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शनिवार, 23 जनवरी 2016

बाड़मेर नगर परिषद् में फिर भुगतान घोटाला।।16 लाख का फर्जी भुगतान।

बाड़मेर नगर परिषद् में फिर भुगतान घोटाला।।16 लाख का फर्जी भुगतान।



बाड़मेर ईमानदारी का तमगा लगा कर दिखावा कर रहे नगर परिषद् बाड़मेर के आयुक्त द्वारा गत दिनों एक ठेकेदार को 16 लाख के करीब फर्जी भुगतान राजनितिक दबाव में करने की शिकायत कुछ लोगो ने भरष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर और मुख्यमंत्री को की हे।शिकायतकर्ता ने लिखा हे की मुख्यमंत्री के बाड़मेर प्रवास के दौरान नगर परिषद् द्वारा तत्काल सडको के मरम्मत के कार्य इस ठेकेदार से कराये इस ठेकेदार द्वारा उस दौरान 16 लाख के कार्यो के भुगतान का बिल प्रस्तुत किया जिसे प्रथम सिरे से आयुक्त ने खारिज किया था।आयुक्त ने खुद माना था की ठेकेदार अपनी एम् बी खुद भआरके मनमर्जी से बिल बनाता हैं।इसीलिए भुगतान संभव नहीं।काफी दिनों तक भुगतान का मामला अटक रहा बाद में एक राजनेता के यहाँ पंचायती भी हुई जिसमे आयुक्त उपस्थित थे ।एक सप्ताह पूर्व 15 जनवरी को आयुक्त को ऐ सी बी हनुमानगढ़ द्वारा एक प्रकरण में तलब किया था।पेशी में जाने से पूर्व रात्रि को आनन् फानन में आयुक्त द्वारा ठेकेदार को 16 लाख का भुगतान कर दिया जो जांच का विषय हैं।ऐसे कई ठेकेदारो को भुगतान किया जी के भुगतान पहले रोक दिए।।पुरे मामले की जांच के लिए लिखा हे।BNT@###

शनिवार, 21 नवंबर 2015

बाड़मेर अवेध लेब टेक्नीशियन डिग्रीयां से दर्जनों नियुक्तिया।।तीस से चालीस हज़ार रुपये में बिकती हे डिग्रीयां।।

 बाड़मेर अवेध लेब टेक्नीशियन डिग्रीयां से दर्जनों नियुक्तिया।।तीस से चालीस हज़ार रुपये में बिकती हे डिग्रीयां।।



बाड़मेर बाड़मेर शहर में पिछले कई सालो से एक गिरोह द्वारा लेब टेक्नीशियन की फर्जी डिग्रिया बेचने का कारोबार मजे से चला रहे हे।इतना ही इन फर्जी डिग्रियों से दर्जनों लोग चिकित्सा विभाग में नियुक्तिया लेके आराम से बेठे हैं। सूत्रानुसार बाड़मेर शहर में एक मेडिकल स्टाफ द्वारा पिछले कई सालो से लेब टेक्नीशियन की अवेध डिग्रियां बेचने का गौरख धंधा किया जा रहा हे।एक डिग्री तीस से चालीस हज़ार रुपये में हाथो हाथ दी जाती हैं। इन फर्जी डिग्रियों से दर्जनों लोग स्वास्थ्य विभाग में नोकरिया पा चुके हैं इन डिग्री धारको ने फर्जी दस्तावेजो के जरिये नोकरिया पा ली।। स्वास्थ्य विभाग के एन आर एच एम् एन सी डी जेसे प्रोजेक्ट में ऐसे फर्जी डिग्री धारको को लगा रखा हे जिनमे कैयो की नोकरी स्थाई हो चुकी हैं।।स्वास्थ्य विभाग की जानकारी में यह मामला पूर्व में आ चूका हैं।।अभी भी फर्जी डिग्री धारक स्वास्थ्य विभाग में ठीके हुए हैं।स्वास्थ्य विभाग को इन डिग्रियों और उनकी प्रमाणिकता की जांच करा कर कार्यवाही अम्ल  में लानी चाहिए।।इस आशय का ज्ञापन भी मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री को प्रेषित किया गया हे।।।

फर्जी डिग्री।।।प्रकरण।।बाड़मेर सहित जालोर सिरोही और जैसलमेर में फेला कारोबार।।

लेब टेक्नीशियन की फर्जी डिग्रियों का कारोबार सिर्फ बाड़मेर ही नही जालोर सिरोही और जैसलमेर तक फेल हैं ।इस गिरोह का सरगना कुछ महीनो तक स्थानांतरित होकर सिरोही पोस्टिंग पे गया तब उसने सिरोही और जालोर में अपना कारोबार विस्तारित किया।इन जिलो में लगे नब्ब फीसदी लेब तकनीशियन अपनी डिग्रिया इस गिरोह से ख़रीदे हैं। सूत्रो ने बताया की गत महीनो हुई स्याम सेवी संस्थाओ के माध्यम से लेब तानिशियां की भर्ती में इन्ही डिग्री धारको को नियुक्ति हुआ हैं।सेल्फ मेड डिग्रिया धड़ले से बेचीं जा रही हैं।जिला प्रशासन चुप हैं।बाड़मेर प्रशासन के सामने यह मामला उजागर हुआ था तत्कालीन जिला कलेक्टर ने जांच कमिट का गठन भी किया मगर नतीजे धाक के तीन पात रहे।।जांच को माफियो ने आगे बढ़ने ही नही दिया।इस गिरोह संचालको के साथ बड़मेट की एक स्याम सेवी संस्था भी लंबे समय से जुडी हैं। जो फर्जी तरीके से बिना प्लेसमेंट एजेंसी पंजीयन के में पवार सरकारी विभागों में उपलब्ध करा रही हैं।।जैसलमेर में बड़ी तादाद में लेब टेक्नीशियन इन्ही डिग्रियों से नियुक्तियां पा चुके हेन्।।

रविवार, 25 अक्तूबर 2015

विश्लेषण। . मुख्यमंत्री का तीन दिवसीय दौरा। जन प्रतिनिधियों को ज्यादा वेटेज नही ,अधिकारियो पर किया भरोसा

विश्लेषण। . मुख्यमंत्री का तीन दिवसीय दौरा। जन प्रतिनिधियों को ज्यादा वेटेज नही ,अधिकारियो पर किया भरोसा

बाड़मेर अपनी आक्रामक छवि के लिए जानी जाने वाली राज्य की मुखिया महारानी वसुंधरा राजे आपका जिला आपकी सरकार के तहत तीन दिन बाड़मेर शहर में थी ,वेक मुख्यमंत्री के नाते वसुंधरा राजे का दौरा बाड़मेर को कोई खास सौगात पाया ,घोषणाए की जो आवश्यक थी ,बाड़मेर के जन प्रतिनिधियों की चासनी वो पहले से जानती हैं किसी भी नेता को खास वेटेज नही दिया ,सरकारी अधिकारियो पर ज्यादा भरोसा रखा योजनाओ का फीड बेक उनसे ही लिया निरीक्षण में भी किसी नेता को साथ न रखना साफ़ संकेत था की वसुंधरा एक मुख्यमंत्री की तरह कार्य की इच्छा लेके आई ,पार्टी कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियों को उन्होंने फीड बेक देने का पूरा मौका दिया जिसमे सब असफल रहे कोई ज्वलंत मुद्दो और विकास योजनाओ पर नही बोल सके कारण बीजेपी के पदाधिकारी या कार्यकर्त्ता विकास योजना के बारे में जानते ही नही ,

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पुरे सांसद रामचरण बोहरा को नज़दीक रख बाड़मेर के सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी को साफ़ संकेत इशारो इशारो में दे दिए ,कर्नल वसुंधरा राजे से जिस वेटेज की उम्मीद लगाये बैठे थे वो पूरी नही हुई ,पिछले छ माह से वसुंधरा कर्नल को इग्नोर कर रही हैं यह जयपुर के सूत्र बताते हैं ,बाड़मेर के सभी विधायको में कोई विधायक वसुंधरा के समक्ष अपना प्रभाव नही जमा पाया ,नही वसुंधरा ने कोई ज्यादा लगाव किसी विधायक के प्रति दिखाया ,डॉ प्रियंका चौधरी के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शिरकर जरूर की मगर संस्थान के लिए कोई घोषणा नही की ,जबकि उम्मीदे थी ,कुछ नेता को बिलकुल फेल हो गए ,छूट भैये नेताओ ने शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह के विरोध में बोल मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षण करने का असफल प्रयास किया ,वसुंधरा राजे ने उनकी बाते अनसुनी कर दी ,पुरे यात्रा में तन सिंह चौहान की स्थति ठीक लगी वसुंधरा राजे के साथ उनकी ट्यूनिंग अन्य नेताओ से बेहतर लगी ,वसुंधरा राजे जिलानी जमात के कार्यक्रम में महज तन सिंह के कारण गई ,

वसुंधरा राजे तीन दिन के प्रवास में बाड़मेर कलेक्टर मधुसूदन शर्मा को रखा दो दिन तो काफी खुस थी उनके प्रजेंटेशन से ,तीसरे दिन मेराथन बैठक में शायद कलेक्टर नर्वस हो गए ,उनके द्वारा रात्रि चौपाल जनसुनवाई कार्यक्रम बेहतर तरीके से की जा रहे हैं मगर वो मुख्यमंत्री को जवाब दे पाते राकेश कुमार ने खेल बिगाड़ दिया ,हालाँकि वसुंधरा राजे को बाड़मेर जिले का फीड बेक बेहतर तरीके से दिया ,मुख्यमंत्री बाड़मेर के लॉ एंड आर्डर से काफी नाराज दिखी ,पुलिस अधीक्षक जिले में शानदार कार्य कर रहे हैं मगर वसुंधरा राजे के दौरे के समय धारा 144 के बावजूद धरने प्रदर्शन से खासी नाराज दिखी। बिजली पानी सड़क विभाग तो हमेशा मुख्यमंत्री और नेताओ के टारगेट पे रहता हैं यही विभाग उन्हें वोट दिलाते हैं ,इन विभागों को अच्छे से डांट डपट दिया ,आर यु दी पी नगर परिषद आयुक्त नंबर नही बढ़ा सके ,बिना परमिशन पोस्टर लगाना शहर में आयुक्त पर भारी पद सकता हैं ,आरोग्य योजना अतिरिक्त जिला कलेक्टर पर भारी पड़ने वाली हैं ,बाड़मेर उप खंड अधिकारी को चलता किया जायेगा अगली सूचि में ,कुछ मुद्दो पर कई अधिकारी चपेट में आते लेकिन बच गए बाल बाल ,कुल वसुंधरा राजे का बाड़मेर दौरा एवरेज ही रहा ,दो चार दिन अधिकारियो की साँसे फूली रहेगी ,




कई अधिकारियो पर गाज गिर सकती हैं ,

बाड़मेर : माथुर पोस्टर पर वसुंधरा राजे ने मांगी रिपोर्ट।।

बाड़मेर : माथुर पोस्टर पर वसुंधरा राजे ने मांगी रिपोर्ट।।


बाड़मेर बाड़मेर में ओम माथुर के पोस्टर क्या लगे राज्य की राजनीती में आग लग गयी ।।खुद माथुर हैरान। उन्जोने अपना खंडन जारी किया।वास्तविकता हे की ओम माथुर का कोई गट बाड़मेर में नही हे।ऐसे में वडुंधर राजे का चोंकना स्वाभाविक था।उन्होंने माथुर पोस्टर प्रकरण पर पूरी रिपोर्ट मांगी हैं।आखिर पोस्टर किसने लगाये।नगर परिषद् क्षेत्र में स्वीकृति दे गयी ।स्वीकृति नही ली तो पोस्टर हटाए क्यों नही।।मुख्यमंत्री यात्रा के दौरान विरोध की राजनीती हावी रही।कानून व्यवस्था पे कोई ध्यान नही गया मुख्यमंत्री जबरदस्त नाराज होक गयी।।कई आला अधिकारियो पर गाज गिरेगी आने वाले दिनों में।।।

शनिवार, 24 अक्तूबर 2015

बाड़मेर जसवंत समर्थको का आक्रोश बरकरार दूसरे दिन भी वसुंधरा राजे के पुतले जलाये

बाड़मेर जसवंत समर्थको  का आक्रोश बरकरार दूसरे दिन भी वसुंधरा राजे के पुतले जलाये 


बाड़मेर पूर्व वित्त विदेश मंत्री जसवंत सिंह खुद तो अस्वस्थता के चलते दिल्ली हैं मगर उनके समर्थको में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रति आक्रोश बरकरार हैं ,मुख्यमंत्री की यात्रा के पहले दिन आधा दर्जन से अधिक स्थानो पर पुतले जला कर रोस व्यक्त किया श आज दूसरे दिन शहर के गांधी चौक में जसवंत सिंह के समर्थको ने बड़ी संख्या में एकट्रिओट होकर वसुंधरा राजे का पुतला फूंका ,जसवंत सिंह जिंदाबाद के नारे लगाये ,

मुख्यमंत्री ने कहा रिफायनरी बाड़मेर में लगेगी ,जिले के विकास की कई घोषणाए

बाड़मेर मुख्यमंत्री ने किया स्वर्गीय गंगाराम की मूर्ति का अनावरण 


मुख्यमंत्री ने कहा रिफायनरी बाड़मेर में लगेगी ,जिले के विकास की कई घोषणाए 
बाड़मेर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार दोपहर को किसान कन्या छात्रावास में किसान नेता स्वर्गीय गंगाराम चौधरी की मूर्ति का अनावरण ,किया,समारोह में सतपाल मालिक ,जिला अध्यक्ष कान सिंह कोटड़ी ,विधायक हमीर सिंह तरुण कागा लादूराम विश्नोई कैलाश चौधरी राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी सहित कई नेता उपस्थित थे ,

प्रियंका चौधरी ने वसुंधरा राजे को शॉल ओढ़कर इस्तकबाल किया , मुख्यंमंत्री वसुंधरा राजे का उद्बोधन शुरू ।।कन्या छात्रावास की बिल्डिंग की तारीफ़ की।उन्होंने कहा की छात्राओ को शिक्षित करना समय की मांग हैं।।उन्होंने कहा काम हमारी पहचान हैं।हम कम किये बिना नही रह सकते।।उन्हीने कहा की स्वास्थ्य बीमा योजना योजना ला रहे हैं जिससे चार करोड़ लोगो को फायदा होगा।।राज्य में चल रहे विकास कार्यो की मोनिटरिंग के लिए सरकार आपके द्वार कार्यक्रम शुरू किया किया।।उन्होंने कहा की भामाशाह कार्ड योजना से भी लोगो को फायदा मिला।लोगो को जोड़ने का काम भामाशाह योजना ने किया।।: भामाशाह योजना का लाभ महिलाओ को मिलेगा घर की चाबी घन की चाबी अब महिलाओ को मिलेगी।जिलो की मांग पर विकास कार्यो की योजनाए बन रही हैं। आपका जिला आपकी सरकार योजना से जिलो का बेहतर विकास होगा।।उन्हीने कहा की एक जिले में तीन दिन रह कर सरकार कार्य और निगरानी करेगी। अधिकारियो के साथ विकास कार्यो का फीड बेक ले रहे हैं ।कितने काम स्वीकृत हुए कितने पुरे हुए।वसुंधरा ने कहा की बाड़मेर स्वच्छ भारत अभियान के विपरीत कचरे और गन्दगी के ढेर पड़े हैं ।आज मेने देखा की बाड़मेर में सफाई के प्रति गंवहिरत नही हैं ।उन्होंने आम जन से अपील की की आप खुद अपना घर गली साफ़ सुथरा रखे।।बाड़मेर को स्वच्छ भारत मिशन में नम्बर एक पे लाओ।  

 उन्होंने सीवान व् बायतु में कॉलेज के लिए 3 करोड़ की घोषणा की। 

  वसुंधरा राजे ने कहा की 76 हजार लोगो को रोजगार के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा।।नदियो को जोड़ने का काम मिल के किया जायेगा।।स्किल डेवलपमेंट में राजस्थान नम्बर एक पे हैं।।उन्होंने सरहदी जिलो के पाक विस्थापितों को आश्वस्त किया की उन्हें नागरिकता दी जायेगी ।कोई नही निकल सकता इन्हें।।पाक विस्थापितों के लिए नियम भी बदलेंगे।।उन्होंने कहा की दो साल में सरकार ने आम हित का पूरा ख्याल रखा।।जनता के काम किये।। 

 मुख्यंमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा की अब आठवी बोर्ड परीक्षा अनिवार्य होगी।।

  रिफायनरी पर बोली राजे

अख़बार व् विज्ञापनों में नहीं जमीन पर लगाएंगे रिफाइनरी!!!!PWC से जांच करवा कर फायदे के लगायेँगे रिफाइनरी।मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बाड़मेर में रिफायनरी लगाने की बात कही। नर्मदा योजना 2016 तक पूरा करने का दावा किया।

215 करोड़ आर ओ प्लांट बालोतरा के लिए
बालोतरा जल संयंत्र के लिए 2 15 करोड़ सहायता की घोषणा।बालोतरा उद्योग के लुए सरकार व्यापारियो को हरसंभव मदद करेगी।।मुख्यमंत्री ने कहा ।हम कोर्ट को पूरा कन्वेंस कर रहे है



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बाड़मेर मुख्यमंत्री निकली आकाशमिक निरीक्षण में जलदाय विभाग और हाई वे सड़क निर्माण का किया निरीक्षण

बाड़मेर मुख्यमंत्री निकली आकाशमिक निरीक्षण में जलदाय विभाग और हाई वे सड़क निर्माण का किया निरीक्षण 


बाड़मेर तीन दिवसीय दौरे पर आई मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शनिवार को बिना किसी तामझाम और करगेट के जालीपा आर्मी रेस्ट हाउस से निकल पड़ी ,उन्होंने बाड़मेर आते बीच रस्ते गाडी रोक नेशनल हाई वे ११२ पर चल रहे सड़क निर्माण के कार्य की गुणवत्ता को परखा। सड़क निर्माण की गुणवत्ता से नाराज मुख्यमंत्री ने अधिकारियो को तत्काल तलब किया मगर अधिकारी आढगे घंटे तक मोके पर नही पहुँच पाये जिससे मुख्यमंत्री और नाराज हो कर आगे निकल गयी ,उन्होंने अपना वाहन सीधे जलदाय विभाग कार्यालय के आगे जाकर रोक ,उन्होंने आक्ष्मीक निरीक्षण किया विभाग का अव्यव्स्थाए देख मुख्यमंत्री ने विभाग के अधिकारियो को जम कर लताड़ पिलाई ,अधिकारियो को स्पस्ट कहा की बाड़मेर में पेयजल व्यवस्था में सुधर करो वार्ना कुछ भी हो सकता हैं ,उन्होंने विभागीय व्यवस्थाओ के साथ साफ़ सफाई पर भी नाराजगी जताई ,उनके साथ जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा सहित कई अधिकारी पीछे पहुंचे। मुख्यमंत्री से पानी   टेस्ट किया बाद में ओवर हेड टेंक को भी देखा ,अव्यवस्थाए देख बिफर गए मुख्यमंत्री ,

शुक्रवार, 23 अक्तूबर 2015

बाड़मेर जसवंत समर्थको का आक्रोश फूटा ,जगह जगह मुख्यमंत्री के पुतले फूंके

बाड़मेर जसवंत समर्थको का आक्रोश फूटा ,जगह जगह मुख्यमंत्री के पुतले फूंके 


बाड़मेर राज्य की मुखिया वसुंधरा राजे के खिलाफ आज जसवंत समर्थको का आक्रोश जबरदस्त तरीके से फूटा ,जिले में कई स्थानो पर जसवंत समर्थको ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुतले फूंके ,पुतले फूंकने से पहले गाजे बाजे के साथ शव यात्रा भी निकली ,बाड़मेर शहर में राजकीय महाविद्यालय के आगे सेकड़ो समर्थको ने एकत्रित होकर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका तथा जसवंत सिंह जिंदाबाद के नारे लगाये ,स्वाभिमान अमर रहे के नारे भी लगाये ,बायतु क्षेत्र के परेउ ,रामसर ,गडरा शिव सहित कई स्थानो पर पुतले फूंके 

बाड़मेर भाड़े के उद्यमिता केंद्र पर पर्दा ,हद हो गयी राज्य की मुखिया की उपस्थिति में केयर्न के महिला अधिकारी

बाड़मेर भाड़े के उद्यमिता केंद्र पर पर्दा डालने के लिए केयर्न की तानाशाही।।जन प्रतिनिधियों और मीडिया को अंदर आने से रोका।हद हो गयी राज्य की मुखिया की उपस्थिति में केयर्न के महिला  अधिकारी ।।विधायको का सरे आम अपमान।।


बाड़मेर राज्य की मुखिया वसुंधरा राजे  का पहला कार्यक्रम केयर्न के उद्यमिता विकास केंद्र में रखाबोगस ट्रेनिंग सेंटर के रूप में विख्यात हो चुके इस केंद्र में मुख्यमंत्री को जिला प्रशासन क्या दिखाना चाहता था।भाड़े की महिलाओ को लाकर अपने प्रशिक्षणार्थी बता कर केयर्न के अधिकारी अपनी फर्जी वादे पर पर्दा डालने में जूट गए ।केयर्न की महिला अधिकारी का दुःसाहस ही था की बाड़मेर के जन प्रतिनिधियों और मिडिया को गेट पर ही रोक दिया।केयर्न की अधिकारियो को डर था की कही भाड़े के प्रशिक्षार्थियों का प्रदफास् न हो जाए।।विधायको की ऐसी बेइज्जती शायद पहले कभी हुई हो।आखिर क्या हर्ज था उन्हें अंदर आने देने में।आप अच्छा काम कर रहे हो तो लाखो लोगो के बीच जाना चाहिए।मगर कॉर्न के अधिकारी अपना फर्जीवाड़ा खुलने को लेकर आसंकित थे इसीलिए उन्होंने स्थानीय जन प्रतिनिधियों और मिडिया को अंदर तक आने नही दिया।।बेशर्मी और तानाशाही की हद होती है।कमीशनखोरी पे चल रहे इस उद्यमिता केंद्र की उपयोगिता किसी से छुपी नही हैं।लाख पर्दा डालो वास्तविकता तो बाहर आएगी।।।।बाड़मेर में काम करते हे और बाड़मेर के ल9गो का इस तरह सरे आम अपमान।।केयर्न के बुरे दिन शुरू हो गए लगते हैं।।उद्यमिता केंद्र की वास्तविक रिपोर्ट मुख्यमंत्री को अवगत हो ही जायेगी।

बाड़मेर में ’आपका जिला-आपकी सरकार’ कार्यक्रम राज्य के युवा बनेंगे ग्लोबल सिटीजन-मुख्यमंत्री




बाड़मेर में ’आपका जिला-आपकी सरकार’ कार्यक्रम राज्य के युवा बनेंगे ग्लोबल सिटीजन-मुख्यमंत्री

बाड़मेर/जयपुर, 23 अक्टूबर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि प्रदेश के युवाओं को ग्लोबल सिटीजन बनाने के लिए उनमें कौशल विकास करना आवश्यक है। राज्य सरकार इसके लिए विभिन्न स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम चलाकर यह प्रयास कर रही है कि हमारे युवा राजस्थान में ही नहीं, दुनिया में कहीं भी जाकर काम कर सके।

श्रीमती राजे ने शुक्रवार को ’आपका जिला-आपकी सरकार’ कार्यक्रम के तहत बाड़मेर जिले में केयर्न उद्यमिता केन्द्र, थार क्षेत्र में तैयार होने वाले हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, दांता का अवलोकन किया।

हस्तशिल्प कलाओं को पुनर्जीवित किया जायेगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की हस्तशिल्प एवं दस्तकारी कलाओं को पुनर्जीवित किया जायेगा। इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है। इससे राज्य की कला और संस्कृति का संरक्षण होगा तथा गांव में ही लोगों को रोजगार के सुनहरे अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हस्तशिल्पकारों एवं दस्तकारों के उत्पाद के प्रदर्शन एवं मार्केटिंग के लिए दिल्ली के बीकानेर हाउस में पुख्ता व्यवस्था की है वहां एक माह के लिए बारी-बारी से कलाकार जाकर अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने लिया बाजरे की रोटी और काचरी की चटनी का स्वाद

श्रीमती राजे ने बाजरे की रोटी और काचरी की चटनी का स्वाद भी चखा। उन्होंने गुढाल में आयोजित हस्तशिल्प प्रदर्शनी के दौरान बाड़मेर का प्रसिद्ध परम्परागत भोजन खाया। बाजरे की रोटी, बाजरे के पकौड़े, काचरी की चटनी, आलन और चने की सब्जी मुख्यमंत्री ने बडे़ चाव के साथ खाई।

शिल्प प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री ने की खरीददारी

श्रीमती राजे प्रदर्शनी में हस्तशिल्प व दस्ताकारी के अनूठे एवं कलात्मक उत्पाद देखकर मुख्यमंत्री गदगद हो गई। उन्होंने शिल्पकारों से उनकी कला के बारे में बातचीत करते हुए जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आप इस क्षेत्र में परिश्रम कर बहुत ही सुंदर काम कर रहे हैं। प्रदर्शनी से मुख्यमंत्री ने चंदेरी सिल्क और एल्पीक फेब्रिक की साड़ियां खरीदी।

श्रीमती राजे ने प्रदर्शनी में बाड़मेरी अजरक प्रिंट, चमडे़ पर कशीदाकारी, लकड़ी पर नक्काशी का कार्य हैण्डलूम पर वस्त्र उत्पाद, बाड़मेर के ऊनी पट्टू, हाथ की आरी का कार्य तथा महिलाओं द्वारा कपडे़ पर की जा रही बारीक कशीदाकारी का काम बहुत ही रूचि के साथ देखा।

’हैलो इंग्लिश’ एप का हो इस्तेमाल

मुख्यमंत्री ने केयर्न उद्यमिता केन्द्र में कई कक्षाओं और प्रयोगशालाओं में प्रशिक्षु युवाओं से उनके पाठ्यक्रम व प्रशिक्षण के बारे में चर्चा की। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से शैक्षिक योग्यताओं एवं अनुभव के बारे में सवाल किए तथा पूछा कि क्या वे इस कोर्स से खुश हैं, प्रशिक्षण के बाद उन्होंने क्या करने का सोचा है, क्या यहां आने से उनका आत्मविश्वास बढ़ रहा है और यह कोर्स रोजगार से लिंकअप हो जायेगा? उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि इसके केन्द्र में बाड़मेर के अलावा सिरोही तथा अन्य जिलों के युवा भी प्रशिक्षण ले रहे हैं।

श्रीमती राजे ने उद्यमिता केन्द्र पर स्पोकन इंग्लिश लैब में युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अंग्रेजी पूरे विश्व की भाषा है। उन्होंने केन्द्र के अधिकारियों को राज्य सरकार के ’हैलो इंग्लिश’ एप का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यह एप बहुत प्रभावी है और इसके माध्यम से कोई भी अंग्रेजी भाषा सीख सकता है।

मुख्यमंत्री ने उद्यमिता केन्द्र में युवाओं से बातचीत की तथा उन्हें राज्य और केन्द्र सरकारों की उद्यमिता विकास योजनाओं के बारे में जानकारी दी। महिला राज मिस्त्रियों से बातचीत के बाद श्रीमती राजे ने अधिकारियों से मनरेगा जैसे कार्यक्रमों में उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

उन्होंने केयर्न के रोड सेफ्टी प्रशिक्षण वाहन की सराहना करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा के बारे में संदेश देने के लिए यह बहुत उचित माध्यम है क्योंकि इससे संदेश देना बहुत आसान है। उन्होंने अधिकारियों को परिवहन विभाग के रोड सेफ्टी कार्यक्रम के दौरान इस वाहन का प्रदर्शन पूरे राज्य में निर्देश दिए।

बाड़मेर की अनार को मिला थार अनार का नाम

मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने कृषि विज्ञान केन्द्र, दांता में आयोजित अनार उत्पादक किसान प्रशिक्षण शिविर में जिले में तैयार किए जा रहे अनार के उन्नत पौधे पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए इसका ब्राण्ड नामकरण थार अनार के रूप में किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि थार की यह अनार भारत में धूम मचायेगी।

सहमति से निकालेंगे रोजड़ों और सुअर की समस्या का हल

प्रशिक्षण शिविर में काश्तकारों ने मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि रोजडे़ और सुअर उनकी खेती को नष्ट करते हैं। उनकी फसलों को बचाने के लिए सरकार कोई उपाय करे। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विषय में कई सुझाव आए हैं, उनमें खेतों की तारबंदी, मेडबंदी और रोजड़ों का रासायनिक बंध्यीकरण है। रोजडे़ और सुअर फसल को नष्ट नहीं करें इसके लिए सभी की सहमति से कोई हल निकाला जायेगा।

श्रीमती राजे ने यहां प्रदर्शित औषधीय वनस्पति, फलों तथा कम पानी वाली फसलों के उत्पादन के बारे में कृषि विशेषज्ञों से चर्चा की। श्रीमती राजे ने औषधीय पादप उद्यान में गुगल, गिलाॅय, शंखपुुष्पी, मुलेठी, अग्निमंथ, जीवन्ती, शतावरी, ग्वारपाठा, अडसू, हाडजोड़, अपराजिता, ब्राह्मी, हाथी घास, सेवण आदि का निरीक्षण किया।

श्रीमती राजे ने यहां मृदा एवं पानी जांच प्रयोगशाला पादप स्वास्थ्य परीक्षण प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया तथा कृषि विज्ञान केन्द्र में तैयार किए जा रहे आंवले, बेर, खजूर, अनार, अमरूद व नीबू के पौधों के बारे में गहनता से जानकारी ली। उन्होंने केंचुआ खाद प्रदर्शन व आजोलाई यूनिट प्रदर्शन का भी अवलोकन किया।

लोगों में असीम उत्साह

श्रीमती राजे के बाड़मेर दौरे को लेकर स्थानीय नागरिकों में असीम उत्साह था। बाड़मेर शहर में विभिन्न स्थानों पर मुख्यमंत्री का नागरिकों ने आत्मीयता एवं गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। मुख्यमंत्री को जगह-जगह पर चुनरी ओढाई गई तथा पुष्प वर्षा की गई।

इससे पहले मुख्यमंत्री का बाड़मेर के उत्तरलाई वायुसेना हवाई अड्डे पहुंचने पर राजस्व राज्यमंत्री श्री अमराराम चैधरी, सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी और श्री रामचरण बोहरा, स्थानीय विधायकों, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों तथा अन्य गणमान्यजनों ने स्वागत किया।

foto बाड़मेर मुख्यमंत्री राजे किया उद्यमिता केंद्र का अवलोकन ,पौधरोपण भी किया

बाड़मेर मुख्यमंत्री राजे किया उद्यमिता केंद्र का अवलोकन ,पौधरोपण भी किया 



बाड़मेर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने बाड़मेर दौरे की शुरुआत केयर्न द्वारा स्थापित उद्यमिता केंद्र के निरीक्षण से की ,राजे एयरपोर्ट से सीधे उद्यमिता केंद्र पहुंची जन्हा उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया ,राजे ने केंद्र परिसर में पौधरोपण भी किया बाद में उद्यमिता केंद्र में निर्मित हस्तशिल कपड़ो और अन्य वस्तुओ का अवलोकन कर जानकारी ली ,जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा और बायतु विधायक कैलाश चौधरी साथ थे 

रविवार, 18 अक्तूबर 2015

मुख्यमंत्री विजिट।।जनप्रतिनिधि किस मुंह से अपना रिपोर्ट कार्ड देंगे।दो साल से खाली हाथ।

मुख्यमंत्री विजिट।।जनप्रतिनिधि किस मुंह से अपना रिपोर्ट कार्ड देंगे।दो साल से खाली हाथ। 


बाड़मेर राज्य की मुखिया वसुंधरा राजे तीन दिवसीय यात्रा पर बाड़मेर आ रही हैं।इस यात्रा में सिवाय मीटिंग के कोई कार्यक्रम नही हैं ।क्योंकि कोई विशेष योजना बाड़मेर के लिए कोई जन प्रतिनिधि स्वीकृत ही नही करा पाये।विशेष योजना की बात छोड़ भी दे तो इन दो सालो में सिवाय शिव विधायक को छोड़ को विधयाक अपेक्षाओं पर खरा नही उतरा।बाड़मेर की जनता को आज भी मुलभुत सुविधाओ के लिए तरसना पड़ रहा हैं।यह बाड़मेर की जनता का दुर्भाग्य हे की आज़ादी के 68 सैप बाद भी उन्हें बिजली पानी सड़क शिक्षा और स्यास्थ्य जैसी सुविधाए हासिल करने के लिए संघर्षा करना पड़ रहा हैं। बात विधायको की बाड़मेर में कांग्रेस विधायक हे उनकी बात इस मंच पर न करे बेहतर होगा।सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल से शुरू करे।।हमीर सिंह सिवाना से छीनी कॉलेज वापस लाये ।यही एक मात्र सफलता हैं।आम जन के लिए कोई हितार्थ कार्य शून्य।।चोहटन विधायक तरुण कागा जिनके पास सबसे बेहतर कार्य का मौका था।चाहे विस्थापितों का मामला हो या बाखासर में पोर्ट निर्माण।या हस्तशिल्पियों के लिए बिक्री केंद्र।।एक भी काम नही।।बी दी ओ और अन्य स्थानंतर्नो से ऊपर उठे ही नही।।।चोह्टन के खाते में एक भी काम नही।।पचपदरा विधायक अमराराम चौधरी ।।इनके खाते में राजस्व मंत्री बनाना सबसे बड़ी सफलता ।मगर पेयजल की रुकी तीन बड़ी स्कीमो को पैसा नही दिला पाये।रिफायनरी को पचपदरा में लगाने की पैरवी तक नही की।बालोतरा का उद्योग धंधा चोपट हो गया व्यपरितो को उनकी तरफ से को मदद आश्वाशन नही। पालिका और पंचायत चुनाव हारे अलग से।।उपलब्धि शून्य।।गुडा विधायक लादूराम विश्नोई जो कभी वसुंधरा राजे के बेहद करीबी सलाहकार रहे।मगर अपन पहले विधायकी कार्यकाल में एक भी काम नही करा पाये काम तो दूर क्षेत्र में ही नही जाते।जबकि नर्मदा जैसी बड़ी योजना का लाभ गुडा धोरीमन्ना को दिला सकते थे।जीरा मंडी की स्थापना भी करवा सकते थे नही करवा पाये।।उपलब्धि शून्य।।बायतु विधायक कैलाश चौधरी।युवा और तेज़ तरार विधायक।किसान मोर्चा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष।किसानो के लिए एक भी योजना नही ।बायतु में कोई विकास नही।।बालोतरा गृह मुख्यालय होने से आम जन के काम नही।।ट्रांसफर में दखल अच्छा रहा।विकास के नाम उनके खाते में कोई ख़ास उपलब्धि नही।जबकि बायतु में पेट्रो केमिकल यूनिवर्सिटी की पैरवी वो कर सकते थे।।विधायको में शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह इन सबसे कुछ बेहतर रहे।रामसर तक नर्मदा योजना का विस्तार ।शिव में 1 7ग्राम पंचायतो में विशेष पैकेज केतहत सफको का निर्माण।।आर ओ प्लांट की स्थापना।बाड़मेर लिफ्ट केनाल का बजट रिवाइज बसिया क्षेत्र में सेना की अवाप्ति और बाड़मेर जिले से डी इन पी को हटाने की उपलब्धि हे उनके खाते में।इन सभी विधायको के विधायक कोष की राशि के उपयोग दुरूपयोग की बात बेमानी हैं।बीजेपी के एक वरिष्ट नेता की बात माने तो कोष की राशि का दुरूपयोग ही हुआ जरूरतमन्द को इसका लाभ नही मिला।।क्षेत्रीय सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी की खाते में कोई विशेष उपलब्धि नज़र नही आई।कांग्रेस में रहते रिफायनरी को लेकर हीरो बने मगर बीजेपी आने के बाद उन्होंबे रिफायनरी और किसानो की पैरवी नही की।।।साथ ही डोडा पोस्ट जैसे गंभीर मुद्दे पर भी उन्होंने ग्रामीणों साथ नही दिया।।अधिकारितो के साथ द्वेषपूर्व व्यव्हार चर्चा का विषय रहा हमेशा।।अब जब मुख्यमंत्री बाड़मेर आ रही हैं।मुख्यमंत्री विधायको ऐ रिपोर्ट कार्ड तलब करने वाली हैं।बाड़मेर की जनता को इन जन प्रतिनिधियों को अच्छे से समझ चुकी हैं।मुख्यमंत्री भी इनके कार्यो को नजदीक से अच्छे से देख लेगी तो उन्हें भी तसली हो जायेगी की इन दो सालो में बाड़मेर की जनता को विकास के नाम पर कैसे ठगा इनके नुमाइंदों ने।।बाड़मेर की किस्मत कुछ ठीक थी की अधिकारी ठीक ठाक आ गए जिन्होंने सरकारी योजनाओ की क्रियान्विति से आम जन को उद्देलित होने नही दिया।बीजेपी के नेता अब भी नही सुधर रहे ।अभी मुख्यंत्री के दौरे से पहले हो रही बैठको में जन विकास पर नही किन किन अधिकारियो को बाड़मेर से रवाना करना हे पे चर्चाए हित्ती हैं।जिले में बेहतर कार्य करने वाले कुछ अधिकारी इनके निशाने पर हैं ।मगर बाड़मेर की सही और वास्तविक स्थति की रिपोएट मुख्मंत्री तक पहुँच चुकी हैं।ऐसे में मेडम अपने दौरे में इन जान प्रतिनिधियों की क्लास किस तरह लेगी देखने वाली बात हैं।BNT@@$@

रविवार, 27 सितंबर 2015

पर्यटन दिवस पर वसुंधरा ने लिखा- सत्कार की अनूठी परंपरा निभा रहा है राजस्थान

पर्यटन दिवस पर वसुंधरा ने लिखा- सत्कार की अनूठी परंपरा निभा रहा है राजस्थानपर्यटन दिवस पर वसुंधरा ने लिखा- सत्कार की अनूठी परंपरा निभा रहा है राजस्थान


शौर्य और साहस की अनगिनत गौरव गाथाएं समेटे महल, कल-कल करती झीलें, प्रकृति प्रेमियों और वन्य जीवन में रूचि रखने वालों के लिए राष्ट्रीय उद्यान अभयारण्य और त्योहारों का अलग स्वरूप ये सब एक जगह मिलते हैं और वो है राजस्थान। देश में पर्यटन की बात राजस्थान के बिना संभव ही नहीं है। यहां का स्वागत-सत्कार ताउम्र भूल नहीं पाते हैं पर्यटक।

अब तक इसे राजाओं की धरती ही माना जाता रहा है लेकिन यहां इससे भी बहुत ज्यादा है अनुभव करने के लिए। यात्रा को यादगार बनाने के लिए। यहां की रंगारंग संस्कृति और स्वादिष्ट व्यंजन इसे अलग पहचान देते हैं। स्थानीय लोगों के बीच संगीत और नृत्य अभ्यास भी बहुत ही जीवंत और आकर्षक हैं, इन बातों के अलावा ये जगह अपने लाजवाब आर्टवर्क के लिए भी जानी जाती है। यहां की पारंपरिक कलात्मक पोशाकें, जिसमें शीशे के काम देखा जा सकता है। कला प्रेमियों के लिए राजस्थान स्वर्ग से कम नहीं है। यहां के महल, हवेली, किले उम्दा वास्तुकला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। त्योहारों का भी रंग यहां अलग दिखाई देता है। यहां होली, तीज, दीपावली, संक्रांति और जन्माष्टमी का विशेष महत्व है इसके अलावा, वर्ष में एक बार मनाया जाने वाला, ऊंट और पशु मेला भी राज्य के प्रमुख उत्सव हैं।

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान, सरिस्का टाइगर रिजर्व, दरा वन्य प्राणी अभयारण्य और कुम्भलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य प्रकृति प्रेमियों और वन्य जीवन में रुचि रखने वाले लोगों के लिए तोहफे के समान हैं। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और बीकानेर जैसे खूबसूरत शहरों की भव्यता देखते ही बनती हैं। इसके अलावा यहाँ बांसवाड़ा, कोटा, भरतपुर, बूंदी, विराट नगर, सरिस्का और शेखावाटी जैसे भी दर्शनीय स्थल हैं जो राजस्थान की असली खुशबू को समेटे हुए हैं। झीलों की नगरी उदयपुर की सुंदरता देखती ही बनती हैं वहीं झुलसती गर्मी में प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू यादगार अनुभव देता है। वहीं परमाणु परीक्षण झेलने वाली शक्तिशाली धरती पोकरण भी यहीं मौजूद है। लेटिन दार्शनिक और बिशप सेंट ऑगस्टाइन ने कहा था कि " ये दुनिया एक किताब है और जो लोग यात्रा नहीं करते उन्होंने अपने जीवन में केवल एक ही पेज पढ़ा है। राजस्थान उसी किताब का खास हिस्सा है।

-वसुंधरा राजे, मुख्यमंत्री, राजस्थान

शनिवार, 19 जुलाई 2014

रोडवेज नहीं होगा बंद-मुख्यमंत्री

जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रोडवेज को बंद करने और बस अड्डों का निजीकरण करने की आशंकाओं के बीच भरोसा दिलाया कि रोडवेज को बंद नहीं किया जाएगा और न हीं इसके कर्मचारियों की नौकरी पर कोई विपरीत प्रभाव पड़ेगा। राजे ने शुक्रवार को विधानसभा में बजट पर बहस का जवाब देते हुए कहा कि सरकार का उद्देश्य रोडवेज के हालात सुधार कर इसे लाभ की स्थिति में लाना है। उन्होंने कहा कि रोडवेज को बंद करने और बस अड्डों के निजीकरण की आशंकाएं आधारहीन एवं तथ्यों से परे हैं।
Roadways not will be closed-CM

आरएसआरटीसी को बंद करने का कोई कार्यक्रम नहीं हैं। सरकार आरएसआरटीसी को और सशक्त बनाना चाहते हैं। आम जनता को सुगम एवं सुरक्षित परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक योजनाबद्ध रिफॉर्म लिंक्ड असिस्टेंस प्रोग्राम के तहत डि नेशनलाइजेशन किया जा रहा है। साथ ही राजस्थान स्टेट बस पोर्ट सर्विसेज कॉर्पोरशेन गठित कर रहे हैं। यह कॉर्पोरेशन एक पब्लिक सेक्टर अण्डरटेकिंग होगा, जिसको निजी हाथों में नहीं दिया जाएगा। राज्य परिवहन निगम भी अपनी ऑपरेशनल परफॉरमेंस सुधारने के उद्देश्य से अपनी बस फ्लीट में वृद्धि भी कर सकेगा एवं अपनी सेवाओं को प्रतिस्पर्घा माहौल में बेहतर बनाएगा, जिससे लोगों को सड़क परिवहन में सुरक्षा और सुगमता रहेगी।

आरएसआरटीसी को घाटे की स्थिति से उबारने के लिए बस स्टैण्ड की भूमियों की एवज में अतिरिक्त अंश पूंजी दी जाएगी। इस साल 360 करोड़ रूपए की अंश पूंजी देने का प्रावधान किया गया है। रिफॉर्म लिंक्ड असिस्टेंस कार्यक्रम के तहत आरएसआरटीसी की ऑपरेशनल परफॉरमेंस और प्रोफेटिब्लिटी सुधारी जाएगी। सरकार आरएसआरटीसी को घाटे की स्थिति से उबारने के लिए 10 करोड़ प्रतिमाह की सहायता भी देगी। नई बसों की खरीद पर कोई रोक नहीं हैं। आरएसआरटीसी सरकार की स्वीकृति लेकर नई बसें खरीद सकती है।  

शनिवार, 5 जुलाई 2014

त्वरित टिपणी। … वसुंधरा राजे की मनरेगा को योजना में बदलने की सार्थक पहल ,स्वागत होना चाहिए


त्वरित टिपणी। … वसुंधरा राजे की मनरेगा को योजना में बदलने की सार्थक पहल ,स्वागत होना चाहिए

चन्दन  सिंह भाटी 

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने केंद्रीय ग्रामीण मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिख कर मनरेगा को गारंटी कानून से योजना में बदलने को लिख सार्थक और दूरदर्शी प्रयास किया हैं जिसका स्वागत होना चाहिए ,वसुंधरा मनरेगा की धरातलीय स्थति लिखी हैं की इस कानून से कोई फायदा जनता को नहीं हो रहा ,यही हकीकत हैं ,इस समय मनरेगा में सर्वाधिक भरष्टाचार ,हैं इस स्कीम से जुड़ा हर अधिकारी और कर्मचारी योजना का आनंद लेकर अपने घर भर रहे हैं ,जबकि जिन लोगो कानून को लाया गया उन्हें एक ढेले का फायदा नहीं हो रहा ,इस योजना से जुड़े अंतिम सरकारी व्यक्ति मेट से लेकर उच्च स्तरीय अधिकारी प्रति माह लाखो रुपयो से खेलते हैं जिन आवाम को रोजगार और मज़दूरी उपलब्ध करनी थी नहीं करा पाये ,कानून तो बना दिया मगर इसे व्यवस्थित रूप से लागु करने की सरकार नाकाम ,रही आज ग्राम पंचायत का सरपंच ,और ग्राम सेवक करोड़पति हो गए मेट लाखो में खेलता हैं ,मगर मज़दूर को उसकी मज़दूरी नहीं मिल रही। वसुंधरा की यह सोच की इसे योजना के रूप में चलाया सकारात्मक रूख हैं ,बाड़मेर हे ग्राम पंचायतो में आबादी से अधिक जॉब कार्ड जारी हो रखे हैं ,प्रत्येक में पचास से साठ फीसदी जॉब कार्ड फर्जी बने हे जिसका भुगतान सहायक से लेकर सरपंच तक मिलजुल कर बांटते हैं ,मनरेगा में एक भी काम सार्थक रूप से पुरे राजस्थान में नज़र नहीं आ रहा ,कहने को इस योजना में को दो लाख टांके बाड़मेर जिले हे मगर ऐसी से नब्बे फीसदी टांको का निर्माण हुए बिना भुगतान उठा लिया ,इस योजना में स्वीकृत कार्यो की उच्च स्तरीय जाँच हो जाये तो साड़ी पोल पट्टी सामने आ जाएगी ,बाड़मेर जिले में गत तीन सालो में कोई अठारह मगर धरातल पर पंचायत में कोई काम होता आपको दिखाई नहीं देगा ,मनरेगा कागजी गयी हे जिसका फायदा चंद प्रभावी लोग उठा रहे हैं ,इसे कानून से योजना में बदलने से शायद आम जान को रोजगार उपलब्ध हो जाये ,

रविवार, 26 जनवरी 2014

मुख्यमंत्री राजे ने ने आम टी स्टाल पर चाय पी । जीता लोगो का दिल


-मुख्यमंत्री राजे ने ने आम टी स्टाल पर चाय पी । जीता लोगो का दिल


जयपुर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रविवार को बड़ी चौपड़ पर ध्वजारोहण के बाद लौटते समय अचानक छोटी चौपड़ पर स्थित लक्ष्मीनारायण साहू कि चाय के ठेले पर गाड़ी रुकबवा कर आम आदमी कि तरह एक कट चाय को आर्डर दिया। अचानक अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर जयपुर के लोग निहाल से हो गए। वसुंधरा ने सामान्य कांच कि गिलास में ही चाय पी। आम जन से वार्तालाप भी किया। वसुंधरा ने कहा कि आम के प्रति आदर सम्मान बेहद जरुरी हें। इन लोगो करे सुख दुःख में हमारी भागीदारी रहेगी। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी के नाम पर लगने वाले नमो टी स्टाल और चाय वालो से दोस्ती कि राजनीती कि तर्ज पर वसुंधरा ने अच्छा आगाज़ किया। वसुंधरा ने कहा कि चाय वालो के प्रति मेरा पूरा आदर सम्मान हें।

गुरुवार, 12 दिसंबर 2013

foto..वसुंधरा राजे शुक्रवार को दूसरी बार लेंगी मुख्यमंत्री कि शपथ। ।वसुन्धर का जीवन परिचय











वसुंधरा राजे शुक्रवार को दूसरी बार लेंगी मुख्यमंत्री कि शपथ। ।वसुन्धर का जीवन परिचय 
वसुंधरा राजे सिंधिया (जन्म- 8 मार्च, 1953 ई. मुंबई) राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री होने का गौरव उनके साथ जुड़ा हें   हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया को राजनीति विरासत में मिली है।

प्रचंड लोकप्रियता फिर मुख्यमंत्री। । विधानसभा 2013 चुनावो में वसुंधरा राजे के नेतृत्व में भाजपा को प्रचंड ऐतिहासिक बहुमत मिला। 162 सीटो का चमत्कारिक आंकड़ा उनके नेतृत्व में मिला। तेरह दिसंबर को फिर वसुंधरा राजे राजस्थान कि दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेगी।
जीवन परिचय

वसुंधरा राजे सिंधिया का जन्म 8 मार्च, 1953 ई. को मुंबई में हुआ था। वसुंधरा राजे ग्वालियर के शासक जीवाजी राव सिंधिया और उन की पत्नी राजमाता विजया राजे सिंधिया की चौथी संतान हैं। वसुंधरा राजे ने प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट स्कूल, से प्रारम्भिक शिक्षा पूरी करने के बाद सोफिया महाविद्यालय, मुंबई यूनिवर्सिटी से इकॉनॉमिक्स और साइंस आनर्स से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है। वसुंधरा राजे की शादी धौलपुर राजघराने के महाराजा हेमंतसिंह के साथ हुई थी। वसुंधरा राजे तब से हीराजस्थान से जुड़ गईं थी। वसुंधरा राजे अध्ययन, संगीत, घुड़सवारी, फ़ोटोग्राफ़ी और बागबानी की शौक़ीन हैं। विभिन्न प्रकार की महँगी साड़ियाँ पहनना और उच्च रहन-सहन वसुंधरा राजे का शौक़ है। यह रूतबा देख कर राजस्थान की जनता ही नहीं, पक्षविपक्ष के नेता विधानसभा तक में उन्हें महारानी ही कहते थे
राजनीतिक सफ़र

वसुंधरा राजे को सन् 1984 में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया था। वसुंधरा राजे की कार्यक्षमता, विनम्रता और पार्टी के प्रति वफ़ादारी के चलते 1998-1999 में अटलबिहारी वाजपेयी मंत्रीमंडल में वसुंधरा को विदेश राज्य मंत्री बनाया गया। वसुंधरा राजे को अक्टूबर, 1999 में फिर केंद्रीय मंत्रीमंडल में राज्यमंत्री के तौर पर स्माल इंडस्ट्रीज, कार्मिक एंड ट्रेनिंग, पेंशन व पेंशनर्स कल्याण, न्यूक्लियर एनर्जी विभाग एवं स्पेस विभाग का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया।


वसुंधरा ने देश की राजनीति में अपनी क़ाबलियत से एक पहचान क़ायम कर ली। इसी बीच राजस्थान में भैरों सिंह शेखावत के उपराष्ट्रपति बनने से प्रदेश में किसी दमदार नेता का अभाव खटकने लगा। वसुंधरा के पुराने बैकग्राउंड को देखते हुए केंद्रीय पार्टी ने उन को राज्य इकाई का अध्यक्ष बना कर भेज दिया।
वसुंधरा राजे ने चुनावों के मद्देनज़र प्रदेश भर में परिवर्तन यात्रा निकाली। वसुंधरा राजे इस यात्रा के ज़रिये वे आम जनता से मिलती थीं। ख़ासतौर से वसुंधरा राजे महिलाओं को लुभाने के लिये जिस इलाके में जातीं उसी इलाके की वेशभूषा पहन कर जाती थीं। नतीजा यह हुआ कि विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे भारी बहुमत के बल पर पार्टी को सत्ता में ले आईं।1 दिसंबर, 2003 में राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।
वसुंधरा राजे ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिये 2007-2008 के बजट में शिक्षा, रोज़गार, बालविवाह प्रथा पर रोक जैसे पाँच सूत्री कार्यक्रम बनाए थे।
इस्‍तीफ़ा

देश जब 62 वॉ स्‍वाधीनता पर्व मना रहा था उस दौरान हमारे देश में लोकतंत्र की ऊँचाई एक बार फिर दिखी। ये प्रजातंत्र का ही करिश्‍मा है कि राजस्‍थान में सर्वोच्‍च पद पर आसीन रही वसुन्‍धरा राजे को आख़िरकार नेता प्रतिपक्ष से इस्‍तीफ़ा देने के लिये तैयार होना पड़ा। लेकिन इस्तीफ़ा देने वाली ये वसुंधरा पाँच साल पहले वाली केंद्र से थोपी गयीं वसुंधरा नहीं थीं। अब वसुंधरा राजे के साथ विधायकों का बहुमत था और आलाकमान की तमाम कोशिशों के बावज़ूद विधायक उनके साथ बने रहे। यानी ये कहा जा सकता है कि वसुंधरा अब एक कद्दावर नेता बन चुकी थीं और पार्टी के लिये उनसे पार पाना इतना आसान नहीं था। वसुंधरा चाहतीं तो पार्टी से बगावत करके अलग दल बनाने का हसीन ख्वाब देख सकती थीं
स्वशाक्तीकरण के प्रयास

2007 में यूएनओ द्वारा वसुंधरा को महिला के लिये स्वशाक्तीकरण के प्रयासों के लिये 'विमन टूगेदर अवार्ड' दिया गया। कुछ भी हो, वसुंधरा राजे ने हमेशा अपनी क़ाबिलियत का लोहा मनवाया और आगे बढ़ते हुए राजनीतिक विजय के झंडे गाड़े।

शनिवार, 1 जून 2013

क्या अशोक गहलोत इन बीस सवालों के जवाब दे पायेंगे बाड़मेर के लोगों को

अशोक गहलोत की संकल्प यात्रा बाड़मेर में 


क्या अशोक गहलोत इन बीस सवालों के जवाब दे पायेंगे बाड़मेर के लोगों को 



बाड़मेर अपने पांच साल के शासन काल की उपलब्धियों को जनता के बीच संकल्प यात्रा के जरिये रखने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आठ जून को बाड़मेर आयेंगे .चार साल की उपलब्धिया तो गहलोत गिना देंगे .क्या गहलोत बाड़मेर की जनता के दुःख दर्द को सुन कर उनके सवालों के जवाब दे पायेंगे .गहलोत से सवाल 

१.बाड़मेर  -मोहनगढ़ लिफ्ट केनाल की अधूरी योजना का उद्घाटन श्रीमती सोनिया गांधी से क्यूँ कराया .इस योजना का काम मात्र दो फीसदी भी नहीं हुआ .फिर उद्घाटन क्यों ,

२.बद्मेर की ग्रामीण जनता को पीने का पानी क्यों उपलब्ध नहीं हें .

३ग़रॆब और बिना रज्ञिओतिक पहुँच वाले लोगो के बिजली कनेक्सन क्यों नहीं हुए ,राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना में ग्रामीण से दो से पांच हज़ार रुपये विभाग के भरष्ट कारिंदों द्वारा वसूले गए उनके खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं की गई 

४ंअगर परिओशद बाड़मेर के आयुक्त और कार्मिकों ने करोड़ों रुपये वसूल कर फर्जी पट्टे तो बना दिए मगर जिन गरीबो के पट्टे आज तक नहीं बने .गरीब आज भी पट्टों के लिए परिषद् के चक्कर कट रहा हें इन्हें पत्ते जारी क्यूँ नहीं हए 

५ंनगर परिषद् बाड़मेर के आयुक्त और लिपिक ने मिलीभगत कर स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में करोडो रुपये की बन्दर बाँट की जिसकी शिकायते मुख्यमंत्री कार्यालय को की गई .सी एम् कार्यालय ने छह बार जांच के आदेश दिए फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई .इस प्रकरण की जांच क्यूँ नहीं हुई 

६ंमहावीर नगर में सरकारी भू खंड संख्या ६ ६ जो करोडो रुपयों की जमीन हें पर अतिक्रमी काबिज हो गए ,मुख्यमंत्री कार्यालय से पांच बार जान के आदेश निकलने के बाद भी कार्यवाही कयूम नहीं 

७. निःशुल्क दावा योजना में सरकारी दुकानों पर दवाईयां गत छह माह से उपलब्ध नहीं .इस योजना से लाखों रुपये की दवाईया स्थानीय स्तर पर खरीदी गई जिसमे जमकर घोटाले हुए उसकी जांच क्यूँ नहीं हुई 

८ .मंरेगा योजना ने करोडो रुपयों की बन्दर बाँट बिना कम किये हुई .सरपंचो और प्रभावी नेताओ ने पैसे का लेनदेन कर योजनाए स्वीकृत कराई .काम हुआ नहीं फर्जी भुगतान उठ गया .

९. बाड़मेर में लगभग डेढ़ सौ स्कूलों की क्रमोन्नति और नए विद्यालय खोलने पर स्थगन आदेश क्यूँ लगाया 

१० . जारुरात्मंद ग्रामीणों को हंपंप स्वीकृत क्यूँ नहीं किये जिन लोगो के पास पहले से पेयजल योजनाए संचालित हें उन्हें हैण्ड पम्प क्यूँ दिए गए .

१ १ .मुख्यमंत्री आवास ग्रामीण और शहरी योजनाओ का लाभ जरुरत मंदों को क्यूँ नहीं जिनके पास पहले से मकान से उन्हें ही फिर राशि जारी क्यूँ की गयी 

१ २ .रिफायनरी लगाने के स्थान को क्यूँ बार बार बाला गया .बाड़मेर क्षेत्र से पचपदरा में रिफायनरी लगाने का क्या औचित्य  

१ ३ .बाड़मेर की सड़को के हाल आप खुद पैदल चल कर देखे .कोई एक सड़क दुरुस्त नहीं .विकास किसका और कान्हा किया गया 

१ ४ .सरकार की अरबों रुपयों की जमीन क्षेत्री विधायक के हस्तक्षेप से भू माफियो को गलत तरीके से दी गयी ,जिसकी जांच क्यूँ नहीं 

१ ५ .एन आर एच एम् योजना में गत दस सालो से करोडो रुपयों का घोटाला हुआ बार बार जांच आने के बाद भी कार्यवाही क्यूँ नहीं 

१ ६. नरमद नहर का पानी बाड़मेर जिले के गुडा और चौहटन के किसानो को क्यूँ नहीं मिल रहा 

१ ७ .क्षेत्रीय विधायक भू माफियो और भरष्ट अफसरों को सरंक्षण क्यूँ दे रहे हें ,बार बार भरष्ट कारिंदों को अपने प्रभाव से बचा कर सरकार की छवि खराब कर रहे हें 

१ ८ .बाड़मेर में गत दो सालो में महिला उत्पीडन ,दहेज़ उत्पीडन ,महिला हिंसा ,जघन्य हत्याएं ,सामूहिक दुष्कर्म ,जालसाजी की घटनाओं में कई गुना वृदि हुई .क़ानून व्यवस्था कहाँ हें 

१ ९ .बोर्डर जमीन प्रकरण में आज तक क्यूँ कार्यवाही नहीं हुई 

२ ० .जिन किसानो की भूमि अवाप्त की गयी उन्हें भूमि अवाप्ति संसोधन   गेजेट्स का फायदा क्यूँ नहीं मिला .किसानो को उनका अधिकार ,रोजगार ,आदी का लाभ नहीं मिला 


ऐसे कई सवाल हें जिनका जवाब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को देना होगा 
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