पटना। बिहार में एक ग्राम पंचायत ने कुंवारी लड़कियों के मोबाइल प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह जानकारी बुधवार को एक पंचायत सदस्य ने दी। यह फैसला पश्चिम चंपारण जिले में मंगलवार शाम सोमगढ़ पंचायत की बैठक में लिया गया।
ग्राम पंचायत की प्रधान के पति जाकिर अंसारी ने कहा कि पंचायत ने ऎसा करने वाली लड़कियों के परिवारों को भारी जुर्माना लगाने की धमकी भी दी है। वास्तव में प्रधान के रूप में काम करने वाले अंसारी ने कहा, यह फैसला हजारों ग्रामीणों की सहमति से लिया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी परिवारों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि फैसले का उल्लंघन न हो। हालांकि, बिहार पंचायती राज मंत्री भीम सिंह ने कहा कि पंचायत को मोबाइल का प्रयोग करने वाली लड़कियों पर प्रतिबंध लगाने या उन्हें इनका प्रयोग करने से रोकने का कोई अधिकार नहीं है।
सिंह ने कहा, अगर इस संबंध में लड़कियों या गांव से किसी भी शख्स की शिकायत आई तो सरकार पंचायत के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करेगी। बिहार में यह इस तरह का पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व, औरंगाबाद जिले में पंचायत ने स्कूली छात्राओं के फोन प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया था। यही नहीं छात्राओं को `उत्तेजक` कपड़े न पहनने के लिए कहा गया था।
ग्राम पंचायत की प्रधान के पति जाकिर अंसारी ने कहा कि पंचायत ने ऎसा करने वाली लड़कियों के परिवारों को भारी जुर्माना लगाने की धमकी भी दी है। वास्तव में प्रधान के रूप में काम करने वाले अंसारी ने कहा, यह फैसला हजारों ग्रामीणों की सहमति से लिया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी परिवारों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि फैसले का उल्लंघन न हो। हालांकि, बिहार पंचायती राज मंत्री भीम सिंह ने कहा कि पंचायत को मोबाइल का प्रयोग करने वाली लड़कियों पर प्रतिबंध लगाने या उन्हें इनका प्रयोग करने से रोकने का कोई अधिकार नहीं है।
सिंह ने कहा, अगर इस संबंध में लड़कियों या गांव से किसी भी शख्स की शिकायत आई तो सरकार पंचायत के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करेगी। बिहार में यह इस तरह का पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व, औरंगाबाद जिले में पंचायत ने स्कूली छात्राओं के फोन प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया था। यही नहीं छात्राओं को `उत्तेजक` कपड़े न पहनने के लिए कहा गया था।
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