गुरुवार, 26 दिसंबर 2013

रेत के समंदर थार में कड़ाके की ठण्ड, आक भी लगे मरने

रेत के समंदर थार में कड़ाके की ठण्ड, आक भी लगे मरने

सबलसिंह भाटी


बाड़मेर पिछले कई दिन से उत्तर भारत में हो रही भारी बर्फबारी का असर सीमावर्ती जिले बाड़मेर में भी रहा। दिनभर चली हाड़कंपाती सर्द हवाओं से बचने के लिए लोग गर्म लबादों में लिपटे नजर आए, तो जगह-जगह अलाव जलाकर भी सर्दी से बचने का जतन किया। वहीं रात्रि में तो सर्दी का असर और तेज हो गया। देर रात तो तेज हवाओं का दौर शुरू हो गया। शरीर पर ठंडी टीप हवा लगने के साथ शूल की तरह चुभ रही थी। सर्द हवाओं के दौर ने हर किसी को झकझोर दिया। हाड़ कंपकंपा देने वाली ठंड से यहाँ कि वनस्पति भी बुरी तरह से प्रभावित हुई।सरहदी रेगिस्तानी जिले कि वनस्पति कड़ाके कि ठण्ड से झुलसने लगी हें। बहुतायत में पाया जेन वाला आक के पोधो के पत्ते सर्दी का शिकार हो कर जलने लगे हें। हाड कम्पनी वाली सर्दी ने जन जीवन अस्त व्युअस्ट कर दिया हें।  

बाड़मेर फर्जी शादी करने वाला गिरोह पकड़ा एक काल गर्ल केसाथ तीन युवक गिरफ्तार

बाड़मेर फर्जी शादी करने वाला गिरोह पकड़ा एक काल गर्ल केसाथ तीन युवक गिरफ्तार


बाड़मेर बाड़मेर पुलिस ने आज जिला मुख्यालय के एक होटल से एक गिरोह पकड़ा हें जो फर्जी शादिया करने के नाम पर लोगो को ठग रहे थे। इससे पूर्व यह गिरोह पांच वारदातो को बाड़मेर में अंजाम दे चुके थे इस बार पुलिस ने एक काल गर्ल सहित तीन जनो को पकड़ गिरोह का भन्दा फोड़ किया हें। पुलिस सूत्रानुसार गुजरात कि एक काल गर्ल को सभ्य परिवार कि बता कर उसकी शादी तय लाखो रुपये ऐंठ कर तय कर लेते एक दो माह पश्चात् यह लड़की घर के आभूशण और नकदी लेकर फरार हो जाती ,इस बार फिर यह गिरोह वारदात को अंजाम देने बाड़मेर पहुंचे तो पुलिस को भनक लग गयी ,पुलिस ने एक गेस्ट हाउस में छपा मर इन्हे गिरफ्तार कर लिया ,इस गिरोह में एक लड़की और तीन युवको को पकड़ा हें पुरे मामले का खुला थोड़ी देर में ,

40 साल के अधेड़ जिन्ना, दोस्त की 16 वर्षीय बेटी पर हो गए थे फिदा

पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के जन्म को लेकर विरोधाभास है। कुछ का कहना है कि उनका जन्म कराची में 20 अक्टूबर 1876 को हुआ। जबकि सरोजिनी नायडू द्वारा जिन्ना की जीवनी पर लिखी गई किताब के अनुसार उनका जन्म 25 दिसंबर 1876 को हुआ। इसीलिए आधिकारिक रूप से 25 दिसंबर ही उनकी जन्मतिथि मानी जाती है।
40 साल के अधेड़ जिन्ना, दोस्त की 16 वर्षीय बेटी पर हो गए थे फिदा
जिन्ना ने मुंबई की युनिवर्सिटी से मैट्रिक की थी। वे मात्र 19 साल की उम्र में ही वकील बन गए थे। जिन्ना बचपन से ही बहुत तेज दिमाग के थे। इसी के चलते राजद्रोह के आरोप का सामना कर रहे बाल गंगाधर तिलक ने 1905 में जिन्ना को ही अपना वकील बनाया था। हालांकि जिन्ना यह केस जीत नहीं सके थे और तिलक को सश्रम कारावास की सजा हो गई थी।

जिन्ना मूल रूप से गुजराती हैं। उनके पिता जिन्नाभाई पुंजा का जन्म गुजरात, कठियावाड के पनेली गांव में हुआ था। पुंजा एक प्रसिद्ध व्यापारी थे और जिन्ना के जन्म से पहले सिंध (अब पाकिस्तान) में जाकर बस गए थे। पाकिस्तान की स्थापना के बाद जिन्ना पाकिस्तान के पहले गर्वनर जनरल बने। टीवी की बीमारी से ग्रसित जिन्ना ने कराची में 11 सितंबर 1948 को रात के लगभग साढ़े दस बजे दुनिया से विदा ली।
B'day: 40 साल के अधेड़ जिन्ना, दोस्त की 16 वर्षीय बेटी पर हो गए थे फिदा
‘हिंदुस्तान में लाखों मुस्लिम लड़के हैं, तुम्हें उनमें से एक भी पसंद नहीं आया? गुस्से से उबलते हुए क़ायदे आजम जिन्ना ने बेटी दीना से सवाल किया।

बेटी ने भी पलट कर जवाब दिया, ‘डैडी, हिंदुस्तान में लाखों मुस्लिम लड़कियां थी, आपको उनमें से कोई पसंद क्यों नहीं आई थी?’

जवाब सुनकर चौंक उठे जिन्ना ने कहा, ‘वह मुसलमान बन गई थी।’

बेटी दीना खामोश हो गई।

दरअसल जिन्ना ने अपनी उम्र से लगभग आधी उम्र की मरियम उर्फ रूटी उर्फ रतन से प्रेम विवाह किया था। अलग पाकिस्तान का सपना साकार करके दुनिया भर में मशहूर हुए जिन्ना का कद इतना ऊंचा था कि रूटी के साथ उनका रोमांचक प्रेम प्रकरण इतिहास के पन्नों में हाशिए पर चला गया।

दीना वाडिया, जिन्ना और रूटी की इकलौती संतान थी। अपनी बेटी द्वारा अपनी ही जैसी प्रेम कहानी का अनुकरण होते देख जिन्ना बहुत नाराज थे।

‘जिन्ना ऑफ पाकिस्तान’ किताब में स्टेनली वॉल्मर्ट ने लिखा है कि दीना से जिन्ना इस कदर नाराज थे कि उन्होंने उसे अपनी विरासत तक से बेदखल कर दिया था। दीना भी अपनी जिद की पक्की थी और अपने फैसले पर अटल रही। आखिरकार, उन्होंने अपनी पसंद से ही शादी की और भारत में रहने का फैसला किया। जिन्ना के जीते-जी वे कभी पाकिस्तान नहीं गईं। शायद दीना का यह हठ उन्हें अपनी पारसी मां रतन से ही विरासत में मिला था।
B'day: 40 साल के अधेड़ जिन्ना, दोस्त की 16 वर्षीय बेटी पर हो गए थे फिदा
पाकिस्तान के कराची शहर में 25 दिसंबर 1876 को जन्मे जिन्ना की मात्र 14 वर्ष की अल्पायु में ही एमीबाई नामक लड़की से शादी हो गई थी। 17 वर्ष की उम्र में ही वे बैरिस्टर की पढ़ाई के लिए लंदन चले गए थे। सन् 1986 में जिन्ना मुंबई पहुंचते, उससे पहले ही एमीबाई का निधन हो गया था।

बैरिस्टर के रूप में जिन्ना अपने शाम का समय मुंबई के ‘ओरिएंटल क्लब’ में बिताया करते करता था। बिलियर्ड और चैस के शौकीन जिन्ना की क्लब में आने वाले अनेक लोगों से दोस्ती थी। इसमें मुंबई के नामी उद्योगपति सर दिनशा पिटीट का नाम भी शामिल था। जिन्ना अक्सर दिनशा के बंगले में आयोजित होने वाली पार्टियों में भी शरीक हुआ करते थे। कभी-कभी तो वे बंगले पर दिनशा के साथ शतरंज खेलते हुए भी नजर आ जाते थे। जिन्ना और दिनशा के बीच अच्छी दोस्ती थी।इसी बीच एक बार दिनशा ने मुंबई की गर्मी से राहत पाने के लिए दार्जिलिंग में छुट्टियां बिताने का प्रोग्राम बनाया। दिनशा ने जिन्ना को भी आमंत्रित किया और फिर दिनशा के परिवार के साथ जिन्ना भी दार्जिलिंग जा पहुंचे। यह 1916 का वर्ष था, जो जिन्ना की जिंदगी में नई सुबह लाने वाला था।दार्जिलिंग में ही जिन्ना की मुलाकात दिनशा की 16 वर्षीय बेटी रतनबाई उर्फ रूटी से हुई। हालांकि इससे पहले रूटी, जिन्ना को कई बार देख चुकी थीं। रूटी यहां आकषिर्त करने वाले कपड़ों में थी, जिसे देखकर जिन्ना का मन एक बार से जवान हो गया। वर्षो पूर्व विधुर हो चुके जिन्ना का दिल रूटी पर आ गया।इस समय रूटी की उम्र मात्र 16 वर्ष थी, जबकि जिन्ना उनसे 24 साल बड़े थे। कुछ समय बाद ही जिन्ना और रूटी के बीच प्रेम के अंकुर फूट गए। एक दिन जिन्ना ने हिम्मत करके दिनशा से उनकी बेटी रूटी का हाथ मांग लिया। जिन्ना अपनी बात पूरी कर पाते कि इससे पहले ही पिता दिनशा अपना आपा खो बैठे। इसके बाद से ही जिन्ना और दिनशा की दोस्ती का अंत हो गया। हालांकि जिन्ना ‘पारसी मैरेज एक्ट’ के तहत भी रूटी से शादी नहीं कर सकते थे, क्योंकि रूटी की उम्र कम थी। इसलिए जिन्ना रूटी के शादी के उम्र तक पहुंचने का इंतजार करने लगे।20 फरवरी 1900 को जन्मी रूटी 1919 में 19 साल की हो गईं। जिन्ना ने रूटी के साथ 19 अप्रैल, 1919 को शुक्रवार के दिन निकाह कर लिया। रूटी को हासिल करने के लिए जिन्ना ने धर्म का ही सहारा लिया। इसके तहत उन्होंने रूटी का धर्म परिवर्तन करवा दिया। अब रूटी ‘मरियमबाई’ बन चुकी थी। इस समय जिन्ना मुस्लिम सीट से चुने गए थे और वे मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व करते थे। इसलिए अगर वे ‘सिविल मैरिज’ करते तो उन्हें अपना पद खोना पड़ जाता।

गैंगरेप के बाद महिला के गुप्तांग जलाए

हरदा। मध्यप्रदेश के हरदा जिले के रहटगांव थाना क्षेत्र के ग्राम सिगनापुर में एक महिला से गैंगरेप कर उसका गुप्तांग जलाने का प्रयास किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मलय जैन ने बुधवार को बताया कि घटना रविवार रात की है। लगभग 40 वर्षीय महिला के साथ उसके दो चाचा सुसर, दो देवर और उसी गांव के एक अन्य व्यक्ति ने रेप किया। गैंगरेप के बाद महिला के गुप्तांग जलाए
एक लाईटर से महिला गुप्तांग जलाने की कोशिश कि गई। पीडिता यहां के अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने मामले में एक आरोपी रामप्रकाश भिलाला को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि शेष चार आरोपिओं की तलाश जारी है।

झाब (जालौर). तेल रिंग साइट पर शुरू ड्रिलिंग कार्य

झाब (जालौर). तेल रिंग साइट पर शुरू ड्रिलिंग कार्य  


झाब/जालोर केयर्न इंडिया तथा ओएनजीसी के साझा प्रयास से पिछले दस दिनों से जालोर जिले के झाब आरआई क्षेत्र के ब्लॉक में तेल खोज का कार्य शुरू हो चुका है। बाड़मेर जिले में तेल व गैस खोज में लगी केयर्न इंडिया व उसकी सहयोगी कंपनियों ने बाड़मेर सांचौर बेसिन योजना के तहत जालोर जिले के झाब कस्बे में चिन्ह्ति किए ब्लॉक पर तेल खोज कार्य की शुरूआत कर दी है जिसके तहत कस्बे से कुछ ही दूर स्थित ब्लॉक संख्या एक पर तेल खोज का कार्य शुरू किया गया है। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही इसके अलावा अन्य ब्लॉक पर भी कार्य शुरू होने की उम्मीद है। ब्लॉक संख्या एक पर कंपनी का तकनीकी स्टाफ एक सघ्ताह पहले ही यहां पहुंचा था। इसके तहत वर्तमान में यहां तेल खोज को लेकर रिग का कार्य चल रहा है, बड़ी -बड़ी क्रेन की सहायता से मुख्य पॉइंट पर खुदाई में काम आने वाले उपकरण लगा दिए गए हैं। जहां तेल खोज को लेकर फिलहाल ड्रिलिंग का कार्य चल रहा है।

रिंग की खुदाई करीब 2500 से 3000 मीटर तक की गहराई पर जाने के बाद ही तेल भंडार की जानकारी मिल सकेगी। कंपनी के अधिकारियों के अनुसार इस कार्य में करीब एक से दो माह तक का समय लग सकता है।

तेल निकला तो जालोर की बनेगी अलग पहचान : प्राकृतिक संपदा के रूप में ग्रेनाइट के साथ विश्व में अपनी कमर्शियल पहचान बनाने वाला जालोर जिला जल्द ही तेल व गैस के क्षेत्र में भी अपनी खास पहचान दर्ज करवा सकता है। इसके लिए वर्तमान में सांचौर क्षेत्र के बाड़मेर से सटे क्षेत्र में खोजे गए तेल व गैस के भंडार वाले ब्लाकों पर कार्य की शुरूआत हो चुकी हैं। इन ब्लॉक में तेल के भंडार का पता लगाने के लिए ड्रिलिंग का कार्य पूरा होने के बाद ही पता चलेगा की यहां कितनी मात्रा में तेल व गैस के भंडार है। अगर क्षेत्र में पर्याघ्त मात्रा में तेल के भंडार मिलते है तो जालोर की ग्रेनाइट के साथ पेट्रोलियम भी अलग पहचान बनेगी।

॥बाड़मेर सांचौर बेसिन के तहत कंपनी की ओर से तेल खोज का कार्य शुरू किया गया है। फिलहाल रिग से खुदाई की जा रही है,इसमें करीब एक से दो माह या इससे भी ज्यादा समय लग सकता है। प्रारंभिक स्तर पर करीब 1500 मीटर गहराई तक खुदाई करने के साथ क्षेत्र में तेल के भंडार का पता लग पाएगा। तेल मिलने के बाद कंपनी आगे की कार्रवाई करेगी।

-एपी गौड़, उप महाप्रबंधक, केयर्न इंडिया, बाड़मेर

2014 के लिये वृश्चिक राशि का राशिफल

2014 के लिये वृश्चिक राशि का राशिफल - 2014 Scorpio Horoscope in Hindi - Scorpio 2014 Hindi Rashifal


वृश्चिक राशि की विशेषतायें


2014 के लिये वृश्चिक राशिफलवृश्चिक राशि भचक्र की आठवें स्थान पर आने वाली राशि है. भचक्र पर इस राशि का विस्तार 210 अंश से 240 अंश तक फैला हुआ है. इस राशि के अन्तर्गत विशाखा नक्षत्र का चौथा चरण, अनुराधा नक्षत्र के चार चरण और ज्येष्ठा नक्षत्र के चारों चरण आते हैं. इस राशि का स्वामी ग्रह मंगल होता है इस कारण आपके भीतर मंगल की प्रवृति पाई जाती है, बलशाली व साहसी व्यक्ति होते हैं. इस राशि का प्रतीक चिन्ह एक बिच्छू है और इसका तत्व जल है. इस राशि को स्थिर राशि की श्रेणी में रखा गया है. बिच्छू का प्रतीक चिन्ह होने से आप अति शीघ्रता से प्रतिक्रिया देने वाले व्यक्ति होगें जबकि बाहरी तौर पर आप स्वयं को बहुत ही शांत तथा संयमी दिखाने वाले व्यक्ति होते हैं. आपकी एक खासियत यह है कि एक बार जिस बात को करने का जुनून आपके अंदर सवार हो जाता है तब आप उसे पूरा कर के ही दम लेते हैं. आप कम बोलना पसंद करते हैं लेकिन कम बोलने के बावजूद भी आपके भीतर अत्यधिक गतिविधियाँ चलती रहती है.

आप एक उत्कृष्ट व्यक्ति सिद्ध होते हैं और यदि आपको समूह की बागडोर सौंप दी जाए तब आप एक अच्छे नेता साबित होते हैं. संसाधनों के उपयोग में आप अपने सभी गुणों का उपयोग बखूबी करते हैं. आप किसी के भी प्रति धीरे-धीरे विश्वास जमाने का काम करते हैं और एक बार विश्वास जमने के बाद आप उसे काफी लंबे समय तक निभाते भी हैं. आप सच्चाई और ईमानदारी के आधार पर अपने मित्रों का चुनाव करते हैं. मित्रता में धोखेबाजी आपके लिए असहनीय होती है. मित्र की हर संभव सहायता आप करने को तैयार रहते हैं लेकिन यदि कोई आपसे धोखा करे तो आपसे बुरा फिर कोई नहीं होता है और आप बदले की भावना से ग्रसित रहते हैं. आप फिर कभी मित्र से बात नहीं करते हैं और सदा के लिए उनसे नाता तोड़ देते हैं.

परिवार के प्रति आप वचनबद्ध रहते हैं और अपने उत्तरदायित्वो का निर्वाह भी पूरा करते हैं. कार्यक्षेत्र पर प्रबंधन के मामलों में आप कुशल होते हैं. जब अपनी वकालत की जरुरत पड़े तो आप खुद के लिए अच्छे वकील साबित होते हैं. आपको बेईमानी करने वाले लोग पसंद नहीं होते हैं और आप निष्क्रिय लोगो से भी एक उचित दूरी बनाकर रखते हैं. सच बोलना व सुनना आपको पसंद होता है और आप सदा सत्य की राह पर चलना चाहते है. आपकी एक बड़ी खूबी यह भी है कि आप लायक विरोधियों का भी सम्मान करते हैं.

आपके अंदर बहुत से गुणों के साथ कुछ अवगुण भी विद्यमान होते हैं, आप बहुत ही शीघ्रता से छोटी से छोटी बात पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हैं. आप स्वयं को दूसरों के सामने पूरी तरह से प्रकट नहीं करते हैं और छिपे हुए से रहते हैं. इस कारण आपकी स्थिति बहुत बार विस्फोटक भी हो सकती है लेकिन यह आपके लिए घातक सिद्ध हो सकती है. आप अपने प्रति रहस्यों को बनाए रखते हैं और जिद्दी प्रवृति के व शंकालु व्यक्ति होते हैं. दूसरो पर शक व संदेह करना आपकी आदत होती है.

वृश्चिक राशि के लिए कैरियर 
वृश्चिक राशि होने से आपके भीतर बिच्छू जैसे गुणो का समावेश भी होता है और राशि स्वामी मंगल होने से आप बलिष्ठ, बलशाली, साहसी, पराक्रमी तथा ऊर्जावान व्यक्ति होते हैं. आप पुलिस विभाग में कार्यरत हो सकते हैं, रक्षा विभाग में भी आप नौकरी कर सकते हैं, रेलवे विभाग, दूर संचार विभाग आदि को भी आप आजीविका का क्षेत्र चुन सकते हैं. आप बीमा कर्ता अथवा एजेंट हो सकते हैं. आपको चिकित्सा आदि जैसे क्षेत्रों में भी सफलता मिल सकती है और मशीनरी से जुड़े काम आपके लिए उपयुक्त कहे जा सकते हैं. आप ललित कला व नृत्य में भी कुशल होते हैं, आप अच्छे वक्ता व कुशल लेखक भी होते हैं.

2014 वृश्चिक राशिफल - पैसा और वित्तीय स्थिति


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय
वृश्चिक पैसा और वित्तीय स्थितिवर्ष की पहली तिमाही में आपके लिए अनुकूलता बनी रहने की संभावना कम ही है. चारों ओर से आपके खर्चे बढ़ने की बात नजर आती है. इस समय आपका संचित धन भी कम हो सकता है और किसी आवश्यक काम की पूर्ति के लिए किसी से आर्थिक सहायता भी लेनी पड़ सकती है. पूरी तिमाही आप आर्थिक संकटों का सामना करते रह सकते हैं. आर्थिक तंगी के कारण आप परेशान रह सकते हैं और गलत रुप से धनार्जित करने का फैसला कर सकते हैं. आप इस समय भूलकर भी शेयर बाजार में ऎसे काम में पैसा ना लगाएं जहाँ कम में ज्यादा का लालच हो.

इस समय आप भाई-बहनों के लिए भी जो धन व्यय करेंगे वह व्यर्थ ही जाएगा. इसलिए दूरगामी परिणाम देखते हुए आगे बढ़े. इस समय यदि आप अपनी जमीन आदि बेचना चाहते हैं तो कुछ समय प्रतीक्षा करें अन्यथा आप घाटे का सौदा इस समय कर सकते हैं.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय
वर्ष की दूसरी तिमाही आपके लिए मिश्रित फल प्रदान करने वाली रह सकती है. इस समय आपकी आय व व्यय दोनो ही समान रुप से बने रह सकते हैं लेकिन निवेश के लिए यह तिमाही भी अधिक अनुकूल नहीं कही जा सकती है. इसलिए अधिक जोखिम से बचने का प्रयास करें. इस समय आपको कोई भी बात स्पष्ट रुप से समझ नहीं आएगी और इस कारण फिजूल की बातों पर धन का व्यय आप कर सकते हैं. जहाँ आप कुछ समझ नहीं पा रहे हैं वहाँ आप अपने घर के बड़े बुजुर्गों से सलाह लेकर ही आगे कदम बढ़ाएँ अथवा दो-चार लोगो से मार्गदर्शन लें.

तिमाही के दूसरे भाग में आपको जीवनसाथी से अथवा बाहरी तत्वो से लाभ की प्राप्ति हो सकती है. इस समय आपका प्रेमी भी आपकी आर्थिक रुप से मदद कर सकता है लेकिन तिमाही के अंतिम भाग में आपके समक्ष जो खर्चे उभरकर सामने आएंगें उन्हें आप रोकने में असफल रहेंगे और जितना आप कमाएंगे उतना ही आप व्यय भी करेंगे.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय
तिमाही के इस भाग में आपकी आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार होना आरंभ हो जाएगा और आप धन संबंधी मामलों में राहत का अनुभव करेंगे. धन संबंधी बातों को लेकर आपको जो भी परेशानियाँ बनी हुई थी उनमें कमी आ सकती है क्योकि इस समय आपकी आय में वृद्धि हो सकती है और आपके भाई-बहन अथवा पिता या वरिष्ठ व्यक्ति आपको आय बढ़ाने के कुछ “गुर” भी सीखाने में सहायक हो सकते हैं. तिमाही का अंतिम भाग आर्थिक रुप से अधिक सुदृढ़ बना रहेगा.

इस तिमाही में आपको बच्चो के भविष्य को लेकर कुछ चिन्ता बनी रह सकती है और आप उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए बाजार में आई बचत योजनाओं पर सलाह मशविरा करने के बाद निवेश कर सकते हैं. माताजी के स्वास्थ्य पर थोड़ा धन व्यय हो सकता है.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय
वर्ष की अंतिम तिमाही वित्तीय दृष्टिकोण से आपके पक्ष में ही रहने की संभावना बनती है. इस समय जो लोग विदेशों से अपनी आय का संबंध स्थापित करने की सोच रहे हैं वह कर सकते हैं और उन्हें आरंभ में कुछ परेशानियों के बाद अच्छे परिणाम ही प्राप्त होगें. लेकिन इस समय आपका जीवनसाथी बेकार की चीजों में धन खर्च कर सकता है. आपके मना का उस पर शायद ही कुछ प्रभाव पड़े. इस समय आपका धन मादक द्रव्यों के सेवन तथा कॉकटेल पार्टी पर भी व्यय हो सकता है और माह की इस पहली व दूसरी तिमाही में भोग विलास में भी धन का व्यय हो सकता है. आप भी अपने ऊपर कुछ पैसा खर्च कर सकते हैं. आपको थोड़ा नियंत्रण करना चाहिए क्योकि आपकी आमदनी में वृद्धि होती है तो इसका अर्थ यह नही कि आप पिछला समय भूल जाएं और फिर से सारा पैसा एकदम से उड़ाना आरंभ कर दें. आपको यह बात तिमाही के अंत तक समझ आ ही जाएगी कि कुछ बचत करने में समझदारी ही है.

2014 वृश्चिक राशिफल - कैरियर और प्रोफेशन


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय
वृश्चिक 2014 कैरियरपैतृक काम करने वाले व्यक्तियों के लिए तिमाही का आरंभ समय अनुकूल कहा जा सकता है. इस समय आपके काम में वृद्धि होगी और आपकी एक नई पहचान स्थापित होगी. आप नवीन योजनाओं को लागू कर के अपने व्यवसाय को एक नई दिशा प्रदान करेंगे. व्यवसाय के सिलसिले में आपकी भाग-दौड़ भी काफी अधिक बनी रह सकती है. साझेदारी में काम करने वालों के लिए भी यह तिमाही अनुकूल फल प्रदान करने वाली रह सकती है.

नौकरीपेशा लोगो के लिए समय का आरंभ अच्छा ही रहेगा लेकिन जिनके काम का संबंध मल्टीनेशनल कम्पनी से जुड़ा है उन्हें कुछ असहज परिस्थितियों का सामना करते रहना पड़ सकता है लेकिन आप अपनी चालाकी व बुद्धिमत्ता का उपयोग करते हुए उच्चाधिकारियों को अपनी ओर करने में सफल रह सकते हैं. आप जब जो करने की सोचते हैं उसे पूरा कर के ही दम लेते हैं, यही जुनून आपके कार्यक्षेत्र पर देखा जा सकता है.

तिमाही के दूसरे अथवा तीसरे भाग में आपकी पदोन्नति हो सकती है, लेकिन इसमें भी बहुत से लोग टांग अड़ाने का काम कर सकते हैं और जितने की आपको उम्मीद होगी उससे कम ही मिलने की गुंजाइश नजर आती है. इस कमी का कारण आपको खुद समझ नहीं आ पाएगा कि ऎसा क्यूं हुआ है.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय
इस तिमाही को मिश्रित फल प्रदान करने वाली कहा जा सकता है और आरंभ समय में आपको सरकार अथवा सरकारी अधिकारियों के कोप का भागी बनना पड़ सकता है. इस समय को आप समझकर तथा विचारकर ही निकालने का प्रयास करें. आप बहुत ही जिद्दी प्रवृति के हैं लेकिन जिद में आकर खुद का नुकसान करना समझदारी नहीं कहलाएगी. इसलिए समय की नजाकत को देखते हुए नेत्र खुले रखते हुए परिस्थितियों पर निगाह रखें.

तिमाही के दूसरे भाग में स्वत: ही परिस्थितियाँ आपके अनुकूल हो जाएंगी और आपके निज प्रताप में वृद्धि होगी और कार्यक्षेत्र पर सुखद अनुभव होगा, काम करने में आनंद आएगा. लेकिन व्यवसाय करने वालों को इस भाग में बाधाओं तथा विघ्नों का सामना करना पड़ सकता है. तिमाही के अंतिम भाग में आपको खासतौर पर सचेत रहना चाहिए क्योकि इस समय आप कुछ भी बोलने से हिचकिचाएंगे नहीं और आपकी यही जुबान आपके लिए कष्टकारी साबित हो सकती है. आपके विरुद्ध हुई परिस्थितियों का लाभ आपके विरोधी उठा सकते हैं और आपको दण्ड का भागी बनना पड़ सकता है. यदि आप अपने ऊपर काबू रखते हैं और सभी काम पूर्ण करते हैं तब आपके ऊपर अंगुली उठ भी गई तब भी हानि नहीं होगी.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय
नौकरीपेशा लोगों के लिए तिमाही के आरंभ के दो सप्ताह कष्टकारी रह सकते हैं क्योकि इस समय आपके ऊपर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा सकते हैं. आपकी कार्य क्षमता पर अंगुली उठाए जाने की बात अब प्रत्यक्ष रुप से सामने आ सकती है, लेकिन आप अपने काम से फिर से परिस्थितियों को संभालने का प्रयास करेंगे और धीरे-धीरे कार्यक्षेत्र पर अपनी छवि को सुधारने में सफल हो ही जाएंगे. एक बात का ख्याल यह रखें कि आप अपने स्वार्थीपन का परिचय ना दें और ना ही अपने लाभ के चक्कर में किसी दूसरे को मोहरा बनाएं क्योकि यही मोहरा आपके लिए उलटा पड़कर आपकी परेशानी का कारण बनेगा.

तिमाही के अंतिम भाग में आपको अपने अधिकारियों का साथ मिलना आरंभ हो जाएगा और आप फिर से स्वयं को विस्थापित करने में सफलता पा ही लेंगे लेकिन आफिस में हुए हंगामे और आपके ऊपर उठाई गई अंगुली के कारण आपका मन किसी अन्यत्र स्थान पर जाने का हो सकता है और आप कई नए स्थानों पर आवेदन कर सकते हैं. बिजनेस के लिए तिमाही का आरंभ समय अनुकूल ना रहकर बाद का समय पक्ष में रहेगा. आरंभ समय में आप अपने काम को कराने के लिए घूसखोरी का भी सहारा ले सकते हैं. किन्तु आप कुछ समय धैर्य रखें क्योकि कुछ समय बाद ही आपका अच्छा समय आने वाला ही होगा.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय
बिजनेस करने वाले व्यक्ति इस तिमाही के आरंभ में किसी भी रुप में अपने काम को सफल करने की सोचेंगे. चाहे उसके लिए उन्हें कुछ भी या कोई भी नीति क्यूँ ना अपनानी पड़े. लेकिन आपको यह गलत नीति बहुत महंगी पड़ सकती है और जेल यात्रा तक के योग इस गलत काम के कारण बन सकते हैं, बदनामी होगी सो अलग है. इसलिए आवेश में आकर अथवा आवेगी होकर कोई काम ना करें और ना ही किसी तरह का निर्णय ही लें. आपके गलत काम का प्रभाव आपको अपने व्यवसाय में काफी अरसे तक देखने को मिल सकता है.

कामकाजी महिलाओं को भी इस समय अपने सहयोगियों से किसी तरह का कोई पंगा नहीं लेना चाहिए अन्यथा आपके अधिकारी आपकी बात सुनने को तैयार ही नहीं होगें और आपके ही ऊपर अपमान की अंगुली उठाई जा सकती है. इससे आपके और आपके उच्चाधिकारियों के मध्य ठन सकती है और आप अपने अपमान का बदला लेने के लिए सभी को कोर्ट तक घसीटने के लिए भी तैयार रहेगें. आप जो भी निर्णय लें उसके अनुकूल और प्रतिकूल दोनो ही पहलुओ पर मनन अवश्य करें.

2014 वृश्चिक राशिफल - हैल्थ और फिटनेस


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय
वृश्चिक 2014 स्वास्थवर्ष की तिमाही के आरंभ समय में आपको शारीरिक कष्टों की बजाय मानसिक कष्टों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि आप इस समय स्वयं को बंधन में बंधा हुआ सा महसूस कर सकते हैं. इस कारण आप हर समय मन-मस्तिष्क पर एक बोझ सा महसूस कर सकते हैं. तनाव के कारण आपको सिर चकराने जैसे रोग घेर सकते हैं. यदि आप इनसे बचना चाहते हैं तो आपको आध्यात्म का सहारा लेना चाहिए और कुछ समय अपने लिए निकाल कर व्यायाम जरुर करना चाहिए. शरीर में तरो-ताजगी बने रहने के लिए आप ताजे फलो अथवा ताजे फलों के रस का उपयोग अवश्य करें.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय 
वर्ष की इस दूसरी तिमाही में आपकी बुद्धि कुछ भ्रमित सी बनी रह सकती है. इस समय आप दूसरों के इस्तेमाल किए वस्त्रो को ना पहनें खासकर आप दूसरों के तौलिए का उपयोग तो बिलकुल भी ना करें. इस समय आपको त्वचा विकार होने की संभावना बनती है. यदि दूसरों के वस्त्र उपयोग करेंगे तो अवश्य ही हो सकती है. फोड़े-फुंसी भी इंफेक्शन के कारण ही निकल सकते हैं, इनसे बचाव के लिए आप नीम के पत्तो को पानी में उबालकर स्नान करें. जिन लोगों को पेट से जुड़ी व्याधियाँ पहले से ही है और बार-बार परेशान कर रही हैं उन्हें लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय
आप अपनी छोटी-छोटी तकलीफों को अनदेखा ना करें क्योकि यह आपके लिए नासूर साबित हो सकती हैं. एक जरा सी बीमारी को अनदेखा करने पर यह कई रुप धारण कर सकती है, इसलिए बेहतर है कि आप समय पर पूरा ईलाज कराएं. ईलाज को आधा अधूरा ना छोड़े. आप अपने खानपान पर ध्यान दें क्योकि दूषित भोजन करने से आपको तीव्र पेट दर्द की शिकायत बनी रह सकती है और कुछ समय आपके इस दर्द के कारणो का पता लगाने में ही निकल सकता है. यदि आपको किसी कारण ब्लड टेस्ट कराना पड़ सकता है या इंजेक्शन लगवाना पड़ जाए तब एक बार सुई और इंजेक्शन की जाँच अवश्य कर लें अन्यथा विषाणुओ का हमला शरीर पर हो सकता है.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय
खराब स्वास्थ्य के कारण आपको अस्पताल के चक्कर भी काटने पड़ सकते हैं और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए आप मेडिटेशन का सहारा भी इस समय ले सकते हैं. आप जिस भी चिकित्सक से अपना ईलाज करा रहे होगें उसे आप इस तिमाही में बदल सकते हैं. मानसिक कष्टों से राहत रहेगी लेकिन जिन्हें श्वास संबंधी रोग है उन्हें ज्यादा भारी काम अथवा भारी सामान उठाकर नहीं चलना चाहिए और ना ही ऊंचाई वाले स्थानों पर अधिक समय तक पैदल ही चलना चाहिए. इनकी तबीयत इस समय ज्यादा खराब हो सकती है और सांस की बीमारी बढ़ सकती है. आप अपनी दवाईयाँ अपने साथ सदा रखें.

2014 वृश्चिक राशिफल - प्रेम संबंध


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय
वृश्चिक 2014 प्रेमपहले से बने हुए प्रेम संबंधों में आपको अभी मनमुटाव का अनुभव हो सकता है. इस मनमुटाव का कारण आप स्वयं भी हो सकते हैं. छोटी सी बात को लेकर आप बतंगड़ बना सकते हैं और प्रेमी को मानसिक यातनाएं तक दे सकते हैं. आपकी इन मानसिक यातनाओं को सहन करते-करते वह परेशान होकर अन्तत: आपका साथ छोड़ने का फैसला कर सकता है. आप अपनी कमियों को दूर करने का प्रयास करें और यह समझे कि जिस तरह से आपकी अपनी भावनाएं कोमल हैं और जो शीघ्रता से आहत भी हो जाती हैं ठीक उसी तरह से आपके प्रेमी की भावनाएम भी कोमल हैं और वह भी महत्व रखती हैं.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय
वर्ष की इस दूसरी तिमाही का आरंभ आपके प्रेम संबंधों के लिए बिलकुल भी उपयुक्त नहीं माना जाएगा. इस समय आपके आपसी मतभेद बहुत ज्यादा बढ़ सकते हैं और आप स्वयं भी मानसिक परेशानी की हालत में होने से चिड़चिड़े से हो सकते हैं. तिमाही का यह पहला भाग ज्यादा कष्ट वाला ही रहने की संभावना बन रही है. लेकिन दूसरे भाग में आपका प्रेमी समझदारी का परिचय देते हुए इन प्रेम संबंधों को संवारने की एक बार फिर से कोशिश कर सकता है. इस समय आपको भी उसका साथ देना चाहिए और पिछले सभी गिले शिकवों को दूर करते हुए आगे बढ़ना चाहिए.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय
इस तिमाही में आपके प्रेम संबंध धीरे-धीरे अनुकूल होने की संभावना बनती है, साथ ही आप दोनो अपनी-अपनी कमियों को दूर करने का प्रयास करे. इस समय आपको किसी काम के सिलसिले में अपने प्रेमी से दूर भी जाना पड़ सकता है. यह दूरी आपको खल सकती है और आप अब अपने प्रेमी का अपने जीवन में महत्व समझ सकते हैं. आप जानेंगें की आपका प्रेमी आपको कितना चाहता है और आप स्वयं भी उसके बिना रह पाने में सक्षम नहीं हैं. तिमाही का अंतिम भाग आपके लिए काफी अनुकूल सिद्ध हो सकता है और आप प्रेम संबंधों को विवाह में तबदील करने की भी सोच सकते हैं और इसके लिए माता-पिता से प्रेम संबंधों का जिक्र भी कर सकते हैं. लेकिन पहली बार में वह शायद ही माने, आप दोनो में से किसी के भी परिवार वाले आवाज उठा सकते हैं.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय
प्रेम संबंधों को लेकर घर में कलह क्लेश होने की संभावना बनती है. आप कुछ बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए प्रतिकूल परिस्थिति को संभालने का प्रयास करेंगे लेकिन आपका प्रेमी इन प्रतिकूल परिस्थितियों से कुछ घबरा सा सकता है और इस कारण वह अत्यधिक परेशान सा हो सकता है. यह स्थिति आपके प्रेमी के लिए घातक भी सिद्ध हो सकती है. ऎसी स्थिति में आप इसे दिलासा देने का प्रयास करें और विपरीत परिस्थितियों से बाहर लेकर आएं. इस तिमाही के पहले व दूसरे भाग में आपको दोनो का विशेष ध्यान रखना होगा क्योकि आपके ऊपर भी तोहमत लगाई जा सकती है और प्रेम संबंधों को लेकर बखेड़ा खड़ा हो सकता है. सभी तरह की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भी आप इस तिमाही के अंतिम भाग में सामान्य हो सकते हैं.

2014 वृश्चिक राशिफल - विद्यार्थी


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय
वृश्चिक 2014 परिवारतकनीकी क्षेत्र से संबंधित विद्यार्थियों के लिए तिमाही का आरंभ अनुकूल रह सकता है. जो विद्यार्थीगण तकनीकी क्षेत्र में दाखिला लेने के लिए शहर से बाहर जाना चाहते हैं वह जा सकते हैं. लेकिन काफी झंझटों के बाद ही आपको सफलता मिलने की संभावना बनती है. आप अपने साथ आवश्यक कागजात अर्थात सर्टिफिकेट ले जाना ना भूलें. इससे आपकी फिजूल की भाग-दौड़ के साथ अनावश्यक समय तथा धन का व्यय भी होगा. प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए समय आपके पक्ष में रहेगा.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय
जो विद्यार्थी अभी तक मनोनुकूल विषयों में दाखिला लेने के लिए भटक रहे हैं उन्हें थोड़ा सा सचेत रहने की आवश्यकता है क्योकि उनके साथ इस समय धोखा हो सकता है. आप किसी ऎसे व्यक्ति के चंगुल में फंस सकते हैं जो आपसे धन लेकर दाखिला दिलाने का लालच दे सकता है. आपको ऎसे लोगों से सचेत रहने की आवश्यकता है. कहीं ऎसा ना हो कि रुपये भी जाएं और दाखिला भी ना हों. इसलिए जरा सा लालच आपको बहुत ज्यादा महंगा पड़ सकता है. आप प्रयास करें और अपनी ही काबिलियत पर दाखिला लें. निराश ना हो इस तिमाही के दूसरे अथवा तीसरे भाग में आपको दाखिला मिल ही जाएगा.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय
वर्ष की यह तिमाही आपके लिए अनुकूल फल प्रदान करने वाली रह सकती है. इस तिमाही में वैसे तो आपकी बुद्धि डांवाडोल सी बनी रहेगी और आप अपनी राह से भटक भी सकते हैं लेकिन फिर कुल मिलाकर तिमाही के अंत तक आप फिर से अपनी पढ़ाई की ओर गंभीर होना आरंभ कर देंगे. तिमाही का दूसरा और फिर अंतिम भाग आपके लिए हर लिहाज से अच्छा रहेगा अर्थात पढ़ाई के साथ-साथ आप खेल-कूद प्रतिस्पर्धाओं में भी अच्छा प्रदर्शन कर के दिखाएंगे.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय
वर्ष की इस अंतिम तिमाही का समय आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं कहा जा सकता है. आप पढ़ाई के क्षेत्र में तो बेहतर कर के दिखाएंगें लेकिन आप दादागिरी करने वाले लोगों के साथ रहना आरंभ कर सकते हैं और अच्छा होते हुए भी आप पर इन लोगों के कारनामों का प्रभाव पड़ सकता है. जिस भी गलत काम में यह शामिल होगें उसका आरोप आप पर भी लग सकता है. इसलिए तिमाही के पहले भाग में तो बिलकुल भी ऎसा कोई काम ना करें जिससे आपके ऊपर धब्बा लगे और आपके माता-पिता को भी शर्मिंदा ना होना पड़े. दूसरे भाग को भी इस मामलें ठीक-ठाक ही कहा जाएगा लेकिन अंतिम भाग आपको राहत देने वाला होगा.

2014 वृश्चिक राशिफल - यात्रा


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय
वृश्चिक 2014 परिवारयात्राओं को लेकर वर्ष की पहली तिमाही मिश्रित फल प्रदान कर सकती है. इस तिमाही का पहला भाग आपकी व्यवसायिक यात्राओ के लिए अनुकूल कहा जा सकता है. पहले भाग में काम को लेकर यात्राएं अधिक होने की संभावना बनती है. आपकी यह यात्राएं यूँ ही व्यर्थ नहीं जाएंगी, जिस काम के लिए आप यह यात्राएं करेंगे उन सभी में आपको सफलता मिलने की संभावना बनती है. यह पूरी तिमाही आपके लिए अनुकूल फल प्रदान करने वाली रहेगी.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय
वर्ष की तिमाही का यह दूसरा भाग आपकी यात्राओं के लिए अच्छा नही कहा जा सकता है. यात्राओं के विफल रहने की संभावना अधिक बनती है और आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है. इन यात्राओं के दौरान आपकी कीमती वस्तु के खोने की भी संभावना बन रही है. यदि बहुत आवश्यक हो तो आपको सचेत रहकर यात्रा करनी चाहिए और अनजान व्यक्तियों से ज्यादा बातचीत नहीं करनी चाहिए और ना ही किसी राहगीर से खाने की किसी वस्तु की भागीदारी करें. इससे आप काफी हद तक परेशानियों से बच सकते हैं.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय
तिमाही का आरंभ समय आपकी यात्राओं के लिए अनुकूल नहीं कहा जा सकता है लेकिन मध्य समय को आपके पक्ष में कहा जा सकता है. तिमाही के मध्य भाग में आप परिवार के साथ यात्राओं पर जा सकते हैं और आनंद का अनुभव भी कर सकते हैं. आपकी यात्राएं सुखद व मन को शांति प्रदान करने वाली रहेगी. तिमाही का अंतिम भाग भी आपकी यात्राओं के लिए अनुकूल कहा जा सकता है. इस समय आप छोटी विदेश यात्राओ पर भी जाने का कार्यक्रम बना सकते हैं.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय
वर्ष की अंतिम तिमाही का पहला भाग आपके लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योकि इस समय आपकी यात्राओं में बाधाओ का सामना अधिक करना पड़ सकता है. यात्रा के दौरान आपके आसपास के लोगो से आप छोटी सी बात को लेकर उलझ सकते हैं और स्थिति के बेकाबू होने की भी संभावना बनती है. ऎसे में ज्यादा परेशानी आपको ही होगी, इसलिए आवेश में आकर आवेगी ना बनें और अपने क्रोध को वश में करने का प्रयास करें.

तिमाही के मध्य भाग में कार्यक्षेत्र को लेकर यात्राएं हो सकती है और अंतिम भाग में परिवार को लेकर आप किसी समारोह में शामिल होने के लिए यात्राएं कर सकते हैं.

2014 वृश्चिक राशिफल - परिवार


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय
वृश्चिक 2014 परिवारआपकी जन्म कुंडली में शनि का गोचर आपके चंद्रमा से बारहवें भाव में हो रहा है, इससे आपकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती का पहला भाग आरंभ हो ही चुका है. गोचर के शनि की तीसरी दृष्टि आपके कुटुम्ब भाव पर पड़ने से परेशानियों का तथा कलह क्लेश का सामना आपको करते रहना पड़ सकता है. तिमाही के इस भाग में मंगल की चतुर्थ दृष्टि भी आपके कुटुम्ब में लड़ाई-झगड़े कराने का काम कर सकती है. इसलिए आपको इस तिमाही को सामंजस्य तथा तालमेल से गुजारने का प्रयास करना चाहिए. संतान की ओर से आपको तनाव का सामना करना पड़ सकता है अथवा बच्चो का खराब स्वास्थ्य आपको परेशानी में डाल सकता है. वर्ष की इस तिमाही में आप स्वयं को बंधा हुआ सा महसूस करेंगे, आपको महसूस होगा कि चाह कर भी आप कोई काम नहीं कर पा रहे हैं. इस कारण आपकी नींद में भी खलल पड़ सकता है.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय
तिमाही के इस पहले भाग में आपको वाणी अत्यधिक खराब हो सकती है. परिवार में हर रोज किसी ना किसी बात को लेकर झगड़े बने रह सकते हैं और वातावरण में अशांति बनी रह सकती है. आपके घर में तिमाही के दूसरे भाग में किसी बाहरी व्यक्ति की दखलंदाजी अधिक बनी रह सकती है जिससे वह घर के झगड़ो को और अधिक बढ़ाने का ही काम करेगा. आप अपनी बुद्धि से काम लें और किसी अन्य की बात में आने का प्रयास ना करें.

हर परिस्थिति का जायजा शांत व स्थिर रहकर करने का प्रयास करें. कोई कुछ कहता भी है तो तुरन्त जवाब देने से बेहतर है कि कुछ मनन करें फिर सोचें कि क्या कहना चाहिए और यह आवश्यक नही कि हर बात पर प्रतिक्रिया जाहिर ही की जाए. यदि आपके बड़े भाई-बहन हैं तब आपका उनके साथ अच्छा खासा झगड़ा हो सकता है, जिससे दूरियाँ इतनी बढ़ सकती हैं कि फिर वापिस पास आना मुश्किल हो जाएगा.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय
पारीवारिक दृष्टिकोण से इस तिमाही में आप परिवार के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने में अन्य सदस्यों की सलाह अवश्य लें. जिस बात पर सभी एक सी सहमति जताए उसे आगे बढ़ाने का प्रयास करें, फिर आपको अपनी मनमर्जी नहीं चलानी चाहिए. तिमाही के आरंभ समय में साथी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है जिससे उसके भीतर भी चिड़चिड़ापन समाया रह सकता है. तिमाही के दूसरे भाग में जिस पैतृक संपति को लेकर विवाद चला आ रहा था, उसका निपटारा किसी वरिष्ठ व्यक्ति की मध्यस्थता से हो सकता है.

तिमाही का मध्य भाग परिवार के लिए महत्वपूर्ण बना रहने की संभावना बनती है. इस समय आपको पिता की ओर से धन लाभ हो सकता है और भाग्य आपका साथ देगा. लेकिन इस समय माता के साथ वैचारिक मतभेद रहेगे और इस कारण आपको दुख का अनुभव होगा तथा अत्यधिक मानसिक परेशानी होगी. जीवनसाथी की पदोन्नति होने की संभावना बनती है.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय
वर्ष की अंतिम तिमाही के पहले भाग में आप अपनी जिम्मेदारियों का अनुभव कर सकते हैं और जिन कामों को आप इतने समय से टालते आ रहे हैं उन्हें पूरा करने का बीड़ा उठाएंगे. अपने उत्तरदायित्वों का निर्वाह करने में ही आपका समय ज्यादा बीत सकता है. घर के बहुत से काम एक साथ आरंभ करने से आपकी भाग-दौड़ ज्यादा बनी रह सकती है. इस समय आपके मित्र आपकी एकाग्रचित्तता को भंग करने का प्रयास कर सकते हैं और बातों में फंसा कर आपको नशे की ओर भी धकेल सकते हैं. आपको अपने इन मित्रों से दूर ही रहना चाहिए और बेकार के झगड़ो से बचना चाहिए.

तिमाही का दूसरा भाग आपके लिए बिलकुल भी उपयुक्त नही है, आप इसे संयम तथा धैर्य से निकालने का प्रयास करें और भूलकर भी कोई ऎसा काम ना करें जिससे आपके मान-सम्मान पर बट्टा लगें या आपको कोर्ट केस में ना फंसना पड़े. दूसरा भाग अपेक्षाकृत अनुकूल होगा लेकिन बहुत ज्यादा नहीं जबकि तिमाही का अंतिम भाग आपके लिए अनुकूल बना रहेगा.

2014 में वृश्चिक राशि के लिए उपाय 
आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव आरंभ हो गया है इसलिए आपको शनि से संबंधित मंत्र जाप तथा स्तोत्र अवश्य करने चाहिए. आप हर शनिवार को संध्या समय में, जब सूरज छिप चुका हो लेकिन अंधेरा ना हुआ हो, पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीया जलाना चाहिए. यह तेल और दीपक आप अपने घर से लेकर जाएं, शनिवार के दिन खरीदें नहीं. दीपक जलाने के बाद पेड़ की परिक्रमा सात बार करें.

यदि आप शाम को नहीं जा सकते हैं तब आप सुबह के समय में भी जा सकते हैं. सुबह के समय सूरज निकलने से पहले लेकिन जब अंधेरा ना हो तब आप एक लोटे में जल लें और उसमें काले तिल या साबुत उड़द के दाने डालकर पीपल की जड़ में दें और जहाँ मिट्टी गीली हो जाएगी वहाँ से मिट्टी का तिलक अपने माथे पर कर लें. इसके साथ ही आप शनिवार के दिन एक माला शनि मंत्र की करें और शनि स्तोत्र का पाठ 11 बार करें. हर मंगलवार व शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ सात बार करें.

विकास में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी : विश्नोई

विकास में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी : विश्नोई




गुड़ामालानी भाजपा कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों की ओर से आयोजित विधायक स्वागत एवं अभिनंदन समारोह में विधायक लादूराम विश्नोई का कस्बे के विभिन्न मोहल्लों में स्वागत किया गया। विधायक कस्बे में कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस के साथ पैदल सभा स्थल तक पहुंचे। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने जनता को विश्वास दिलाया कि वे उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। क्षेत्र में किसी भी प्रकार के विकास कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को समय पर बिजली, घरेलू बिजली, नहर का मीठा पानी उपलब्ध करवाने, विभिन्न विभागों में पड़े रिक्त पद भरने, बिलों में संशोधन, वंचित बीपीएल परिवारों को बिजली कनेक्शन, नरेगा सहित विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान जल्द ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से चल रही डोडा पोस्त की किल्लत के बारे मुख्यमंत्री को अवगत करवा दिया है। आगामी एक दो दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी। इससे पहले ग्रामीणों ने विधायक का स्वागत किया जिसमें भाजपा मंडल अध्यक्ष राणा कुलदीप सिंह, महामंत्री पुरूषोतम जैन, रघुवीर गुप्ता, अशोकसिंह, मदनलाल मालू, पुखराज पुरोहित, धनराज जोशी, धनाराम नामा, टीकमाराम पटेल, बाबूलाल पुरोहित, अणदाराम चौधरी सहित अन्य भाजपा के कार्यकर्ताओं ने 51 किलों की माला पहना कर विधायक का अभिनंदन किया।

:गुड़ामालानी. विधायक अभिनंदन समारोह में उपस्थित जनसमुदाय एवं संबोधित करते विधायक लादूराम विश्नोई।



डोडा पोस्त की हुई राशनिंग

डोडा पोस्त की हुई राशनिंग

जैसलमेर  जिले में डोडा पोस्त की कमी नशेडिय़ों के लिए परेशानी बनीं हुई है। पिछले कई दिनों से अधिकांश दुकानें या तो बंद हो गई है या फिर डोडा पोस्त पर भी राशनिंग हो गई है। जिससे तलबगारों की जरूरत पूरी नहीं हो रही है। कहीं- कहीं 100 ग्राम तो कहीं 200 ग्राम डोडा मिल रहा है। जो नशेडिय़ों के लिए नाकाफी सिद्ध हो रहा है। पहले जहां एक तलबगार को 2 किलो तक डोडा मिलता था अब उसके स्थान पर मात्र 200 ग्राम मिल रहा है जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। डोडा की कमी को लेकर गत दिनों फतेहगढ़ व नोख में नशेडिय़ों ने प्रदर्शन भी किया था।

सप्लाई में आई कमी

करीब एक माह से डोडा की सप्लाई में भारी कमी आई है। जिसके चलते बंधाणी परेशान है। कहीं- कहीं तो दुकानें भी बंद हो गई है। जिले में कुल आठ दुकानों के माध्यम से डोडा की सप्लाई होती है। जिले की कुल जरूरत 8 हजार किलो डोडा है लेकिन इन दिनों आपूर्ति कम हो रही है। जिससे किल्लत और अधिक बढ़ गई है। कमी के चलते 100 ग्राम प्रति बंधाणी डोडा दिया जा रहा है जिससे तलब पूरी नहीं हो रही। बाड़मेर से भी कई बंधाणी जैसलमेर डोडा लेने आ रहे है, जिससे मांग और अधिक बढ़ गई है।

जिला मुख्यालय पर ही डोडा

रामगढ़. कस्बे में पिछले 6 माह से डोडा पोस्त नहीं मिल रहा है जिससे बंधाणी खासे परेशान है। डोडा पोस्त के बंधाणी गोविंदराम, रावता राम, दानाराम, मंजूर खान आदि ने बताया कि कस्बे में स्थित डोडा पोस्त की दुकान पिछले 6 माह से बंद है मांग बढऩे से दाम भी मनमाने चुकाने पड़ रहे है। उन्होंने बताया कि इन दिनों केवल जिला मुख्यालय पर ही डोडा पोस्त मिल रहा है जहां मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं और एक व्यक्ति को मात्र 100 ग्राम डोडा पोस्त दिया जा रहा है। रामगढ़ व आस पास के गांवों तथा नहरी क्षेत्र के सैकड़ों तलबगारों को डोडा पोस्त लेने जिला मुख्यालय जाना पड़ता है वहां भी मांग के अनुरूप डोडा पोस्त नहीं दिया जाता है।




डोडा पोस्त की हुई राशनिंग



॥डोडा पोस्त की उपलब्धता में थोड़ी कमी आई है। व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रति व्यक्ति 100 ग्राम डोडा दिया जा रहा है। आगामी दिनों में ये किल्लत भी दूर हो जाएगी। प्रदीप, सीआई, आबकारी





बुधवार, 25 दिसंबर 2013

बलात्कारियो को 14 -14 साल कि सज़ा

बलात्कारियो को 14 -14 साल कि सज़ा 

हिसार। एक व्यक्ति को शराब पिलाकर उसकी पत्नी के साथ गैंगरेप करने के जुर्म में दो अभियुक्तों को हरियाणा के भिवानी जिला अतिरिक्त एवं सत्र न्यायाधीश सरिता गुप्ता ने 14-14 साल के कठोर कारावास और 15-15 हजार रूपए जुर्माना की सजा सुनाई है।

अदालत में चले अभियोग के अनुसार 29 दिसंबर 2012 को कांकड़ौली हट्टी गांव की पीडित महिला की सास दवाई लेने बाढड़ा गई हुई थी। वह और उसका पति ही घर में थे। दो युवक अजीत तथा सतेंद्र अपने कुछ दोस्तों के साथ घर में आए और उसके पति को शराब पिलाई तथा इन्होंने भी शराब पी। उसके पति को बेहोश करने के बाद उसके साथ गैंगरेप किया।

कोर्ट ने ये सुनाई सजा

न्यायाधीश ने अजीत तथा सतेंद्र का जुर्म साबित हो जाने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (2) (जी) के तहत 14- 14 साल कैद की सजा तथा 10-10 हजार रूपए जुर्माना, इसके अलावा धारा 323 के तहत छह महीने की सजा व एक-एक हजार रूपए जुर्माना, धारा 452 के तहत तीन-तीन साल कैद व तीन- तीन हजार रूपए जुर्माना, 506 आईपीसी के तहत एक- एक साल कैद व एक-एक हजार रूपए जुर्माना के जुर्माने की सजा सुनाई। जुर्माने से मिलने वाली 30 हजार रूपए की राशि में से 25 हजार रूपए पीडिता को राहत राशि के तौर पर दिए जाएंगे।

खेल जीवन का अभिन्न अंग है- प्रियंका चौधरी



जयभवानी नवयुवक मण्डल रावणा राजपूत

खेल जीवन का अभिन्न अंग है- प्रियंका चौधरी

बाड़मेर स्थानीय रेल्वे मैदान में जयभवानी नवयुवक मण्डल रावणा राजपूत नगर युवा सभा के तत्वाधान में आयोजित शीतकालीन कि्रकेट प्रतियोगिता का उदघाटन भाजपा नेत्री डा. प्रियंका चौधरी के मुख्य अतिथ्य में व नगर अध्यक्ष रेवन्तसिंह राठौड़ पूर्व जिला अध्यक्ष किषनसिंह राठौड़, युवा संरक्षक गोरधनसिंह सोढा जहरीला, युवा जिला अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह दर्इया, भाजपा नेता हेमाराम डऊकिया के विषिष्ठ अतिथ्य में व नगर युवा अध्यक्ष हरिसिंह राठौड़ की अध्यक्षता में किया गया।

नगर महामंत्री पृथ्वीसिंह पंवार ने बताया कि उदघाटन समारोह को संबोधित करते डा. प्रियंका चौधरी ने कहा कि समय-समय पर समाज की खेल-कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन होना चाहिए खेल से शरीर का शारिरीक व मानसिक विकास होता है।

नगर अध्यक्ष रेवन्तसिंह राठौड़ ने कहा कि खेल को अनुषासन व खेल की भावना से खेलना चाहिए। पंवार ने बताया कि उदघाटन मैच नरसिंगाणी क्लब टध्े रायल्स क्लब के मध्य खेला गया जिसमें रायल्स क्लब टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 12 आवर में 75 रन बनाये जवाब में नरसिंगाणी क्लब ने 1 आवर शेष रहते हुए 7 विकेट खोकर विजय लक्ष्य हासिल किया। जिसमें अषोकसिंह द्वारा तीन विकेट लेने पर मैनआफ द मैच चुना गया। दूसरा लीग मैच नवदुर्गा क्लब टध्े राणा क्लब के मध्य खेला गया। नवदुर्गा क्लब ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 12 आवर में 6 विकेट खोकर 93 रन बनाये जवाब में राणा क्लब ने दो आवर शेष रहते 5 विकेट खोकर विजयी लक्ष्य हासिल किया गया जिसमें सवार्इसिंह राठौड़ को दो विकेट लेेने पर मैन आफ द मैच चुना गया। तीसरा मैच करण क्लब टध्े श्री अनोपदास किंग्स र्इलेवन के मध्य खेला गया जिसमें करण क्लब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 12 आवर में 8 विकेट खोकर 123 रन बनाये जवाब में श्री अनोपदास किग्स इलेवन ने निर्धारित 12 आवर में 5 विकेट खोकर मात्र 91 रन ही बना सकी यह मैच करण क्लब 34 रन से विजयी रही। करण क्लब के राणसिंह पडि़यार ने 13 रन व तीन विकेट लेकर मैन आफ द मैच रहे। चौथा मैच श्री मालण शकित क्लब खारची टध्े मां देवल क्लब जैसिंधर के मध्य खेला गया जिसमें मालण शकित क्लब ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 12 आवर में 117 रन बनाये जवाब मैं मां देवल क्लब ने निर्धारित 12 आवर में 5 विकेट खोकर विजयी लक्ष्य हासिल किया जिसमें रतनसिंह कापराऊ 24 रन बनाकर मैन आफ द मैच रहे। कि्रक्रेट प्रतियोगिता में अम्पायर की भूमिका गोपालसिंह गोहील, पृथ्वीसिंह पंवार गजेन्द्रसिंह राठौड़, भवानीसिंह मेपावत, छेाटूसिंह पंवार, व स्कोरर की भूमिका डा. गोरधनसिंह सोढा ने निभार्इ।

उदघाटन कार्यक्रम में पूर्व युवा जिलाअध्यक्ष देवीसिंह राठौड, खेलमंत्री गणपतसिंह दोहट, देरावरसिंह र्इन्दा, मोहनसिंह राठौड़, नाथूसिंह पूर्व सरपंच, भाखरसिंह सोढा, उगमसिंह सौलंकी, हाकमसिंह षिव, सवार्इसिंह राठौड़, शैतानसिंह राणा, दिलीपसिंह गोगादे,षंकरसिंह परमार, दानसिंह राठौड़,राणसिंह रावणा, शैतानसिंह सौलंकी, हठेसिंह खारची, विरसिंह सौलंकी, रघुवीरसिंह राठौड़, मगसिंह डीगड़ा, स्वरूपसिंह पंवार खेतसिंह धांधू, आदि सैकड़ों समाजबंधू मौजूद रहे।


जैसलमेर दुर्दान्त अपराधी गोरधनसिंह एवं हालसिंह गैंग के साथ गिरफ्तार

दुर्दान्त अपराधी गोरधनसिंह एवं हालसिंह गैंग के साथ गिरफ्तार 




जैसलमेर पुलिस एवं जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के संयुक्त तत्वाधान में जैसलमेर पुलिस अधीक्षक हेमन्त शर्मा की सूचना पर जोधपुर पुलिस आयुक्त श्री बीजू जार्ज जोसफ एवं डीसीपी श्री अजयपाल लाम्बा के निर्देशानुसार थानाधिकारी पुलिस थाना राजीवनगर श्री सत्यप्रकाश थानाधिकारी चौ.हा.बोर्ड श्री अमित सिहाग के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा आज दिनांक 25.12.2013 को कुख्यात तार एवं दुर्दान्त अपराधी गोरधनसिंह पुत्र र्इश्वरसिंह राजपूत निवासी म्याजलार पुलिस थाना झिझनियाली, हालसिंह पुत्र मूलसिंह राजपूत निवासी म्याजलार पुलिस थाना झिझनियाली मय अपने 05 साथियों वीरसिंह, मदनसिंह, चुतरसिंह, बाबूसिंह, सुमेरसिंह एवं तीन वाहनों बोलेरो केम्पर सफेद रंग की आरजे-04 जीए-9510, गेट-वे हल्के हरे रंग की 4ग्4 आरजे-15 सीए-3069 व बोलरो केम्पर सफेद रंग की बिना नम्बरी जिसमें विधुत विण्ड मिलों से काटकर चुराया गया तार 25 किवंटल सहित गिरफ्तार किया गया।


ज्ञातव्य रहे कि गोरधनसिंह पिछले लम्बे समय से फरार चल रहा था तथा उसके विरूद्ध जैसलमेर एवं बाड़मेर के विभिन्न थानों में 34 मुकदमें दर्ज है जिसमें चोरी, नकबजनी, हत्या का प्रयास तथा राजकार्य में बाधा एवं पुलिस पर फायरिंग व गाड़ी चढाना, जान से मारने के प्रयास तक शामिल है। वर्तमान में यह 11 प्रकरणों में वांछित है तथा इस पर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर द्वारा 5000-रूपये का र्इनाम घोषित किया गया है। इसके करीबी साथी व रिश्तेदार हालसिंह भी इसी तरह 08 मुकदमों में वांछित है एवं इस पर भी पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर द्वारा 5000-रूपये का र्इनाम घोषित है। अन्य गिरफ्तार व्यकितयों में वीरसिंह, मदनसिंह, चुतरसिंह, बाबूसिंह, सुमेरसिंह के खिलाफ जिला जैसलमेर, बाड़मेर के थानों में मुकदमें दर्ज है। गोरधनसिंह जिले मेें तार चोरों के सबसे बड़े गैंग का सरगना है तथा पूर्व में इसकी गैंग के कर्इ लोग गिरफ्तार हो चुके है। इसकी गिरफ्तारी से सैंकड़ो तार चोरी एवं अन्य वारदातों के खुलने की सम्भावना है तथा इनसे चोरी का माल खरीदने वाले कर्इ लोगों की गिरफ्तारी एवं गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी का मार्ग प्रशस्त होगा।
गोरधनसिंह व हालसिंह पूर्व मे पाकिस्तान से सोने चांदी व हैरोर्इन जैसे मादक पदार्थो की तस्करी बोर्डर क्रोसिंग व हत्या का प्रयास जैसे संगीन वारदातो मे लिप्त रहे है। 10 किलो हैरोर्इन के प्रकरण मे दोनो को न्यायालय द्वारा 10 वर्ष का कारावास व एक-एक लाख रूपये का जुर्माना सुनाया गया। जेल से छूटने के बाद इन लोगो ने जैसलमेर,बाडमेर व समिपस्थ जिलो मे पवन चकिकयां से विधुत उत्पादन मे काम आने वाली केबल वायर की चोरी को एक महत्वपूर्ण व्यवसाय बना लिया, गिरफ्तार व्यकितयो मे बाबुसिंह को गत माह केबल चोरी प्रकरणो मे जमानत मिली है और इनका एक साथी श्रवणराम अभी भी जेल मे है।

अभी अभी। । बाड़मेर पेंतीस लाख कि अवैध शराब बरामद

अभी अभी। । बाड़मेर पेंतीस लाख कि अवैध शराब बरामद


बाड़मेर बाड़मेर जिला पुलिस ने बुधवार को पेंतीस लाख रुपये कि कीमत कि अवैध शराब बरामद करने में सफलता हासिल कि। पुलिस सूत्रो के अनुसार जिले के मंडली थाना क्षेत्र में पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक ट्रक में छुपा के राखी गयी बारह सौ कार्टून अंग्रेजी शराब बरामद कि। पुलिस के अनुसार इसकी कीमत करीब पेंतीस लाख रुपये हें। विस्तृत समाचार आना शेष हें


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एक मुर्गा अपनी पड़ोस की एक मुर्गी से प्यार हो गया बबाल

भोपाल। फिल्म "जादूगर" में अमिताभ ने "पड़ोसन अपनी मुर्गी को रखना संभाल, मेरा मुर्गा हुआ है दीवाना... इस गाने में अपनी पड़ोसन को मजाकिया अंदाज में चेतावनी दे रहे थे।
लेकिन मध्य प्रदेश में मामला उलटा हो गया। अलीराजपुर जिले में एक मुर्गा अपनी पड़ोस की एक मुर्गी से प्यार हो गया। लेकिन इसको लेकर इतना बबाल हो गया कि मामला थाने तक पहुंच गया।

गांव का नाम है देकाकुंड। सोमवार सुबह जगलिया भील का पालतू मुर्गा गलती से पड़ोसी ज्ञान सिंह भील की प्रॉपर्टी में घुस आया। ज्ञान सिंह की पालतू मुर्गी भी वहीं घूम रही थी। दोनों करीब आ गए।

अपनी मुर्गी को किसी और के मुर्गे से संबंध बनाते देख ज्ञान सिंह गुस्सा हो गया। उसने मुर्गे को सबक सिखाने की ठानी। गुस्से से लाल ज्ञान सिंह वापस घर गया और घर का बना तीर-धनुष उठा लाया और मुर्गे पर तीर चला दिया।

जब मुर्गे के मालिक जगलिया ने यह देखा तो वह दंग रह गया। वह तीर से घायल हुए मुर्गे को लेकर जोबट पुलिस स्टेशन पहुंच गया जहां उसने ज्ञान सिंह के खिलाफ एफआईआर लिखवा दी। इसके बाद मुर्गे को अस्पताल ले जाया गया।

जोबट थाने के इंचार्ज आशा आर वर्मा ने बताया कि उन्होंने ज्ञान सिंह भील के खिलाफ आईपीसी की धारा 427 के तहत केस दर्ज किया है और मुर्गे को ट्रीटमेंट के लिए भेज दिया गया है। कोई शरारतपूर्र्ण काम जिससे किसी का 50 रूपये तक का नुकसान हो, धारा 427 के तहत आता है।

मुर्गे के शरीर में लगा तीर निकालने से पहले डॉक्टर को उसकी हालत में सुधार के लिए इंतजार करना पड़ा. अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि अगर तुरंत तीर निकाल दिया जाता तो मुर्गे का बहुत ज्यादा खून बह सकता था और उसकी मौत भी हो सकती थी। कुछ समय बाद मुर्गे की हालत में सुधार आया। उसके शरीर से तीर निकाल दिया गया और उसे वापस उसके मालिक को सौंप दिया गया।

देश की आन, बान और शान है अटल - भायल

देश की आन, बान और शान है अटल - भायल




सिवाना। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेई का 89व़ा जन्मदिन बुधवार को सिवाना में भाजपा द्वारा समारोहपूर्वक मनाया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुए विधायक हमीरसिंह भायल ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई हमारे देश के गौरव है। वे निरंतर सत्य और क्षमता के हिमायती रहे है। हमारे लिए उनका व्यक्तित्व सदा प्रेरणादायी बना रहेगा। पूर्व प्रधान मुलसिंह भायल ने अटल बिहारी वाजपेई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी उपलब्धियों के आगे सारी दुनिया आज हैरानी जता रही है क्योकि उन्होंने अभावो में नई ऊँचाइया छुई थी। समारोह को भाजयुमो मंडल अध्यक्ष सोहनसिंह भायल, अल्पसंख्यक नेता भंवरु खां, कासम खां, यासीन पठान, भाजयुमो नगर अध्यक्ष राजेश जोशी, प्रवक्ता ललित शास्त्री, अशोक कुमार ने भी सम्बोधित किया। इसके बाद भाजयुमो कार्यकर्ताओ ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों को फल वितरित किये तथा गायो को गुड खिलाकर पूर्व प्रधानमन्त्री के दीर्घायु होने की कामना की। इस अवसर पर भाजयुमो नगर महामंत्री मनोज रामदेव, उपाध्यक्ष जितेन्द्र जांगिड, बाबूसिंह इन्द्राणा, भवानीसिंह, नवीन शर्मा, जोगाराम, देवीदान सहित कई लोग उपस्थित रहे।

बाड़मेर शख्शियत। । आदर्श और प्रेरक व्यक्तित्व के धनी तन सिंह चौहान

बाड़मेर शख्शियत। । आदर्श और प्रेरक व्यक्तित्व के धनी




बाड़मेर बाड़मेर जिले में कोई एक दशक से विकास कि गंगा बहनी शुरू हुई। इस गंगा को लेन वाले भगीरथ श्री तन सिंह चौहान ठेकेदार थे। बाड़मेर में शॉपिंग मूल को द्विस्वपन सा था मगर उसे हकीकत बनके उतरा। बाड़मेर में बेहतर होटल कि कमी को कलिंगा बनाकर पूरा किया। बाड़मेर में श्री तन सिंह जी किसी परिचय के मोहताज़ नहीं हर आदमी कि जुबान पर उनका नाम के साथ लिया जाता हें। पेशे से ठेकेदार तन सिंह जी ने साधारण सी नौकरी से इस मुकाम तक पहुँचाने में बड़ी मेहनत कि। आज बहुत बड़ी शख्शियत होते हुए भी उन्हें जरा सा भी अभिमान नहीं। आम जन और गरीबो कि दिल खोल के मदद करते हें तो जन सेवा के कार्यो में उनकी भागीदारी बढ़ चढ़ के होती हें। समाज सेवा के कार्यो में हमेशा आगे रहने वाले तन सिंह चौहान के दर से कोई जरूरतमंद खाली हाथ नहीं लौटता। उनका बहुत बड़ा कारोबार हें इसके बावजूद आम लोगो के बीच साधारण सी जिंदगी जीने वाले तन सिंह जी ने श्रेष्ट उद्योगपति का भी खिताब हासिल किया ,हर व्यक्ति अपने आपको उनसवे जुड़ा हुआ महसूस करते हें जो उनके प्रति अपणायत कि पहचान हें। तन सिंह चौहान के उज्जवल भविष्य कि कामनाए

जिसने भेजा जेल, उसी से निकाह

जयपुर। निकाह का झांसा देकर जिससे संबंध बनाता रहा, जिसकी शिकायत पर जेल पहुंच गया, अब उसी को जीवन संगिनी बनाने जा रहा है। यह कहानी दो माह पहले गिरफ्तार आजाद नगर निवासी मोहसिन खान की है। बुधवार को जयपुर सेंट्रल जेल में उसका निकाह होगा। हाईकोर्ट ने जेल प्रशासन को मोहसिन को निकाह करने की अनुमति देने का आदेश दिया है। निकाह के लिए काजी और दोनों पक्षों के दो-दो गवाह जेल परिसर में जाएंगे।जिसने भेजा जेल, उसी से निकाह
क्या था मामला

ट्रांसपोर्ट नगर थाने में युवती की मां ने 1 अक्टूबर को मोहसिन के खिलाफ एफआईआर कराकर निकाह का झांसा देकर उसकी बेटी से संबंध बनाने और बाद में मुकर जाने का आरोप लगाया था। मोहसिन 6 अक्टूबर से हिरासत में है। मोहसिन ने जमानत प्रार्थना पत्र दे हाईकोर्ट से कहा, वह निकाह के लिए पहले भी तैयार था और अब भी तैयार है। युवती का परिवार भी यही चाहता है। जज के.एस. आहलुवालिया ने निकाह को मंजूरी दे दी। बंदी दूल्हे की जमानत पर सुनवाई 2 जनवरी को होगी।

अब कुंवारी लड़कियों नहीं रख पाएंगी फोन

पटना। बिहार में एक ग्राम पंचायत ने कुंवारी लड़कियों के मोबाइल प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह जानकारी बुधवार को एक पंचायत सदस्य ने दी। यह फैसला पश्चिम चंपारण जिले में मंगलवार शाम सोमगढ़ पंचायत की बैठक में लिया गया।




ग्राम पंचायत की प्रधान के पति जाकिर अंसारी ने कहा कि पंचायत ने ऎसा करने वाली लड़कियों के परिवारों को भारी जुर्माना लगाने की धमकी भी दी है। वास्तव में प्रधान के रूप में काम करने वाले अंसारी ने कहा, यह फैसला हजारों ग्रामीणों की सहमति से लिया गया है।




उन्होंने कहा कि सभी परिवारों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि फैसले का उल्लंघन न हो। हालांकि, बिहार पंचायती राज मंत्री भीम सिंह ने कहा कि पंचायत को मोबाइल का प्रयोग करने वाली लड़कियों पर प्रतिबंध लगाने या उन्हें इनका प्रयोग करने से रोकने का कोई अधिकार नहीं है।




सिंह ने कहा, अगर इस संबंध में लड़कियों या गांव से किसी भी शख्स की शिकायत आई तो सरकार पंचायत के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करेगी। बिहार में यह इस तरह का पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व, औरंगाबाद जिले में पंचायत ने स्कूली छात्राओं के फोन प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया था। यही नहीं छात्राओं को `उत्तेजक` कपड़े न पहनने के लिए कहा गया था।

टॉपलैस होना चाहती यहां की औरतें

रियो डी जिनेरियो। ब्राजील को आप एक उन्मुक्त देश के रूप में जानते होंगे जहां पर "न्यूड" होना आम चलन में है।
इतना ही नहीं बल्कि यहां आयोजित होने वाले कार्निवलों के दौरान भी बहुत ही कम कपड़ों में यहां की बेहद सेक्सी औरतें भड़कीले और कामुक सांबा नृत्य जैसे आयोजन कर लोगों का मनोरंजन करती दिखाई देती हैं।

यहां तक कि कुछ ही समय बाद यहां होने वाले वर्लड कप सॉकर टूर्नामेंट और ओलंपिक जैसे खेलों के दौरान भी यहां कि औरतें एकदम महीन बिकनी जिसे यहां की भाषा में डेंटल फ्लॉस बिकनी भी कहा जाता है, को पहने देखी जा सकती हैं।

लेकिन इसी ब्राजील देश में आजकल एक अभियान जोरों पर है। यह अभियान यहां की एक सरकार के बनाए गए एक कानून के खिलाफ है। यह कानून यहां रहने वाली औरतों को टॉपलैस रहने की इजाजत नहीं देता। ऎसा करने वाली औरतों को 3 महीने से 1 साल की सजा दिए जाने का प्रावधान है।

इस का विरोध प्रकट करने के लिए 100 से भी ज्यादा औरतें यहां के एक बीच पर एकत्रित हुईं। इनका यहां पर टॉपलैस होने का इरादा था लेकिन केवल 4 ही औरतों ने वाकई में ऎसा करने की हिम्मत दिखाई।

ऎसा ही कुछ एक हॉलीवुड अभिनेत्री क्रिसटीना फ्लोर्स के साथ हुआ जब बीच पर एक टॉपलैस फोटो शूट के दौरान उन्होंने अपनी शर्ट उतारी। उसे देखकर उनकी तरफ चिल्लाते हुए गार्ड्स दौड़े और उन्हें वापस शर्ट पहना दी। यह अनुभव इस अभिनेत्री के लिए काफी हतप्रभ करने वाला था।

उपग्रह से गिद्धों पर अनुसंधान

बीकानेर। गिद्धों की गतिविधियों पर अब उपग्रह के माध्यम से अनुसंधान होगा। जी हां, यह सच है। लुप्त होने की कागार पर पहुंचे गिद्ध प्रवास के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने के लिए अमेरीका की वेस्ट वर्जिनिया यूनिवर्सिटी व महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग ने साझी परियोजना पर काम शुरू किया है। उम्मीद की जा रही है कि उपग्रह के माध्यम से होने वाले अनुसंधान से गिद्धों के बारे में कई नई जानकारी मिलेगी। परियोजना के तहत जनवरी में अलग-अलग प्रजाति के दस गिद्धों की पीठ पर उपग्रह से कनेक्ट ट्रांसमीटर लगाया जाएगा।
इस ट्रांसमीटर में एक सोलर पैनल भी लगा होगा, जिससे इसे चार्ज होने में दिक्कत नहीं आएगी। गिद्ध की पीठ पर लगने वाले इस ट्रांसमीटर का उपग्रह के जरिए परियोजना पर काम कर रहे वर्जिनिया यूनिवर्सिटी व महाराजा गंगासिंह विवि के पर्यावरण विभाग के वैज्ञानिकों से संपर्क रहेगा। दोनों विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिक ट्रांसमीटर में लगी डिवाइस के जरिए इन गिद्धों के मुख्य आवास एवं प्रवास स्थल पर होने वाली गतिविधियों का अध्ययन करेंगे।

प्रायोगिक तौर पर एक गिद्ध की पीठ के ऊपरी हिस्से में ट्रांसमीटर लगाकर परीक्षण किया जा चुका है। इस प्रयोग में यह पता लगाया गया कि कहीं ट्रंासमीटर गिद्ध के शरीर को हानि या फिर इसके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं डाल रहा। गिद्ध के शरीर एवं स्वास्थ्य पर ट्रांसमीटर का प्रतिकूल असर नहीं दिखा।

गिद्धों की स्थानीय प्रजातियां
गिद्धों की राजस्थान में चार स्थानीय प्रजातियां निवास करती हैं। इनमें लौंगबिल्ड वल्चर, वाइटरम्पड वल्चर, किंग वल्लचर और इजीçप्शियन वल्चर शामिल हैं। इन प्रजातियों के गिद्ध मुख्यत: बीकानेर, जोधपुर, नागौर सहित अरावली व चंबल के बीहड़ों में निवास करते हैं।

साल भर अध्ययन
परियोजना के प्रधान खोजबीनकर्ता वैज्ञानिक एमजीएसयू के पर्यावरण विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनिल छंगाणी हैं। डॉ. छंगाणी ने बताया कि इस परियोजना में जिन गिद्धों को शामिल किया जाएगा, उनकी हर गतिविधि पर एक साल तक अध्ययन किया जाएगा। परियोजना पर काम शुरू करने से पहले वेस्ट वर्जिनिया यूनिवर्सिटी के डॉ. जोनाथन हॉल व डॉ. ओडरा ने बीकानेर जिले सहित विभिन्न स्थानों पर गिद्धों के प्रवास स्थलों का दौरा किया। इसमें उन्होंने गिद्धों की विभिन्न प्रजातियों और उनके हेबिटाट के बारे में जानकारी हासिल की।

 

पत्नी-पति की एक साथ उठी अर्थी

पाली।साथ जीने-मरने की खाई कसमें कुदरत ने भी हकीकत में बदल दी। मंगलवार को शहर में कुछ ऎसा वाकया हुआ कि जिसने भी सुना, उनकी आंखें नम हो उठी। एक साथ पति-पत्नी की अर्थियां उठी तो हर किसी का दिल बैठ गया।

बालियों का बास में रहने वाले सुरेन्द्र तांतेड़ ने मंगलवार सुबह पत्नी चंद्रा देवी के नहीं जागने पर उसे उठाया। लेकिन कोई प्रत्युतर नहीं मिला। इसके बाद वे घबरा गए और अपने पुत्रों की सहायता से उसे अस्पताल के लिए लेकर निकले। सुरेन्द्र तांतेड़ बांगड़ अस्पताल की पार्किüग में वाहन खड़ा कर रहे थे, तभी पास ही नाले में गिरने से उनकी मौत हो गई। वहीं चिकित्सकों ने उनकी पत्नी को भी मृत घोçष्ात कर दिया। पुत्रों के सिर पर जैसे पहाड़ टूट पड़ा। उन्होंने एक ही क्षण में अपने पिता और माता दोनों को खो दिया। शहरवासियों को जैसे ही खबर मिली, सब अस्पताल की ओर दौड़ पड़े।
जिसने भी सुना,
रोक नहीं पाया
इस दुखद घटना के बारे में जिसने भी सुना, वह अपने आप को रोक नहीं पाया। काफी तादाद में समाज के लोग अस्पताल परिसर में एकत्रित हो गए। हर कोई उनके पुत्रों को ढाढस बंधाता दिखा। इसके बाद उनके घर से जैसे ही एक साथ अर्थियां उठी, लोगों की आंखें नम हो गई।
आंखें भिगो कर दान कर गए नेत्र
इस हादसे ने जहां एक ओर लोगों की आंखें भीगो दी, वहीं पुत्रों ने उनके नेत्रदान कर अपने माता-पिता को अमर कर दिया। चंद्रा देवी और सुरेन्द्र तांतेड़ की मृत्यु के बाद आई बैंक सोसायटी के हुक्मीचंद मेहता, केवलचंद कवाड़, भंवरलाल सेमलानी, नरेन्द्र तलेसरा, हितेन्द्र खिंचा, सुरेश चंद्र गुप्ता सहित अन्य लोगों ने उनके पुत्रों हितेश और निलेश तांतेड़ से सम्पर्क किया। नेत्रदान की स्वीकृति मिलने के बाद दोनों के कॉर्निया लेकर जगदीश व्यास के सहयोग से जयपुर भिजवाए गए।

रंगरेलिया मनाने आए प्रेमी युगल को गडरारोड मेें पकड़ा

रंगरेलिया मनाने आए प्रेमी युगल को गडरारोड मेें पकड़ा
बाड़मेर. सीमावर्ती गडरारोड में सोमवार को रंगरेलिया मना रहा एक प्रेमी जोड़ा गडरारोड पुलिस के हत्थे चढ़ गया। सूचना के बाद जोधपुर पुलिस गडरारोड पहुंची और प्रेमी युगल को पकड़ ले गई।

थानाधिकारी घेवर राम चौधरी ने बताया कि जोधपुर चौपासनी हाउसिंग बोर्ड इलाके में रहने वाले बरकत खां व उसकी प्रेमिका रंगरेलिया मनाने के लिए गडरारोड पहुंच गए। जहां एक रात्रि विश्राम के बाद दूसरे दिन पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस को बताया कि वे जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में रहते है और एक-दूसरे के दोस्त है। जोधपुर से रवाना होने के बाद एक दिन बाड़मेर रुके, उसके बाद दूसरे दिन गडरारोड की तरफ रवाना हो गए, ताकि जोधपुर से उसके परिजन पकड़ नहीं पाए। इस संबंध में जोधपुर के राजीव गांधी नगर पुलिस थाने में दोनों के खिलाफ मामला दर्ज है। गडरारोड पुलिस ने प्रेमी युगल को पकडऩे के बाद जोधपुर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद जोधपुर पुलिस गडरारोड पहुंची और दोनों को जोधपुर ले गई।

पाक जासूस शाहिद करीम को गिरफ्तार

घड़साना.श्रीगंगानगर। भारत पाक सीमा स्थित "वर्षा" चौकी (बीओपी) के पास सोमवार शाम भारतीय सीमा में घुसनेेके प्रयास में बीएसएफ के जवानों ने एक पाक जासूस शाहिद करीम को गिरफ्तार कर लिया। उससे कोई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद नहीं हुए है।

शाहिद करीम जासूसी के आरोप में पहले भी पकड़ा गया था और रायसिंहनगर और जयपुर की जेल में 14 साल कारावास काट चुका है। पाक जासूस के फिर भारतीय सीमा में घुसने पर खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। मंगलवार को उसे घड़साना पुलिस को सौंप दिया गया।

जासूसी में सक्रिय
शाहिद करीम भारत के खिलाफ जासूसी में सक्रिय रह चुका है। बीएसएफ अधिकारियों ने उससे रातभर पूछताछ की। सूत्रों ने बताया कि शाहिद पाकिस्तानी प्रशिक्षित जासूस है। वह वर्ष 1991 में अनूपगढ क्षेत्र में जासूसी के लिए घुसपेैठ करने के दौरान पकड़ा गया था। तलाशी में उससे जो दस्तावेज बरामद हुए, उससे जासूसी में संलग्न माना गया।

इस जुर्म में अदालत ने उसे 14 साल की सजा सुनाई, जो उसने रायसिंहनगर तथा जयपुर के केन्द्रीय जेल में काटी। वर्ष 2003 में सजा पूरी होने के बाद उसे रिहा कर पाकिस्तान भेज दिया गया था। शाहिद करीम पाकिस्तानी शहर फोर्ट-अब्बास के थानाधिकारी के घर पर नौकरी करता है। वेतन नहीं देने पर वह वहां निकल गया और भूल से भारतीय सीमा में घुस गया।