अब सोनिया जाएंगी मदरामपुरा
जयपुर। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी गुरूवार को बाड़मेर के साथ ही अब जयपुर दौरे पर भी आएंगी। वे यहां अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्र मदरामपुरा का दौरा करेंगी। उनका विस्तृत कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है।
मंगलवार शाम राज्य सरकार व प्रदेश कांग्रेस को खबर मिली कि 30 अगस्त को बाड़मेर आ रहीं सोनिया गांधी दिल्ली वापसी के दौरान जयपुर रूक कर अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेंगी। इस खबर से शासन-प्रशासन में खलबली मच गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तुरत-फुरत अफसरों की बैठक कर सोनिया के जयपुर दौरे की तैयारियों तथा प्रभावित इलाकों में राहत कार्य पर चर्चा की। मुख्यमंत्री लगातार बैठक कर अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यो की समीक्षा करते रहे हैं। अब गहलोत बुधवार को खुद भी मदरामपुरा का दौरा कर हालात का जायजा लेंगे। राज्यपाल मार्गे्रट आल्वा पहले ही इस क्षेत्र का दौरा कर चुकी हैं।
जयपुर में 21 अगस्त की रात हुई भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बने थे, जिसमें 10 जनों की मौत हो गई थी। बस्तियों में पानी भर जाने से हजारों लोग बेघर हो गए थे। इस दौरान प्रशासन के इन्तजाम नाकाफी साबित हुए थे। इस स्थिति से चिन्तित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 22 अगस्त को मुख्यमंत्री गहलोत से फोन पर बातचीत कर हालात की जानकारी की थी।
इस बीच मंगलवार देर रात सांसद महेश जोशी और पुलिस के वरिष अफसरों ने मदरामपुरा जाकर वहां के हालात और सोनिया के दौरे की तैयारियों का जायजा लिया।
यह रहेगा कार्यक्रम
जानकारी के अनुसार सोनिया गांधी विमान से दिल्ली से सीधे बाड़मेर पहुंचेंगी। वहां वे आदर्श स्टेडियम में बाड़मेर लिफ्ट परियोजना का उद्घाटन तथा आम सभा को सम्बोधित भी करेंगी। इसके बाद में जयपुर पहुंचेगी। इधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चन्द्रभान सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी व नेता सोनिया गांधी के सांगानेर हवाई अaे पर पहुंचने पर स्वागत करेंगे। इस दौरे पर मुख्यमंत्री गहलोत व प्रदेश अध्यक्ष चंद्रभान सोनिया गांधी के साथ ही रहेंगे।
बिना अनुमति के पाक सांसद के दौरे पर जताई नाराजगी
जैसलमेर। पाकिस्तान के मनोनीत संसद सदस्य मोहम्मद अब्दुल सत्तार शेख के गत दिनों बिना पूर्वानुमति के जैसलमेर जिले के प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों में पहुंचने के मामले पर सीमाजन कल्याण समिति ने कड़ी नाराजगी जताते हुए इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित किया है।
समिति के जिला मंत्री शरद व्यास ने बताया कि समिति के प्रतिनिधिमंडल द्वारा आज इस संबंध में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। प्रतिनिधिमंडल में व्यास के साथ समिति के मुरलीधर खत्री और भीखसिंह भाटी शामिल थे। ज्ञापन में कहा गया कि सीमावर्ती जैसलमेर जिले में मोहनगढ़, नाचना आदि प्रतिबंधित थाना क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों में जाने के लिए विदेशी नागरिक तो दूर, जिले के मूल निवासियों और भारतीय नागरिकों तक को प्रशासनिक पूर्वानुमति लेनी अनिवार्य है। समिति ने बताया कि पड़ोसी देश पाकिस्तान के मनोनीत संसद सदस्य मोहम्मद अब्दुल सत्तार शेख गत 26 -27 अगस्त को वीजा नियमों का उल्लंघन करते हुए जैसलमेर के प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंच गए। पाकिस्तानी नागरिक की जिले की यात्रा पूर्णतया नियम विरूद्ध है। यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था के हितों के भी प्रतिकूल है।
व्यास ने बताया कि समिति ने मांग की है कि पाकिस्तानी संसद सदस्य के जैसलमेर जिले के प्रतिबंधित क्षेत्र में भ्रमण पर आने के संबंध में जिन जिम्मेदार अधिकारियों ने लापरवाही बरती, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
साथ ही समिति ने भविष्य में विदेशी नागरिकों की इस तरह नियम विरूद्ध यात्रा न हो, इसके लिए प्रशासन व पुलिस को आवश्यक निर्देश जारी करवाने की मांग मुख्यमंत्री से की है।
चप्पा-चप्पा चाक चौबंद
बाड़मेर। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के 30 अगस्त को प्रस्तावित बाड़मेर दौरे को लेकर युद्धस्तर पर तैयारियां प्रारंभ हो गई। आदर्श स्टेडियम में होने वाली सभा के लिए राज्यभर से प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पहुंच चुके हैं। मंत्रियों व कांग्रेस के विभिन्न पदाधिकारियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। सुरक्षा के विशेष बंदोबस्त के लिए पुलिस के साथ एसपीजी भी पहुंच चुकी है। स्टेडियम में करीब एक लाख लोगों के बैठने का इंतजाम किया गया है। वाटर प्रुफ टैंट लग रहा है। इसके ठीक सामने संबोधन के लिए मंच तैयार किया जा रहा है।
सभा में ही उद्घाटन!
जिला कलक्टर डॉ. वीणा प्रधान, सांसद हरीश चौधरी, पुलिस अधीक्षक बाड़मेर राहुल बारहट ने मंगलवार शाम को यहां व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यहां पर एक पटि्टका लगाई जा रही है। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी बाड़मेर लिफ्ट कैनाल की पटि्टका का यहीं पर अनावरण करेंगी और बाद में इस पटि्टका को नियत स्थल पर लगाया जाएगा।
बाड़मेर पहुंचा लवाजमा
पुलिस का राज्यभर से लवाजमा बाड़मेर पहुंचा है। विशेष कमांडो दस्ते भी आ चुके हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की एक लंबी फेहरिस्त है जो बाड़मेर पहुंुचने वाली है। संभाग भर से पुलिस अधीक्षकों के अलावा कई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और अन्य उच्चाधिकारी बुधवार को पहुंचेंगे।
नेताओं के आने का सिलसिला जारी
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अरूण यादव मंगलवार को बाड़मेर पहुंचे हैं। इसके अलावा बी डी कल्ला, महेन्द्रजीतसिंह मालवीय, जोधपुर सांसद चन्द्रेश कुमारी, करणसिंह यादव, विधानसभा उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा सहित कई नेताओं के देर रात को पहुंचने की सूचना है। सर्किट हाऊस, डाक बंगलो सहित शहर के अधिकांश होटलों में कमरे बुक हो गए है। इनको ठहराने के लिए इंतजाम करना मुश्किल हो रहा है।
शक्ति प्रदर्शन की तैयारी
सारे कार्यक्रम की कमान सांसद हरीश चौधरी ने संभाली है। सारे विधायकों को अपने क्षेत्र से लोगों को लाना है। इसके अलावा कांगेे्रस के अन्य वरिष्ठ नेता भी अपने शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में लगे हुए है। हजारों की संख्या में लोगों को लाने की रणनीति तय की गई है।
लालबत्तियों की कतार
बाड़मेर में लाल बत्तियों की कतार लग गई है। पुलिस, प्रशासन, जनप्रतिनिधि इतनी बड़ी संख्या में पहुंचे है कि लालबत्तियों की कतार लग गई है।
होडिंüग की होड़
शहर में इसको लेकर बड़े बड़े होर्डिग तैयार किए गए है, जो मुख्य स्थलों पर लगने लगे है। आदर्श स्टेडियम में भी बड़े होर्डिंग सभा स्थल के ईर्दगिर्द लगने प्रारंभ हो गए है।
पूरी रोड कवर
उत्तरलाई से बाड़मेर आदर्श स्टेडियम तक पुलिस ने पूरी रोड को कवर करना शुरू कर दिया है। साथ ही शहर के मुख्य चौराहों, सर्किट हाऊस, बाजार और आदर्श स्टेडियम के इर्दगिर्द सैकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मी तैनात करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है।
करौली से हथियार तस्कर गिरफ्तार
जयपुर। राजस्थान के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप(एसओजी) ने मंगलवार को करौली से एक हथियार तस्कर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से दस पिस्टल और चार कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ कर उसके साथियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
एसओजी के डीआईजी विशाल बंसल ने बताया कि करौली में हथियारों की बड़ी डील होने की जानकारी मिली थी। इस पर एसओजी ने करौली बस स्टैंड के आस-पास अपना जाल बिछा लिया। संदेह के आधार पर पुलिस ने एक युवक को पकड़ कर तलाशी ली। एसओजी ने युवक के बैग से दस पिस्टल और चार जिंदा कारतूस बरामद किए।
बंसल के मुताबिक गिरफ्तार तस्कर सलीम मुरैना के औरा गांव का रहने वाला है। एसओजी सलीम से हथियार खरीदने वालों की भी जानकारी ले रही है। इस मामले में पुलिस ने करौली को दो युवकों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
बीकानेर में मेला देखने गई लड़कियों की मौत
बीकानेर। बीकानेर के नजदीकी गांव सुजानदेसर में रामदेवजी का मेला देखने गई एक ही परिवार की दो लड़कियां मंगलवार को मृत मिली। मंगलवार की सुबह पुलिस ने गांव के बाहर ईट के भट्टों पर तालाब से मदीना(20) और मुस्कान(05) के तैरते हुए शव बरामद किए। पुलिस ने पोस्टमार्डम करवा शव परिवारजनों को सौंप दिए हैं। प्रथम दृष्टिया इसे दुर्घटना माना जा रहा है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार मृत दोनों लड़कियों चचेरी बहनें थी और रविवार को बीकानेर से करीब 7 किलोमीटर दूर उदयरामसर गांव से रामदेवजी का मेला देखने करीबी गांव सुजानदेसर गई थी। रात को देर होने के कारण रात को अपने रिश्तेदारों के यहां वहीं ठहर गई। लेकिन सुबह उनको नदारद देखकर रिश्तेदारों ने तलाश की लेकिन असफल रहे। पुलिस में सूचना देने पर सोमवार सुबह से गांव के आस-पास तलाश की गई। गांव के बाहर तालाब पर उनकी चप्पल मिलने पर तालाब में उनकी तलाश की गई लेकिन सोमवार देर रात तक सफलता नहीं मिली। 24 घंटे बाद मंगलवार सुबह उनके शव पानी पर तैरते हुए नजर आए।
जानकारी के अनुसार मारी जाने वाली दोनों चचेरी बहनों में से बड़ी मदीना पांच भाई-बहनों मे सबसे बड़ी थी और 3 महीने पहले ही पनतालसर में उसकी शादी हुई थी। उधर,दो भाईयों की इकलौती बहन 5 साल की मुस्कान भी इस हादसे का शिकार बन गई। गांव वालों के अनुसार दोनों सोमवार सुबह शौच के लिए बाहर निकली थी लेकिन छोड़ी बहन को डूबते देख मदीना भी पानी में उतर गई और दोनों पानी में डूब गई।
अधूरी लिफ्ट योजना का उदघाटन करेगी सोनिया गाँधी
चन्दन सिंह भाटी
बाड़मेर। वर्षो से पीने के पानी की किल्लत झेल रहे बाड़मेर के लोगों को मीठा पानी पिलाने के लिए बनाई गई बाड़मेर लिफ्ट केनाल परियोजना के प्रथम चरण का कार्य अब भी अधुरा है, दुसरे चरण के लिए तैयारियां शुरू कर दी गयी है और तीसरे चरण के लिए सर्वे रिपोर्ट का आना अभी बाकी है। सीधे शब्दों में बाड़मेर लिफ्ट केनाल परियोजना के लिए 1992 में दिए गए प्रस्ताव के प्रथम चरण का काम ही 2012 के अंत तक पूरा होगा। बावजूद इसके, ऐसी आधी अधुरी परियोजना का उदघाटन करने कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी आगामी 30 अगस्त को बाड़मेर आ रही है।
राजस्थान में अगले साल चुनाव होने वाले है और चुनावों से कुछ समय पहले आचार संहिता लागू हो जाती है। लिहाजा झुठी ही सही वाह‑वाही लुटने के लिए सरकार आधी अधुरी परियोजना का उदघाटन कराने के लिए उतावली हो रही है।
योजना में अधुरा क्या हें
इस योजना में बाड़मेर तक एक सौ चौतीस किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जानी थी जो एक सौ बीस किलोमीटर ही बिछाई गई हें शेष कार्य मार्च २०१३ तक पूर्ण करने का दावा आर यु दी पि विभाग ने किया हें वही इस योजना में दस जलाशयों का निर्माण किया जाना था जिसमे से मात्र चार का ही निर्माण किया हें शेष छः अभी बाकी हें ,इस योजना के तहत लाभान्वित गाँवो में जी एज आर का निर्माण भी अभी नहीं कराये गए हें ,इस योजना में बाड़मेर शहर के प्रत्येक घर में मीठे पानी के लिए अलग से कनेक्सन दिया जाना था मगर शहर में आज भी पुरानी पाइप लाइन से पानी सप्लाय किया जा रहा हें ,
योजना का प्रारूप
बाड़मेर के पूर्व कांग्रेसी विधायक वृद्विचंद जैन् ने 1992 में बाड़मेर के लोगों को मीठा और शुद्व पानी पिलाने के लिए जैसलमेर के मोहनगढ़ से इन्दिरा गांधी केनाल से पानी लिफट करवाकर बाड़मेर तक पहुंचाने के लिए एक प्रस्ताव तत्कालीन भैरोसिंह सरकार को भेजा था।
करीब छ: साल तक ठण्डे बस्ते में रहने के बाद 1998 में गहलोतनीत कांग्रेस सरकार ने राज्य की नीति निर्धारण कमेटी की 145 वीं बैठक में उस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान करते हुए बाड़मेर लिफट केनाल परियोजना के लिए 424.91 करोड़ रूपए का प्रावधान किया। अपनी पिछली सरकार के कार्यकाल में गहलोत ने साल 2002 में बाड़मेर में इस योजना का शिलान्यास भी किया था। 2003 में गहलोत की सरकार जाते ही यह परियोजना फिर से ठण्डे बस्ते में चली गयी।
2007 में तत्कालीन वसुंधरा सरकार ने नए सिरे से दुसरे स्थान पर योजना को शिलान्यास किया और इसके लिए 113 करोड़ रूपए के बजट की पहली किश्त जारी की। इसके बाद गहलोत सरकार के मौजुदा कार्यकाल में योजना के बजट आवंटित होता रहा और अब जब राज्य में अगले साल चुनाव होने वाले है 1998 में स्वीकृत हुई इस परियोजना के प्रथम चरण का कार्य पूरा होने पर है।
क्या है योजना
वर्ष 2036 मे बाड़मेर और जैसलमेर जिले के 691 गांवों और 3880 ढाणीयां की 15.65 लाख की आबादी के लिये कुल 172 एम.एल.डी. पानी की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें 120 एम.एल.डी. पानी की आपूर्ति गांव‑ढाणियों के लिए और 52 एम.एल.डी. पानी आर्मी और सीमा सुरक्षा बल के लोगों के होगा। योजना के तहत जैसलमेर जिले के 162 गांवों की कुल 104933 आबादी, बाड़मेर शहर और बाड़मेर के 529 गांवों की कुल 495454 आबादी के लिए पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी।
योजना के प्रथम चरण के पहले भाग के काम के लिए 18 महीने के निर्धारित अवधि के बावजूद ही 36 महीने का अतिरिक्त समय दिया गया। बावजूद इसके अब भी प्रथम चरण कुछ काम अब भी अधुरा है। परियोजना अधिकारियों के मुताबिक योजना के प्रथम चरण के लिए 265 करोड़ का वर्क आर्डर एलएण्डटी को मार्च 2008 में दिया गया। यह काम 9 अक्टूबर 2009 तक कुल 18 माह में पूरा होना था, लेकिन समय पर काम पूरा ना होने के कारण इसकी अवधि 30 अप्रेल 2012 तक के लिए बढ़ा दी गयी।
प्रथम चरण के भाग दो की हालत भी कुछ ऐसी ही रही। 370 करोड़ रूपए की लागत के भाग दो का काम भी मार्च 2008 में वर्क आर्डर जारी होने के बाद अक्टूबर 2009 तक कुल 18 माह में पूरा होना था, लेकिन समय पर काम पूरा ना होने के कारण इसकी अवधि भी 30 जून 2012 तक के लिए बढ़ाई गयी।
रेलवे और डिस्काम का काम भी अधुरा
योजना के प्रथम चरण में रेलवे और डिस्काम को भी कुछ काम आवंटित किया गया था। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक काम प्रगति पर है और जल्द ही पूरा होगा।
रक्षा संस्थानों के लिए काम बाकी
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक योजना से बाड़मेर के रक्षा संस्थानों को जलपुर्ति हेतु 20.04.2011 टेण्डर कर दिए गए थे और काम प्रगति पर है।
फैक्ट फाइल :
विभाग को अब भी परियोजना के प्रथम चरण को पूर्ण करने के लिये रक्षा विभाग से रू 57.37 करोड की राशि प्राप्त करनी है। प्रथम चरण के पूर्ण होने के पश्चात् बाड़मेर शहर, मुख्य पाईप लाईन के आस-पास के 74 राजस्व गांव तथा जैसलमेर जिले में आर्मी क्षैत्र की जलापूर्ति हो सकेगी।
पी.पी.सी. की 27.10.11 को आयोजित 187वीं बैठक में बाडमेर लिफ्ट् परियोजना के द्वितीय चरण के पार्ट अ के लिए 202.36 करोड़ रु. की प्रषासनिक व वित्तिय स्वीकृति प्रदान की गयी। इससे चरण के बाद बाड़मेर के 172 गांवों को मीठा पानी मिलेगा। मामलें का दिलचस्प पहलु यह है कि योजना के द्वितीय चरण के लिए भूमि अवाप्त करने का काम अब भी बाकी है।
परियोजना के तीसरे चरण का सर्वे अब शुरू होगा और इसके लिए 156 लाख की स्वीकृति मिली है। योजना के कुल 691 गांवों को लाभान्वित करने हेतु 797.75 करोड के प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे गये है।
बाड़मेर लिफ्ट केनाल का नाम पूर्व सांसद तन सिंह के नाम करने की मांग
मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा
बाड़मेर मोहनगढ़ बाड़मेर लिफ्ट केनाल परियोजना का नाम पूर्व सांसद तन सिंह के नाम करने को लेरकर राजपूत युवा संगठन बाड़मेर ने मंगलवार को जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा .मंगलवार को राजपूत युवा संगठन ने संग सिंह लुनु के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सुपुर्द किया ,ज्ञापन देने राजपूत समाज के सेकड़ो लोग उपस्थित थे .,ज्ञापन में लिखा हें की पूर्व सांसद तन सिंह का बाड़मेर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा हें .तन सिंह दो बार विधायक भी रहे हें साथ ही क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक भी हें ,इस संगठन के माध्यम से विभिन्न समाजो में सामाजिक जागरूकता का कार्य कराये जा रहे हें ,ज्ञापन में लिखा हें की तन सिंह नगर पालिका के प्रथम अध्यक्ष रहने साथ उच्च कोटि के वकील ,साहित्यकार ,कवी तथा लेखक भी थे ,उन्होंने बाड़मेर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई .मोहन गढ़ बाड़मेर लिफ्ट केनाल का नाम पूर्व सांसद तन सिंह के नाम किया जाये ,ज्ञापन में लिखा हें की बाड़मेर की आम जनता की मंशा अनुरूप केनाल का नाम तन सिंह के नाम किया जाये .ज्ञापन देने भीम सिंह सोधा ,राय सिंह बाखासर ,रिड़मल सिंह दांता ,पहाड़ सिंह तिबनियार ,मांग सिंह लुणु ,खुमान सिंह सोढा ,दीप सिंह रणधा ,भाखर सिंह गोरडिया ,मान सिंह दुधोदा ,छात्र संघ अध्यक्ष रघुवीर सिंह तामलोर ,किशोर सिंह कानोड़ ,उदय भान सिंह ,महावीर सिंह चुली ,विक्रम सिंह चुली ,सवरूप सिंह भदरू ,कैलाश सिंह कोटडिया ,डूंगर सिंह गोरडिया ,गोपाल सिंह रावलोत ,मनमोहन सिंह ,महेंद्र सिंह तारातरा ,रमेश सिंह इन्दा ,लूण सिंह महाबार ,गिरधर सिंह उन्डू ,रतन सिंह चुली ,विक्रम सिंह आंटा ,भोम सिंह बलाई ,कल्याण सिंह चुली ,मोखम सिंह गोरडिया ,भगवान् सिंह झिन्झानियाली ,जीतेन्द्र सिंह फलसुंड ,प्रेम सिंह आगोर ,हठे सिंह रामदेरिया ,कमल सिंह खारिया ,सहित राजपूत समाज के सेकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे ,
कराची।। पाकिस्तानी प्रेमी से शादी करने के लिए शिर्ले ने घर, देश और मजहब तक छोड़ दिया लेकिन बदले में मिली जिल्लत भरी कैद की जिंदगी। उसके पति ने उसे 13 साल से पाकिस्तान में अपने घर की छत पर बने एक छोटे से कमरे में बंद करके रखा है। अब वहां के मानवाधिकार आयोग के प्रयासों से शिर्ले के भारत लौटने की हसरत पूरी होने की उम्मीद जगी है।
शिर्ले की वर्ष 1997 में गुजरात के अहमदाबाद में एक पाकिस्तानी साहूकार गुल मोहम्मद से मुलाकात हुई थी, जिसके बाद दोनों ने शादी कर ली। शिर्ले ने अपना नाम बदलकर शबनम गुल खान रख लिया था और वह अपनी नवजात बेटी के साथ छह महीने के वीजा पर 2000 में पाकिस्तान आ गई थी। उस समय गुल मोहम्मद ने कहा था कि वे उसके परिवार से मिलने पाकिस्तान जा रहे हैं और छह महीनों में भारत लौट आएंगे।
शिर्ले ने 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' से कहा कि कराची पहुंचकर उस समय हैरान रह गई, जब वह खान की पहली पत्नी और उनके छह बच्चों से मिली। उसका भारतीय पासपोर्ट छीन लिया गया और बुर्का पहनाकर घर की छत पर एक कमरे में बंद कर दिया गया। तब से वह मकान के ऊपरी मंजिल पर स्थित कमरे में ही बंद है। उसे किसी से मिलने नहीं दिया जाता। जब यह मामला सामने आया तो पाकिस्तानी मानवाधिकार आयोग और सामाजिक कार्यकर्ता अस्मा जहांगीरव अंसार बर्नी मदद के लिए आगे आए।आयोग के सदस्य अब्दुल हई और बर्नी ने बताया कि अहमदाबाद स्थित उसके परिवार ने शबनम की रिहाई के लिए उनसे मदद मांगी है। इंटरनेट और मोबाइल फोन के जरिये ही शिर्ले बाहरी दुनिया से जुड़ी है। उसने अखबार को बताया कि उसकी जिंदगी नरक हो गई है। कई सालों से वह कमरे से बाहर नहीं निकली है। अब वह अपने घर लौटना चाहती है। उसकी बच्ची को भी स्कूलों नहीं भेजा जाता। मां-बेटी की डंडे से पिटाई की जाती है।
शिर्ले ने कहा कि अपने परिवार वालों से भी वह बातचीत पति के सामने ही कर सकती थी। इस कारण उन्हें कुछ नहीं बोल पाती थी। कुछ महीने पहले किसी तरह अकेले में वह अपने परिवार से बात कर पाई और सारी व्यथा उन्हें बता दी। इसके बाद उसके परिवार ने उसकी भारत वापसी के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस संबंध में उन्होंने केंद्रीय गृह सचिव, पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त और मानवाधिकार कार्यकर्ता अस्मा जहांगीर को पत्र लिखा है। इस बीच, स्थानीय पुलिस ने गुल और उसकी पत्नी से पूछताछ की है।
सोनिया का बाड़मेर दौरा कल, पीले चावल बांटकर दिया न्यौता
बाड़मेर। बाड़मेर लिफ्ट केनाल परियोजना का उद्घाटन करने गुरूवार को बाड़मेर आ रही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दौरे के मदे्नजर कांग्रेसी नेताओं ने पीले चावल बांटकर लोगों को कार्यक्रम में आने का न्यौता दिया।
जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एडवोकेट यज्ञदत्त जोशी ने बताया कि मंगलवार को विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सोहनालाल चौधरी सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने उत्तरलाई, कवास, सर का पार,नागाणा, मुढ़ों की ढाणी, नागाणा और लाखेटाली गांवों का दौरा कर लोगों को पीले चावल बांटकर सोनिया गांधी की प्रस्तावित आम सभा में आने का न्यौता दिया।
जोशी ने कहा कि बाड़मेर जिले की पेयजल समस्या का समाधान करने वाली सबसे महत्वपूर्ण योजना का उद्घाटन एक ऐतिहासिक मौका है और इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का बाड़मेर आना सौभाग्य की बात है। इस दौरे में जगदीश जाखड़, मेवाराम सोनी, गुमनाराम डउकिया,मोहन मेघवाल, लखाना खान, गोर्वद्वन माली, चेतन माली सहित कई लोग शामिल रहे।
गहलोत का भविष्य टिका हें सोनिया गाँधी की रेली पर
बाड़मेर कांग्रेस की अध्यक्ष और यु पि ए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी का तीस अगस्त का राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर का दौरा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए महत्वपूर्ण मन जा रहा हें .लम्बे अरसे बाद सोनिया गांधी राजस्थान आ रही हें ,बाड़मेर जिले में पेयजल योजना का उद्घाटन करेगी सोनिया .सोनिया गाँधी के दौरे को सफल बनाने के लिए अशोक गहलोत ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी .गहलोत को करीब एक लाख की भीड़ एकत्रित करनी हे जो मौजूदा समय में किसी चुनौती से कम नहीं हें ,गहलोत राज्य में असंतुष्टो द्वारा उनके खिलाफ किये जा रहे बार बार अभियान और राज्य में गहलोत की पकड़ ढीली होने जैसे बयानों का जवाब देने के लिए इससे उपयुक्त मौका नहीं मिल सकता .अशोक गहलोत जानते हें की असंतुष्टो की गतिविधियों से उनकी छवि आलाकमान के समक्ष काफी हद तक प्रभावित हुई हें ,गहलोत इस रेली के माध्यम से राज्य में जनता पर अपनी पकड़ साबित करने के लिए स्थानीय विधायको तथा सांसद को ख़ास जिम्मेदारी सौंपी हें ,इन विधायको में सबसे अधिक असंतुष्ट और चर्चित विधायक कर्नल सोना राम भी शामिल हें ,सोनिया गांधी के दौरे का सोना राम ने विरोध किया था ,बात समाचार पत्रों तक गई तब कांग्रेस महासचिव अहमद पटेल ने सोनाराम को समझाईस कर सोनिया गाँधी के दौरे को सफल बनाने के निर्देश दिए तब जाकर सोनाराम सोनिया की रेली की तयारी में जुटे .गहलोत के मंत्रिमंडल के दो सदस्य भी बाड़मेर जिले से हें हेमाराम चौधरी और अमीन खान ,दोना अपने समाजो में अच्छी पकड़ रखते हें ,गहलोत सोनिया की रेली में लोगो की तादाद एक लाख के पर पंहुचा कर सोनिया के समक्ष अपनी ताकत दिखाना चाहते हें ,की असंतुष्टो की बातो में दम नहीं हें ,मगर स्वयं अशोक गहलोत की तीन दिन पूर्व बाड़मेर में उसी स्थान पर आम सभा का आयोजन किया गया था जहा सोनिया की सभा राखी जा रही वहा उस वक़्त महज हज़ार पन्द्र सौ लोग ही आये उसमे भी अधिकांस अधिकारी कर्मचारी थे ,इतमी कम भीड़ ने अशोक गहलोत के माथे पर चिंता की लकीरे जरुर खींच दी हें ,गहलोत ने अपने पुरे प्रशासन को सोनिया की रेली सफल बनाने में झोंक दिया हें ,इसके बावजूद रेली को लखी बना पाएंगे इसमे शक हें ,रेली में भीड़ कम हुई तो उसका खामियाजा अशोक गहलोत को भुगतना पड़ सकता हें
नेताओं की सफल रैलियों के पीछे आम आदमी को कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है उसका जीता जागता उदाहरण आपके सामने है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 30 अगस्त को राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर के दौर पर हैं. क्योंकि वहां सरकार भी कांग्रेस की ही है इसलिए वहां उनके दौरे को सफल बनाने के लिए जी जान से कोशिश की जा रही है. परिवहन विभाग को मुख्यमंत्री कार्यालय से सख्त निर्देश दिये गये हैं कि सारे काम छोड़कर जितनी बसें हैं वे सब भीड़ जुटाने के लिए इस्तेमाल की जाएं. बाड़मेर में प्रस्तावित सोनिया गांधी की सभा में भीड़ जुटाने के लिए परिवहन विभाग को करीब एक हजार 6 सौ बसें उपलब्ध करवानी है.
इसलिए इन दिनों परिवहन विभाग के ज्यादातर अधिकारी सारे काम छोड़कर सोनिया गांधी के बाड़मेर दौरे के लिए बसों का इंतजाम करने में लगे हैं। विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि सोमवार दोपहर को उन्हें जानकारी मिली कि सोनिया गांधी की बाड़मेर में प्रस्तावित आम सभा में बसों की व्यवस्था करनी है। दर्जनों बसों की बात हो तो व्यवस्था करने में आसानी रहती लेकिन यहां एक हजार बसों की व्यवस्था करनी है जो कि मुश्किल कार्य है.
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से दौ सौ बसों का लक्ष्य
यूपीए अध्यक्षा सोनिया गाँधी के दौरे में एक लाख की भीड़ एकत्रित करने का लक्ष्य हें जिसमे बाड़मेर जिले की सात विधानसभाओ में प्रत्येक विधानसभा से दो सौ बसे लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, वहीं जैसलमेर से बीस हज़ार, जालोर सिरोही जोधपुर, पाली से करीब तीस हज़ार लोगो को लाने के प्रबंध किये जा रहे है, इतनी बड़ी संख्या में बसे नहीं मिल रही.
भीड़ कम होने की आशंका
हाल ही में हुई बारिश के बाद ग्रामीण लोग अपने खेतो में जुटे हैं, खेतों का काम छोड़कर किसान और ग्रामीणों के आने की संभावना कम है. दो रोज पूर्व मुख्यमंत्री की आदर्श स्टेडियम में आमसभा रखी थी जिसमे बमुश्किल हज़ार लोग पहुंचे, इस सभा में कम भीड़ देख मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का माथा ठनक गया, उन्होंने बसों की व्यवस्था से लेकर भीड़ जुटाने का काम की कमान अपने हाथ में ले ली.
लाख नहीं दो लाख की भीड़ करो।
श्रीमती सोनिया गांधी के तीस अगस्त को दौरे को लेकर स्थानीय नेता एक लाख की भीड़ करने का दम भर रहे थे मगर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ चन्द्रभान ने कहा की भीड़ एक लाख की नहीं दो लाख की करनी है, चंद्रभान के इस बयां ने स्थानीय नेताओ की नींद उड़ा दी ,क्योंकि भीड़ जुटाने वाले नेता को ही विधानसभा चुनाव में टिकेक मिलेगी.
कहां से कितनी बसें
आधिकारिक तौर पर अधिकारियों ने बताया कि एक हजार छः सौ बसें जोधपुर संभाग के परिवहन अधिकारियों को जुटानी हैं। इसमें जोधपुर कार्यालय को अनुमानित 600 बसें, पाली को 200 बसें, बाड़मेर को 600 बसें और जालोर, सिरोही व जैसलमेर कार्यालय को 600 बसों की व्यवस्था करने को कहा गया है। ज्यादातर अधिकारी इस काम में लगने से परिवहन विभाग का निरीक्षण, परमिट, लाइसेंस और राजस्व संग्रहण का कार्य प्रभावित हो रहा है.
कहां से लाएं इतनी बसें
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर संभाग के सभी जिलों के जिला परिवहन अधिकारी, निरीक्षक और उप निरीक्षक सारे काम छोड़कर बसों की व्यवस्था करने में लगे हैं। परेशानी यह है कि बसों के बदले बस संचालकों को नाममात्र के तेल के दाम दिए जाएंगे। ऐसे में मैंटेनेस सहित अन्य खर्चो का भुगतान नहीं होने से बस संचालक बसें लगाने के लिए राजी नहीं हो रहे हैं.
महिलाओं ने कर दी मंत्रीजी की धुनाई
नागपुर। बलात्कार की शिकार महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी महाराष्ट्र के मंत्री लक्ष्मणराव धोबले को भारी पड़ गई। महिलाओं ने मंत्री महोदय की धुनाई कर दी।
एनसीपी नेता वाटर सप्लाई और सैनिटेशन मिनिस्टर पर चप्पल तक फेंकी गई। वे खुद भी दलित हैं। नागपुर में हो रहे अन्नाभाऊ साठे साहित्य सम्मेलन के दौरान ढोबले ने रविवार शाम कहा, बलात्कार पीडिताओं के लिए धरना-प्रदर्शन में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे मामले का वजन कम हो जाता है।
महिलाओं पर अत्याचार के मुद्दे पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, प्रदर्शन से ऎसे अपराध रूकने वाले नहीं हैं। उन्होंने बलात्कार पीडिताओं को प्रदर्शन करने के बजाए अपने बच्चों की परवरिश पर ध्यान लगाने को कहा। उन्होंने कहा, बलात्कार की शिकार महिलाओं को उचित शिक्षा दी जानी चाहिए। उन्हें कानून की शिक्षा दी जाए ताकि दोषियों को कानून के अनुसार सजा मिले। इससे वहां मौजूद महिलाएं भड़क गई। एक अखबार के अनुसार वहां अफरातफरी का महौल हो गया। ढोबले जब अपनी कार में बैठने जा रहे थे तभी महिलाओं ने उन पर हमला कर दिया और उनकी पिटाई कर दी। हालांकि वे वहां से चले गए।
वहीं ढोबले ने उन पर हमले की बात से इनकार किया है लेकिन उन्होंने बलात्कार पीडिताओं के बारे दी गई अपनी सलाह के बारे में कुछ नहीं कहा।
"मन को हटाना चाहते हैं कांग्रेसी"
नई दिल्ली। कोयला घोटाले में विपक्ष के सीधे निशाने आए प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को कुछ कांग्रेसी भी हटाना चाहते हैं। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी उनकी तरफदारी करती हैं। समाजवादी पार्टी के नेता मोहन सिंह के इस बयान ने एक बार फिर डॉ. सिंह के पीएम बने रहने पर सवाल उठा दिया हैं।
संसद के दोनों सत्रों की कार्रवाई स्थगित होने के बाद मंगलवार को सपा नेता मोहन सिंह ने कहा कि, मुझे शंका है कि कांग्रेस की अन्दरूनी राजनीति मनमोहन सिंह को हटाना कर किसी ओर को हटाकर किसी ओर को पीएम बनाना चाहती है। लेकिन सोनिया इसके पक्ष में नहीं है। सोनिया गांधी नेता है संगठन नहीं। सपा नेता के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर डॉ. मनमोहन सिंह को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
कांग्रस ने बयान को खारिज किया
कांग्रेस प्रवक्ता जनार्दन द्विवेदी ने मोहन सिंह के बयान को नकारते हुए पीएम पद को लेकर सभी अटकलों को खारिज कर दिया। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही अपने घोषणा पत्र में स्पष्ट कर दिया था कि पीएम पद के उम्मीदवार डॉ. मनमोहन सिंह ही अगले चुनावों तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे।
25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
रामदेवरा बाबा रामदेव के रूणिचा धाम में आयोजित प्रथम भादवा रामदेवरा मेला हर्षोल्लास के साथ शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ। बाबा की अवतरण तिथि भादवा सुदी द्वितीया 19 अगस्त से भादवा शुक्ला एकादशी - 27 अगस्त सोमवार तक आयोजित मेले में इस बार 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि इस मेले में ग्राम पंचायत रामदेवरा को 62 लाख 49 हजार 982 रुपए की आय अर्जित हुई है।उपखंड अधिकारी पोकरण एवं मेलाधिकार रामदेवरा मेला अशोक चौधरी ने बताया कि जिला प्रशासन एवं मेला प्रशासन द्वारा मेलार्थियों की सुरक्षा, शांति व्यवस्था एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए रामदेवरा मेला अवधि में प्रशासनिक व्यवस्थाएं जुटाई गई है। मेला व्यवस्थाओं के लिए अलग-अलग विभागों द्वारा इस वर्ष मेले से पूर्व पदयात्रियों तथा मेलार्थियों की भारी संख्या में आवक को दृष्टिगत रखते हुए औपचारिक मेला प्रारंभ होने से पूर्व ही आवश्यक व्यवस्थाएं जुटाई गई।देश के कोने कोने से लाखों पदयात्रियों के पहुंचने का अनुमान है। गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी रामदेवरा मेला में सावण शुक्ला बीज से ही पदयात्रियों के जत्थे रामदेवरा पहुंचने प्रारंभ हो गए थे। मेलाधिकार अशोक चौधरी के नेतृत्व में मेले के सफल आयोजन में जिला प्रशासन, मेला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, उप अधीक्षक पुलिस विपिन शर्मा, मेला व्यवस्थाओं के लिए मेलावधि के लिए नियुक्त आर.ए.एस. ओमप्रकाश विश्नोई ,नरेश बुनकर सहायक मेलाधिकारी त्रिलोकचंद, सहायक अभियंता पंचायत समिति सांकड़ा धन्ना राम विश्नोई, चिकित्सा अधिकारियों के साथ ग्रामपंचायत रामदेवरा, रामदेवरा के सरपंच भोमाराम, ग्रामसेवक ताराराम, जिला एवं उपखण्ड मुख्यालय से आए विभिन्न विभागों तथा ग्रामपंचायत रामदेवरा के पदाधिकारियों/कार्मिकों और स्काउट के बालचरों, सूचना केन्द्र प्रभारियों का विशेष योगदान रहा। मेले में इस बार कानून एवं शांति व्यवस्था को सुव्यवस्थित ढंग से संपादित करने में पुलिस प्रशासन एवं आर.ए.सी विभाग के अधिकारियों व कार्मिकों ने अपनी अहम् भूमिका अदा की। मेलाधिकारी चौधरी ने इन समस्त अधिकारी/कर्मचारी से आग्रह किया कि वे आगामी 16 सितम्बर से 26 सितम्बर तक आयोजित होने वाले अगले द्वितीय भादवा मेले में भी इसी तरह से अपनी उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करें।
ग्राम पंचायत रामदेवरा को 62 लाख 49 हजार 982 रुपए की आय
504 दिन से चल रहा सांजटा प्रकरण का धरना समाप्त
बाड़मेर घर से बेघर हुए सांजटा के ग्रामीणों का धरना सोमवार को आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। वे बीते 504 दिन से कलेक्ट्री के सामने भूखंडों के पट्टे जारी करने की मांग को लेकर डटे थे। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के बाड़मेर दौरे के मद्देनजर मुस्लिम समुदाय की ओर से महापड़ाव की चेतावनी देने के बाद प्रशासन में आनन फानन में धरना समाप्त करवा दिया। संवाददाता ने इस प्रकरण को ले कर सोनिया गाँधी को काले झंडे दिखने की खबर प्रकाशित की थी ,जिसके कारन राज्य सरकार और जिला प्रशासन जबरदस्त दबाव में आ गया था .
सांजटा के 33 परिवारों के आशियाने पंचायत प्रशासन ने करीब डेढ़ साल पहले उजाड़ दिए। भूखंडोंं के पट्टे होने के बावजूद इन्हें घर से बेघर कर दिया। इसके बाद बेघर हुए ग्रामीणों ने कलेक्ट्री के सामने धरना शुरू किया। पिछले 504 दिन से विभिन्न मांगों को लेकर धरना चल रहा था। सोमवार को बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन धरना स्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों से वार्ता कर समझाइश की। शेष त्नपेज १२
इस दौरान विधायक जैन ने प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में भूखंडो के पट्टे जारी करने का आश्वासन दिया। इस पर धरनार्थी भी राजी हो गए। इस पर विधायक जैन ने उन्हें ज्यूस पिलाकर धरना समाप्त करवा दिया। मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के पूर्व सदर असरफ अली ने बताया कि लंबे समय से संघर्ष कर रहे सांजटा के ग्रामीणों ने आश्वासन के बाद धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी। मुस्लिम समुदाय की ओर से महापंचायत बुलाने के निर्णय के बाद प्रशासन ने पीडि़त पक्ष की सुनवाई की। इस मौके पर तहसीलदार बद्रीनारायण विश्नोई, सदर थानाधिकारी लूणसिंह भाटी समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
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