दो मजिस्ट्रेट सहित 11 पर ज्यादती का आरोप
जयपुर हाई कोर्ट की एक वकील ने जयपुर महानगर के वरिष्ठ न्यायिक अफसर, हनुमानगढ़ जिले के एक न्यायिक अफसर व हाई कोर्ट के पूर्व जज के बेटे सहित 11 लोगों पर ज्यादती का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट से न्याय की गुहार की है।
याचिका में द बार एसोसिएशन जयपुर के पूर्व पदाधिकारी व हाई कोर्ट की विधिक सेवा समिति का कर्मचारी, वकील व अन्य लोगों के भी नाम हैं। पीड़िता ने पुलिस अफसरों पर मामला दर्ज नहीं करने का आरोप लगाते हुए उन्हें भी पक्षकार बनाया है।
पीड़िता ने 2006 में सेशन्स कोर्ट में बार एसोसिएशन जयपुर के पूर्व पदाधिकारी की जूनियर के तौर पर वकालत शुरू की। उस दौरान पदाधिकारी ने उससे ज्यादती की और उसकी वीडियो क्लिप बनाई। पीड़िता ने यह बात अन्य साथियों को बताई तो उन्होंने भी उससे ज्यादती की और जान से मारने की धमकी दी।
एसपी ने भी नहीं सुनी
दूसरे वकीलों के पास भी उसे भेजा। जयपुर महानगर में कार्यरत एक वरिष्ठ न्यायिक अफसर, हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश के बेटे व हाई कोर्ट की विधिक सेवा समिति के एक कर्मचारी ने भी ज्यादती की। बाद में हनुमानगढ़ जिले के एक न्यायिक अफसर व एक अन्य वकील के पास भेजा। पीड़िता का कहना है कि समाज के डर से उसने मुंह नहीं खोला। पीड़िता 22 अप्रैल को महिला थाना गांधीनगर तथा 23 अप्रैल को एसपी जयपुर के पास भी रिपोर्ट दर्ज कराने गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। मामले में कार्रवाई नहीं की। पीड़िता ने उसका देह शोषण करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने और उसे पुलिस संरक्षण देने की सुप्रीम कोर्ट से गुहार की है।
याचिका में द बार एसोसिएशन जयपुर के पूर्व पदाधिकारी व हाई कोर्ट की विधिक सेवा समिति का कर्मचारी, वकील व अन्य लोगों के भी नाम हैं। पीड़िता ने पुलिस अफसरों पर मामला दर्ज नहीं करने का आरोप लगाते हुए उन्हें भी पक्षकार बनाया है।
पीड़िता ने 2006 में सेशन्स कोर्ट में बार एसोसिएशन जयपुर के पूर्व पदाधिकारी की जूनियर के तौर पर वकालत शुरू की। उस दौरान पदाधिकारी ने उससे ज्यादती की और उसकी वीडियो क्लिप बनाई। पीड़िता ने यह बात अन्य साथियों को बताई तो उन्होंने भी उससे ज्यादती की और जान से मारने की धमकी दी।
एसपी ने भी नहीं सुनी
दूसरे वकीलों के पास भी उसे भेजा। जयपुर महानगर में कार्यरत एक वरिष्ठ न्यायिक अफसर, हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश के बेटे व हाई कोर्ट की विधिक सेवा समिति के एक कर्मचारी ने भी ज्यादती की। बाद में हनुमानगढ़ जिले के एक न्यायिक अफसर व एक अन्य वकील के पास भेजा। पीड़िता का कहना है कि समाज के डर से उसने मुंह नहीं खोला। पीड़िता 22 अप्रैल को महिला थाना गांधीनगर तथा 23 अप्रैल को एसपी जयपुर के पास भी रिपोर्ट दर्ज कराने गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। मामले में कार्रवाई नहीं की। पीड़िता ने उसका देह शोषण करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने और उसे पुलिस संरक्षण देने की सुप्रीम कोर्ट से गुहार की है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें