बुधवार, 2 अक्टूबर 2019

बाड़मेर, सौहार्द्वपूर्ण वातावरण की परंपरा बरकरार रखेंः अंशदीप

बाड़मेर, सौहार्द्वपूर्ण वातावरण की परंपरा बरकरार रखेंः अंशदीप
- विभिन्न समुदायांे के प्रतिनिधियांे ने सौहार्द्धपूर्ण वातावरण बनाए रखने का भरोसा दिलाया।




बाड़मेर, 02 अक्टूबर। बाड़मेर जिले मंे भाईचारे एवं सौहार्द्धपूर्ण वातावरण के साथ त्यौहार मनाने की परंपरा रही है। इस गौरवपूर्ण परंपरा को बरकरार रखें। आगामी दिनांे मंे आने वाले त्यौहारांे एवं चुनाव के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द्व एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सब मिलकर प्रयास करें। जिला कलक्टर अंशदीप ने बुधवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हॉल मंे आयोजित शांति समिति की बैठक के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर अंशदीप ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के मनाई जा रही है। उन्हांेने जाति एवं धर्म को छोड़कर सबको साथ लेकर चलने का संदेश दिया था। उन्हांेने कहा कि गांधी जी के संदेश को आगे बढाते हुए देश के विकास मंे योगदान दें। जिला कलक्टर ने कहा कि किसी भी प्रकार की सूचना के संबंध मंे तत्काल जिला प्रशासन अथवा पुलिस को सूचित करें। उन्हांेने विभागीय अधिकारियांे को त्यौहारांे के अवसर पर विशेष रूप से पानी ,बिजली एवं विद्युतापूर्ति संबंधित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने विभिन्न समुदायांे से आपसी समन्वय एवं सौहार्द्व बनाए रखने की अपील की। उन्हांेने कहा कि हम सबकी जिम्मेदारी है कि सौहार्द्वपूर्ण माहौल बनाए रखें। उन्हांेने सुनी-सुनाई बातांे पर विश्वास नहीं करने के साथ समाज के मौजीज लोगांे से अपनी जिम्मेदारी निभाने का अनुरोध किया। उन्हांेने कहा कि पुलिस की ओर से अवैध आतिशबाजी बेचने वालांे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान जिला कलक्टर अंशदीप एवं पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने दीपावली के अवसर पर अग्निशमन संबंधित पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्हांेने फायरबिग्रेड के साथ अतिरिक्त पानी के टैंकरांे की व्यवस्था करने तथा अस्पतालांे मंे बर्न यूनिट संचालित करने के निर्देश दिए। बैठक मंे नगर परिषद के आयुक्त पवन मीणा को आदर्श स्टेडियम मंे रावण दहन तथा आतिशबाजी की दुकानांे के लिए समुचित इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर दुर्गाष्टमी, महानवमी, विजयादशमी एवं दीपावली पर्व के दौरान पुख्ता कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के संबंध मंे विचार-विमर्श किया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने त्यौहारांे के अवसर पर विभिन्न विभागांे की ओर से की जाने वाली व्यवस्थाआंे के संबंध मंे आवश्यक निर्देश दिए। उन्हांेने आवारा जानवरांे की धरपकड़ कर नंदी गौशाला भिजवाने के लिए कहा। इस दौरान सीमा जन कल्याण समिति के संरक्षण अंबालाल जोशी, कौमी एकता समिति के अध्यक्ष एवं एडवोकेट धनराज जोशी, सामाजिक कार्यकर्ता नजीर मोहम्मद, मुस्लिम समाज अध्यक्ष हाजी अब्दुल गनी, ओमप्रकाश गर्ग मधुप, पूर्व शिवसेना प्रमुख बसंत खत्री, ऑल इंडिया कौमी एकता कमेटी के महामंत्री अबरार मोहम्मद समेत शांति समिति के विभिन्न सदस्यों ने सुझाव देने के साथ शहर की समस्याआंे से अवगत कराया। बैठक मंे युआईटी सचिव अंजुम ताहिर समां, पुलिस उप अधीक्षक विजयसिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी, अधिशाषी अभियंता हजारीराम बालवां, अश्विनी कुमार जैन, कोतवाल रामप्रताप सिंह समेत विभिन्न गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

पौधारोपण के साथ चलाया सफाई अभियान
बाड़मेर, 02 अक्टूबर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य मंे बुधवार को बैंक परिसर मंे पौधारोपण करने के साथ सफाई अभियान चलाया गया।
  सेंट्रल को ऑपरेटिव बाड़मेर के प्रबंध निदेशक रामसुख, अधिशाषी अधिकारी हरीराम पूनिया एवं अधिकारी यूनियन के सचिव पेमाराम चौधरी की अगुवाई मंे स्थानीय शाखाआंे एवं प्रधान कार्यालय मंे स्वच्छता अभियान चलाने के साथ बैंक परिसर की साफ सफाई की गई। इस दौरान बैंक परिसर मंे पौधारोपण भी किया गया।


जैसलमेर 150 वी गांधी जयंती पर जिला पुलिस के द्वारा विशाल रक्त दान शिविर का आयोजन*

जैसलमेर 150 वी गांधी जयंती पर जिला पुलिस के द्वारा विशाल रक्त दान शिविर का आयोजन*

*80 पुलिस के जवानों के साथ जिला पुलिस अधीक्षक ने किया रक्तदान*

*रक्तदान शिविर में जिला प्रमुख, जिला कलक्टर एंव नगर परिषद सभापति रहे उपस्थित*

 जैसलमेर  राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की 150 वी जयंती के उपलक्ष्य पर आज दिनांक 02.10.2019 को पुलिस लाइन जिला जैसलमेर में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, आयोजन के दौरान पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर डॉ0 किरन कंग के आहवान पर पुलिस के अधिकारीयो एंव जवानों द्वारा बढ़ चढ़ कर भाग लिया तथा उक्त शिविर में जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर डॉ0 किरन कंग व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश बैरवा व रिजर्व इंस्पेक्टर राजेश बिश्नोई एंव पुलिस के 80 जवानों द्वारा रक्तदान किया गया। रक्तदान शिविर के दौरान जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, जिला कलेक्टर नमित मेहता, नगर परिषद सभापति कविता कैलास खत्री, पूर्व यूआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, सीएचएमओ जैसलमेर डॉ0 बी के  बारूपाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश  बैरवा, वृताधिकारी जैसलमेर गोपाललाल  एंव जिला मुख्यालय पर पदस्थापित पुलिस के अधिकारी एंव कर्मचारी उपस्थित रहे। सीएचएमओ डॉ0 बी के बारूपाल के नेतृत्व में उनकी टीम के द्वारा रक्त का संग्रह किया गया।
      इस दौरान जिला कलक्टर द्वारा कहा गया कि रक्तदान महादान है इसके लिये हर समय तैयार रहना चाहिए जिससे किसी घायल व्यक्ति को आवश्यकता पड़ने पर समय पर रक्त मिल सके, इसी दौरान पुलिस अधीक्षक जैसलमेर द्वारा उपस्थित पुलिस के अधिकारियों एंव जवानों को रक्तदान करने के लिये प्रेरित किया गया एंव बताया गया कि रक्तदान करने से शरीर मे किसी प्रकार की कोई कमजोरी होती है। ये गलत धारना है एक स्वस्थ व्यक्ति को समय समय पर रक्तदान करते रहना चाहिए। इसी तरह जिला प्रमुख जैसलमेर एंव सभापति नगर परिषद जैसलमेर द्वारा भी अपनी अपनी बात रखी और रक्तदान करने हेतु प्रेरित किया।
   *जिला के सभी पुलिस थानों पर 150 वी गांधी जयंती के अवसर पर हुवे विभिन कार्यक्रम*
     जिला के सभी पुलिस थानों पर 150 वी गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन किया गया, गांधी जी के बताए रास्तो पर चलने की बात कही, साफ सफाई की गयी, सीएलजी सदस्यों की मींटिंग रखी जाकर उनको भी गांधी जी के बताये  एंव सदा सत्य अंहिसा के रास्ते पर चलने की बात कही गई।

बाड़मेर लूट की घटना का सनसनीखेज खुलासा परिवादी स्वयं ने रचा लूट का नाटकीय घटनाक्रम

 बाड़मेर लूट की घटना का सनसनीखेज खुलासा परिवादी स्वयं ने रचा लूट का नाटकीय घटनाक्रम

            शरद चैधरी, पुलिस अधीक्षक जिला बाड़मेर ने जानकारी देते हुए बताया कि बताया कि दिनांक 24.09.2019 को पुलिस थाना कल्याणपुर पर परिवादी हितेष कुमार पुत्र डुगरचन्द जाति सोनी निवासी समदडी द्वारा रिपोर्ट पेष कर बताया कि अज्ञात मुलजिमानो द्वारा मुस्तगीस की कार के आगे मोटरसाईकिल रोककर कार की चाबी निकालकर मुस्तगीस व मुस्तगीस के साथी अमृतलाल के साथ थापो मुक्को से मारपीट कर डरा धमकाकर 100 ग्राम सोना व 70000 रूपये  लुटकर ले जाने के सम्बन्ध में पुलिस थाना कल्याणपुर पर प्रकरण संख्या 73 दिनांक 24.09.2019 धारा 341, 323, 387, 392 भादसं में प्रकरण दर्ज कर आरोपीयो की पतारसी हेतु सभी जिलो में नाकाबन्दी करवाई गयी। उक्त घटना के सिलसिले में परिवादी से बारीकी से पुछताछ करने पर व ब्यान से उक्त घटना का परिवादी स्वयं द्वारा अपने उपर हुए कर्जा को लेकर लूट का नाटकीय घटनाक्रम बनाया व उक्त लूट का खुलासा करने में पुलिस थाना कल्याणपुर ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की गई।
टीम का गठन व लूट की वारदात का खुलाषा:- लूट की वारदात का खुलासा करने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा श्री नरपतसिह तथा वृताधिकारी वृत बालोतरा श्री सुभाष् खोजा के निर्देषन में थानाधिकारी माया पण्डित उप निरीक्षक पुलिस थाना कल्याणपुर के नेतृत्व में एक विषेष टीम गठित की गई। थानाधिकारी के नेतृत्व में टीम द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर आस पडौस से साक्ष्य एकत्रित कर प्रकरण में परिवादी को अनुसंधान हेतु तलब कर प्रकरण में हुई घटना के सिलसिले में गहनता में अनुसंधान एवं पूछताछ की गई तो परिवादी ने बताया कि मेरे उपर 35-40 लाख रूपयों का कर्जा हो गया था, अमृतलाल जैन व अन्य लोग मेरे से रूपये मांग रहे थे। इन लोेगों को रूपये देने में मैं समर्थ नहीं होने से मैने अपने साथ योजना बन्द तरीके से अपने परिचित के साथ मिलकर नाटकीय लूट की झूठी कहानी रची। दिनांक 24.09.2019 को मैं समदड़ी से मेरी स्वय की कार में रवाना हुआ। मेरे साथ बैठे अमृतलाल जैन को इस बात की सच्चाई का पता नही लगे इस कारण मैंने रावली ढाणी के पास मेरे परिचित दों लोगों को मुंह पर कपड़ा बाधकर मोटरसाईकिल पर बुलाया फिर वो मुंह पर कपड़ा बांध कर मोटरसाईकिल पर आये ओर मेरी कार के आगे मोटरसाईकिल रोककर हमारे को डरा धमका कर कार की सीट के बीच में पड़े थैले को लेकर भाग गये। उक्त लूट की नाटकीय घटना के बारे में सेठ अमृतलाल को कोई जानकारी नही थी। लूट की सम्पूर्ण नाटकीय घटना मेरे द्वारा ही बनाई गई। इस प्रकार परिवादी स्वयं द्वारा रची गई लूट की सनसनीखेज घटना का जिला पुलिस द्वारा खुलासा करने में सफलता प्राप्त की गई।
लूट की वारदात को खोलने में शामिल टीम के सदस्य:-
1. माया पण्डित उ.नि. 2. श्री चुतराराम सउनि 3. नरपतसिह हैड कानि 858 4. जयवीरसिह कानि 588 5. राजुराम कानि 1250 6. महीपाल कानि 1039 7. अशोक कुमार कानि 1041 8. देवाराम कानि 487 9. अशोक कानि 577 व 10. ड्राईवर कानि रामदेव 490

जैसलमेर/ रक्तदान से आत्मिक संतोष:- जिला कलक्टर

जैसलमेर/ रक्तदान से आत्मिक संतोष:- जिला कलक्टर 


जैसलमेर/ 
महाविद्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में स्वैच्छिक रक्तदान षिविर का आयोजन किया गया। इस रक्तदान षिविर में एनसीसी, स्काऊट रोवर, जिले के रामदेव बीएड काॅलेज,राजकीय कन्या महाविद्यालय, पाॅलिटेक्निक महाविद्यालय, राजकीय आईटीआई, जगतम्बा आईटीआई के छात्र - छात्राअेां ने महाविद्यालय में स्वैच्छिक रक्तदान किया।

      इस षिविर में जैसलमेर जिला कलेक्टर नमित मेहता,जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ किरण कंग,उपखण्ड अधिकारी अजय , डाॅ बी.के.बारूपाल, डाॅ बी एल बुनकर, डाॅ एम.डी सोनी, उमेष आचार्य गाॅधी जयंती समरोह के जिला संयोजक उम्मदे सिंह तंवर, सहसंयोजक रूपचंद सोनी ने स्वैच्छिक रक्तदाताओं की हौंसला अफजाई की और रक्तदाताआंे को इस पुनीत कार्य की बधाई दी।
              
 जैसलमेर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवा पीढी को ऐसे नेक कार्य में बढ-चढ भाग लेना चाहिए है। उन्होने स्वैच्छिक रक्तदाताओं का मनोबल बढाते हुए कहा कि रक्त दान महादान है। इससे रक्तदाता को आत्मिक संतोष होता है। 

जिला पुलिस अधीक्षक डाॅं किरण कंग ने एनसीसी केडेट्स को के जज्बे की सराहना की और कहा कि एनसीसी के युवाओं की ऐसे सामाजिक कार्यो में भागीदारी से समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी दर्षाता है। एनसीसी के यह युवा आगे चलकर देष के भावी नागरिक होगें। इन्हीं युवाओं से देष का निर्माण होता है। 
महाविद्यालय के प्राचार्य के.आर.गर्ग ने सभी अतिथिओं एवं रक्तदान षिविर में भाग लेने वाले सभी रक्तदाताओं का आभार व्यक्त किया।
षिविर के संयोजक डाॅ अषोक तंवर ने कहा कि इस रक्तदान षिविर में कुल 53 यूनिट रक्तदान किया गया। इससे ब्लड बैक में रक्त की कमी नहीं होगी तथा आवष्यक रोगियों के लिये अत्यंत उपयोगी साबित होगा।
रामदेव बीएड काॅलेज के जयप्रकाष आचार्य तथा देवकिषन चारण ने सभी स्वैच्छिक रक्तदाताओं को बधाई दी तथा बताया की इस षिविर से राजकीय जवाहर चिकित्सालय की ब्लड बैक समृद्ध होगी।

राजकीय पोलोटेक्निक महाविद्यालय के मोहम्मद अनवर, कैलाष खत्री तथा राजकीय कन्या महाविद्यालय के सहायक आचार्य हीरालाल, अजय, जगतम्बा आईटीआई से रामेष्वर बोरवाट,राजकीय आईटीआई से विकास दवे  ने इस कार्य के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आज के युवा रक्तदाता जागरूक है और बढ-चढ कर ऐसे सामजिक कार्याे में अपनी भूमिका  अदा कर रहे है।

इस षिविर में रामदेव बीएड महाविद्यालय की और से छात्रा अभिलाषा तंवर, चंचल, भीख सिंह, प्रेम ंिसह,गायडसिंह,ईसरराम,महिपाल, श्रवण राम महाविद्यालय की रिकू दैया, लाजवंती दैया,रक्षा,खुष्बु,पारूल भाटी छात्रो में तेजाराम देवासी, हितेष प्रजापत, दीपाराम, दिपक राजपुरोहित,योगेष व्यास, पवन सिंह, सुनील,निबुसिंह, भंवराराम, महिपाल सिंह, मुकेष भादू, ललित चैहान, रतन कुमार, देेवेन्द्र भाटी, जितेन्द्र कुमार, अषोक सिंह, रणवीरदान,  लोकेन्द्र सिंह,हीरालाल,दुष्यंत, लोकेन्द्र दान, हरिष, छोटू सिंह तथा राजकीय पोलोटेक्निक महाविद्यालय से कुलविन्दर सिंह,सिद्वर्थ गौतम, रावल जगतम्बा आईटीआई से रामेष्वर बोरवाट,राजकीय आईटीआई से विकास दवे ने रक्तदान किया ।

      छात्राओं में अभिलाषा तंवर, चंचल, महाविद्यालय की रिकू दैया, लाजवंती दैया,रक्षा,खुष्बु,पारूल भाटी का रक्तदान के प्रति जोष देखा गया।

ब्लड बैक प्रभारी डाॅ दामोदर खत्री, ओमप्रकाष राजेन्द्र आचार्य व महाविद्यालय के श्री अषोक दलाल,श्रीमती ममता शर्मा,पूराराम,एनडी प्रजापत, विकास केवलिया एवं एनसीसी के केडेट्स, फतेस,चैनाराम, सुनील आदि की  टीम ने इस कार्यक्रम में सहयोग दिया ।



                                                     

भारत-पाक सीमा पर है घन्टयाली माता का चमत्कारी मंदिर ,

भारत-पाक सीमा पर है घन्टयाली माता का चमत्कारी मंदिर ,


पश्चिमी राजस्थान मे थार के अतिम जिले जैसलमेर से करीब 115 कि.मी. दूर पाकिस्तानी सीमा से सटे तनोट क्षेत्र स्थित 'घन्टयाली माता' मदिर शक्तिस्थल के रूप मे आम श्रद्धालुओ के अलावा भारतीय सैनिको व अधिकारियो के आस्था स्थल के रूप मे प्रसिद्ध है। यहा पर दिनभर सैनिको एव फौज का आना-जाना लगा रहता है। इस मदिर परिसर मे सन् 1965 मे भारत-पाक युद्ध मे पाकिस्तान द्वारा गिराये 'बम' भी देवी के चरणो मे नतमस्तक होकर नही फटे। ये मंदिर परिसर  मे आज भी रखे हुए है। साथ ही साथ पाक सेना द्वारा इस क्षेत्र मे घुसकर मदिर स्थित अनेक मूर्तियो को खडित भी किया गया। वे भी मदिर मे रखी हुई है। 1965 की लड़ाई के दौरान घन्टयाली माता ने अपने पर्चे भी दिये जिससे सेना व आम नागरिक अभिभूत हो गये।

घन्टयाली माता के मदिर की देखरेख भी जवान ही करते है जो मदिर मे सुबह-शाम पूजा-अर्चना भी करते है। यह मदिर मातेश्वरी तनोट के दर्शन करने जाते समय 7 कि.मी. पहले रास्ते मे पड़ता है। घन्टयाली मा के दर्शन अत्यत ही शुभ माने जाते है।

घन्टयाली माता के मंदिर  के बारे मे यहा रोचक प्राचीन कथा सुनने को मिलती है। इस सदर्भ मे मदिर परिसर मे खडित मूर्तियो के ऊपर दीवार पर पूरी कथा श्रद्धालुओ को पढऩे को मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि प्राचीनकाल मे कुछ अपराधी प्रवृत्ति के लोगो ने सीमावर्ती गावो के पास रहने वालो पर अत्याचार किये व इस दौरान एक परिवार के सभी सदस्यो को मौत के घाट उतार दिया गया। उस समय मात्र परिवार की एक गर्भवती महिला ही बची, जो अपने गाव को छोड़कर दूसरे स्थान पर चली गई। कुछ समय के बाद उसने एक पुत्र को जन्म दिया। बड़ा होने के बाद जब उसने अपने परिवार के बारे मे पूछा तो उसकी मा ने उसे सारी घटना से अवगत कराया। इस घटना को सुनकर उसने अपराधियो से बदला लेने की ठानी व एक दिन तलवार लेकर घन्टयाली गाव मे आया जहा एक छोटा-सा मदिर था। यहा उसने माता को बच्ची के रूप मे देखा। मा ने उसे अपने हाथो से जल पिलाकर उसकी प्यास बुझाकर आशीर्वाद दिया कि तुम्हारी मनोकामना पूर्ण होगी। तत्पश्चात उसने चरणो मे शीश झुकाकर अपनी इच्छा पूरी करने का उपाय पूछा। जगत जननी माता ने उसे कहा कि तुम केवल एक व्यक्ति को मारना, बाद मे सभी एक-दूसरे पर हमला कर मारे जाएगे। माता की बात सुनकर लड़के ने कहा कि यदि यह चमत्कार हो गया तो मै पुन: यहा आकर अपना शीश आपके चरणो मे चढ़ा दूगा। उसके बाद वह लड़का उसी गांव  मे पहुचा तो उसने देखा कि एक समुदाय की बारात आ रही है। उसने पीछे से एक बाराती को मार डाला। अचानक इस घटना से क्षुब्ध लोग आपस मे लड़ पड़े और देखते ही देखते सारे बाराती मारे गये और गांव  के अन्य लोग भी।

दूर से सब कुछ समाप्त हुआ देख वह पुन: घन्टयाली माता के मंदिर  के पास आया औरमाँ  को पुकारने लगा। काफी देर तक जब माता प्रकट न हुई तो वह तलवार से ज्यो ही अपना शीश काटने लगा तभी माँ  प्रकट हुई और उसका हाथ पकड़कर कहा- मै तो यही विराजमान हू और मै अपने भक्तो को दर्शन देकर आगे भी कृतार्थ करती रहूगी।

इस घटना के बाद दूर-दूर तक मा के चमत्कारी होने की बात फैल गई व दूरदराज से भी ग्रामीण दर्शनाभिलाषी पहुचने लगे। धीरे-धीरे मदिर को दूर-दूर तक फैले रेत के टिब्बो के मध्य भव्य रूप प्रदान किया गया। फिर तो भारत-पाक सीमा पर तैनात सेना के जवानो और अधिकारियो ने मदिर मे नित्य पूजा-अर्चना करनी शुरू कर दी जो आज भी जारी है।
घन्टयाली माता के अद्भुत चमत्कार युद्ध मे भी दिखाई दिये जिससे सभी मे इतनी आस्था प्रबल हो उठी कि आज जैसलमेर आने वाले हजारो पर्यटक चाहे वे विदेशी हो या भारतीय, घन्टयाली माता व तनोट राय के दर्शन किये बगैर नही लौटते है। मदिर मे तैनात फौज के जवान पूरी निष्ठा व नि:स्वार्थ भाव से आने वाले भक्तो की सेवा मे कोई कमी नही रखते। घन्टयाली माता के मंदिर  मे सभी तरह की सुविधाए भी मुहैया करवाई गई है जिससे श्रद्धालुओ को कोई परेशानी नही होती।

जैसलमेर मदरसा बोर्ड में हुई नई शुरुआत,अंतर मदरसा शिक्षा सहयोगियों के किये स्थानांतरण*

जैसलमेर मदरसा बोर्ड में हुई नई शुरुआत,अंतर मदरसा शिक्षा सहयोगियों के किये स्थानांतरण*

*चन्दन सिंह भाटी*

जैसलमेर राजस्थान के मदरसे अब तक सरकार के दायरे से स्वतंत्र रहे।।शिक्षा सहयोगियों की नियुक्ति के बावजूद राज्य सरकार,शिक्षा विभाग या मदरसा बोर्ड का कोई हस्तक्षेप नही था।जिसके चलते मदरसों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा नहीं जा सका।।मगर इस बार पहली बार अल्पसंख्यक मामलात के कैबिनेट मंत्री बनने के तुरंत बाद सालेह मोहम्मद द्वारा मदरसों को शिक्षा के दायरे में लाने के  साथ मदरसों में शिक्षा की गुणवत्ता का स्तर सुधारने के लिए कड़े कदम उठाने के संकेत दिए थे।।मंत्री बनने के बाद से ही साले मोहम्मद मदरसा एक्ट बनाने में जुट गए थे।साथ ही मदरसों को सरकारी दायरे में लाने के प्रयासों में भी सफल रहे।पहली सफलता उन्हें मदरसों के आधुनिकरण योजना से मिली।जब उनके द्वारा मदरसों में फर्नीचर,कम्प्यूटर और खेल सामग्री की व्यवस्था करवाई।।इससे मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने में सफलता मिलेगी ।एक बार फिर मंत्री साले मोहम्मद द्वारा नवाचार कर पहली बार अंतर मदरसा शिक्षा सहयोगियों के दो सौ से अधिक स्थानांतरण शिक्षा की व्यवस्था के लिए किए।।ऐसा पहले कभी नही हुआ राजस्थान में।।शिक्षण व्यवस्था में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाकर पहल करते हुए आज व्यापक स्थानांतरण कर शिक्षा सहयोगियों को कार्यभार ग्रहण कराने के सम्बंधित मदरसों के अध्यक्ष/सचिव को निर्देश भी जारी किए है। इस नई व्यवस्था से मदरसों के हालत और शिक्षा की गुणवत्ता में व्यापक सुधार निश्चित रूप से होगा।।यह प्रयोग सफल रहा तो कागज़ों पे चलने वाले मदरसों पे संकट आएगा।साथ ही मदरसे सरकार के अधिकार क्षेत्र में भी आ जायेंगे ।एक नवाचार राजस्थान के सभी मदरसों की गुणवत्ता सुधार सकता हैं।।अंतर मदरसा स्थानांतरण की शुरुआत एक अच्छी,सकारात्मक और ठोस पहल है जिसके दूरगामी परिणाम हासिल हो सकते हैं।

जैसलमेर शहीद परिवार की आर्थिक मदद की बजाय शहीद की याद चिर स्थायी बनाने योगदान देने की अपील #शहीदराजेंद्रसिंह को #गेलेंट्रीअवार्ड के लिए मुहीम की अपील

जैसलमेर शहीद परिवार की आर्थिक मदद की बजाय शहीद की याद चिर स्थायी बनाने योगदान देने की अपील 

#शहीदराजेंद्रसिंह को #गेलेंट्रीअवार्ड के लिए मुहीम की अपील 

जैसलमेर हाल ही में आंतकवादियो से मुठभेड़ में शहीद हुए जैसलमेर जिले के शहीद राजेंद्र सिंह भाटी के परिवार ने आमजन से अपील की हैं की शहीद परिवार कोआर्थिक नहीं मानवीय संबल की जरुरत हैं ,उन्होंने अपील की हैं की शहीद राजेंद्र सिंह को उनके योगदान को चिरस्थायी  बनाये रखने के लिए देश वासी योगदान दे,शहीद परिवार को आर्थिक मदद की जरूरत नहीं हैं,उल्लेखनीय हैं की शहीद राजेंद्र सिंह भाटी के शहीद होने बाद उनके परिवार की कमज़ोर आर्थिक स्थति की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद शहीद परिवार के आर्थिक मदद के लिए मुहीम चली थी ,इस मुहीम से स्वाभिमानी शहीद परिवार व्यथित था,शहीद परिवार के सदस्य हरी सिंह सत्ता ने बताया की सैनिको के परिवार हमेशा ऐसे ही  आर्थिक मोर्चे पर कमज़ोर होते हुए अभावो की जिंदगी जीने के आदि हैं ,जीवन से संघर्ष करना हमे सिखाया गया ,उन्होंने आमजन की भावना की कदर करते हुए कहा की दो दिन में शहीद के खाते में इतनी राशि जमा हो चुकी हैं की शहीद की स्मृति में उनकी प्रतिमा लगाई जा सके ,हरी सिंह ने स्पस्ट किया की सहयोग की राशि का उपयोग शहीद परिवार निजी जीवन के लिए नहीं करेगा बल्कि इसका उपयोग शहीद राजेंद्र सिंह की याद चिर स्थाई बनाये रखने के लिए उनकी प्रतिमा लगाने में की जाएगी ,उन्होंने देश वासियो से  आग्रह किया की शहीद राजेंद्र सिंह द्वारा देश की सुरक्षा में दिए विशेष योगदान के लिए उन्हें गेलेंट्री अवार्ड (शौर्य चक्र या वीर चक्र )देने तथा जैसलमेर मेडिकल सोल्लगे का नामकरण शहीद राजेंद्र सिंह के नाम से करने की मुहीम चला उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दें,उन्होने कहा की शहीद परिवार  देश की सुरक्षा और रक्षा को अपना धर्म मानता हैं ,हम स्वाभिमान से जीना चाहते हैं ,

राज्य में मैग्निशियम कार्बोनेट, निकोटिन, तंबाकू या मिनरल ऑयल युक्त पान मसाला और फ्लेवर्ड सुपारी पर प्रतिबंध*

राज्य में मैग्निशियम कार्बोनेट, निकोटिन, तंबाकू या मिनरल ऑयल युक्त पान मसाला और फ्लेवर्ड सुपारी पर प्रतिबंध*
pan masala banned के लिए इमेज परिणाम
जयपुर, 2 अक्टूबर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर राज्य में मैग्निशियम कार्बोनेट, निकोटिन, तंबाकू या मिनरल ऑयल युक्त पान मसाला और फ्लेवर्ड सुपारी के उत्पादन, भंडारण, वितरण और बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इन पदार्थों की पुष्टि स्टेट सेंट्रल पब्लिक हैल्थ लैबारेट्री राजस्थान द्वारा की जाएगी।

श्री शर्मा ने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत ऐसे सभी उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा कि युवाओं में नशे की लत को रोकने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। महाराष्ट्र, बिहार के बाद राजस्थान देश का ऐसा तीसरा राज्य बन गया है, जहां इन उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध है।

उन्होंने कहा कि ऐसी घटिया सामग्री की बिक्री को नियंत्रित कर, चोरी के माल की बिक्री पर सख्ती बरतते हुए पूरी तरह से रोक लगाने की कार्ययोजना बनाई जा रही है। गौरतलब है कि इससे पूर्व सरकार ने ई-सिगरेट और संचालित हो रहे हुक्का बारों पर भी प्रतिबंध लगा रखा है।

जैसलमेर गजरूप सागर की पहाड़ी स्थित है भाटियों की कुलदेवी माता स्वांगिया. आस्था का केन्द्र

जैसलमेर गजरूप सागर की पहाड़ी स्थित है  भाटियों की कुलदेवी माता स्वांगिया. आस्था का केन्द्र




जैसलमेर गजरूप सागर की पहाड़ी स्थित है  भाटियों की कुलदेवी माता स्वांगिया. आस्था का केन्द्र

स्वांगियां माता : राजस्थान के जनमानस में आस्था की प्रतीक लोकदेवियों, कुलदेवियों के उद्भवसूत्र पर यदि दृष्टि डाली जाये तो हम पायेंगे कि शक्ति की प्रतीक बहुत सी प्रसिद्ध देवियों का जन्म चारणकुल में हुआ है। चारणकुल में जन्मी प्रसिद्ध देवियों में आवड़, स्वांगियां, करणी माता आदि प्रमुख है। विभिन्न राजवंशों की गौरवगाथाओं के साथ इन देवियों की अनेक चमत्कारिक घटनाएँ इतिहास के पन्नों पर दर्ज है। वीर विनोद के लेखक श्यामलदास ने चारणों की उत्पत्ति देव सर्ग में बतलाते हुये उनकी गणना देवताओं में की है। इसके लिए उन्होंने श्रीमद्भागवत का संदर्भ दिया है। चारणकुल में जन्मी इन देवियों ने अपने जीवनकाल में ही प्रत्यक्ष चमत्कारों के बलबूते राजस्थान के आम जन मानस को नहीं, तत्कालीन शासकों को भी प्रभावित किया है। यही कारण है कि इन देवियाँ को इनके जीवनकाल में ही जहाँ आम जनता ने ईष्टदेवी के रूप में मान्यता दी, वहीं शासकों ने इन्हें अपने कुल की देवी के रूप में स्वीकार किया। राजस्थान के प्रत्येक राजवंश ने देवीशक्ति के महत्त्व को मानते हुए अपने राज्य की स्थापना को कुलदेवी का आशीर्वाद माना तथा विभिन्न युद्धों में विजयी होने और राज्य के चहुँमुखी विकास में सफल होने पर अपनी कुलदेवी में पूर्ण आस्था रखते हुए अनेकानेक भव्य मंदिरों का निर्माण कराया व उनकी पूजा अर्चना का पुख्ता प्रबंध करवाते हुए जन जन में देवी के प्रति आस्था की अलख जगाई।
उतर भड़ किंवाड़ के विरुद से विभूषित, शक्ति के उपासक राजस्थान में जैसलमेर के भाटी राजवंश ने चारणकुल में जन्मी देवी स्वांगियां को शक्ति का प्रतीक मानते हुए कुलदेवी के रूप में स्वीकार किया। स्वांगियां जिसे आवड़ माता के नाम से भी जाना जाता है, की भाटी राजवंश की गौरवगाथाओं के साथ अनेक चमत्कारी घटनाएँ जुड़ी है।

ऐसी मान्यता है कि देवी आवड़ के पूर्वज जो सउवा शाखा के चारण थे, सिंध के निवासी थे। उनका गौपालन के साथ घोड़ों व घी का व्यवसाय था। उसी परिवार का एक चेला नामक चारण मांड प्रदेश (वर्तमान जैसलमेर) के चेलक गांव में आकर बस गया। उसके वंश में मामड़िया नाम का एक चारण हुआ, जिसके जिसके घर सात कन्याओं ने जन्म लिया। लोकमान्यता के अनुसार मामड़िया चारण के संतान नहीं थी, सो संतान की चाहत में उसने संवत 808 में हिंगलाज की यात्रा की। तब हिंगलाज ने ही सात कन्याओं के रूप में उसके घर जन्म लिया। इन सातों कन्याओं में सबसे बड़ी कन्या का नाम आवड़ (aavad) रखा गया। मांड प्रदेश में अकाल के वक्त ये परिवार सिंध में जाकर हाकड़ा नदी के किनारे कुछ समय रहा। जहाँ इन बहनों ने सूत कातने का कार्य भी किया। इसलिए ये कल्याणी देवी कहलाई। फिर आवड़ देवी की पावन यात्रा और जनकल्याण की अद्भुत घटनाओं के साथ ही क्रमशः सात मंदिरों यथा काला डूंगरराय का मंदिर, भादरियाराय का मंदिर, तन्नोटराय का मंदिर, तेमड़ेराय का मंदिर, घंटीयाली राय का मंदिर, देगराय का मंदिर, गजरूप सागर देवालय का निर्माण हुआ और समग्र मांड प्रदेश में लोगों की आस्था उस देवी के प्रति बढती गई।(हुकुम सिंह भाटी, राजस्थान की कुलदेवियां, पृष्ठ-44)

सिंध से लौटने पर क्षेत्र के लोगों ने जिस गांव में देवी का अभिनन्दन किया उस गांव का नाम आइता रखा गया और देवी ने गांव के पास स्थित काले रंग की पहाड़ी जिसे स्थानीय भाषा में डूंगर कहा जाता है, पर आवास किया। जहाँ चमत्कारों की चर्चा सुनने के बाद लोद्रवा के परमार राजा जसभाण ने उपस्थित होकर देवी के दर्शन किये। बाद में ‘‘यहाँ संवत 1998 में महारावल जवाहरसिंह ने मंदिर का निर्माण कराया।(हुकुम सिंह भाटी, राजस्थान की कुलदेवियां, पृष्ठ-45) जैसलमेर से 25 किलोमीटर दूर काले रंग की पहाड़ी पर बने मंदिर को काला डूंगरराय मंदिर के नाम से जाना जाता है तथा डूंगर पर मंदिर होने के कारण स्थानीय लोगों में माता का नाम डूंगरेचियां भी प्रचलन में है।

डा.हुकम सिंह भाटी के अनुसार बहादरिया भाटी के अनुरोध पर देवी आवड़ अपनी बहनों के साथ आकर एक टीले पर रुकी। जहाँ राव तणु भाटी ने पहुँच कर दर्शन किये और लकड़ी के बने हुए आसन (सहंगे) पर देवी को विराजमान किया गया। तीन बहनों को दाई ओर तथा तीन को बाईं तरफ खड़ा किया और अपने हाथ से चंवर ढुलाए। तब आवड़ जी ने आशीर्वाद देते हुए कहा-‘‘मांड प्रदेश में तुम्हारे वंशजों की स्थायी राजधानी स्थापित होगी और वहां पर तुम्हारा राज्य अचल होगा।’’ सहंगे पर बैठने के कारण आवड़ जी स्वांगियां कहलाई।

 इस प्रकार राव तणु भाटी के बाद भाटी राजवंश ने देवी आवड़ जी को स्वांगियां माता के नाम से कुलदेवी के रूप में स्वीकार किया। बहादरिया भाटी के अनुरोध पर देवी जिस टीले पर आई बाद में उस जगह का नाम भादरिया पड़ा। जो जैसलमेर के शासकों के साथ ही स्थानीय जनता की श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। कहा जाता है कि संवत 1885 में बीकानेर और जैसलमेर की सेनाओं के मध्य युद्ध हुआ, जिसमें स्वांगियांजी के अदृश्य चक्रों से बीकानेर सेना के अनेक सैनिक मारे गये और बाकी भाग खड़े हुए। तब तत्कालीन महारावल ने भादरिया में भव्य मंदिर का निर्माण कराया। आज भी भाटी वंश के लोग अपनी इस कुलदेवी के प्रति पूर्ण आस्था रखते है तथा देवी के प्रतीक के रूप में त्रिशूल का अंकन कर धूप दीप, पूजा-अर्चना आदि के रूप में उपासना करते है।माता स्वांगियां का एक मंदिर भारत-पाक सीमा पर तन्नोट गांव में भी है। जैसलमेर से लगभग एक सौ तीस कि॰मी॰ की दूरी पर तनोट राय को हिंगलाज माँ का ही एक रूप माना जाता है। हिंगलाज माता जो वर्तमान में बलूचिस्तान जो पाकिस्तान में है, स्थापित है। भाटी राजपूत नरेश तणुराव ने वि.सं. 828 में तनोट का मंदिर बनवाकर मूर्ति को स्थापित कि थी। भाटी तणुराव द्वारा निर्मित इस मंदिर में सैकड़ों वर्षों से अखण्ड ज्योति आज तक प्रज्वलित है। तणुराव भाटी द्वारा निर्मित होने के कारण इस मंदिर को तनुटिया तन्नोट मंदिर के नाम से जाना जाता है। 1965 ई. में हुए भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना के पक्ष में देवी द्वारा दिखाये चमत्कार के बाद मंदिर की देखरेख, पूजा अर्चना का कार्य सीमा सुरक्षा बल के जवानों द्वारा सम्पादित किया जाता है। 1965 ई. में हुए भारत-पाक युद्ध में पाक सेना ने भारतीय क्षेत्र में शाहगढ़ तक आगे बढ़कर लगभग 150 किलोमीटर कब्जा कर तन्नोट को घेर बम वर्षा की। पर देवी की कृपा से 3000 पाकिस्तानी बमों में से एक भी नहीं फटा। जिससे क्षेत्र में कोई नुकसान नहीं नहीं हुआ। अकेले मंदिर को निशाना बनाकर करीब 450 गोले दागे गए। परंतु चमत्कारी रूप से एक भी गोला अपने निशाने पर नहीं लगा और मंदिर परिसर में गिरे गोलों में से एक भी नहीं फटा और मंदिर को खरोंच तक नहीं आई।

सैनिकों ने यह मानकर कि माता अपने साथ है, कम संख्या में होने के बावजूद पूरे आत्मविश्वास के साथ दुश्मन के हमलों का करारा जवाब दिया और उसके सैकड़ों सैनिकों को मार गिराया। दुश्मन सेना भागने को मजबूर हो गई। कहते हैं सैनिकों को माता ने स्वप्न में आकर कहा था कि जब तक तुम मेरे मंदिर के परिसर में हो मैं तुम्हारी रक्षा करूँगी।

इसी तरह माता के घंटियालीराय मंदिर में इसी युद्ध में पाक सैनिकों ने मूर्तियों को खंडित कर माता के कोपभाजन का शिकार बने। प्रतिमाओं को खंडित करने वाले पाक सैनिकों के मुंह से खून निकलने लगा और वे अपने शिविर में पहुँचने से पहले ही मृत्यु को प्राप्त हुए। इस तरह की घटना के बाद भारतीय सेना के जवानों के साथ स्थानीय जनता में माता के प्रति श्रद्धा और अधिक बढ़ गई।

साभार ज्ञान दर्पण 

मंगलवार, 1 अक्टूबर 2019

बाड़मेर मोटरसाईकिल चोरी का पर्दाफाष चोरी की 4 मोटरसाईकिलें बरामद करने में सफलता

बाड़मेर मोटरसाईकिल चोरी का पर्दाफाष
चोरी की 4 मोटरसाईकिलें बरामद करने में सफलता

 बाड़मेर शरद चैधरी पुलिस अधीक्षक बाड़मेर ने जानकारी देते हुए बताया कि  संपत्ति संबंधी अपराधों का पर्दाफाष व अपराधियों की धरपकड़ हेतु दिये गये निर्देषानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा व वृत्ताधिकारी गुड़ामालानी के सुपरविजन में आज दिनांक 01.10.2019 को श्री प्रदीप डांगा उनि, थानाधिकारी पुलिस थाना धोरीमन्ना के निर्देषन में श्री महेष कुमार हैड कानि मय जाब्ता की गठित पुलिस टीम द्वारा विधि के साथ संघर्षरत एक बाल अपचारी को दस्तयाब कर पूछताछ की गई तो उक्त बालक द्वारा थाना हाजा के मुकदमा नंबर 309/19 धारा 379 भादंसं में चोरी गई मोटरसाईकिल नंबर आरजे 04 एसजे 8089 को चोरी करना स्वीकार करने पर बाल अपचारी को नियमानुसार पुलिस संरक्षण में लिया जाकर धारा 27 साक्ष्य अधिनियम की इत्तलानुसार मोटरसाईकिल को बरामद किया गया। तथा उक्त बाल अपचारी के घर पर खड़ी 03 अन्य मोटरसाईकिल भी पाई गई जो संदिग्ध व चोरी की होना प्रतीत होने पर धारा 102 सीआरपीसी में जब्त की गई है, जिसका विवरण निम्न प्रकार है:-
01. बजाज पल्सर 150 सीसी बरंब काली, आगे-पीछे नंबर नहीं हैं। जिसके चैसिस नंबर डक्2।11बर््1ब्ब्म्76930 व  ईंजन नंबर क्भर््ब्ब्म्76804 हैं। मोटरसाईकिल के आगे सेफ पर वीर तेजाजी हिन्दी में लिखा हुआ तथा पीछे लिलण लिखा हुआ हैं।
2. हीरो पेषन प्रो बरंग लाल जिसके आगे पीछे नंबर प्लेट पर 19।म्व् लिखा हुआ हैं। जिसके चैसिस नंबर डठस्भ्।10।6म्भ्632948 ईंजन नंबर  भ्।10म्छम्भ्ॅ55338 अंकित हैं।
3. मोटरसाईकिल हीरो स्पलेण्डर प्रो बिना नंबरी बरंग काली कबूतरी जिसके चैसिस नंबर डठस्भ्।3म्भ्भ्34151 व ईंजन नंबर भ्।10म्स्म्भ्भ्69616 अंकित हैं।
    उक्त मोटरसाईकिलें प्रथम दृष्टया पूछताछ के दौरान बाल अपचारी द्वारा पुलिस थाना हल्का बासनी, जोधपुर आयुक्तालय से चोरी करना बताया हैं। जिस संबंध में थानाधिकारी पुलिस थाना बासनी को सूचित किया गया हैं।

कार्यवाही में शामिल पुलिस टीमः-
1. श्री महेष कुमार हैड कानि 72
2. श्री पूनमचंद कानि. 863
3. श्री सताराम कानि. 1503
4. श्री जबराराम कानि 29
5. श्री नाथूसिंह कानि चालक 1349

अलवर का बहरोड़ थाना लॉकअप ब्रेक कांड, एक और इनामी बदमाश गिरफ्तार

अलवर का बहरोड़ थाना लॉकअप ब्रेक कांड, एक और इनामी बदमाश गिरफ्तार
अलवर का बहरोड़ थाना लॉकअप ब्रेक कांड, एक और इनामी बदमाश गिरफ्तार

अलवर. बहरोड़ थाना लॉकअप ब्रेक कांड में पुलिसको एक और सफलता मिल गई है. पुलिस ने एसओजीऔर हरियाणा एसटीएफ  की मदद से एक और इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए बदमाश भूपेंद्र उर्फ भूपी पर पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. पकड़े गए आरोपी भूपेन्द्र को मंगलवार को बहरोड़ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेसी कम रिमांड पर जेल (Jail) भेज दिया गया. लॉकअप ब्रेक कांड में अब तक 22 आरोपियों को पकड़ा  जा चुका है. लेकिन पुलिस अभी तक जेल से फरार कराए गए विक्रम उर्फ पपलाका सुराग नहीं लगा पाई है.

अब तक 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस
पुलिस के अनुसार पुलिस निरीक्षक रविन्द्र प्रताप की टीम और एसओजी ने हरियाणा एसटीएफ की मदद से भूपेंद्र उर्फ भूपी को पकड़ा है. आरोपी झुंझुनूं जिले के पथराना का रहने वाला है. एसओजी पपला फरारी कांड में अब तक 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें 11 इनामी बदमाश शामिल हैं. आरोपियों ने गत माह बहरोड़ थाने में घुसकर AK- 47 और अन्य अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग की थी. बाद में लॉकअप से अपने साथी हरियाणा के हार्डकोर अपराधी विक्रम उर्फ पपला को छुड़ा कर ले गए थे. लॉकअप ब्रेकअप कांड के बाद राजस्थान पुलिस ने पपला पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है.उल्लेखनीय है कि पपला फरारी कांड में पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिदेशक ने बहरोड़ थाने के दो हेड कांस्टेबल को पुलिस से बर्खास्त कर दिया था. इसके अलावा एक पुलिस उपाधीक्षक, बहरोड़ थानाधिकारी, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल को सस्पेंड करने के साथ ही एक पुलिस उपाधीक्षक को एपीओ कर दिया था. बहरोड़ थाने के शेष 69 पुलिसकर्मियों को भी लाइन हाजिर कर दिया गया था. उसके बाद बहरोड़ थाने में पूरा नया स्टाफ लगाया गया है.

Flipkart और Amazon पर 80 से 90% तक छूट को लेकर कोर्ट पहुंचा ट्रेड यूनियन, केंद्र सरकार को नोटिस

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जोधपुर. ऑनलाइन खुदरा कंपनियां (ई-कॉमर्स) अमेजन फ्लिपकार्ट और पेटीएम पर एफडीआई (FDI) नियमों के उल्लंघन के आरोप मामले में मंगलवार को राजस्थान हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. कॉन्फ़िगरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन की ओर से पेश की गई याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस दिनेश मेहता की कोर्ट ने केंद्र सरकार  को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है. याचिकाकर्ताओं की ओर से पक्ष रखते हुए अधिवक्ता राजवेंद्र सारस्वत व अधिवक्ता अबीर रॉय ने कोर्ट को बताया कि यह कंपनियां एफडीआई के नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रही हैं. कंपनियों द्वारा मार्केट पर कब्जा जमाने के उद्देश्य से लॉस्ट फंडिंग कर खरीदारों को 80 से 90 फीसदी तक डिस्काउंट दिया जा रहा है. इसके अलावा यह कंपनियां अपने उत्पाद को अपने प्लेटफार्म के माध्यम से बेच रही हैं, जो कि एफडीआई के नियमों का खुला उल्लंघन है.

घरेलू बाजार को नुकसान, केंद्र से जवाब तलब
याचिकाकर्ता की ओर से यह आरोप लगाया गया है कि कंपनियां लगातार घरेलू बाजार को नुकसान पहुंचा रही है और सरकार इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है. जिस पर जस्टिस दिनेश मेहता की कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया हैअधिवक्ता राजवेंद्र सारस्वत ने कोर्ट को बताया कि गत वर्ष इन कंपनियों को करीब साढ़े सात हजार करोड़ का नुकसान हुआ. लेकिन बाजार पर कब्जा जमाने के उद्देश्य से इस नुकसान को वह सहजता से उठा रहे हैं. उदाहरण देते हुए अधिवक्ता ने बताया कि जिस तरह से पहले बुक स्टॉल पर किताबें बिकती थी लेकिन ऑनलाइन कंपनियों ने 50 से 60 फ़ीसदी डिस्काउंट देते हुए किताबे बेचना शुरू किया. धीरे-धीरे घरेलू बाजार से बुक स्टॉल खत्म हो गई और अब कंपनियों ने डिस्काउंट देना बंद कर दिया.

एफबीआई नियमों को खुला उल्लंघन
इसके अलावा अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि इनका उद्देश्य घरेलू बाजार को तहस-नहस कर देना है और घरेलू बाजार को खत्म कर पूरे बाजार पर एकाधिकार स्थापित करने के उद्देश्य से इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं जो कि एफबीआई के नियमों का खुला उल्लंघन है.

राजस्‍थान: प्रेमी युगल को पीटने के बाद काटे बाल, युवक को पेशाब पिलाकर पहनाई जूतों की माला

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उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. घटना जिले के खेरोदा थाना क्षेत्र के मंढीकपुर कालबेलिया बस्ती की है. कालबेलिया समाज  के लोगों ने एक महिला और एक युवक के साथ पहले तो जमकर मारपीट की फिर गांव में लाकर दोनों के बाल काट दिए. बस्‍ती के लोगों का गुस्सा यहीं नहीं थमा, उन्होंने युवक को पहले जानवरों को बांधने वाली चेन से बांधा और उसके मुंह पर कालिख पोत दी. इस दौरान समाज के लोगों ने युवक को मूत्र पिलाया और उसे महिला के कपड़े पहनाकर गले में जूतों की माला डाल दी.

बस्‍ती में हुई इस शर्मसार करने वाली घटना में महिलाएं भी पूरी तरीके से शामिल रहीं. उन्होंने भी युवक के साथ मारपीट करते हुए खूब ठहाके लगाए. हंगामे की सूचना के बाद खेरोदा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया. पुलिस ने इस मामले में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैजानकारी के मुताबिक, तीन महीने पहले इस गांव की एक महिला को ले गया था. बताया जाता है कि महिला शादीशुदा थी. सामाजिक स्‍तर पर मामले का निपटारा नहीं होने पर बस्‍ती के लोगों ने युवक और महिला को राजसमंद जिले के गुंजोल से अगवा कर लिया. इसके बाद वे इसे खेरोदा गांव की कालबेलिया बस्ती में ले आए, जहां समाज के लोगों ने उनके साथ बर्बर घटना को अंजाम दिया. बता दें कि जब मानवता को शर्मसार करने वाली यह घटना हो रही थी, तो लोग उसको छुड़ाने के बजाय उसके साथ मारपीट करते हुए नजर आ रहे थे. वारदात का वीडियो वायरल होने पर पुलिस जागी और गांव पहुंच कर पीड़ित को आरोपियों के चुंगल से छुड़ाया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

जोधपुर: नशे की लत में पुलिस कांस्टेबल बना चोर, भीड़ ने जमकर पीटा

जोधपुर: नशे की लत में पुलिस कांस्टेबल बना चोर, भीड़ ने जमकर पीटा


जोधपुर. नशानाश की जड़ है इस कहावत को चरितार्थ किया है पाली पुलिस लाइन में कार्यरत कांस्टेबल अनिल गोदारा ने. अनिल को नशे की ऐसी लत लगी कि एक पुलिसवाला खुद ही चोर बन गया. नशे की लत के कारण वह गौशाला के लिए लगे दान पात्रको भी नहीं छोड़ता. इसी आदत के कारण सोमवार को कांस्टेबल भीड़ के हत्थे चढ़ गया तो लोगों ने उसे जमकर पीट   डाला.

गौ-शाला की दान पेटी चुराने के आरोप में पीटा
जोधपुर में सोमवार शाम को सांगरिया फाटा बाईपास चौराहे पर शराब के नशे में गौ-शाला की दान पेटी चुराने के आरोप में इस खाकी वर्दीधारी अनिल की भीड़ ने जूतों और चप्पलों पिटाई कर दी. लोगों का आरोप था कि वह शराब के नशे में पहले भी एक बार गौशाला की दानपेटी चुरा कर ले गया था. आज फिर उसने दानपेटी चुराने का प्रयास किया. इस दौरान लोगों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी. मौके पर मौजूद लोगों ने अनिल की न केवल चप्पलों और जूतों से पिटाई की, बल्कि उसका वीडियो भी बना लिया. इस दौरान कांस्टेबल अनिल अपना चेहरा एक कपड़े की थैली से छुपाते हुए नजर आया.लोगों का कहना था कि कुछ दिन पूर्व भी एम्स अस्पताल के बाहर अवैध वसूली के मामले में लोगों ने अनिल को पीटा था. इस बीच मौके पर मौजूद कुछ सजग लोगों ने बासनी थाने में फोन किया. इस पर मौके पर पहुंची पुलिस अनिल को पकड़कर थाने ले गई. बासनी थानाधिकारी सुनील चारण ने बताया कि अनिल गोदारा नशे की लत के कारण चोरी करने लग गया है. कुछ दिन पूर्व भी एम्स अस्पताल के बाहर इसे लोगों ने पीटा था और उसका वीडियो वायरल हुआ था. अनिल को सीआरपीसी की धारा-151 के तहत गिरफ्तार किया है. मंगलवार को अनिल के परिजनों को बुलाकर उसकी काउंसलिंग कराई जाएगी.

अंतरराष्ट्रीय सीमा से दस करोड़ की हेरोइन बरामद

अंतरराष्ट्रीय सीमा से दस करोड़ की हेरोइन बरामद

100 million heroin recovered from international border
जालंधर। सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) ने पंजाब में फिरोजपुर सेक्टर की अग्रिम सुरक्षा चौकी ओल्ड एमडी वाला के क्षेत्र से 2135 ग्राम हेरोइन बरामद की है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत दस करोड़ रुपए से ज्यादा बतायी जा रही है। बीएसएफ के उपमहानिदेशक एवं प्रवक्ता भास्कर सिंह रावत ने मंगलवार को यहां जारी विज्ञप्ति में बताया कि पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में आंतकवादियों की घुसपैठ को देखते हुए बीएसएफ पंजाब फ्रंटीयर के महानिरीक्षक महिपाल यादव के निर्देशों पर पंजाब की सीमाओं पर अतिरिक्त सुरक्षा बरती जा रही है।


रावत ने बताया कि सीमा पार से तस्करों ने पानी के रास्ते जलकुंभी के माध्यम से हेरोइन के दो पैकेट भेजने की कोशिश की थी जिसे जवानों ने पकड़ लिया। पैकेटों का कुल बजन दो किलो 135 ग्राम है। उन्होंने बताया कि बीएसएफ ने इस वर्ष अब तक 149 किलो 425 ग्राम हेरोइन बरामद की है। जवानों ने भारतीय सीमा लांघने के आरोप में 60 लोगों तथा 11 तस्करों को गिरफ्तार किया है। इसके अतिरिक्त 366 ग्राम अफीम , 235 कारतूस, 17 भारतीय मोबाईल, 17 भारतीय सिम कार्ड, आठ पाक सिम कार्ड और चार हथियार बरामद किए हैं। -(एजेंसी)