मातृ एवं षिषु के स्वस्थ स्वास्थ्य से होगी देष की नींव मजबूत - डॉ. राठौड़
-ब्लॉक आषा फेसिलेटर और सुपरवाईजर की बैठक में दिए दिषा-निर्देष
बाडमेर, 24 मई। मातृ एवं षिषु मृत्यु दर में कमी लाने में आषा सहयोगिन अपनी अहम भूमिका निभा सकती है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र में मातृ एवं षिषु मृत्यु ज्यादा होती हैं। यदि आषा अपने निर्धारित कार्य को अपना कर्तव्य व धर्म समझते हुए नियमित रूप से करे तो इस पर अंकुष लगाया जा सकता है। वहीं मातृ एवं षिषु का स्वास्थ्य बेहतर होगा तो हमारे देष की नींव भी मजबूत होगी। ये कहना है मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गणतपंिसंह राठौड़ का, जो मंगलवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित ब्लॉक आषा फेसिलेटर और सुपरवाईजर की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ब्लॉक आषा फेसिलेटर और सुपरवाईजर भी स्तरीय मोनिटरिंग करें ताकि आषा कार्य क्षेत्र में बेहतर रिजेल्ट दे सके। उन्होंने सभी फेसिलेटर व सुपरवाईजर को आषा के साथ सामंजस्य बिठाने के लिए निर्देषित किया। बैठक को संबोधित करते हुए जिला आषा समन्वयक राकेष भाटी ने कहा कि वे एमसीएचएन डे (मातृ-षिषु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस) को लेकर गंभीरता बरतें तथा नियमित रूप से मोनिटरिंग करें। उन्होंने बताया मोनिटरिंग को लेेकर एक जिलास्तरीय टीम भी गठित की गई है, जो प्रत्येक गुरूवार को सभी ब्लॉक में मोनिटरिंग कर रही है और यदि इस दौरान कोई खामी पाई गई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नियमित टीकाकरण करने, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने तथा प्रसव पूर्व व प्रसव पष्चात जांच के लिए भी सभी कर्मियों को निर्देषित किया। डीपीएम कमलेष बंसल ने कहा कि सभी कर्मी राष्ट्रीय कार्यक्रमों को लेकर सतर्कता बरतें तथा आपसी तालमेल बिठाकर समय पर रिपोर्टिंग करें। इसके अलावा उन्होंने कन्या भू्रण हत्या तथा बाल-विवाह रोकने में भी सहयोग करने के लिए कर्मियों को निर्देषित किया। जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिष्नोई ने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए बड़े स्तर पर सामग्री आ रही है, लिहाजा उनका व्यापक और निर्धारित रूप से इस्तेमाल किया जाए। उन्होनंे कहा कि सभी ब्लॉक आषा फेसिलेटर व सुपरवाईजर आंगनबाड़ी व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भ्रमण कर आईईसी सामग्री का इस्तेमाल सुनिष्चित करें ताकि स्वास्थ्य योजनाओं का प्रचार-प्रसार हो सकेे। बिष्नोई ने कहा कि प्रचार-प्रसार के माध्यम से ही आम जनता तक योजनाओं व स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी पहुंचेगी और वे उससे लाभांवित हो सकेंगे। बैठक में यूनिसेफ प्रतिनिधि डॉ. विषाल कुमार ने कहा कि सभी कर्मी टीकाकरण की रिपोर्ट नियमित समय पर भेजें तथा आमजन को स्वास्थ्य सेवाएं सुलभता से प्राप्त हों इसके लिए हर संभव प्रास करें। साथ ही एमसीएचएन डे को लेकर भी गंभीरता बरतें तथा कार्य के साथ-साथ रिपोर्ट भी समय-समय पर भिजवातें रहें। उन्होंने रिपोर्ट की महता बताते हुए कहा कि इन्हीं रिपोर्टस के आधार पर भविष्य की योजनाएं बनती हैं और यदि ये ही समय पर नहीं मिलेंगे या सही नहीं होंगी तो सरकार प्रभावी योजनाएं नहीं बना पाएंगी तथा आमजन सुविधाओं से वंचित रह जाएगा। जिला नोडल अधिकारी जयंत चटर्जी ने सभी कर्मियों को आधुनिक सुविधाओं का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया तथा उन्होंने कहा कि वे कंम्पयूटर की पूरी जानकारी लें ताकि रिपोर्ट भेजने आदि में कोई परेषानी नहीं आए। उन्होंने केंद्र व राज्य स्तर पर हुई ऑन लाईन रिपोर्टिंग के बारे में भी जानकारी दी। बैठक में आयुष कोर्डिनेटर डॉ. अनिल झा ने कहा कि सभी कर्मी जनमंगल जोड़ों को समय-समय पर पूरी जानकारी दें तथा उनका सहयोग करें।