बाड़मेर अवेध लेब टेक्नीशियन डिग्रीयां से दर्जनों नियुक्तिया।।तीस से चालीस हज़ार रुपये में बिकती हे डिग्रीयां।।
बाड़मेर बाड़मेर शहर में पिछले कई सालो से एक गिरोह द्वारा लेब टेक्नीशियन की फर्जी डिग्रिया बेचने का कारोबार मजे से चला रहे हे।इतना ही इन फर्जी डिग्रियों से दर्जनों लोग चिकित्सा विभाग में नियुक्तिया लेके आराम से बेठे हैं। सूत्रानुसार बाड़मेर शहर में एक मेडिकल स्टाफ द्वारा पिछले कई सालो से लेब टेक्नीशियन की अवेध डिग्रियां बेचने का गौरख धंधा किया जा रहा हे।एक डिग्री तीस से चालीस हज़ार रुपये में हाथो हाथ दी जाती हैं। इन फर्जी डिग्रियों से दर्जनों लोग स्वास्थ्य विभाग में नोकरिया पा चुके हैं इन डिग्री धारको ने फर्जी दस्तावेजो के जरिये नोकरिया पा ली।। स्वास्थ्य विभाग के एन आर एच एम् एन सी डी जेसे प्रोजेक्ट में ऐसे फर्जी डिग्री धारको को लगा रखा हे जिनमे कैयो की नोकरी स्थाई हो चुकी हैं।।स्वास्थ्य विभाग की जानकारी में यह मामला पूर्व में आ चूका हैं।।अभी भी फर्जी डिग्री धारक स्वास्थ्य विभाग में ठीके हुए हैं।स्वास्थ्य विभाग को इन डिग्रियों और उनकी प्रमाणिकता की जांच करा कर कार्यवाही अम्ल में लानी चाहिए।।इस आशय का ज्ञापन भी मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री को प्रेषित किया गया हे।।।
फर्जी डिग्री।।।प्रकरण।।बाड़मेर सहित जालोर सिरोही और जैसलमेर में फेला कारोबार।।
लेब टेक्नीशियन की फर्जी डिग्रियों का कारोबार सिर्फ बाड़मेर ही नही जालोर सिरोही और जैसलमेर तक फेल हैं ।इस गिरोह का सरगना कुछ महीनो तक स्थानांतरित होकर सिरोही पोस्टिंग पे गया तब उसने सिरोही और जालोर में अपना कारोबार विस्तारित किया।इन जिलो में लगे नब्ब फीसदी लेब तकनीशियन अपनी डिग्रिया इस गिरोह से ख़रीदे हैं। सूत्रो ने बताया की गत महीनो हुई स्याम सेवी संस्थाओ के माध्यम से लेब तानिशियां की भर्ती में इन्ही डिग्री धारको को नियुक्ति हुआ हैं।सेल्फ मेड डिग्रिया धड़ले से बेचीं जा रही हैं।जिला प्रशासन चुप हैं।बाड़मेर प्रशासन के सामने यह मामला उजागर हुआ था तत्कालीन जिला कलेक्टर ने जांच कमिट का गठन भी किया मगर नतीजे धाक के तीन पात रहे।।जांच को माफियो ने आगे बढ़ने ही नही दिया।इस गिरोह संचालको के साथ बड़मेट की एक स्याम सेवी संस्था भी लंबे समय से जुडी हैं। जो फर्जी तरीके से बिना प्लेसमेंट एजेंसी पंजीयन के में पवार सरकारी विभागों में उपलब्ध करा रही हैं।।जैसलमेर में बड़ी तादाद में लेब टेक्नीशियन इन्ही डिग्रियों से नियुक्तियां पा चुके हेन्।।
बाड़मेर बाड़मेर शहर में पिछले कई सालो से एक गिरोह द्वारा लेब टेक्नीशियन की फर्जी डिग्रिया बेचने का कारोबार मजे से चला रहे हे।इतना ही इन फर्जी डिग्रियों से दर्जनों लोग चिकित्सा विभाग में नियुक्तिया लेके आराम से बेठे हैं। सूत्रानुसार बाड़मेर शहर में एक मेडिकल स्टाफ द्वारा पिछले कई सालो से लेब टेक्नीशियन की अवेध डिग्रियां बेचने का गौरख धंधा किया जा रहा हे।एक डिग्री तीस से चालीस हज़ार रुपये में हाथो हाथ दी जाती हैं। इन फर्जी डिग्रियों से दर्जनों लोग स्वास्थ्य विभाग में नोकरिया पा चुके हैं इन डिग्री धारको ने फर्जी दस्तावेजो के जरिये नोकरिया पा ली।। स्वास्थ्य विभाग के एन आर एच एम् एन सी डी जेसे प्रोजेक्ट में ऐसे फर्जी डिग्री धारको को लगा रखा हे जिनमे कैयो की नोकरी स्थाई हो चुकी हैं।।स्वास्थ्य विभाग की जानकारी में यह मामला पूर्व में आ चूका हैं।।अभी भी फर्जी डिग्री धारक स्वास्थ्य विभाग में ठीके हुए हैं।स्वास्थ्य विभाग को इन डिग्रियों और उनकी प्रमाणिकता की जांच करा कर कार्यवाही अम्ल में लानी चाहिए।।इस आशय का ज्ञापन भी मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री को प्रेषित किया गया हे।।।
फर्जी डिग्री।।।प्रकरण।।बाड़मेर सहित जालोर सिरोही और जैसलमेर में फेला कारोबार।।
लेब टेक्नीशियन की फर्जी डिग्रियों का कारोबार सिर्फ बाड़मेर ही नही जालोर सिरोही और जैसलमेर तक फेल हैं ।इस गिरोह का सरगना कुछ महीनो तक स्थानांतरित होकर सिरोही पोस्टिंग पे गया तब उसने सिरोही और जालोर में अपना कारोबार विस्तारित किया।इन जिलो में लगे नब्ब फीसदी लेब तकनीशियन अपनी डिग्रिया इस गिरोह से ख़रीदे हैं। सूत्रो ने बताया की गत महीनो हुई स्याम सेवी संस्थाओ के माध्यम से लेब तानिशियां की भर्ती में इन्ही डिग्री धारको को नियुक्ति हुआ हैं।सेल्फ मेड डिग्रिया धड़ले से बेचीं जा रही हैं।जिला प्रशासन चुप हैं।बाड़मेर प्रशासन के सामने यह मामला उजागर हुआ था तत्कालीन जिला कलेक्टर ने जांच कमिट का गठन भी किया मगर नतीजे धाक के तीन पात रहे।।जांच को माफियो ने आगे बढ़ने ही नही दिया।इस गिरोह संचालको के साथ बड़मेट की एक स्याम सेवी संस्था भी लंबे समय से जुडी हैं। जो फर्जी तरीके से बिना प्लेसमेंट एजेंसी पंजीयन के में पवार सरकारी विभागों में उपलब्ध करा रही हैं।।जैसलमेर में बड़ी तादाद में लेब टेक्नीशियन इन्ही डिग्रियों से नियुक्तियां पा चुके हेन्।।
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