बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

जेल में संडे हो या मंडे, फल खाओ और हो जाओ


जेल के बंदियों के स्वास्थ्य संबंधी हालात को देखते हुए गृह विभाग का फैसला
जयपुर.राजस्थान की जेलों में अब बंदियों को नियमित रूप से केला, पपीता और सेब जैसे फल सुबह नाश्ते में परोसे जाएंगे। यह जेल के बंदियों के स्वास्थ्य संबंधी हालात को देखते हुए किया गया है।
राजस्थान की केन्द्रीय जेल की ओर से हाल ही फलों की आपूर्ति का अनुबंध देने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस जानकारी के अनुसार राज्य की केंद्रीय जेल साल भर में अपने बंदियों को एक लाख रुपए के केले, सेब और पपीते आदि खिलाएगी।
जेल और गृह विभाग के अधिकारियों पर भरोसा करें तो केंद्रीय जेल और जिला स्तरीय अन्य जेलों से भी इस तरह के प्रस्ताव आ रहे हैं। कुछ जगह तो बंदियों के लिए ड्राइ फ्रूट्स के प्रस्ताव भी भेजे गए हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान की केंद्रीय जेल में बंदियों को नियमित रूप से ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर दिया जाता है। 15 अगस्त और 26 जनवरी पर उनके लिए विशेष भोज भी तैयार होता है। जेल सूत्रों के अनुसार जेल बंदियों के मीनू में लगातार सुधार होता रहा है।
जेल मैनुअल अब बीते जमाने की बात:जेल में रह चुके पूर्व बंदियों का कहना है कि जेलों में आजकल आला अफसर, नेता और आईपीएस भी पहुंच रहे हैं। इन्हें देखते हुए जेल विभाग विशेष व्यवस्थाएं कर रहा है। बंदी कहते हैं कि ज्यादातर फल और ड्राइ फ्रूट्स इन वीवीआईपी बंदियों के लिए ही हैं।

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