मंगलवार, 14 फ़रवरी 2012

शेख बदर के कारण मिला गोडावण!

.दुर्लभ व शर्मीला हमारा राज्य पक्षी गोडावण शोकलिया संरक्षित क्षेत्र में कब से है, इसके बारे में खुद वन विभाग ठीक से नहीं जानता। 1977 में अरब के शहजादे शेख बदर के बाड़मेर और जैसलमेर में गोडावण का शिकार करने के बाद इस पक्षी के बारे में लोगों को जानकारी मिली। या यूं भी कह सकते हैं कि शेख बदर के कारण ही गोडावण जाना गया।  
सीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) मोहन लाल मीणा के मुताबिक गोडावण प्रदेश में कब से हैं, यह बताना मुश्किल है, लेकिन जब 1977 के आसपास अरब के शहजादे यहां शिकार को आए थे। अरब शहजादे लगातार शिकार के लिए यहां आते थे। इस पर वन्य जीव संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हर्षवर्धन आदि ने इसके खिलाफ आवाज उठाई और तब से ही वन विभाग भी इस दिशा में सक्रिय हुआ। राज्य सरकार से इसके शिकार को निषिद्ध कराया गया।

नर सुंदर और बड़ा होता है :

गोडावण का भोजन कीड़े मकोड़े हैं। नर और मादा की पहचान आसान भी है। नर शारीरिक रूप से बड़ा होता है। गर्दन सफेद रंग की होती है। मादा की गर्दन हल्के ग्रेविश रंग की होती है। दोनों साथ भी होते हैं, तब भी पहचाना जा सकता है।


कभी अवशेष नहीं मिले :

मीणा के मुताबिक आमतौर पर इस पक्षी की आयु 20 साल की होती है। लेकिन कभी किसी मृत पक्षी के अवशेष विभाग के हाथ नहीं लगे हैं।

लगातार कम हो रहे हैं :

गोडावण की संख्या दिनों दिन कम हो रही है। इसकी खास वजह है कि इसका हैबिटेट प्रभावित हो रहा है। हैबिटेट प्राइवेट लैंड है और वहां वन विभाग का असर नहीं होता।

छोटे क्लोजर बनाकर दी जा सकती है सुरक्षा :

मीणा के मुताबिक अब विभाग यह प्रयास कर रहा है कि वन खंडों की तर्ज पर ही गोडावण संरक्षण के लिए क्लोजर विकसित किए जाएं। इस एरिया की फेंसिंग कर दी जाए, ताकि गोडावण से संबंधित हैबिटेट विकसित हो सके। इस प्रयास में आमजन को भी सहायता देनी चाहिए।

राज्य पक्षी को दें जीने की जगह


मीणा के मुताबिक राज्य पक्षी गोडावण के हैबिटेट में नर का डिस्पले आकर्षक होता है। मादा को आकर्षित करने के लिए नर गोडावण भूमि से 5 फीट तक ऊंचा उठता है। इस डिस्पले से ही मादा गोडावण नर की ओर आकर्षित होती है और ब्रीडिंग शुरू होती है। विभिन्न कारणों से डिस्पले ग्रांउड कम हो रहे हैं। इसका असर ब्रीडिंग पर पड़ रहा है। लोगों को समझा रहे हैं कि गोडावण की हैबिटेट वाली एक दो पहाड़ी छोड़ दें, इससे डिस्पले प्रोपर होगा और ब्रीडिंग भी होगी।

डिस्पले पीरियड :

मार्च से सितंबर होता है। सामान्यतया बच्चा पहली बारिश से पूर्व ही निकल आता है। अप्रैल, मई और जून में गोडावण का ब्रीडिंग पीरियड होता है। अंडा सामान्य अंडों से बड़ा होता है।

एक नर के साथ 5-7 मादाएं


वनकर्मी राजेंद्र सिंह के मुताबिक गोडावण रंगीन मिजाज पक्षी है। गोडावण नर भी बाघ की तर्ज पर अपना घर खुद बनाता है। एक नर के साथ सामान्यत: 5-7 मादाएं होती हैं। कोई अन्य नर इनके इलाके में घुसे तो गोडावण हू-हू करके चेतावनी देता है। वे शोकलिया में ही एक नर को 10-12 साल से देख रहे हैं। दो साल से एक अन्य नर झड़वासा, भटियानी और कुम्हारिया में नजर आता है।

बिना दूरबीन के कैसे गिनेंगे वनकर्मी

राज्य पक्षी गोडावण की मंगलवार को होने वाली गणना वनकर्मी बिना दूरबीन के ही करेंगे। विभाग की ओर से शोकलिया समेत 39 गांवों में गणना कराई जाएगी। बिना संसाधनों के होने वाली गणना कितनी सटीक होगी, यह देखना होगा।

विभाग की ओर से गणना के लिए शोकलिया और आसपास के 39 गांवों में 76 वनकर्मी लगाए हैं। लेकिन इन वनकर्मियों को दूरबीन उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। विभाग ने यह कह कर हाथ खड़े कर दिए हैं कि निदेशालय से भी दूरबीन नहीं मिली है। मंडल वन कार्यालय में भी दूरबीन उपलब्ध नहीं है। दो-तीन दूरबीन हैं, वो वनकर्मियों को उपलब्ध करा दी गई है। शेष कर्मी बिना दूरबीन के ही कार्य करेंगे।

विभागीय सूत्रों का कहना है कि गोडावणों की गणना करने निकले वनकर्मी अनुमान से ही पता लगा सकेंगे कि उन्हें सामने नजर आ रही गोडावण नर है या मादा। बहुत दूर उड़ रहे पक्षी को देख भी पाएंगे या नहीं, इसमें भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इसी प्रकार किसी झाड़ी में छिपे गोडावण को भी बिना दूरबीन वनकर्मी नहीं देख पाएंगे।

सीसीएफ करेंगे निगरानी

वन विभाग की ओर से मंगलवार को शोकलिया में गोडावणों की गणना कराई जाएगी। गणना के लिए लगाए सभी वनकर्मियों को सोमवार को संबंधित पाइंटों पर रवाना कर दिया गया है। मुख्य वन संरक्षक(सीसीएफ) डॉ. सुरेश चंद्र समेत विभिन्न अधिकारी गणना की मॉनिटरिंग करेंगे।

डॉ. सुरेश चंद्र के मुताबिक इस बार प्रयास यही किया जा रहा है कि गोडावणों की गिनती सटीक हो। कुछ महीने पूर्व मध्यप्रदेश और देहरादून का एक दल शोकलिया पहुंचा था। इस दल ने भी गोडावणों की सही संख्या की आवश्यकता बताई थी। इसे देखते हुए इस बार 39 गांवों में वनकर्मी लगाए गए हैं। यह सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक गणना करेंगे।

प्रत्येक एक किलोमीटर के एक छोर से दूसरे छोर पर दो वनकर्मी लगाए गए हैं। ये वनकर्मी 500 मीटर का एरिया कवर करेंगे। कुछ पुराने वनकर्मी मौके पर ही रहेंगे। डीएफओ सुधीर जैन के मुताबिक क्षेत्र में लगाए गए वनकर्मियों को बीर नर्सरी से शाम को रवाना कर दिया गया है। मंगलवार को मौके पर सीसीएफ डॉ. सुरेश के अतिरिक्त डॉ. लक्ष्मण सिंह और एसीएफ कर्ण सिंह भी रहेंगे।

दिल्ली से आई हैं जीव प्रेमी जया

इधर, शोकलिया में हो रही गणना को देखने और प्रक्रिया समझने के लिए एक वन्य जीव प्रेमी जया भी यहां पहुंची हैं। जया ने ‘भास्कर’ से बातचीत में बताया कि महाराष्ट्र के शोलापुर में भी गोडावणों की संख्या काफी होती थी। लेकिन अब यह पक्षी वहां लुप्तप्राय: हो चुका है। राजस्थान में इस पक्षी के संरक्षण के लिए प्रयास तेजी से होना चाहिए। यहां वनकर्मी किस प्रकार गणना करते हैं, इसके बारे में जानकारी लेने वे यहां पहुंची हैं।

अब नरेगा के तहत गोडावणों के लिए विकसित हो सकेगा ग्रास लैंड

शोकलिया में गोडावण के संरक्षण के लिए वन विभाग 40 हैक्टेयर में ग्रास लैंड विकसित करेगा। कलेक्टर के निर्देश पर विभाग ने मनरेगा के तहत इसकी कार्य योजना तैयार कर जिला परिषद को भेज दी है। डीएफओ सुधीर जैन ने बताया कि गोडावण के संरक्षण व प्रजनन को बढ़ावा देने के लिए यह कार्य कराया जाएगा। विभाग द्वारा भूमि का चिह्न्ीकरण किया जा चुका है। बारिश के मौसम में यह कार्य कराया जाएगा।

ग्रास लैंड विकसित होने से क्षेत्र में रहने वाले गोडावणों के भोजन की समस्या का समाधान हो सकेगा। लंबे समय से यहां ग्रास लैंड विकसित करने की आवश्यकता जताई जा रही है। पिछले वर्ष नवंबर में कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में भी टूरिज्म एंड वाइल्ड लाइफ के सदस्यों ने भी पक्षियों के संरक्षण के लिए ग्रास लैंड विकसित करने के लिए कहा था। इस पर कलेक्टर ने वन अधिकारियों को प्रस्ताव तैयारी के निर्देश दिए थे।

रविवार, 12 फ़रवरी 2012

पत्रकार चन्दनसिह भाटी को पितृशोक शत शत नमन



पत्रकार चन्दनसिह भाटी को पितृशोक शत शत नमन 
बाडमेर मेरे पिताजी श्री प्रेमसिह भाटी का आकस्मिक निधन शनिवार ग्यारह फरवरी को गया।भगवान को भायद यही मंजूर था।उनके निधन से मैं आज अकेला हो गया।ळागवान उनकी आत्मा को भांति प्रदान करे।उनहे शत शत नमन

बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

बाडमेर, .आज की ताजा खबर. स्वास्थ्य विभाग


धोरीमन्ना ब्लॉक में बांटे जाएंगे बर्तन

नसबंदी िविरों में बांटे जा रहे हैं कूपन
 
विनोद बिनोई  

बाडमेर। धोरीमन्ना ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग और पंचायत समिति की ओर से नसबंदी करवाने वाली महिलाओं के लिए विोश प्रोत्साहन योजना ाुरू की गई है। फरवरी माह में अब नसबंदी करवाने वाली प्रत्येक महिला को 600 रूपए की राि सहित बर्तन सेट भी दिया जाएगा। खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्रोखर गजराज ने बताया कि सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अधिकाधिक महिलाओं को प्रेरित करने के लिए निर्दोित किया गया है।

बीसीएमओ डॉ. गजराज ने बताया कि नौ, 23 व 29 फरवरी को धोरीमन्ना सीएचसी, 14 फरवरी को ओगाला पीएचसी, 17 फरवरी को सोनड़ी पीएचसी तथा 16, 23 एवं 28 फरवरी को गुडामलानी सीएचसी पर नसबंदी िविर आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की विोश टीम मौजूद रहेगी। िविर के दौरान सभी को कूपन दिए जाएंगे, जिसके बाद लॉटरी सिस्टम के जरिए उन्हें ब्लॉक स्तरीय पुरस्कारों से पुरस्कृत किया जाएगा। हालांकि फरवरी माह में नसंबदी करवाने वाली प्रत्येक महिला को बर्तन सेट प्रधान पन्नी देवी एवं विकास अधिकारी संजय अमरावत द्वारा भेंट किया जाएगा।


नि:ाुल्क दवाओं को लेकर कोई िकायत नहीं मिलनी चाहिए संयुक्त निदोक

संयुक्त निदोक ने दी कड़ी नसीहत, कहा लक्ष्य हासिल नहीं करने वालों को दें नोटिस

बाडमेर। संयुक्त निदोक डॉ. जीएस राठौड़ ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि नि:ाुल्क दवा योजना को लेकर कोई िकायत नहीं मिलनी चाहिए। ऐसी स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए कि पहले से ही बीमारी से पीड़ित मरीज ॔मौजूद नहीं’ की पर्ची लेकर इधरउधर घूमता फिरे। इसके लिए डॉक्टर सुनिचत करें कि वे मरीज को वो ही दवाएं लिखें, जो स्टोर में मौजूद हों। संयुक्त निदोक डॉ. राठौड़ जिला स्वास्थ्य भवन में आयोजित बैठक में बीसीएमओ, सीएचसी इंचार्ज एवं अन्य जिलाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिलास्तर से भी दवाएं नियमित रूप से भिजवाई जानी चाहिए।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन ने बताया कि संयुक्त निदोक की जिलास्तर पर यह पहली बैठक थी और उन्होंने विोश रूप से नई योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा योजना, जननी िु सुरक्षा योजनाओं के तहत मिलने वाली दवाओं की स्थिति सुधारने के लिए उन्होंने सभी को निर्दोित किया है। संयुक्त निदोक डॉ. राठौड़ ने बैठक में कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने में कोताही मिले तो संबंधित को तुरंत प्रभाव से नोटिस दिया जाए। उन्होंने कहा कि दवा नहीं मिलने के कारण सरकार एवं विभाग दोनों की फजीहत होती है, जबकि सरकार व विभाग का हर संभव प्रयास रहता है कि प्रत्येक मरीज व जरूरतमंद को उचित उपचार व सुविधा मिले। उन्होंने टीकाकरण, परिवार कल्याण, एनीमिया आदि को लेकर भी चर्चा की। वहीं कहा कि विभाग में लगे प्रत्येक कर्मचारी, अधिकारी को लक्ष्य दें और उनकी मोनिटरिंग भी करें। किोरी बालिकाओं के संदर्भ में खास ध्यान देने के लिए भी उन्होंने चिकित्सकों को निर्दोित किया। कहा कि यदि दो की किोरियां स्वस्थ होंगी, तो ही प्रत्येक बच्चा स्वस्थ जन्म ले पाएगा। क्योंकि किोरावस्था में मिली बेहतर व उचित खुराक ही उनके भविश्य में फायदेमंद होगी।


19 फरवरी को खुलें बूथ विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र जिला कलेक्टर

पल्स पोलियो अभियान को लेकर जिलास्तरीय बैठक में हुआ गंभीर मंथन

बाडमेर। राश्ट्र स्तरीय अभियान के तहत पल्स पोलियो को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक बुधवार को जिला स्वास्थ्य भवन में आयोजित की गई। बैठक में पोलियो अभियान को सफल बनाने को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में हुई बैठक में संयुक्त निदोक (स्वास्थ्य) डॉ. जीएस राठौड़, सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन, आरसीएचओ डॉ. एमएल मौर्य, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. बीएस गहलोत, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. अंकुर, जिला आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा, जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई, जिला आा समन्वयक राको भाटी सहित अन्य विभागों के अधिकारीगण व चिकित्सक मौजूद थे।

जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान को लेकर गंभीरता से चर्चा करते हुए जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि प्रत्येक स्तर पर सभी विभागों में आपसी समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने अभियान के दिन 19 फरवरी को बूथ वाले विद्यालय एवं सभी आंगनबाड़ी केंद्र खुले रखें। वहीं सभी स्कूलों में नियमित प्रार्थना सभा में अभियान की तारीख के बारे में बच्चों को अधिकाधिक जानकारी दें ताकि बच्चे घरघर तक जानकारी दे पाएं। प्रभात भैरी भी नियमित रूप से निकाली जाए ताकि जनजन तक अभियान की जानकारी पहुंच सके। घरघर जागरूकता फैलाने के लिए भी विद्यार्थियों, एनसीसी कैडेट्स व स्काउटगाईड को भिजवाएं ताकि कोई भी बच्चा दो बूंद जिंदगी से गटकने से न बच सके। वहीं आाओं को प्रिक्षण देने तथा उन्हें अभियान में ामिल करने के निर्दो भी दिए गए। साथ ही जिला कलेक्टर ने सभी सीडीपीओ को निर्दोित किया कि संबंधित खण्ड बैठक में आवयक रूप से ामिल हों तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आाओं की मोनिटरिंग करें। सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन ने कहा कि यदि अभियान में किसी भी तरह की लापरवाही बरती गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी कार्यकर्ताओं को प्रिक्षित कर दिया जाए तथा समयसमय पर बैठक लेकर उन्हें संपूर्ण जानकारी दें। डॉ. हुसैन ने कहा कि अभियान सफल बनाने के लिए एनजीओ, जनप्रतिनिधियों व िक्षकों का भी सहयोग लिया जाए।

ग्वार गम व्यवसायी के आयकर सर्वे, 1.35 करोड़ की अघोषित आय उजागर


जोधपुर। शहर के एक प्रमुख व्यवसायी के यहां आयकर सर्वे में बुधवार को 1.35 करोड़ की अघोषित आय उजागर हुई है। यह व्यवसायिक समूह बोरानाडा औद्योगिक क्षेत्र में एक ग्वारगम उत्पादन की फैक्ट्री, बासनी मंडी में ट्रेडिंग व दलाली व्यवसाय तथा बॉम्बे मोटर चौराहे पर कमोडिटी एक्सचेंज का संचालन करता है। मुख्य आयकर आयुक्त दिलीप शिवपुरी के निर्देश पर किए गए सर्वे में 1.35 करोड़ की अघोषित आय उजागर हुई है।
आयकर आयुक्त रेंज द्वितीय आरके चौबे ने बताया कि समूह द्वारा उनकी ज्ञात आय के अनुसार आयकर नहीं देने की शिकायत पर सर्वे की कार्यवाही की गई। उन्होंने बताया कि सहायक आयकर आयुक्त करणीदान व आयकर अधिकारी शैलेन्द्र भंडारी के नेतृत्व में मंगलवार सुबह शुरू की गई सर्वे की कार्यवाही देर रात तक जारी रही। इस दौरान समूह के स्टॉक, अकाउंट बुक्स तथा दलाली के अकाउंट्स की सघन जांच की गई।

अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचारब्यूरो ने चार्जशीट पेश कर दी।

अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचारब्यूरो ने चार्जशीट पेश ।



बाड़मेर रिश्वत लेने के आरोप में लोहाटवट थाने के सहायक उप निरीक्षक और बाड़मेर के अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बुधवार को चार्जशीट पेश कर दी।
ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि लोहावट थाने के एएसआई किशनाराम ने परिवादी भागीरथ के भाई बाबूलाल को पुराने मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में उसे कोर्ट में जल्दी पेश करने के लिए उसने 1 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। ब्यूरो टीम ने 29 जनवरी 11 को उसे रिश्वत लेते पकड़ा था। जांच में आरोप प्रमाणित होने पर बुधवार को उसके खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी।


इसी तरह बाड़मेर में सिवाना तहसील के अध्यापक पारसमल मेघवाल की शिकायत पर अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कानाराम चौधरी 3 मई 11 को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया था। पारसमल जिस स्कूल में नौकरी करता था, वहां चौधरी ने निरीक्षण किया और उपस्थिति रजिस्टर लेकर चले गए थे।


पारसमल की ड्यूटी जनगणना में थी और स्कूल में वहीं एकमात्र अध्यापक भी था इसलिए रजिस्टर में वह खुद ही उपस्थिति दर्ज करता था। जब वह चौधरी से मिला और रजिस्टर मांगा तो उससे 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी।



ब्यूरो ने शिकायत का सत्यापन कराया तो रिश्वत मांगना सही पाया गया। फिर ब्यूरो ने उसे रिश्वत लेते रंंगे-हाथों पकड़ लिया था। जोधपुर चौकी ने इस मामले की जांच पूरी कर बुधवार को शिक्षा अधिकारी चौधरी के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी।

शादी-शुदा बेटी मां-बाप के घर में मेहमान: कोर्ट

मुंबई. बालिग हो चुकी संतान को अपने माता-पिता के घर में रहने के लिए उनकी सहमति जरूरी है। बिना सहमति के बालिग बेटा या बेटी माता-पिता की मर्जी के बिना उनके घर में नहीं रह सकते हैं।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने दादर पारसी कॉलोनी के निवासी 73 साल के बुजुर्ग और उनकी 35 साल की बेटी के बीच एक फ्लैट को लेकर चल रहे मुकदमे की सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया। इस मामले में कोर्ट ने बेटी के फ्लैट पर दावे को खारिज कर दिया है।
कोर्ट के आदेश के अहम बिंदु इस तरह से हैं:
1.बॉम्बे हाई कोर्ट ने एक मामले में फैसला सुनाते हुए कहा है कि यह माता-पिता का कर्तव्य है कि वे अपने नाबालिग बच्चों की 18 साल की उम्र तक देखभाल करें।
2.बालिग हो जाने के बाद माता-पिता की मर्जी के बिना उनके घर में रहने के लिए संतान के पास कोई भी कानूनी अधिकार नहीं होता है।
3.बेटी के मामले में शादी के बाद वह अपने माता-पिता के घर में एक मेहमान होती है।
4.चूंकि, शादीशुदा बेटी के पास अपने ससुराल में कानूनी अधिकार मिले होते हैं, इसलिए वह अपने मायके में माता-पिता की मर्जी के बिना उनके घर पर कानूनी तौर पर कोई दावा नहीं कर सकती है।

क्या कहता है हिंदू लॉ
-हिंदू लॉ, 1956 की धारा 20 के मुताबिक अगर गैरशादीशुदा बालिग बेटी अपनी कमाई या किसी अन्य प्रॉपर्टी से खर्च नहीं चला सकती है तो फिर वह अपने पिता से गुजारे की मांग कर सकती है।

-गुजारे के तहत रहने के लिए घर, भोजन, कपड़े जैसी चीजें मुहैया करानी होती हैं। साथ ही बेटी की शादी की भी पिता पर जिम्मेदारी होती है।

बाडमेर, 8 फरवरी..आज की ताजा खबर.






पौधारोपण के लिए प्रोत्साहित करने के निर्दो 


बाडमेर, 8 फरवरी। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत वशर 201112 में आवंटित लक्ष्यों के विरूद्ध सभी विभागों को तत्परता से कार्य करते हुए भात प्रतित उपलब्धि अर्जित करने के निर्दो दिए है। वे बुधवार को कार्यक्रम कि्रयान्वयन की जिला स्तरीय द्वितीय समिति में कार्यक्रम की बिन्दुवार समीक्षा कर रही थी। 
इस मौके पर डॉ. प्रधान ने कहा कि बीस सूत्री कार्यक्रम कमजोर तबके के लोगों के आर्थिक उत्थान से जुडा महत्वपूर्ण कार्यक्रम हैं तथा इसमें किए गए कार्यो के आधार पर जिले की प्रगति प्रदिर्त होती है तथा इसी आधार पर जिले को रैकिंग प्रदान की जाती है। इसलिए सभी विभाग उन्हें आवंटित लक्ष्यों को माहवार हासिल करें। उन्होने कहा कि चॅूकि वितीय वशर की समाप्ति में अब केवल एक माह बचा है इसलिए पूरी इच्छा भाक्ति के साथ कार्य कर भोश लक्ष्य हासिल किए जाए ताकि जिले को सर्वश्रेश्ठ रैकिंग मिल सकें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग उन्हें आवंटित लक्ष्यों की प्रगति रिपोर्ट भी यथा समय प्रेशित कर दे ताकि उनकी रैकिंग मिल सकें। 
जिला कलेक्टर ने बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत जनवरी माह तक अर्जित उपलब्धियों की बिन्दुवार विस्तृत समीक्षा पचात धीमी प्रगति वाले विभागों को मुतैदी से कार्य करने के निर्दो दिए। उन्होने वन विभाग के अधिकारियों को पौधारोपण के लिए जिले में माहौल निर्माण कर प्रोत्साहन के निर्दो दिए। उन्होने कहा कि पौधे उत्पादन के साथ साथ विभाग को जिले में पर्याप्त पौधारोपहण के लिए वातावरण का निर्माण भी करना चाहिए। उन्होने बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों को स्पश्टीकरण जारी करने को कहा। 
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली, मुख्य आयोजना अधिकारी के.सी. मीणा, जिला रसद अधिकारी उम्मेदसिंह पूनिया समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। 
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समस्याओं का होगा हाथों हाथ निस्तारण 
आज रामसर व चौहटन में 
कलेक्टर करेगी जन सुनवाई 
बाडमेर, 8 फरवरी। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान गुरूवार को रामसर तथा चौहटन मुख्यालयों पर जन सुनवाई कर लोगों की समस्याओं का हाथो हाथ निस्तारण करेगी तथा सायं काल में आलमसर में रात्रि चौपाल कर ग्रामीणों की समस्याओं को सुनेगी। 
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि विोश अभियान के दौरान राजस्थान लोक सेवाओं के प्रदान की गारन्टी अधिनियम का जन सामान्य में प्रचार प्रसार, अधिनियम के तहत आने वाले विशयों की जानकारी, कार्यो के निर्धारित समयावधि में निश्पादक एवं अधिनियम के तहत प्राप्त होने वाले अभ्यावेदनों का निस्तारण की प्रकि्रया विकसित करने व अधिनियम में निर्धारित अवधि में निस्तारित करना सुनिचत करने के उदृेय से पंचायत समिति/तहसील मुख्यालय पर जन सुनवाई तथा ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर रात्रि चौपालों का आयोजन किया जाएगा। इसी कडी में गुरूवार को प्रातः 11.00 बजे रामसर तहसील व दोपहर 3.00 बजे चौहटन पंचायत समिति में जन सुनवाई तथा इसी दिन चौहटन तहसील के आलमसर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल आयोजित की जाएगी। 
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संभागीय आयुक्त ने किया जिला कार्यालय का निरीक्षण 


बाडमेर, 8 फरवरी। संभागीय आयुक्त रमो कुमार जैन ने बुधवार को दोपहर पचात जिला कार्यालय का निरीक्षण किया तथा विभिन्न भाखाओं के कामकाज की समीक्षा की। उन्होने कलेक्ट्रेट में आने वाले आम जन को राहत पहुंचाने वाली संवेदनाील तथा पारदाीर कार्य प्रणाली पर बल दिया। 
संभागीय आयुक्त जैन दोपहर पचात कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्हें सर्व प्रथम गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने उनकी अगवानी की। संभागीय आयुक्त इसके पचात कलेक्ट्रेट स्थित कोश कार्यालय पहुंचे तथा उन्होने सभी कक्षों का निरीक्षण किया तथा वहां कार्यरत कार्मिकों से परिचय कर उनके काम काम की समीक्षा की एवं कार्य पद्धति की जानकारी लेकर दि निर्दो दिए। संभागीय आयुक्त ने प्रत्येक कार्मिक की टेबल पर नाम पट्टिका लगाने के निर्दो दिए ताकि आगन्तुकों को संबंधित व्यक्ति से बिना किसी पूछताछ के सम्पर्क किया जा सकें। उन्होने कोशाधिकारी, सहायक कोशाधिकारी, कोश कार्यालय तथा कम्प्युटर कक्ष का निरीक्षण किया। बाद में उन्होने कोश स्थित सामान्य प्रावधायी निधि भाखा का निरीक्षण किया तथा बकाया कार्यो की जानकारी ली। उन्होने वेतन विपत्रों, कटौतियों, बजट के ऑन लाईन कार्य की समीक्षा की तथा डबल लॉक स्ट्रांग रूम का निरीक्षण कर उसकी सुरक्षा व्यवस्था को परखा। बाद में वे जिला कोशाधिकारी सवाई लाल गर्ग के कक्ष में गये तथा वहां बैठकर उन्होने स्टॉक रजिस्टरों, स्टाम्प के भण्डारण, बकाया आडिट आक्षेपों, पोंन प्रकरणों आदि की विस्तृत समीक्षा की तथा बकाया कार्यो को निर्धारित समय में पूर्ण करने के निर्दो दिए। 
इसके पचात संभागीय आयुक्त कलेक्ट्रेट के मुख्य परिसर में पहुंचे तथा उन्होने विभिन्न भाखाओं का निरीक्षण किया। संभागीय आयुक्त ने सामान्य भाखा, विकास भाखा, न्यायिक भाखा, निजी सहायक भाखा, लेखा भाखा, राजस्व, कार्मिक, सतर्कता, सहायता तथा निर्वाचन भाखाओं का निरीक्षण किया तथा कार्मिकों से उनके काम काज की समीक्षा की तथा रेकर्ड संधारण तथा उसके रख रखाव की भी जांच की। संभागीय आयुक्त ने प्रत्येक कार्मिक की टेबल पर नाम पट्टिका लगाने के निर्दो दिए ताकि आगन्तुकों को संबंधित व्यक्ति से बिना किसी पूछताछ के सम्पर्क किया जा सकें। बाद में वे उपरी तल पर स्थित जिला रसद कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होने मुख्यमंत्री अन्न सुरक्षा योजना तथा रान वितरण के बारे में जानकारी ली। 
बाद में संभागीय आयुक्त जिला कलेक्टर के कक्ष में गये। जहां उन्होने जिला कलेक्ट्रेट के गत निरीक्षण तथा बकाया प्रतिवेदनों एवं बकाया प्रकरणों की बिन्दुवार समीक्षा की तथा समस्याओं की जानकारी ली एवं जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान से योजनाओं का फीड बैक लिया तथा रिक्तियों के संबंध में जानकारी ली। इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, उपखण्ड अधिकारी सी.आर. देवासी, जिला रसद अधिकारी उम्मेदसिंह पूनिया तथा जन सम्पर्क अधिकारी श्रवण चौधरी भी साथ थे। 
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सार्वजनिक निर्माण मंत्री भरतसिंह 
आज बालोतरा आएगें 
बाडमेर, 8 फरवरी। सार्वजनिक निर्माण मंत्री भरतसिंह आज बालोतरा आएगें। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सार्वजनिक निर्माण मंत्री गुरूवार को प्रातः 8.30 बजे जोधपुर से प्रस्थान कर फलोदी, रामदेवरा, पोकरण एवं बालोतरा की सडकों का निरीक्षण करेंगे तथा सांय 7.00 बजे बालोतरा पहुंच रात्रि विश्राम करेंगे। इसके पचात वे भाुक्रवार को बालोतरा से प्रातः 8.30 बजे भीनमाल के लिए प्रस्थान कर जाएगें। 
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राजस्व मंत्री आज से बाडमेर जिले के दौरे पर 


बाडमेर, 8 फरवरी। राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी गुरूवार तथा भाुक्रवार को जिले के दौरे पर रहेंगे तथा विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजस्व मंत्री चौधरी 9 तथा 10 फरवरी को गुडामालानी विधानसभा क्षेत्र समेत जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर लोंगो ंके अभाव अभियोग सुनेंगे तथा रात्रि विश्राम बाडमेर में करेंगे। इसके पचात वे 11 फरवरी को प्रातः 10.00 बजे बाडमेर से जोधपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें। 
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टास्क फोर्स की बैठक आयोजित करने के निर्दो 


बाडमेर, 8 फरवरी। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने एक आदो जारी कर राश्ट्रीय पल्स पोलियों अभियान 19 फरवरी के सफल कि्रयान्वयन हेतु संबंधित उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में टास्क फोर्स की बैठक आयोजित करने के निर्दो दिए है। 
जिला कलेक्टर ने बताया कि 10 फरवरी को प्रातः 11.00 बजे पंचायत समिति बायतु, पंचायत समिति बाडमेर (ाहरी क्षेत्र बाडमेर), पंचायत समिति सिणधरी, पंचायत समिति चौहटन, पंचायत समिति बालोतरा (ाहरी क्षेत्र) पंचायत समिति सिवाना व पंचायत समिति िव में तथा इसी दिन दोपहर दो बजे पंचायत समिति बाडमेर (खण्ड बाडमेर ग्रामीण), पंचायत समिति बालोतरा (ग्रामीण क्षेत्र) तथा दोपहर तीन बजे पंचायत समिति धोरीमना में संबंधित उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में उक्त बैठक आयोजित की जाए। उन्होने बताया कि बैठक में संबंधित विकास अधिकारी, तहसीलदार, खण्ड िक्षा अधिकारी, सीडीपीओ, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सामु.स्वा.केन्द्र व प्रा.स्वा.केन्द्र व पल्स पोलियों के सेक्टर सुपरवाईजर भाग लेना सुनिचत करेंगे। 
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लोक अदालत का आयोजन 13 व 27 को 


बाडमेर, 8 फरवरी। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्दोानुसार उपखण्ड अधिकारी बाडमेर के न्यायालय मे भूमि के विवाद से संबंधित विचाराधीन राजस्व प्रकरणों का दोनों पक्षों की आम सहमति से निस्तारण करने हेतु 13 व 27 फरवरी को लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। 
उपखण्ड अधिकारी बाडमेर सी.आर. देवासी ने बताया कि संबंधित पक्षकार अपने विचाराधीन राजस्व प्रकरणों का लोक अदालत की भावना से निस्तारण करवाना चाहते है तो सभी पक्षकार उपरोक्त निर्धारित तिथि को उपखण्ड अधिकारी बाडमेर के न्यायालय में उपस्थित होकर इसका लाभ उठा सकते है। 
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फिर से हड़ताल की तैयारी में डॉक्टर

फिर से हड़ताल की तैयारी में डॉक्टर

जयपुर। राज्य सरकार की वादा खिलाफी से चिकित्सक समुदाय फिर खफा हो गया है। डॉक्टरों का आरोप है कि दिसंबर माह में हड़ताल खत्म होने पर चिकित्सकों से किए गए वादे से सरकार मुकर गई है। हड़ताल खत्म होने के एक माह दस दिन बाद भी न तो 377 चिकित्सकों के तबादले रद किए गए और न ही 10 बर्खास्त चिकित्सकों को बहाल किया गया है। अब चिकित्सक नेताओं का कहना है कि उनके पास इस मुद्दे को ही लेकर फिर से हड़ताल पर जाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है।

गौरतलब है कि गत दिसंबर माह में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश के सात हजार सेवारत चिकित्सकों ने काम छोड़ दिया था और वे हड़ताल पर चले गए थे। हड़ताल खत्म कराने के विभिन्न प्रयासों के तहत ही सरकार ने सेवारत चिकित्सकों से कई वायदे किए थे। जिनमें हड़ताल के दौरान बर्खास्त किए गए दस चिकित्सकों की बहाली और 377 चिकित्सकों के तबादले निरस्त करना मुख्य मुददा था लेकिन हड़ताल खत्म होने के एक माह बाद भी राज्य सरकार ने इन दोनों मांगों पर कोई विचार नहीं किया, जिसके चलते दोबारा से इन चिकित्सकों में हड़ताल जैसे कदम की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।

पत्रावली दोबारा डीओपी में

10 बर्खास्त चिकित्सकों और 377 चिकित्सकों के तबादले निरस्त करने की पत्रावली मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं हो सका। अब मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस पत्रावली को बिना कोई दिशा निर्देश के डीओपी में भेज दिया है। चिकित्सकों का कहना है कि अब राज्य सरकार इस मामले को लंबा खींच कर चिकित्सकों को परेशान कर रही है।

जेल में संडे हो या मंडे, फल खाओ और हो जाओ


जेल के बंदियों के स्वास्थ्य संबंधी हालात को देखते हुए गृह विभाग का फैसला
जयपुर.राजस्थान की जेलों में अब बंदियों को नियमित रूप से केला, पपीता और सेब जैसे फल सुबह नाश्ते में परोसे जाएंगे। यह जेल के बंदियों के स्वास्थ्य संबंधी हालात को देखते हुए किया गया है।
राजस्थान की केन्द्रीय जेल की ओर से हाल ही फलों की आपूर्ति का अनुबंध देने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस जानकारी के अनुसार राज्य की केंद्रीय जेल साल भर में अपने बंदियों को एक लाख रुपए के केले, सेब और पपीते आदि खिलाएगी।
जेल और गृह विभाग के अधिकारियों पर भरोसा करें तो केंद्रीय जेल और जिला स्तरीय अन्य जेलों से भी इस तरह के प्रस्ताव आ रहे हैं। कुछ जगह तो बंदियों के लिए ड्राइ फ्रूट्स के प्रस्ताव भी भेजे गए हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान की केंद्रीय जेल में बंदियों को नियमित रूप से ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर दिया जाता है। 15 अगस्त और 26 जनवरी पर उनके लिए विशेष भोज भी तैयार होता है। जेल सूत्रों के अनुसार जेल बंदियों के मीनू में लगातार सुधार होता रहा है।
जेल मैनुअल अब बीते जमाने की बात:जेल में रह चुके पूर्व बंदियों का कहना है कि जेलों में आजकल आला अफसर, नेता और आईपीएस भी पहुंच रहे हैं। इन्हें देखते हुए जेल विभाग विशेष व्यवस्थाएं कर रहा है। बंदी कहते हैं कि ज्यादातर फल और ड्राइ फ्रूट्स इन वीवीआईपी बंदियों के लिए ही हैं।

रेप रोकेगा 'रेप एक्स'

दक्षिणी अफ्रीका की एक महिला सोनेटे एहलर्स ने कुछ वर्ष पहले 'एंटी रेप कंडोम' का अविष्कार किया था, जिसका नाम उन्होंने 'रेपेक्स' रखा था।
यह कंडोम मूल रूप से एक ऐसा डिवाइस है जिसके भीतरी हिस्से में दांतों की तरह नुकीली संरचना है। इस फीमेल कंडोम को पहनने के बाद अगर को पुरूष महिला के साथ 'योनि बलात्कार' करने का प्रयास करता है तो उसका शिश्न कंडोम की भीतरी नुकीली संरचना से चोटिल हो जाएगा।
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एहलर्स को यह कंडोम बनाने का विचार उस समय आया, जब वह 'साउथ अफ्रीकन ब्लड ट्रांसफ्यूजन सर्विस' में ब्लड टेक्नीशियन के तौर पर काम कर रही थी। यहां काम करने के दौरान उनकी मुलाकात बलात्कार की पीड़ित एक महिला से हुई। पीड़ित महिला ने बातचीत के दौरान कहा "अगर मेरे गुप्तांग में दांत होते, तो मैं बलात्कारी को सबक सिखा सखती थी।"पीड़ित महिला की बात से एहलर्स को प्रेरणा मिली और उन्होंने यह कंडोम ईजाद किया।

एहलर्स के अनुसार, यह कंडोम बलात्कार करने वाले के शिश्न से चिपका तब तक चिपका रहेगा, जब तक कि इसे सर्जरी के जरिए हटाया न जाए। इस स्थिति में आरोपी की जानकारी पुलिस और अस्पतालकर्मियों तक पहुंच जाएगी और उसे पकड़ना आसान हो जाएगा।

वर्ष 2006 में इस कंडोम का नाम 'रेपेक्स' से बदलकर 'रेप एक्स' किया गया। 31 अगस्त 2005 में इसे दक्षिण अफ्रीका में दुनिया के सामने प्रस्तुत किया गया था। गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका दुनिया का ऐसा हिस्सा है, जहां बलात्कार के सर्वाधिक मामले घटित होते हैं।

आज से शनि चलेगा उलटी चाल, इन राशियों का बदलेगा सबकुछ

शनि दिनांक 8 फरवरी को 9 बजकर 33 मिनट से वक्री हो जाएगा। शनि तुला राशि में ही रहेगा। शनि की ये वक्री स्थिति इसी राशि में 19 मई तक बनी रहेगी। फिर वह कन्या राशि में चला जाएगा। कन्या में ही दिनांक 26 जून से मार्गी हो जाएगा तथा 1 अगस्त से पुन: तुला राशि में आ जाएगा। विभिन्न पचांगों के अलग-अलग मत हो सकते हैं। 
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित मनीष शर्मा के अनुसार शनि का वक्री होने का प्रभाव जनजीवन पर भी पड़ेगा। विशेषकर 19 मई से 1 अगस्त 2012 के मध्य में वक्री शनि का प्रभाव ज्यादा दिखाई देगा। इसके अलावा यह केवल प्राकृतिक प्रभावों में अपना असर दिखाएगा। शनि का तुला राशि में वक्री होना तूफान, चक्रवात, भूकंपन, बाढ़ आदि से हैरान करेगा। जनता को मंहगाई का सामना कर पड़ सकता है। इसके अलावा यह व्यक्तिगत जीवन में यह किसी को परेशान नहीं करेगा। जिन राशियों में शनि का ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही है उन्हें भी मामुली राहत होगी।

19 मई से 1 अगस्त के मध्य शनि कन्या राशि में आने से सिंह, कन्या, तुला पर साढ़ेसाती एवं मिथुन एवं कुंभ पर पुन: शनि के ढैय्या का प्रभाव रहेगा। वृश्चिक, कर्क एवं मीन उसके प्रभाव से मुक्त हो जाएगी।

यह स्थिति कैसी रहेगी इन राशियों के लिए, जिन पर सीधा असर पड़ेगा शनि का...

सिंह-लाभकारी।

कन्या- मिश्रित।

तुला-परिश्रम से लाभ।

मिथुन-सम्मान, यात्रा।

कुंभ- धन प्राप्ति, जमीन से लाभ।

मंत्रीजी की सफाई, नहीं पहुंचाया निजी सचिव को फायदा

राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने आरोपों से किया इंकार, कहा, आरोप साबित हो जाए तो सजा भुगतने को तैयार हूं
जयपुर.निजी सचिव की जमीन को बाड़मेर में अवाप्ति से मुक्त कराने में नियमों को दरकिनार करने के आरोपों से जूझ रहे राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने पूरे मामले पर सफाई दी है।
राजस्व मंत्री ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि निजी सचिव सहित किसी को कोई फायदा नहीं पहुंचाया है। उन्होंने ने कहा कि आरोप तो आप चाहे किसी पर भी लगा दीजिए। मेरे पर लगा एक भी आरोप साबित हो जाए तो जो कहे वो सजा भुगतने को तैयार हूं।
भाजपा की ओर से लोकायुक्त जांच की मांग के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकायुक्त क्या किसी से भी जांच करवा लीजिए, मैं तैयार हूं। एक प्रतिशत भी आरोपों में सच्चाई मिल जाए तो कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं।
गौरतलब है कि राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के निजी सहायक की जमीन को अवाप्ति से मुक्त कराने में मंत्री की भूमिका के खुलासे के बाद भाजपा ने इसकी लोकायुक्त से जांच कराने और मंत्री से इस्तीफे की मांग की थी।

4 विकेट से जीती टीम इंडिया

 

पर्थ. विराट कोहली (77 रन) और सचिन तेंडुलकर (48 रन) की बेहतरीन पारियों के बूते टीम इंडिया ने कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के दूसरे मैच में श्रीलंका को 4 विकेट से हरा दिया। श्रीलंका द्वारा दिए 234 रन के लक्ष्य को भारतीय बल्लेबाजों ने 20 गेंदें शेष रहते ही हासिल कर लिया। रवींद्र जडेजा 24 और आर अश्विन 30 रन बनाकर नाबाद रहे।


सस्ते में आउट हुए धोनी, रैना और रोहित शर्मा

टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर सस्ते में आउट हुआ। रोहित शर्मा जहां महज 10 रन बना सके, वहीं रैना ने 24 रन की पारी खेली। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बस एक चौका लगाकर धम्मिका प्रसाद की गेंद पर आउट हुए।

कोहली का अर्धशतक

धाकड़ बल्लेबाज विराट कोहली ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए वनडे करियर का चौथा अर्धशतक पूरा किया।

अर्धशतक से चूके सचिन

भारतीय टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर दुर्भाग्यपूर्ण तरह से आउट हुए। सचिन एंजलो मैथ्यूज की गेंद को बैकफुट पर जाकर खेलने के प्रयास में बोल्ड हो गए। गेंद बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर स्टंप्स पर जा लगी। सचिन 48 रन बनाकर आउट हुए।

सहवाग 10 रन बनाकर आउट

भारतीय पारी का आगाज सचिन तेंडुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने किया। लेकिन सहवाग अधिक देर तक मैदान पर नहीं टिक सके। वो मलिंगा की गेंद पर 10 रन बनाकर आउट हुए। कुलसेखरा ने दौड़ते हुए एक बेहतरीन कैच लपककर सहवाग को पवेलियन की राह दिखायी।


भारत के सामने 234 रन की चुनौती

ऑफ स्पिनर आर अश्विन की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर भारत ने श्रीलंकाई पारी को 233 रन तक सीमित रखा है। पर्थ के वाका मैदान पर हो रहे मुकाबले में श्रीलंका ने भारत के सामने 234 रनों की चुनौती रखी है।

श्रीलंका के लिए दिनेश चांडीमल ने 64 रन और दिलशान ने 48 रन की पारी खेली। एंजलो मैथ्यूज 33 रन बनाकर नाबाद रहे।

भारत के लिए आर अश्विन ने सर्वाधिक 3 विकेट झटके। जहीर खान को 2 और विनय कुमार व जडेजा को 1-1 विकेट मिले।

चला अश्विन की फिरकी का जादू

श्रीलंकाई बल्लेबाज अश्विन की फिरकी में फंस गए। महेला जयवर्धने और थिसारा परेरा के बाद अर्धशतक लगाने वाले दिनेश चांडीमल भी ऑफ स्पिन समझने में नाकाम रहे। चांडीमल 64 रन बनाकर अश्विन की गेंद पर स्टंप आउट हुए। हालांकि ये श्रीलंका की तरफ से टॉप स्‍कोरर रहे।
जयवर्धने को अश्विन ने किया आउट

ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने सीरीज का पहला विकेट चटकाते हुए महेला जयवर्धने को आउट किया। जयवर्धने 23 रन बनाकर आउट हुए।

जडेजा ने छीना दिलशान का अर्धशतक

रवींद्र जडेजा ने फिरकी का कमाल दिखाते हुए बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे तिलकरत्ने दिलशान को चलता किया। दिलशान कट शॉट खेलने के प्रयास में विराट कोहली को कैच थमा बैठे। एक गेंद पहले ही कोहली ने रन आउट का प्रयास किया था, लेकिन उनका थ्रो सटीक नहीं रहा। दिलशान 48 रन बनाकर आउट हुए।


जहीर खान ने फिर किया वार

जहीर खान ने टीम को दूसरी सफलता दिलाते हुए पूर्व कप्तान कुमार संगकारा को विकेट के पीछे लपकवाया। संगकारा 26 रन बनाकर आउट हुए। आउट होने से पहले संगकारा और दिलशान के बीच 62 रन की साझेदारी हुई।


जहीर ने दिया पहला झटका

जहीर खान ने पहला विकेट झटकते हुए उपुल थरंगा को पहली स्लिप पर खड़े सचिन तेंडुलकर के हाथों कैच करवाया। थरंगा 4 रन बनाकर आउट हुए।

टॉस - श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है।

टीम कॉम्बिनेशन
भारतीय एकादश में दो बदलाव किए गए हैं। सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के स्थान पर वीरेंद्र सहवाग को शामिल किया गया है। तेज गेंदबाज जहीर खान की भी एकादश में वापसी हुई है। इस कारण राहुल शर्मा को बाहर बैठना पड़ा है।

टीमें इस प्रकार से हैं-भारत - वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंडुलकर, विराट कोहली, सुरेश रैना, रोहित शर्मा, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), रवींद्र जडेजा, आर अश्विन, विनय कुमार, प्रवीण कुमार और जहीर खान।श्रीलंका - दिलशान, उपुल थरंगा, कुमार संगकारा, चांडीमल, महेला जयवर्धने, एंजलो मैथ्यूज, थिसारा परेरा, नुवान कुलसेखरा, लासिथ मलिंगा, धम्मिका प्रसाद और थिरिमने।

थार के रेगिस्तान की भाषा

थार के रेगिस्तान की भाषा 

राजस्थान के मारवा क्षेत्र में बोली जाने वाली मारवाङ्ी का एक भाग ही है। परन्तु जैसलमेर क्षेत्र में बोली जानेवाली भाषा थली या थार के रेगिस्तान की भाषा है। इसका स्वरुप राज्य के विभिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न है। उदाहरण स्वरुप लखा, महाजलार के इलाके में मालानी घाट व मा भाषाओं का मिश्रण बोला जाता है। परगना सम, सहागढ़ व घोटाडू की भाषा में थाट, मा व सिंधी भाषा का मिश्रण बोल-चाल की भाषा है। विसनगढ़, खूङ्ी, नाचणा आदि परगनों में जो बहावलपुर, सिंध से संलग्न है, माङ्, बीकानेरी व सिंधी भाषा का मिश्रण है। इसी प्रकार लाठी, पोकरण, फलौदी के क्षेत्र में घाट व मा भाषा का मिश्रण है। राजस्थान राजधानी में बोली जोन वाली इन सभी बोलियों का मिश्रण है, जो घाट, माङ्, सिंधी, मालाणी, पंजाबी, गुजराती भाषा का सुंदर मिश्रण है।

वस्तुतः यहाँ प्रयुक्त की जाने वाली बोली को तीन प्रमुख भाषाओं में विभक्त कर सकते हैं -


१. जन-साधारण की भाषा।
२. साहित्यिक भाषा।
३, राजकार्य की भाषा।

जन-साधारण की भाषा का उल्लेख ऊपर किया जा चुका है, जबकि यहाँ रचे गए साहित्य में प्राकृत, अपभ्रंश, संस्कृत तथा ब्रज भाषा का प्रयोग किया गया है।

राजकार्य में प्रयुक्त की जाने वाली भाषा में अपभ्रंश खङ्ी बोली का प्रयोग किया गया है, जो ताम्र पत्रों, शिलालेखों, आदेशों पट्टे परवाने, पत्रों में प्रयुक्त की जाती रही है। १८८० ई. के उपरांत यहाँ पर भारतीय दंड संहिता, दीवानी, फौजदारी आदि इंगलिश अधिनियम लागू होने पर उनके उर्दू में किए गए भाषातरों का प्रयोग किए जाने से राजकीय कार्यों में उर्दु भाषा के शब्दों का प्रयोग अधिक होने लगा था, जो न्याय की भाषा के रुप में भारत में राज्य के विलीनीकरण तक होता रहा।

यहाँ बोली जाने वाली भाषा की अन्य दो विशेषताएँ हैं। प्रथम यहाँ के लोग बहुत जोर (ऊँची ध्वनी) से बात करते हैं, जो सिंधी भाषा का स्पष्ट प्रभाव है। द्वितीय भाषा को बोलने में लय का प्रयोग करते हैं तथा हाथ तथा चेहरे से भी भाव व्यक्त करते हुए वार्तालाप करते हैं, जो घाट एवं मा भाषा का प्रभाव है।

जीवन में जहर घोल रहा है फ्लोराइड

जीवन में जहर घोल रहा है फ्लोराइड

मोकलसर। खारा बेल्ट के गांवों में पानी में फ्लोराइड का कहर लोगों के शरीर में जहर घोल रहा है। ग्रामीणो की मजबूरी है कि उन्हें अन्य विकल्प के अभाव में अधिक टीडीएस वाला स्वास्थ्य के लिए घातक पानी पीना पड़ रहा है। इस समस्या को लेकर हर स्तर पर गुहार के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है।

खारा बेल्ट के खंडप, जालमपुरा, तरकों की ढाणी, सरवड़ी चारणान, गोलिया चौधरिया, कम्मो का वाड़ा, सेवाली, रातड़ी, अर्थडी, डाबली, मोतीसरा, रोजियों की ढाणी आदि गांवों के पानी व मिट्टी में क्षारियता के लक्षण पाए जाने के वर्षो बाद भी रोकथाम के लिए कारगर प्रयास नहीं हो रहे हैं। कृषि विभाग द्वारा वष्ाü 2003 में सिवाना उपखंड क्षेत्र की 40 ग्राम पंचायतों में मिट्टी व पानी का सर्वे किया गया था। इस दौरान अत्यधिक जलदोहन से भौतिक, रसायनिक व जैविक अपघटन के बढ़ते दबाव के चलते जमीन व पानी में तेजी से जहर घुलने के तथ्य उजागर हुए थे।

इन गांवों में सात सौ फीट गहराई तक मीठा पानी सुलभ नहीं है। ऎसे में कृषि उजड़ गई है। बारिश के अलावा खेतों में सूनापन रहता है। सर्वे के बाद कृषि कार्य पर खतरे के बादल मंडराने की चेतावनी विभाग द्वारा दी गई थी। लेकिन रोकथाम को लेकर आज तक कोशिश शुरू नहीं हो पाई है। मजबूरन लोगों को स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होने के बाद भी अत्यधिक मात्रा में टीडीएस व फ्लोराइड युक्त पानी का उपभोग करना पड़ रहा है।

अधरझूल में योजना
खारा बेल्ट के इन गांवों में गंभीर पेयजल संकट के मद्देनजर प्रस्तावित उम्मेदसागर धवा खंडप पेयजल परियोजना डेढ़ दशक से दूर की कौड़ी बनी हुई है। वर्षो से खारे पानी का सेवन कर रहे इन गांवों के ग्रामीणों के लिए यह योजना साकार रूप लेने के बाद वरदान साबित होगी, लेकिन अभी तक यह योजना क्रियान्वित नहीं हो पाई है।

बीमारियों की चपेट में
पानी में फ्लोराइड की अत्यधिक मात्रा के कारण कूबड़ेपन से पीडित लोगों की संख्या बढ़ रही है। पानी में क्षारियता बढ़ने से लोग असाध्य बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
शैतानसिंह डाबली अध्यक्ष, खारा बेल्ट संघर्ष समिति

प्रयास जारी
मीठे पानी की उपलब्धता को लेकर प्रस्तावित नहरी पानी योजना के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास चल रहे हैं।
मालाराम भील प्रधान सिवाना

सर्वे में मिली थी क्षारीयता
कृषि विभाग द्वारा पूर्व में किए गए सर्वे में इन गांवों की मिट्टी व पानी में क्षारीयता के लक्षण पाए गए थे। पैदावार में बढ़ोतरी व क्षारियता में कमी के लिए जिप्सम के उपयोग की जानकारी दी गई है।
- दूदाराम बारूपाल, सहायक कृषि अधिकारी

झूठे ज्यादा, सच्चे कम! ...एस सी एस टी एक्ट के मामलों की जांच

झूठे ज्यादा, सच्चे कम!

बाड़मेर। अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 376 (बलात्कार के मामलों से संबंधित धारा) में दर्ज हुए मामलों में झूठे ज्यादा व सच्चे कम निकले हैं। झूठे मामलों की संख्या में निरंतर हो रही वृद्धि से पुलिस भी चिंतित है, लेकिन पुलिस अभी तक ऎसा कोई तरीका अमल में नहीं ला रही है कि झूठे मामलों को दर्ज होने से रोका जाए। बाड़मेर जिले में वर्ष 2011 में अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत 204 मामले दर्ज हुए, जिनमें से केवल पचहतर मामले ही चालान योग्य निकले। 124 मामलों में तो पुलिस के स्तर पर ही अंतिम रिपोर्ट दे दी गई।

वर्ष 2010 में दर्ज 208 में मामलों में से 98 में पुलिस ने अपने स्तर पर ंतिम रिपोर्ट दी थी। तुलनात्मक दृष्टि से देखें तो झूठे मामलों की संख्या मे वृद्धि दर्ज की गई। इसी तरह बलात्कार के मामलों में सच के आंकड़े से आगे झूठ का आंकड़ा रहा। वष्ाü 2011 में बलात्कार के इक्कीस मामले दर्ज हुए, जिसमें केवल आठ मामले चालान योग्य पाए गए और तेरह मामलों में पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट दे दी। हालांकि वर्ष 2010 में दर्ज 34 मामलों की तुलना में वर्ष 2011 में इस अपराध में कमी दर्ज की गई, लेकिन झूठे मामलों का प्रतिशत फिर भी अधिक ही रहा क्योंकि 2010 में ग्यारह मामलों में ही पुलिस ने एफ आर दी थी।

सबक सिखाने की फिराक
इन मामलों की जांच करने वाले अधिकारी बताते हैं कि किसी पुरानी रंजिश के चलते एक-दूसरे को सबक सिखाने व परेशान करने के उद्देश्य से मामले दर्ज करवा दिए जाते हैं। हालांकि जांच में सच व झूठ सामने आ जाता है, लेकिन जांच तो मामला दर्ज होने के बाद ही होती है।

समय व श्रम दोनों व्यर्थ
एस सी एस टी एक्ट के मामलों की जांच पुलिस उप अधीक्षक स्तर के अधिकारी द्वारा की जाती है। वहीं बलात्कार के मामले भी गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं। इसकी जांच भी आम तौर पर थानाधिकारी द्वारा ही की जाती है। झूठे मामलों की तफ्तीश में पुलिस का समय व श्रम दोनों जाया होते हैं।

समस्या तो है
झूठे मामले दर्ज होने की समस्या तो है। झूठे मामले बढ़ना चिंता का विषय है। वैसे झूठे मामलों में पुलिस एफ आर दे देती है और मामला सही होने पर चालान कर दिया जाता है।
संतोष चालके पुलिस अधीक्षक बाड़मेर

जालोर रानीवाड़ा सांचौर आहोर सायला जसवंतपुरा ....न्यूज इनबॉक्स....



छह नीम-हकीम गिरफ्तार

आहोर। पुलिस ने चिकित्सा विभाग के सहयोग से मंगलवार को थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में ऑपरेशन चरक के तहत भोले-भाले ग्रामीणों का उपचार कर उनकी जान को जोखिम में डालने वाले छह झोलाछाप फर्जी बंगाली चिकित्सकों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में दवाइयां व अन्य सामग्री जब्त की।

पुलिस के अनुसार पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के निर्देश पर ऑपरेशन चरक के तहत प्रशिक्षु पुलिस उप अधीक्षक नरेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में कांस्टेबल बलवीर, हरिराम व राजेन्द्र की टीम ने थाना क्षेत्र के थांवला गांव से बिना लाइसेंस व परमिट के ग्रामीणों का उपचार कर रहे झोलाछाप फर्जी डॉक्टर आशीषकुमार पुत्र भवानीशंकर पुरोहित निवासी सीमलपुर जिला 24 परगना पश्चिम बंगाल, एएसआई फूलाराम मेघवाल के नेतृत्व में कांस्टेबल रामसिंह व नारायणलाल की टीम ने उम्मेदपुर गांव से फर्जी डॉक्टर अभिजीतराय पुत्र

अमलकिशनराय निवासी बोकसरा जिला 24 परगना पश्चिम बंगाल, हेड कांस्टेबल चिमनाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल रामरतन व ओमप्रकाश की टीम ने अगवरी गांव से फर्जी डॉक्टर मिहिर हलधर पुत्र धरेन्द्र हलधर ब्राह्मण निवासी लक्ष्मीपुर जिला नदिया पश्चिम बंगाल, एसआई सोनाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल घीसाराम व संपतराम की टीम ने कवराड़ा गांव से फर्जी डॉक्टर अमित व्यास पुत्र नित्यानंद ब्राह्मण निवासी बडामुडागसा जिला नदिया पश्चिम बंगाल, एसआई पदमाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल जोगसिंह व रामलाल की टीम ने रोडला गांव से फर्जी डॉक्टर पलास सरकार पुत्र निर्मल सरकार निवासी बारासान जिला नदिया पश्चिम बंगाल एवं एएसआई

किशनाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल जुगलकिशोर व मीठालाल की टीम ने भूती गांव से फर्जी डॉक्टर आनंदराय पुत्र उपेन्द्रनाथराय श्रीमाली निवासी रविन्द्रनगर जिला हुगली पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार कर उनके पास से बड़ी मात्रा में दवाइयां बरामद की। कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम के साथ ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ.वेदप्रकाश मीणा, डॉ.दीनदयाल गुप्ता, डॉ. मुकेश समेत चिकित्साकर्मी मौजूद थे। प्रशिक्षु पुलिस उप अधीक्षक चौधरी ने बताया कि आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।


झोपड़ा जलाने पर तीन साल की सजा

जालोर। जिला एवं सत्र न्यायालय ने रहवासी झोपड़ा जलाने के आरोपी को तीन साल के कारावास की सजा सुनाई है। अभियोजन के अनुसार जोडवास निवासी पतिया पुत्र काला ने 23 जनवरी 2009 को मोदरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि मोडसिंह पुत्र जेपा रावणाराजपूत ने उसकी रहवासी ढाणी में अनाधिकृत प्रवेश कर झोपड़े को व खेत की बाड़ को जला दिया। पुलिस ने जांच कर नतिजा न्यायालय में पेश किया।

जिस पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अभय चतुर्वेदी ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद रहवासी झूपा जलाने के आरोप में मोडसिंह को दोषी मानते हुए तीन साल के कारावास एवं एक हजार रूपए का जुर्माना की सजा सुनाई। वहीं बाड़ जलाने के आरोप में एक साल का कारावास व 500 रूपए का जुर्माना तथा खेत में अनाधिकृत प्रवेश का दोषी मानते हुए एक माह के कारावास से दंडित किया। सरकार की ओर से पैरवी पीपी सवाराम पटेल ने की।



सड़क पर गर्भपात

जालोर। जसवंतपुरा क्षेत्र के गोलाना गांव से अपने रिश्तेदारों को मिलने जा रही एक महिला का जालोर में भीनमाल मार्ग पर बस से उतरते ही प्रसव हो गया। जानकारी के अनुसार डीसा निवासी एक महिला अपने पीहर गोलाना आई हुई थी। वह वहां से अपने रिश्तेदारों को मिलने के लिए बस से आहोर तहसील के घाणा गांव जा रही थी।

उसके करीब पांच माह का गर्भ था। आकोली के नजदीक उसके पेट में दर्द होने लगा। जालोर में प्रवेश करने पर अत्यधिक दर्द होने पर वह और उसके रिश्तेदार भीनमाल बाईपास पर रावण का चबूतरा जाने वाले मार्ग पर बस को रूकवाकर उतर गए।

इस दौरान महिला बेसुध हो गई। उसके बेसुध होने पर वहां पर आसपास की महिलाएं इकटी हो गई। इसी दौरान उस महिला का गर्भपात हो गया। लोगों ेने महिला को अस्पताल पहुंचाया व भू्रण को सड़क के पास ही फेंक दिया। भू्रण के फेंकने पर वहां लोगो की भीड़ जमा हो गई। बाद में पुलिस को सूचना मिलने पर उप निरीक्षक प्रेमाराम मौके पर पहुंचे व भू्रण को लेकर अस्पताल गए। महिला अब अस्प्ताल में उपचाराधीन है।


हत्या के आरोप में तीन गिरफ्तार

सायला। पुलिस ने अपहरण कर युवक की हत्या करने के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं एक आरोपी जयंतीलाल पुलिस की गिरफ्त से दूर है। थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़ ने बताया कि भूंडवा निवासी मनोहरसिंह को गांव के ही प्रकाश पुत्र वगता पुरोहित, अशोक पुत्र आईदान पुरोहित, कान्तिलाल पुत्र आईदान पुरोहित व जयन्तीलाल पुत्र आईदान पुरोहित 27 जनवरी को जोधपुर घुमने का कहकर अपने साथ ले गए। घर नहीं लौटने पर मनोहरसिंह के परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। परिजनों के शक के आधार पर पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने हत्या करने की बात कबूल की।

आरोपी अशोक, प्रकाश व कान्तिलाल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे मनोहरसिंह की हत्या के लिए एक माह से योजना बना रहे थे। आरोपियों ने बताया कि मनोहरसिंह उनकी बहिनों को बुरी नजर से देखता था। जिस पर उन्होंने उसकी हत्या कर दी।

फरार इन्द्रा की सम्पत्ति खंगाल रही सीबीआई

फरार इन्द्रा की सम्पत्ति खंगाल रही सीबीआई

जोधपुर। भंवरीदेवी प्रकरण में वांछित इन्द्रा विश्नोई सीबीआई के लिए चुनौती बनती जा रही है। परिजनों पर दबाव व तलाशी के बावजूद उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है। ऎसे में उसकी सम्पत्ति कुर्क करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सीबीआई ने मंगलवार को विधायक मलखान सिंह के पुत्र महेन्द्र से रामसिंह मेमोरियल ट्रस्ट के बारे में पूछताछ की।


इन्द्रा एएनएम भंवरीदेवी की राजदार है। सीबीआई इस मामले में उसका महत्वपूर्ण रोल मान रही है। इन्द्रा पिछले करीब तीन माह से लापता है और उसे 10 फरवरी तक पेश होने के निर्देश दिए गए हैं। इन्द्रा पर दबाव डालने के लिए सीबीआई ने लूणी, बिलाड़ा, बासनी व कुछ अन्य स्थानों से सम्पत्तियों का ब्यौरा मंगवाया है। जिसके आधार पर सूची बनाकर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।


नोटिस देकर बुलाया : मलखान के घर महेन्द्र को तलब करने के लिए सीबीआई सुबह रातानाडा स्थित घर गई व लिखित में नोटिस दिया। महेन्द्र को पूछताछ के लिए जल्द से जल्द सर्किट हाउस पहुंचने के निर्देश दिए गए।
ट्रस्ट के कागजात मांगे : रामसिंह विश्नोई मेमोरियल ट्रस्ट की संरक्षक अमरीदेवी है। ऎसा माना जा रहा है कि इन्द्रा ने कुछ सम्पत्ति ट्रस्ट में शामिल की है। इसके लिए सीबीआई ने महेन्द्र से पूछताछ की तथा ट्रस्ट सम्बन्धी कागजात भी लिए। उधर लूनी विधायक मलखान सिंह की माता अमरी देवी को पूछताछ के लिए बुलाने पर विश्नोई समाज का विरोध झेल रही सीबीआई के खिलाफ मंगलवार को वकीलों ने भी गुस्सा जताया।

खेतासर नहीं हुए पेश


प्रकरण में पूछताछ के लिए शम्भूसिंह खेतासर सीबीआई के सामने पेश नहीं हो रहे हैं। वह तीन दिन पूर्व जैसलमेर रोड पर मड़ला के पास कार पलटने से जख्मी हो गए थे। उन्होंने सीबीआई के नोटिस का जवाब देते हुए जानकारी दी है कि वे सड़क हादसे में जख्मी होने के कारण गुजरात के किसी अस्पताल में भर्ती हैं। स्वस्थ होने के बाद वे उपस्थित हो जाएंगे। उधर, तिलवासनी सरपंच व मलखान सिंह के चचेरे भाई छोगाराम विश्नोई का भी पता नहीं चल पाया है।

डर्टी पिक्चर देखने वाले मंत्रियों के इस्तीफे

डर्टी पिक्चर देखने वाले मंत्रियों के इस्तीफे

बेंगलूरू। विधानसभा में पॉर्न साइट देखकर लोकतंत्र को शर्मसार करने वाले कर्नाटक के तीन मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। बुधवार सुबह भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में मंत्री लक्ष्मण सावडी, सीसी पाटिल जे. कृष्णा पालेमर ने इस्तीफे सौंपे। मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा ने तीनों के इस्तीफे मंजूर कर राज्यपाल के पास भेज दिए। भाजपा आलाकमान ने मंत्रियों से इस्तीफा देने को कहा था।


सावडी के पास को-ऑपरेटिव और पाटील के पास महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का प्रभार है। दोनों मंत्री बीजापुर जिले में हाल ही में पाकिस्तानी झंडा फहराए जाने को लेकर चल रही गर्मा-गर्म बहस के दौरान पॉर्न फिल्म देखने में लगे हुए थे। इन दोनों के क्लोज अप शॉट्स टीवी चैनलों पर मंगलवार शाम प्रसारित हुए, जिससे सनसनी फैल गई।

टीवी विजुअल्स के अनुसार सावडी के मोबाइल फोन पर पॉर्न फिल्म चल रही थी और दोनों मंत्री उसे देख रहे थे। राज्य विधानसभा में पहली बार ऎसी घटना सामने आई है। चैनलों पर वीडियो चलने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सावडी के घर के बाहर प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने बीजेपी के इन दोनों मंत्रियों की हरकत को शर्मनाक बताते हुए उन्हें तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है। उधर, भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने दोनों मंत्रियों का इस्तीफा मांग लिया है।

खुद फंसे तो तीसरे मंत्री को भी लपेटा

मामला सामने आने पर दोनों मंत्रियों ने अपने साथी पर्यावरण एवं बंदरगाह मंत्री जे. कृष्णा पालेमर का नाम लिया। सावडी और पाटील ने कहा कि मोबाइल पालेमर का है। विपक्ष के नेता सिद्धरमैया तथा जद (एस) नेता वाईएसवी दत्ता ने दोनों मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की। कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष के.जी बोपैया ने घटना को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच डीजी इंटेलीजेंस को सौंपते हुए जल्द रिपोर्ट मांगी है।


मैं और सावडी मोबाइल पर विदेशी महिला से बलात्कार का वीडियो देख रहे थे। वीडियो को खोलने के तुरंत बाद ही मैंने सावडी को मोबाइल फोन बंद करने के लिए कह दिया था। सीसी पाटील

मैं उडूपी में हुई रेव पार्टी का वीडियो देख रहा था। सदन में मोबाइल का उपयोग गलत है, लेकिन मैं इस मामले से जुड़े कुछ तथ्यों की जानकारी जुटाने के इरादे से ही ऎसा कर रहा था । लक्ष्मण सावडी

बहा लोक संगीत का दरिया


बहा लोक संगीत का दरिया

   

जैसलमेर। रेत के मखमली व लहरदार धोरो के बीच धरती से मिलन को आतुर सूरज के अस्तांचल पर पहुंचने से ज्योही आसमान मे क्षितिज पटल पर लालिमा छाई, त्यो ही रेतीले सागर मे धवल चांदनी बिखेरकर शशि ने अपनी उपस्थिति का अहसास कराया। माघ शुक्ल पूर्णिमा को प्रकृति के इस अनूठे नजारे के बीच वाद्य यंत्रो की संगत पर लोक कलाकारो ने ऎसा समां बांधा की यह सर्द शाम वहां मौजूद हजारो लोगो के दिलो की गहराइयो में उतरकर मन को तरंगित करने लगी।




इस दौरान सर्द शाम मे दूर-दूर तक पसरी हुई रेत के धोरे से टकराकर लोक संस्कृति के रंगों व रसों के दरिया उफनते रहे। देश ही नहीं बल्कि सात समंदर पार से आए सैलानियो के हुजूम के बीच धोरे रंगीन हो उठे और फिजाओ में लोक संस्कृति की अनूठी गंध फैल गई। तीन दिवसीय मरू महोत्सव के आकर्षित कार्यक्रमों ने चारों ओर लोक मंगल का जबरदस्त उत्साह व उल्लास बिखेरा और लगा जैसे माघ पूनम की सांझ को समूची दुनिया सम का आनन्द लेने में मस्त हो।




कार्यक्रम के दौरान जोधपुर की पार्टी ने कालबेलिया नृत्य, गाजी खां बरना ने डेजर्ट सिम्फनी, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक क्षेत्र इलाहाबाद के कलाकारो के समूह नृत्य, मध्यप्रदेश के कलाकारो की ओर से पेश किए गए मयूर नृत्य, आनंदसिंह के राजस्थानी नृत्य, रामावतार के भवई नृत्य, हरियाणा के राजेश गांगुली ने फाग, अनवर खां ने राजस्थानी कार्यक्रम, मध्यप्रदेश के अरविंद यादव ने नृत्य, रामप्रसाद निवाई ने अलगोजा व उत्तरप्रदेश के कलाकारो ने गायन की प्रस्तुतियां देकर हर किसी का मन मोह लिया। कार्यक्रम मे जिला कलक्टर एमपी स्वामी, पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई, यूआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, पोकरण विधायक शाले मोहम्मद सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।




उद्घोषको ने किया सुधार

मरू महोत्सव के दौरान सम मे आयोजित कार्यक्रम मे उद्घोषको की ओर से हिन्दी व अंग्रेजी की उद्घोषणा करने से सैलानियो को समझने मे आसानी रही। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 7 फरवरी के अंक मे उद्घोषक की ओर से मारवाड़ी अंदाज मे भाषा का प्रयुक्त करने से सैलानियो हो रही समस्याओ को लेकर परिचर्चा का प्रकाशन किया था। इस पर प्रशासन ने सबक लेते हुए इस भूल को सही किया।




आकर्षक ऊंट दौड़

शाम को जहां ऊंटों की दौड़ खासी आकर्षक रही। ऊंट दौड़ मे जगमाल खां प्रथम, पीरू खां द्वितीय व पीरू खां तृतीय रहे। सूर्यास्त के समय सैलानी समुदाय धोरो से होकर अस्त होते सूरज को देखने और सनसेट के नजारों में मग्न होता रहा। धोरों पर आसमान में उड़ने वाले पंतगों ने बेहद आनंद लिया। आसमान मे ताजमहल की प्रतिकृति की पतंग लोगो के लिए आकर्षण का केन्द्र रही।




धोरों पर लगा मेला

मरूमहोत्सव के अन्तिम दिन सम के धोरों पर मेला लगा रहा और पूरे क्षेत्र में देश-विदेश सैलानियों का भारी जमघट सर्द हवाओं के बावजूद धोरों के आंगन में मस्ती लूटता रहा। सैलानियों ने ऊंट गाडियों व ऊटों पर बैठकर रेत के समुन्दर में भ्रमण का आनंद लिया। देशी -विदेशी सैलानियों ने सम के धोरों की यादगार को अपने कैमरे में कैद किया और फोटो खिंचवाए व बच्चों ने मखमली धोरों पर जमकर उछलकूद का आनन्द लिया। रंग बिरगें परिधानों में हजारों संख्या में उमड़ें सैलानियों की वजह से सम के धोरे दूर से रंगीन दिखाई दिए। कई सैलानियों ने केमल सफारी का आनंद लिया।




हर जगह वाहन

जैसलमेर से सम तक पूरा रास्ता विभिन्न प्रकारों के वाहनों की श्ृंखला से अटा रहा और दोपहर बाद सम की ओर पहुंचने का दौर निरन्तर जारी रहा। महोत्सव के तीसरे दिन मंगलवार को पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के मजबूत बनाने के लिए इंतजाम किए।




उठाया लुत्फ

सम के धोरों पर देशी- विदेशी सैलानियों ने रेगिस्तानी जहाज की सवारी करते हुए गजब का आनन्द लिया और डेजर्ट सफारी ने रोमंाच भर दिया। सम के धोरे दूर- दूर से आए सैलानी ताजगी और उर्जा का अहसास दिलाते रहे और सर्द हवाओं के आनन्द के महासागर में गोते लगाते रहे।