रविवार, 31 मई 2020

जैसलमेर, ईद भी कोरोना संक्रमितों की सेवा में मनाई,चार माह से घर नहीं आये अधिशाषी अधिकारी दीनमोहम्मद रंगरेज*

दीनमोहम्मद रंगरेज
जैसलमेर,  ईद भी कोरोना संक्रमितों की सेवा में मनाई,चार माह से घर नहीं आये अधिशाषी अधिकारी दीनमोहम्मद रंगरेज*

जैसलमेर कर्तव्य को सर्वोपरि मान उसकी पालना करने वाले अधिकारीयो की सूची में सिरोही जिले के पिंडवाड़ा नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी दीनमोहम्मद रंगरेज भी सुमार है। जेसलमेर के निवासी दीनमोहम्मद पिंडवाड़ा में कार्यरत है।।उन्होंने कोरोना संक्रमण काल और लॉक डाउन के दौरान पिंडवाड़ा के लोगो की सेवा की वो लोगो के जेहन में अमिट हो गई।।लॉक डाउन के साथ ही रंगरेज ने जरूरतमंदों के लिए भोजन और खाद्य सामग्री की भरपूर मात्रा में व्यवस्था की।उनका एक ही लक्ष्य था कि कोई भूखा न सोए।।हर जरुरतमन्द परिवार तक खुद ने पहुंच उनकी मदद की।पिंडवाड़ा शहर में लॉक डाउन की पालना करने में दिन रात जुटे रहते।उन्होंने अपनी टीम के साथ घर घर जाकर कोरोना संक्रमण की जानकारी देने के साथ सरकार की एडवाइजरी की पालना भी करवाई।उसी का नतीजा था कि पिंडवाड़ा में 50 दिन तक कोरोना पॉजिटिव का कोई केस नही आया।।रंगरेज का यह जज्बा ही था कि प्रवासियों के लौटने के क्रम में उन्होंने हर प्रवासी की स्क्रीनिंग करवाई।संदिग्धो को कवरेन्टीन करवा कड़ाई से पालना करवाई।।


लोगो मे मास्क पहनने और सोसल डिस्टेसिंग की पूर्ण पालना करवाने में अव्वल रहे।।सबसे बढ़कर मानव धर्म निभाते हुए  मूक पशुओं और पक्षियों के लिए चारे, दाने पानी की व्यवस्था के साथ साथ परिण्डे भी लगाए ताकि पक्षी प्यासे न रहे।।शहरी क्षेत्र में लॉक डाउन की कड़ाई से पालना कराने के लिए जुर्माना वसूला तो कानूनी कार्यवाही भी अमल में लाये।।दीनमोहम्मद रंगरेज ने रमज़ान के पवित्र महीने में इबादत करने के साथ अपनिखुद की परवाह किये बगैर अपने कर्तव्य को निभाने में जुटे रहते है।।अभी भी पिंडवाड़ा में आये पीजिटिव केसों के बाद उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई।।प्रवासियों के होम आइसोलेशन को प्रतिदिन जांचना और कवरेन्टीन केंद्रों का निरीक्षण उनकी दैनिक दिनचर्या में शामिल है।।प्रशासनिक अधिकारों का इस्तेमाल कर उन्होंने कालाबाज़ारी पर पयर्न अंकुश लगा रखा।खुद बोगस ग्राहक बन व्यापारियों को परख लेते।।अलबत्ता कोविड 19 को मात देने में दीनमोहम्मद रंगरेज जैसे दबंग,दिलेर और कर्तव्यनिष्ठ अद्धिकारियो की आवश्यकता रहती है।।पिंडवाड़ा शहर में लोगो ने रंगरेज और उनकी टीम का कई मर्तबा सम्मान किया।।जो उनकी निष्ठा और लगन को बयां करता हैं।।

बाड़मेर सात कोरोना संक्रमित और आये ,सभी प्रवासी,कुल हुए 99

 बाड़मेर सात कोरोना संक्रमित और आये ,सभी प्रवासी,कुल हुए 99 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में कोरोना संक्रमण का कहर जारी हे ,रविवार  को जिले में सात  और कोरोना संक्रमित मरीज आये ,हैं यह सातो सिवाना उप खंड के मोकलसर में तीन और देवनदी में एक पॉजिटिव मरीज ,करमावास में एक ,कनाना में एक महिला और उमरलाई में एक पॉजिटिव आया हैं ये सातों प्रवासी हैं ,सभी होम आईसोलेट थे ,रिपोर्ट आने के बाद इन्हे समदड़ी कोविड केयर सेंटर भेज दिया ,उमरलाई ,करमावास ,देवनदी ,कनाना और मोकलसर में जिला प्रशासन ने कर्फ्यू लगा सीमाएं सील कर दी हैं ,जिले में कुल 99 कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।

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शुक्रवार, 29 मई 2020

जैसलमेर आज़ादी के बाद पहली बार 51 ग्राम ग्राम पंचायतो में एक साथ पेयजल आपूर्ति हुई

 जैसलमेर  आज़ादी के बाद पहली बार 51 ग्राम ग्राम पंचायतो में एक साथ पेयजल आपूर्ति हुई

जलदाय विभाग ने आज रेगिस्तान में पानी का रंग भरा, अधिकारियों को अच्छा अच्छा दिखाने के लिए भरपूर पेयजल आपूर्ति ग्रामीण इलाको  में*











जैसलमेर केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद और जिला कलेक्टर नमित मेहता की अनूठी प्रशासनिक पहल की बदौलतआज़ादी के बाद पहली मर्तबा 51 ग्राम पंचायतो में एक साथ पेयजल आपूर्ति होने से ग्रामीणों के चेहरों पे निखार आ गया ,आज जलदाय विभाग सबसे अधिक सक्रिय दिखा।पानी की बून्द बून्द को तरसते ग्रामीणों को इस बार भीषण गर्मी में जिला प्रशासन की पहल ने राहत दिला दी  ,जिला कलेक्टर नमित मेहता ने नवाचार कर ग्रामीणों इलाको में  समस्याओ  से रूबरू होने अपने सत्रह प्रशासनिक अधिकारियो की टीम एक साथ 51  के  निरीक्षण के लिए उतारा ,. पर सत्रह प्रशासनिक अधिकारियों की टीमो के ग्रामीण क्षेत्रो में पहुंचने से पहले अधिकांस गांवो में आज जलदाय विभाग ने पेयजल की आपूर्ति कर दी।आज अधिकारियों को लगभग हर जगह पानी के जी एल आर और पशुओं के पानी की खेलियाँ पानी से लबालब मिली।।कई गांवो में लम्बे अरसे बाद पेयजल आपूर्ति हुई।।आज जलदाय विभाग ने जिला कलेक्टर की टीम को सब कुछ अच्छा अच्छा दिखाया।।आज रेगिस्तान में पानी का रंग भरा जलदाय विभाग ने।जिला कलेक्टर नमित मेहता और केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद पिछले कई दिनों से ग्रामीणों की पेयजल समस्याओ को लेकर सक्रीय थे ,केबिनेट मंत्री आम लोगो से रूबरू होकर जल समस्याए सुन उनके समाधान के लिए अधिकारियो को निर्देश दे रहे थे ,उन्होंने नाचना और भणियाणा उप खंड में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त कराने में अहम भूमिका निभाई ,।जिला कलेक्टर को प्रति माह में दो बार ऐसे अधिकारियों की टीमो को ग्रामीण अंचलों में भेजना चाहिए ताकि कम से कम ग्रामीणों और पशुओं को पीने का पानी नसीब हो।।*

एक प्रयास किया था ,जो सफल रहा ,सत्रह अधिकारी पेयजल समस्या को लेकर ग्रामीण क्षेत्रो में लोगो से  रिपोर्ट लेकर प्रस्तुत   ,जलदाय विभाग ने निरीक्षण के दौरान सभी जगह पेयजल आपूर्ति क्र दी ,इस नवाचार को आगे भी जारी रखेंगे ,नामित मेहता जिला कलेक्टर जैसलमेर

अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रो में जायेंगे  समस्याओ का समाधान होगा ,जिला प्रश्न ने अच्छा प्रयास किया जिसके कारन सभी ग्राम पंचायतो में पेयजल आपूर्ति हुई ,अधिकारियो को अब हर माह ग्रामीण क्षेत्रो में निरीक्षण के लिए एक साथ भेजा जायेगा ताकि ग्रामीण अंचलो में पेयजल  आपूर्ति नियमित हो ,शाले मोहम्मद केबिनेट मंत्री राजस्थान सरकार


जैसलमेर - चार कोरोना पॉजिटिव आये ,9 जने स्वस्थ होकर लौटे अपने घर,

जैसलमेर -  चार कोरोना पॉजिटिव आये  ,9 जने स्वस्थ होकर लौटे अपने घर,जिला कलक्टर नमित मेहता ने कोरोना  जीती तीन साल की मासूम को चॉकलेट देकर किया घर विदा 

जैसलमेर, जैसलमेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों के कोरोना संक्रमितों में से माहेश्वरी हॉस्पिटल कोरोना सेंटर में ईलाज के बाद नेगेटिव होने पर 9 जनों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर उन्हें अपने घरों के लिए रवाना किया गया।इन नो जनो में दो  मासूम बच्ची भी  कोरोना से जंग जीती, जिला कलेक्टर ने मासूम बालिका को स्नेह  चॉकलेट और उपहार देकर  घर विदा किया,इधर आज चार दिन की शांति के बाद आज चार कोरोना पॉजिटिव केस निकले ,ये चारो प्रवासी हैं ,खुहड़ी गांव के निवासी हैं ,इनको मिलकर  कोरोना पॉजिटिव की संख्या 72 हो गई ,

जिला कलक्टर नमित मेहता ने कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हुए लोगों से बातचीत की और स्वस्थ होने पर शुभकामनाएं देते हुए घर पहुंचने के बाद चिकित्साधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी तरह पालन करने की हिदायत दी।

जिला कलक्टर ने स्वस्थ होकर अपने परिवार के साथ घर लौट रही नन्हीं बच्ची को चॉकलेट दी और स्नेह जताया। जिला कलक्टर ने अन्य स्वस्थ हुए लोगों को आयुर्वेद विभाग द्वारा निर्धारित क्वाथ व औषधियों के पैकेट वितरित किए।

 सभी उपस्थितजनों से माहेश्वरी हॉस्पिटल से कोरोना को मात देकर स्वस्थ होकर घर लौट रहे व्यक्तियों को फूलमाला पहनायी और करतल ध्वनि से विदा किया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.के. बारूपाल ने बताया कि जिन 9 जनों को नेगेटिव आ जाने पर स्वस्थ होने से अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है, उनमें सिपला और कनोई के 3-3, मोहनगढ़ के 2 तथा रामा गांव का एक व्यक्ति शामिल है।





बुधवार, 27 मई 2020

जैसलमेर सीमा पार से आने वाले तिलोर अब थार से मुंह मोड़ने लगे


जैसलमेर  सीमा पार से आने वाले तिलोर अब थार से मुंह मोड़ने लगे








जैसलमेर : घास के मैदान व आश्रय स्थल नष्ट होने से सीमा पार से थार में पहुंचने वाली हुबारा बस्टर्ड यानी तिलोर चिडि़या की संख्या अब कम होने लगी है। कोयम्बटूर स्थित ‘सालिम अली इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्निथोलॉजी एंड नेचुरल हिस्ट्री’ द्वारा भारतीय मरूस्थल पर किए गए शोध के मुताबिक थार में तिलोर की संख्या लगातार कम हो रही है। तिलोर घास के मैदानों में प्रजनन करते हैं।सरहदी क्षेत्रो में सेवन घास वाले इलाको में सर्वाधिक तिलोर प्रवास पर आते थे ,अब सेवन घास के मैदान लगभग खत्म हो जाने से तिलोर आना बंद हो गए ,तिलोर को प्रजनन के लिए उपयुर्क्त स्थान नहीं मिलने के कारन तिलोर ने थार से मुंह मोड़ लिया।

पाकिस्तासन की सीमा से लगे राजस्थान के  जैसलमेर बाड़मेर जिले और जोधपुर जिले के कुछ इलाकों में मवेशियों की संख्या बढ़ने और चारागाह कम होने से सीमा पार से आने वाले तिलोर अब थार से मुंह मोड़ने लगे हैं।जैसलमेर बाड़मेर सरहदी गाँवो में कुछ स्थानो पर तिलोर देखे जा सकते हें। थोड़े बहुत बचे तिलोर शिकारियो के शिकार हो रहे हें.जैसलमेर के तालरो (पत्थरीले इलाको )में भी तिलोर बड़ी तादाद में आती थी ,सबसे ज्यादा सेवन घास वाले इलाको में आते रहे हैं ,

जैसलमेर  बाड़मेर  में भी नहीं दिखते

  पक्षी विशेषज्ञ डॉ. नारायण सिंह सोलंकी कहते हैं कि पहले बाड़मेर के आस-पास के इलाकों तिलोर अक्सर दिखाई दे जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। कभी-कभार दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में जरूर कुछ तिलोर देखे जाते हैं।बरसात के मौसम में थोड़े बहुत तिलोर देखे जा सकते हैं ,

सरहद पर पकड़ा था ट्रांसमिट लगा तिलोर

गत माह अप्रेल में जैसलमेर के नाचना क्षेत्र के बाहला गांव में सीमा सुरक्षा बल ने ट्रांसमिट लगा तिलोर पकड़ा था ,बाद में उसे जोधपुर स्थित मचिया सफारी पार्क में भिजवाया गया जंहा वो आज भी सुरक्षित हैं

कुरजां की संख्या बढ़ी

‘अंतरराष्ट्रीय क्रेंस फाउंडेशन’ के शोध के मुताबिक साइबेरिया से दक्षिणी पूर्वी एशिया में आने वाले क्रेन्स अफगानिस्तान ‘फ्लाई वे’ के बाद गायब हो जाते थे। वैज्ञानिकों ने इसकी जांच की, तो पता लगा कि अफगानिस्तान के आकाश के ऊपर से गुजरते इन पक्षियों को मनोरंजन और शिकार के लिए मार गिराया जाता था, लेकिन इसमें अब कमी आई है। पक्षी विशेषज्ञ डॉ. नारायण सिंह के अनुसार मारवाड़ के कुछ इलाकों में पानी व भोजन की उपलब्धता में कमी के कारण भी उन इलाकों में आने वाली कुरजां अब जोधपुर जिले के खींचन ,बाड़मेर के पचपदरा स्थित नवोड़ा बेर की और शिफ्ट हो गई। जैसलमेर के बड़ोदा गांव तालाब ,पोकरण ,लाठी के तालाबों ,पचपदरा ,नवोड़ा बेरा खींचन में कुरजां के लिए भोजन व पानी की पर्याप्त उपलब्धता है। कुल मिलाकर, पूरे राजस्थान में कुरजां की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।




बाड़मेर के लिए आए राहत के पल.11 कोरोना संक्रमित ठीक हुए

बाड़मेर के लिए आए राहत के पल.11 कोरोना संक्रमित ठीक हुए 


बाड़मेर बाड़मेर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने का सिलसिला शुरू हो गया। ग्यारह मरीजों की पॉजिटिव से नेगेटिव रिपोर्ट आने पर प्रशासन ने राहत भरी साँस ली ,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी ने बताया कि आज का दिन बाड़मेर के लिए राहत भरा रहा जहां एक साथ 10 कोविड.19 के पॉजिटिव मरीजों के सैंपल नेगेटिव आए जिससे जिले में रिकवरी रेट में एकाएक इजाफा हुआ है और विभाग के लिए यह खुशी और राहत भरे पल है प् डॉ चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि आज लिए गए रिपीट सैंपल में गाँधी नगर बाड़मेर से एक ,जेठअंतरी के दोए करमावास का एकए कोटडी के तीनए मजल का 1ए डेडूवास;सिवाना द्ध  का एकए वलीयाना का एक और सावरड़ा के एक मरीज के सैंपल नेगेटिव आए है प्ये सभी बालोतरा के बवअपक केयर सेंटर में भर्ती थे जहा चिकित्सा विभाग की टीमों द्वारा सभी का प्रोटोकॉल के तहत उपचार एवं देखभाल की गई और  आज सैंपल नेगेटिव आने पर 10 दिन से ज्यादा समय से रह रहे सात लोगो को छुटी दे दी गयी है जिन्होंने बवअपक केयर सेंटर बालोतरा के समस्त स्टाफ का आभार व्यक्त किया प्डॉ चौधरी ने जानकारी दी कि शेष रहे 3 लोगो को भी 10 दिन पूर्ण क्वारंटाइन करने पर नियमानुसार छुटी दी जाएगी प् डॉ चौधरी ने चिकित्सा विभाग के समस्त  कार्मिक एवं अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए कोविड.19 की रोकथाम के लिए  उत्साह  से कार्य  हेतु निर्देशित किया ,









बाड़मेर *कोरोना को हरा के गांव पहुंचा ,फिर टांके में कूदा,सकुशल निकाला ग्रामीणों ने*

बाड़मेर *कोरोना को हरा के गांव पहुंचा ,फिर टांके में कूदा,सकुशल निकाला ग्रामीणों ने*

बाड़मेर कोरोना संक्रमित गोविन्द राम आज कोरोना से जंग जीत कर  जोधपुर अस्पताल से अपने बायतु उप खंड स्थित  गांव भोजासर स्थित घर पहुंचा,कोरोना बीमारी से मुक्त होकर गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने उसका स्वागत किया ,थोड़ी ही देर में गोविन्द राम अपने घर के परिसर में बने पानी से भरे टाँके में कूद गया ,ग्रामीण सकते में आ गए ,ग्रामीणों ने तुरंत गोविन्द को टांके से बाहर निकाला ,गोविन्द सकुशल हैं,गोविन्द पत्नी का रवैये से परेशान और गुस्से में था,उल्लेखनीय हे कुछ रोज पूर्व भी वह पत्नी से झगड़े के बाद टाँके में कूड़ा था ,बेहोश होने पर उसे जोधपुर अस्पताल रेफर किया था जहाँ जांच में वह कोरोना पॉजिटिव निकला ,उसे अस्पताल में कोरेन्टाईन कर दिया ,चौदह दिन बाद आज वः कोरोना को मात देकर घर लौटा था ,लौटते ही टांके में कूद गया ,इस बार भी उसे ग्रामीणों ने बचा दिया ,

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अलवर फाहरी गांव मे हुई गौकसी की घटना के,दो मुलजिम गिरफ्तार

अलवर फाहरी गांव मे हुई गौकसी की घटना के,दो मुलजिम गिरफ्तार

अलवर  परिस देखमुख पुलिस अधीक्षक जिला अलवर द्वारा प्रकरण की गंभीरता को मध्यनजर रखते हुये प्रकरण घटना का खुलासा कर वांछित मुलजिमान को शीघ्र गिरफ्तार किये जाने के निर्देष फरमाये जिस पर श्री विशनाराम विश्नोई अतिण्पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जिला अलवर के सुपरवीजन मे श्री दीपक कुमार वृत्ताधिकारी वृत दक्षिण शहर जिला अलवर के नेतृत्व मे पुलिस थाना गोविन्दगढ के थानाधिकारी श्री सज्जनसिंह नेहरा उपण्निण् व विशेष टीम का गठन किया गया ।


घटना का विवरण .     

दिनांक 18.5.2020 को सूचना मिली कि गांव फाहरीबास के जंगल मे एक पुराने कुए मे मृत गौवंश के अवशेष पडे हुये आदि सूचना पर मौके पर पहुंचे जहाँ मौके पर ही परिवादी श्री सुरेन्द्रसिंह पुत्र बलदेवसिंह जाति जटसिख निवासी फाहरी का बास थाना गोविन्दगढ ने एक रिपोर्ट तहरीर इस आशय की पेश की कि मेरा खेत मेरे घर से करीब 300 मीटर दूरी पर है आज दिनांक 18.5.2020 को समय करीब 8 बजे सुबह की बात है मै अपने खेत पर गया था जिसके कौने मे पुराना सुखा कुआ है जिसके पास पहुंचा तो मुझे बदबू गंध महसूस हुई तो मे कुये मे झाक कर देखा तो उसमे गाय की मुंडी खाल व व आमशय वगैरा पडी हुई थी मैने इसकी सूचना ग्राम वासीयो व सरपंच को दी उन्होने पुलिस को फोन कर बुला लिया कोई अज्ञात व्यक्ति गौंवश की गौकसी कर उसके अवशेषो को कुये मे डाल गया।उक्त व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करे। आदि रिपोर्ट पर मुकदमा नम्बर 76ध्2020 धारा 3ए5ए8 आरबीए एक्ट मे कायम कर तफ्तीश शुरु की गई।

टीम द्वारा की गई कार्यवाही .       

गठित टीम द्वारा प्रकरण की गंभीरता को मध्य नजर रखते हुये उच्चाधिकारीयो के निर्देषो की पालना कर विशेष लगन मेहनत से कार्य कर मुखवीर खास मामूर किये जाकर प्रकरण घटना से सम्बंधित भौतिक व मौखिक साक्ष्य इकट्ठा कर प्रकरण घटना का खुलासा कर प्रकरण घटना मे वांछित मुलजिमान इमरान उर्फ इम्मी पुत्र अहमद जाति मेव निवासी फाहरी बास व जाकर पुत्र लीला जाति फकीर मुसलमान निवासी फाहरी को गिरफ्तार किया गया । प्रकरण मे अन्य वांछित मुलजिमान की तलाश पतारसी जारी है ।





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बिग ब्रेकिंग बाड़मेर तीन बच्चो के साथ माँ टांके में कूदी ,चारो की मौत

बिग ब्रेकिंग बाड़मेर तीन बच्चो के साथ माँ टांके में कूदी ,चारो की मौत 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के सिणधरी थाना क्षेत्र में एक माँ अपने तीन मासूम बच्चो के साथ पानी से भरे टांके में कूद गयी जिससे चारो की मौत हो गयी ,पुलिस सूत्रानुसार सिणधरी के खारा महेचान गांव में नई जाति  एक पेंतीस वर्षीय विवाहिता अपने तीन मासूम बच्चो एक पुत्री ,दो पुत्रो के साथ पानी से भरे टांके में कूद कर सामूहिक आत्महत्या कर ली ,पुलिस सूत्रों ने बताया की जिस वक़्त महिला टांके में कूदी उस वक़्त घर पर ससुर और पति दोनों नहीं थे ,पति  जब घर आया तो पत्न्नी और बच्चो को घर में नहीं देख तलाशने लगा इस दौरान उसे उनके शव टांके में तैरते दिखे तो पुलिस को इत्तला दी ,पुलिस को सुचना मिलने पर सिणधरी पुलिस मौके पर पहुंची हैं ,पुलीस ने विवाहिता के पीहर जो बायतु उप खंड के सेवनियाली गांव में हे को सुचना देकर बुला लिया हैं ,विवाहिता की बड़ी बेटी अपने ननिहाल रहने से हादसे का शिकार होने से बच गयी ,समाचार लिखे जाने तक पुलिस शवों को टांके से बाहर निकलने में जुटी थी ,



जैसलमेर, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने नाचना में ली समीक्षा बैठक,

जैसलमेर, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने नाचना में ली समीक्षा बैठक,

अघिकारियों से कहा -पानी-बिजली और बुनियादी लोक सेवाओं की सुचारू आपूर्ति के प्रति रहें गंभीर

जैसलमेर, 27 मई/अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने मौजूदा ग्रीष्मकाल के मद्देनज़र जिले में पानी-बिजली की नियमित आपूर्ति के लिए सभी संभव उपायों को अपनाने पर जोर दिया है और अधिकारियों से कहा है कि इनसे संबंधित शिकायतों और समस्याओं का तत्काल निराकरण कर जनता को समय पर राहत का अहसास कराएं।

केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने बुधवार को जैसलमेर जिले के नाचना क्षेत्र का दौरा किया और इस दौरान नाचना के राजीव गांधी सेवा केन्द्र में बुनियादी सेवाओं और लोक सुविधाओं से संबंधित महकमों के अधिकारियों की बैठक ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

ग्रामीणों के लिए जलापूर्ति के प्रबन्ध सर्वोच्च प्राथमिकता पर

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने भीषण गर्मी के मौजूदा दौर में ग्रामीण क्षेत्रों खासकर दूरदराज की ढाणियों तक में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल दिया और कहा कि यह अच्छी तरह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ग्रामीणों को पानी के मामले में किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े। इसके लिए जल योजनाओं को सुचारू रखें, हैण्डपम्पों की दुरस्ती का काम अभियान के तौर पर किया जाए तथा जहां कहीं पानी की विकट समस्या की जानकारी सामने आए, वहां तत्काल टैंकर भिजवाकर लोगों को पानी पहुंचाया जाए।

उन्होंने ग्रीष्मकाल में बिजली की आपूर्ति पर्याप्त रखने, ढीले तारों को ठीक करने, जल योजनाओं के लिए बिजली कनेक्शन से संबंधित कामों को सर्वोच्च प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए।

कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों पर जोर

केबिनेट मंत्री ने कोरोना महामारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा करते हुए इससे बचाव के लिए जरूरी सभी सुरक्षा उपायों को अपनाने के प्रति व्यापक लोक जागरुकता संचार की अपील की और कहा कि मॉस्क की अनिवार्यता, सोशल डिस्टेंसिंग आदि की पालना कड़ाई के साथ सुनिश्चित की जानी चाहिए।

आंचलिक विकास गतिविधियों पर दें समुचित ध्यान

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे कोविड-19 से बचाव की गतिविधियों के साथ ही विभागीय गतिविधियों, योजनाआेंं व कार्यक्रमों में लक्ष्य प्राप्ति, लोक समस्याओं के निराकरण, आधारभूत सेवाओं तथा सुविधाओं को सुचारू बनाए रखते हुए इनके विस्तार और सुदृढ़ीकरण आदि के प्रति भी अब पूरा-पूरा ध्यान दें ताकि जिले के विकास की रफ्तार बनी रह सके।

उन्होंने उप निवेशन विभागीय अधिकारियों से कहा कि विभागीय गतिविधियों के साथ ही आगामी समय में सरकार की योजनाओं के मद्देनज़र समुचित तैयारी रखें।

इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक हुक्माराम, तहसीलदार डालाराम, राजेश विश्नोई, विकास अधिकारी हीरालाल कलबी, सांकड़ा के विकास अधिकारी नारायणलाल सुथार, थानाधिकारी, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, बिजली, उप निवेशन, ग्रामीण विकास, सार्वजनिक निर्माण आदि विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।




थार की गर्मी ने छुड़ाए पसीने


 थार की गर्मी ने छुड़ाए पसीने




बाड़मेर लॉक डाउन के बीच शहर में गर्मी बढऩे के साथ ही शहरवासियों की दिनचर्या भी बदलने लगी है। भीषण गर्मी का आलम यह हे की लगातार तापमान ४६ डिग्री रह रहा हैं ,साथ ही हवाएं बंद हो जाने से लोगो की परेशानी और बढ़ गयी हैं ,दोपहर के समय मुख्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा नजर आता है। वहीं उन मार्गों से गुजरने वाले इक्के-दुक्के लोग भी गर्मी से बचाव का पूरा जाब्ता किए निकलते हैं।गर्मी के तेवर तीखे होने से शीतल पेय पदार्थों की भी बिक्री बढ़ी है।गर्मी के कारण आम दिनों की अपेक्षा गली-मौहल्लों के नुक्कड़ व मुख्य चौराहों पर भी सन्नाटा पसरा हैं ।भीषण गर्मी में लोगों को पंखे व कूलर भी राहत नहीं दे रहे हैं।दोपहर में गर्मी के साथ चलने वाली लू कोढ़ में खाज का काम कर रही है।मुख्य मार्गो पर दोपहर के समय वाहनों का आवागमन भी थम सा गया ,

घरो में भी अब छाछ ,ठंडाई की डिमांड बढ़ी 
भीषण गर्मी में घरो में अब ठंडी छाछ ,और ठंडाई लोगो को राहत दे रही हैं ,गर्मियों के चलते छाछ ,दही ,ठंडाई ,निम्बू पानी ज्यादा से ज्यादा उपयोग हो रहा हैं ,तापमान लगातार 46 डिग्री होने से सूरज आग बरसा रहा हैं ,लोग लॉक डाउन के बहाने घरो में ही रहकर काम निपटा रहे हैं


बदली लोगों की दिनचर्या 

गर्मी बढऩे के साथ ही लोगों की दिनचर्या में भी बदलाव आया है। शहरवासी सूरज तपने से पहले अपने काम-धंधे पर पहुंच जाते हैं। वहीं दोपहर के समय कूलर व पंखों के सामने बैठकर समय व्यतीत कर रहे हैं। यहां भी इन्हें पूरी तरह से गर्मी से निजात नहीं मिल पा रही है।शहर के मुख्य मार्गों पर आम दिनों की अपेक्षा इन दिनों चहल-पहल कम नजर आ रही है। रात्रि के समय अधिकांश शहरवासी खुले आसमान के नीचे ही सोकर रात गुजार रहे हैं। देर रात तक गर्म हवाओं का असर रहने के कारण शहरवासियों को रात में भी चैन नहीं मिल पा रहा है

खूब बिक रही है मटकियां 

गर्मी बढऩे के साथ ही पचपदरा में बनी मटकियों की बिक्री भी बढ़ गई है।स्टेशन रोड व प्रथम रेलवे फाटक के पास आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग मटकियों की खरीद करते हुए देखे जा रहे हैं।गर्मी के दिनों में मटकी का पानी पीने से लोगों को थोड़ी राहत मिल रही है।मटकी विक्रेता पप्पू ने बताया कि पिछले ६-७ दिनों से बढ़ी गर्मीके कारण मटकियों की बिक्री ने भी जोर पकड़ लिया है।उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग मटकियों की खरीद में विशेष रूचि दिखा रहे हैं।उल्लेखनीय है कि पचपदरा में बनी मटकियों की गर्मियों के दिनों में क्षेत्र सहित पूरे संभाग में जबर्दस्त डिमांड रहती है।मगर लॉक डाउन के कारण पहले वाली बात नहीं हे बिक्री में, माल  हैं ,नो तपा की भीषण गर्मी में हर साल मटकिया ज्यादा बिकती हैं ,मगर इस बार बहुत कम बिक्री हुई हैं ,लॉक डाउन के कारण लोग घरों से निकल नहीं रहे ,

सोमवार, 25 मई 2020

बाड़मेर। *सादगी से मनाई ईद, दिल पर हाथ रख कर दी ईद की मुबारकबाद*

बाड़मेर। *सादगी से मनाई ईद, दिल पर हाथ रख कर दी ईद की मुबारकबाद*




बाड़मेर।
लॉक डाउन के चलते ईद का पर्व जिले भर में सादगी पूर्वक मनाया गया। इस दौरान मुस्लिम भाइयों ने ईद के मौके पर अपने घरों में नीफिल नमाज़ अदा कर मुल्क की खुशहाली, अमनों अमान, कोरोना के खात्मे की दुआएं की गई। इस दौरान मस्जिदें व ईदगाह बंद रही।
मुस्लिम भाइयों ने इस बार गले मिलकर नहीं, बल्कि दिल पर हाथ रख कर सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखते हुए ईद की मुबारकबाद पेश की।
वहीं दरगाह शरीफ मे मुस्लिम भाइयों ने दुनिया से रुखसत हुए वालदेन की मगफिरत की  दुआएं मांगी। इस दौरान मुस्लिम भाई पूर्ण इस्लामी लिबास में, मुंह पर मास्क लगाए सोशल दूरी का पालन करते नजर आए।
जामा मस्जिद के पेश इमाम हाजी लाल मोहम्मद सिद्दीकी, मुस्लिम इंटेजामिया कमेटी के सदर हाजी अब्दुल गनी खिलजी, पूर्व सदर नजीर मोहम्मद, मोहम्मद मंजूर कुरैशी, हाजी गुलाम रसूल तंवर, नायब सदर मोहम्मद रफीक कुरैशी, सचिव अबरार मोहम्मद, संयुक्त सचिव शौकत शेख, शाह मोहम्मद सिपाही, शाह मोहम्मद कोटवाल, हाजी दीन मोहम्मद, मुख्तियार नियार्गर, हारून भाई, मास्टर रफीक, जाकिर नियार्गार इत्यादि मोमीन भाइयों ने ईद की मुबारकबाद पेश की। वहीं इस दौरान औल इंडिया कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट धनराज जोशी, समाजसेवी जगन्नाथ राठी, एडवोकेट मुकेश जैन, ठाकराराम माली इत्यादि ने भी दूरभाष पर सभी मुस्लिम भाइयों को मुबारकबाद पेश की।

जैसलमेर दुनिया को डराने वाला कोरोना नहीं हिला पा रहा इनके इरादे ... कोरोना का शोर और न दहशत की दशा -सरहदी गांवों में सकारात्मक माहौल

 जैसलमेर  दुनिया को डराने वाला कोरोना नहीं हिला पा रहा इनके इरादे ...

कोरोना का शोर और न दहशत की दशा

-सरहदी गांवों में सकारात्मक माहौल

जैसलमेर। जिस कोरोना ने दुनिया के महाबली देशों और भारत के मेट्रो शहरों तक के बाशिंदों को झकझोर कर रख दिया, उसका असर सीमावर्ती जैसलमेर जिले के ठेठ सीमाई गांवों में जाकर देखें तो कहीं नजर नहीं आता। जीवन की बुनियादी सुविधाओं को पाकर ही स्वयं को निहाल समझने वाले इन सीमांत क्षेत्रों के लोग अलबत्ता कोरोना से पूरी तरह बेफिक्र हैं, फिर भी ज्यादा पूछताछ करने पर वे इतना ही कहते हैं कि, यह कोई शहर की बीमारी है। भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के एकदम नजदीक बसे लोग पूरी जीवटता के साथ जीवन जी रहे हैं। अपने पशुधन का संतान की भांति प्रेम से पालन-पोषण करने वाले इन ग्रामीणों के जीवन में कोरोना या कोविड-१९ की दहशत दूर-दूर तक नजर नहीं आती।

पशुधन का सहारा

कोरोना के कोहराम से दूर अपने काम और जिंदगी में मगन सीमा से लगते गावों के लोगों को आज भी पशुओं के चारे और पानी की ही प्रमुख चिंता है क्योंकि उनके जीवन यापन का एकमात्र सहारा यह पशुधन ही है। जहां जिले में पिछले अर्से के दौरान सरकारी मशीनरी पूरी तरह से कोरोना से लडऩे व शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के बाशिंदों को राहत पहुंचाने के काम में जुटी दिख रही थी, सीमा पर बसे ये लोग बिना किसी सहायता के जीवन आराम से जी रहे थे।

जिंदगी में बदलाव नहीं

सीमांत क्षेत्र में शांत रेत के धोरों के बीच बसे रणाऊ, घंटियाली, कुरियाबेरी और तनोट जैसे गावों में जिंदगी आज भी वैसी ही है। गर्मी के भीषण रूप ने उनकी दिनचर्या को बदला है लेकिन कोविड का डर और असर इन गांवों में नाममात्र का भी नहीं है। भेड़ बकरियों को दुलारते रणाऊ निवासी सुजान सिंह से जब कोरोना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इतना ही कहा कि, शहर में कोई रोग फैला है इतना पता है। वे शहर तो दूर निकट के कस्बे रामगढ़ भी महीनों में कभी कभार जाते हैं। आवागमन बंद होने से वह भी बंद हो गया। आटे और नमक-मिर्च की जरूरत स्थानीय दुकान से पूरी हो जाती है। उनकी जरूरतें पहले भी कम थी और अब भी कम ही है। रणाऊ गांव के आगे तपती दुपहरी में पशुओं के साथ खेजड़ी की छांव में बैठे पशुपालकों का भी कोरोना को लेकर यही जवाब था। भेड़ के दूध मे आटा डालकर बनी खीर खाते हुए जीवनसिंह बताते हैं कि वे इस भीषण गर्मी में भी पशुओं के पीछे घूमते रहते हैं। आबादी के नाम पर घर के लोग ही सम्पर्क में हैं। बाहर से आने वाले कोई नहीं हैं। ऐसे मे कोरोना का आना मुमकिन नहीं। उन्हें पशुओं के लिए चारा जुटाने में जरूर परेशानी पेश आ रही है। सरकार समय रहते यह जरूरत पूरी कर दे तो फिर कोई कमी नहीं रह जाएगी। गधे पर पानी की पखाल डाले कुरिया निवासी जाम खां के हाल चाल पूछने पर उनके चेहरे की मुस्कान ने सब बयान कर दिया। कोरोना को लेकर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। आटे की पोटली साथ में थी, वहीं खेजड़ी के नीचे रोटियां बननी शुरू हो गई। पानी से लबालब पशु खेलियां और इनके सहारे खड़े खेजड़ी और केर के पेड़ों के नीचे बैठा पशुधन जीवन की जीवटता और आनंद का अहसास करवाता नजर आया। सीमा सुरक्षा बल के जवान जगह-जगह स्थापित चौकियों पर स्थानीय बाशिंदों के साथ सजग खड़े दिखाई दे रहे हैं।

जैसलमेर, जिला कलक्टर नमित मेहता ने जैसलमेरवासियों को दी ईद की मुबारकबाद*

जैसलमेर,   जिला कलक्टर नमित मेहता ने जैसलमेरवासियों को दी ईद की मुबारकबाद*

*जैसलमेर, 25 मई/जिला कलक्टर नमित मेहता ने जैसलमेर जिलेवासियों को ईद उल फितर की मुबारकबाद दी है।*
*जिला कलक्टर ने दिली मुबारकबाद देते हुए कहा है कि खुशियों और भाईचारे का पैगाम लेकर आया ईद का यह त्योहार जैसलमेर के लोगों के जीवन में तरक्की लाए और हर क्षेत्र में खुशहाली का दौर नए कीर्तिमान स्थापित करने वाला रहे।  उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर दूआ मांगें कि हमारा जिला, प्रदेश और देश-दुनिया कोरोना से मुक्त हो।*

जैसलमेर - कोविड-19 से बचाव गतिविधियों पर समीक्षा बैठक, जिला कलक्टर नमित मेहता ने अधिकारियों से लिया फीडबेक, कहा - सेंपलिंग के मामले में जैसलमेर जिला प्रदेश भर में टॉप 5 में

जैसलमेर - कोविड-19 से बचाव गतिविधियों पर समीक्षा बैठक,

जिला कलक्टर नमित मेहता ने अधिकारियों से लिया फीडबेक,

कहा - सेंपलिंग के मामले में जैसलमेर जिला प्रदेश भर में टॉप 5 में

जैसलमेर, 25 मई/कोविड -19 से बचाव एवं रोकथाम के लिए जैसलमेर जिले में व्यापक स्तर पर विभिन्न प्रभावकारी गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। जैसलमेर जिला कोरोना जांच सेंपल लेने के मामले में राजस्थान प्रदेश भर में टॉप 5 जिलों में शामिल है।

यह जानकारी जिला कलक्टर नमित मेहता ने सोमवार को जैसलमेर जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में जिलाधिकारियों की कोविड-19 रिव्यू बैठक में दी।

राज्य स्तर पर प्रति लाख लोगों की कोरोना जांच सेंपलिंग से संबंधित सोमवार को जारी ताजा रिपोर्ट  के अनुसार जैसलमेर जिले में अब तक कुल 4 हजार 358 सेंपल लिए गए हैं। इस हिसाब से जैसलमेर जिले में प्रति लाख जनसंख्या पर 575 सेंपल लिए गए हैं। इस मामले में जोधपुर, कोटा, जयपुर और भीलवाड़ा के बाद जैसलमेर ही प्रति लाख व्यक्तियों में सर्वाधिक सेंपल लेने वाला जिला बना हुआ है। शेष सारे जिले जैसलमेर से नीचे हैं।

अब तक की कार्यवाही पर जताया संतोष

जिला कलक्टर ने कोविड-19 के बारे में जिले में चल रही तमाम गतिविधियों का फीडबेक लिया तथा महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कोविड -19 से मुकाबले के लिए जिले में संचालित गतिविधियों पर संतोष जताया और निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण जांच से संबंधित सेंपल की संख्या को और अधिक बढ़ाया जाकर रोजाना ढाई सौ से तीन सौ सेम्पल लिए जाएं। अधिकाधिक प्रवासियों के सेंपल लेने पर जोर दिया जाए।

इन्होंने दिया फीडबेक

बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. विश्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, उप निवेशन उपायुक्त देवाराम सुथार, उपखण्ड अधिकारी दिनेश विश्नोई,  तहसीलदार विकास भाटी,  नगर परिषद आयुक्त बृजेश राय, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सत्येन्द्र कुमार व्यास, चिकित्सा विभाग के अधिकारियों डॉ. बी.के. बारूपाल, डॉ. बी.एल. बुनकर एवं डॉ. एम.डी. सोनी, जिला रसद अधिकारी भागुराम महला, जिला औषधि नियंत्रण अधिकारी राजेश मीणा आदि ने हिस्सा लिया।

पोजिटीव आए व्यक्ति अब स्वस्थ होकर लौट रहे हैं

बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.के. बारूपाल ने बताया कि जैसलमेर जिले से कोरोना पोजिटीव पाए गए लोग ईलाज के बाद लगातार नेगेटिव होकर स्वस्थ होकर लौट रहे हैं। अब तक जिले में पाए गए 68 पोजिटीव व्यक्तियों में से उपचार के बाद 44 नेगेटिव हो चुके हैं। स्वस्थ होकर अस्पताल से लौटने वालों का क्रम बना हूआ है।

जिला कलक्टर ने जिले में होम क्वारंटाईन, क्वारंटीन सेंटर्स, कोविड केयर सेंटर, खाद्य सुरक्षा सर्वे, प्रवासियों की मेडिकल स्क्रीनिंग, सेंपलिंग आदि सभी गतिविधियों पर सभी अधिकारियों से फीडबेक लिया और कहा कि जिले में होम क्वारंटीन से संबंधित नियमित और निरन्तर जांच के आशातीत सफल परिणाम सामने आए हैं।

जिला कलक्टर ने विमानों से जैसलमेर आने वाले प्रवासियों से संबंधित एसओपी का पूरा-पूरा पालन करने के निर्देश दिए और कहा कि इन्हें भी होम क्वारंटीन में रहने को पाबंद किया जाना चाहिए।

मेहता ने कोविड केयर सेंटर व क्वारंटीन सेंटर्स के प्रबन्धों को बेहतर बनाने के निर्देश दिए और कहा कि होम क्वारंटीन से संबंधित निरीक्षणों का दौर सतत रूप से जारी रहना चाहिए। इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं।

पेयजल प्रबन्धों पर भी रखें पैनी नज़र

जिला कलक्टर ने अधिकारियों से कहा कि वे क्षेत्रीय भ्रमणों पर अधिक ध्यान दें तथा यह सुनिश्चित करें कि जब भी ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण पर जाएं, पानी से संबंधित गतिविधियों, शिकायतों तथा समस्याओं के प्रति पैनी निगाह रखें और तत्काल जल समस्या का निवारण करने के लिए सभी संभव प्रयास करें। जहां अत्यन्त आवश्यकता महसूस हो रही हो वहां तत्काल टैंकर से पानी सप्लाई कराएं। ग्रीष्मकाल में पानी की उपलब्धता नितान्त जरूरी है और इसके लिए हर स्तर पर जागरुकता बरती जानी चाहिए।

ब्लॉकस्तरीय अधिकारी भी करें क्षेत्र भ्रमण

उन्होंने जिलाधिकारियाें से कहा कि वे ब्लॉकस्तरीय व अधीनस्थ अधिकारियों को भी निर्देशित करें कि क्षेत्र भ्रमण करें और इस दौरान जिले की सम सामयिक गतिविधियों पर पूरा ध्यान रखें और फीडबेक से अवगत कराएं। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. विश्नोई ने अधिकारियों को विभिन्न जरूरी निर्देश दिए।

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