डोडा पोस्त की हुई राशनिंग
जैसलमेर जिले में डोडा पोस्त की कमी नशेडिय़ों के लिए परेशानी बनीं हुई है। पिछले कई दिनों से अधिकांश दुकानें या तो बंद हो गई है या फिर डोडा पोस्त पर भी राशनिंग हो गई है। जिससे तलबगारों की जरूरत पूरी नहीं हो रही है। कहीं- कहीं 100 ग्राम तो कहीं 200 ग्राम डोडा मिल रहा है। जो नशेडिय़ों के लिए नाकाफी सिद्ध हो रहा है। पहले जहां एक तलबगार को 2 किलो तक डोडा मिलता था अब उसके स्थान पर मात्र 200 ग्राम मिल रहा है जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। डोडा की कमी को लेकर गत दिनों फतेहगढ़ व नोख में नशेडिय़ों ने प्रदर्शन भी किया था।
सप्लाई में आई कमी
करीब एक माह से डोडा की सप्लाई में भारी कमी आई है। जिसके चलते बंधाणी परेशान है। कहीं- कहीं तो दुकानें भी बंद हो गई है। जिले में कुल आठ दुकानों के माध्यम से डोडा की सप्लाई होती है। जिले की कुल जरूरत 8 हजार किलो डोडा है लेकिन इन दिनों आपूर्ति कम हो रही है। जिससे किल्लत और अधिक बढ़ गई है। कमी के चलते 100 ग्राम प्रति बंधाणी डोडा दिया जा रहा है जिससे तलब पूरी नहीं हो रही। बाड़मेर से भी कई बंधाणी जैसलमेर डोडा लेने आ रहे है, जिससे मांग और अधिक बढ़ गई है।
जिला मुख्यालय पर ही डोडा
रामगढ़. कस्बे में पिछले 6 माह से डोडा पोस्त नहीं मिल रहा है जिससे बंधाणी खासे परेशान है। डोडा पोस्त के बंधाणी गोविंदराम, रावता राम, दानाराम, मंजूर खान आदि ने बताया कि कस्बे में स्थित डोडा पोस्त की दुकान पिछले 6 माह से बंद है मांग बढऩे से दाम भी मनमाने चुकाने पड़ रहे है। उन्होंने बताया कि इन दिनों केवल जिला मुख्यालय पर ही डोडा पोस्त मिल रहा है जहां मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं और एक व्यक्ति को मात्र 100 ग्राम डोडा पोस्त दिया जा रहा है। रामगढ़ व आस पास के गांवों तथा नहरी क्षेत्र के सैकड़ों तलबगारों को डोडा पोस्त लेने जिला मुख्यालय जाना पड़ता है वहां भी मांग के अनुरूप डोडा पोस्त नहीं दिया जाता है।
डोडा पोस्त की हुई राशनिंग
॥डोडा पोस्त की उपलब्धता में थोड़ी कमी आई है। व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रति व्यक्ति 100 ग्राम डोडा दिया जा रहा है। आगामी दिनों में ये किल्लत भी दूर हो जाएगी। प्रदीप, सीआई, आबकारी
जैसलमेर जिले में डोडा पोस्त की कमी नशेडिय़ों के लिए परेशानी बनीं हुई है। पिछले कई दिनों से अधिकांश दुकानें या तो बंद हो गई है या फिर डोडा पोस्त पर भी राशनिंग हो गई है। जिससे तलबगारों की जरूरत पूरी नहीं हो रही है। कहीं- कहीं 100 ग्राम तो कहीं 200 ग्राम डोडा मिल रहा है। जो नशेडिय़ों के लिए नाकाफी सिद्ध हो रहा है। पहले जहां एक तलबगार को 2 किलो तक डोडा मिलता था अब उसके स्थान पर मात्र 200 ग्राम मिल रहा है जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। डोडा की कमी को लेकर गत दिनों फतेहगढ़ व नोख में नशेडिय़ों ने प्रदर्शन भी किया था।
सप्लाई में आई कमी
करीब एक माह से डोडा की सप्लाई में भारी कमी आई है। जिसके चलते बंधाणी परेशान है। कहीं- कहीं तो दुकानें भी बंद हो गई है। जिले में कुल आठ दुकानों के माध्यम से डोडा की सप्लाई होती है। जिले की कुल जरूरत 8 हजार किलो डोडा है लेकिन इन दिनों आपूर्ति कम हो रही है। जिससे किल्लत और अधिक बढ़ गई है। कमी के चलते 100 ग्राम प्रति बंधाणी डोडा दिया जा रहा है जिससे तलब पूरी नहीं हो रही। बाड़मेर से भी कई बंधाणी जैसलमेर डोडा लेने आ रहे है, जिससे मांग और अधिक बढ़ गई है।
जिला मुख्यालय पर ही डोडा
रामगढ़. कस्बे में पिछले 6 माह से डोडा पोस्त नहीं मिल रहा है जिससे बंधाणी खासे परेशान है। डोडा पोस्त के बंधाणी गोविंदराम, रावता राम, दानाराम, मंजूर खान आदि ने बताया कि कस्बे में स्थित डोडा पोस्त की दुकान पिछले 6 माह से बंद है मांग बढऩे से दाम भी मनमाने चुकाने पड़ रहे है। उन्होंने बताया कि इन दिनों केवल जिला मुख्यालय पर ही डोडा पोस्त मिल रहा है जहां मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं और एक व्यक्ति को मात्र 100 ग्राम डोडा पोस्त दिया जा रहा है। रामगढ़ व आस पास के गांवों तथा नहरी क्षेत्र के सैकड़ों तलबगारों को डोडा पोस्त लेने जिला मुख्यालय जाना पड़ता है वहां भी मांग के अनुरूप डोडा पोस्त नहीं दिया जाता है।
डोडा पोस्त की हुई राशनिंग
॥डोडा पोस्त की उपलब्धता में थोड़ी कमी आई है। व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रति व्यक्ति 100 ग्राम डोडा दिया जा रहा है। आगामी दिनों में ये किल्लत भी दूर हो जाएगी। प्रदीप, सीआई, आबकारी
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