 हजार स्कवायर फीट में बने और 9 हजार स्कावयर फीट में फैले इन डुप्लैक्स के साथ एक लॉन भी है। शहरी विकास मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ये डुप्लैक्स उन बंगलों से भी बड़े हैं जो कि लुटियंस जॉन में सुप्रीम कोर्ट के जज और केंद्रीय मंत्रियों के लिए आवंटित किए जाते हैं।


विपक्षी पार्टियां केजरीवाल के नए आशियाने को लेकर उन पर निशाना बना सकती हैं। केजरीवाल ने वादा किया था कि वे एक आम आदमी की तरह फ्लैट में रहेंगे। केजरीवाल अभी गाजियाबाद के कौशांबी में अपने फ्लैट में रह रहे हैं जो कि इंडियन रैवन्यू अधिकारियों के लिए आवंटित किए जाते हैं। यह फ्लैट उनकी पत्नी को दिया गया है।

आप से जुड़े सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल एक डुप्लैक्स में रहेंगे जबकि दूसरे को कैम्प ऑफिस में बदला जाएगा। डुप्लैक्स नंबर 7/7 सीएम का ऑफिस रहेगा जबकि 7/6 सीएम का निवास स्थान रहेगा। जहां वे अपनी पत्नी, दो बच्चों और माता-पिता के साथ रहेंगे। हालांकि नए घर में शिफ्ट होने की तारिख तय नहीं हुई है।


हो रही है सफाई

शहरी विकास मंत्रालय के मुताबिक डीडीए अधिकारी कॉलोनी के इन दो डुप्लैक्स को दिल्ली सरकार के अधिन कर दिया गया है। दिल्ली सरकार ने मंत्रालय से इन दो डुप्लैक्स के लिए प्रार्थना की थी। दोनों डुप्लैक्स को दिल्ली प्रशासन को सौंप दिया गया है, ताकि इसमें सफाई की जा सके। सूत्रों का कहना है कि केजरीवाल के परिवार के सदस्य इन डुप्लैक्स को देखकर भी जा चुके हैं। अधिकारियों का कहना है कि दोनों डुप्लैक्स को दिल्ली प्रशासन को सौंपने से जाहिर होता है कि सीएम ही इनका इस्तेमाल करेंगे।

आप में शामिल होंगे गुजरात की मंत्री के पति

गांधीनगर। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की खास और गुजरात की राजस्व मंत्री आनंदीबेन पटेल के पति मफतलाल पटेल आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ने जा रहे हैं। आनंदीबेन पटेल नरेंद्र मोदी की खास है। कई शिक्षाविदों और बुदि्धजीवियों के साथ पटेल ने आप के बड़े नेताओं से मुलाकात करके पार्टी से जुड़ने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने मोदी के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की बात कही। आप में शामिल होंगे गुजरात की मंत्री के पति

मोदी के खिलाफ जंग
एक अंग्रेजी समाचार पत्र से बातचीत करते हुए पटेल ने बताया कि मोदी के खिलाफ लड़ने के लिए आप एक अच्छा प्लेटफॉर्म है। पूर्व कॉलेज प्रिंसिपल पटेल ने संकेत दिए हैं कि वे अगले सप्ताह आप पार्टी से जुड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे केवल चुनाव लड़ने के लिए आप ज्वाइन नहीं करेंगे बल्की राजनीति में गंदगी को साफ करना चाहते हैं। साथ ही कहा कि उन्होंने अपने मित्रों के समूह से बातचीत की है जो कि आप के अच्छे प्रदर्शन से खासे प्रभावित हुए हैं।


कौन हैं मफतलाल पटेल
50 वर्षीय गांधीवादी पटेल मफतभाई के नाम से जाने जाते हैं। इन्होंने करीब 50 साल पहले आनंदीबेन से शादी की थी। लेकिन अभी करीब 20 साल से दोनों अलग-अलग रह रहे हैं। इनके बीच अनबन 1985 में तब शुरू हुई जब उनकी कॉलेज प्रिंसिपल पत्नी आनंदीबेन को मोदी भाजपा में ले आए थे। मफतलाल अनेकों बार अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी को कई बार पत्र लिखकर शिकायत की थी कि उनकी पत्नी पर मोदी का प्रभाव बढ़ रहा है। इतना ही नहीं मफतभाई ने पिछले विधानसभा चुनाव में आनंदीबेन के खिलाफ अभियान भी चलाया था।

दो साल पहले उन्होंने एक व्यांगात्मक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री मोदी को शर्मिंदा करने की कोशिश भी की थी। उन्होंने पत्र में मोदी को संबोधित करते हुए कहा कि वे आनंदीबेन से उसे एक हजार डॉलर यूएसए जाने के लिए उधार दे दें। हालांकि मोदी ने मफतलाल को किसी तरह का कोई जवाब नहीं दिया।

बालोतरा पानी को तरसते क्षैत्रवासी

बालोतरा पानी को तरसते क्षैत्रवासी 

जगदीश सैन पनावड़ा 

बालोतरा जब से विधानसभा चुनाव हुए हैँ।बालोतरा के वार्ड 32 कि शास्त्री कॉलोनी के निवासियोँ को पानी के लिए समस्याओँ का सामना करना पड़ रहा हैँ।लोगो का कहना हैँ कि जबसे भाजपा कि सरकार आई हैँ पानी भी नशीब नहीँ हो रहा हैँ।अगर नगर परिषद को पुछते हैँ तो एक जवाब मिलता हैँ।पाईप ठिक किए जा रहे हैँ ठिक करते हि सप्लाई खोल देँगे।एक तरफ जहाँ अधिकारी गण काम का बहाना करके इतिश्री कर देते हैँ वहीँ दुसरी तरफ क्षैत्रवासियोँ को मजबुर होकर पैसे देकर टेँकर मंगवाने पड़ते हैँ।ऐसे मेँ लोग कह रहेँ हैँ कि आगामी लोकसभा चुनाव मेँ परिणाम भुगतने पड़ सकते हैँ।

एटीएम से रूपए निकालने पर चुकाना होगा शुल्क

मुंबई। अभी तक एटीएम से रूपए निकालने वालों को किसी तरह का शुल्क नहीं चुकाना पड़ता है।

लेकिन अब एटीएम से रूपए निकालने पर आपको अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ सकता है।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया बैंकों को इस बात की अनुमति देने जा रहा है कि वे एटीएम से पैसे निकालने वालों से एक निश्चित राशि वसूल सकते हैं।

आरबीआई के डिप्टी गवर्नर के सी चक्रवर्ती ने कहा कि भारतीय रिर्जव बैंक को इस बात से कोई ऎतराज नहीं होगा कि बैंक ऎसी सेवाओं के लिए उचित फीस मांग लें।

उन्होंने कहा यदि बैंक एटीएम ट्रांजेक्शन पर उचित फीस मांग लें तो आरबीआई को कोई ऎतराज नहीं होगा।

अभी उपभोक्ता अपने बैंक के एटीएम से महीने में कितनी ही बार रूपए निकाल सकते हैं, वहीं किसी दूसरे बैंक के कैश अउटलेट से महीने में पांच बार। बैंक को हर फ्री ट्रांसेक्शन के लिए भी दूसरे बैंक को 15 रूपए और टेक्स चुकाना पड़ता है।

अब यह बोझ उपभोक्ताओं पर आ सकता है। फिलहाल बैंक इस बारे में इंडियन बैंक्स एसोसिएशन से चर्चा कर रहे हैं। चर्चा के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।

तानाशाह ने चाचा को नंगा करके कुत्तों के हवाले किया

प्योंगयांग। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने अपने ही चाचा जैंग सोंग थाएक को बहुत ही क्रूर तरीके से मरवा दिया था। हत्या को देश की इतिहास की सबसे क्रूर हत्या बताया जा रहा है। हांगकांग के एक स्थानीय अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक तानाशाह ने अपने चापा को नंगा करके तीन दिनों से भूखे 120 शिकारी कुत्तों के पिंजरे में डाल दिया था। इतना ही नहीं जैंग के साथ ही उनके पांच साथियों को भी उस पिंजरे में डाला गया था। शिकारी कुत्ते उन छह लोगों को एक घंटे तक नोचते रहे। तानाशाह ने चाचा को नंगा करके कुत्तों के हवाले किया

जैंग सोंग थाएक उत्तर कोरिया के दूसरे सबसे ताकतवर शख्स माने जाते थे। उत्तर कोरिया में आम तौर पर राजनीतिक बंदियों की गोली मारकर हत्या की जाती है। किम जोंग ने अपने चाचा की हत्या पर संकेतों में कहा था कि उन्होंने गुटबाजी की गंदगी को साफ किया है। अब राज्य और मजबूत होगा। हालांकि उन्होंने अपने भाषण में एक बार भी थाएक का नाम नहीं लिया। थाएक पर सत्तासीन पार्टी और देशहित के खिलाफ काम करने के आरोप था।

किम जोंग ने उतरी कोरियां की कमान 2011 में अपने पिता की मौत के बाद संभाली थी।

जयपुर में देह व्यापार का एक और अड्डा पकड़ा

जयपुर। राजधानी जयपुर की पुलिस ने देह व्यापार के गोरखधंधे पर कार्रवाई करते हुए पांच जनों को गिरफ्तार किया। देह व्यापार के इस अड्डे का भंडाफोड़ करधानी थाना इलाके में हुआ। गौरतलब है कि राजधानी जयपुर में देह व्यापार के बढ़ते अपराधों के बारे में गुरूवार को ही खबर प्रकाशित की गई थी। रोचक बात ये है कि पिछले पंद्रह-बीस दिनों में पुलिस ने राजधानी में आधा दर्जन से ज्यादा वेश्यावृत्ति के अaों का भंडाफोड़ किया है। जयपुर में देह व्यापार का एक और अड्डा पकड़ा
झोटवाड़ा एसीपी नसीमुल्लाह खान ने बताया कि इस संबंध में मुखबिर ने सूचना दी। इसके बाद निवारू रोड स्थित एक फ्लैट में कार्रवाई को अंजाम दिया। किराए के फ्लैट में यह धंधा चल रहा था। एडि. कमिश्नर डॉ. गिर्राज मीणा ने बताया कि देह व्यापार के विरूद्ध पुलिस सख्त है और आगामी दिनों में भी निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी।

आरोपियों से हो रही है पूछताछ
एसीपी खान ने बताया कि गुरूवार शाम करीब साढ़े सात बजे निवारू रोड जयकरणी नगर स्थित एक फ्लैट पर बोगस ग्राहक भेजा गया था। हजार रूपए में सौदा तय होने पर पुलिस ने मौके पर दबिश दी और एक युवती, एक महिला और तीन पुरूषों को गिरफ्तार किया गया। आरोपी महिला मधु पत्नी लक्ष्मण दास वेश्यावृत्ति कराते हुए पकड़ी गई थी। जिया पुत्री समीर, सामोद निवासी आदित्य सिंह उर्फ सोनू, पाली निवासी सुरेंद्र और अलवर निवासी पूरण दास (28) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

मनमोहन बोले,मोदी पीएम बने तो देश की होगी बर्बादी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए शुक्रवार को कहा कि वे तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी किसी दूसरे को देंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि यूपीए-2 सरकार की तीन बड़ी नाकामियां रहीं। भ्रष्टाचार, महंगाई और युवाओं को रोजगार देने में कमी रही। उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि उन्होंने विपक्ष का साथ दिया। विपक्ष ने भी भ्रष्टाचार को दुष्प्रचारित किया। उन्होंने खुद पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप पर दुख जताया। उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस पार्टी ने कभी उनसे इस्तीफा नहीं मांगा। मनमोहन बोले,मोदी पीएम बने तो देश की होगी बर्बादी
सिंह ने कहा कि मैं चुप नहीं रहता और जब भी जरूरत पड़ती है बोलता हूं। उन्होंने साफ किया कि वे अगले प्रधानमंत्री को पद सौंपेंगे। सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि हमने अच्छा काम किया और देश की आर्थिक स्थिति को सुधारा। गरीबों का ख्याल रखा। उन्होंने कहा कि सीधे प्रधानमंत्री का चुनाव ठीक नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि वे अभी अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। पिछला दशक उतार-चढ़ाव से भरा रहा।

उन्होंने कहा कि हमने एनडीए सरकार से अच्छा काम किया। महंगाई बढ़ी तो लोगों की आमदनी बढ़े इसके लिए भी सरकार ने प्रयास किए। देश इस बात को समझेगा और यूपीए-3 की सरकार में फिर कांग्रेस का प्रधानमंत्री बनेगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सरकार में होते तो ताकत बढ़ जाती। उन्होंने राहुल को प्रधानमंत्री पद के लिए काबिल उम्मीदवार बताया।

हालात सही नहीं थे इसलिए पाक नहीं गया

पाकिस्तान से तल्खी बढ़ने और सरकार के उस पर कदम उठाने के बारे में पीएम ने कहा कि वहां मुशर्रफ के हटने के बाद काफी हालात बदले। विपरीत परिस्थितियों के चलते ही वे पाकिस्तान की यात्रा पर नहीं गए।

पत्रकारों से रूबरू होते हुए पीएम ने ये बातें मीडिया के सामने रखीं...


- पीएम ने सभी को नए साल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चुनाव से लोकतंत्र मजबूत हुआ है। भारत की आर्थिक स्थिति सुधरी है। पिछला दशक उतार-चढ़ाव भरा रहा है। शुरू में आर्थिक हालात अच्छे थे बाद में बिगड़े हैं। बाकी दुनिया की वजह से हालात बिगड़े हैं। हमारे कार्यकाल में सभी तबकों की तरक्की हुई है। पिछड़े तबकों का भी विकास हुआ है।

- नरेगा से लोगों को रोजगार मिला है। रोजगार की वजह से क्रय शक्ति बढ़ी है। किसानों को फसल का उचित दाम मिला। हमारे कार्यकाल में गरीबी घटी है।

- हम मंदी का मुकाबला कर पाए। कमजोर तबकों का विकास हुआ। शिक्षा के क्षेत्र में विकास हुआ। पिछडे इलाकों में भी शिक्षा का फायदा मिला। नए आईआईटी और आईआईएम खुले। हम नौकरियां नहीं बढ़ा पाए। छोटे और मझोले उद्योगों को बढ़ाने की जरूरत है। लोगों को अधिकार देने के लिए कई कानून बनाए। उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है। महंगाई को काबू में न करना हमारी नाकामी है।

-विधानसभा चुनावों में हार के सवाल पर पीएम ने कहा कि मैं ईमानदारी से कहूंगा कि महंगाई एक वजह रही है विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की। विधानसभा चुनाव में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। नतीजों से हम सबक लेंगे। महंगाई बढ़ी साथ में लोगों की आमदनी भी बढ़ी है। हमने भ्रष्टाचार रोकने के लिए नीतियां बदली। मैं पहले भी बता चुका हूं कि महंगाई की वजहें हमारे कंट्रोल के बाहर थीं। महंगाई की कई वजह हैं, हमारी सरकार ने समाज के गरीब तबके को महंगाई से बचाने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं। मनरेगा और दूसरी रोजगार स्कीम के जरिए हमने किसान और मजदूर को सुरक्षा मुहैया कराई है। इन्हें दरकिनार नहीं किया जाना चाहिए।

-पड़ोसी देशों से अच्छे रिश्ते चाहते हैं। देश की सुरक्षा में पैसे खर्च करते रहेंगे। हमारी कोशिश हमेशा पड़ोसी देशों से रिश्तों सुधारने की रही है।

-इस बार पीएम की जिम्मेदारी दूसरे को दूंगा। पीएम ने कहा कि वे अगली बार पीएम नहीं बनेंगे। चुनाव के बाद अगले पीएम को अपनी जिम्मेदारी दूंगा। राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के उचित उम्मीदवार हैं। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वे अभी इस्तीफा नहीं देंगे। राहुल पर पार्टी फैसला करेगी।

यूपीए पर भ्रष्टाचार के आरोपों के सवाल पर उन्होंने कहा कि जहां तक भ्रष्टाचार के आरोपों की बात हैं, उनमें से ज्यादातर यूपीए के पहले कार्यकाल के समय लगे। कोल ब्लॉक या 2जी अलोकेशन में अनियमितता के आरोप यूपीए-1 के समय लगे। उसके बाद हम चुनावों में गए और अपने प्रदर्शन के दम पर चुनाव जीता। लोगों ने हमें जनादेश दिया। इसलिए ये जो मुद्दे जिन्हें समय-समय पर सीएजी, कोर्ट या मीडिया ने उठाया है। ये याद रखना चाहिए कि ये यूपीए-1 के दौरान के हैं। इस देश के लोगों ने करप्शन के उन आरोपों पर ध्यान नहीं दिया। कॉमनवेल्थ गेम्स, 2जी, कोल इन सबने सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाया। क्या कोई और तरीका था। मैं दुखी महसूस करता हूं। मैं ही था, जिसने जोर दिया था कि स्पेक्ट्रम आवंटन को पारदर्शी और निष्पक्ष होना चाहिए। मैंने ही कोल ब्लॉक की बात कही थी। विपक्ष के अपने स्वार्थ हैं। मीडिया उनके हाथों में कई बार खेल जाता है।

-सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के सवाल के जवाब में मनमोहन ने कहा कि हमने सच्चरी कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के लिए काफी काम किया है। मुझे दुख है कि ये तमाम काम अवाम तक नहीं पहुंच सका। ये भी ठीक है कि कुछ ऎसी बातें हैं जो अभी करनी बाकी हैं। कुछ कोट्र्स में हैं, कुछ और मुश्किलें आई हैं। जिसकी वजह से और चीजें लागू नहीं की जा सकीं। जहां तक हमारी सरकार का ताल्लुक है हमारी सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए छात्रवृत्ति बढ़ाई है।

-हिमाचल प्रदेश के सीएम पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के सवाल पर उनका कहना था कि मुझे अभी इस पर दिमाग लगाने का समय नहीं मिला है। मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता। अभी मैंने कुछ अखबारों में ही इसके बारे में पढ़ा है।

-बदलाव के बारे में उन्होंने कहा कि मैं वही आदमी हूं, जो 9 साल पहले था। मुझमें कोई बदलाव नहीं आया है। मैंने पूरे निष्ठा-समर्पण के साथ काम किया है। इस दौरान कभी अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने का काम नहीं किया।

-भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में पीएम ने कहा कि ऎसे आरोपों पर अफसोस है। विपक्षियों ने दुष्प्रचार किया है।

-मोदी के प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर पीएम ने कहा कि अगर मोदी पीएम बनते हैं देश की बर्बादी होगी। अगला पीएम यूपीए का ही होगा। जिसके राज में दंगे हुए वो पीएम नहीं बन सकता।

- एक पत्रकार ने पीएम से सवाल पूछा कि क्या कांग्रेस ने कभी आपसे इस्तीफा मांगा। तो पीएम ने कहा कि मुझसे पार्टी ने कभी भी इस्तीफा नहीं मांगा। सोनिया गांधी ने हमेशा साथ दिया है। मैंने भी कभी इस्तीफा देने के बारे में कभी नहीं सोचा। पिछले 9-10 सालों में कभी ऎसा मुश्किल वक्त आया, जब आपको लगा हो कि इस्तीफा दे देना चाहिए? इस सवाल पर उन्होंने जवाब दिाय दिया कि नहीं ऎसा कभी नहीं लगा। मुझे अपने काम में मजा आया। मैंने समर्पण, पूरी ईमानदारी और एकाग्रता के साथ काम किया और बिना किसी डर या फेवर के साथ किया।

-पाकिस्तान के साथ संबंधों के बारे में पीएम ने कहा कि पाक के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के हटने की वजह से शांति प्रक्रिया रूकी है और हम अपने पड़ोसियों से अच्छे रिश्ते रखना चाहते हैं।

-मेरे कार्यकाल को इतिहास तय करेगा कि मैंने देश के लिए क्या किया और क्या नहीं किया।

-सिख दंगों के पीडितों के सवाल पर पीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने सिख दंगों के पीडितों के लिए बहुत कुछ किया है। 1984 में जो दंगे हुए हमारी कोशिश होगी कि वे दोबारा से देश में न हो। सिख दंगों के लिए हमने माफी मांगी है।

-सरकार में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के विचारों को सम्मान होता है। सरकार ने कई बार उनके विचारों का माना है। लेकिन सरकार उनकी हर बात को मानने के लिए बाध्य नहीं है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के विचारों से सरकार को फायदा मिला है।

-आप पार्टी के दिल्ली चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के सवाल पर मनमोहन ने कहा कि आप पार्टी को वक्त मिलना चाहिए।

बतौर प्रधानमंत्री उनके दूसरे कार्यकाल में यह दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है और पूरे दस साल के कार्यकाल में वे तीसरी बार पत्रकारों से रूबरू हो रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के सामने उन्होंने यूपीए सरकार की उपलब्धियों को रखा। साथ ही उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब भी दिया। उन्होंने भ्रष्टाचार, इकोनोमी, विधानसभा चुनाव के नतीजों और अन्य मुद्दों पर पत्रकारों की सवालों का जवाब दिया।

बाड़मेर नगर परिषद्। . स्वर्ण जयन्ती योजना में करोडो का घपला फर्जी भुगतान का माला बोर्ड बैठक में भी उठा था

बाड़मेर नगर परिषद्। . स्वर्ण जयन्ती योजना में करोडो का घपला फर्जी भुगतान का माला बोर्ड बैठक में भी उठा था 

बाड़मेर स्वर्ण जयन्ती योजना के तहत सरकार की महत्वाकांक्षी स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में बड़ा घपला सामने आया है. जिसके चलते ना सिर्फ सरकारी खजाने को भारी भरकम चपत ही लग रही है बल्कि बेरोजगार महिलाओं के सपने भी चकनाचूर हो रहे हैं.
हमारे द्वारा की गयी पड़ताल में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। एक बड़े अधिकारी से जब इस योजना में गड़बडिय़ों को लेकर जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि आप प्रशिक्षण में गड़बड़ी की बात कर रहे हो, जबकि यह मामला तो इतना बड़ा है कि इसकी गहराई से जांच हो तो कई बड़े पेच खुलेंगे। इस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि योजना में गड़बड़ी तो दिसंबर से ही शुरू हो गई थी जब आदेश आए थे। इस अधिकारी ने यह भी बताया कि जनवरी से शुरू होने वाले प्रशिक्षण केंद्र फरवरी से ही क्यों शुरू हुए और नागौर परिषद क्षेत्र में यह शिविर अब अप्रैल में जाकर क्यों शुरू हो रहे हैं। इनकी जांच होनी चाहिए।
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के नाम पर सांख्यिकी विभाग व कुछ स्वयं सेवी संस्थाएं जिले में कागजी खानापूर्ति में जुटी हैं। जिले में 22 सौ महिलाओं को योजना का लाभ देना था ताकि वे अपने पांवों पर खड़ी हो सके. अपने स्तर पर छोटे मोटे काम करके घर परिवार चलाने में मदद कर सके। मगर जिले में कई जगह तो इस योजना के तहत ट्रेनिंग का काम शुरू ही नहीं हुआ है। कई स्थानों पर एनजीओ ने सांख्यिकी विभाग के अधिकारियों के साथ बंदरबांट करते हुए कागजों में ही ट्रेनिंग दे दी।
अधिकृत सूत्रों के अनुसार स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के तहत बाड़मेर जिले में 22 सौ महिलाओं को स्वरोजगार का प्रशिक्षण दिया जाना था। यह कार्य वैसे तो जनवरी 2013 में ही शुरू हो जाना था मगर जिले में कई स्थानों पर पालिका व सांख्यिकी विभागों के अधिकारियों की बीच की खींचतान व कमीशन की सेटिंग नहीं बैठने से यह काम समय पर शुरू नहीं हो पाया। बाड़मेर में तो पूरा गड़बड़ झाला नज़र आ रहा है. एक भी वार्ड में प्रशिक्षण आयोजित नहीं हुआ. एक वार्ड में मेडिकल शिविर कुछ देर के लिए लगाया गया जिसका उद्घाटन कराया गया था उद्घाटन करतो के जाते ही शिविर समेत लिया. आयुक्त द्वारा सी एस डी कमेटी में बिना अनुमोदन के कई संस्थाओ को काम दिया गया हें जबकि कमेटी में मात्र दो संस्थाओ के ही प्रस्ताव आये थे. आयुक्त के गृह जिले की एक संस्था को लाखो रुपयों का काम फर्जी वादे में दिया गया हें .आयुक्त के स्वजातीय रिश्तेदार की इस संस्था को बिना अनुमोदन के कार्य दिया गया .
शुरुआत अप्रैल में क्यों
योजना के तहत बीपीएल परिवारों की गरीब महिलाओं को प्रशिक्षण जनवरी में ही शुरू हो जाना चाहिए था, मगर बाड़मेर ,बालोतरा पालिका क्षेत्रों में यह कार्य फरवरी माह में शुरू हो पाया। बाड़मेर नगर परिषद क्षेत्र में तो यह कार्य अब अप्रैल में शुरू हो रहा है। परिषद क्षेत्र में तो इस योजना के तहत आठ स्वयं सेवी संस्थाओं को ट्रेनिंग देने का जिम्मा सौंपा गया है, मगर अभी 2 अप्रैल को केवल मात्र एक संस्था की ओर से ही कार्य प्रारंभ करने की पुष्टि हो पाई है। आयुक्त ने 28 मार्च को ही प्रशिक्षण कार्य शुरू करने के आदेश दिए थे।
1 करोड़ 98 लाख की है योजना
सूत्रों ने बताया कि स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के तहत बाड़मेर जिले में जिन 22 सौ महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाना है, उसके लिए करीब 1 करोड़ 98 लाख रुपए का बजट प्रस्तावित है। इसमें प्रत्येक महिला के नाम पर नौ हजार रुपए तक का खर्चा एनजीओ के माध्यम से किया जा सकता है। मगर जमीनी स्तर कितनी महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाना है और कितनी महिलाओं के नाम दर्ज है और कितनी महिलाओं के नाम से पैसे उठाए जा रहे हैं, यह भी अब जांच का विषय बन गया है।
इस तरह खर्च होता है पैसा
तीन माह के प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक प्रशिक्षार्थी महिला को 500 रुपए प्रति माह के हिसाब से 15 सौ रुपए का चेक स्टाइपेंड के तहत देना है। इसके अलावा 15 सौ रुपए का टूल किट भी दिया जाना है। प्रशिक्षण के बाद इन महिलाओं के स्वयं सहायता समूह बनाकर बैंकों से ऋण दिलवाने का काम भी एनजीओ का है। इसमें प्रति समूह 1.25 लाख रुपए का अनुदान परिषद व पालिकाओं द्वारा दिया जाता है। यह राशि सरकार ने पालिकाओं व परिषदों के खाते में भी जमा करा दी।
बाड़मेर जिले की नगर परिषद् में गत पांच सालो से इस योजना का काम एक मात्र संस्था को ही दिया जा रहा है. परिषद् द्वारा कभी संस्थाओ से प्रस्ताव नहीं मांगे गए. इस बार भी दो संस्थाओ के प्रस्ताव आये थे जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी ने जिसका अनुमोदन किया था. सरकारी आदेश के अनुसार कार्य जनवरी में आरम्भ किया जाना था, मगर आपसी बन्दर बाँट और सेटिंग में समय लगने से अप्रेल मे आदेश के साथ भुगतान करने का मामला सामने आया हें 

ब्लाउज ने बचाई पोस्टमेन की इज्जत!

लंदन। यह आपको सुनकर हैरानी होगी इंलैंड का रहने वाला विक्टर नाम का यह पोस्टमेन ब्लाउज के चक्कर में ही जेल गया था और अब ब्लाउज ने ही उसको रिहा करवाया है।
दरअसल मामला ये है कि विक्टर नियनल नाम के इस पोस्टमेन को 1997 में एक 22 वर्षीय किशोरी से रेप करने के जुर्म में 17 साल जेल की सजा मिल, लेकिन अब वह बाहर निकला गया है।

जब विक्टर पर बलात्कार आरोप लगा तो उनके पास बचने का कोई ठोस नहीं था और ना ही उस वक्त उनके वकील उन्हें सजा से बचाने में कामयाब हो पाए। इसलिए सजा कम पाने के लिए विक्टर ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था।

विक्टर के केस में जांच कर रही टीम के हाथ एक ऎसा सबूत लगा है जिसने उन्हें बेगुनाह साबित कर दिया। ये सबूत कोई नहीं बल्कि उस महिला का ही ब्लाउज था जिसने उन पर रेप का आरोप लगाया था।

जब पीडित महिला के ब्लाउज की जांच की गई तो सामने आया कि उसेमें मौजूद डीएनए विक्टर के नहीं बल्कि किसी और के हैं और इसी सबूत के चलते उन्हें दिसम्बर 2013 में बाइज्जत रिहा कर दिया गया।

लेकिन विक्टर को अफसोस है कि उनकी जिंदगी के महत्वपूर्ण साल जेल में फालतू में ही बर्बाद हो गए। इसी के चलते अब वो पुलिस पर उल्टा केस ठोंकने की तैयारी में हैं। लेकिन फिलहाल वो अपनी आजादी को लेकर बहुत खुश हैं और इसका जश्न मना रहे हैं।

रिश्वत लेते डीएसपी, एसएचओ को रंगे हाथों पकड़ा



फलासिया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने गुरूवार देर शाम शराब के एक मामले में वसूली करने की शिकायत पर कोटडा डीएसपी, पानरवा एसएचओ सहित एक हेडकांस्टेबल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
रिश्वत लेते डीएसपी, एसएचओ को रंगे हाथों पकड़ा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता सुनील व गोपाल ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों में बताया कि पानरवा पुलिस द्वारा 27 नवंबर को उनकी शराब पकडी गई थी। मामले को रफा-दफा करने के लिए कोटडा डीएसपी मनीष शर्मा, पानरवा थानाधिकारी धूलजी मीणा व डैया चोकी हेडकांस्टेबल प्रभु लाल ने पांच लाख रूपए की मांग की। इस पर शिकायतकर्ताओं ने 4 लाख 70 हजार रूपए तो दे दिए किंतु इसके बाद भी पुलिसकर्मी तीस हजार रूपए व मासिक बंदी पचास हजार रूपए की मांग कर रहे थे।


एसीबी द्वारा शिकायत की तस्दीक सही पाए जाने के बाद भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जाल बिछाया गया और गुरूवार को पानरवा थाने में ही शेष राशि देने पर शिकायतकर्ताओं द्वारा सहमति व्यक्त कर दी गई ।


एसीबी अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद गोयल के निर्देशन में डीएसपी राजीव जोशी के नेतृत्व में एसीबी की टीम भी थाने के आसपास सादी वर्दी में इंतजार करती रही। जैसे ही शिकायतकर्ताओं का इशारा मिला टीम ने थाने में मौजूद डीएसपी, थानेदार व हेडकांस्टेबल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।


एसीबी की टीम ने रात भर सभी कागजी कार्यवाही निपटाई। देर रात तक थाने में ही सो रहे अन्य पुलिसकर्मियों को भी मामले की भनक तक नहीं लगी। सुबह जैसे ही पानरवा कस्बा मुख्यालय पर मामले की जानकारी मिली। ग्रामीणों का भी पुलिस थाने में तांता लग गया। एसीबी टीम आरोपियों को उदयपुर के लिए लेकर रवाना हुई। इधर थाना परिसर में सन्नाटा पसर गया और पुलिसकर्मियों के चेहरे उतर गए। एसीबी टीम में सीआई विरेन्द्र सिंह व हरिश चुण्डावत सहित अन्य कर्मी मौजूद थे।

सर्वे में पार्टी को 70 से 75 सीटें सर्वे ने कांग्रेस की नींद उड़ा

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर आंतरिक सर्वे ने कांग्रेस की नींद उड़ा दी। सूत्रों की मानें तो उसके सर्वे में पार्टी को 70 से 75 सीटें ही मिल रही है। पिछली बार 206 सीटें मिली थी।
राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़ में हालत और बिगड़ेंगे। पार्टी ने सर्वे ऎसे समय कराया, जब राहुल गांधी को पीएम प्रत्याशी बनाने की बात है।

महिला कांग्रेस देश मे अभियान चला 17 जनवरी की एआईसीसी बैठक में बकायदा राहुल को पीएम प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। एआईसीसी के कुछ सदस्य भी ऎसा प्रस्ताव लाएंगे।

यहां भी घाटा
सूत्रों की मानें तो सर्वे ने पार्टी के भीतर राहुल गांधी को लेकर चिंता बढा दी है। सर्वे में कांग्रेस को सर्वाधिक नुकसान हिंदी भाषी राज्यों में हो रहा है।

कांग्रेस शासित उत्तराखंड, हरियाणा, आंध्रप्रदेश और हिमाचल में भी पार्टी को भारी नुकसान होने जा रहा है। उत्तरप्रदेश में पार्टी पिछला प्रदर्शन नहीं दोहरा पा रही है। बिहार में भी सुधार नहीं है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और दिल्ली में विधानसभा चुनाव वाले जैसे हालात रहने वाले हैं।

चिंता...दुविधा...क्या करें
सर्वे से कांग्रेस में काफी हलचल है। नेता दबी जुबान से स्वीकारने लगे हैं कि हालत चिंताजनक हैं। राहुल को आगे कर चुनाव लड़ा जाए। भ्रष्टाचार-महंगाई को लेकर कड़े कदम उठाएं आदि। दुविधा है, फिर भी हालात नहीं सुधरे तो राहुल के सिर पर सारी बात आएगी। कांग्रेस को नरेंद्र मोदी से चुनौती मिल रही थी। अब आप ने परेशानी बढ़ा दी है। आप वोट बैंक पर सेध लगा रही है।

4.5 करोड से होगा गोडावन का संरक्षण

मिलेगी प्रोत्साहन राशि प्रचार- प्रसार किया जाएगा

लगेंगे बेरियर व केमरें गोडावन पर होगी रिसर्च नए कलोजर बनेंगे



जैसलमेर



राज्य पक्षी गोडावन (ग्रेड इंडियन बस्टर्ड) की घटती संख्या को देखते हुए गोडावन परियोजना के तहत इसके संरक्षण के लिए प्रयास तेज कर दिए गए है। सरकार की ओर से इस परियोजना के लिए इस वर्ष में 4.5 करोड रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। जिसके द्वारा गोडावन के सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रयास किए जाएंगे। गौरतलब है कि राजस्थान के राज्यपक्षी गोडावन की संख्या लगातार कम होती जा रही है तथा इसका क्षेत्र भी सिमटता जा रहा है। लेकिन इनकी संख्या जैसलमेर के राष्ट्रीय रु उद्यान में ही है। जानकारी के अनुसार जैसलमेर के अलावा कहीं पर भी ये संरक्षित प्राणी नहीं बचा है।

इसी को देखते हुए सरकार द्वारा ग्रेड इंडियन बस्टर्ड के संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रयास तेज कर दिए गए है। इसके लिए गोडावन परियोजना बनाई गई है तथा विभिन्न चरणों में प्रयास किए जाएंगे। जानकारी के अनुसार जैसलमेर क्षेत्र में गोडावन की संख्या 40 ही रह गई है।




॥गोडावन परियोजना के तहत 4.5 करोड रुपए से नए कार्य करवाएं जाएंगे ताकि राज्यपक्षी गोडावन का जिले में संरक्षण व संवर्धन हो सके। अधिकांश कार्य शुरू हो चुके है। डीके भारद्वाज, डीएफओ, डीएनपी

राज्य पक्षी के संरक्षण व संवर्धन के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जाग्रत करने के लिए प्रचार-प्रसार किया जाएगा। जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पोस्टर लगाए जांएगे तथा स्कूली छात्र- छात्राओं को इनकी रक्षा के प्रति जागरुक किया जाएगा। अभियान के तहत पोस्टर छपवाए जा चुके है तथा गोडावन के चित्र के पोस्टकार्ड भी छपवाए गए है। ताकि अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा जा सके।

गोडावन के प्रति आमजन को जोडऩे के लिए प्रोत्साहन राशि की भी व्यवस्था की गई है। जिसके तहत अगर किसी को गोडावन दिखाई दिया जाता है तो उसे डीएनपी विभाग द्वारा प्रोत्साहन स्वरुप नगद पुरस्कार दिया जाएगा। साथ ही इसके शिकार की सूचना देने पर भी प्रोत्साहन राशि मिलेगी। साथ ही सूचना देने वाले की सारी जानकारी गुप्त रखी जाएगी। इसका वन विभाग के अधिकारी इसकी पुष्टी करेंगे उसके पश्चात ही प्रोत्साहन राशि मिलेगी।



गोडावन के मूवमेंट, डीएनपी क्षेत्र में बार- बार जगह बदलने एवं इनकी हर हरकत पर नजर रखने के लिए देहरादून से आए विशेषज्ञों द्वारा रिसर्च की जाएगी। रिसर्च टीम द्वारा इसके प्रशय स्थलों, इनकी हरकतों एवं गोडावन के संवर्धन पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिससे इनके अस्तित्व को बचाने में सहयोग मिलेगा।



गोडावन बाहुल्य क्षेत्र में इनके विचरण व शिकार की घटनाओं पर नजर बनाए रखने के लिए वाच टावरों का निर्माण होगा। करीब 50 फीट के ये वाच टावर जैसलमर के रामदेवरा व सम में बनाए जाएंगे। जिनके माध्यम से इन पर नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही बरना, सम व जामड़ा गांव में वन विभाग द्वारा बेरियर लगाए जाएंगे। जिन पर सीसीटीवी केमरों से निगरानी रखी जाएगी। बेरियर पार करने वाले वाहनों की भी जांच की जाएगी।

जैसलमेर व बाडमेर के राष्ट्रीय मरु उद्यान क्षेत्र में गोडावन के विचरण के लिए नए कलोजरों का निर्माण किया जाएगा। योजना के तहत सुदासरी में 100 हेक्टर के दो, गांगा गांव में 100 हेक्टर का एक, रामदेवरा में 150 व 200 हेक्टर तथा मोडरडी गांव के गुड्डी में 100-100 हेक्टर के दो कलोजर बनाए जाएंगे। कलोजर की फेंसिंग की जाएगी। साथ ही सेवणघास लगाई जाकर गोडावन के पेयजल की व्यवस्था के लिए टांके बनाए जाएंगे। ताकि गोडावन के समक्ष खाने व पानी की कोई समस्या न आए। साथ ही पूर्व में बने कलोजरों की मरम्मत भी करवाई जाएगी।

विवाहिता ने किया आत्मदाह

विवाहिता ने किया आत्मदाह

बाड़मेरमहिला पुलिस थाने में मामला दर्ज हुआ कि राणीगांव में विवाहिता सोनी देवी भील ने पति, ससुर से परेशान होकर आत्मदाह कर लिया।

विवाहिता को दहेज के लिए परेशान किया जा रहा था, जिसके बाद विवाहिता ने अपने शरीर पर केरोसीन उड़ेलकर आत्मदाह कर लिया।

विवाहिता घायलावस्था में बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय में इलाज के लिए लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया।

अमर प्रेम कहानी का साक्षी मांडू ,ऐतिहा‍सिक इमारतों का स्थान मांडू



मांडू मध्यप्रदेश का एक ऐसा पर्यटनस्थल है, जो रानी रूपमती और बादशाह बाज बहादुर के अमर प्रेम का साक्षी है। यहां के खंडहर व इमारतें हमें इतिहास के उस झरोखे के दर्शन कराते हैं, जिसमें हम मांडू के शासकों की विशाल समृद्ध विरासत व शानो-शौकत से रूबरू होते हैं।


कहने को लोग मांडू को खंडहरों का गांव भी कहते हैं परंतु इन खंडहरों के पत्थर भी बोलते हैं और सुनाते हैं हमें इतिहास की अमर गाथा। हरियाली की खूबसूरत चादर ओढ़ा मांडू विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष तौर पर एक सुंदर पर्यटनस्थल रहा है। यहां के शानदार व विशाल दरवाजे मांडू प्रवेश के साथ ही इस तरह हमारा स्वागत करते हैं। मानों हमने किसी समृद्ध शासक के नगर में प्रवेश कर रहे हो।


मांडू में प्रवेश के घुमावदार रास्तों के साथ ही मांडू के बारे में जानने की तथा इसकी खूबसूरत इमारतों को देखने की हमारी जिज्ञासा चरम तक पहुंच जाती है। यहां के विशाल इमली के पेड़ व मीठे सीताफलों से लदे पेड़ों को देखकर हमारे मुंह में पानी आना स्वभाविक है।

यहां की कबीटनुमा स्पेशल इमली के स्वाद के चटखारे लिए बगैर भला कैसे हमारी मांडू यात्रा पूरी हो सकती है। आप भी यदि मांडू दर्शन को जा रहे हैं तो एक बार अवश्य यहां की इमली, सीताफल व कमलगट्टे का स्वाद चखिएगा। आइए चलते हैं मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक स्थल मांडू की सैर पर।

मांडू के बारे में कुछ बातें : मांडू का दूसरा नाम 'मांडवगढ़' भी है। यह विन्ध्याचल की पहाड़ियों पर लगभग 2,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। मांडू को पहले 'शादियाबाद' के नाम से भी जाना जाता था, जिसका अर्थ है 'खुशियों का नगर'।

मांडू पहाड़ों व चट्टानों का इलाका है, जहां पर ऐतिहासिक महत्व की कई पुरानी इमारते हैं। मालवा के राजपूत परमार शासक भी बाहरी आक्रमण से अपनी रक्षा के लिए मांडू को एक महफूज स्थान मानते थे।

मांडू में यहां जरूर जाएं : मांडू में पर्यटकों के लिए देखने लायक बहुत से स्थान हैं, जिनमें रानी रूपमती का महल, हिंडोला महल, जहाज महल, जामा मस्जिद, अशरफी महल आदि स्थान प्रमुख हैं।


इसी के साथ ही मांडू को 'मांडवगढ़ जैन तीर्थ' के नाम से भी जाना जाता है। यहां भगवान सुपार्श्वनाथ की पद्मासन मुद्रा में विराजित श्वेत वर्णी सुंदर प्राचीन प्रतिमा है। इस प्रतिमा की स्थापना सन् 1472 में की गई थी। मांडवगढ़ में कई अन्य पुराने ऐतिहासिक महत्व के जैन मंदिर भी है, जिसके कारण यह जैन धर्मावलंबियों के लिए एक तीर्थ स्थान है।


स्वागत करते प्रवेश द्वार : मांडू में लगभग 12 प्रवेश द्वार है, जो मांडू में 45 किलोमीटर के दायरे में मुंडेर के समान निर्मित है। इन दरवाजों में 'दिल्ली दरवाजा' प्रमुख है। यह मांडू का प्रवेश द्वार है। इसका निर्माण सन् 1405 से 1407 के मध्य में हुआ था। यह खड़ी ढाल के रूप में घुमावदार मार्ग पर बनाया गया है, जहां पहुंचने पर हाथियों की गति धीमी हो जाती थी।

इस दरवाजे में प्रवेश करते ही अन्य दरवाजों की शुरुआत के साथ ही मांडू दर्शन का आरंभ हो जाता है। मांडू के प्रमुख दरवाजों में आलमगीर दरवाजा, भंगी दरवाजा, रामपोल दरवाजा, जहांगीर दरवाजा, तारापुर दरवाजा आदि अनेक दरवाजे हैं।

जामा मस्जिद (जामी मस्जिद) : मांडू का मुख्य आकर्षण जामा मस्जिद है, इस विशाल मस्जिद का निर्माण कार्य होशंगशाह के शासनकाल में आरंभ किया गया था तथा महमूद प्रथम के शासनकाल में यह मस्जिद बनकर तैयार हुई थी। इस मस्जिद की गिनती मांडू की नायाब व शानदार इमारतों में की जाती है। यह भी कहा जाता है कि जामा मस्जिद डेमास्कस (सीरिया देश की राजधानी) की एक प्रसिद्ध मस्जिद का प्रतिरूप है।

अशरफी महल : जामा मस्जिद के सामने ही अशरफी महल है। अशरफी का अर्थ होता है 'सोने के सिक्के'। इस महल का निर्माण होशंगशाह खिलजी के उत्तराधिकारी मोहम्मद खिलजी ने इस्लामिक भाषा के विद्यालय (मदरसा) के लिए किया था। यहां विद्धार्थियों के रहने के लिए कई कमरों का निर्माण भी किया गया था।

जहाज महल : जहाज महल का निर्माण 1469 से 1500 ईस्वी के मध्य कराया था। यह महल जहाज की आकृति में दो कृत्रिम तालाबों कपूर तालाब व मुंज तालाब दो तालाबों के मध्य में बना हुआ है। लगभग 120 मीटर लंबे इस खूबसूरत महल को दूर से देखने पर ऐसा लगता है मानों तालाब के बीच में कोई सुंदर जहाज तैर रहा हो। संभवत: इसका निर्माण श्रृंगारप्रेमी सुल्तान ग्यासुद्दीन खिलजी ने विशेष तौर पर अंत:पुर (महिलाओं के लिए बनाए गए महल) के रूप में किया था।


होशंगशाह की कब्र : होशंगशाह की कब्र, जो कि भारत में मार्बल से बनाई हुई ऐसी पहली कब्र है, जिसमें आपको अफगानी शिल्पकला का बेहतर नमूना देखने को मिलता है। यह यहां का गुंबज, बरामदे तथा मार्बल की जाली आदि की खूबसूरती बेजोड़ है।

हिंडोला महल : हिंडोला महल मांडू के खूबसूरत महलों में से एक है। हिंडोला का अर्थ होता 'झूला'। इस महल की दीवारे कुछ झुकी होने के कारण यह महल हवा में झुलते हिंडोले के समान प्रतीत होता है। अत: इसे हिंडोला महल के नाम से जाना जाता है। हिंडोला महल का निर्माण ग्यासुद्दीन खिलजी ने 1469 से 1500 ईस्वी के मध्य सभा भवन के रूप में निर्मित सुंदर महल है। यहां के सुंदर कॉलम इसे और भी खूबसूरती प्रदान करते हैं। इस महल के पश्चिम में कई छोटे-बड़े सुंदर महल है। इसके समीप ही चंपा बाबड़ी है।

रानी रूपमती का महल : रानी रूपमती के महल को देखे बगैर मांडू दर्शन अधूरा सा है। 365 मीटर ऊंची खड़ी चट्टान पर स्थित इस महल का निर्माण बाजबहादुर ने रानी रूपमती के लिए कराया था। इसी के साथ ही सैनिकों के लिए मांडू की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखने के बेहतर स्थान के रूप में भी इसका प्रयोग किया जाता था।

कहा जाता है कि रानी रूपमती सुबह ऊठकर मां नर्मदा के दर्शन करने के बाद ही अन्न-जल ग्रहण करती थी। अत: रूपमती के नर्मदा दर्शन को सुलभ बनाने हेतु बाजबहादुर ने ऊंचाई पर स्थित इस महल का निर्माण कराया था।

बाज बहादुर का महल : बाज बहादुर के महल का निर्माण 16वीं शताब्दी में किया गया था। इस महल में विशाल आंगन व हॉल बने हुए हैं। यहां से हमें मांडू का सुंदर नजारा देखने को मिलता है।

हवा में खड़ा अद्भुत मंदिर 'शुआन खोंग'



मंदिर और मठ या तो जमीन पर बनाया जाते हैं या पहाड़ पर, लेकिन चीन में एक ऐसा मंदिर है जो लगभग हवा में खड़ा है। यह मंदिर उत्तरी चीन के शानजी प्रांत में स्थित है। इस अनोखे मंदिर का निर्माण 1500 सौ वर्ष पूर्व हुआ था।


इस मंदिर का नाम है 'शुआन खोंग'। इसका अंग्रेजी में मतलब होता है 'हैंगिंग टैम्पल'। चीन के शहर ताथोंग से यह मंदिर 65 किलोमीटर दूर है। हवा में खड़ा मंदिर ऐतिहासिक स्थलों और मुख्य पर्यटक आकर्षणों में से एक हैं। यह चीन में अब तक सुरक्षित एकमात्र बौध, ताओ और कन्फ्युशियस धर्मों की मिश्रित शैली से बना अदभुत मंदिर है।

एक बार की नजर में हवा में लटके इस मंदिर को देखना काफी भयभीत करने वाला दृश्य लगता है।



यह मंदिर शानसी प्रांत के हुनयान कस्बे में हंग पहाड़ी के एक ऐसे स्पॉट पर बनाया गया है जो बेहद ही संकरा है। लेकिन यह मंदिर लंबाई में बहुत ही लंबा है। एक बार ही इस देखने पर लगता है कि अब गिरा तब गिरा। क्योंकि यह बिल्कुल हवा में लटका है। इसलिए वह हवा में खड़ा मंदिर के नाम से चीन में मशहूर हैं।

यह मंदिर घनी पहाड़ियों की घाटी में फैले एक छोटे से बेसिन में स्थित है। घाटी के दोनों ओर 100 मीटर की ऊंची-ऊंची चट्टानें सीधी खड़ी हैं। यह मंदिर सीधी खड़ी चट्टान पर जमीन से 50 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है, जो हवा में खड़ा हुआ नजर आता है।

यह बहु-मंजिला मंदिर दस से अधिक पतली-पतली लंबी लकड़ियों पर खड़ा है और मंदिर के ऊपर पहाड़ी चट्टान का एक विशाल टुकड़ा बाहर की ओर आगे बढ़ा हुआ है, ऐसा लगता है कि मानो वह अभी मंदिर पर गिर जाएगा।

इस मंदिर में छोटे-बड़े 40 से अधिक भवन व मंडप हैं, जिन्हें चट्टान पर गाड़कर लकड़ियों के बल पर टिकाया है। इस मंदिर पर जाने वाले और धड़कन तब बढ़ने लगती है जबकि वह बेहद ही संकरी और लकड़ी के बनी पगडंडी से होकर इस मंदिर में पहुंचता है। इस दौरान नीचे खाई को देखना मना है। जरा-सी लापरवाही और सीधे खाई में।

आश्चर्य है कि चट्टान से सटा मंदिर जरा भी हिचकोले नहीं खाता हैं। ऐसे लगता है मानो किसी बने बनाये मंदिर को इस सीधी खड़ी चट्टान पर लटका दिया हो।

पतली-पतली लकड़ियों के सहारे टिका है यह मंदिर। उन लकड़ियों को विशेष तेल से सिंचित किया हुआ हैं, जिससे उनमें दीमक लगने और सड़ने या गलने की कोई संभावना नहीं। मंदिर का तल्ला इसी प्रकार के मजबूत आधार पर रखा गया है।

हवा में खड़े मंदिर की संरचना बहुत सुनियोजित और सूक्ष्म है।


सवाल उठ सकता है कि आखिर इस मंदिर को यहां बनवाने की जरूरत क्यों पड़ी। चीन की सरकारी वेबसाइट अनुसार बताया जाता है कि इस मंदिर को बनाने के पीछे दो कारण थे- पहला यह था कि उस समय वो पहाड़ी घाटी यातायात और आवाजाही का एक प्रमुख मार्ग था। वहां से जब भिक्षु और धार्मिक अनुयायी गुजरते थे, तो मंदिर में आराधना कर सकते थे।

दूसरा कारण यह था कि उस पहाड़ी घाटी में अक्सर बाढ़ आती थी। प्राचीन चीनी लोगों का मानना था कि ड्रैगन ही बाढ़ का प्रकोप मचाता हैं। यदि वहां एक मंदिर बनाया जाता है, तो ड्रैगन को वशीभूत किया जा सकता हैं। इस तरह यह मंदिर अस्तित्व में आया।