नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर आंतरिक सर्वे ने कांग्रेस की नींद उड़ा दी। सूत्रों की मानें तो उसके सर्वे में पार्टी को 70 से 75 सीटें ही मिल रही है। पिछली बार 206 सीटें मिली थी।
राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़ में हालत और बिगड़ेंगे। पार्टी ने सर्वे ऎसे समय कराया, जब राहुल गांधी को पीएम प्रत्याशी बनाने की बात है।
महिला कांग्रेस देश मे अभियान चला 17 जनवरी की एआईसीसी बैठक में बकायदा राहुल को पीएम प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। एआईसीसी के कुछ सदस्य भी ऎसा प्रस्ताव लाएंगे।
यहां भी घाटा
सूत्रों की मानें तो सर्वे ने पार्टी के भीतर राहुल गांधी को लेकर चिंता बढा दी है। सर्वे में कांग्रेस को सर्वाधिक नुकसान हिंदी भाषी राज्यों में हो रहा है।
कांग्रेस शासित उत्तराखंड, हरियाणा, आंध्रप्रदेश और हिमाचल में भी पार्टी को भारी नुकसान होने जा रहा है। उत्तरप्रदेश में पार्टी पिछला प्रदर्शन नहीं दोहरा पा रही है। बिहार में भी सुधार नहीं है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और दिल्ली में विधानसभा चुनाव वाले जैसे हालात रहने वाले हैं।
चिंता...दुविधा...क्या करें
सर्वे से कांग्रेस में काफी हलचल है। नेता दबी जुबान से स्वीकारने लगे हैं कि हालत चिंताजनक हैं। राहुल को आगे कर चुनाव लड़ा जाए। भ्रष्टाचार-महंगाई को लेकर कड़े कदम उठाएं आदि। दुविधा है, फिर भी हालात नहीं सुधरे तो राहुल के सिर पर सारी बात आएगी। कांग्रेस को नरेंद्र मोदी से चुनौती मिल रही थी। अब आप ने परेशानी बढ़ा दी है। आप वोट बैंक पर सेध लगा रही है।
राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़ में हालत और बिगड़ेंगे। पार्टी ने सर्वे ऎसे समय कराया, जब राहुल गांधी को पीएम प्रत्याशी बनाने की बात है।
महिला कांग्रेस देश मे अभियान चला 17 जनवरी की एआईसीसी बैठक में बकायदा राहुल को पीएम प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। एआईसीसी के कुछ सदस्य भी ऎसा प्रस्ताव लाएंगे।
यहां भी घाटा
सूत्रों की मानें तो सर्वे ने पार्टी के भीतर राहुल गांधी को लेकर चिंता बढा दी है। सर्वे में कांग्रेस को सर्वाधिक नुकसान हिंदी भाषी राज्यों में हो रहा है।
कांग्रेस शासित उत्तराखंड, हरियाणा, आंध्रप्रदेश और हिमाचल में भी पार्टी को भारी नुकसान होने जा रहा है। उत्तरप्रदेश में पार्टी पिछला प्रदर्शन नहीं दोहरा पा रही है। बिहार में भी सुधार नहीं है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और दिल्ली में विधानसभा चुनाव वाले जैसे हालात रहने वाले हैं।
चिंता...दुविधा...क्या करें
सर्वे से कांग्रेस में काफी हलचल है। नेता दबी जुबान से स्वीकारने लगे हैं कि हालत चिंताजनक हैं। राहुल को आगे कर चुनाव लड़ा जाए। भ्रष्टाचार-महंगाई को लेकर कड़े कदम उठाएं आदि। दुविधा है, फिर भी हालात नहीं सुधरे तो राहुल के सिर पर सारी बात आएगी। कांग्रेस को नरेंद्र मोदी से चुनौती मिल रही थी। अब आप ने परेशानी बढ़ा दी है। आप वोट बैंक पर सेध लगा रही है।
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