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गुरुवार, 13 फ़रवरी 2014

foto....मरु महोत्सव का दूसरा दिन रहा रेगिस्तानी जहाज के नाम



मरु महोत्सव का दूसरा दिन रहा रेगिस्तानी जहाज के नाम
पणिहारी मटका रेस एवं देशी-विदेशी सेलानियों की रस्साकस्सी रही आकर्षण का केन्द्र
विदेषी मेहमानों को राजस्थानी संस्कृति से कराया रुबरु
उत्साह से इस लोक संस्कृति में घूल मिल गए विदेषी सैलानी
जैसलमेर ,13 फरवरी। मरु महोत्सव -2014 के कार्यक्रमों की कड़ी में दूसरे दिन गुरुवार को स्वर्ण नगरी जैसलमेर के पास सिथत देदानसर मैदान में रेगिस्तानी जहाज के विभिन्न कार्यक्रम बहुत ही रोचक रहे। इस समारोह में राष्ट्रीय मानवाधिकार केे विषेष रेपोटर अजय कुमार , जिला कलक्टर एन.एल.मीना ,महानिदेषक आर्इटीबी सुभाष गोस्वामी , उप महानिरीक्षक बीएसएफ अमित लोढ़ा , बलवेन्द्रसिंह बाजवा, गोपालसिंह शेखावत , अतिरिक्त जिला कलक्टर मानाराम पटेल ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के.सी.यादव ,उपखण्ड अधिकारी गजेन्द्रसिंह चारण ,सहायक निदेषक विनोद पंडया के साथ ही आर्मी व बीएसएफ के अधिकारी , मेला व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारीगण एवं भारी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी उपसिथत थे।
पणिहारी मटका रेस ने सभी दर्शकों को किया मोहित
अंग्रेजी मेम ने पाया पहला स्थान
मरु महोत्सव के दूसरे दिन पणिहारी मटका रेस प्रतियोगिता से देशी-विदेशी महिलाएं यहां की पणिहारी पेयजल संस्Ñति से रूबरू हुर्इ। पणिहारी मटका रेस में महिलाओं ने दस मीटर पर रखी र्इढ़ाणी को अपने सिर पर रख कर पानी से भरी हुर्इ मटकी को उठाया एवं आगे के लिये दौड़ लगार्इ। शहरी संस्कृति की महिलाओं के साथ ही विदेशी महिलाए भी इसमें शामिल हुर्इ। जिन विदेषी महिलाओं ने कभी सिर पर मटका रखा ही नहीं उन्होंने भी सिर पर मटका रख कर दौड़ लगा कर दर्षकों को अचमिभत सा कर दिया।
पणिहारी मटका रेस में 22 देषी व विदेषी महिलाओं ने भाग लिया। जिसमें इग्लैण्ड की मिस समथा सबसे पहले सिर पर पानी से भरा हुआ मटका लेकर पहुंची। उसे देख कर हर दर्षक हँसी से खिल उठा। वास्तव में सबसे रौचक इस प्रतियोगिता विदेषी मेम ने कमाल कर दिखाया। इस दौड़ में दूसरे नम्बर पर नागौर की लील राजपुरोहित , तीसरे नम्बर पर बैग्लोर की प्रतिभा विजेता रही।
मटका रेस में दौड़ती हुर्इ महिलाएं जहां पानी से भीग गर्इ वहीं कर्इ महिलाए मटका नहीं उठा सकीं। वहीं कर्इ महिलाओं के मटके उठाने से पहले ही फूट गए। इस पणिहारी रेस को देख कर दर्शकगण अपनी हंसी नहीं रोक सके।
विदेशी मेहमानों ने सात वर्षो से लगातार रस्साकसी में जमाया दबदबा
देदानसर मैदान में आयोजित भारतीय एवं विदेशी पुरुषों तथा महिलाओं की रस्सा-कसी भी बहुत ही रोचक एवं आकर्षण का केन्द्र रही। इस बार दोनों वर्ग की प्रतियोगिताओं में विदेशी मेहमानों ने बाजी मारी।
पुरुष व महिला रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता में विदेशी पुरुषों एवं महिलाओं ने अपने दमखम का जोर लगा कर लगातार दोनों राऊण्ड में भारतीय मेजबानों को अपनी और खींच कर विजयश्री हासिल की। विदेशी महिलाएं इस जीत की खुशी से झूम उठी। पवेलियन में रस्साकस्सी से जाने से पहले भी वे रोमांच कर पहुंची एवं उनके उत्साह ने उन्हें विजयश्री का वरण पहनाया। पुरुषों की विदेषी टीम ने लगातार सात वर्ष एवं महिलाओं की विदेषी टीम ने लगातार चार वर्ष से बाजी मार रही हैं। इन रस्साकस्सी में 11-11 भारतीय एवं विदेषी पुरुष एवं महिलाओं ने शारीरिक दमखम का प्रदर्षन किया।
ऊंटों के श्रृंगार से रूबरू हुए दर्शक
मरु महोत्सव में गुरुवार को ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता भी बहुत ही आकर्षण का केन्द्र रही एवं दर्शक ऊँट के श्रृंगार से रूबरू हुए। इस प्रतियोगिता में 7 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। ऊंंटों को मोरी, गोरबन्ध, कन्ठमाल, लूम, परची, पिलाण, तंग, मोड़, पायल, घूघरा, पूंछ बंधनी इत्यादि श्रृंगारों से ऊंटों को सजाया और उन पर सजे-धजे सवार थे।
ऊंंट श्रृंगार प्रतियोगिता के निर्णायकों ने श्रृंगारित ऊंंट को बारीकी से जांच परख कर सीमा सुरक्षा बल के प्रेमसिंह भाटी का श्रृंगारित ऊँट को प्रथम विजेता रखा। वहीं सुरक्षा बल के ही आरबखां का ऊंट द्वितीय और होटल पैराडार्इज के मीरेखां पतंग ऊंट तृतीय विजेता रहा ।
ऊंट की मंथर चाल से दर्शक हुए अभिभूत
शान-ए-मरूधरा प्रतियोगिता भी रेगिस्तानी जहाज के नाम रही। इसमें 5 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसमें प्रति प्रतियोगी को मात्र कच्छी-बनियान धारण किए हुए उन्हें निर्धारित 100 मीटर की दूरी तय करनी थी। ऊंट सवार ने निर्धारित दूरी पर रखे जूते पहने अपना टेवटा बांधा तथा कुर्ता पहना एवं उसके बाद साफा बांध कर ऊंट पर गíी एवं पिलाणा जमा कर उसे तंग से बांध कर मंथर चाल से पहुंचा। यह नजारा इतना मनोहारी और हास्यप्रद रहा जिसे देख कर दर्शक हंस-हंस कर लोट-पोट हो गए। इसमें भी सीमा सुरक्षा बल के शरीफखां का ऊंट सबसे पहले पहुंच कर पहला स्थान प्राप्त किया। वहीं सीमा सुरक्षा बल के चंदनसिंह का ऊँट द्वितीय एवं जीवराज का ऊँट तृतीय रहा। इस प्रकार यह प्रतियोगिता पूरी सीमा सुरक्षा बल के खाते में गयी।


कैमल पोलो मैच में ऊंटों ने निभाया पूरा साथ, सीमा सुरक्षा बल ने 1-0 से जीता मैच
कैमल पोलो संघ इणिडया के अध्यक्ष जितेन्द्रसिंह राठौड़ के सतत प्रयासों से मरु महोत्सव में आयोजित किया जा रहा कैमल पोलो मैंच अपनी अमिट छाप छोड़ चुका है। कैमल पोलो एसोषियेसन आफ इणिडया एवं सीमा सुरक्षा बल की टीमों के मध्य खेले गए कैमल पोलो मैच में अनबोल पशु ऊंट ने पोलो खिलाडि़यों का पूरा साथ दिया। इस पोलो मैच में सीमा सुरक्षा बल की टीम ने 1 गोल दाग कर विजयश्री हासिल की एवं कैमल पोलो एसोसियेशन की टीम को पराजित किया। ऊंट पर सवार पोलो खिलाडि़यों ने बड़ी स्टीक के सहारे अच्छा प्रदर्शन किया। बी.एस.एफ. की टीम के कप्तान चंदनसिंह ,कैमल पोलो संघ के कप्तान चैनाराम के नेतृत्व में यह मैंच अच्छा रहा। महानिदेषक आर्इटीबीपी सुभाष गोस्वामी ,जिला कलक्टर एन.एल.मीना एवं डी.आर्इ.जी बीएसएफ अमित लोढ़ा ने खिलाडि़यों का परिचय प्राप्त किया एवं विधिवत खेलने की इजाजत दी।
कैमल रेस ने सभी दर्षकों को गुदगुदाया
देदानसर मैदान में आयोजित हुर्इ कैमल रेस भी काफी आकर्षक रही। इसमें कर्इ ऊँट बीच में ही विपरीत दिषा में चले गए तो कर्इ ऊँट सवार से भी नहीं संम्भल पाए। बिना ब्रेक के इस रेगिस्तानी जहाज की दौड़ ने दर्षकों की हंसी रोक नहीं सकी। पूरा पवेलियन इस दौड़ के मनोहारी दृष्य को देख कर प्रफ्फूलित हो उठे।
यह कैमल रेस दो हीट में आयोजित की गर्इ जिसमें पहले हीट में 6 ऊँटों की एवं दूसरे हीट में 5 ऊँटों की 150 मीटर की दौड़ हुर्इ जिसमें तीन स्थानों पर दौड़ के विजेताओं की अंतिम हीट आयोजित की गर्इ। जिसमें रायल सफारी के अमीनखां का ऊँट प्रथम , बीएसएफ के चंदनसिंह का ऊंट द्वितीय व उस्मानखां का ऊंट तृतीय विजेता रहा।
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प्रतियोगिताओं के विजेताओं को किया पुरस्Ñत
विजेता-उप विजेता टीमों को शील्ड प्रदान की
जैसलमेर,13 फरवरी। मरु महोत्सव के दूसरे दिवस गुरुवार को देदानसर मैदान में आयोजित हुर्इ विविध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
महानिदेषक आर्इटीबीपी सुभाष गोस्वामी , जिला कलक्टर एन.एल.मीना , डी.आर्इ.जी. बीएसएफ अमित लोढ़ा, समाजसेवी कवंराजसिंह चौहान , ऊंट श्रृंगार ,षान-ए-मरुधरा प्रतियोगिता के प्रथम ,द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं को क्रमष: 5000 , 3000 एवं 2000 रुपए के नकद पुरस्कार व प्रमाण-पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया। इसी प्रकार रस्साकस्सी प्रतियोगिता के विजेता विदेषी पुरुष एवं महिला टीम को महानिदेषक आर्इटीबीपी सुभाष गोस्वामी ,डीआर्इजी बीएसएफ गोपालसिंह शेखावत , बलवेन्द्रसिंह बाजवा ने 3 -3 हजार रुपए का नकद पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र दिए।
इसी प्रकार पणिहारी मटका रेस में प्रथम ,द्वितीय एवं तृतीय विजेता को श्रीेमती गोस्वामी , श्रीमती सुनीलदत एवं श्रीमती अमित लोढ़ा ने क्रमष: 3000 , 2000 एवं 1000 रुपए का नकद पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किये।
कैमल पोलो मैंच की विजेता टीम सीमा सुरक्षा बल के कप्तान चंदनसिंह को षिल्ड एवं 8000 रुपए नकद व उप विजेता टीम के कप्तान चेतनराम को रनरअप षिल्ड व 5000 रुपए का नकद पुरस्कार महानिदेषक आर्इटीबीपी सुभाष गोस्वामी , डी.आर्इ.जी. बीएसएफ अमित लोढ़ा ,समाजसेवी दषरथ केला व कैमल पोलो संघ के अध्यक्ष जितेन्द्रसिंह राठौड़ ने प्रदान किए। इसी प्रकार कैमल रेस के पुरस्कार राष्ट्रीय मानवाधिकार के विषेष रेपोटर अजय कुमार , सेवा निवृत आर्इ.ए.एस. अजय कुमार सिंह व जिला कलक्टर मीना ने प्रथम विजेता रायल सफारी के अमीनखां को 8000 रुपए , द्वितीय विजेता बी.एस.एफ के चंदनसिंह को 5000 रुपए एवं उस्मानखां को 2000 रुपए नकद एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किए।

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निर्णायकों ने निभार्इ महत्ती भूमिका
जैसलमेर , 13 फरवरी मरु महोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को देदानसर मैदान में आयोजित हुर्इ विभिन्न प्रतियोगिताओं में निर्णायकों ने अपनी महत्ती भूमिका निभार्इ एवं उन्होंने अच्छा निर्णय देकर पूरे कार्यक्रम में पारदर्षिता को बरकरार रखा।
ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता में कैमल पोलो संघ के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह राठौड़ ,उप अधीक्षक पुलिस सोहनराम विष्नोर्इ ,कर्नल अहलुवालिया , श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष उपेन्द्रसिंह राठौड़ ने , शान-ए-मरुधरा प्रतियोगिता में बीएसएफ के कमाडेंट रतन बगडि़या , कर्नल गंगोपाध्याय , तहसीलदार पीताम्बर राठी , गोल्डन हवेली के गाजी खां ,आर्इ लव जैसलमेर के मनीष गज्जा ने निर्णायक की भूमिका निभार्इ।
आर्इ लव जैसलमेर एवं ट्रायो एवं रायल डेजर्ट सफारी रहे प्रायोजक
देदानसर मैदान में आयोजित हुर्इ विविध प्रतियोगिताओं में आर्इ लव जैसलमेर , ट्रायो रेस्टोरेंट एवं रायल डेजर्ट सफारी ने प्रायोजक की भूमिका निभार्इ। इसमें जितेन्द्र सिंंह राठौड़ का सराहनीय सहयोग रहा।
खेल अधिकारी की टीम ने निभार्इ अच्छी भूमिका
देदानसर मैदान में आयोजित हुर्इ विविध प्रतियोगिताओं मे खेल अधिकारी लक्ष्मणसिंह तंवर के साथ ही शारीरिक षिक्षकों की टीम ने अपनी महत्ती भूमिका निभार्इ एवं पूरा सहयोग प्रदान किया।
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जिला कलक्टर ने राठौड़ की लिखी पुस्तकों का किया विमोचन
जैसलमेर , 13 फरवरी श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष उपेन्द्रसिंह राठौड़ द्वारा लिखित पुस्तक आओ चले जैसलमेर एवं अंग्रेजी में लिखी पुस्तक जैसलमेर काल का जिला कलक्टर एन.एल.मीना ने समारोह के दौरान इसका विमोचन किया।
उपेन्द्रसिंह द्वारा लिखित इन हिन्दी एवं अंग्रेजी पुस्तकों में जैसलमेर की संस्कृति से संबंधित आलेख प्रकाषित किये गए हैं। जिला कलक्टर ने पुस्तक लेखन पर राठौड़ को बधार्इ दी एवं कहा कि यह पुस्तक जैसलमेर आने वाले सैलानियों के लिए सन्दर्भ का काम करेगी।
अतिथियों को विजय बल्लाणी ने उनके द्वारा रचित कलैण्डर भेंट किए
समारोह में मरुश्री-2013 एवं जैसलमेर के रंगकर्मी विजय बल्लाणी द्वारा तैयार किए गए रंगीन कैलेण्डर -2014 को उन्होंने महानिदेषक आर्इटीबीपी सुभाष गोस्वामी , जिला कलक्टर एन.एल.मीना , डी.आर्इ.जी. बीएसएफ अमित लोढ़ा, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के स्पेषल रेपोटर अजय कुमार को भेंट किए। इस कलैण्डर में पर्यटन विभाग के आयोजित होने वाले मेलों की पूरी जानकारी प्रदान की गर्इ है।
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तीन दिवसीय मरु महोत्सव का समापन शुक्रवार को,
कुलधरा का ग्राम्य लोक जीवन और सम के रेतीले धोरों पर उमड़ेगा पर्यटन ज्वार
जैसलमेर, 13 फरवरीविश्वविख्यात मरु महोत्सव के तीसरे दिन देशी-विदेशी सैलानियों के लिए कुलधरा और सम आकर्षण का केन्द्र होंगे। जैसलमेर आए पर्यटक शुक्रवार -14 फरवरी को दिन में जहां सत्रह किलोमीटर दूर कुलधरा में ग्राम्य संस्Ñति के पुरातन बिम्बों से साक्षात्कार करेंगे वहीं माघ पूनम की सांझ जैसलमेर से 45 किलोमीटर दूर सम के लहरदार रेतीले मखमली धोरों के नाम होगी जहांं देश-विदेश में मशहूर लोक कलाकार अपनी प्रसिद्ध कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। सम के धौरों पर अपरान्ह 3 बजे से 6 बजे तक पतंगबाजों द्वारा रंगबिरंगी पतंगों की उड़ान कर सकेगें। साँस्Ñतिक संध्या के बाद शानदार आतिशबाजी के साथ ही तीन दिवसीय मरु महोत्सव सम्पन्न हो जाएगा।
कुलधरा में ग्राम्य लोक सँस्Ñति से होगा साक्षात
तीन दिवसीय मरु महोत्सव के अंतिम दिन 14 फरवरी, शुक्रवार को प्रात: 10 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक देशी-विदेशी मेहमान कुलधरा में ग्रामीण लोक संस्Ñति के विविध बिम्बों का दिग्दर्शन कर सकेंगे।
सम के मखमली धोरों पर उमड़ेगा लोक संस्Ñति का ज्वार
तीन दिवसीय मरु महोत्सव तीसरे व अनितम दिन 14फरवरी, शुक्रवार को जैसलमेर जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर सम में मखमली रेतीले धोरों पर मरु महोत्सव का आनंद पाने आए देशी-विदेशी सैलानी सूर्यास्त के मनोहारी बिम्बों को देखने का लुत्फ उठा सकेंगे।
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मरु महोत्सव में इन्होंने दिया सहयोग
जैसलमेर ,13 फरवरी देदानसर मैदान में गुरुवार को दूसरे दिवस आयोजित मरु महोत्सव के कार्यक्रमों को सफल बनाने में अधिकारियों के साथ ही आर्इ लव जैसलमेर के कार्यकर्ताओं ने भरपूर सहयोग दिया।
इन कार्यक्रमों में खेल अधिकारी लक्ष्मणसिंह तंवर , सहायक निदेषक पर्यटक स्वागत केन्द्र विकास पंडया , सहायक पर्यटन अधिकारी खेमेन्द्रसिंह जाम , पुलिस उप अधीक्षक सोहनराम विष्नोर्इ , कोतवाल वेद प्रकाष शर्मा , यातायात पुलिस कर्मियों ने पूरा सहयोग दिया।
आयोजित समारोह में उपखण्ड अधिकारी गजेन्द्र सिंह चारण ,, तहसीलदार पीताम्बर राठी , आयुक्त नगरपरिषद ताराचंद गौंसार्इ , आर्इ लव जैसलमेर के देवेन्द्रसिंह , सहायक पर्यटन अधिकारी चीमाराम प्रजापत ,मरुश्री -2013 विजय बल्लाणी , ने भी सराहनीय सहयोग देकर इस मेले को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा की।

foto..मरु महोत्सव- ''टैटू शो'' के हैरतअंगेज एवं रोमाचंक करतबों ने दर्शकाें को किया रोमांचित

















मरु महोत्सव- ''टैटू शो'' के हैरतअंगेज एवं रोमाचंक करतबों ने दर्शकाें को किया रोमांचित

सीमा प्रहरियों ने पेष किए अनूठे करतब

रेगिस्तान के जहाज ने निभार्इ अपने साथी की दोस्ती

देषी विदेषी सैलानियों को खूब भाया टैटू शो का करतब

दुष्मन को गच्छा देकर सुरक्षित स्थान पर साथी को ले जाने का सजीव प्रदर्षन


जैसलमेर, 24 फरवरी मरु महोत्सव के दूसरे दिन डेडानसर मैदान मे सीमा सुरक्षा बल द्वारा प्रस्तुत किया गया ऊँटों के विभिन्न हैरतअंगेज करतबों वाले ''केमल टैटू शो'' ने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। सीमा सुरक्षा बल के प्रहरियों द्वारा ऊंट के विभिन्न रोमांचकारी करतबों को प्रस्तुत कर मरु भूमि एवं सीमाओं की सुरक्षा में इस मूक पशु रेगिस्तान जहाज ने अपनी महत्ता से अवगत करा दिया।

टैटू शो समारोह में राष्ट्रीय मानवाधिकार केे विषेष रेपोटर अजय कुमार ,महानिरीक्षक पुलिस रैंज जोधपुर सुनीलदत ,, जिला कलक्टर एन.एल.मीना,, उप महानिरीक्षक बीएसएफ अमित लोढ़ा , बी.एस.राजपुरोहित , एयर कमाण्डोर चंद्रमोली सेवा निवृत आर्इ.ए.एस.अजयकुमार सिंह ,,अतिरिक्त जिला कलक्टर मानाराम पटेल ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के.सी.यादव ,उपखण्ड अधिकारी गजेन्द्रसिंह चारण ,सहायक निदेषक विनोद पंडया के साथ ही आर्मी व बीएसएफ के अधिकारी , मेला व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारीगण एवं भारी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी उपसिथत थे।

सीमा सुरक्षा प्रहरियों का साथ दिया रेगिस्तान जहाज ने

केमल टैंटू शो में उपसेमादेष्टा कुलदीप सिंह चौधरी़ के नेतृत्व में सीमा प्रहरियों का रेगिस्तान के जहाज ऊंट ने सच्चे साथी का साथ निभाने का सचित्र प्रदर्शन कर दर्शकाें को अचमिभत कर दिया।

ऊटाें पर सीमा प्रहरियों द्वारा मार्च पास्ट

कैमल टैंटू शो के अवसर पर विश्व का एक मात्र केमल माउण्टेण्ड बैण्ड एवं इसकी मधुर धुनों पर प्रशिक्षित ऊंटों ने जो करतब दिखाये वे बहुत ही आकर्षित रहे। राजस्थानी गीतो की धुनों पर ''आओ नी पधारो म्हारे देश'' पर ऊंटों की टोली ने आकर्षक मार्चपास्ट किया तथा अतिथियों को सलामी मंच के सामने सलामी देते हुए गुजरे।

बैण्ड मास्टर के नेतृत्व में राजस्थानी लोकगीत की मधुर धुन पर ''ढोला-ढोल मंजीरा बाजे रे'' ''बन्ना रे बागों में झूला झूलया म्हारी बन्नी ने झूलण दीजे गैन गजरा , म्हारे लहरिये रा नौ सौ रुपया रोकड़ा ,म्हाने लायो दी नी ं'' ''सागर जानी भरने जाऊ, नजर लग जावे'' ''म्हारी घूमर छै नखराली घूमर रमवा मै ज्यासू'' पर कैमल म्युजिक रार्इट का प्रदर्शन किया।

ऊंटों पर एक्रोबैटस

टैंटू शो में सीमा प्रहरियों ने दौड़ते हुए ऊंट पर सवार खड़ी पोजीशन में सैल्यूट दिया वही दौडते हुए ऊट पर मयूर पोजीशन, मच्छी पोजिशन का अदभूत प्रदर्शन कर दर्शको का मन मोह लिया।

सीमा प्रहरियों द्वारा फोरमेशन प्रदर्शन

केमल टैंटू शों में सीमा प्रहरियों ने छ:-छ: की पंä,ि 12-12 ऊटों की क्रासिंग, डार्इगनल फोरमेशन, शक्कर पारा फोरमेशन करने, चक्रव्यूह लहरिया, चौराहा, पीपल के पत्ते के फोरमेशन की प्रस्तुति ने दर्शकाें को आश्चर्य चकित कर दिया।

ऊटों पर पीटी प्रदर्शन

केमल टैंटू शो में सीमा प्रहरियों ने लेटे हुए ऊटो में पीटी का आकर्षक प्रदर्शन किया।

जोकर एवं पणिहारी प्रस्तुति रही सैन्यक

टैंटू शो में जोकर एवं पणिहारी की प्रस्तुति भी रौचक रही एवं जोकर के करतबों को देखकर दर्शक अपनी हंसी रोक नही सके।

बी.ओ.पी आक्रेस्ट्रा का मनोरंजन प्रदर्शन , सीमा प्रहरियों के मनोरंजन का जीवंत प्रदर्षन

शो में बल के लतीफ खां लंगा एवं उनके साथियों ने घरों में उपयोग में आने वाले जरीकन चायपत्ती के खाली डिब्बे, बाल्टी, थाली, मंगा, पाउडर के खाली डिब्बे, बेलचा, गैती, बैलचा इत्यादि वाध यंत्रों का उपयोग लेते हुए देश भकित गीत ''हम तो सीमा के प्रहरी है, फीदा इस पर हो जायेंगे'' ''ए वतन हमको तरी कसम, तुज पर जान लुटायेगे'', चला-चला रे डलेवर गाडी होले-होले इंजन की सीटी में म्हारो मन डोले , फिल्मी गीत चाहिए थोड़ा प्यास प्रस्तुत कर दर्शकाें की वाहवाही लूटी। पूरा पूनम स्टेडियम इनकी प्रस्तुती पर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इन सीमा प्रहरियों ने यह दिखा दिया कि वे किस प्रकार सीमा पर अपना मनोरंजन करते हैं।

ये थे उपसिथत

इस अवसर पर सहायक निदेषक विकास पण्डया, सहायक पर्यटन अधिकारी खेमेन्द्र सिंह जाम, चीमाराम प्रजापत, उपअधीक्षक पुलिस सोहनराम विष्नोर्इ के साथ ही हजारों की संख्या में दर्शकगण, सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी एवं जवानों के साथ ही विदेशी सैलानियो ने भी अपनी उपसिथति दर्ज करार्इ एवं इस हैरत अंगेज रेगिस्तानी जहाज के करतबों को उत्साह के साथ देखा तथा इन कार्यक्रमों को अपने कैमरों में कैद किया। कार्यøम का संचालन आकाषवाणी के उदधोषक जफरखान सिंधी ने बहुत ही सुंदर तरीके से किया जिसकी भी वाहवाही हुर्इ। --000--

गुरुवार, 6 फ़रवरी 2014

करिश्माई कलाकार ममे खाँ माँगणियार रेत के धोरों से सात समन्दर पार बिखेरा फन का जादू

करिश्माई कलाकार ममे खाँ माँगणियार
रेत के धोरों से सात समन्दर पार बिखेरा फन का जादू



जैसलमेर

रेतीले धोरों की धरा पश्चिमी राजस्थान कला और लोक संस्कृति की नदियाँ बहाने वाली रही है। ठेठ सीमावर्ती दुर्गम इलाकों से लेकर ढांणियों और शहरों तक गूंजती लोक लहरियाँ यहाँ की सांगीतिक परम्पराओं का आज भी जीवंत दिग्दर्शन कराती हुई यह संदेश मुखरित करती हैं कि यहाँ का लोक संगीत दुनिया के मुकाबले इ€कीस ही ठहरता है।
पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में निवासरत मांगणियार ऐसा अनूठा समुदाय है जिसका हर सदस्य परम्परागत लोक संगीत का संवाहक है। गाने-बजाने का मौलिक हुनर इनकी वंश परम्परा का मूल हिस्सा रहा है जो पीढिय़ों से पूरे वेग के साथ प्रवाहित होता आया है।
इस क्षेत्र के मांगणियार कलाकार दुनिया के कई मुल्कों में अपने लोक संगीत की छाप छोड़ चुके हैं। प्रदेश व देश का कोई सा भी लोक साँस्कृतिक महोत्सव मांगणियारों के बिना अधूरा ही है। इन्हीं मांगणियारों में नई पीढ़ी के हुनरमंद कलाकार ममे खां बॉलीवुड से लेकर सात समन्दर पार तक के लोक गायन और संगीत परिवेश में अपनी पैठ रखते हैं।
विरासत में मिला गायन का हुनर
जैसलमेर जिले के छोटे से गाँव सत्तों में अपने जमाने के महान लोक गायक राणे खाँ के घर जन्मे ममे खाँ को लोक संगीत विरासत में मिला। पिता ही उनके पहले गुरु रहे जिनसे ममे खाँ ने परम्परागत लोक संगीत और सूफी म्यूजिक की दीक्षा ली व खूब अभ्यास करते हुए पिता के न€शे कदम पर चल कर यह हसीन मुकाम पाया।
बचपन से ही दुनिया में छा जाने वाला कलाकार बनने की तमन्ना संजोने वाले ममे खाँ ने पूरी लगन से अपने संास्कृतिक व्यक्तित्व को निखारा। मात्र बारह वर्ष की आयु में इस होनहार बालक को साँस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र (सीसीआरटी) नई दिल्ली में अपने मौलिक हुनर का परिचय देने और निखारने का अवसर मिला।
अपनी आवाज और अदाओं से ही हर किसी को मंत्र मुग्ध कर देने वाले ममे खाँ के लिए किशोरावस्था के बाद से ही शौहरत के कई रास्ते खुल गए। वे मुम्बई, दिल्ली, मद्रास, केरल और देश के विभिन्न हिस्सों के साथ ही विश्व के कई देशों में अपनी विलक्षण प्रतिभा व वाणी माधुर्य की पहचान कायम कर चुके हैं। आधुनिक व पुरातन संगीत से सम्बंधित कई महत्वपूर्ण आयोजनों में वे शिरकत कर चुके हंै। खासकर यूरोप, यूएसए, कनाड़ा, एशिया और अरब देशों में कई बार यात्रा कर उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
कई शैलियों के उस्ताद हैं
ममे खाँ मांगणियार संगीत की कई विधाओं में महारथ हासिल कर चुके हैं। मांगणियारी संगीत की विभिन्न शैलियों में उनका गायन बेमिसाल है। मुख्य रूप से कल्याण, कमायचा, दरबारी, तिलंग, सोरठ, बिलवाला, कोहियारी, देश, करेल, सुहाब, सामेरी, बिरवास, मलार आदि का गायन हर आयोजन को ऊँचाई देता है।
देश-विदेश में कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर ममे खाँ ने अपनी धाक जमायी है। अमेरिका, इंगलैण्ड, जर्मनी, फ्रंास, सिंगापुर, स्पेन, स्वीडन, पोलेण्ड, आस्ट्रिया, मलेशिया, आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, कनाडा, इटली, बैकहोम आदि में कई बार साँस्कृतिक आयेाजनों में वे शिरकत कर चुके हैं। देश के नामी कला संस्कृति व संगीत संस्थानों में उनकी प्रस्तुतियों को खूब सराहा गया है। रूपायन संस्थान ने मेमे खाँ पर केन्द्रित ’’राजस्थान डेजर्ट वंडर फोक सोंग्स ’’ कार्यक्रम पर सी.डी. भी जारी की है जिसमें ममे खाँ के गाए संगीत, भजनों, परम्परागत सूफी संगीत का समावेश है।
ममे खाँ ने दुनिया की नामी हस्तियों के समक्ष अपना हुनर दिखाया है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के मुख्य आतिथ्य में नइ दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस राष्ट्रीय समारोह, बोरुण्डा संगीत समारोह, प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थापना दिवस पर आयोजित महोत्सवों, पर्यटन उत्सवों, साँस्कृतिक केन्द्रों के कार्यक्रमों, सूफी महोत्सव, देश के तमाम प्रतिष्ठित समारोहों तथा लोक संगीत से जुड़े कई कार्यक्रमों में वे अपनी अलग पहचान कायम कर चुके हैं।
कई देशों में है पहचान
ममे खाँ देश-विदेश में डेढ़ सौ से अधिक प्रतिष्ठित महोत्सवों और समारोहों में अपना कमाल दिखा चुके हैं। इनमें कोटा, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, पुष्कर के फेस्टिवलों, दिल्ली ट्यूरिज्म व क्राफ्ट फेस्टिवल, भोपाल के आदिवासी लोक कला मण्डल, रवीन्द्र मंच शिल्पग्राम उत्सव, राजस्थान फेस्टिवल, मरु महोत्सव, मारवाड़ महोत्सव, थार महोत्सव, पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्रों, रवीन्द्र भवन(भोपाल), दिल्ली में दस्तकार महोत्सव, आईसी.सी.आर सूफी महोत्सव, जनेन्द्र भवन(मद्रास), स्वर लयम इन्स्टीट्यूट (केरल) ,कोच्चि, अर्नाकुलम, दिल्ली हाट (स्पीक मैके), इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय(भोपाल), टाटा नगर, जीएल इण्डिया कंपनी, संगीत एवं नाटक प्रभाग (भोपाल), रुहानियत सूफी कार्यक्रम(मुम्बई), रवीन्द्र मंच (पूणे), सिकंदरा €लब हैदराबाद, रुहानियत(कोलकाता), जोधपुर, नेहरु मेमोरियल त्रिमूर्ति भवन दिल्ली, पेट्रोनेट कंपनी(जयपुर), चित्रकला परिषद बैंग्लोर आदि में अपने कार्यक्रम पेश कर चुके हैं।
इसी प्रकार खमानी ऑडिटोरियम(दिल्ली), ऑल इण्डिया सूफी एवं मैजेस्टिक म्यूजिक फेस्टिवल(पूणे), छतीसगढ़ पर्यटन महोत्सव, जमशेदपुर थियेटर टाटा, आइडिया जलसा(मुम्बई), नागौर फोर्ट सूफी दरबार, उस्ताद राणे खाँ वार्षिकोत्सव (जैसलमेर), संगीत महाभारती व Žल्यू फ्रोग (मुम्बई), गोल्फ €लब (कोलकाता), चोईस €लब कोच्चि आदि में हुए कार्यक्रमों में अपने फन का कमाल दिखा चुके हैं।
ममे खाँ पचास से अधिक देशों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित संस्थाओं की ओर से आयोजित महत्त्वपूर्ण समारोहों व उत्सवों में शिरकत कर यादगार छाप छोड़ चुके हैं। इनमें फ्रांस, बेल्जियम, यूएसए, स्पेन, स्वीडन, लंदन, स्कॉटलैण्ड, जर्मनी, इटली, हॉलेण्ड, कनाड़ा, टर्की, यमन, अफ्रीका, पाकिस्तान, लेबनान, आस्ट्रिया, मलेशिया, मोर€को, दुबई, पौलेण्ड, क्रोएशिया, ऑयरलैण्ड, ऑस्ट्रेलिया, अल्जीरिया, सिंगापुर, न्यूजीलैण्ड आदि प्रमुख हैं।


बालीवुड में पैठ
ममे खाँ के कार्यक्रमों ने विदेशों में काफी प्रसिद्घि पायी है। विदेशी मीडिया ने भी उनके कार्यक्रमों को प्रमुखता से स्थान दिया है। देश भर में 200 से अधिक कार्यक्रमों में भागीदारी निभा चुके ममे खाँ दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में शताधिक बार अपनी कला का शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। बॉलीवुड में भी अपनी पैठ रखने वाले ममे खाँ ने कविता सेठ के साथ आईएम फिल्म का गीत गाया है। ऋतिक रोशन की ‘लक बाई चाँस’ फिल्म में ममे खाँ ने शंकर महादेवन के साथ गीत पेश किया है।
जैसलमेरी मांगणियारों की गायन शैली को साम समंदर पार पहुँचा कर ख्याति दिलाने वाले ममे खाँ जाँगड़ा एवं सूफी शैली के अपनी तरह के बेजोड़ गायक हैं। भगवान श्रीकृष्ण के भजन, नीम्बूड़ा, दमादम मस्त कलंदर व रियासतकालीन संस्कृति के गीतों पर केन्द्रित उनका गायन श्रोताओं की $खास पसंद रहा है।
दिल्ली में तीन बार सूफी फेस्टीवल में अपनी गायकी का परिचय देने वाले ममे खाँ देश-विदेश के दो दर्जन थियेटरों में भी अपने हुनर का कमाल दिखा चुके हैं। परम्परागत संगीत के संरक्षण व प्रचार-प्रसार के साथ ही ममे खाँ ने कई नवीन विधाओं को भी आत्मसात किया है। संसार भर में गायकी के लिए मशहूर मि€स फ्यूजन ग्रुप में ममे खाँ के साथ फ्रांस व ईरान के कलाकार भी शामिल हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लोकगायन में मशहूर कलाकार ममे खाँ राजस्थान प्रदेश ही नहीं बल्कि हिन्दुस्तान की वह श$िख्सयत हंै जिस पर सभी को ना$ज है। राजस्थान भर के लिए यह गौरव की बात है कि रेत के धोरों से निकला यह कलाकार पूरी दुनिया में धूम मचा रहा है।

मंगलवार, 28 जनवरी 2014

जैसलमेर बेरहमी से बैल को ट्रेक्टर से कुचलकर मारने वाले बाप बेटा गिरफतार


बेरहमी से बैल को ट्रेक्टर से कुचलकर मारने वाले बाप बेटा गिरफतार

दो मुलजिम गिरफतार, वाका में प्रयुक्त ट्रेक्टर जब्त

जैसलमेर पुलिस थाना मोहनगढ हल्का क्षेत्र के खीवंसर ग्राम में बाप बेटे ने मिलकर एक बैल को बेरहमी से ट्रेक्टर से कुचलकर मार दिया, जिस पर पुलिस थाना में बाबूराम पुत्र सुखाराम एवं अम्बालाल उर्फ आम्बाराम पुत्र बाबूराम के विरुद्व गौंवंश अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया जाकर दोनों मुलजिमों को पुलिस ने गिरफतार कर लिया है तथा वाका में प्रयुक्त किये गये ट्रेक्टर को जब्त कर लिया हैं। पुलिस थाना मोहनगढ पर दिनांक 27.01.2014 को प्रात: र्इत्तला मिली की खींवसर ग्राम में ट्रेक्टर से कुचलकर एक बैल को मार दिया हैं जिस पर थानाधिकारी मोहनसिंह बमय जाब्ता के खींवसर ग्राम पहुंचे तथा घटनास्थल का निरीक्षण किया, वहीं मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए रविन्द्र बोथरा थानाधिकारी पुलिस थाना सदर जैसलमेर एवं बुधपुरी स्वामी, वृताधिकारी, वृत नाचना भी मौके पर पहुंचे तथा बाबूराम को उसी दिन गिरफतार कर लिया, वहीं उसका पुत्र ट्रेक्टर लेकर फरार हो गया जिसे देर रात्रि गिरफतार किया गया, दोनों मुलजिमों को न्यायालय में पेश किया गया।


बैल को बडी बेरहमी से 02 किमी तक दौडाया एवं फिर ट्रेक्टर उसके उपर से निकाल दिया -

बाप बेटे ने 8 वर्षीय बैल को गांव से अपना ट्रेक्टर पीछे दौडाकर 02 किमी तक दौडाया, जब बैल दौडाने से पुरी तरह थक गया तो निर्दयतापूर्वक ट्रेक्टर से उसको टक्कर मारी तथा जब बैल नीचे गिर गया तो उसकी गर्दन के उपर से ट्रेक्टर को निकाल दिया, जिससे बैल की मौके पर ही मौत हो गर्इ। घटनास्थल पर ही मोहनगढ के पशु चिकित्सक चांगदेव कामटे से पोस्टमार्टम करवाया गया।

अपनी पत्नी  के बैल द्वारा सींग मारने से क्रोधित हुआ था बाबूराम -

घटना के दिन बाबूराम की पत्नी को इसी बैल ने सींग मारा था, जिससे बाप बेटे दोनों आग बबुला हो गये तथा बदला लेने की नियत से इन्होने मिलकर बैल को मारने की सोची तथा फिर बैल को 02 किमी तक दौडाकर आखिर उसकी जान ले ही ली।


ट्रेक्टर एंव अम्बालाल उर्फ आम्बाराम को पकडने हेतु पुलिस द्वारा पैदल 15 किलोमीटर पिछा किया -

बैल को मारने के उसी समय अम्बालाल उर्फ आम्बाराम अपना वाका में प्रयुक्त किया गया ट्रैक्टर लेकर खींवसर से भाग गया तथा अपने 3 पीटीएम सिथत मुरब्बे में ट्रेेक्टर को खडा करके दक्षिण दिशा में भाग गया, जिस पर पुलिस ने ट्रेक्टर को जब्त कर कब्जा पलिस में ले लिया तथा वहां से मुलजिम अम्बालाल उर्फ आम्बाराम के पद चिन्हों के आधार पर पुलिस टीम ने उसका पीछा करना शुरु किया करीब 15 किमी तक पुलिस ने उसका पैदल पीछा किया, परन्तु मुरब्बों में वर्तमान में उगी सरसों की फसल एवं ज्यादा झाडियां होने के कारण भागने में सफल हो गया परन्तु पुलिस द्वारा चारों तरफ की गर्इ नाकाबंदी एवं तत्परता के कारण मुलजिम घबरा मोहनगढ आ गया जिसे गिरफतार कर लिया गया।

रविवार, 19 जनवरी 2014

जैसलमेर शराब माफियो का पुलिस पर हमला भट्टी सहित शराब बरामद


बिग स्टोरी। शराब माफियो का पुलिस पर हमला भट्टी सहित शराब बरामद

जैसलमेर 35 लीटर हथकढी शराब पकडी एवं 3 ढोलकी कच्ची वाश का नष्टीकरण


जैसलमेर पुलिस थाना मोहनगढ को मिली मुख्बिर र्इतला मिली कि सरहद सेलत सिथत हरचन्द बेलदार की ढाणी मे प्रागाराम पुत्र हरचंदराम जाति बेलदार निवासी हरचन्द की ढाणी सेलत पुलिस थाना श्री मोहनगढ जो अपनी ढाणी मेंं ंअवैध रूप से हथकढी शराब निकालता व बेचता है। आज भी भारी मात्रा मे हथकढी शराब निकाल रखी है तथा अवैध हथकढी शराब की भटठी भी चढार्इ हुर्इ हैंं। तुरन्त चैक किया जावे तो भारी मात्रा मे हथकढी शराब बरामद हो सकती है। जिस पर मोहनगढ थाना का जाब्ता मोहनसिंह नि0पु0 के नेतृत्व में सरहद सेलत सिथत हरचन्द बेलदार की ढाणी में सिथत प्रागाराम पुत्र हरचंद राम जाति बेलदार निवासी हरचन्द की ढाणी पुलिस थाना श्री मोहनगढ के रहवासी ढाणी पहूचा जहा पर ढाणी के पास बनी चारदिवारी जिसमें आग जलने से धुंआ उठ रहा था तथा वहां पर अवैध हथकढी शराब का बडे पैमाने पर निर्माण किया जा रहा था। मकान के बाहर बने कमरे के पास बनी चारदिवारी (बाडा) कों चैक किया तो अंदर अवैध हथकढाी शराब की भटटी लगी पार्इ गर्इ। वहां से पुलिस ने 20 लीटर अवैध हथकढी शराब बरामद की।

इस प्रकार बनार्इ जाती हैं हथकढी शराब -


इंटों से बनी भटटी में आग जलार्इ जाकर भटटी के ऊपर बडा बर्तन चढाया जाता हैं तथा बर्तन के ऊपर मिटटी की बनी हांडी रखी हुर्इ होती हैं तथा देगडा व हांडी के जोर्इन्ट को गेंहू के आटे व मैट से लेपकर वाष्पीकरण को रोका जाता हैं। हांडी के ऊपर तले की तरफ एक छेद किया हुआ एवं हांडी के तले के ऊपर मैट का लेप किया जाकर प्लासिटक की नली लगार्इ जाती हैं। नली का एक सिरा हांडी के अंदर तथा दूसरा सिरा दूसरे बर्तन में लगाया जाता हैं। बर्तन का मुंह कपडे से बंद कर दिया जाकर कपडे के बीच में से नली डाली जाती हैं। बर्तन में बडे जिसमें कच्ची वाश उबाली जाती हैं से वाष्पीकरण होकर नली के रास्ते से शराब गिरती हैं।

पुलिस दल पर हमला, थाने की जीप को किया क्षतिग्रस्त -

भटटी में लगे अन्य शराब बनाने के उपकरणों की बरामदगी व कच्चे वाश के नष्टीकरण की कार्यवाही की जा रही थी इस दरम्यान अभियुक्त प्रागाराम द्वारा जोर जोर से हल्ला करने पर प्रागाराम के घर व बाडा के आगे खडे 8-10 आदमी औरतें सभी एक राय व हमलावर होकर हाथों में लाठियां कस्सी व पत्थर लिये हुए शराब बरामदगी स्थल बाडा के आगे आये व पुलिस दल पर हमला किया एवं दस्तयाब प्रागाराम को छुडाने की कोशिश की तथा प्रागाराम ने भी पुलिस जाब्ते से छुडाने के लिए सिपाहियों के साथ मारपीट की। पुलिस दल पर हमला करनेे प्रागाराम पुत्र हरचंदराम, जसराज पुत्र हरचंदराम, गोरखाराम पुत्र नखताराम, झबराराम पुत्र प्रागाराम, माधुराम पुत्र जसराज, भेामाराम पुत्र प्रागाराम, नोजी पतिन प्रागाराम, कस्तुरी पतिन बीरबलराम उर्फ विजयराज, इंदू पतिन झबराराम एवं सुवा पतिन जसराज सभी जातियान बेलदार निवासीयान हरचंद बेलदार की ढाणी सेलत के विरुद्व मामला जूर्म आबकारी अधिनियम एवं राजकार्य बाधा तथा 3 पीडीपीपी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान भगवानसिंह सहायक उप निरीक्षक द्वारा किया रहा हैं।


अवैध हथकढी शराब बनाने के उपकरण जब्त तीन के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज -
पुलिस दल पर हमला एवं शराब की भटटी के संबंध में दर्ज प्रकरण में माल मुलजिमान की तलाश हेतु घटनास्थल हरचंद बेलदार की ढाणी सेलत गए थानाधिकारी मोहनगसिंह को जरिये खास मुखबिर र्इत्तला मिली की जसराज पुत्र हरचंदराम के ट्रेक्टर में कच्ची वाश से भरी ढोलकियां एवं अवैध हथकढी शराब तथा शराब निकालने के उपकरण बरतन वगैरा जो भटटी में काम में लिये जाते हैं सभी उपकरण ट्रेक्टर के पीछे ट्रोली में डालकर प्रागाराम के खेत जो ढाणी से पशिचम में हैं की तरफ जा रहे हैं। पीछा किया जावें तो शराब एवं शराब निकालने के आशियाय बरामद हो सकते हैं। उपरोक्त र्इत्तला पर जब पुलिस हरचंद की ढाणी पहुंची तोे पुलिस की गाडी को नजदीक आती देख कर ट्रेक्टर को एकदम रोककर नीचे उतरकर ट्रेक्टर को छोडकर पैदल आगे पशिचम दिशा की तरफ भागे जिनकी पहचान जसराज पुत्र हरचंदराम, झबराराम पुत्र प्रागाराम, गोरखाराम पुत्र नखतुराम जाति बेलदार निवासी हरचंद बेलदार की ढाणी सेलत के रुप में की गर्इ। आगे रास्ता उबड खाबड जमीन एवं घनी झाडियां होने के कारण पुलिस की गाडी को रोककर पैदल पीछा किया गया मगर रास्ता जमीन उबड खाबड तथा खीम्पों, सेवण घास के बुझे, कैर इत्यादि की घनी झाडियां होने से पकड में नहीं आये तथा भागने में सफल हो गए। ट्रेक्टर को चैक किया तो एक ट्रेक्टर बिना नम्बरी मय ट्रोली एवं ट्रोली के अंदर एक 35 लीटर काले रंग का जरीकन जिसमें 15 लीटर तरल पदार्थ भरा पाया एवं तीन ढोलकियां में कच्ची वाश जैसा तरल पदार्थ एवं शराब बनाने के काम आने वाले उपकरण (आशियाय) पाये गये। शराब बनाने के ट्रोली में पाये गये उपकरण एक बडा खाली देगडा एल्युमिनीयम का, एक मिटटी की हांडी जिसके तले में छेद किया हुआ, दो प्लासिटक पार्इप के टुकडे आधा इंची के (लम्बार्इ करीब 4 फिट एवं 2 फिट), एक एल्यूमिनीयम का भगौला, एक स्टील का ताम्बडियां जिसके दोनों तरफ रस्सी से लकडी बंधी हुर्इ को वास्ते वजह सबूत जब्त कर कब्जा पुलिस में लिया गया। उक्त घटना के संबंध में भी पुलिस थाना मोहनगढ में जसराज पुत्र हरचंद, गोरखाराम पुत्र नखताराम एवं झबराराम पुत्र प्रागाराम के विरुद्व आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्व किया जाकर अनुसंधान भगवानसिंह सहायक उपनिरीक्षक द्वारा किया जा रहा हैं।

शुक्रवार, 3 जनवरी 2014

जैसलमेर आपरेषन वेलकम टीम द्वारा दो लपके गिरफतार

जैसलमेर आपरेषन वेलकम टीम द्वारा दो  लपके गिरफतार


जैसलमेर शहर जैसलमेर में सैलानियों की सुरक्षा हेतु पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर हेमन्त शर्मा के आदेशानुसार चलाये जा रहे आपरेषन वेलकल के तहत आज दिनांक 03.01.2014 को अजर्ूनसिंह सउनि मय आपरेशन वेलकम टीम द्वारा जैसलमेर में अलग-अलग जगह से 02 लपको को सैलानियों को परेशान करते हुए गिरफतार किया गया।

जिसमें से पुलिस टीम द्वारा जिसमें प्रकाश पुत्र जगदीश वालिमकी निवासी एयरफोर्स गेट के पास, एयरफोर्स रोड, जैसलमेर को रेल्वे स्टेशन के बाहर स्पेशन ट्रेन से आने वाले सैलानियों को परेशान करते हुए तथा तालबखा पुत्र जियणखा निवासी छत्रैल को जोधपुर रोंड, बीएसएफ के सामने पर्यटको की गाडी का पिछाकर परेशान करते हुए पाया जाने पर पर्यटक अधिनियम के तहत गिरफतार किया गया। पुलिस टीम द्वारा तालबखा के कब्जे से मोटरसार्इकिल नम्बर आरजे 15 एसबी 7202 को कब्जा में लेकर कार्यवाही की गर्इ।

जैसलमेर हार्डकोर अपराधियो को बचने वाले दो सिपाही निलम्बित


जैसलमेर हार्डकोर अपराधियो को बचने वाले दो सिपाही निलम्बित 


जैसलमेर जिला पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर द्वारा जिला जैसलमेर में पदस्थापित कानिस्टेबल बालेन्द्रसिंह एवं गंगांिसंह को अपराधियों के प्रति सहानुभूति रखने एवं उनका सहयोग करने के जूर्म में निलमिबत किया गया।

ज्ञात रहे कि पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के आदेशानुसार कानिस्टेबल बालेन्द्रसिंह व गंगासिंह को जिला जैसलमेर में पवन ऊर्जा सयंत्रों एवं अन्य चोरी की वारदातों में सक्रिय कुख्यात एवं वांछित अपराधी गोरधनसिंह व उनके गैंग के सदस्यों की दस्तयाबी हेतु विशेष टीम में शरीक कर पुलिस चौकी म्याजलार व आस-पास के क्षैत्र में तलाश व सुरागरसी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश देकर भेजा गया था। इस दौरान दिनांक 09.12.2013 को अपराधी गोरधनसिंह की गैंग के सदस्य शम्भूसिंह पुत्र अनोपसिंह राणा राजपूत निवासी म्याजलार स्कार्पियो गाड़ी बिना नम्बरी को तेज गति व लापरवाही से चलाता हुआ पुलिस चौकी म्याजलार के परिसर में आया तथा चौकी परिसर में कानि. कामलखां की खड़ी मोटरसार्इकिल के टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर चला गया। उस समय पुलिस चौकी म्याजलार में पदस्थापित कानि. धमेन्द्र ने गाड़ी के बारे में पता लगाने का प्रयास किया, मगर उसे कोर्इ पता नहीं चला। जिस पर इस घटना के बारे में कानि. बालेन्द्रसिंह व गंगासिंह द्वारा मालुमात कर उक्त घटना शम्भूसिंह द्वारा कारित करने का पता लगाकर गांव के मौजिज व्यकितयों से सम्पर्क कर क्षतिग्रस्त मोटरसार्इकिल की मरम्मत करवाकर अपराधी गोरधनसिंह की गैंग के सक्रिय सदस्य शम्भूसिंह का सहयोग किया तथा उक्त घटना की सूचना थानाधिकारी पुलिस थाना झिझनियाली व अन्य उच्चाधिकारियों को नहीं देने हेतु कानि. कामलखां पर भी दबाव देकर कानि. बालेन्द्रसिंह व गंगासिंह द्वारा थानाधिकारी झिझनियाली व उच्चाधिकारियों को सूचना नहीं दी जाकर अपराधियों के प्रति सहानुभूति रखते हुए आपने कत्र्तव्य विमुखता का परिचय दिया एवं अपराधियों से संलिप्त होकर अपराधी को फरार होने का मौका दिया। उक्त आरोपों के को देखते हुए कानि. बालेन्द्रसिंह व गंगासिंह द्वारा को को निलमिबत किया गया। दोनों के विरूद्ध विभागीय जाच जारी है।

रविवार, 22 दिसंबर 2013

जैसलमेर पुलिस डायरी आज कि खबरे


जिले के समस्त वृताधिकारियों थानाधिकारियों के साथ अपराध गोष्ठी का आयोजन 




जिले में थाना स्तर पर कानून व्यवस्था मजबूत बनाने एवं आपसी समन्वय को बनाये रखने हेतु आज दिनांक 22.12.2013 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जिले के समस्त वृताधिकारियों थानाधिकारियों के साथ ''अपराध गोष्ठी'' का आयोजन किया गया। उक्त गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक के अलावा कृष्णचंद यादव, अति0 पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर, सोहनराम विश्नोर्इ, वृताधिकारी वृत जैसलमेर, विपिन शर्मा, वृताधिकारी वृत पोकरण एवं वेदप्रकाश आरपीएस एवं जिले के समस्त थानाधिकारी उपसिथत रहे। गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के समस्त थानाधिकारियों से शिष्टाचार मुलाकात की तथा समस्त अधिकारियों से आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने की समझार्इश की। पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी से पुलिस थानो पर आने वाले परिवादियो के साथ अच्छा व्यवहार करने निष्पक्ष रूप से कानूनी कार्यवाही अमल में लाने हेतु निर्देशित किया। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त वृताधिकारियोंथानाधिकारियों को अपराधियों पर नकेल कसने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकायों को अपने-अपने क्षैत्रों में चोरियों पर रोक लगाने हेतु गस्त एंव नाकाबंदी करने के निर्देश दिये। इसके आलावा समस्त थानाधिकारियों को अपने थानो में एक्शन प्लान के तहत स्थार्इ वारंटिया, उदघोषित अपराधियों तथा भगोडो को गिरफतार करने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकारियों को अपने-अपने क्षैत्र में इंस्दादी, एम.वी .एक्ट एवं लोकल एवं स्पेशल एक्ट के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दियेे तथा इसके साथ-साथ जिले में शराब तस्करो के विरूद्ध भी कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकारियों को थानों की पैडेन्सी को कम करने हेतु निर्देशित किया गया। जिले में नये वर्ष पर आने वाले सैलानियों की भीडभाड को देखते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकारियों को अपने-अपने क्षैत्र में आने वाली समस्त होटलो, धर्मशाला, सरायों एवं पेर्इग गेस्ट के संचालको को आने वाले सैलानियों से परिचय प्राप्त करने हेतु निर्देशित करने की हिदायते दी।




आपरेषन वेलकम टीम द्वारा 01 लपका गिरफतार

शहर जैसलमेर में सैलानियों की सुरक्षा हेतु पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर हेमन्त शर्मा के आदेषानुसार चलाये जा रहे आपरेषन वेलकल के तहत आज दिनांक 22.12.2013 को अजर्ूनसिंह सउनि मय आपरेषन वेलकम टीम द्वारा जैसलमेर में कुतबखा पुत्र यारेखा निवासी सियाम्बर हाल पैलेस हार्इट ढिब्बा पाडा जैसलमेर को रेल्वे स्टेषन के पास इन्टरसिटी ट्रेन से उतरने वाले पर्यटको को परेषान करते हुए पाया जाने पर पर्यटक अधिनियम के तहत गिरफतार किया गया।




पुलिस एवं स्थानीय लोगो के आपरेशन ''आर्इ लव जैसलमेर'' किला पर श्रमदान

शहर जैसलमेर को सुन्दर बनाने के लिए शहरवासियों एवं होटल मालिको तथा अन्य लोगो द्वारा चलाये जा रहे ''आर्इ लव जैसलमेर'' अभियान के तहत सोनार दूर्ग पर किये जाने वाले श्रमदान में आज दिनांक 22.12.2013 को पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के आदेशानुसार पुलिस लार्इन जैसलमेर से रणवीसिंह हवलदार मेजर के नेतृत्व में पुलिस जवानों द्वारा दूर्ग सिथत अखे प्रोल एवं पर्यटन स्थल पर श्रमदान कर शहर जैसलमेर को साफ सुथरा एवं सुन्दर बनाने हेतु अपनी भागीदारी दी। ऐसे कहे तो आज दो अभियानो में एक रूपता दिखार्इ दी जिसमें पुलिस द्वारा शहर जैसलमेर में आने वाले सैलानियों को लपकों द्वारा परेशान करने की घटना पर पाबंदी लगाने हेतु चलाये जा रहे अभियान ''आपरेशन वेलकम'' एवं शहर जैसलमेर में आने वाले सैलानियों को सुन्दर शहर दिखाने के लिए आपरेशन ''आर्इ लव जैसलमेर'' का मेलजोल दिखार्इ दिया। जिसमें पुलिस एवं स्थानिय लोगो द्वारा रूचि दिखाकर श्रमदान किया तथा शहर जैसलमेर को साफसुथारा रखने का प्रण लिया। पुलिस विभाग आगे भी इसी प्रकार समय-समय पर श्रमदान करके अपनी भागीदारी देता रहेगा।

शुक्रवार, 20 दिसंबर 2013

पिण्डारियों ने पोकरण ठाकुर का सिर काटकर राजा को भिजवाया

डॉ एम एल  गुप्ता 


पिण्डारियों ने पोकरण ठाकुर का सिर काटकर राजा को भिजवाया


ई. 1803 में राजा मानसिंह जोधपुर की गद्दी पर बैठा। उस समय उसके पूर्ववर्ती राजा भीमसिंह की विधवा रानी गर्भवती थी जिसने कुछ दिन बाद धोकलसिंह नामक पुत्र को जन्म दिया। पोकरण के ठाकुर सवाईसिंह ने पाली, बगड़ी, हरसोलाव, खींवसर, मारोठ, सेनणी, पूनलू आदि के जागीरदारों को अपने पक्ष में करके धोकलसिंह को मारवाड़ का राजा बनाना चाहा। उसने जयपुर के राजा जगतसिंह तथा बीकानेर के राजा सूरतसिंह को भी अपनी ओर मिला लिया। इन तीनों पक्षों ने लगभग एक लाख सिपाहियों की सेना लेकर जोधपुर राज्य पर चढ़ाई कर दी। मानसिंह ने गीगोली के पास इस सेना का सामना किया किंतु जोधपुर राज्य के सरदार जबर्दस्ती मानसिंह का घोड़ा युद्ध के मैदान से बाहर ले आये। शत्रु सेना ने परबतसर, मारोठ, मेड़ता, पीपाड़ आदि कस्बों को लूटते हुए जोधपुर का दुर्ग घेर लिया।


इस पर मानसिंह को पिण्डारी नेता अमीरखां की सेवाएं लेनी पड़ीं। उसने अमीरखां को पगड़ी बदल भाई बनाया और उसे अपने बराबर बैठने का अधिकार दिया। इतना ही नहीं मानसिंह ने अमीर खां को पाटवा, डांगावास, दरीबा तथा नावां आदि गाँव भी प्रदान किये। अमीरखां ने महाराजा को वचन दिया कि वह सवाईसिंह को अवश्य दण्डित करेगा।


अमीरखां ने एक भयानक जाल रचा। उसने महाराजा मानसिंह से पैसों के लिये झगड़ा करने का नाटक किया तथा जोधपुर राज्य के गाँवों को लूटने लगा। जब सवाईसिंह ने सुना कि अमीर खां जोधपुर राज्य के गाँवों को लूट रहा है तो उसने अमीरखां को अपने पक्ष में आने का निमंत्रण दिया। अमीर खां ने सवाईसिंह से कहा कि यदि सवाईसिंह अमीरखां के सैनिकों का वेतन चुका दे तो अमीरखां सवाईसिंह को जोधपुर के किले पर अधिकार करवा देगा। सवाईसिंह अमीरखां के आदमियों का वेतन चुकाने के लिये तैयार हो गया। इस पर अमीरखां ने सवाईसिंह को अपने साथियों सहित मूण्डवा आने का निमंत्रण दिया।



सवाईसिंह चण्डावल, पोकरण, पाली और बगड़ी के ठाकुरों को साथ लेकर मूण्डवा पहुँचा। अमीरखां के आदमियों ने इन ठाकुरों को एक शामियाने में बैठाया तथा धोखे से शामियाने की रस्सि्यां काटकर चारों तरफ से तोल के गोले बरसाने लगे। इसके बाद मृत ठाकुरों के सिर काटकर राजा मानसिंह को भिजवाये गये। इस घटना से सारे ठाकुर डर गये और उन्होंने महाराजा से माफी मांग ली।कुछ दिनों बाद अमीरखां महाराजा से पैसों की मांग करने लगा। जब महाराजा ने पैसे देने से मना कर दिया तो उसने गाँवों में आतंक मचा दिया। एक दिन उसके आदमियों ने जोधपुर के महलों में घुसकर राजा मानसिंह के प्रधानमंत्री इन्द्रराज सिंघवी तथा राजा के गुरु आयस देवनाथ की हत्या कर दी।

गुरुवार, 19 दिसंबर 2013

जैसलमेर महारावल ने घबराकर अंग्रेज बहादुर से दोस्ती गांठने का मन बनाया

दीवान सालिमसिंह के अत्याचारों से घबरा 

महारावल मूलराज 
महारावल ने घबराकर अंग्रेज बहादुर से दोस्ती गांठने का मन बनाया
लेखक। मोहनलाल गुप्ता 


जैसलमेर को अंतर्कलह में फंसा हुआ जानकर ई. 1783 में बीकानेर के राजा ने पूगल पर अधिकार कर लिया और उसे अपने राज्य में मिला लिया। उन दिनों जोधपुर राज्य में भी शासनाधिकार को लेकर कलह मचा हुआ था। राजा विजयसिंह अपने पौत्र मानसिंह को अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहता था किंतु विजयसिंह का दूसरा पौत्र पोकरण ठाकुर सवाईसिंह के साथ मिलकर राज्य हड़पने का षड़यंत्र कर रहा था। भीमसिंह को जोधपुर राज्य छोड़कर जैसलमेर में शरण लेनी पड़ी। इस दौरान जैसलमेर के महारावल मूलराज तथा जोधपुर के राजकुमार भीमसिंह के मध्य एक संधि हुई तथा महारावल ने युवराज रायसिंह की पुत्री का विवाह भीमसिंह के साथ कर दिया।

कुछ समय बाद परिस्थितियों ने पलटा खाया तथा विजयसिंह की मृत्यु होने पर भीमसिंह जोधपुर का राजा बना। मानसिंह को जोधपुर से भागकर जालोर के किले में शरण लेनी पड़ी। जब भीमसिंह जोधपुर का राजा बना तो जैसलमेर के युवराज रायसिंह को जोधपुर में रहना कठिन हो गया। वह अपने पिता से क्षमा याचना करने के लिये जैसलमेर राज्य में लौट आया। जोरावरसिंह तथा उसके अन्य साथी भी जैलसमेर आ चुके थे।

महारावल ने युवराज के समस्त साथियों तथा जोरावरसिंह को तो क्षमा कर दिया किंतु अपने पुत्र को क्षमा नहीं कर सका और उसे देवा के दुर्ग में नजरबंद कर दिया। रायसिंह के दो पुत्र अभयसिंह और धोकलसिंह बाड़मेर में थे। महारावल ने उन्हें कई बार बुलाया किंतु सामंतों ने डर के कारण राजकुमारों को समर्पित नहीं किया। महारावल ने रुष्ट होकर बाड़मेर को घेर लिया। 6 माह की घेरेबंदी के बाद सामंतों ने इस शर्त पर दोनों राजकुमारों को महारावल को सौंप दिया कि राजकुमारों के प्राण नहीं लये जायेंगे। महारावल ने जोरावरसिंह से दोनों राजकुमारों के प्राणों की सुरक्षा की गारण्टी दिलवायी।

दीवान सालिमसिंह के दबाव पर महारावल मूलराज ने युवराज रायसिंह के दोनों पुत्रों को रायसिंह के साथ ही देवा के दुर्ग में नजरबंद कर दिया। सालिमसिंह अपने पिता की हत्या करने वालों से बदला लेना चाहता था किंतु जोरावरसिंह उन सब सामंतों को महारावल से माफी दिलवाकर फिर से राज्य में लौटा लाया था। इसलिये सालिमसिंह ने जोरावरसिंह को जहर देकर उसकी हत्या करवा दी। कुछ ही दिनों बाद मेहता सालिमसिंह ने जोरावरसिंह के छोटे भाई खेतसी की भी हत्या करवा दी। सालिमसिंह का प्रतिशोध यहाँ पर आकर भी समाप्त नहीं हुआ। उसने कुछ दिन बाद देवा के दुर्ग में आग लगवा दी जिसमें युवराज रायसिंह तथा उसकी रानी जलकर मर गये। रायसिंह के दोनों पुत्र अभयसिंह तथा धोकलसिंह इस आग में जीवित बच गये थे। उन्हें रामगढ़ में लाकर बंद किया गया। कुछ समय बाद वहीं परा उन दोनों की हत्या कर दी गयी।
इस प्रकार जब राजपूताना मराठों और पिण्डारियों से त्रस्त था और अंग्रेज बंगाल की ओर से चलकर राजपूताने की ओर बढ़े चले आ रहे थे, जैसलमेर का राज्य अपनी ही कलह से नष्ट हुआ जा रहा था। बीकानेर का राजा जैसलमेर राज्य के पूगल क्षेत्र को हड़प गया था तो जोधपुर राज्य ने उसके शिव, कोटड़ा तथा दीनगढ़ को डकार लिया था। महारावल ने दीवान सालिमसिंह तथा अपने पड़ौसी राज्यों के अत्याचारों से घबरा कर अंग्रेज बहादुर से दोस्ती गांठने का मन बनाया।

गुरुवार, 12 दिसंबर 2013

breaking news..जैसलमेर नाचना में पति ने कुल्हाड़ी से पत्नी कि हत्या कि पति गिरफ्तार

जैसलमेर नाचना में पति ने कुल्हाड़ी से पत्नी कि हत्या कि पति गिरफ्तार


जैसलमेर जिले के नाचना थानाक्षेत्र में गुरूवार देर शाम को एक वयक ने अपनी [अटनि कि कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी ,जानकारी के अनुसार नाचना क्षेत्र के भारेवाला में पीराराम भील नामक युवक ने अपनी पत्नी रुखमा देवी उम्र तेंतीस कि कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी। मृतका के पीहर पक्ष ने नाचना ठाणे में मामला दर्ज कराया ,पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। मृतका का पोस्टमार्टम शुक्रवार सुबह किया जायेगा। हत्या का कारण अवैध सम्बन्ध बताया जा रहा हें।

शनिवार, 7 दिसंबर 2013

एक क्लिक पर मिलेगा अपराधी का ब्यौरा!

जैसलमेर। अब किसी भी अपराधी की समीक्षा व चालान अवधि के बारे में पुलिस महकमे के उच्चाधिकारी आसानी से पता लगा सकेंगे। यही नहीं पुलिस के पास फींगर प्रिंट स्टोर होने से यदि अपराधी अपना हुलिया भी बदल ले तो भी वह पकड़ में आ जाएगा। इसके साथ-साथ आमजन घर बैठे ऑनलाइन अपने केस अनुसंधान अधिकारी व केस प्रगति की जानकारी ले सकेगा। यदि पुलिस प्रशासन की ओर से जैसलमेर मे यह प्रयास रंग लाए तो पुलिस महकमे की कार्य करने की क्षमता निखरेगी, वहीं कार्यशैली मे भी पारदर्शिता देखने को मिलेगी।
गौरतलब है कि शीघ्र ही देश के सभी थानों को ऑनलाइन किए जाने की कड़ी मे जैसलमेर जिले के सभी थानो को भी हाइटेक बनाने की योजना को मूर्त रूप दिए जाने की कवायद चल रही है। इसके तहत उपकरण आ गए हैं और संबंधित कार्मिको को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। प्रयास यही किया जा रहा है कि जल्द ही इसको मूर्त रूप दिया जा सके।

पुलिस का मानना है विषम भौगोलिक परिस्थितियो के कारण दूरभाष व इंटरनेट संबंधी खामियां दूर कर लिए जाने के बाद सरहदी जैसलमेर मे यह सुविधा लागू हो सकेगी। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार के सीसीटीएनएस, क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क सिस्टम प्रोजेक्ट से देश के सभी थाने एक-दूसरे से जोड़े जाने की योजना है।

हर थाने मे रहेगी अपराधियो की कुंडली

देश के किसी भी थाने की पुलिस अपराधियो क ी हिस्ट्रीशीट देख सकेगी। सीसीटीएनएस का सॉफ्टवेयर देश की जानी मानी आईटी कम्पनी ने करीब बीस करोड़ रूपए की लागत से तैयार किया है। इसकी मदद से अपराधियो के अपराधी की प्रवृत्ति, अपराध करने के तरीके का फीड किया जाएगा। अपराधियो के फोटो, उनके पैतृक निवास व रिश्तेदारों की बायोग्राफी, हिस्ट्रीशीट आदि की फीडिंग भी की जाएगी।

ऑनलाइन हो जाएगा समूचा रिकार्ड

इस प्रोजेक्ट के लागू होने से देश के सभी थाने एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे और किसी भी अपराधी का पूरा ब्यौरा देश में किसी भी थाने में एक क्लिक पर उपलब्ध हो जाएगा। हाइटेक होने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि प्राथमिकी ऑनलाइन होते ही पुलिस को हर हालत में उसे स्वीकार कर संबंधित पीडित पक्ष को जवाब देना होगा। इसके अलावा वर्ष 2001 से डेटा फीड होने से पुलिस को पुराना रिकार्ड भी सहजता से उपलब्ध हो सकेगा।

इन्होने कहा

सरहदी जैसलमेर जिले के सभी थानो को एक-दूसरे से जोड़ने की यह बेहतर योजना है। जैसलमेर मे इसके क्रियान्वयन के लिए उपकरण आ गए हैं और संबंधित कार्मिको को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। इंटरनेट व दूरभाष संबंधी बाधाओ के दूर होते ही सभी थानो का एक-दूसरे से जुड़ाव हो सकेगा। हेमन्त शर्मा, पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर

गुरुवार, 5 दिसंबर 2013

रामगढ़ में खुले बाजार

रामगढ़। रामगढ़ में बुधवार सुबह बाजार खुल गए और दिन चढ़ने के साथ ही चहल-पहल बढ़ गई। हालांकि अभी भी शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिसकर्मिययो का पहरा बना हुआ है। कस्बे के मुख्य बाजार सहित समस्त चौराहों पर पुलिस की ओर से गश्त की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामगढ़ में डेरा डाले हुए हैं, वही भारी संख्या मे जाब्ता तैनात किया हुआ है। आरोपियों की तलाश में पुलिस की ओर से दबिश दी जा रही है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
घटना के दो दिन बाद बाजार तो खुल गए लेकिन चर्चाओं का दौर जारी है। बुधवार को मुख्य बाजार, बस स्टैण्ड, तनोट सड़क मार्ग पर स्थित सभी दुकानें खुल गई और लोग रोज की तरह खरीददारी करते दिखे। गौरतलब है कि रामगढ़ में दो दिन पूर्व नहरी भूमि विवाद को लेकर एक युवक पर कुछ लोगो की ओर से किए गए हमले के बाद तनाव बढ़ गया था और लोग दहशत मे थे। कस्बे मे बुधवार को आम दिनो की तरह बाजार खुले, लेकिन लोगों मे कुछ भय भी दिखा।

सोमवार, 2 दिसंबर 2013

जैसलमेर रामगढ़ में खेत के विवाद में दो समुदायो के बीच छिड़ी जंग दो वाहन और दुकाने जलाई


जैसलमेर रामगढ़ में खेत के विवाद में दो समुदायो के बीच छिड़ी जंग

दो वाहन और दुकाने जलाई


जैसलमेर जिले के रामगढ़ कसबे में सोमवार को खेत के विवाद को लेकर दो पक्ष उलझ गए। एक पक्ष द्वारा भाग जाने के बाद आक्रोशित दूसरे पक्ष ने उनके दो वाहनो और दुकानो को आग लगा दी। जानकारी के अनुसार वीरेंदर सिंह नमक व्यक्ति के मुरब्बे खेत पर संिदय विशेष के व्यक्ति द्वारा कब्ज़ा कर लिया था। वीरेंदर सिंह अपने खेत का कब्ज़ा लेने गया तो दूसरा पक्ष उससे उलझ गया तथा मारपीट शुरू कर दी ,वीरेंदर सिंह इस बीच फोन से अपने समर्थको को बुला लिया ,थोड़ी देर में वीरेंदर सिंह के बड़ी तादाद में समरथक पहुँच गए ,बड़ी तादाद में दुस्त्रे पक्ष के लोगो को झगड़े कि नियत से आते देख दूसरे समुदाय के लोग भागने में सफल हो गए इसी बीच एकत्रित लोगो ने वहा खड़े दो वाहनो को आग लगा दी तथा दो डुकलान फूंक दी ,घटना कि जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक रामगढ़ मौके पर पहुँच रहे हें


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सोमवार, 18 नवंबर 2013

चुनावी रणभेरी जैसलमेर चुनाव दलगत राजनीती से ऊपर उठा व्यक्तिगत प्रभाव का दिखेगा असर


चुनावी रणभेरी जैसलमेर चुनाव दलगत राजनीती से ऊपर उठा व्यक्तिगत प्रभाव का दिखेगा असर



जैसलमेर अब जबकि जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र से चुनावी रणक्षेत्र कि स्थिति साफ हो चुकी हें। प्रथम दौर में भाजपा ने अपना प्रत्यासी कांग्रेस से पहले घोषित कर कर चुकी हें वाही भाजपा कि दूसरी बड़ी सफलता बागी सांग सिंह भाटी को मानना रहा भाजपा के लिए यह उत्साहजनक था। इधर कांग्रेस ने प्रत्यासी चुनने में देर लगाई जिससे गुटबाज़ी को बल मिला। भाजपा ने वर्त्तमान विधायक छोटू सिंह भाटी को मैदान में उतरा तो कांग्रेस ने सेवानिवृत मुख्य अभियंता रूपाराम धनदे को मैदान में उतारा। पांच अन्य निर्दलीय और पार्टियो के प्रत्यासी हे जिनका ज्यादा वजूद नहीं हें।


कांग्रेस ने इन चुनावो में नया गम खेला। अपनी परंपरागत राजपूत उम्मीदवार उतरने कि बजाय सामान्य सीट पर अनुसूचित जाति के रूपाराम धंदे पर दांव खेल राजपूतो कि नाराजगी मोल ले ली। क्षेत्र में करीब उन सितर हज़ार राजपूत मतदाता हें वाही उनचालीस हज़ार मुस्लिम और छबीस हज़ार अनुसूचित जाति ,तेरह हज़ार अनुसूचित जन जाती के मतदाता प्रमुख हें.कांग्रेस ने इस बार दांव खेला हें मुस्लिम मेघवाल गठजोड़ पर। इस नए गठजोड़ के चलते कांग्रेस के परंपरागत राजपूत वोट बेंक पूरी तरह खिसक गया ,कांग्रेस द्वारा राजपूत उम्मीदवार कि टिकट कटाने से जैसलमेर के तीन धड़ो में बनते राजपूत एक हो गए वाही आस पास के जिलो में इसका साफ़ असर देखा जा सकता हें।


कांग्रेस के लिए दिक्कत फ़क़ीर परिवार हें इस बार गाज़ी फ़क़ीर कि हिस्ट्रीशीट खुलने के प्रकरण के बाद इस परिवार कि छवि पर इसका अन्य जाति समाजो ममे विपरीत प्रभाव पड़ा हें ,इस परिवार पर राष्ट्रद्रोह के आरोप खुद सरकारी कारिंदो ने लगाये। जिसका असर इन चुनावो में दिखेगा।


कांग्रेस प्रत्यासी रूपाराम धनदे। … रूपाराम धंदे ने अपनी सरकारी सेवा का अधिकांस समय जैसलमेर में गुजारा हें उनके हर समाज जाति वर्ग में बेहतर व्यक्तिगत रिश्ते हें। व्यक्तिगत प्रभाव कितना कारगर साबित होगा यह आने वाले समय में पता चलेगा ,रूपराम का व्यक्तिगत प्रभाव कांग्रेस पार्टी से भारी हें। उन्हें हर वर्ग से समर्थन मिल रहा हें तो कई लोग सही आदमी गलत पार्टी का नारा बुलंद कर रहे हें। रूपराम ने अपने कार्यकाल में कई लोगो और परिवारो को लाभान्वित किया किसी न किसी रूप में। जिसका फायदा उन्हें मिल सकता हें ,रूपराम के पास पैसे का बड़ा जरिया हें।


भाजपा प्रत्यासी छोटू सिंह भाटी। … भाजपा के वर्त्तमान विधायक छोटू सिंह भाटी पेशे से ठेकेदार ह्वेन ,उनका सरल स्वाभाव जैसलमेर कि जनता को लुभाता हें ,उनके हर समाज जाती वर्ग से बेहतर व्यक्तिगत रिश्ते हें। इन रिश्तो के चलते वे पिछला चुनाव जीते थे ,गत चुनावो में राजपूत समाज के साथ भाजपा भी कई धड़ो में बंटी थी इस बार उन्हें सांग सिंह भाटी पूर्व विधायक का साथ मिला हें ,संग सिंह ने निर्दलीय नामांकन भरा था पार्ट्री के आदेश से उन्होंने ना केवल नामांकन वापस लिया अप[इतु छोटू सिंह के साथ हो लिए। इस बार राजपूत समः एक मत हें इसका फायदा उन्हें मिल सकता हें ,छोटू सिंह को परम्परागत भाजपा वोटो के साथ कांग्रेसी राजपूतो के वोट मिलेंगे जो उनके लिए बोनस साबित हो सकते हें।


हालफिलहाल दोनों प्रत्यासी जोर आज़माईश में लगे हें ,मुकाबला कडा होने के प्रबल आसार हें। मुस्लिम मेघवाल गठजोड़ के प्रतिक रहे पूर्व निर्दलीय विधायक मुल्तानाराम बारुपाल और राजपूत नेता जनक सिंह भाटी कांग्रेस को अलविदा कह चुके हें कांग्रेस के लिए यह झटका था।


--विधानसभा चुनाव के दौरान उम्मीदवारो ने एड़ी से चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। राष्ट्रीय पार्टियो के प्रत्याशियो के अलावा स्वतंत्र रूप से चुनावी मैदान मे उतरे प्रत्याशी मतदाताओ को रिझाने मे कोई कसर नहीं छोड़ रहे।


शहरी क्षेत्रो मे चुनाव प्रचार करने के साथ दूर-दराज के गांव व ढाणियो तक पार्टी प्रत्याशियो ने युद्ध स्तर पर अपनी कार्ययोजना को मूर्त रूप देना शुरू कर दिया है। जिले के शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रो मे भी चुनावी रंग जमने लगा है। चाय की थडियो से लेकर गली-मोहल्ले व चौपालो पर हर जगह चुनावो की ही चर्चा है। इस दौरान उम्मीदवारो के दौरो ने इन चुनावी रंग को गहरा कर दिया है।

चुनाव कार्यालयो मे छाई रौनक

जैसलमेर मे पार्टियो की ओर से खोले गए चुनावी कार्यालयो मे इन दिनो उत्सव सा माहौल है। यहां चुनावी रणनीति बनाते लोग समूह विचार विमर्श करते हुए या फिर जाातिगत वोटो पर चर्चा करने मे मशगूल कार्यकर्ताओ को देखा जा सकता है। यहां यह भी चर्चा हो रही है कि किस गांव व क्षेत्र मे कौनसे कार्यकर्ताओ की टीम जाएगी। चर्चाओ के इस दौर के बीच खोले गए चुनावी कार्यालयो मे चहल-पहल देखी जा सकती है।

ये है चुनावी मैदान मे


नामांकन वापस लेने के बाद अब जैसलमेर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस से रूपाराम मेघवाल, भाजपा से छोटूसिंह भाटी, बसपा से हुकुमसिंह शेखावत के अलावा हरीश कुमार, रामनिवास छीपा, रोशनसिंह व भगवानसिंह चुनावी मैदान मे है।

रविवार, 17 नवंबर 2013

छोटूसिंह ने किया ग्रामीण क्षेत्रें का दौरा, ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत


विभिन्न समाजों ने की भाजपा ज्वाईन

जैसलमेर विधायक एंव भाजपा उम्मीदवार छोटूसिंह ने भाटी ने आज ग्रामीण क्षेत्रें का दौरा किया, इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रें के ग्रामीणों द्वारा भाटी का भव्य स्वागत किया गया। जिला प्रवक्ता कंवराजसिंह ने बताया कि आज सुबह अमरसागर, पारेवर, पीटीएम, सुथारमण्डी होते हुए छोटूसिंह ख्याला मठ पहुंचे यहां पर गुरू गोरखनाथ जी का लेने के बाद आशिर्वाद भाटी बरना, तेजसी, धाणेली सहित सोढाण क्षेत्र् के विभिन्न गांवों का दौरा किया। इस अवसर पर कई कार्यकर्ता भाटी के साथ उपस्थित रहे। दौरे के दौरान विधायक भाटी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि जो किसान भाई भूमिहीन हैं उन्हें प्राथमिकता के साथ भूमि का मालिक बनाया जायेगा। उन्होंन कहा कि पिछले कार्यकाल में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने की वजह से वे अपने क्षेत्र् का पूरा विकास नहीं कर पाये लेनिक इस बार जनता के भारी समर्थन के साथ प्रदेश में भाजपा की सरकार होगी और जैसलमेर जिला विकास के नये आयामों को छूएगा। इस अवसर पर विधायक भाटी के साथ पूर्व जिला परिषद सदस्य रणवीरसिंह सोढा, हमीरसिंह जाम, मोढसिंह पूनमनगर, कानसिंह जोगा, गोरधनसिंह जोगा, वीरसिंह तेजमालता, गिरधरसिंह म्याजलार एवं दीपसिंह सौलंकी भी साथ रहे।
 भाजपा में  शामिल हुए 

जैसलमेर. आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा चुनाव प्रचार की कडी में विभिन्न समाजों के गणमान्य लोग भारतीय जनता पार्टी से जुड कर प्रदे६ा के विकास में अपनी भागीदारी निभाने के लिये आगे आ रहे हैं। इसी कडी में भाट समाज के प्रतिनिधि भंवरूराम भाट के नेतृत्व मे कई युवाओं ने भाजपा की सदस्यता गृहण की। इसी प्रकार ओबीसी नेता नारायणसिंह राठौड के नेतृत्व में कई युवाओ ने भाजपा की सदस्यता गृहण करते हुए जैसलमेर में भाजपा को जिताने का संकल्प लिया।
भाजपा के चुनाव प्रचार कार्यालय में कल साम युवाओं ने बडी संख्या में उपस्थित होकर युवा शक्ति के भाजपा को समर्थन देने की बात कही। युवाओं का नेतृत्व कर रहे नरेन्द्रसिंह सोढा बेरिसियाला इस अवसर पर भाजपा प्रत्या६ाी छोटूसिंह को आस्वत किया कि इस जिले का युवा भारतीय जनता पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलायेगा और प्रदे६ा व केन्द्र में भाजपा की सरकार बनाने की ओर अपना प्रयास करेगा।

रविवार, 21 अक्तूबर 2012

रेगिस्तान का बेहद खूबसूरत गाँव ....रणाऊ जैसलमेर













रेगिस्तान का बेहद खूबसूरत गाँव ....रणाऊ  जैसलमेर




बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान का थार रेगिस्तान का पूरा इलाका बेहद खूबसूरत हें .एक एक गाँव ढाणी देखने मतलब रखते हें ,विशेषकर बाड़मेर जैसलमेर के सरहदी गाँवो में शालीनता और सादगी के साथ ग्रामीण जीवनशैली दर्शनीय हें ,मगर आज आपको एक एसा गाँव हूँ जो आपके सपनों का गाँव हें ,यह गाँव कोई सुविधायुक्त नहीं हें बल्कि असली ग्राम दर्शन यंहा होंगे ,जैसलमेर जिले का सरहदी गाँव रणाऊ  आपके सपनों का गाँव हें ,बेहद सरल और शालीन ,जैसलमेर तनोट मार्ग पर तनोत से सात किलोमीटर पहले आता हें यह गाँव ,यह गाँव पहली नज़र में आपको भा जाएगी ठीक उसी तरह पहली नज़र में किसी से प्यार हो जाता हें ,रेगिस्तानी जनजीवन और जीवन शिली देखने के प्रशसंक इस गाँव को जरुर देखे ,जैसे ही इस गाँव की सरहद में प्रवेश करते हें एक और ऊँचे रेत के टीले आपका स्वागत करते नज़र आयेंगे ,तो दूसरी और करीब सत्तर असी घरो की धोरो पर बसे कच्चे घरो की बस्ती आपका ध्यान अनायास अपनी और खींच लेगी ,गाँव की तलहटी में नलकूप पर पानी भरते ग्रामीण ,महिलाए बच्चे शानदार द्रश्य ,वंही इनी जोहड़ो में प्यास बुझती हज़ारो भेड़े वास्तविक प्रकृति के दर्शन कराती हें ,एक तरफ से आती भेडों की एवड और दूसरी तरफ घरो की और लौटती एवाद बेहद खास बनती हें इस गाँव को ,शाम को सूर्यास्त का द्रश्य बिलकुल आपके सपनों के सूर्यास्त जैसा होता हें ,रेतीले टीलों पर यह द्रश्य बेहद खास नज़र आता हें खास कर महिलाओ के रंग रंगीले ग्रामीण परिधान पहने सर पर रखे पानी के घड़े आपको बेहद पसंद आयेंगे ,पाकिस्तान की सीमा से लगता यह गाँव वाकई ख़ास हें ,इस गाँव की सड़क भी अपने आप में ख़ास हें ,सड़क के दूसरी तरफ का चमत्कारी मंदिर हें ,बेहद खूबसूरत और मन को शकुन देने वाला ,जब मंदिर में आरती होती हे उसकी ध्वनी धोरो पर बेठे लोगो के कानो में मिश्री से मिठास घोलती हें ,जैसलमेर का यह सरहदी गाँव कुछ नहीं होते हुए भी बेहद ख़ास हें