शुक्रवार, 20 मई 2011

नाबालिग की शादी की सूचना पर ग्रामीण को धमकी! बताया-जातीय पंच उसे समाज से बहिष्कृत करने की दे रहे हैं धमकी





नाबालिग की शादी की सूचना पर ग्रामीण को धमकी!
बताया-जातीय पंच उसे समाज से बहिष्कृत करने की दे रहे हैं धमकी
बाड़मेर 
ग्राम पंचायत रावतसर में बाल विवाह की प्रशासन को सूचना देना वहां के एक ग्रामीण को भारी पड़ा। ग्रामीण का आरोप है कि इससे गुस्साए जातीय पंचों ने उसे समाज से बहिष्कृत करने की धमकी दी है। रावतसर गांव निवासी भैराराम ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा कि गत दिनों शंकरलाल के दो नाबालिग बालकों की शादी रचाने की तैयारी चल रही थी। उसने इसकी सूचना सदर पुलिस थानाधिकारी व जिला प्रशासन को दी। इस पर नायब तहसीलदार बाड़मेर ने मौके पर जाकर शंकरलाल से समझाइश करते हुए उसे बाल विवाह नहीं करने के लिए पाबंद किया। इसके बावजूद उसका परिवार रातों रात बारात लेकर खारा महेचान पहुंचा। जहां नाबालिग बालक, बालिकाओं की शादी की गई। भैराराम ने कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बताया कि सूचना देने से नाराज समाज के जातीय पंचों की ओर से उसे समाज से बहिष्कृत करने व जान से मारने की धमकियां दी।

बाल विवाह के खिलाफ शिकायत की तो मुझे जातीय पंचों ने समाज से बहिष्कृत करने के साथ जान से मारने की धमकियां दी । कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पंचों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

भैराराम, ग्रामीण रावतसर।

ञ्शकायत मिलने पर मैंने मौके पर जाकर बच्चों के माता-पिता को पाबंद किया था। बाद भी अगर शादी हुई तो उनके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

विश्वनाथ अवस्थी, नायब तहसीलदार बाड़मेर


संस्था के सचिव पर लगाए गंभीर आरोप ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की, 24 घंटे बाद परिजनों को शव सौंपा, जीआरपी पुलिस ने किया मामला दर्ज


संस्था के सचिव पर लगाए गंभीर आरोप
ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की, 24 घंटे बाद परिजनों को शव सौंपा, जीआरपी पुलिस ने किया मामला दर्ज
बाड़मेर बायतुमुख्यालय पर बाड़मेर से जोधपुर जाने वाली सवारी गाड़ी के आउटर सिग्नल के पास बुधवार दोपहर ट्रेन के आगे कूद आत्महत्या करने वाली महिला के परिजनों ने एक संस्था के सचिव पर परेशान करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला के परिजनों ने घटना के चौबीस घंटे बाद भी लाश नहीं उठाई। जीआरपी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। 

बुधवार दोपहर ट्रेन के आगे कूद आत्महत्या करने वाली महिला की पहचान हीरो देवी पत्नी हीरा राम हुड्डा निवासी कमठाई के रूप में हुई। परिजनों के अनुसार मृतका रेडी संस्था में कार्यरत थी। रेडी संस्था के सचिव देवाराम गोदारा के अनुसार हीरो बाड़मेर सामान लाने के लिए जाने की बात कहकर गई थी। दूसरी ओर मृतका के परिजन ने संस्था के सचिव देवाराम गोदारा पर मृतका को परेशान करने व आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

आत्महत्या के लिए उकसाया: मृतक के पति हीरा राम ने रेडी संस्था के सचिव देवाराम पुत्र हेमाराम गोदारा पर पिछले पांच वर्षों से हीरो को परेशान करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर परिजन शेराराम हुड्डा ने गुरुवार को उपखंड अधिकारी को पत्र भी सौंपा। पत्र में उन्होंने देवाराम पर महिला को परेशान करने, चल-अचल संपत्ति हड़पने तथा आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगाए।

मृतका संस्था में करती थी काम: मृतका हीरो पांच वर्षों से रेडी संस्था बालोतरा में कार्यरत थी। साथ ही वह वर्तमान में थार वूमेन रिसर्च सोसायटी में सचिव थी।

एएनएम की ट्रेनिंग कर रही थी मृतका: मृतका हीरादेवी धर्मकोट (पंजाब) से एएनएम की ट्रेनिंग भी कर रही थी। उसके चार वर्ष की एक पुत्री है।

24 घंटे बाद हुआ पोस्टमार्टम: बुधवार रात ससुराल व पीहर पक्ष में शव उठाने को लेकर हल्की तनातनी हुई। दोनों पक्षों में आपसी समझाइश नहीं होने के कारण शव रात में मोर्चरी में ही रखवा दिया। गुरुवार को ससुराल पक्ष के देरी से पहुंचने के कारण पोस्टमार्टम दोपहर में किया जा सका। करीब साढ़े तीन बजे शव परिजनों को सौंपा गया।



नीम-हकीम ने ली महिला की जान


नीम-हकीम ने ली महिला की जान
बाड़मेर
चौहटनपुलिस थाने में नीम-हकीम के इलाज से एक महिला की मौत हो जाने का मामला दर्ज हुआ है। 

पुलिस के अनुसार हकीदेवी पत्नी चतराराम मेघवाल निवासी हाल अली की ढाणी ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसका पोता सोना राम पुत्र गुणेशाराम के साथ गुरुवार दोपहर तीन बजे सार्वजनिक चिकित्सालय चौहटन में गवरी पत्नी राणाराम मेघवाल (22) को उपचार के लिए लेकर गया। अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने के कारण दोपहर साढ़े तीन बजे वह नीम-हकीम बोहरी दास जैन के घर गया। जहां बोहरी दास ने पर्ची लिखकर दो इंजेक्शन मौके पर लगाए और कहा कि गवरी को मलेरिया है तथा अब वह ठीक हो जाएगी। लेकिन इंजेक्शन के तुरंत बाद ही गवरी बेहोश होकर वहीं गिर पड़ी और कहने लगी कि मैं मर रही हूं। इस पर बोहरी दास ने कहा कि मैंने इलाज कर दिया है, अब तुम लोग घर जाओ, और उसने धक्के देकर वहां से निकाल दिया। इसके बाद उसका पोता टैक्सी लेकर भगवानदास डोसी अस्पताल पहुंचा, जहां चिकित्सकों ने गवरी को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की है।

टेस्टिंग के दौरान पाइप लाइन में दे रहे थे दबाव, तेज दबाव के चलते फार्ट से हुआ धमाका, तीन श्रमिक जख्मी


टेस्टिंग के दौरान पाइप लाइन में दे रहे थे दबाव, तेज दबाव के चलते फार्ट से हुआ धमाका, तीन श्रमिक जख्मी
बाड़मेर
नागाणा स्थित मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल के जोगासर छीतर का पार स्थित वेल पेड-14 पर गुरुवार शाम पाइप लाइन पर काम कर रहे तीन श्रमिक लाइन में फार्ट होने से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार उस दौरान पाइप लाइन टेस्टिंग के दौरान प्रेशर टेस्टिंग का काम चल रहा था। तभी अचानक तेज दबाव के कारण जोरदार धमाका हुआ और वहां काम कर रही बीजे कंपनी के तकनीकी कर्मचारी चोटिल हो गए।
 
नागाणा थानाधिकारी महेंद्रसिंह ने बताया कि शाम को हुई इस घटना में वहां काम कर रहे बीजे कंपनी के एक तकनीकी कर्मचारी एंड्रयू और अन्य श्रमिक घायल हो गए। हादसे के दौरान वहां बिछाई गई पाइप लाइन में दबाव की जांच की जा रही थी। शुरुआती तौर पर अधिक दबाव के चलते हादसा होने की बात सामने आई है।
 
धमाके से सहमा गांव
 
अचानक हुए धमाके से एक बारगी गांव वाले घबरा गए। ग्रामीणों ने बताया कि शाम करीब पांच बजे वेल पेड 14 से तेज धमाकों की तीन आवाजें आई। आवाज इतनी तेज थी कि लोग ढाणियों से निकल कर बाहर आ गए।
 
अभी चल रहा है काम
 
वेल पेड 14 अभी डवलेपिंग फेज में है। फिलवक्त वहां पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। गौरतलब है कि वेल पेड से लेकर एमपीटी तक बिछाई जाने वाली पाइन लाइन से ही बाद में एमपीटी तक पाइप लाइन के जरिये क्रूड ऑयल भेजा जाता है।
 
क्या होता है फार्ट
 
किसी भी यंत्र में जब उच्च दबाव से गैस भरने के दौरान यदि वो लीक या वहां से रिलीज हो जाए तो उसे फार्ट कहते है। ऐसे में उच्च दबाव के चलते धमाके की आवाज होती है।
 
क्यों बनाते हंै दबाव
 
जब भी जमींदोज ऑयल को बाहर निकाला जाता है तो लगातार गहराई में जाने से पानी का दबाव कम हो जाता है। ऐसे में पानी का दबाव लगातार बनाए रखने के लिए बाहर से हाई प्रेशर पर पानी को अंदर उतारा जाता है। ऐसा करने से ऑयल उपर आने लगता है। गुरुवार को हुआ हादसा उसी दौरान हुआ जब लाइन में उच्च दबाव बनाया जा रहा था।
 
पहुंची सुरक्षा टीम
 
धमाके की आवाज के साथ जहां गांव वालों में दहशत फैल गई वहीं एमपीटी में काम कर रही सुरक्षा एंजेसियां और हेल्थ सेफ्टी एनवायरमेंट की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को पहले एमपीटी स्थित ओबी कैंप ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अन्यत्र ले जाया गया। इसमें से एक श्रमिक के कूल्हे की हड्डी में फ्रेक्चर होने की जानकारी मिली है।
 
एहतियातन करवाया क्षेत्र को खाली
 
हादसे के बाद मौके पर पहुंची सुरक्षा टीम ने गांव वालों को भरोसा दिलाया कि घबराने की बात नहीं है। एहतियात के तौर पर आस-पास के इलाके को खाली करवाने के साथ ही गैर तकनीकी लोगों के जाने पर पाबंदी लगा दी गई है।

गुरुवार, 19 मई 2011

pinjre ke panchhi re - naag mani(1957)

Hemant Kumar - Hai Apna Dil To Awara - Solva Saal [1958]

धरती धोरां री ! धरती धोरां री ! कन्हैयालाल सेठिया (1919-2008)


धरती धोरां री !

धरती धोरां री !
कन्हैयालाल सेठिया (1919-2008)


















आ तो सुरगां नै सरमावै
ईं पर देव रमण नै आवै
ईं रो जस नर नारी गावै
               धरती धोरां री !
सूरज कण कण नै चमकावै
चन्दो इमरत रस
     बरसावै
तारा निछरावल कर
   ज्यावै
                  धरती धोरां री !
काळा बादलिया घहरावै
बिरखा घूघरिया घमकावै
बिजली डरती ओला खावै
                धरती धोरां री !
लुळ लुळ बाजरियो लैरावै
मक्की झालो दे’र बुलावै
कुदरत दोन्यूं हाथ लुटावै
              धरती धोरां री !
पंछी मधरा मधरा    बोलै
मिसरी मीठै सुर स्यूं घोलै
झीणूं बायरियो
     पंपोळै
                 धरती धोरां री !
नारा नागौरी हिद    ताता
मदुआ ऊंट अणूंता खाथा !
ईं रै
    घोड़ां री     के बातां ?
                  धरती धोरां री !
ईं रा फल फुलड़ा मन भावण
ईं रै
    धीणो     आंगण आंगण
बाजै सगळां स्यूं
   बड़ भागण
                      धरती धोरां री !
ईं रो    चित्तौड़ो गढ़    लूंठो
ओ तो रण वीरां रो खूंटो
ईं
  रो    जोधाणूं     नौ कूंटो
              धरती धोरां री !
आबू    आभै रै    परवाणै
लूणी
    गंगाजी ही जाणै
ऊभो जयसलमेर सिंवाणै
               धरती धोरां री !
ईं रो    बीकाणूं     गरबीलो
ईं रो अलवर जबर हठीलो
ईं रो
   अजयमेर    भड़कीलो
                 धरती धोरां री !
जैपर नगरयां में पटराणी,
कोटा बूंटी कद अणजाणी ?
चम्बल कैवै
   आं री का’णी
                 धरती धोरां री !
कोनी नांव भरतपुर छोटो
घूम्यो सुरजमल रो
   घोटो
खाई
    मात फिरंगी   मोटो
              धरती धोरां री !
ईं स्यूं नहीं माळवो न्यारो
मोबी
   हरियाणो है     प्यारो
मिलतो तीन्यां रो उणियारो
                  धरती धोरां री !
ईडर पालनपुर   है    ईं रा
सागी जामण जाया बीरा
 तो टुकड़ा मरू रै जी रा
                धरती धोरां री !
सोरठ बंध्यो सोरठां लारै
भेळप सिंध आप
    हंकारै
मूमल बिसरयो हेत चितारै
                  धरती धोरां री !
ईं पर तनड़ो मनड़ो वारां
ईं पर जीवण प्राण उवारां
ईं री धजा उडै गिगनारां
              धरती धोरां री !
ईं नै मोत्यां थाल बधावां
ईं री धूल लिलाड़ लगावां
ईं रो
    मोटो भाग    सरावां
                धरती धोरां री !
ईं रै सत री आण निभावां
ईं रै
    पत नै नहीं    लजावां
ईं नै
     माथो भेंट     चढ़ावां
                  मायड़ कोड़ां री
                धरती धोरां री !
*****


प्रकृति देती है पक्षियों का साथ


प्रकृति देती है पक्षियों का साथ
परिंडे खुले आसमान में उड़ान भरते हैं। उड़ान के बाद जब थक जाते हैं तो कहीं पेड़ की डाल और घर की छत के किसी कोने में अपना आसरा ढूंढते हैं। सही मायने में पक्षियों की साथी प्रकृति है, जो इन्हें आसरा देती है। चाहे मनुष्य इन पक्षियों का साथ दे या ना दे। गर्मी के इस मौसम में पक्षियों के भोजन के लिए पेड़ों की डालियों पर भोजन मिल जाता है। फिर भी कई मौकों पर इन पक्षियों को भोजन तो क्या पानी भी नसीब नहीं हो पाता, जिसके लिए ये भटकते रहते हैं। ऐसे में क्यों नहीं हम भी इन पक्षियों को बचाने व उनके दाना पानी की व्यवस्था में एक परिंडा लगाकर पुण्य प्राप्त करें। आइए हम भी लगाए एक परिंडा और इन बेजुबान व शांति के प्रतीक इन पक्षियों को बचाने का एक छोटा सा प्रयास करें। जिससे इनको गर्मी के मौसम में काल के ग्रास होने से बचाया जा सके। 
आहोर. पुलिस थाना परिसर में बुधवार को थाना प्रभारी के नेतृत्व में पक्षियों के पानी की व्यवस्था के लिए परिंडा लगाया। इस मौके पुलिस के जवानों ने परिंडों के माध्यम से पक्षियों के लिए प्रतिदिन पानी की व्यवस्था का संकल्प लिया। थाना प्रभारी बुद्धा राम ने कहा कि भास्कर द्वारा पक्षियों को बचाने के लिए चलाया जा रहा यह अभियान सराहनीय है। प्रत्येक व्यक्ति को पक्षियों के लिए प्रत्येक परिवार को परिंडा और चुग्गे की व्यवस्था कर इस पुनीत कार्य में सहभागी बनना चाहिए। हैड कांस्टेबल चमनाराम, एसआई जबरसिंह राजपुरोहित, एएसआई नारायणसिंह, किशना राम विश्नोई, जुगलकिशोर, राजेंद्रसिंह समेत कई जने मौजूद थे।
 

अपराधों को रोकना पहली प्राथमिकता : बारहठ


अपराधों को रोकना पहली प्राथमिकता : बारहठ
जालोर
क्षेत्र में बढ़ रहे अपराधों को रोकना पुलिस की पहली प्राथमिकता रहेगी। गांवों के किसी भी विवाद में ग्रामीणों से सलाह मशविरा कर समस्याओं का समाधान किया जाएगा। यह बात एसपी राहुल बारहठ ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जिला गुजरात से जुड़ा हुआ होने से तस्करी की संभावना अधिक है। इसके अलावा संपत्ति संबंधी विवाद भी जिले में अधिक होते हैं। दोनों प्रकार के मामलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बारहठ मूलत: कच्छ (गुजरात) से हैं। इसलिए उन्होंने इसे फायदेमंद मानते हुए कहा कि इससे उन्हें अंतरराज्यीय विवादों को सुलझाने में काफी सहूलियत रहेगी। इसके अलावा भी हर विवाद को जल्द से जल्द सुलझाने का प्रयास किया जाएगा। 

रहेगी पैनी नजर : बारहठ (बारहठ राहुल मनहर्दन) ने कहा कि शहर में छोटे से विवाद को लेकर प्रदर्शनकारियों द्वारा धरना प्रदर्शन व रास्ता जाम किया जाता है। जिससे आमजन को काफी परेशानी होती है। इन सभी पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी। वहीं शहर के ट्रैफिक को लेकर भी नियमों में फेरबदल किया जाएगा। जिससे शहरवासियों को परिवहन करने में परेशानी नहीं होगी। एसपी बारहठ 2007 बेच के हैं। वे इससे पूर्व एएसपी सांगानेर (जयपुर) और एसपी (एटीएस) के पद पर थे।
 

बारहठ ने किया निरीक्षण : प्रेस वार्ता से पहले एसपी बारहठ ने पुलिस विभाग के विभिन्न कार्यालयों का अवलोकन कर आवश्यक जानकारी हासिल की। उन्होंने पुलिस उप अधीक्षक कक्ष, कंप्यूटर कक्ष, पुलिस नियंत्रण कक्ष व विशेष शाखा समेत विभाग के विभिन्न कक्षों का अवलोकन किया।
 


युवक की मौत शव उठाने से किया इंकार, हत्या का मामला दर्ज


 युवक की मौत के बाद बिफरे परिजन
गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव उठाने से किया इंकार, हत्या का मामला दर्ज, दिन भर चले समझाइश के प्रयास
  सिवाना
क्षेत्र के धीरा गांव के एक युवक की तबीयत बिगडऩे के बाद जालोर में उपचार के दौरान मौत हो जाने पर मृतक के परिजनों ने हत्या का अंदेशा जताते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर शव उठाने से इंकार कर दिया।पुलिस प्रशासन की ओर से निरंतर परिजनों से समझाइश किए जाने के बावजूद कोई परिणाम नहीं निकला।

थानाधिकारी रामवीर जाखड़ ने बताया कि थानी देवी पत्नी बाबूराम भील निवासी धीरा ने मामला दर्ज करवाया कि 16 मई को सुबह ९ बजे उसका पति खेत में काम कर रहा था।इस दौरान धीरा के ही रहवासी शेरसिंह पुत्र सवाईसिंह राजपूत ने उसे कुछ पिला दिया जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई।तबीयत बिगडऩे पर उसे उपचार के लिए रमणिया चिकित्सालय लाया गया।उसके बाद उसे जालोर ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक की पत्नी की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया है।मृतक का शव अभी भी जालोर मोर्चरी में पड़ा है।

परिजनों ने शव लेने से किया इंकार: धीरा गांव के बाबूराम की हत्या के अंदेशे के साथ परिजनों ने जालोर मोर्चरी में रखा मृतक का शव लेने से मना कर दिया।बुधवार को पूरे दिन मृतक के परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे।परिजनों ने बालोतरा पुलिस उपअधीक्षक रामेश्वरलाल को बताया कि जब तक हत्या के आरोपी गिरफ्तार नहीं किए जाते तब तक किसी सूरत में उनके द्वारा शव नहीं उठाया जाएगा।वृत्ताधिकारी ने दिन भर सिवाना थाने में डेरा डाल परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन नतीजा सिफर रहा।

ज्ञापन भेजकर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की: मृतक के परिजनों ने सिवाना तहसीलदार के मार्फत प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर नामजद आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की है।परिजनों ने आरोप लगाया कि हत्या को तीसरा दिन होने के बावजूद आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर कोईप्रयास नहीं किया जा रहा है।स्थानीय भील समाज के लोगों ने भी प्रशासन को अवगत करवाया कि यदि नामजद आरोपी को समय रहते गिरफ्तार नहीं किया गया तो समाज के नेतृत्व में जिला स्तर पर आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी।मृतक की पत्नी ने रमणिया चिकित्सालय में उसके पति का सुचारू उपचार नहीं होने का भी आरोप लगाया है।

समाज के लोगों से भी की समझाइश: मृतक के परिजनों को शव उठाने के लिए राजी करने को लेकर पुलिस उपअधीक्षक, नायब तहसीहलदार शंकरराम गर्ग व थानाधिकारी ने सिवाना में भील समाज के गणमान्य लोगों से समझाइश कर समाधान निकालने का प्रयास किया लेकिन परिजनों के साथ-साथ समाज के लोग भी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे।


एसपी ममता विश्नोई ने पदभार संभाला


अपराधों की रोकथाम के विशेष प्रयास किए जाएंगे’
एसपी ममता विश्नोई ने पदभार संभाला
जैसलमेर
पुलिस अधीक्षक ममता विश्रोई ने बुधवार को कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने बुधवार दोपहर बाद अधीनस्थ अधिकारियों से चर्चा कर जिले की स्थिति के बारे में जानकारी ली। विश्रोई 2007 राजस्थान बैच की आईपीएस हैं। इससे पूर्व वह एएसपी आमेर व बस्ती तथा एसपी एसओजी जयपुर रह चुकी हैं। 

एसपी ममता विश्रोई ने बताया कि सीमावर्ती जिला होने के मद्देनजर यहां अपराधों की रोकथाम के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। वहीं वांछित अपराधियों की अभियान चलाकर धरपकड़ की जाएगी।
 

भूमि विवाद से जुड़े अपराधों को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे। जनता व पुलिस के बीच संपर्क बनाए रखने व आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने को प्रमुखता दी जाएगी। आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े और अपराधियों में भय बना रहे, इसके लिए भी प्रयास किए जाएंगे।

काले डूगर राय मन्दिर जैसलमेर



काले डूगर राय मन्दिर जैसलमेर


काले डूगर राय मन्दिर यह मन्दिर जैसलमेर शहर से ४५ की. मी उतर दिशा मे एक पहाड़ी की चोटी पर हें ! इस पहाड़ी का रंग काला होने के कारण इस मन्दिर को काले डूगर राय के नाम से जाना जाता हें ! जब माड़ प्रदेश के महाराजा भादरिये से जब वापिस पधारे तब मैया के कथानुसार इस पहाड़ी पर पधार कर मैया के नाम से एक छोटे से मन्दिर की स्थापना कर दी थी जो कालांतर मे अनेको भक्तो के सहयोग से भव्य मन्दिर बन गया ! जैसलमेर व आसपास के ग्रामो का विशेष श्रद्धा का केन्द्र हें ! उस समय माड़ प्रदेश एक जंगली एरिया था उबड़ खाबड़ इलाका था , हालाँकि मैया उस समय शशरीर इस धरा पर विराजमान थी ! लेकिन मैया एसे पर्वतो मे जाकर तपस्या लीन हो जाती थी !सभी को दर्शन दुर्लभ थे सिर्फ़ धर्मात्मा राजा या अनन्य भक्तो के वसीभूत होकर मैया को शशरीर उस समय पधारना पड़ता था , मैया कभी नभ डूगर , कभी काले डूगर , कभी भूरे डूगर इस प्रकार अनेको पर्वतो पर निवास स्थान था ! जिस जगहों का भक्तो का मालूम हुवा वहा तो स्थान बना दिए बाकि जगहों का आज तक पता नही हे !


काले डूगर कोड सु , नमै नगर नर नार पूजा ! चढ़े पहाड़ पर, पुरे भगत पुकार !!

बुधवार, 18 मई 2011

चिड़ियों के घोंसले


चिड़ियों के घोंसले 
'साग़र' पालमपुरी
अब क्या बताएँ क्या हुए चिड़ियों के घोंसले
तूफ़ाँ की नज़्र हो गए चिड़ियों के घोंसले

हर घर के ही दरीचों छतों में छुपे हैं साँप
महफ़ूज़ अब नहीं रहे चिड़ियों के घोंसले

पीपल के उस दरख़्त के कटने की देर थी
आबाद फिर न हो सके चिड़ियों के घोंसले

जब से हुए हैं सूखे से खलिहान बे-अनाज
लगते हैं कुछ उदास- से चिड़ियों के घोंसले

बढ़ता ही जा रहा है जो धरती पे दिन-ब-दिन
उस शोर-ओ-गुल में खो गये चिड़ियों के घोंसले

पतझड़ में कुछ लुटे तो कुछ उजड़े बहार में
सपनों की बात हो गये चिड़ियों के घोंसले

बनने लगे हैं जब से मकाँ कंकरीट के
तब से हैं दर-ब-दर हुए चिड़ियों के घोंसले

तारीख़ है गवाह कि फूले-फले बहुत
जो आँधियों से बच गए चिड़ियों के घोंसले

जब बज उठा शहर की किसी मिल का सायरन
‘साग़र’ को याद आ गये चिड़ियों के घोंसले

इश्क हें या अपहरण


इश्क हें या अपहरण
बाड़मेर
इश्क मासूम है, इश्क में हो जाती है गलतियां। बाद में इन्हीं गलतियों को कानूनी चोला पहना कर उसे अपहरण की शक्ल दे दी जाती है। जिले में बीते तीन सालों में अपहरण के दर्ज हुए करीब सौ मामलों में से ज्यादातर प्रेम -प्रसंग में घर से भागने की बात सामने आई है। जिसे बाद में समाज के डर से परिजनों ने कानून का सहारा लेते हुए अपहरण की धाराओं में तब्दील कर पुलिस की परेड करवा दी। इश्क के चक्कर में युवक -युवती का पूरा कॅरिअर दाव पर लग जाता है। इसका ज्यादा खामियाजा युवक को भुगतना पड़ता है क्योंकि लड़की के परिजनों की ओर से दर्ज करवाए जाने वाले मामले में घर वालों के दबाव में आई युवती के बदले बयान से युवक को हवालात पंहुचा देती है। 
उम्र घटाने पर हो रहा है मंथन 
जिला पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया कि ऐसे केस में नाबालिग के मामले में ज्यादा परेशानी होती है। पकड़े जाने के बाद युवक को ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ता है। उन्होंने बताया कि अब केंद्र सरकार इस मामले पर रुझान ले रही है कि लड़की की उम्र घटा कर सोलह या फिर चौदह साल कर दी जाए। अभी लड़की की उम्र अठारह व लड़के की इक्कीस साल बालिग मानी गई है। उम्र घटाने के मामले में महिला आयोग से भी मशविरा मांगा गया है।
एक नजर दर्ज मामलों पर
वर्ष कुल मामले बालिग नाबालिग

2008 24 20 04

2009 29 16 13

2010 33 17 16
समाज की पुरानी रिवायतें और आधुनिकता के बीच होने वाले ऐसे मामलों में बच्चों का भविष्य दाव पर नहीं लगे इसे लेकर कोई समझ वाली पहल करने की आवश्यकता है। ऐसे केस में पुलिस कार्रवाई और अपहरण की धाराओं में दर्ज होने वाले मामलों में पूरा कॅरिअर दाव पर लग जाता है।’ 
संतोष चालके, जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर



मंगलवार, 17 मई 2011

पेशावर में हुए बम धमाको का हैं वांछित नियाज शेख


पेशावर में हुए बम धमाको का हैं वांछित नियाज शेख


बाडमेर भारत पाकिस्तान के पश्चिमी सरहद बाडमेर जिले के सगोरालिया गांव से पकडा गया पाक नागरिक नियाज शेख उम्र 48 निवासी रोहिडी जिला सक्खर  में पाकिस्तान के पेशावर में हाल ही  हुए बम घमाकों के मामलें में आरोपी हैं।जबकि नियाज ने बताया उसका नाम पेशावर के बम धमाको में उसका नाम आने की जानकारी उसे नहीं ह।ै।मैं मूल्तान से आगे कभी आया ही नही।नियाज शेख को गडरा रोड पुलिस सुरक्षा  तथा खुफिया ऐजेसी की पूछताछ के लिऐ बाडमेर जिला  मुख्यालय पर मंगल वार दोपहा को ले आऐ।जहॉ पहले पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने पूछताछ की।नियाज शेख ने बताया कि उसके पासपोर्ट ,मकान के कागजात ,5 एकड जमीन आई एस आई कें सिन्ध प्रमुख खुशीश शाह के इशारे पर छीन ली।उसकी बेटी को भी उठा क ेले गऐ थें आई एस आई वाले।शेख के अनुसार उसकी दो शादीया हुई थी।पहली बीवी को तलाक दे दिया था।पहली बीवी से दो संतान और दूसरी से भी दो संतान है।बीवी और बच्चे खशीश शाह के कबजे में हैं।जिये सिन्ध मुवमेंट के सक्रिय कार्यकर्ता नियाज भारत में मुम्बई में कालिदास नामक व्यक्ति से मिलने की इच्छा जताई हैं।उसने खुलासा किया कि कराची में दिनेश भाअिया नामक व्यक्ति नकली नोटो का बडा व्यापारी हैं।गत दिनों कराची में एक होटल में पडी रेड के दौरान पकडा गया।नियाज शेख ने बताया कि बाडमेर के सरहदी इलाके की जानकारी उसे मीरपुर में एक बस यात्रा के दौरान बाडमेर जिले के खलीफे की बावडी निवासी एक शख्स ने दी थी।जिला पूलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया कि पूछताछ जारी हैं,पेशावर बम विस्फोट प्रकरण में लिप्पतता सहित सभी जानकारीयों कीपडताल की जा रही हैं।किसी सम्भावना से इन्कार नही किया जा सकता।