बुधवार, 2 अक्तूबर 2019

बाड़मेर लूट की घटना का सनसनीखेज खुलासा परिवादी स्वयं ने रचा लूट का नाटकीय घटनाक्रम

 बाड़मेर लूट की घटना का सनसनीखेज खुलासा परिवादी स्वयं ने रचा लूट का नाटकीय घटनाक्रम

            शरद चैधरी, पुलिस अधीक्षक जिला बाड़मेर ने जानकारी देते हुए बताया कि बताया कि दिनांक 24.09.2019 को पुलिस थाना कल्याणपुर पर परिवादी हितेष कुमार पुत्र डुगरचन्द जाति सोनी निवासी समदडी द्वारा रिपोर्ट पेष कर बताया कि अज्ञात मुलजिमानो द्वारा मुस्तगीस की कार के आगे मोटरसाईकिल रोककर कार की चाबी निकालकर मुस्तगीस व मुस्तगीस के साथी अमृतलाल के साथ थापो मुक्को से मारपीट कर डरा धमकाकर 100 ग्राम सोना व 70000 रूपये  लुटकर ले जाने के सम्बन्ध में पुलिस थाना कल्याणपुर पर प्रकरण संख्या 73 दिनांक 24.09.2019 धारा 341, 323, 387, 392 भादसं में प्रकरण दर्ज कर आरोपीयो की पतारसी हेतु सभी जिलो में नाकाबन्दी करवाई गयी। उक्त घटना के सिलसिले में परिवादी से बारीकी से पुछताछ करने पर व ब्यान से उक्त घटना का परिवादी स्वयं द्वारा अपने उपर हुए कर्जा को लेकर लूट का नाटकीय घटनाक्रम बनाया व उक्त लूट का खुलासा करने में पुलिस थाना कल्याणपुर ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की गई।
टीम का गठन व लूट की वारदात का खुलाषा:- लूट की वारदात का खुलासा करने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा श्री नरपतसिह तथा वृताधिकारी वृत बालोतरा श्री सुभाष् खोजा के निर्देषन में थानाधिकारी माया पण्डित उप निरीक्षक पुलिस थाना कल्याणपुर के नेतृत्व में एक विषेष टीम गठित की गई। थानाधिकारी के नेतृत्व में टीम द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर आस पडौस से साक्ष्य एकत्रित कर प्रकरण में परिवादी को अनुसंधान हेतु तलब कर प्रकरण में हुई घटना के सिलसिले में गहनता में अनुसंधान एवं पूछताछ की गई तो परिवादी ने बताया कि मेरे उपर 35-40 लाख रूपयों का कर्जा हो गया था, अमृतलाल जैन व अन्य लोग मेरे से रूपये मांग रहे थे। इन लोेगों को रूपये देने में मैं समर्थ नहीं होने से मैने अपने साथ योजना बन्द तरीके से अपने परिचित के साथ मिलकर नाटकीय लूट की झूठी कहानी रची। दिनांक 24.09.2019 को मैं समदड़ी से मेरी स्वय की कार में रवाना हुआ। मेरे साथ बैठे अमृतलाल जैन को इस बात की सच्चाई का पता नही लगे इस कारण मैंने रावली ढाणी के पास मेरे परिचित दों लोगों को मुंह पर कपड़ा बाधकर मोटरसाईकिल पर बुलाया फिर वो मुंह पर कपड़ा बांध कर मोटरसाईकिल पर आये ओर मेरी कार के आगे मोटरसाईकिल रोककर हमारे को डरा धमका कर कार की सीट के बीच में पड़े थैले को लेकर भाग गये। उक्त लूट की नाटकीय घटना के बारे में सेठ अमृतलाल को कोई जानकारी नही थी। लूट की सम्पूर्ण नाटकीय घटना मेरे द्वारा ही बनाई गई। इस प्रकार परिवादी स्वयं द्वारा रची गई लूट की सनसनीखेज घटना का जिला पुलिस द्वारा खुलासा करने में सफलता प्राप्त की गई।
लूट की वारदात को खोलने में शामिल टीम के सदस्य:-
1. माया पण्डित उ.नि. 2. श्री चुतराराम सउनि 3. नरपतसिह हैड कानि 858 4. जयवीरसिह कानि 588 5. राजुराम कानि 1250 6. महीपाल कानि 1039 7. अशोक कुमार कानि 1041 8. देवाराम कानि 487 9. अशोक कानि 577 व 10. ड्राईवर कानि रामदेव 490

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