जैसलमेर. संक्रमण का खतरा ज्यादा फिर भी डटे हंै एंबुलेंस कर्मचारी कोरोना को हराने के लिए।
ये हैं असली कर्मवीर: अब तक 65 कोरोना मरीजों को कर्मचारी एंबुलेंस में जोधपुर ले गए
जैसलमेर | जैसलमेर अब कोरोना का हॉट स्पॉट बन चुका है। पिछले कई दिनों से काेरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। अभी तक पोकरण में 34 व जैसलमेर में 31 ईरानी भारतीय कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं। वहीं कोरोना को हराने के लिए चिकित्सकों के साथ साथ इमरजेंसी सेवा 108 व 104 एंबुलेंस के कर्मचारी भी इस विपदा में कोरोना योद्धाओं की तरह मैदान में डटे हुए हैं। अभी तक इनके द्वारा दुर्घटना व अन्य इमरजेंसी के समय में सेवाएं दी जाती थी। वर्तमान में जैसलमेर के काेरोना हॉट स्पॉट बनने पर इनके द्वारा कोरोना संक्रमण के खतरे को जानते हुए भी रात दिन बेहतरीन सेवाएं दी जा रही है। यह योद्धा अपनी जान जोखिम में डाल कोरोना पॉजिटिव मरीजों को 108 व 104 एंबुलेंस से जोधपुर अस्पताल पहुंचा रहे हैं।
अब तक 65 पॉजिटिव मरीजों को पहुंचा चुके हंै जोधपुर
कोराेना को हराने के लिए मैदान में डटे 108 व 104 एंबुलेंस के कर्मचारी भी किसी से कम नहीं है। जिला प्रबंधक दीपक कुमार और नारायण सिंह भाटी ने जैसलमेर में मोर्चा संभाल रखा है। तो वहीं ब्लॉक प्रबंधक जितेंद्र कुमार पोकरण में मोर्चा संभाले हैं। एंबुलेंस कर्मचारियों द्वारा अभी तक 65 पॉजिटिव मरीजों को जोधपुर पहुंचाया गया है। इसमें जैसलमेर के इन योद्धाओं ने अभी तक 31 कोरोना पॉजिटिव ईरानी भारतीयों को एवं पोकरण में 34 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को जोधपुर अस्पताल पहुंचाया गया है।
कोरोना के खिलाफ जंग में डटे हैं योद्धा
काेरोना को हराने के लिए जैसलमेर मुख्यालय पर जिला प्रबंधक दीपक कुमार के नेतृत्व में भंवरलाल पायलट, स्वरुप माली इएमटी, भैरुलाल पायलट,नारायणसिंह पायलट, आशीष चौधरी, कमलेश इएमटी, रामगोपाल पायलट व राजेंद्र इएमटी मैदान में डटे है। इसी प्रकार पोकरण उपखंड में ब्लॉक प्रबंधक जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में श्याम माली पायलट, मनमोहन इएमटी, भवानीसिंह उज्ज्वल पायलट, सवाईसिंह पायलट, नारायण जटिया इएमटी, नरेंद्र राजोड़ा इएमटी व शमसुद्दीन पायलेट सेवाएं दे रहे है। इसके अलावा अन्य 108 व 104 एंबुलेंस के कई कर्मचारी इस विपदा में महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहे हैं।
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मोडिफाई लॉक डाउन। .. लोग घरो में ,दुकानदारों ने दुकाने नहीं खोली
जैसलमेर पोकरण में कोरोना के 34 मरीज सामने आए हैं। इस कारण पोकरण व 10 किमी की परिधि में कर्फ्यू के हालात यथावत है, लेकिन जैसलमेर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में मोडिफाइड लॉकडाउन लागू किया गया है। हालांकि मंगलवार को दूसरे दिन इसका खास असर देखने को नहीं मिला। कुछ एक दुकानें खुली भी लेकिन जिन दुकानों को इसमें छूट है वे सभी अभी तक नहीं खुली है। ज्यादातर लोग घरों में ही रहे। पिछले दिनों की तुलना में कुछ भीड़ बाजार में दिखाई दी। वहीं जरूरी काम पर ही लोग बाहर आए।
गौरतलब है कि जैसलमेर में एक भी कोरोना मरीज नहीं आया। इसके लिए यहां मोडिफाइड लॉकडाउन लागू किया गया है। इसके तहत विभिन्न आवश्यक सुविधाओं की दुकानों छूट दी गई है। इसमें मुख्य रूप से प्रोविजन स्टोर, बिल्डिंग मेटेरियल, पत्थर कटिंग इकाइयां आदि शामिल हैं, लेकिन ये कारोबार मंगलवार को भी जैसलमेर में चालू नहीं हुए।
जैसलमेर. शहर में मंगलवार को बिना अनुमति वाली दुकानें रही बंद।
मंगलवार को मोडिफाइड लॉकडाउन में ज्यादा अंतर देखने को नहीं मिला। लोग असमंजस की स्थिति में थे, इसलिए दुकानें नहीं खोली। किराना, फल, सब्जी व डेयरी उत्पाद की अधिकांश दुकानें खुली रही। हालांकि सभी बैंक खुल गए और वहां भीड़ भी ज्यादा नजर आई।