टैक्सी चालकों व यातायात पुलिस में तकरार
जालोर। शहर में वाहनों के चालान बनाने की बात को लेकर यातायात पुलिस और टैक्सी चालकों के बीच तकरार हो गई। टैक्सी चालकों ने पुलिस पर पक्षपात पूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया। वहीं पुलिस का कहना है कि टैक्सी चालक दबाव बनाने के लिए ऎसा कर रहे। दरअसल, यातायात प्रभारी राजेंद्रसिंह के नेतृत्व में शनिवार को यातायात पुलिस ने कृषि मंडी के सामने और चुंगी नाके के पास चालान काटने की कार्रवाई की।
पुलिस ने तीन बस, तीन जीप, दो बाइक सहित 13 वाहनों के चालान काटे। जिसमें से एक बस और एक टैक्सी को जब्त किया। इसको लेकर टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष सुनील शर्मा और अन्य टैक्सी चालक अस्पताल चौराहे पर इकटे हो गए तथा यातायात प्रभारी के समक्ष विरोध दर्ज जताते हुए पक्षपात पूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया तथा कहा कि सभी वाहनों के विरूद्ध समान रूप से कार्रवाई की जानी चाहिए। काफी देर तक तकरार के बाद मामला शांत हो गया।
इन्होंने कहा....
हमने शहर में आज 13 वाहनों के चालान व सीज करने की कार्रवाई की। इस दौरान कुछ वाहन चालकों ने दबाब बनाने के लिए विरोध जताया तथा फालतू के आरोप लगाए। हम सभी के साथ समान व्यवहार करते हैं।
- राजेंद्रसिंह, यातायात प्रभारी, जालोर
यातायात पुलिस पक्षपात पूर्ण कार्रवाई कर रही है। कुछ बसों को छोड़ दिया गया, जबकि हमारे वाहनों के चालान काटे गए।
- सुनील शर्मा, अध्यक्ष, टैक्सी यूनियन, जालोर
नींव खुदाई के दौरान निकली प्रतिमा
आहोर। क्षेत्र के नया रसियावास गांव में तीन दिन पूर्व बाबा रामदेव मंदिर के निर्माण को लेकर की जा रही नींव खुदाई के दौरान बाबा रामदेव की एक पीतल की प्रतिमा मिली है। इस प्रतिमा की ऊंचाई करीब एक फुट है। यह प्रतिमा ग्रामीणों के लिए आस्था का केन्द्र बनी हुई है। जानकारी के अनुसार गांव के समीप बाबा रामदेव के मंदिर निर्माण को लेकर तीन दिन पूर्व मजदूरों द्वारा नींव खुदाई का कार्य किया जा रहा था। इस दौरान नींव में से बाबा रामदेव की पीतल से निर्मित एक प्रतिमा निकली।
मजदूरों से इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। ग्रामीणों ने इस प्रतिमा को फिलहाल समीप स्थित बाबा रामदेव के पुराने मंदिर में रखा है। जहां दर्शनों हेतु श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। गांव के बाबूसिंह, ईश्वरसिंह राजपुरोहित पलासिया समेत ग्रामीणों ने बताया कि बाबा रामदेव की प्रतिमा ग्रामीणों के लिए आस्था का केन्द्र बनी हुई है।
बच्चे की मौत के बाद भड़के ग्रामीण
उम्मेदाबाद। ऎलाना गांव में गुरूवार शाम निजी क्लीनिक पर इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई। घटना के बाद शुक्रवार को ग्रामीण ने विरोध जताया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को समझाइश कर शांत किया। पुलिस क्लीनिक पर ताला लगवाकर संचालक को उम्मेदाबाद चौकी ले गई। जहां परिजनों ने समझौता कर लिया। जानकारी के अनुसार गुरूवार शाम हकाराम पुत्र धुकाराम मेघवाल को बुखार आने पर खेताराम चौधरी के निजी क्लीनिक पर लेकर गए।
जहां खेताराम ने दो इंजेक्शन व एक ग्लूकोज चढ़ाया। हकाराम की तबीयत बिगड़ने पर क्लीनिक संचालक ने उसे अन्य जगह ले जाने की बात कही। परिजन ने उसे घर लेकर आए और वाहन से जालोर के लिए रवाना हुए। इस दौरान हकाराम ने दम तोड़ दिया। सवेरे गांव में खबर फैलते ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। गौरतलब है कि क्लीनिक के साथ ही मेडिकल भी चलता है। पहले भी इलाज में क्लीनिक संचालक के खिलाफ इलाज में लापरवाही का मामला दर्ज हो चुका है।
समझौता हुआ
ऎलाना में इलाज के दौरान बच्चे की मौत की सूचना मिली थी। जिस पर कोतवाली से पुलिस दल गया था। लेकिन देर शाम को मृतक के परिजनों ने लिखित में मुकदमा दर्ज नहीं करने की बात कही। इस दौरान दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया।
अन्नराज पुरोहित थानाधिकारी, कोतवाली, जालोर
पहले भी मामला दर्ज
क्लीनिक संचालक के खिलाफ दो साल पहले इलाज में लापरवाही के से एक बच्ची की मौत का मामला दर्ज हो चुका है। जो न्यायालय में विचाराधीन है। शुक्रवार को सूचना मिलने पर मैं गांव पहुंचा था, लेकिन उससे पहले पुलिस उसे लेकर उम्मेदाबाद चौकी ले जा चुकी थी।
डॉ. राजूमल ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी, सायला
मजदूरों से इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। ग्रामीणों ने इस प्रतिमा को फिलहाल समीप स्थित बाबा रामदेव के पुराने मंदिर में रखा है। जहां दर्शनों हेतु श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। गांव के बाबूसिंह, ईश्वरसिंह राजपुरोहित पलासिया समेत ग्रामीणों ने बताया कि बाबा रामदेव की प्रतिमा ग्रामीणों के लिए आस्था का केन्द्र बनी हुई है।
बच्चे की मौत के बाद भड़के ग्रामीण
उम्मेदाबाद। ऎलाना गांव में गुरूवार शाम निजी क्लीनिक पर इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई। घटना के बाद शुक्रवार को ग्रामीण ने विरोध जताया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को समझाइश कर शांत किया। पुलिस क्लीनिक पर ताला लगवाकर संचालक को उम्मेदाबाद चौकी ले गई। जहां परिजनों ने समझौता कर लिया। जानकारी के अनुसार गुरूवार शाम हकाराम पुत्र धुकाराम मेघवाल को बुखार आने पर खेताराम चौधरी के निजी क्लीनिक पर लेकर गए।
जहां खेताराम ने दो इंजेक्शन व एक ग्लूकोज चढ़ाया। हकाराम की तबीयत बिगड़ने पर क्लीनिक संचालक ने उसे अन्य जगह ले जाने की बात कही। परिजन ने उसे घर लेकर आए और वाहन से जालोर के लिए रवाना हुए। इस दौरान हकाराम ने दम तोड़ दिया। सवेरे गांव में खबर फैलते ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। गौरतलब है कि क्लीनिक के साथ ही मेडिकल भी चलता है। पहले भी इलाज में क्लीनिक संचालक के खिलाफ इलाज में लापरवाही का मामला दर्ज हो चुका है।
समझौता हुआ
ऎलाना में इलाज के दौरान बच्चे की मौत की सूचना मिली थी। जिस पर कोतवाली से पुलिस दल गया था। लेकिन देर शाम को मृतक के परिजनों ने लिखित में मुकदमा दर्ज नहीं करने की बात कही। इस दौरान दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया।
अन्नराज पुरोहित थानाधिकारी, कोतवाली, जालोर
पहले भी मामला दर्ज
क्लीनिक संचालक के खिलाफ दो साल पहले इलाज में लापरवाही के से एक बच्ची की मौत का मामला दर्ज हो चुका है। जो न्यायालय में विचाराधीन है। शुक्रवार को सूचना मिलने पर मैं गांव पहुंचा था, लेकिन उससे पहले पुलिस उसे लेकर उम्मेदाबाद चौकी ले जा चुकी थी।
डॉ. राजूमल ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी, सायला