बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

जालोर रानीवाड़ा सांचौर आहोर सायला जसवंतपुरा ....न्यूज इनबॉक्स....



छह नीम-हकीम गिरफ्तार

आहोर। पुलिस ने चिकित्सा विभाग के सहयोग से मंगलवार को थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में ऑपरेशन चरक के तहत भोले-भाले ग्रामीणों का उपचार कर उनकी जान को जोखिम में डालने वाले छह झोलाछाप फर्जी बंगाली चिकित्सकों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में दवाइयां व अन्य सामग्री जब्त की।

पुलिस के अनुसार पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के निर्देश पर ऑपरेशन चरक के तहत प्रशिक्षु पुलिस उप अधीक्षक नरेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में कांस्टेबल बलवीर, हरिराम व राजेन्द्र की टीम ने थाना क्षेत्र के थांवला गांव से बिना लाइसेंस व परमिट के ग्रामीणों का उपचार कर रहे झोलाछाप फर्जी डॉक्टर आशीषकुमार पुत्र भवानीशंकर पुरोहित निवासी सीमलपुर जिला 24 परगना पश्चिम बंगाल, एएसआई फूलाराम मेघवाल के नेतृत्व में कांस्टेबल रामसिंह व नारायणलाल की टीम ने उम्मेदपुर गांव से फर्जी डॉक्टर अभिजीतराय पुत्र

अमलकिशनराय निवासी बोकसरा जिला 24 परगना पश्चिम बंगाल, हेड कांस्टेबल चिमनाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल रामरतन व ओमप्रकाश की टीम ने अगवरी गांव से फर्जी डॉक्टर मिहिर हलधर पुत्र धरेन्द्र हलधर ब्राह्मण निवासी लक्ष्मीपुर जिला नदिया पश्चिम बंगाल, एसआई सोनाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल घीसाराम व संपतराम की टीम ने कवराड़ा गांव से फर्जी डॉक्टर अमित व्यास पुत्र नित्यानंद ब्राह्मण निवासी बडामुडागसा जिला नदिया पश्चिम बंगाल, एसआई पदमाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल जोगसिंह व रामलाल की टीम ने रोडला गांव से फर्जी डॉक्टर पलास सरकार पुत्र निर्मल सरकार निवासी बारासान जिला नदिया पश्चिम बंगाल एवं एएसआई

किशनाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल जुगलकिशोर व मीठालाल की टीम ने भूती गांव से फर्जी डॉक्टर आनंदराय पुत्र उपेन्द्रनाथराय श्रीमाली निवासी रविन्द्रनगर जिला हुगली पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार कर उनके पास से बड़ी मात्रा में दवाइयां बरामद की। कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम के साथ ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ.वेदप्रकाश मीणा, डॉ.दीनदयाल गुप्ता, डॉ. मुकेश समेत चिकित्साकर्मी मौजूद थे। प्रशिक्षु पुलिस उप अधीक्षक चौधरी ने बताया कि आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।


झोपड़ा जलाने पर तीन साल की सजा

जालोर। जिला एवं सत्र न्यायालय ने रहवासी झोपड़ा जलाने के आरोपी को तीन साल के कारावास की सजा सुनाई है। अभियोजन के अनुसार जोडवास निवासी पतिया पुत्र काला ने 23 जनवरी 2009 को मोदरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि मोडसिंह पुत्र जेपा रावणाराजपूत ने उसकी रहवासी ढाणी में अनाधिकृत प्रवेश कर झोपड़े को व खेत की बाड़ को जला दिया। पुलिस ने जांच कर नतिजा न्यायालय में पेश किया।

जिस पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अभय चतुर्वेदी ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद रहवासी झूपा जलाने के आरोप में मोडसिंह को दोषी मानते हुए तीन साल के कारावास एवं एक हजार रूपए का जुर्माना की सजा सुनाई। वहीं बाड़ जलाने के आरोप में एक साल का कारावास व 500 रूपए का जुर्माना तथा खेत में अनाधिकृत प्रवेश का दोषी मानते हुए एक माह के कारावास से दंडित किया। सरकार की ओर से पैरवी पीपी सवाराम पटेल ने की।



सड़क पर गर्भपात

जालोर। जसवंतपुरा क्षेत्र के गोलाना गांव से अपने रिश्तेदारों को मिलने जा रही एक महिला का जालोर में भीनमाल मार्ग पर बस से उतरते ही प्रसव हो गया। जानकारी के अनुसार डीसा निवासी एक महिला अपने पीहर गोलाना आई हुई थी। वह वहां से अपने रिश्तेदारों को मिलने के लिए बस से आहोर तहसील के घाणा गांव जा रही थी।

उसके करीब पांच माह का गर्भ था। आकोली के नजदीक उसके पेट में दर्द होने लगा। जालोर में प्रवेश करने पर अत्यधिक दर्द होने पर वह और उसके रिश्तेदार भीनमाल बाईपास पर रावण का चबूतरा जाने वाले मार्ग पर बस को रूकवाकर उतर गए।

इस दौरान महिला बेसुध हो गई। उसके बेसुध होने पर वहां पर आसपास की महिलाएं इकटी हो गई। इसी दौरान उस महिला का गर्भपात हो गया। लोगों ेने महिला को अस्पताल पहुंचाया व भू्रण को सड़क के पास ही फेंक दिया। भू्रण के फेंकने पर वहां लोगो की भीड़ जमा हो गई। बाद में पुलिस को सूचना मिलने पर उप निरीक्षक प्रेमाराम मौके पर पहुंचे व भू्रण को लेकर अस्पताल गए। महिला अब अस्प्ताल में उपचाराधीन है।


हत्या के आरोप में तीन गिरफ्तार

सायला। पुलिस ने अपहरण कर युवक की हत्या करने के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं एक आरोपी जयंतीलाल पुलिस की गिरफ्त से दूर है। थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़ ने बताया कि भूंडवा निवासी मनोहरसिंह को गांव के ही प्रकाश पुत्र वगता पुरोहित, अशोक पुत्र आईदान पुरोहित, कान्तिलाल पुत्र आईदान पुरोहित व जयन्तीलाल पुत्र आईदान पुरोहित 27 जनवरी को जोधपुर घुमने का कहकर अपने साथ ले गए। घर नहीं लौटने पर मनोहरसिंह के परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। परिजनों के शक के आधार पर पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने हत्या करने की बात कबूल की।

आरोपी अशोक, प्रकाश व कान्तिलाल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे मनोहरसिंह की हत्या के लिए एक माह से योजना बना रहे थे। आरोपियों ने बताया कि मनोहरसिंह उनकी बहिनों को बुरी नजर से देखता था। जिस पर उन्होंने उसकी हत्या कर दी।

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