अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचारब्यूरो ने चार्जशीट पेश ।
बाड़मेर रिश्वत लेने के आरोप में लोहाटवट थाने के सहायक उप निरीक्षक और बाड़मेर के अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बुधवार को चार्जशीट पेश कर दी।
ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि लोहावट थाने के एएसआई किशनाराम ने परिवादी भागीरथ के भाई बाबूलाल को पुराने मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में उसे कोर्ट में जल्दी पेश करने के लिए उसने 1 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। ब्यूरो टीम ने 29 जनवरी 11 को उसे रिश्वत लेते पकड़ा था। जांच में आरोप प्रमाणित होने पर बुधवार को उसके खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी।
इसी तरह बाड़मेर में सिवाना तहसील के अध्यापक पारसमल मेघवाल की शिकायत पर अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कानाराम चौधरी 3 मई 11 को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया था। पारसमल जिस स्कूल में नौकरी करता था, वहां चौधरी ने निरीक्षण किया और उपस्थिति रजिस्टर लेकर चले गए थे।
पारसमल की ड्यूटी जनगणना में थी और स्कूल में वहीं एकमात्र अध्यापक भी था इसलिए रजिस्टर में वह खुद ही उपस्थिति दर्ज करता था। जब वह चौधरी से मिला और रजिस्टर मांगा तो उससे 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी।
ब्यूरो ने शिकायत का सत्यापन कराया तो रिश्वत मांगना सही पाया गया। फिर ब्यूरो ने उसे रिश्वत लेते रंंगे-हाथों पकड़ लिया था। जोधपुर चौकी ने इस मामले की जांच पूरी कर बुधवार को शिक्षा अधिकारी चौधरी के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी।
बाड़मेर रिश्वत लेने के आरोप में लोहाटवट थाने के सहायक उप निरीक्षक और बाड़मेर के अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बुधवार को चार्जशीट पेश कर दी।
ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि लोहावट थाने के एएसआई किशनाराम ने परिवादी भागीरथ के भाई बाबूलाल को पुराने मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में उसे कोर्ट में जल्दी पेश करने के लिए उसने 1 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। ब्यूरो टीम ने 29 जनवरी 11 को उसे रिश्वत लेते पकड़ा था। जांच में आरोप प्रमाणित होने पर बुधवार को उसके खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी।
इसी तरह बाड़मेर में सिवाना तहसील के अध्यापक पारसमल मेघवाल की शिकायत पर अतिरिक्त ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कानाराम चौधरी 3 मई 11 को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया था। पारसमल जिस स्कूल में नौकरी करता था, वहां चौधरी ने निरीक्षण किया और उपस्थिति रजिस्टर लेकर चले गए थे।
पारसमल की ड्यूटी जनगणना में थी और स्कूल में वहीं एकमात्र अध्यापक भी था इसलिए रजिस्टर में वह खुद ही उपस्थिति दर्ज करता था। जब वह चौधरी से मिला और रजिस्टर मांगा तो उससे 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी।
ब्यूरो ने शिकायत का सत्यापन कराया तो रिश्वत मांगना सही पाया गया। फिर ब्यूरो ने उसे रिश्वत लेते रंंगे-हाथों पकड़ लिया था। जोधपुर चौकी ने इस मामले की जांच पूरी कर बुधवार को शिक्षा अधिकारी चौधरी के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी।
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