सोमवार, 28 अक्तूबर 2013

जानिए, कौन हैं धमाकों के 'मास्‍टरमाइंड' तहसीन अख्‍तर, वकास

नई दिल्‍ली. पटना में नरेंद्र मोदी की 'हुंकार रैली' के दिन रविवार को हुए आठ धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के आतंकी तहसीन अख्‍तर और वकास का नाम सामने आ रहा है। बिहार के समस्‍तीपुर का रहने वाला 23 साल का तहसीन आईएम के शीर्ष आतंकियों में एक बताया जाता है। यह भी बताया जाता है कि उसका संबंध बिहार के एक राजनीतिक परिवार से है। तकी अख्‍तर और तहसीन में चाचा-भतीजे का रिश्‍ता है। हालांकि, वह तहसीन से रिश्‍तों को हमेशा नकारते रहे हैं।
जानिए, कौन हैं धमाकों के 'मास्‍टरमाइंड' तहसीन अख्‍तर, वकास
तकी समस्‍तीपुर में जेडीयू के सक्रिय नेता हैं और पार्टी के जिला अल्‍पसंख्‍यक प्रकोष्‍ठ के अध्‍यक्ष भी रह चुके हैं। इस संबंध में दैनिक भास्‍कर डॉट कॉम ने जेडीयू के अल्‍पसंख्‍यक प्रकोष्‍ठ के प्रदेश अध्‍यक्ष मोहम्‍मद कलाम से बात की तो उन्‍होंने कहा कि तकी अख्‍तर नाम का कोई भी नेता हमारी पार्टी में नहीं है। इसके बाद  तकी अख्‍तर से संपर्क साधा तो उन्‍होंने तहसीन के संबंध में सवाल पूछे जाने पर छूटते ही कहा कि मेरे पास फालतू बातों के लिए वक्‍त नहीं है और फोन काट दिया। इसके बाद कई बार फोन किए जाने के बाद भी उन्‍होंने कॉल रिसीव नहीं की।

तकी अख्तर और तहसीन के रिश्‍ते के बारे में हमने समस्तीपुर के एसपी चंद्रिका प्रसाद से भी बात की। इस बारे में एसपी प्रसाद ने कहा- तकी और तहसीन को लेकर फिलहाल कोई जांच नहीं चल रही है। एनआईए टीम कर रही या नहीं, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। यह पूछने पर कि क्या ये दोनो रिश्तेदार हैं? एसपी ने कहा कि इसकी भी मुझे जानकारी नहीं है।
10 लाख का इनाम है तहसीन पर
तहसीन बिहार और झारखंड में आतंकी गतिविधियों की कमान संभालता है। बेहद सामान्‍य से दिखने वाले तहसीन पर 10 लाख रुपए का इनाम है। वह 2006 के वाराणसी ब्‍लास्‍ट, 2011 के मुंबई सीरियल ब्‍लास्‍ट और 2013 में हैदराबाद के दिलसुखनगर बम ब्‍लास्‍ट में भी वांटेड है। बिहार पुलिस सूत्रों का कहना है कि मोदी की रैली से पहले गांधी मैदान और पटना के अन्‍य स्‍थानों पर बम प्‍लांट करने के पीछे तहसीन ही था। नेशनल इंवेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) के मुताबिक, तहसीन बहुरूपिया है। उसे ज्‍यादातर पर्यटन स्‍थलों पर देखा गया है। वह गाइड बनकर रेकी करने में भी माहिर है। तहसीन इंटरनेट कैफे में काफी समय बिताता है और जाली कागजात देकर नए सिम कार्ड खरीदने में भी माहिर है



दरभंगा में डेरा डाले हुए था पाकिस्‍तानी आतंकी वकास
जानिए, कौन हैं धमाकों के 'मास्‍टरमाइंड' तहसीन अख्‍तर, वकास
पटना धमाकों के लिए आईएम पिछले कई महीनों से तैयारी कर रहा था। धमाकों की साजिश रचने वालों में तहसीन के अलावा वकास उर्फ अहमद का भी नाम सामने आ रहा है। वकास को यासीन भटकल का दाहिना हाथ बताया जाता है। अगस्‍त में भटकल की गिरफ्तारी से पहले ही पाकिस्‍तानी नागरिक वकास ने बिहार में डेरा डाल दिया था। सूत्रों का कहना है कि वकास दरभंगा में ही टिका हुआ था।

एनआईए को शक है कि वकास और उसके साथी विस्फोट के बाद पटना में ही कहीं छिपे हैं। वकास के बारे में बताया जाता है कि वह बम बनाने में माहिर है। वह इंडियन मुजाहिदीन के लड़ाकों को बम बनाना भी सिखाता है। वकास का नाम हैदराबाद ब्‍लास्‍ट में भी सामने आया था। वकास पर एनआईए ने 10 लाख रुपए का इनाम रखा है। वह 2011 के मुंबई धमाकों और 2013 में हुए हैदराबाद ब्‍लास्‍ट में भी शामिल था।

अंतःकलह कि शिकार पचपदरा विधानसभा सीट पचपदरा विधायक का पुरजोर विरोध

अंतःकलह कि शिकार पचपदरा विधानसभा सीट 

पचपदरा विधायक का पुरजोर विरोध। 

टिकट  दी तो देंगे इस्तीफे 
करीब 20 वर्षो बाद पचपदरा विधानसभा की सीट कांग्रेस के खाते में आई थी, तब पूरे कांग्रेस कार्यकर्ता बड़े उत्साहित थे, लेकिन ये खुशी इस बार बगावत में तब्दील हो गई है। चुनावी बिगुल बजने के साथ ही कांग्रेस में विधायक विरोधी स्वर मुखरित होने लगे है, तो वही भाजपा में एकजुट होने के संकेत मिल रहे है।

राजस्थान में नमकनगरी के नाम से पहचाने जाने वाला पचपदरा विधानसभा क्षेत्र यूं तो भाजपा का अभेद गढ़ माना जाता रहा है लेकिन विगत चुनावों में कांग्रेस ने इस विधानसभा क्षेत्र में पूरी ताकत झोंक दी, तो भाजपा की अंतरकलह ने कांग्रेस प्रत्याशी के जीत की राह को आसान बना दिया। इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के कद्दावर माने जाने वाले नेता व पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी लगातार तीन बार जीतकर विधानसभा में जा चुके है, लेकिन विगत चुनाव में यहां से अमराराम चौधरी रनर-अप रहे।

वर्तमान कांग्रेस विधायक मदन प्रजापत और भाजपा के अमराराम चौधरी के बीच जीत का अंतर करीब 12 हजार मतों का रहा था, जिसमें करीब 65 प्रतिशत मतदान हुआ था। कलबी चौधरी और अनुसूचित जाति-जनजाति वोट बाहुल्य इस विधानसभा क्षेत्र में करीब 1 लाख 70 हजार मतदाता है। यहां पर कलब चौधरियों के 30 हजार व अनुसूचित जाति-जनजाति के भी 30 हजार निर्णायक मतदाता है। इसके अलावा पचपदरा विधानसभा क्षेत्र में मुख्य रूप से जाट समुदाय के 14 हजार, पुरोहित समुदाय के 12 हजार, प्रजापत समुदाय के 10 हजार, माली समाज समुदाय के 15 हजार, रावणा राजपूत समुदाय के 5 हजार, राजपूत समुदाय के 10 हजार, जैन समुदाय के 8 हजार, अग्रवाल समुदाय के 3 हजार, घांची समुदाय के 3 हजार, मुस्लिम व देवासी समाज के 5 हजार, माहेश्वरी समुदाय के 1500 मतदाता है। शेष में सभी वर्गों के मतदाता है।

यहां से भाजपा व कांग्रेस दोनों पार्टियों के चुनावी घोषणा-पत्र में मीठा पानी लाना और विधानसभा के बालोतरा उपखंड को जिला बनाने के मुद्दे शामिल थे। दोनों ही मुद्दो में आशातीत प्रगति नहीं हुई है जिस कारण इन मुद्दो के फिर से आगामी चुनावों में छाये रहने की संभावना है।

यहां से कांग्रेस रिफाइनरी, जिला परिवहन कार्यालय, नगर पालिका के नगर परिषद मे क्रमोन्नत करने की उपलब्धियों के साथ चुनाव में उतरेगी तो भाजपा पेयजल योजनाओं के पूरा नहीं होने सहित जमीन घोटाले, भ्रष्टाचार, बिजली, शिक्षा व सडक़ के मुद्दो पर उतर सकती है।

संभावित उम्मीदवारों की बात करें तो दोनों ही खेमों में लंबी सूची है। कांग्रेस से वर्तमान विधायक मदन प्रजापत सहित कद्दावर कांग्रेस नेत्री व महिला कांग्रेस की प्रदेश संयुक्त सचिव शारदा चौधरी, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष अब्दुल रहमान मोयला, ईमानदार व स्वच्छ छवि के नेता माजीवाला ग्राम पंचायत के सरपंच कुंपाराम पंवार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पार्षद नरसिंग प्रजापत, उद्यमी राजू बोहरा जसोल आदि संभावित उम्मीदवार की सूची में शामिल है। वही दूसरी ओर भाजपा में पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी, पूर्व नगर पालिका अध्यक्षा प्रभा सिंघवी, भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ प्रदेश प्रभारी प्रकाश माली संभावित उम्मीदवार है।

विगत चुनावों में भाजपा में मंची अंतरकलह और निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनावी समीकरण उलझा कर गड़बड़ा दिए थे, जिसके चलते चौंकाने वाला परिणाम सामने आया था। इस बार कांग्रेस में बगावत के सुर तेज हो गए है जिसके चलते कांग्रेस को खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता भी इस बार विधायक मदन प्रजापत पर जमीन घोटालों के आरोप लगाते हुए व आम जनता के साथ किए गए वादों को पूरा नही करने व जमीन से जुड़े कांग्रेसी नेताओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस बार दूसरे प्रत्याशी को टिकट देने की मांग कर रहे है।

चंद दिनो पहले बालोतरा पहुंचे कांग्रेस पर्यवेक्षक के सामने इन कद्दावर कांग्रेस नेत्री व महिला कांग्रेस की प्रदेश संयुक्त सचिव शारदा चौधरी, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष अब्दुल रहमान मोयला, माजीवाला ग्राम पंचायत के सरपंच कुंपाराम पंवार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पार्षद नरसिंग प्रजापत, उद्यमी राजू बोहरा ने अपना शक्तिप्रदर्शन कर विधायक की पोल खोली थी। इस दौरान इन नेताओं के समर्थन में बड़ी संख्या में समर्थक भी मौजूद थे। विधायक मदन प्रजापत ने भी अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की थी परंतु डाक बंगले में इतनी भीड़ नही थी।




बहरहाल, चुनावों के मद्देनजर क्षेत्र में इन दिनों बन रहे राजनितिक माहौल को देखकर ऐसा लगने लगा है कि पिछले विधानसभा चुनावों में जहां बीजेपी को बगावत ले डूबी थी, वहीं इस बार सत्तासीन कांग्रेस में बगावत के सुर तेज हो चुके हैं। ऐसे में आगामी चुनावों और क्षेत्र में बन रहे राजनितिक माहौल को ध्यान में रखते हुए फिलहाल यह कह पाना मुश्किल है कि ऊंट कौनसी करवट बैठेगा। ऐसे में अब ये देखना काफी दिलचस्प हो गया है कि आगामी चुनावों में दोनों पार्टियों के द्वारा उम्मीदवार को लेकर क्या फैसला किया जाएगा और इन उम्मीदवारों में से कौन बाजी मार पाएगा।

दाऊद इब्राहीम ने दिया 'ऑफर' तो कपिल ने कहा 'गेट आउट'



नई दिल्ली ।। पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने दावा किया है कि माफिया डॉन दाऊद इब्राहीम ​1986 में कपिलदेव से मिला था। उसने यह ऑफर दिया था कि अगर भारतीय टीम ने पाकिस्तान को हरा दिया तो वह हरेक टीम मेंबर को कार गिफ्ट करेगा। हालांकि कपिल ने उस ऑफर को ठुकरा दिया था। उस मैच में पाकिस्तान ने भारत को एक विकेट से हरा दिया था।
Kapil
हिंदी समाचार चैनल जी न्यूज ने यह खबर दी है। चैनल के मुताबिक वेंगसरकर ने बताया कि दाऊद ड्रेसिंग रूम में पहुंच गया था। उस समय कपिल मैच से पहले होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। ड्रेसिंग रूम में दाऊद को एक बिजनेसमैन बताया गया। उसने ऑफर दिया कि अगर भारतीय टीम शारजाह में होने वाले ऑस्ट्रेल-एशिया कप के फाइनल मैच में पाकिस्तान को हरा देती है तो वह टीम के हर खिलाड़ी को एक-एक कार गिफ्ट करेगा।

उसी समय कपिल देव ड्रेसिंग रूम में आए। जब उन्हें दाऊद और उसके ऑफर के बारे में बताया गया तो वह भड़क गए। उन्होंने दाऊद से कहा, 'गेट आउट।'कपिल के इस तरह रिऐक्ट करने से गुस्साए दाऊद ने ऑफर कैंसल कर दिया और बात वहीं खत्म हो गई। भारत उस फाइनल मैच में पाकिस्तान से एक विकेट से हार गया था।
इस बारे में कपिल देव ने कहा, वह उस समय नहीं जानते थे कि दाऊद कौन है। लेकिन, उन्हें डांटने की बात याद नहीं है।

पुलिस ने जाहिर की पहचान, रेप पीडिता बेघर

अहमदाबाद। पुलिस द्वारा एक रेप पीडिता की पहचान पड़ोस में जाहिर करने का मामला सामने आया है। पुलिस की इस हरकत के बाद रेप पीडिता को अब अपमान झेलना पड़ रहा है। इतना ही नहीं पीडिता इस घटना के बाद बेघर हो गई है। उसके मकान मालिक ने उससे घर खाली करने के लिए बोल दिया।पुलिस ने जाहिर की पहचान, रेप पीडिता बेघर
पुलिस की लापरवाही की वजह से पीडिता अब अपने आठ साल के बच्चे, पति के साथ रेलवे स्टेशन पर रहने को मजूबर है। घटना गुजरात के चांगोदार की है।

पीडिता और उसका पति पुलिस स्टेशन रेप की शिकायत दर्ज कराने गए थे। लेकिन पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। बजाए इसके की पीडिता से एक एप्लीकेशन लिया गया और 24 घंटे से तफ्तीश शुरू की गई। पीडिता का कहना है कि पुलिस की असंवेदनशीलता की वजह से उन्हें बहुत दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। पीडिता को अपना घर छोड़ना पड़ा और रेलवे स्टेशन पर जिंदगी गुजराने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

क्या किया पुलिस ने

पुलिस पीडिता को उसके पति के साथ घटनास्थल पर ले गई। जहां पर उन्होंने पीडिता के सामने ही उनको पड़ोसियों से घटना के बारे में तफ्तीश की। इसके बाद पूरे इलाके में पीडिता की पहचान को जाहिर कर दिया गया। अचानक इसके बाद पड़ोसियों ने घटना के बारे में आना शुरू कर दिया और उसके बाद पीडिता के मकान मालिक ने घर खाली करने के लिए बोल दिया। शुक्रवार को पीडिता अपने पति के साथ पुलिस स्टेशन गई जहां पर थानाधिकारी ने एफआईआर दर्ज नहीं की बल्की उसने पीडिता के पति के साथ गालिगलौच और अभद्रता की।

रेप पीडिता का पड़ोसी ही उसका इस साल के मई से उसका रेप कर रहा था। पीडिता ने आरोप लगाया है कि इसमें उसकी दो चचेरी बहने भी सहयोग करती थीं। उन्होंने मोबाइल पर पीडिता की फोटोग्राफ्स खीच लिए। जिसके बलबूते आरोपी पीडिता को ब्लैकमेल करता था और रेप करता रहा। पीडित परिवार ने सामाजिक डर की वजह से किसी तरह की कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। लेकिन आरोपी द्वारा फिर भी पीछा नहीं छोड़ने के बाद पीडित परिवार ने पुलिस से सहायता लेने की सोची।

दुनिया के सबसे लंबे शख्स को मिली दुल्हन

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दुनिया के सबसे लंबे आदमी के तौर पर दर्ज तुर्की के सुल्तान कोसेन ने रविवार को अपनी प्रेमिका मेरवे डीबो के साथ विवाह रचाया। करीब 8 फुट और 3 इंज के 30 वर्षीय सुल्तान ने कहा कि मेरवे का मेरी जिंदगी में आना किसी चमत्कार से कम नहीं है। उनकी नई दुल्हन 2 फीट 7 इंच छोटी है।
तुर्की के रहने वाले सुल्तान ने शनिवार को 20 साल की अपनी दुल्हन के साथ धूमधाम से ब्याह रचाया। उनकी शादी में कई सारे लोगों के साथ मीडियाकर्मी भी शामिल हुए। डीबो से मुलाकात से पहले कोसेन को अपना जीवन साथी चुनने में दिक्कतें आ रही थी। सुल्तान को जितनी भी लड़कियों से मिलते वे उनके लंबाई काफी छोटी होती थी। शनिवार को सुल्तान ने शादी का सूट और 28 इंज के जूते पहने।


सुल्तान का कहना है कि मैं अपना प्यार पाकर बेहद रोमांचित महसूस कर रहा हूं। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि मैं अपने लिए अपनी लंबाई जितनी लड़की नहीं ढ़ंढ पाया था लेकिन अब वह खुश हैं। उनका एक परिवार है। कोजेन दुनिया के उन दस लोगों में हैं, जिनकी लंबाई 8 फुट है। वे बेहद दुर्लभ बीमारी पिच्यूटरी गिगानटिज्म से ग्रस्त हैं। इस बीमारी से शरीर का लगातार विकास होता रहता है।

दस साल की उम्र में उन्हें यह बीमारी लगी, इसके बाद 2009 में वह दुनिया के सबसे लंबे शख्स बन गए। 2011 में उनके शरीर की वृद्धि रूक गई। दुनिया का सबसे लंबा व्यक्ति इलेनोइस निवासी 1940 में रॉबर्ट वल्डो था। उसकी लंबाई 8 फुट 11 इंच थी।

"मोदीपाठ" पर संकट में कवि, धक्का-मुक्की

जयपुर। भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की तारीफों के चलते एक कवि सम्मेलन में वाह-वाहियों के स्थान पर श्रोता आपस में तू-तू मैं-मैं पर उतर आए। नौबत धक्का मुक्की तह पहुंच गई और मोदी पर कसीदे गढ़ने वाला कवि मुसीबत में पड़ गया। विरोध के बीच आनन फानन में आयोजकों ने कवि को वहां से हटाना पड़ा।
मामला राजस्थान के उदयपुर शहर के नगर निगम मंच पर रविवार को आयोजित कवि सम्मेलन का है। काव्यपाठ के दौरान यह हंगामा तब खड़ा हुआ जब अब्दुल गफ्फान ने मोदी की तारीफ में काव्य पाठ शुरू किया। कांग्रेसी पार्षदों ने इसका विरोध किया और नारेबाजी के बाद कांग्रेसी और भाजपाईयों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई।

आचार संहिता का उल्लंघन ?

जानकारी के अनुसार काव्यपाठ का आयोजन नगर निगम के सरकारी मंच पर हुआ था। ऎसे में यहां से भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की तारीफों और पक्ष में बयान को चुनावी आचार सहिंता के खिलाफ माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि चुनाव की घोषणा के बाद किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में उम्मीदवार के पक्ष में बयान चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है। उधर,निगम ने सफाई दी है कि काव्य सम्मेलन पूरी तरह से निजी आयोजकों की पेशकश थी।

यूं चला "मोदीपाठ" का दौर

सूत्रों के अनुसार कवि सम्मेलन में अब्दुल गफ्फान ने सबसे पहले प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए काव्य पाठ किया। इसपर वहां मौजूद भाजपाई पार्षदों ने जमकर वाह-वाहिया की। इसी बीच श्रोताओं ने मोदी पर कुछ बोलने की फरमाइश की। जब गफ्फार मोदीपाठ(मोदी पर काव्य) शुरू किया तो वहां मौजूद कांग्रेसी पार्षदों ने विरोध शुरू कर दिया। जल्द ही बात धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। और कवि को मंच से हटाना पड़ा।


कांग्रेसियों की हालत कमजोर

जानकारी के अनुसार उदयपुर नगर निगम में भाजपा का बोर्ड और यहां कांग्रसी पार्षदों की स्थिति कमजोर है। निगम के इस आयोजन में भी भाजपाई पार्षदों की तुलना में कांग्रेसियों की संख्या कम थी। ऎसे में काव्यपाठ के दौरान डॉ.सिंह पर कटाक्ष पर कोई विरोध नहीं हुआ। लेकिन जब मोदीपाठ शुरू हुआ तो संख्या में कम दिखने वाले कांग्रेसियों ने भी जमकर विरोध शुरू कर दिया।

दिवाली से पहले जेल पहुंचेगी "लक्ष्मी" !

जोधपुर। आश्रम की कुटिया में नाबालिग से दुष्कर्म मामले के आरोप में जेल में बंद आसाराम की पत्नी लक्ष्मी देवी जल्द ही जोधपुर सेंट्रल जेल पहुंच सकती हैं। आसाराम के समर्थकों में सोमवार को लक्ष्मी के जोधपुर आने की चर्चा सुर्खियों में रही। बताया जा रहा है कि वह आसाराम से मिलने की कोशिश कर रही है और दिवाली से पहले कभी भी आसाराम से मिल सकती हैं।
इसी बीच लक्ष्मी ने फिर से आसाराम के बचामें कहा है कि उनपर लगे सारे आरोप झूठे हैं। लक्ष्मी के अनुसार आसाराम ने शादी के कुछ दिनों बाद ही ब्रह्मचर्य ले लिया था।

सोमवार को मिलना संभव नहीं

आसाराम और लक्ष्मी की मुलाकात के बारे में जेल सूत्रों का कहना है कि सोमवार को जेल में मिलने का दिन नहीं है। ऎसे में आसाराम और उनकी पत्नी की मुलाकता मंगलवार को ही संभव है। हालांकि,जेल और पुलिस अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।

आश्रम के सम्पर्क में हैं लक्ष्मी

सूत्रों के अनुसार आसाराम की पत्नी लक्ष्मी देवी जोधपुर पालरोड स्थित आश्रम के सम्पर्क में है। वह लगातार जेल में मिलने की जुगत लगा रही है।

दिवाली जेल में मनाएंगे आसाराम

उल्लेखनीय है कि आसाराम और 4 अन्य आरोपियों को सेशन न्यायालय ने शनिवार को 6 नवम्बर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। अपर लोक अभियोजक लादाराम विश्नोई ने प्रकरण में अनुसंधान जारी होने व चार्जशीट पेश करने में और समय लगने की बात कहते हुए न्यायिक हिरासत अवधि बढ़ाने का अनुरोध किया था। इस दौरान अदालत में आसाराम के अधिवक्ता ने चार्जशीट पेश होने से पहले ही मीडिया में आई खबरों पर मौखिक रूप से एतराज जताया था।

बाड़मेर.संयम की डगर पर पूरा परिवार..पूरे परिवार के एक साथ दीक्षा लेने का यह पहला अवसर

बाड़मेर। आधुनिकता की इस आपाधापी मे जहां लोग सुख-सुविधाओं की चाह में कई शॉर्टकट की राह पर चलते है वहीं बाड़मेर जिले में एक परिवार ने आत्म कल्याण के लिए तमाम सुख सुविधाओं को छोड़ने का निर्णय कर लिया है। बाड़मेर शहर के इस चार सदस्यीय परिवार ने संयम की राह पर चलने का संकल्प लिया है। जिले में पूरे परिवार के एक साथ दीक्षा लेने का यह पहला अवसर है।संयम की डगर पर पूरा परिवार
सिद्धाचल तीर्थ पर खरतरगच्छ संघ में मरूधर मणि उपाध्याय प्रवर मणिप्रभ सागर की निश्रा में आगामी नवम्बर माह में बाड़मेर शहर के बयालीस वर्षीय गौतमचंद बोथरा, उनकी पत्नी 36 वर्षीय उषादेवी, सत्रह वर्षीय पुत्र भरत और बारह वर्षीय पुत्र आकाश एक साथ दीक्षा लेंगे। यह पूरा परिवार 20 नवम्बर को सुबह नौ बजे एक साथ दीक्षा लेगा। दीक्षा के निमित्त इनका वरघोड़ा 19 नवम्बर को निकलेगा। पालीतणा में होने वाले इस दीक्षा कार्यक्रम में बाड़मेर समेत कई शहरों से जैन धर्मावलम्बी भाग लेंगे। इस दम्पती ने वर्ष 2005 में पालीतणा में दीक्षा लेने के लिए मणिप्रभ सागर महाराज से आग्रह किया ,लेकिन उस समय बच्चे छोटे होने के कारण ले नहीं पाए।

बच्चों ने कहा हम भी लेंगे दीक्षा

वर्ष 2007 में हैदराबाद में चातुर्मास के दौरान इस दम्पती के बड़े पुत्र भरत ने भी दीक्षा ग्रहण करने की इच्छा जताई। बड़े भाई के दीक्षा ग्रहण करने की इच्छा सुनकर छोटे भाई बारह वर्षीय आकाश ने भी परिवार के साथ दीक्षा ग्रहण करने की इच्छा जताई। भरत पिछले छह साल से धार्मिक शिक्षा ग्रहण कर रहा है।

हैदराबाद में है बिजनेस

गौतम बोथरा अपने संयुक्त परिवार के साथ हैदराबाद में व्यावसाय रत है। इनके दीक्षित होने के बाद संयुक्त परिवार के अन्य सदस्य व्यापार को सम्भालेंगे।

प्रेरणा ने दिखाई राह

दीक्षा ग्रहण करने की प्रेरणा उपाध्याय प्रवर मणिप्रभ सागर से मिली। स्वयं के आत्म कल्याण और समाज सेवा के लिए दीक्षा ग्रहण करूंगा। -गौतम बोथरा

बसपा नेता की बेटी से भाई ने किया यौन शोषण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता की बेटी ने अपने ही भाई पर उसका यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। युवती ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसके माता-पिता उसे धमकी दे रहे थे की वह इस मामले को नहीं उठाए। बसपा नेता की बेटी से भाई ने किया यौन शोषण
रविवार को युवती के माता-पिता और भाई के खिलाफ आईपीसी की धारा 354-ए, 504 और 506 के तहत महिला थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई है।

पुलिस के मुताबिक, लखनऊ के इंदिरा नगर की रहने वाली एमबीबीएस की प्रथम वर्ष की छात्रा ने अपना घर छोड़ दिया था जिसके बाद उसके भाई ने 24 अक्टूबर को उसके गायब होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।

पुलिस ने बताया कि युवती महानगर इलाके में एक एनजीओ के साथ रह रही थी। इसका पता चलने पर उसके घरवाले रविवार को जबरन उसे अपने साथ ले जाने की कोशिश करने लगे,जिसपर एनजीओ के अधिकारियों ने पुलिस को सूचना दे दी जिन्होंने मौके पर पहुंचकर उसे बचाया।

बाद में महिला थाने में दर्ज अपनी शिकायत में युवती ने बताया कि कक्षा छह से भाई उसका यौन शोषण कर रहा था और जब उसने यह बात अपने माता-पिता को बताई तो उन्होंने उसे धमकी दी की वह यह बात किसी को नहीं बताए।

महिला थाने की इंचार्ज शिवा शुक्ला ने बताया कि युवती की रिपोर्ट पर भाई और माता-पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। युवती ने यह भी आरोप लगाया है कि परिवार वाले उसे कहीं बाहर भी नहीं जाने देेते थे।

वहीं, महानगर पुलिस स्टेशन के एसएचओ एस के गौतम ने बताया कि युवती को एनजीओ से जबरन ले जाने की कोशिश के आरोप में उसके रिश्तेदारों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने की सोच रहे हैं।

सांपों के साथ हसिना ने ये क्या कर डाला ?

लॉस एंजिलिस। पोप स्टार रिहाना के फैंस में सनसनी फैलाने के लिए ब्रिटिश मैगजीन जीक्यू का ताजा अंक काफी है। मैगजीन के कवर पर रिहाना का वो फोटो है जिसमें उन्हें सांपों के साथ
सैमी न्यूड दिखया गया है। यह फोटोशूट जीक्यू के 25 साल पूरा होने पर किया गया है।

अर्घनग्न आर एंड बी स्टार रिहाना के इस फोटो को मारियानो विवानको ने क्लिक किया है। फोटोशूट में रिहाना स्तन और कंधों पर जहां अजगर का लपेट हुए हैं वहीं उसके सिर पर रंग बिरेंगे छोटे-छोटे सांप वाला हैयरस्टाइल है। रिहाना फिलहाल टूर पर है और वहीं से उसने ये खास फोटोज अपने इनस्टाग्राम पर भी शेयर किए हैं।

उल्लेखनीय है कि रिहाना के कवर वाला मैगजीन का यह अंक 31 अक्टूबर को प्रकाशित होगा। इस अंक में 1988 से 2013 तक ब्रिटिश जीक्यू के सफर को बखूबी पेश किया गया है।

5 बेटियों ने 90 साल के बाप के लिए 3 महीने लगाकर ढूंढी दुल्हन



सऊदी अरब में 90 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी पत्नी की अंतिम इच्छा का सम्मान करते हुए दोबारा विवाह किया. समाचारपत्र गल्फ न्यूज के मुताबिक पश्चिमी सऊदी अरब के ताइफ में रहने वालीं फातीस अल थाकाफी की पांच बेटियों ने अपने पिता के लिए योग्य वधू खोजने में तीन माह लगाए.
फोटो गल्‍फ न्‍यूज से ली गई है
इस साल की शुरुआत में लंबी बीमारी के बाद अपनी पत्नी को खोने वाले थाकाफी ने पहले दोबारा शादी करने से इंकार कर दिया था. लेकिन मां की इस इच्छा के बारे में बेटियों और पुत्रों द्वारा दबाव डालने पर वह दोबारा शादी के लिए मान गए.

90 वर्षीय इस वृद्ध पिता के पांच बेटियां और 7 बेटे हैं.

बेटियां अपने वृद्ध पिता के लिए जवान की बजाय एक परिपक्व महिला चाहती थी. आखिरकार उन्हें गांव में रहने वाली 53 वर्षीया नि:संतान विधवा मिल गई, जिसने शादी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया.

वृद्ध को अपनी नई दुल्हन के लिए 25,000 सऊदी रियाल (6,665 डॉलर) चुकाने पड़े. इस विवाह समारोह में बड़ी संख्या में परिचित और मित्र शामिल हुए.


 

"सेक्स जेहाद" में फंसी एक बेकसूर लड़की!

ट्यूनिश। सेना के खिलाफ अल कायदा के चरमपंथियों को "सेक्स जेहाद" के तहत सेक्स मुहैया कराने वाली कई लड़कियां और महिलाएं पुलिस की गिरफ्त में हैं। इनकी गिरफ्तारी के बाद से ट्यूनीशिया के अधिकारियों ने कहा था कि बहुत सी ट्यूनिशियाई युवा लड़कियां अपना घर छोड़कर सीरिया में लड़ाई में हिस्सा ले रहे विद्रोहियों के सेक्स सेवाएं देने पहुंच रही हैं।
लेकिन अब सेक्स जिहाद के तहत गिरफ्तारियों को ट्यूनीशिया में अविश्वास से देखा जा रहा है। गिरफ्तार लड़कियों में से एक के परिजनों ने उसे बेगुनाह करार दे रहे हैं। उसकी मां का कहना है कि उनकी 17 वर्षीय बेटी उन 19 महिलाओं में शामिल है जिन्हें इस छोटे से शहर में ही पिछले दो महीनें के भीतर गिरफ्तार गिया गया है। वे मानती हैं कि उनकी बेटी बेगुनाह है।

क्या है सेक्स जिहाद का सच !

इस कहानी की जड़ अलजीरिया की सीमा से सटे ट्यूनीशिया के पश्चिमी केंद्रीय क्षेत्र जबल अल चांबी (चांबी पर्वत श्रृंखला) में हैं। दिसंबर 2012 के बाद से इस पहाड़ी क्षेत्र में ट्यूनीशिया की सेना और अल कायदा के चरमपंथियों के बीच कई बार भीषण मुठभेड़ें हुई हैं। यहां पुलिस ने कई ऎसी महिलाओं और लड़कियों को गिरफ्तार किया है जो लड़ाई में हिस्सा ले रहे जेहादियों को सेक्स सेवाएं देकर उत्साह बढ़ाने के अभियान में जुटी थीं।

अब राजस्थान के कोटा में धमाकों की धमकी

कोटा। बिहार की राजधानी पटना मे रविवार को हुए सीरियल धमाकों के ठीक एक दिन बाद राजस्थान के कोटा में बम धमाकों की धमकी भरा खत मिला है। खत मिलने के बाद शहर में हडकंप मच गया।
सूचना मिलते ही पुलिस ने आनन-फानन में बम निरोधक दस्ते के साथ मिलकर बम धमाकों की चेतावनी वालों जगह पर कड़ी सुरक्षा कर दी। बम धमाकों की चेतावनी वाला खत महाराव भीमसिंह अस्पताल, जेके लोन अस्पताल, कलक्ट्रेट और अदालत में लगाए गए हैं।

इस खत में धमकी दी गई कि पटना की तरह ही कोटा में भी बम धमाके किए जाएंगे। खत में पुलिस को चैलेंज किया गया कि दो बजे तक समय है धमाकों को रोक सको तो रोक लो। सूचना मिलते ही हरकत में आए पुलिस प्रशासन ने चारों जगहों पर जाब्ता तैनात कर दिया। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर जांच अभियान शुरू कर दिया।

वहीं बीडीएस दस्ते ने मौके की जांच शुरू कर दी। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी, खुफिया एजेंसियों के अधिकारी मौके पर पहंुच गए हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

गौरतलब है कि पटना के गांधी मैदान में बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रविवार को हुई "हुंकार रैली" के ऎन पहले सिलसिलेवार कई ब्लास्ट हुए। एक ब्लास्ट पटना रेलवे स्टेशन पर भी हुआ। इन ब्लास्ट में छह लोग मारे गए तथा 80 से ज्यादा घायल हो गए थे।

मुजफ्फरनगर दंगों का बदला लेने के लिए IM ने मोदी की रैली के दिन किए पटना में सीरियल ब्लास्ट



पटना सीरियल ब्लास्ट में बड़ा खुलासा हुआ है. पकड़े गए संदिग्ध शख्स ने खुलासा किया है कि मुजफ्फरनगर दंगे का बदला लेने के लिए ये धमाके किए गए थे. इन सात धमाकों में 6 लोगों की मौत हुई जबकि 80 घायल हुए. एसएसपी ने बताया है कि आतंकी तीन टीमों में आए थे. उन्होंने ये भी बताया है कि रैली में भगदड़ मचाना इन धमाकों का मकसद हो सकता है.


कुकर बम, ओसामा की फोटो बरामद
पटना में धमाकों के 2 संदिग्ध इम्तेयाज और तारीक को हिरासत में लिया गया है. इनकी निशानदेही पर कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है. बिहार और झारखंड के कई इलाकों से धमाकों के सुराग तलाशने की कोशिश की जा रही है. इस बीच पटना में पकड़े इम्तेयाज के रांची स्थित घर पर भी छापा मारा गया. इस छापेमारी में एक प्रेशर कुकर बम और हथियार भी बरामद हुए हैं. इसके अलावा ओसामा बिन लादेन की एक तस्वीर, जिहादी साहित्य और ऐसी ही सीडी भी मिली है.

इंडियन मुजाहिद्दीन के तहसीन पर शक
धमाकों के पीछे कौन मास्टरमांइड था? सूत्रों के मुताबिक पटना धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिद्दीन के तहसीन अख़्तर नाम के एक आतंकी का दिमाग था. बताया जा रहा है कि तहसीन ने ही बम मुहैया कराए थे. तहसीन इंडियन मुजाहिद्दीन के संस्थापक यासीन भटकल का करीबी है और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम है. शक है कि इसी ने धमाका करने के लिए लड़कों को भेजा था. सूत्रों के मुतबिक इसी महीने इम्तियाज और तहसीन की मुलाकात हुई थी.

बम में आधे किलो विस्फोटक का इस्तेमाल
सूत्रों के मुताबिक हर बम में करीब आधे किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया. टाइमर के लिए टेबल घड़ी का इस्तेमाल हुआ. जांच में ये बात भी उजागर हुई है कि बोध गया और पटना सीरियल ब्लास्ट का मॉडल एक जैसा था. दोनों में विस्फोटक और टाइमर के इस्तेमाल में समानता दिखती है.

झारखंड पुलिस के मुताबिक रांची में रची गई साजिश
रांची पुलिस की अबतक की तहकीकात के मुताबिक इन्डियन मुजाहिदीन के रांची माड्यूल ने पूरी साजिश को अंजाम दिया है. इसके लिए बाकायदा कई महीनों से प्लानिंग की जा रही थी. झारखंड पुलिस के अनुसार रांची के सीठियो बस्ती के एक घर में ब्लास्ट का मास्टर प्लान तैयार किया गया था. यहां रहनेवाले चार संदिग्धों के साथ यासीन भटकल का साथी और मास्टर माइंड तहसीन ने मिलकर पूरी वारदात के ब्लू प्रिंट तैयार किया था


देशभर में अलर्ट
धमाकों के बाद केंद्रीय गृहमंत्रालय ने देश के सभी राज्यों को सतर्क रहने की सलाह दी है. बताया जा रहा है कि दहशतगर्द त्योहारों के मौसम का फायदा उठा सकते हैं. गृहमंत्रालय ने भीड़-भाड़ वाली जगहों पर चाक चौबंद सुरक्षा के निर्देश दिए है.



केंद्र की तीन टीमें पटना में
ब्लास्ट की जांच के लिए केन्द्र सरकार की तीन टीमें पटना में मौजूद है. एनआईए बमों की साजिश के तार खंगालने में जुटा है. गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे खुद मामल पर नजर रखे हुए है. उनका कहना है कि वो राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संपर्क में है.

चार जिंदा बम बरामद
बिहार के डीजीपी अभयानंद का कहना है कि पटना में 7 लो पावर आईडी बलास्ट हुए थे जबकि 4 जिंदा बम बरामद किए गए है. जिन्हें सुरक्षा बलों ने मौके पर ही डिफ्यूज किया. इन सब बमों में टाइमर लगाया मिला है.

घायलों से मिले नीतीश
पटना में सीरियल ब्लास्ट को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार देर शाम घर से निकले पहले वो गांधी मैदान में उस जगह पर गए जहां धमाके हुए. मौके का मुआयना करने के बाद नीतीश कुमार यहां के पीएमसीएच अस्पताल गए और यहां भर्ती घायलों से मुलाकात की. ब्लास्ट में 80 से ज्यादा लोग घायल हुए है.


धमाकों पर सियासत
धमाकों पर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने रैली में हुए धमाकों को लेकर नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. दूसरी ओर गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी रैली में लचर सुरक्षा व्यवस्था का आरोप लगाया है.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री और रांची से सांसद सुबोध कांत सहाय बीजेपी और मोदी पर आरोप लगा दिया है कि उन्होने हीरो बनने के लिए खुद धमाके कराए है.

सुरक्षा में लापरवाही का आरोप
एनसीपी नेता तारिक अनवर ने कहा कि यह खुफिया विभाग की नाकामी है. केंद्र और राज्य सरकार के खुफिया एजेंसी को नहीं थी कोई सूचना. साफ है कि यह एक आतंकी हमला था. बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि रैली के दौरान सुरक्षा में लापरवाही बरती गई.


5-5 लाख रुपये की सहायता
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धमाके के पीछे राजनीतिक साजिश की आशंका से इंकार किया है. उन्होंने रैली की सुरक्षा में किसी तरह की कोताही बरते जाने से इनकार किया है. और धमाकों में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की सहायता देने का ऐलान किया है.


 

रविवार, 27 अक्तूबर 2013

रुपाराम धनदे सोजत से लड़ेंगे। ज़ैसल्मेर सुनीता भाटी ?

रुपाराम धनदे सोजत से लड़ेंगे। ज़ैसल्मेर सुनीता भाटी ?


बाड़मेर कांग्रेस की टिकटों को लेकर उठा पटक अभी भी चल रही हें। जैसलमेर से प्रबल दावेदार रुपाराम धनदे सोजत सुरक्षित विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे। यह तय हो चुका। जैसलमेर में सुनीता भाटी का नाम अंतिम दौर में हें। उनका नाम ही फाइनल होने के संकेत हें कांग्रेस राज्य चुनाव समिति की सूचि जिसमे प्रत्येक विधानसभा में दो नाम का पेनल था। राहुल गांधी को सौंपी। राहुल गाँधी ने उसे ही दो नाम के पेनल के साथ केन्द्रीय चुनाव समिति को भेज दी।

"गरीबों के हितों में अडंगे डालती है बीजेपी"



नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यस राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह कमजोर और पिछडे वर्गो की भलाई के लिए उनकी पार्टी द्वारा किए गए कामों में अडंगा लगाती रही है। गांधी ने रविवार को दिल्ली में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने पिछले दस साल में लोगों को विभिन्न अधिकार दिलाने के लिए कई कानून बनाए हैं।
कांग्रेस गरीबों, मजदूरों और पिछड़ों सभी को अधिकार संपन्न बनाने के लिए काम करती रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब गरीबों के हित की योजना बनाती है तो विपक्ष उसमें बाधा डालने का काम करता है। इस संदर्भ में खाद्य सुरक्षा विधेयक का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इसे पारित किए जाते समय भी विपक्ष ने सवाल उठाया था कि इसके लिए पैसा कहां से आएगा और हमने दिखा दिया कि ऎसी योजनाओं के लिए धन कैसे निकाला जाता है।

दिल्ली में फिर जीतेगी कांग्रेस

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी को पूरा भरोसा है कि चार दिसंबर को होने जा रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस फिर जीत दर्ज कराएगी। दिल्ली में 1998 से ही सत्ता में काबिज कांग्रेस की उपलब्धियों को गिनाते हुए राहुल ने दिल्ली मेट्रो, गैर पंजीकृत कॉलोनियों को पंजीकृत करने और खाद्य सुरक्षा विधेयक का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि कोई भी नहीं कह सकता कि दिल्ली में विकास नहीं हुआ। विपक्ष भी नहीं।



मिलिए। गुडा मालानी विधानसभा भाजपा के संभावित प्रत्यासी लादूराम विश्नोई से

मिलिए। गुडा मालानी विधानसभा भाजपा के संभावित प्रत्यासी लादूराम विश्नोई से 

बाड़मेर आगामी विधानसभा चुनावो में भाजपा गुड़ा मालानी विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर दो बार हारे लादूराम विश्नोई को मैदान में उतर सकती हें। लादूराम विश्नोई गत दो चुनाव गुड़ा से लदे। एक बार ग्यारह हज़ार मतों से दूसरी बार नौ हज़ार मतों से चुनाव हारे। लेकिन प्रथम बार हरने के बाद भी लादूराम विश्नोई पर मुख्यमंत्री वसुन्धात्र राजे की विशेष कृपा रही उन्हें मुख्यमंत्री मोनिटरिंग सलाहकार का पद देकर राज्य मंत्री का दर्जा दिया। इस दौरान उन्होंने गुडा के विकास के सतत प्रयास किये।बाद में उन्हें विवादों के चलते इस्तीफा भी देना पड़ा। लादूराम विश्नोई की ग्रामीण क्षेत्रो में अछि पकड़ हे। मगर हर बार रणनीति के आभाव में जीतते जीतते चुनाव हार जाते हें। उनके सामने दोनों बार कांग्रेस के हेमाराम चौधरी थे। लादूराम विश्नोई की कमजोरी कार्यकर्ताओ की क्षमता की परख का आभाव हें। पैसा खर्च करने के बावजूद चुक जाते हें। इस बार लादूराम विश्नोई फिर चुनाव लड़ेंगे। गत दस सालो से राजनीती में होने के कारन कई समीकरणों को उन्होंने समझा हें। सहज सरल स्वाभाव के विश्नोई हमेशा अपने कार्यकर्ताओ की मदद के लिए तत्पर रहते हें। गुडा मालानी में इस बार चुनावी समर बेहद रोमांचक होने की उम्मीद हें 

बाड़मेर ट्रेन से कटने से युवक की मॊत

बाड़मेर ट्रेन से कटने से युवक की मॊत


बाड़मेर ट्रेन से कटने से युवक की मॊत बाड़मेर राजस्थान के बाड़मेर जिला मुख्यालय नेहरु युवा केद्र के पास लोकल ट्रेन से कटने से एक यूवक की मूत हो गयी, मिली जानकारी के मुताबिक दोपहर दो बजे जाने वाली बाड़मेर जोधपुर लोकल ट्रेन से एक बिहारी युवक शोच जाने गया था इस दौरान रेल से गिर कर पटरियों के बीच आ जाने से मौत हो गई ...

जोधपुर सड़क हादसे में बाड़मेर के दो युवको की मौत

जोधपुर सड़क हादसे में बाड़मेर के दो युवको की मौत 

बाड़मेर जोधपुर बाड़मेर रोड पर लूणावास खारा गांव के पास रविवार सुबह ट्रक की भिड़न्त से पिकअप में सवार श्रवण व जेठाराम की मौत तथा जगदीश घायल हो गया।

पुलिस के अनुसार पावटा सब्जी मण्डी से पिकअप सुबह पांच बजे बाड़मेर के लिए रवाना हुई। बाड़मेर निवासी श्रवण पिकअप चला रहा था। वहीं जेठाराम व जगदीश चालक के पास ही बठा हुआ था। सुबह करीब साढ़े छह बजे लूणावास खारा गांव के पास पुलिया के मोड़ पर बालोतरा से जोधपुर की तरफ आ रहे एक ट्रक की पिकअप से भिड़ंत हो गई।

भिड़ंत इतनी भीषण थी कि पिकअप के आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार श्रवण व जेठाराम फंस गए। जख्मी जगदीश जैसे-तैसे बाहर निकला और वहां से निकल रहे लोगों व ग्रामीणों की मदद से दोनों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। जगदीश को अस्पताल में दाखिल कराया गया है।

पोकरण विधानसभा क्षेत्र। । व्यक्तिगत प्रभाव कारगार साबित होगा इस बार


पोकरण विधानसभा क्षेत्र। । व्यक्तिगत प्रभाव कारगार साबित होगा इस बार

गाजी फ़क़ीर परिवार के वर्चस्व को मिलेगी चुनोती 


सरहदी जिले जैसलमेर के पोकरण विधानसभा का गठन 2008 के चुनावो से पूर्व परसीमन के दौरान हुआ। स्वतंत्र रूप से पहला चुनाव 2008 में हुआ। जिसमे कांग्रेस के उम्मीदवार साले मोहम्मद ने भाजपा प्रत्यासी शैतान सिंह को कुछ सौ मतों से पराजित कर पोकरण के प्रथम विधायक बनाने का सुख हासिल किया। मतगणना के अंतिम राउंड में शाले मोहम्मद ने भाजपा के शैतानसिंह को पोकरण निर्वाचन क्षेत्र में मात्र 339 मतों से हराकर जिले में पहली बार एक मुस्लिम विधायक बनने का गौरव हासिल किया। इस बार चुनावी रंगत में बदलाव नज़र आ रहा हें। भाजपा और कांग्रेस अपने शक्तिशाली नेताओ की प्रारंभिक सभे कर चुके हें ,कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा के लिए वसुंधरा राजे चुनावी बिगुल की शुरुआत कर चुकी हें। 

संसदीय चुनावो में पोकरण विधानसभा को जोधपुर संसदीय क्षेत्र का हिस्सा बनाने से लोगो को परेशानी हो रही हें। परिसीमन के बाद पोकरण विधानसभा जैसलमेर बाड़मेर संसदीय क्षेत्र से हटा कर इसे जोधपुर में शामिल किया गया। 

जातिगत समीकरण पोकरण विधानसभा में सेंतीस हज़ार राजपूत ,उनचालीस हज़ार मुस्लिम ,उनीस हज़ार अनुसूचित जाती बारह हज़ार अनुसूचित जन जाती तेरह हज़ार जाट विश्नोई चार चार हज़ार बाकी अन्य जातीय के वोट हें। वैसे देखा जाये तो जातिगत आंकड़े कांग्रेस के पक्ष में हें। मुस्लिम एस सी एस टी और जाट विश्नोई कांग्रेस के परम्परागत वोट रहे हें। 
गत जीत। । गत चुनावो में साले मोहम्मद कांग्रेस के गढ़ में महक तीन सौ उनचालीस मतों से ही चुनाव जीते ,इसका सीधा अर्थ हें कांग्रेस के परंपरागत मतों में सेंधमारी हुई थी।


इस बार विधानसभा चुनावो में कांग्रेस भाजपा आमने सामने होगी। कांग्रेस साले मोहम्मद या अब्दुला फ़क़ीर को तो भाजपा शैतान सिंह को चुनावी मैदान में उतरने की तयारी में हें 
पिछले छ माह से बाड़मेर जिले के तारातरा मठ के स्वामी प्रताप पूरी पोकरण में सभे कर माहौल गर्माने में जुटे हें। पहले उनके मन में कही पोकरण से चुनाव लड़ने का इरादा साफ़ नज़र आ रहा था ,मगर उनके चुनाव लड़ने से पोकरण में हिन्दू मुस्लिम कार्ड चलना तय था ,राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ का पोकरण गढ़ हें ,शैतान सिंह संघ की पहली पसंद थे। जिसे भाजपा ने भी स्वीकार किया। गत चुनावो में ब्व्हाजापा के धुरंधर नेताओ ने ही भाजपा को जीतने से रोका था। मगर अब पोकरण की गणित वसुंधरा राजे को समझ आ गयी ,उन्होंने भाजपा के भीतरघात करने वाले धुरंधरो को हडकाते हुए पहले से ही चेता। दिया भाजपा के संभावित प्रत्यासी शैतान सिंह की साफ़ छवि उन्के सहायक सिद्ध हो सक्लती हें हार के बावजूद पांच साल लोगो के बीच रहे। उन पर गुटबाजी का भी कोई आरोप नहीं हें। 
भाजपा पोकरण सीट जीतने के लिए विशेष प्रयास कर रही हें। अल्पसंख्यक वर्ग में कायाम्दीन कोटवाल भाजपा के लिए सारथि साबित हो सकते हें। 
कांग्रेस गाजी फ़क़ीर प्रकरण से परेशां। … पोकरण विधायक साले मोहम्मद पर जिला पुलिस रास्ग्त्र द्रोह के संगीन आरोप जड़ चुके हें जिसमे पाकिस्तान नागरिक को विधायक द्वारा पनाह देना ,पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट। के आलावा उनके पिता गाजी फ़क़ीर की बंद हिस्ट्रीशीट वापस खुलना घटक साबित हो सकता हें इस प्रकरण से विधायक परिवार को नुकसान होता हें या फायदा मिलता हें देखने वाली बात हें। हल ही में गाजी प्रकरण की जांच पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने रिपोर्ट तलब की हें। फ़क़ीर परिवार के सबसे छोटे पुत्र के भरष्टाचार के कारनामो की गूंज राष्ट्रीय चेनलो तक जा पहुंची हें। जैसलमेर और पोकरण की सरकारी योजनाओ के सारे काम इनके या या इनके समर्थको की फार्म को दिए गए हें। सरकारी योजनाओ के काम गाँवों में हो नहीं रहे मगर फर्जी उपयोगिता प्रमाण पत्रों के जरिये करोडो रुपयों का फर्जी भुगतान उठाया गया हें। यह सब पोकरण की जनता की जेहन में हेंपांच साल की उपलब्धिया। । साले मोहम्मद के पांच साल के कार्यकाल की कोई खास उपलब्धि पोकरण के लिए खास नहीं रही उनका सारा ध्यान जैसलमेर विधानसभा में रहा। विधायक कोष का पैसा जरुर पोकरण में लगा। मगर योजनाओ की जिस कदर वर्ग विशेष के खास लोगो में बंदरबांट की गयी उससे जनता जरुर खफा हें।