पाकिस्तान लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
पाकिस्तान लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सोमवार, 30 मई 2016

पाकिस्तान से लापता हुआ बच्चा दो साल बाद राजस्थान में मिला

पाकिस्तान से लापता हुआ बच्चा दो साल बाद राजस्थान में मिला


पाकिस्तान में एक पांच साल का बच्चा 6 जून, 2014 को अपने परिवार से बिछड़ा था और अब यह बच्चा राजस्थान में मिला है। बताया जा रहा है कि इस बच्चे को राजस्थान पुलिस ने एक एनजीओ को सुपुर्द किया है। लेकिन अब इस बच्चे की वतन वापसी में कुछ रोड़ा आ रहा है। इस रोड़े को हटाने के लिए बच्चे के परिजनों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से सहायता की अपील की है।

पाकिस्तान से लापता हुआ बच्चा दो साल बाद राजस्थान में मिला





पाकिस्तान के डॉन समाचार पत्र की वेबसाइट के अनुसार बच्चे के पिता जफर अली ने बताया कि उनका बच्चा पाकिस्तान के चारसड्डा जिले से बिछड़ गया था। इस बच्चे का नाम है इस्माइल। परिवार ने इस्माइल को हर जगह खोजा और अगले दिन पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।







अली ने कहा कि करीब दो माह पहले सऊदी अरब में रहने वाले इस्माइल के मामा ने जब एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा साझा की गई उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर देखी तो परिवार को पता चला कि वह राजस्थान में है। सामाजिक कार्यकर्ता ने तस्वीर के साथ अपना फोन नम्बर भी साझा किया था और सोशल मीडिया के उपयोगकर्ताओं से उस पोस्ट को साझा करने का अनुरोध किया था, ताकि लड़का अपने परिवार से मिल सके। इस्माइल के मामा ने दिए गए फोन नम्बर पर फोन कर संपर्क किया तो उसे कहा गया कि बच्चा राजस्थान में पुलिस को सौंप दिया गया था।







डेढ़ महीना बीता, नहीं हो सकी वतन वापसी

जफर ने कहा कि बच्चे के बारे में 45 दिनों पहले जानकारी मिली, लेकिन वह उसे वापस पाकिस्तान नहीं ला पाए हैं। बेटे की पाकिस्तान में घर वापसी के लिए परिवार मदद के लिए भारत और पाकिस्तान सरकार की ओर देख रहा है। इस्माइल के परिजनों ने अपने बच्चे को वापस पाने और परिवार से उसे फिर मिलाने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की अपील की है।

मंगलवार, 24 मई 2016

भारत के मीठे पानी पर टूट पड़ते हे पाक रेंजर ,दस मिंट में सारे केम्पर खाली

भारत के मीठे पानी पर टूट पड़ते हे पाक रेंजर ,दस मिंट में सारे केम्पर खाली


चंदन सिंह भाटी
बाड़मेर भारत पाकिस्तान की सरहद पर बसे पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में पेयजल समस्या कितनी विकराल हे की पाकिस्तान की सुरक्षा में सरहदी इलाको जुटे पाक  रेंजरों को स्वच्छ और मीठा पानी मय्यसर नहीं हैं ,ये रेंजर भारत पाक के बीच होने वाली बैठकों में जी भर कर आर ओ का मिनरल वाटर ऐसे पी जाते हैं जैसे वर्षो से प्यासे हो ,


चौंकिए नहीं यह हकीकत हैं ,भारतीय सीमा से सटे पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में पानी की को व्यवस्था नहीं हैं ,सरहदी गाँवो में सिंध के लोग आज भी परम्परागत बेरियो का पानी पीकर प्यास बुझाते हैं यह पानी सर्वाधिक दूषित होता हैं ,यही बेरियो का खारा और दूषित पानी पाक रेंजरों को चौकियों पर उपलब्ध कराया जाता हैं ,जबकि भारतीय सरहदी इलाको में सीमा सुरक्षा बल की हर अग्रीण चौकी पर जवानों के लिए मीठे और ठन्डे पानी की व्यवस्था के लिए आर ओ प्लांट स्थापित हैं ,

ऐसे में भारत पाकिस्तान के मध्य हर तीसरे माह होने वाली फ्लेग मीटिंग में पाकिस्तान की और से आने वाले रेंजर दल के सदस्य सबसे पहले पानी पर हमला बोलते हैं ,महज दस मिंट में भारत की और से लाये मीठे ठंडे पानी के केम्परो का पानी ख़त्म कर देते हैं ,कई मर्तबा सीमा सुरक्षा बल को अतिरिक्त केम्परो की व्यवस्था करनी होती हैं

सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर बताया की हमारी सरहद पर जवानों के लिए समस्त सुविधाए उपलब्ध हैं ,पाक रेंजरों के लिए पाक सरकार पानी तक मय्यसर नहीं कराती ,ऐसे दृश्य भारत पाक मिटींगो में देखने को मिलते हैं ,पाक की और से आने वाल रेंजर्स का डेलिगेशन सबसे पहले ठंडे मीठे पानी पर टूट पड़ता हैं ,हर बार  की अतिरिक्त व्यवस्था करनी होती हैं ,पाक सीमा के चालीस किलोमीटर तक पेयजल की कोई व्यब्वस्था इनके लिए नहीं हैं ,सिवाय परंपरागत पेयजल बेरियो के ,पाक रेंजर भारत का ठंडा मीठा पानी पीकर धन्य हो जाए हैं ,

उलेखनीय हैं की भारत पाक पश्चिमी सरहद पर हर तीसरे माह फ्लेग और हर छठे माह डी जी स्तर की बैठक बारी बारी से भारत और पाक इलाको में होती रहती हैं ,

सोमवार, 11 जनवरी 2016

पठानकोट हमला: पाकिस्तान के कई जिलों में छापे, कई गिरफ्तार

पठानकोट हमला: पाकिस्तान के कई जिलों में छापे, कई गिरफ्तार

इस्लामाबाद। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सोमवार सुबह पठानकोट एयरबेस पर हमले पर संयुक्त जांच कमेटी (जेआईटी) की घोषणा के बाद सोमवार दोपहर को पाकिस्तान के कुछ इलाकों में छापे मारे गए।

पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के अनुसार गुजरांवाला, झेलम और बहवालपुर जिलों में मारे गए छापों में कुछ गिरफ्तारियां की गई हैं। अभी तक यह खुलासा नहीं हुआ है कि गिरफ्तार किए गए लोग हमले में शामिल थे या फिर इन्होंने हमलावरों का सुविधाएं मुहैया कराई हैं। यह कार्रवाई संयुक्त जांच कमेटी (जेआईटी) के निर्देशन में ही की गई है। नवाज पहले ही कह चुके हैं कि जांच में पारदर्शिता बरती जाएगी।

कहा जा रहा है कि भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों की 15 जनवरी को प्रस्तावित बैठक को रद्द करने की बात सामने आने के बाद पाकिस्तान सरकार पर इस तरह की कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया था। सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के हवाले से खबरें आ रही थी कि अगर पाकिस्तान कोई एक्शन नहीं लेता है तो विदेश सचिव वार्ता को रद्द कर दिया जाएगा।

गुरुवार, 3 दिसंबर 2015

पाकिस्तान में विख्यात हिन्दू मंदिर जानिए कोनसे हे

पाकिस्तान में विख्यात हिन्दू मंदिर जानिए कोनसे हे 
सनातन धर्म सबसे प्राचीन धर्म है। भारत में ही नहीं संसार भर में हिंदू देवी-देवताओं का पूजन श्रद्धा और विश्वास से किया जाता है। मुस्लिम देश पाकिस्तान में हिन्दुओं के बहुत सारे पौराणिक व ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर हैं। आईए जानें उनके बारे में-




1. हिंग्लाज माता मंदिर, बलूचिस्तान




2. कटासराज मंदिर, चकवाल




3. गौरी मंदिर, थारपाकर




4. शिव मंदिर, पीओके




5. गोरखनाथ मंदिर, पेशावर




6. स्वामी नारायण मंदिर, कराची




7. पंचमुखी हनुमान मंदिर, कराची




8. शारदा देवी मंदिर, पीओके

शनिवार, 26 सितंबर 2015

सरहद पार से ख़ास रिपोर्ट।बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक। . भारतीय लड़के जितेंद्र को न्याय दिलाने के लिए आगे आया पाकिस्तानी वकील।।

सरहद पार से ख़ास रिपोर्ट।बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक।  . भारतीय लड़के जितेंद्र को न्याय दिलाने के लिए आगे आया पाकिस्तानी वकील।।

सरहद पार से

12 अगस्त 2013 को खोखरापार सरहद में पकड़ा गया भारतीय बालक जितेंद्र अर्जुनवार निवासी सिवनी मध्यप्रदेश बारघाट पुलिस थाना क्षेत्र पाकिस्तान में विदेशी अधिनियम के तहत अपनी सजा पूरी करने के बाद भी पिछले दो माह से किशोर जेल हैदराबाद में भुगत रहा हैं।।पाकिस्तान के उच्च न्यायलय के वकील मुहम्मद अली ने जितेंद्र के केश को जिला सत्र न्यायलय से अतिरिक्त सत्र न्यायलय उमरकोट में स्थानांतरित करवाने के बाद उसे रिहा कर परिजनों को सौंपने के लिए वाद दायर किया।।उन्होंने यूनाइटेड नेशन हायर कमिशनर से हस्तक्षेप की भी मांग की।।

अली द्वारा दायर वाद में कहा गया की जितेंद्र मानवीय भूल और मानसिक विक्षिप्त के चलते भारतीय सरहद पार पर पाकिस्तान की खोखरापार सरहद में तारबंदी पार कर पहुंच था।।इस दौरान उसे प्यास लगने के कारण पास की पाक सीमा चोकी पर रेंजर के पास पानी पीने पहुँच गया था।इसी दौरान उसे पकड़ लिया।दो महीने की पूछताछ के बाद उसे किशोर जेल हैदराबाद भेज दिया।।उससे एजेंसियों द्वारा संयुक्त पुछताछ भी की गयी।मेडिकलजांच में वह मानसिक रूप से विक्षिप्त पाया गया साथ ही सिकल्स एनीमिया का रोगी भी।।उसका उपचार भी रेंजर द्वारा कराया गया।चार बार उसे सेना द्वारा खून चढ़ाया गया।

उसके मस्तिष्क मे रक्त विकार हे।उसका अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण के लिए भी चिकित्सको द्वारा लिखा गया हैं।।अली ने न्यायलय में जितेंद्र के भौतिक सुरक्षा उसकी मेडिकल जांच की निगरानी और पारदर्शी रूप से उसे अपने परिवार से मिलाने की गुहार की गयी हैं।।उन्होंने बताया की जितेंद्र बिदेशी अधिनियम के तहत निर्धारित सज़ा से दो माह अधिक जेल में हैं ।मानवीय पहलु की और गौर कर इस पीड़ित बालक को परिजनों को सौंपने का लिखा हैं।।न्यायलय ने अगली सुनवाई की तारिख मुक़र्रर की हैं।तब तक जितेंद्र किशोर बोर्ड जेल हैदराबाद में रहेगा।।

शनिवार, 11 जुलाई 2015

हमारी जासूसी कर रहा है पाकिस्तान, राजस्थान बॉर्डर पर लगाए कैमरे




इंटरनेशनल रूल्स को तोड़ते हुए पाकिस्तान भारतीय सीमा की जासूसी करने के लिए पश्चिमी बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे लगा रहा है। विरोध के बावजूद पाक ने इंटरनेशनल बॉर्डर से 200-300 मी. की दूरी पर ही कैमरे लगा दिए हैं। बीएसएफ ने पाक रेंजर्स से इसका कड़ा विरोध जताया है। आने वाले दिनों में डीआईजी या आईजी स्तर की बैठक में यह मामला उठाया जाएगा।
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर झाड़ियों के बीच लगे इस कैमरे से जासूसी करता है पाकिस्तान
चार जिलों में कैमरे लगाने का काम
बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर सीमा पर भारतीय सीमा चौकियों के ठीक सामने कैमरे लगाए जाने का काम जोरों पर है। कैमरे लगाने के लिए पाक ने 15-15 फीट ऊंचे पोल भी लगाए हैं। वहीँ कुछ कैमरे झाड़ियों में लगाए हैं।
चीनी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल

पाकिस्तान ने रैकी के लिए पोल पर कैमरे लगाए(लाल घेरे में कैमरे)

बॉर्डर पर जो कैमरे लगाए गए हैं, उनमें चीनी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। पोल पर सोलर पैनल भी साथ लगे हैं, इससे इन्हें बिजली की सप्लाई हो जाती है। कैमरे की रेंज करीब एक किमी से ज्यादा बताई जा रही है। ज्यादातर कैमरे पॉकेट्स में लगाए गए हैं।
पहले यूएवी और अब कैमरे
पाकिस्तान ने पोल पर कैमरे लगा रखे हैं, जो सोलर पैनल के जरिए चलते हैं.

सीमा पर घुसपैठ पाकिस्तान की ओर से ही होती है। फिर भी पाकिस्तान ने दिखावे के लिए कैमरे लगाए हैं। इससे पहले अप्रैल में पाक सेना ने यूएवी (मानव रहित विमान) से रात में रैकी की थी। यूएवी को जीरो लाइन के पास 300 से 500 मी. की ऊंचाई पर उड़ाया गया था।
ये हैं नियम : नियमानुसार सीमा के दोनों तरफ 500-500 मीटर तक कैमरे या अन्य ऐसे उपकरण इस्तेमाल नहीं किए जा सकते।
झाड़ियों के बीच लगा कैमरा (लाल घेरे में)
पश्चिमी सीमा पर कई स्थानों पर इंटरनेशनल बॉर्डर के पास पाकिस्तान ने सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। भारत की ओर से बीएसएफ ने इस पर कड़ा एतराज जताया है। अब बड़े स्तर पर ये मामला उठाया जाएगा। -रवि गांधी, प्रवक्ता व डीआईजी, बीएसएफ राजस्थान सीमांत

मंगलवार, 3 मार्च 2015

बाड़मेर जिलानी पीर की सभाओ की गूंज विधानसभा में,धर्म सभाओ का उद्देश्य क्या वीजा भ्रमण का

बाड़मेर जिलानी पीर की सभाओ की गूंज विधानसभा में,धर्म सभाओ का उद्देश्य क्या वीजा भ्रमण का 


जसवंत सिंह का मुस्लिमो में प्रभाव कम करने के उद्देश्य से कराई पीर की बाड़मेर सभाए


बाड़मेर जम्मू कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी ने जिस कदर हिन्दू एजेंडो को एक तरफ रख मुफ़्ती मोहम्मद सैयद को मुख्यमंत्री बना मुस्लिमो को राजी करने का प्रयास किया वैसा ही प्रयास राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान में किया जब पाकिस्तान से आये जिलानी समुदाय के धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी की में बिना अनुमति के ताबड़तोड़ सभाए कराई ताकि बीजेपी के पूर्व नेता जसवंत सिंह का मुस्लिम प्रेम को कम किया जा सके ,पीर ने खुले आम अपनी सभाओ में वसुंधरा राजे के हाथ मजबूत करने का आह्वान तक किये ,इधर मंगलवार को विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता रामेश्वर डूडी ने पीर का मामला उठा कर सरकार को सकते में डाल दिया ,डूडी लगाया की पाकिस्तान से आये धर्म गुरु की वीजा गलत तरीके से जारी तथा उन्होंने अवैध तरीके से सरहदी क्षेत्रो में धर्म सभाओ का आयोजन किया ,इन सभाओ के आयोजन की स्वीकृति स्थानी जिला प्रशासन से नहीं ली गयी। विधानसभा में पीर का मामला उठाने के बाद माहौल गरमा गया।




पाकिस्तान के पश्चिमी सीमा पर बेस बाड़मेर जिले के नेशनल हाई वे 15 के पश्चिमी क्षेत्र में विदेशी नागरिको के जाने पर पूर्णत प्रतिबन्ध हे,पश्चिमी क्षेत्र में जाने के लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय से विशष स्वीकृति लेनी होती हैं ,. धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक परिस देश मुख ने बताया की केंद्र सरकार द्वारा उन्हें सरहदी प्रतिबंधित क्षेत्र में भ्रमण की स्वीकृति दे राखी थी। जबकि जिला कलेक्टर ने कहा की पाकिस्तान से आये पीर साब की सभाओ की स्वीकृति जिला प्रशासन से नहीं ली गयी ,यदि पुलिस अधीक्षक या सम्बंधित थानाधिकारी से स्वीकृति रिपोर्ट ली हे तो पता करते हैं ,.




प्रश्न यह हे की राष्ट्रिय सुरक्षा से जुड़े मसाले पर राष्ट्रिय संविधान यह कहता हैं की पश्चिमी क्षेत्र में किसी भी विदेशी नागरिक को जाने पर प्रतिबन्ध हैं विशेष परिस्थितियों में आज्ञा दी जाती हे तो अपने परिचितों से मिलने के आलावा कोई गतिविधि नहीं ,करेंगे ख़ास कर सरहदी क्षेत्र में धार्मिक सभाए आयोजित नहीं का सकते ,मगर बाड़मेर जिले के सरहदी क्षेरो में पीर जिलानी द्वारा दर्जनो धर्म सभाओ का आयोजन जिला प्रशासन से अनुमति लिए बिना कर दिया गया ,




जबकि कानून के अनुसार देश का कोई नागरिक सभा का आयोजन करे तो उसे सम्बंधित उप खंड अधिकारी या कार्यपालक मजिस्ट्रेट से माइक लगाने की अनुमति लेनी पड़ती हैं मगर पीर जिलानी के मामले में नियमो की पालना नही हुई। आखिर पाकिस्तान से आये समुदाय विशेष के धर्म गुरु सरहदी क्षेत्रो में सभाए करने की क्या जरुरत आन पड़ी ,




बाड़मेर में पीर धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी की सभाओ के आयोजन की अनुमति जिला प्रशासन से नही ली गयी ,पुलिस स्तर पर कोई परमिशन ली गयी हे तो पता करवाता हूँ। शर्मा जिला कलेक्टर बाड़मेर




धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी को केंद्र सरकार ने क्षेर में भ्रमण की अनुमति दी हैं ,अलग से कोई अनुमति स्थानीय स्तर पर जारी नही हुई ,उन्होंने धर्म सभाए नहीं की ,लोग मिलाने उनके पास बड़ी तादाद में पहुंचे। परिस देशमुख पुलिस अधीक्षक बाड़मेर

मंगलवार, 10 फ़रवरी 2015

पाकिस्तान सिंध के ख्याति प्राप्त राजस्थानी मांगणियार लोक कलाकार

पाकिस्तानी लोक गायक सफी फ़क़ीर के साथ बाड़मेर के सूफी गायक फकीरा खान 

पाकिस्तान सिंध के ख्याति प्राप्त राजस्थानी मांगणियार लोक कलाकार

पाकिस्तान में मांगणियार जाति के लोक कलाकारों ने अपनी गायकी से अलग पहचान बना रखी हैं।पाक के सिन्ध प्रान्त के मिटठी,रोहड़ी,गढरा,थारपारकर,उमरकोट,खिंपरो,सांगड़ आदि जिलों में मांगणियार जाति के लोग निवास करते हैं।पाक में रह रहे मांगणियार मूलतःबाड़मेर-जैसलमेर जिलों के हैं,जो भारत-पाक युद्ध 1965 और 1971 में पलायन कर पाक चले गए।थार संस्कृति और परम्परा को लोक गीतों के माध्यम से अपनी छटा बिखेरने वाले मांगणियार कलाकारों की पाक में सम्मान जनक स्थिति नहीं थी।पाक के मांगणियार भी राजपूत जाति के यॅहा यजमानी कर अपना पालन पोषण करते थे।सोढा राजपूतों का सिन्ध में बाहुल्य हैं।सोढा राजपूतों की सिन्ध में जागीरदारी होने के कारण कई मांगणियार परिवार भारत-पाक विभाजन के दौरान पाक में रह गए तो कई परिवार युद्ध के दौरान पाक चले गए।बाड़मेर से गये एक परिवार में सन1961 में संगीत के कोहिनूर ने जन्म लिया।इस कोहिनूर जिसे पाकिस्तान और विदेशों में उस्ताद सफी मोहम्मद फकीर के नाम से जाना जाता हैं,ने मोगणियार गायकी को पाक में अलग पहचान और ख्याति दिलाई।उनके अलावा अनाब खान,शोकत खान,हयात खान,मोहम्मद रफीक,सच्चु खान,सगीर खान ढोली, ने मांगणियार संस्कृति को पाक में नई पहचान दी हैं।इसके अलावा बाड़मेर-जैसलमेर सीमा पर स्थित देवीकोट के मूल निवासी फिरोज गुल ने पाक में लुप्त हो चुके हारमोनियम कला को पुर्नजीवित कर काफी नाम कमाया,पाक में आज फिरोज गुल का हारमोनियम बजाने में कोई सानी नहीं हैं।पाक की मशहूर लोक गायिका आबदा परवीन के दल के साथ फिरोज देश-विदेशों में ख्याति अर्जित कर रहे हैं।पाक में मारवाड़ी लोक गीतों की जबरदस्त मांग को मांगणियार लोक कलाकार पूरा कर रहे हैं।वहीं पाक में मांगणियार गायकी को नया आयाम प्रदान किया तथा मारवाड़ी लोक गीत संगीत को पाक में मान-सम्मान दिलाया।इसके अलावा पाक में कृष्ण भील,सुमार भीलमोहन भगत,जरीना,माई नूरी,माईडडोली,माई सोहनी,सबीरा सुल्तान,दिलबर खान,फरमान अली,आमिर अली असलम खान,लाॅग खान सुमार खानमोहम्मद इकबाल जैसे मांगणियार लोक गीत संगीत के पहरुओं ने राजस्थान की लोक कला ,गीत संगीत,संस्कृति और परम्परा को पाक में जिन्दा रखा तथा मान सम्मान दिला रहे हैं।सिन्ध और थार की लोक संस्कृति ,परम्पराओं गीत संगीत ,कला में महज देश का फर्क हैं।मांगणियार लोक गायकों ने लोक गीत संगीत के जरिए दोनों देशों की सीमाऐं तोड़ दी।इसके अलावा ख्यातनाम गायिका रेशमा राजस्थान के बीकानेर की पैदाईश हैं।रेशमा ने पाक की लोक गायिकी को नई पहचान दी।ंजेसलमेर के हाजी भुटिका पाक की जेल में सरहद पार के जुम्र में सजायाप्ता था।हाजी भुटिका की सुरीली आवाज सुन कर हाजी की सजा पाक प्रशासक ने माफ कर नया जीवन दिया था।दी।पाकिस्तान गए भारतीय मांगणियार परिवारों नें थार शैली के लोक गीत-संगीत कों पाकिस्तान में ना केवल जिन्दा रखा अपितु उसे देनिया भर में नई उॅचाईयाॅ दी।पाकिस्तान में एक वक्त हारमेानियम समाप्त सा हो गया था।ऐसे में फिरोज मांगणियार नें हारमोनियम को नया जन्म देकर पाकिस्तान में हारमोनियम को लोकप्रियता के षिखर पर पहुॅचाया।फिरोज मांगणियार आज पाकिस्तान की मषहूर लोक गायिका आबिदा परवीन कें दल में ष्षामिल हो कर नयें आयाम छू रहे हैं।पाकिस्तान की मषहूर लोक गायिका रेषमा जिन्होंने देष विदेषों में अपनी अलग गायन ष्षैली सें अपना अलग मुकाम बनाया।रेषमा मूलतः राजस्थान के बीकानेर क्षैत्र की निवासी थी,रेषमा का परिवार विभाजन के दौरान पाकिस्तान चला गया।बिना लिखी पढी रेषमा नें विष्व भरमेंअपनी खास पहचान बनाई।दोनों देषों की सरहदें लोक गीत संगीत की सौंधी महक को बांट नहीं सकी।लोक गीत संगीत कें माध्यम सें दोनो देषों की अवाम अपने रिष्ते कायम रखे हुए हैं। श्



रविवार, 2 नवंबर 2014

खास खबर पाकिस्तान में दो बालिकाओ के साथ कट्टरपंथियों का अत्याचार

अंजलि मेघवार 

काजल भील 


खास खबर पाकिस्तान में दो  बालिकाओ के साथ कट्टरपंथियों का अत्याचार 


पिछले चंद एक दिनों में पाकिस्तान के सिंध सूबे से दो हिन्दू नाबालिग लड़कियोँ हरएक १२ वर्ष आयु की अंजलि मेघवाल तथा १२ वर्ष काजल भील को मकामी मुस्लमान लड़कों ने अपहरण करके जबरदस्ती मुस्लमान बनाकर शादी करली हे. सुचना के अनुसार दोनों को अदालत में फर्जी  आयु दिखाकर बालिग़ बताया गया हे जबकि लड़कियों के रिश्तेदारों ने आयु के सर्टिफिकेट पेश किये जिनमें वो १२ वर्ष की नाबालिग लड़कियां साबित होती हैं. इस के बावजूद काजल भील को इसलिए नहीं लौटाया जा रहा हे के उस को अपहरण करने वाला व्यक्ति  पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के किसी बड़े नेता का आशीर्वाद ले बैठा हे. जब कि अंजलि मेघवाल का तो कोर्ट ने भी माना के उस की आयु १२ वर्ष हे और कोर्ट में अंजलि मेघवाल ने ये भी बताया के उसे मौलवियों से डर हे वो कहीं उसे मार डालेंगे. 

इस के बावजूद कोर्ट ने अंजलि की कोई भी नही सुनी और उसे माता पिता को वापस करने के बजाए आज ही शेल्टर होम ये कह कर भेजने का आदेश दिया हे के उसे वापस माता पिता को देने से खून खराबा हो सकता हे. इस मामले पर टिपणी करते हुए सिंध के वरिष्ठ  मिनोरटी सोशल एक्टिविस्ट राज कुमार ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा हे के उन्हें शक हे शेल्टर होम भजने से अंजलि से भी रिंकल कुमारी जैसा वेहवार होगा. याद रहे के दो वर्ष पहले सिंध की रिंकल कुमारी ने भी पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट में कहा था के उसे अपने मान के साथ जाना हे लेकन उसे पहले शेल्टर होम भेजा गया और बाद में लके छुपे उस को अपरहण करने वाले वेक्ति को सौंपा गया. राज कुमार ने ये भी लिखा हे के उससे संदेह हे के ये सारा कुछ देश के ताकतवर लोग भरचूनड़ी के पीरों के माद्यम से शायद इस लिये करवा रहे हैं ताके सिंध के हिन्दुओं को सिंध से भगाया जासके.

रविवार, 26 अक्तूबर 2014

नीलोफर चक्रवात से पश्चिमी राजस्थान हो सकता हे प्रभावित ,देवी सिंह ने एहतियात की मांग की

पाकिस्तान के दक्षिण हिस्से बलूचिस्तान में नीलोफर का असर ,गुरुवार को कराची पहुँच सकता हे 

नीलोफर चक्रवात से पश्चिमी राजस्थान हो सकता हे प्रभावित ,देवी सिंह ने एहतियात की मांग की 


बाड़मेर ओमान में उठे चक्रवात  जिसे पाकिस्तान से नीलोफर नाम दिया हे ने पाकिस्तान के दक्षिणी क्षेत्र बलूचिस्तान में दस्तक दे दी हे ,तेज़ हवाओ के साथ इसका असर  गया ,गुरूवार को नीलोफर के कराची पहुँचाने की संभावना हे जिससे भारत के राजस्थान के पश्चिमी जिलो पर इसका व्यापत प्रभाव पद सकता हैं। कोलायत पूर्व विधायक और पूर्व  मंत्री देवी सिंह भाटी ने राज्य सरकार और जिला प्रशासनों को तीस अक्टूबर और एक नवम्बर को ओरण एहतियात और बचाव कार्य की पूर्ण तयारी करने को लिखा हैं। 

पाकिस्तान में मौसम विभाग के अधिकारी मोहम्मद जुनैद के अनुसार नीलोफर बलूचिस्तान के ग्वादर तट पर पहुँच चूका हे गुरूवार तक इसके कराची पहुँचाने की संभावना हैं ,कराची से इसके बाड़मेर जैसलमेर बालोतरा बीकानेर गंगनारा हरियाण के रस्ते से उतयतारखंड पहुँचने की संभावना हैं। 

बाड़मेर जिला प्रशासन नीलोफर चक्रवात से अनभिज्ञ हे उन्हें इस सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं हैं वाही बीकानेर से पूर्व मंत्री देवी सिंह  भाटी ने मौसम विशेषज्ञ राधेश्याम अग्ग्र्वाल ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया की ओमान से उठा चक्रवात बलूचिस्तान ग्वादर तट  पर पहुँच गया हे इसके गुरुवार को कराची पहुँचाने की संभावना हे ,इसका मार्ग पश्चिमी   से हरियाण और उत्तराखंड प्रवेश का हे ,

देवी सिंह भाटी ने राज्य सरकार से नीलोफर का प्रभाव सरहदी जिलो पर पड़ने की सम्भावनाओ के मद्दे नज़र एहतियात के तौर पर बचाव और रहत की तयारी की मांग की हैं ,

बुधवार, 15 अक्तूबर 2014

पाकिस्तान ब्रेकिंग।पाकिस्तान कस्टम विभाग ने भारतीय सीमा के नजदीक पांच हज़ार करोड़ की हशिस पकड़ी ,तीन गिरफ्तार

पाकिस्तान कस्टम विभाग ने भारतीय सीमा के नजदीक पांच हज़ार करोड़ की हशिस पकड़ी ,तीन गिरफ्तार 

 पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के सुक्कर तालुके के पास पाकिस्तानी कस्टम विभाग के दल ने 9900 किलोग्राम हशीश बरामद कर तीन जनों को गिरफ्तार किया। जिसकी मार्किट मुल्य पांच हज़ार करोड़ पाकिस्तानी रुपये आंकी गयी। यह हधिश बीस पहियों वाले कंटेनर की तलाशी के दौराम बरामद हुई,यह बरामदगी भारतीय सीमा के नजदीक सिंध प्रान्त के सुक्केर जिले की सरहद पर की गई। 

शुक्रवार, 3 अक्तूबर 2014

पाकिस्तान के कोट गुलाम में ग्यारह वर्षीय हिन्दू बालिका का जबरन धर्म परिवर्तन के बाद यौन शोषण

पाकिस्तान के कोट गुलाम में ग्यारह वर्षीय हिन्दू बालिका का जबरन धर्म परिवर्तन के बाद यौन शोषण 

पुलिस आरोपियों को दे रही शाह ,पीड़िता की माँ को धमकाया 



बाड़मेर भारत पाकिस्तान की पश्चिमी सरहद से लगते सिंध सूबे के कोट गुलाम कसबे में ह्रदयविदारक घटना को अंजाम देते हुए दो कट्टरपंथियों में एक ग्यारह वर्षीय नाबालिग बालिका का अपहरण कर उसका जबरन धर्म परिवर्तन करा एक माह तक बलात्कार करने का सनसनी खेज मामला सामने आया ,


किसी तरह कैद से आज़ाद होकर बालिका न्यायलय की शरण में गयी तो सिंध पुलिस ने पीड़िता की माँ को ठाणे में बुला कर डराया धमकाया ,बालिका को पुलिस ने फिर आरोपियों को सौंप दिया ,


पाकिस्तान में सिंध के शहर कोट ग़ुलाम मोहमंद में एक ११ साल की हिन्दू लड़की  नीलाँ को दो मुस्लिम व्यक्तियों  अकबर खोखर ओर्र जावेद खोखर ने जबरदस्ती अगवा कर के मीरपुरखास के एक मदरसे में जाकर इस्लाम धर्म क़बूल करवाया और उस के बाद उससे एक महीने तक कोट गुलाम मोहमद के एक घर में कैद कर के जबरदस्ती इस नाबालिग बची की इज्जत लूटते रहे ओर्र इस बालिका  पर बोहत तशद्दुद भी किया i ऐसा सब कुछ इस बालिका  ने मीरपुरखास की एक कोर्ट में तब बताया जब वो मौक़ा  मिलते कैद से भाग निकली और जब उसे कोर्ट में पेश किया गया। बच्ची के इस बियान पे कोर्ट ने तो बची को उस की माता सीता के हवाले किया लेकिन सिंध के वरिष्ठ पत्रकार  असद चांडियो ने अपने फेसबुक वाल पेशुक्रवार सुबह लिखा हे के कोट गुलाम मोहमंद पुलिस नेबालिका  और उस की माँ सीता  को पुलिस स्टेशन बुलाकर वहां माँ सीता को डरा धमका कर थाने से बाहर निकाल दिया और नाबालिग बालिका  को चार घंटे तक उन्हीं आरोपी  व्यक्तियों के साथ  बिठाए रखा ,जिन्होंने  ने इसबालिका  को जबरदस्ती मुसलमान बनाकर, शादी का ड्रामा कर की एक महीने तक इज्जत लूटी थी i चांडियो ने ये भी लिखा हे क इतला क अनुसार पुलिस ने इस नाबालिग बालिका  क साथ एक महीने तक बलात्कार करने वाले दोनों जवाबदारों को रिहा भी  कर दिया हे.

गुरुवार, 31 जुलाई 2014

बाड़मेर सुरक्ष एजेंसियों की आँखों में पड़ी धुल। थार एक्सप्रेस से छत्तीस करोड की हेरोइन हो गयी पार


बाड़मेर सुरक्ष एजेंसियों की आँखों में पड़ी धुल। थार एक्सप्रेस से छत्तीस करोड की हेरोइन हो गयी पार

बाड़मेर भारत पाकिस्तान के मध्य संचालित थर एक्सप्रेस से गत सप्ताह छत्तीस किलोग्राम निशिला पदार्थ हेरोइन बाड़मेर से पार हो गयी जबकि मुनाबाव रेलवे स्टेशन पर आधा दर्जन से अधिक सुरक्ष और ख़ुफ़िया एजेंसिया तैनात हैं ,ड्रैग माफियो ने इनकी आँखों में धुल झोंकर छत्तीस किलोग्राम हेरोइन पर कर ले जिस दिल्ली पुलिस की स्पेसल शेल ने पकड़ा तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ।


अफगानी ड्रग्स माफिया थार एक्सप्रेस के जरिये पाकिस्तान के रास्ते भारत में हेरोइन की तस्करी कर रहा है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चप्पलों के तले में छिपाकर भेजी गई 36 किलोग्राम हेरोइन बरामद कर अफगानी महिला व उसके सहयोगी समेत छह ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान मोहम्मद, जमीर उर्फ डॉक्टर, सलीम खान, बाबा फकरुद्दीन, चांदबाशा तथा साकिबा के रूप में हुई है। गिरोह के तार दिल्ली से दक्षिण भारत तक फैले हैं।

स्पेशल सेल के अनुसार मोहम्मद और साकिबा अफगानिस्तान के रहने वाले हैं। वर्ष 2010 में पति की बम धमाके में मौत के बाद साकिबा भारत में आकर रहने लगी थी। यहां वह दुभाषिये का काम करती है, जबकि मोहम्मद का काबुल में कपड़ों का कारोबार है। इस सिलसिले में अक्सर वह दिल्ली में ही रहता है। बाद में उसने ड्रग्स तस्करी का धंधा शुरू कर दिया था। इसमें उसने जामा मस्जिद इलाके के हींग तथा मसाला कारोबारी सलीम को अपने साथ मिला लिया था। सलीम अपने गुर्गे जमीर की मदद से हेरोइन की खेप सप्लाई करता था।

स्पेशल सेल उपायुक्त संजीव यादव की टीम ने 26 जुलाई को भीकाजी कामा प्लेस के समीप फकरुद्दीन तथा जमीर को पकड़ा तब इस गिरोह का खुलासा हुआ। जमीर ने बताया कि वह सलीम के लिए काम करता है। उसके कहने पर ही वह फकरुद्दीन को 8.2 किलोग्राम हेरोइन की खेप देने पहुंचा था। इसके बाद पुलिस ने सलीम के यहां छापा मारकर 20 किलोग्राम हेरोइन बरामद की। सलीम से पूछताछ के बाद साकिबा व मोहम्मद को दबोचा गया। दोनों से आठ किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई। आंध्र प्रदेश निवासी फकरुद्दीन ने बताया कि उसे ड्रग्स की खेप लेने चांदबाशा ने भेजा था। उसके लिए वह कैरियर का काम करता है। इसके बाद जयपुर से चांदबाशा को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों से बरामद हेरोइन थार एक्सप्रेस के जरिये दिल्ली पहुंची थी। रास्ते में किसी को शक न हो इसलिए चप्पलों के तले में छिपाकर लाया गया था।

महज प्यादे हैं सभी आरोपी

स्पेशल सेल अधिकारियों की मानें तो धरे गए आरोपी ड्रग्स तस्करी के धंधे में प्यादे भर हैं। असली कमान तो अफगानिस्तान व दक्षिण भारत में बैठे सरगनाओं के हाथ है। पूछताछ में मोहम्मद ने बताया कि उसको फोन पर बताया जाता था कि थार एक्सप्रेस से माल पहुंचने वाला है। इसके बाद उसे यह भी बताया जाता कि डिलीवरी किसको देनी है। सीमांध्र का रहने वाला चांदबाशा ड्रग्स तस्करों के दक्षिण भारतीय नेटवर्क का हिस्सा है। उसे भी इसके लिए निर्देश मिलते थे कि कब कहां से खेप को उठाना है। काम में बढ़ते खतरे को देखकर उसने साड़ियां बेचने वाल फकरुद्दीन को साथ में रख लिया था। चांदबाशा वर्ष 1985 में आईटीआई से डिप्लोमा कर चुका है। कई कारोबार करने के बाद सफलता नहीं मिली तो उसने ड्रग्स तस्करी का धंधा पकड़ लिया था।

हेरोइन का स्थानीय सप्लायर है सलीम

जाकिर हुसैन कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर चुका सलीम बल्लीमारान में हींग का कारोबार करता है। वह मोहम्मद से हेरोइन हासिल करके उसे जमीर की मदद से आगे सप्लाई करता था। जमीर भी तुर्कमान गेट इलाके में शीतल पेय का काम करता है।

शनिवार, 5 जुलाई 2014

बाड़मेर समसुद्दीन रेलवे स्टेशन उड़ाने की धमकी का हिस्सा तो नहीं ?प्रशिक्षित आंतकवादी तो नहीं ?


बाड़मेर समसुद्दीन रेलवे स्टेशन उड़ाने की धमकी का हिस्सा तो नहीं ?प्रशिक्षित आंतकवादी तो नहीं ?


बाड़मेर चार रोज पूर्व भारत पाकिस्तान सरहद पर स्थित अंतराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन मुनाबाव की टोह लेते पकड़ा गया बांग्ला देशी कट्टरपंथी युवक सम्मासुदीन आंतकवादी गतिविधि को अंजाम देने आया था,उसके साथ कितने साथी बाड़मेर में रह रहे हैं , ख़ुफ़िया एजेंसियों के दिमाग में घूम रहा हैं। समशुदीन के पकडे जाने के बाद बाड़मेर सहित राजस्थान के दस रेलवे स्टेशनों को उड़ने की धमकी मुस्लिम कट्टरपंथी आंतकवादी संगठनो से मिलना साज़िश का एक हिस्सा लगती हैं ,


सम्शुद्दीन पर गहराया शक ?
शम्शुद्दीन पुत्र सल्लाउद्दीन सप्ताह पहले मुनाबाव रेलवे स्टेशन पर सीमा सुरक्षा बल के हत्थे चढ़ा था ,चूँकि वह रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया था इसीलिए उसे रेल वे पुलिस को सुपुर्द किया गया ,उसके पास पाकिस्तानी सिम थी जिसे उसने तत्काल तोड़ कर नष्ट करने का प्रयास किया। सवाल यह उठता हेमन की मुनाबाव रेलवे स्टेशन पर देश की आधा दर्जन से अधिक ख़ुफ़िया और सुरक्षा एजेंसिया कार्य करती हैं ,इनसे आँख बचा कर सम्शुद्दीन मुनाबाव रेलवे स्टेशन पहुंचा कैसे ,पहुंचा तो स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों ने उसे क्यों नहीं पकड़ा ,सम्शुद्दीन पकडे जाने के बाद बाड़मेर लाया गया मगर वह रेलवे देकर भगा गया। चार दिन बादफ उसे पुनः पकड़ा ,इन चार दिनों मरे वह कहा पनाह लिए था इसकी तहकीकात जरुरी हैं। सम्शुद्दीन बाड़मेर में ही रेलवे कुआं नंबर तीन के पास स्थित एक मदरसे में रह कर मौलवी बन कर कार्य करता रहा सुरक्षा और ख़ुफ़िया एजेंसियों को भनक तक नहीं लगी ,


देवबंद से प्रशिक्षित हे सम्शुद्दीन?

पकड़ा गया बांग्लादेशी सम्शुद्दीन सहारनपुर में देवबंद के मडराओ में प्रशिक्षित मौलवी हैं ,उसने उर्दू जुबान और शिक्षा वाही से प्राप्त की ,सम्शुद्दीन के हाव भाव और व्यव्हार से साफ़ लगता हैं की वह बाड़मेर जिले में किसी गतिविधि को अंजाम देने आया था। उसके कुछ साथी बाड़मेर जिले के विभिन स्थानो पर होने की संभावना हैं। सम्शुद्दीन बाड़मेर में लम्बे समय से रह रहा था ,आखिर किस उद्देश्य से वह बाड़मेर ठहरा था ,


आंतकवादी संगठनो की धमकी , तो उन्होंने की हे तैयारी ?


बाड़मेर सहित राजस्थान के दस रेलवे स्टेशनों को उड़ने की आंतकवादी संगठनो की धमकी से साफ़ हैं की वो इन क्षेत्रो में अपने गुर्गे उतार चुके हैं जो धीरे धीरे तैयारियों को अंजाम दे रहे हैं। इन आंतकवादी संगठनो के प्रशिक्षित लोग आम लोगो के साथ रह कर कार्य कर रहे हैं ,सुरक्षा और ख़ुफ़िया एजेंसियों को इसकी भनक नहीं ,सम्शुद्दीन किसी भी तरह से बंगलादेशी प्रतीत नहीं होता , फिर उसका भारतीय निर्वाचन आयोग से पहचान पात्र कैसे बना बड़ा सवाल हैं।

सरहद पर कट्टरता का पाठ क्यों?

भारत पाकिस्तान की सीमा पर बेस बाड़मेर जिले में कोई साढ़े पांच सौ मदरसे संचालित हो रहे हैं ,इन मदरसो में बाहरी प्रांतो के मुल्ला मौलवी कार्य कर रहे हैं ,इन लोगो के बारे ख़ुफ़िया और सुरक्षा एजेंसियों को कोई जानकारी नहीं ,सरहदी इलाको में यह लोग धार्मिक कट्टरता का पाठ पढ़ा रहे हैं। सरहदी क्षेत्र के मुस्लिम परिवारो के पारम्परिक जीवन शैली में पिछले पांच सालो तेजी से बदलाव आया हैं। सम्शुद्दीन जैसे सेकड़ो संदिग्ध मदरसो में कार्य ,जिससे देश की सरहद की सुरक्षा को हैं। इन बाहरी प्रांतो के मौलाना मौलवियो बाड़मेर में भारतीय निर्वाचन आयोग से मतदाता पहचान पात्र भी हासिल कर लिए , जिसकी जाँच होना जरुरी हैं ,फ़िलहाल उसे जयपुर पूछताछ के लिए ले जाया गया हैं।





गुरुवार, 3 जुलाई 2014

foto...खास खबर हाफ़िज़ सईद स्वयं सेवी संस्था के माध्यम से कट्टरपंथ का पाठ पढ़ा रहा हैं सिंध प्रान्त में








खास खबर कुख्यात आंतकवादी हाफिज सईद का एक और चेहरा ,सिंध के लोगो का हे रॉबिनहुड  ?


हाफ़िज़  स्वयं सेवी संस्था के माध्यम से कट्टरपंथ का पाठ पढ़ा रहा हैं सिंध प्रान्त में


बाड़मेर मुंबई हमले का मुख्य आरोपी कुख्यात आंतकवादी हाफिज सईद पाकिस्तान में महफूज हैं। इन दिनों हाफिज पाकिस्तान के राजस्थान प्रान्त से साते सिंध प्रान्त के गाँवो में अपनी स्वयं सेवी संस्था फलह ए इंसानियत तंज़ीम के सेवा कार्यो का जायजा लेने के साथ लोगो को रहत पहुंचा रहा हैं। हाफिज को पाकिस्तान की खिफिया एजेंसी आई इस आई ने सिंध प्रान्त को हिन्दू मुक्त करने का टारगेट दे रखा हैं।

सीमा पर से मिली जानकारी के अनुसार हाफिज सईद का एन जी ओ चार वर्ष पूर्व सिंध प्रान्त में आए बाढ़ के समय सक्रीय हुआ था ,हाफिज के संस्था का मुखिया शफकत हुसैन अब्बासी और चेयरमैन अब्दुल गफ्फूर सिद्दीकी हैं ,इस संस्था द्वारा सिंध प्रान्त के ग्रामीण इलाको में चिकित्सा सेवा का कार्य किया जा रहा हैं ,संस्था द्वारा बड़ी संख्या में एम्बुलैंस सेवा आम लोगो के लिए उपलब्ध करा राखी हैं साथ ही एक खैराती अस्पताल भी खोल रखा हैं जिसमे आधुनिक चिकित्सा सुविधाए आम जान के लिए उपलब्ध हैं। चूँकि हाफिज सईद पर पाकिस्तान में किसी तरह का कोई प्रतिबन्ध नहीं हे ऐसे में वह खुले में आसानी से कहीं भी आ जा रहा हैं। अमूमन सिंध प्रान्त वह तीन माह के अंतराल के बाद आता रहता हैं। सूत्रों की माने तो हाफिज की संस्था आम लोगो के लिए सेवार्थ कार्य करने के साथ सरहदी क्षेत्रो में कट्टरपंथ का पाठ पद्धति हैं इसी के चलते कट्टरपंथियों के निशाने पर सिंध के हिन्दू परिवार आ गए ,इनसे परेशान हिन्दू परिवार थार एक्सप्रेस के जरिये पाकिस्तान से भारत पलायन कर रहे हैं। गत दो सालो में सिंध से करीब दस हज़ार से अधिक परिवार राजस्थान के विभिन जिलो में आकर बस चुके हैं।


सिंध प्रान्त के सिंधी मुस्लिम जिन्हे मुहाजिर मन जाता हे को मुस्लिम धर्म की मुख्य धरा में शामिल कर उन्हें कटटर पंथ की रह में रहा हैं हाफिज वाही सिंध के युवाओ को आंतकवादी प्रशिक्षण शिविरो में भी भेज रहा हैं। सूत्रानुसार हाफिज सईद की संस्था मीठी ,छाछरो ,सांगड ,बहावलपुर ,,नौकात, गड़रा सिटी ,खैपुर ,नवाब सिटी ,जेकबाबाद ,लरकाना ,सक्कर ,दादु आदि जगहों पर काम कर रहा हैं। सईद करींबी चार दिन से सिंध हैं ,सामान्य लोगो की तरह आम जन के साथ घुल मिल रहा हैं। अपनी संस्था द्वारा उपलब्ध कराई जा रही राहत का जायजा ले रहा हैं ,सूत्रानुसार हाफिज सिंध के पश्चिमी सीमावर्ती गाँवो में पड़े भीषण अकाल के मदीनज़र राहत शिविर शुरू करने जा रहा हैं। सूत्रानुसार हाफिज की संस्था में कचरा संग्रह के दो बड़े ख़रीदे हैं।


सिंध प्रान्त में हाफिज खुले आम आंतकी गतिविधियों का हिस्सा नहीं बनते। परदे के पीछे रह कर अपनी कार्य योजना को समाज सेवा के माद्फ्ह्यम से अंजाम तक पहुँचाने का प्रयास में जूता हैं। हाफिज सईद संस्था के लिए पैसो का इंतज़ाम खुद करता हैं। बहरहाल सिंध प्रान्त में हाफिज का ठहराव होने से पश्चिमी सरहद पर चर्चा अवश्य हैं मगर हाफिज के कारन हाई अलर्ट की स्थति नहीं हैं। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो का कहना हैं की सरहद पर सीमा सुरक्षा बल सदैव हाई अलर्ट रहता हैं। हाफिज के सिंध आने से हमारी सुरक्षा व्यवस्था पर कोई असर नहीं पडेगा ,

सोमवार, 30 जून 2014

पाकिस्तान में कहर बरपा रही हैं ये खूबसूरत मॉडल्स

10 most beautiful models of pakistan



आयशा उमर पाकिस्तान में युवा दिलों की धड़कन जैसी ही हैं। एक्टर व टॉप मॉडलों में इनकी गिनती होती है। फिलहाल आयशा पाक में छाई हुई हैं। -

10 most beautiful models of pakistan
02. सबा कमर एक्टर और मॉडल हैं, जिन्होंने फैशन की दुनिया में खूब नाम कमाया है। पाकिस्तान की टॉप मॉडलों में इनकी गिनती की जाती है। 
10 most beautiful models of pakistan
03. सारा लॉरेन की इस अदा का कोई जवाब नहीं। सारा लॉरेन की खूबसूरती के दीवाने सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि भारत में भी हैं। -
10 most beautiful models of pakistan
04. मेहविश हयात बिन तेर और आखिरी बारिश जैसे टीवी सीरियलों में भी धूम मचा चुकी हैं।10 most beautiful models of pakistan
05. मेहरीन राहील के जलवों के लिए पाकिस्तान का युवा वर्ग दीवाना है। मॉडलिंग की दुनिया में अपने झंडे बुलंद करने वाली मेहरीन बला सी खूबसूरत  हैं। 


10 most beautiful models of pakistan

06. महनूर बलोच पाकिस्तान की मशहूर अदाकारा और मॉडल हैं, जिनकी खूबसूरती बेमिसाल है। वे अपनी जिंदगी में अब तक 50 वसंत देख चुकी हैं, इसके बावजूद उनके जलवे में कोई कमी नहीं आई है। - 

10 most beautiful models of pakistan
7.ईमान अली की खूबसूरती पर पाकिस्तान का युवा वर्ग मर मिटने को तैयार रहता है। वे पाकिस्तान और भारत के लगभग हर नामचीन फैशन डिजाइनरों के लिए मॉडलिंग कर चुकी हैं। - 

10 most beautiful models of pakistan


08. माहिरा खान ने एक्टिंग और मॉडलिंग में खूब नाम कमाया है।
10 most beautiful models of pakistan

09 सायरा यूसुफ पाकिस्तान की मशहूर अदाकारा, मॉडल और वीजे हैं।
10 most beautiful models of pakistan
10. अयान अली सुंदरता में पूरब और पश्चिम का मिश्रण है और कम उम्र में ही लाखों लोगों का दिल जीता है। वे फैशन जगत की जानी मानी हस्ती हैं - 

बुधवार, 11 जून 2014

पाकिस्तान में है हिंगलाज माता का ये मंदिर, मुस्लिम भी श्रद्धा से झुकाते हैं सिर



भारत में हिंगलाज माता के अनेक मंदिर हैं किंतु हिंगलाज माता का मुख्य मंदिर पाकिस्तान में है। यह 52 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। लोक कथा के अनुसार चारणों की प्रथम कुलदेवी मां हिंगलाज थीं। हिंगलाज नाम के अतिरिक्त हिंगलाज देवी का चरित्र या इसका इतिहास अभी तक अप्राप्य है।

पाकिस्तान में है माता का ये मंदिर, मुस्लिम भी श्रद्धा से झुकाते हैं सिर 
हिंदू और मुसलमान दोनों ही इस मंदिर को बहुत मानते हैं। हिंगलाज मंदिर मुसलमानों के लिए नानी पीर का आस्ताना और हिंदुओं के लिए हिंगलाज देवी का स्थान है। मान्यता है कि सातों द्वीपों में सब शक्तियां रात्रि में रास रचाती हैं और सुबह सभी शक्तियां भगवती हिंगलाज के गिर में आ जाती हैं-
सातों द्वीप शक्ति सब रात को रचात रास।
प्रात:आप तिहु मात हिंगलाज गिर में।।

पाकिस्तान में है माता का ये मंदिर, मुस्लिम भी श्रद्धा से झुकाते हैं सिर 
कहां है मंदिर?
हिंगलाज माता का मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान राज्य की राजधानी कराची से 120 कि.मी. उत्तर-पश्चिम में हिंगोल नदी के तट पर ल्यारी तहसील के मकराना के तटीय क्षेत्र में स्थित है। इस सिद्ध पीठ की यात्रा के लिए दो मार्ग हैं- एक पहाड़ी तथा दूसरा मरुस्थली। इस इलाके की सबसे बड़ी नदी हिंगोल है, जिसके निकट चंद्रकूप पहाड़ है। चंद्रकूप तथा हिंगोल नदी के मध्य लगभग 15 मील का फासला है। मंदिर की परिक्रमा में गुफा भी है। यात्री गुफा के एक रास्ते से दाखिल होकर दूसरी ओर निकल जाते हैं। 


पाकिस्तान में है माता का ये मंदिर, मुस्लिम भी श्रद्धा से झुकाते हैं सिर

माता सती का सिर गिरा था यहां

मान्यता के अनुसार जब माता सती ने अपने पिता दक्ष के यज्ञ में आत्मदाह किया तब भगवान शिव वैराग्य धारण कर उनके शव को लेकर ब्रह्मांड में घुमने लगे। भगवान शिव को वैराग्य से दूर करने के लिए विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से माता सती के शव के टुकड़े कर दिए। यह टुकड़े जहां भी गिरे, वहां शक्तिपीठ की स्थापना हो गई। धर्म ग्रंथों के अनुसार हिंगलाज माता शक्तिपीठ में माता सती का ब्रह्मरंध्र यानी सिर गिरा था।

पाकिस्तान में है माता का ये मंदिर, मुस्लिम भी श्रद्धा से झुकाते हैं सिरधर्म ग्रंथों के अनुसार ये देवी सूर्य से भी अधिक तेजस्वी हैं और स्वेच्छा से अवतार धारण करती हैं। इस आदि शक्ति ने 8वीं शताब्दी में सिंध प्रान्त में मामड़ (मम्मट) के घर में आवड देवी के रूप में द्वितीय अवतार धारण किया था।

रविवार, 30 मार्च 2014

सरहद पार से जसवंत के समर्थन में आएगी पीर पगारो कि चिट्ठी ?

सरहद पार से जसवंत के समर्थन में आएगी पीर पगारो कि चिट्ठी ?


जसवंत के पीर पगारो से बेहतर रिश्ते महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे चुनावो में ?

बाड़मेर चुनाव तो भारत में हो रहे हैं लेकिन बॉर्डर के निकट एक लोकसभा क्षेत्र में पाकिस्तान से भी उम्मीद हैं। धर्मगुरु शाह सिकंदर मरदान शाह रासदी का जसवंत सिंह के साथ गनिष्ठ सम्बन्ध रहे हें। जसवंत सिंह पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में सर्वाधिक लोकप्रिय एक मात्र भारतीय नेता हें ,2004 के लोक सभा चुनावो में पीर पगारो ने जसवंत सिंह के बाड़मेर से भाजपा प्रत्यासी उनके पुत्र मानवेन्द्र सिंह को खलकर समर्थन दिया था जिसके चलते सरहदी मुस्लिमो ने मानवेन्द्र के पक्ष में खुलकर वोटिंग कर बड़ी जीत दिलाई थी। जसवंत सिंह ने साथ सालो से बंद भारत पाकिस्तान पश्चिमी राजस्थान मुनाबाव खोखरापार सड़कमार्ग खुलवा कर धार्मिक जत्थे के साथ माता हिंगलाज के दर्शन करने गए थे जहा जसवंत सिंह का जोरदार स्वागत सिंध वासियो द्वारा किया गया था ,जसवंत सिंह ने अपनी यात्रा के दौरान पीर जोगोठ में धर्मगुरु शाह सिकंदर मरदान शाह रासदी से भी मुलाकात कि थी ,धर्मगुरु द्वारा जसवंत सिंह को दावते खास भी दी गयी थी। बाड़मेर जैसलमेर जिलो कि सरहद पर रह रह लाखों सिंधी मुस्लिम पीर पगारो के मुरीद हें ,वर्त्तमान समय में धर्मगुरु शाह सिकंदर मरदान शाह रासदी के पुत्र सैय्यद सिब्बगतुल्लाह शाह रशीद पीर पगारो हें ,इनके जसवंत के साथ बेहतर तालुकात हें।

लोक सभा चुनावो में पीर पगारो का फ़तवा या चिट्ठी आने कि आहात के साथ चुनावी सरगर्मिया तेज हो गयी हें। चूँकि बाड़मेर से इस बार जसवंत सिंह खुद चुनाव लड़ रहे हेनन ,जसवंत सिंह के प्रति सिंधी मुसलमानो में गज़ब का उत्साह हें।

यह उम्मीद वहां बैठे एक धार्मिक नेता से है। उनके मुरीद बॉर्डर के दोनों तरफ हैं। माना जाता है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र बाड़मेर में पाकिस्तान में सिंध क्षेत्र के धार्मिक नेता पीर पागारो के प्रति कुछ लोगों में भारी आस्था है।

ऎसे में उस तरफ से एक इशारे पर ही वोट दिए जाते हैं। हालांकि प्रकट तौर कोई इसे स्वीकार नहीं करता है लेकिन इन वोटों के लिए तगड़े प्रयास किए जाते हैं। सूत्रों की माने तो भाजपा के बागी उम्मीदवार जसवंत सिंह की इन वोटों पर अच्छी पकड़ मानी जाती है।

कौन है पीर पागारो

पीर पागरो एक धार्मिक पद है। ब्रिटिश काल में इनके नेतृत्व में हुर आंदोलन चला था। विभाजन के बाद इनके हजारों अनुयायी इधर रह गए। सैय्यद सिब्बगतुल्लाह शाह रशीद मौजूदा पीर पागारो हैं। -
chandan singh bhati

शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2014

""पाकिस्तान में महाशिवरात्रि""










""पाकिस्तान में महाशिवरात्रि""

पाकिस्तान का कटासराज मंदिर दशकों बाद श्रद्धालुओं के लिए खुला है. महाशिवरात्रि पर पाकिस्तान और भारत से यहां बहुत से श्रद्धालु पहुंचे.
चकवाल शहर में स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर कटासराज का पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में जीर्णोद्धार करवाया है.
महाशिवरात्रि पर पाकिस्तान के कई प्रांतों और भारत से पहुंचे श्रद्धालु बेहद भावविभोर नज़र आए.
महाशिवरात्रि पर तीन दिन तक कटासराज मंदिर में धार्मिक कार्य संपन्न किए गए.
बहुत से लोगों के लिए कटासराज का प्रसाद पाने का यह पहला मौका था.
भारत से आए कई श्रद्धालुओं ने इस मौके के लिए पाकिस्तान सरकार का धन्यवाद अदा किया.
पाकिस्तान के लाहौर, रावलपिंडी, नारोवाल, सादिक़ाबाद, सियालकोट सहित ख़ैबर-पख़्तूनख्वा और सिंध के भीतरी इलाक़ों से हिंदू श्रद्धालु कटासराज पहुंचे.
पाकिस्तान बनने के बाद पहली बार हिंदू श्रद्धालुओं को इस मंदिर में महाशिवरात्रि मनाने का मौका मिला.
मंदिर के तालाब को भी हाल ही में साफ़ कर फिर से भरा गया है.
कटासराज के शिव मंदिरों के प्रति सीमा के दोनों ओर हिंदुओं में काफ़ी श्रद्धा है.
पाकिस्तान, कटासराज, महाशिवरात्रिपाकिस्तान, कटासराज, महाशिवरात्रिलोगों ने अपने भगवान का इस मौके के लिए धन्यवाद किया.|