बाड़मेर शख्शियत। । आदर्श और प्रेरक व्यक्तित्व के धनी
बाड़मेर बाड़मेर जिले में कोई एक दशक से विकास कि गंगा बहनी शुरू हुई। इस गंगा को लेन वाले भगीरथ श्री तन सिंह चौहान ठेकेदार थे। बाड़मेर में शॉपिंग मूल को द्विस्वपन सा था मगर उसे हकीकत बनके उतरा। बाड़मेर में बेहतर होटल कि कमी को कलिंगा बनाकर पूरा किया। बाड़मेर में श्री तन सिंह जी किसी परिचय के मोहताज़ नहीं हर आदमी कि जुबान पर उनका नाम के साथ लिया जाता हें। पेशे से ठेकेदार तन सिंह जी ने साधारण सी नौकरी से इस मुकाम तक पहुँचाने में बड़ी मेहनत कि। आज बहुत बड़ी शख्शियत होते हुए भी उन्हें जरा सा भी अभिमान नहीं। आम जन और गरीबो कि दिल खोल के मदद करते हें तो जन सेवा के कार्यो में उनकी भागीदारी बढ़ चढ़ के होती हें। समाज सेवा के कार्यो में हमेशा आगे रहने वाले तन सिंह चौहान के दर से कोई जरूरतमंद खाली हाथ नहीं लौटता। उनका बहुत बड़ा कारोबार हें इसके बावजूद आम लोगो के बीच साधारण सी जिंदगी जीने वाले तन सिंह जी ने श्रेष्ट उद्योगपति का भी खिताब हासिल किया ,हर व्यक्ति अपने आपको उनसवे जुड़ा हुआ महसूस करते हें जो उनके प्रति अपणायत कि पहचान हें। तन सिंह चौहान के उज्जवल भविष्य कि कामनाए
बाड़मेर बाड़मेर जिले में कोई एक दशक से विकास कि गंगा बहनी शुरू हुई। इस गंगा को लेन वाले भगीरथ श्री तन सिंह चौहान ठेकेदार थे। बाड़मेर में शॉपिंग मूल को द्विस्वपन सा था मगर उसे हकीकत बनके उतरा। बाड़मेर में बेहतर होटल कि कमी को कलिंगा बनाकर पूरा किया। बाड़मेर में श्री तन सिंह जी किसी परिचय के मोहताज़ नहीं हर आदमी कि जुबान पर उनका नाम के साथ लिया जाता हें। पेशे से ठेकेदार तन सिंह जी ने साधारण सी नौकरी से इस मुकाम तक पहुँचाने में बड़ी मेहनत कि। आज बहुत बड़ी शख्शियत होते हुए भी उन्हें जरा सा भी अभिमान नहीं। आम जन और गरीबो कि दिल खोल के मदद करते हें तो जन सेवा के कार्यो में उनकी भागीदारी बढ़ चढ़ के होती हें। समाज सेवा के कार्यो में हमेशा आगे रहने वाले तन सिंह चौहान के दर से कोई जरूरतमंद खाली हाथ नहीं लौटता। उनका बहुत बड़ा कारोबार हें इसके बावजूद आम लोगो के बीच साधारण सी जिंदगी जीने वाले तन सिंह जी ने श्रेष्ट उद्योगपति का भी खिताब हासिल किया ,हर व्यक्ति अपने आपको उनसवे जुड़ा हुआ महसूस करते हें जो उनके प्रति अपणायत कि पहचान हें। तन सिंह चौहान के उज्जवल भविष्य कि कामनाए
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