सोमवार, 2 दिसंबर 2013

समुदाय विषेष के लोगों ने एक युवक पर किया जान लेवा हमला रामगढ़ कस्बे में तनावपूर्ण माहौल

नहरी भूमी को लेकर हुआ विवाद, कस्बे में तनावपूर्ण माहौल
 

समुदाय विषेष के लोगों ने एक युवक पर किया जान लेवा हमला
 
जैसलमेर,   जैसलमेर में मतदान संपन्न होने के 24 घंटे बाद
> ही सोमवार देर सांय जिले के सीमावर्ती रामगढ़ कस्बे में एक विशेष समुदाय
> व एक अन्य गुट के बीच नहरी भूमि के विवाद को लेकर हुवें संघर्ष मंे
> आक्रोशित भीड़ द्वारा 3 गाडि़या जला दी गई, वही दुकान को तोड़ दिया गया।
> इस घटना के बाद पूरे कस्बे में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया तथा पूरे
> बाजार बंद हो गए। घटना की गंभीरता को देखते हुवें अतिरिक्त पुलिस बल
> तैनात किया गया हैं, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए
> हैं, स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में लेकिन तनावपूर्ण बनी हुई हैं। पूरे
> जिले में सतर्कता बरतने के आदेष दिए गए हैं, अभी तक इस मामले की गिरफतारी
> नही हो पाई हैं।

> प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के रामगढ़ कस्बे में देर षाम नहरी भूमी
> विवाद को लेकर एक समुदाय विषेष के लोगों ने एक राजपूत युवक पर जानलेवा
> हमला कर दिया। किसी तरह युवक अपनी जान बचा कर रामगढ़ कस्बे में भाग आया।
> बताया जाता हैं यह नहरी मुरब्बा इस व्यक्ति का खरीदा हुआ था तथा इस पर
> कब्जा अल्पसंख्यक समुदाय का था तथा इस मुरब्बे से हटने को तैयार नही हो
> रहा था। इसको लेकर दोनो के बीच पुलिस में मामला भी चल रहा था। उधर युवक
> पर हमले के बाद युवक ने इसकी सूचना अपने रिष्तेदारो व ग्रामीणों को दी
> जिस पर भारी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए और हमलावर वहां से भाग गए।
> गुस्साए ग्रामीणों ने विषेष समुदाय के तीन वाहनों को आग लगा दी तथा एक
> दुकान को भी क्षति पहुंचा दी। इस घटना के बाद तनाव व्याप्त हो गया।
> माहौल बिगड़ता देख कस्बे का पूरा बाजार बन्द हो गया और ग्रामीणों में भय
> व्याप्त हो गया। थानाधिकारी जेठाराम ने मय जाब्ते के कस्बे में षान्ति
> व्यवस्था कायम करते नजर आए। कुछ ही देर में जिला मुख्यालय से अतिरिक्त
> पुलिस जाब्ता रामगढ़ पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस हेमन्त
> शर्मा ने बताया कि विरेन्द्रसिंह निवासी मींयो की ढ़ाणी का मुरब्बे को
> लेकर एक समुदाय विषेष के लोगों से विवाद चल रहा था। सोमवार को देर षाम
> उन्होनें एक राय होकर हमला कर दिया जिससे माहोैल गर्मा गया। करीब एक
> घण्टे तक चले घटनाक्रम में ग्रामीणों ने दो गाड़ीयों को आग लगा दी जिससे
> कस्बे में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया। बाद में पुलिस ले स्थिति को
> नियंत्रण में कर लिया।

> उन्होने बताया कि कस्बे में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण व शान्तिपूर्ण बनी
> हुई हैं। अपराधियों की गिरफतारी के पूरे प्रयास किये जा रहे हैं। किसी भी
> स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनातगी की जा रही हैं।
> पूरे जिले में सर्तकता बरतने के निर्देष दिए गए हैं। जिला कलेक्टर
> एन.एल.मीणा ने बताया कि इस घटना के बाद जिले के सभी पटवारियों, ग्राम
> सेवको व अन्य सरकारियों कर्मचारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सतर्क
> रहने के निर्देष दिए गए हैं। किसी प्रकार की अफवाहो से सावधान रहने को
> कहा गया हैं तथा किसी प्रकार की कोई छोटी सी घटना के बारे में भी तुरंत
> जिला मुख्यालय को सूचित करने को कहा गया हैं। रामगढ़ में हालात पूरी तरह
> नियंत्रण व शान्तिपूर्ण हैं।

दो नाबालिग लड़के 10 दिन करते रहे गैंगरेप

विजयवाडा। आंध्र प्रदेश के विजयवाडा में एक नाबालिग लड़की को एक कमरे में 10 दिनों तक कैद कर उससे दो नाबालिग लड़के गैंगरेप करते रहे। उनकी करतूत सोमवार को तब सामने आई जब पुलिस ने पीडिता और एक आरोपी को स्थानीय दुर्गा मंदिर के पास संदिग्धरूप से घूमते देखा और उनसे पूछताछ की। पुलिस ने बाद में रेप के आरोप में दोनों नाबालिग लड़कों को गिरफ्तार कर लिया।
विजयवाडा के पुलिस अधीक्षक हनुमंत राव ने यहां बताया कि सिकन्दराबाद निवासी एक आटो चालक की पुत्री अपने अभिभावकों से डांट फटकार मिलने के बाद घर से भागकर यहां आ गई और अपने एक परिचित लड़के से मिली। वह लड़की को सूनसान स्थल पर बने एक कमरे में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया।

बाद में उसने अपने एक और साथी को वहां बुला लिया और उसने भी यही दुष्कृत्य किया। यह सिलसिला 10 दिनों तक चलता रहा। पकडे जाने पर पीडिता ने पुलिस को सारे मामले से अवगत कराया। पुलिस ने दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है तथा लड़की को मेडिकल परीक्षण के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया।

जैसलमेर रामगढ़ में खेत के विवाद में दो समुदायो के बीच छिड़ी जंग दो वाहन और दुकाने जलाई


जैसलमेर रामगढ़ में खेत के विवाद में दो समुदायो के बीच छिड़ी जंग

दो वाहन और दुकाने जलाई


जैसलमेर जिले के रामगढ़ कसबे में सोमवार को खेत के विवाद को लेकर दो पक्ष उलझ गए। एक पक्ष द्वारा भाग जाने के बाद आक्रोशित दूसरे पक्ष ने उनके दो वाहनो और दुकानो को आग लगा दी। जानकारी के अनुसार वीरेंदर सिंह नमक व्यक्ति के मुरब्बे खेत पर संिदय विशेष के व्यक्ति द्वारा कब्ज़ा कर लिया था। वीरेंदर सिंह अपने खेत का कब्ज़ा लेने गया तो दूसरा पक्ष उससे उलझ गया तथा मारपीट शुरू कर दी ,वीरेंदर सिंह इस बीच फोन से अपने समर्थको को बुला लिया ,थोड़ी देर में वीरेंदर सिंह के बड़ी तादाद में समरथक पहुँच गए ,बड़ी तादाद में दुस्त्रे पक्ष के लोगो को झगड़े कि नियत से आते देख दूसरे समुदाय के लोग भागने में सफल हो गए इसी बीच एकत्रित लोगो ने वहा खड़े दो वाहनो को आग लगा दी तथा दो डुकलान फूंक दी ,घटना कि जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक रामगढ़ मौके पर पहुँच रहे हें


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बाड़मेर जिले में महिलाओ ने बाज़ी मारी पुरुषों को छोड़ा पीछे मतदान में

विधानसभा चुनाव 2013
जिले में 10,98,312 मतदाताओं ने किया मताधिकार का प्रयोग

बाड़मेर जिले में महिलाओ ने बाज़ी मारी पुरुषों को छोड़ा पीछे मतदान में


बाडमेर, 2 दिसम्बर। विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान रविवार को जिले की सातों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 5,77,737 पुरूष एवं 5,20,575 महिलाओं सहित कुल 10,98,312 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जिले में पुरूष मतदाताओं का प्रतिशत 76.64 तथा महिला मतदाताओं का प्रतिशत 78.74 रहा। थर में महिला मतदाता पुरुषो से मत देने में आगे रही।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी अरूण पुरोहित ने बताया कि जिले में 1,25,826 मतदाताओं ने फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र, 9,70,224 मतदाताओं ने वोटर स्लीप तथा 2262 मतदाताओं ने अन्य दस्तावेजों से पहचान साबित कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होने बताया कि जिले में कुल 44 नैत्रहीन मतदाताओं द्वारा भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया ।
उन्होने बताया कि शिव विधानसभा क्षेत्र में 94,504 पुरूष एवं 84,351 महिला मतदाताओं सहित कुल 1,78,855 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसी प्रकार बाडमेर विधानसभा क्षेत्र में 82,329 पुरूष एवं 74,026 महिलाओं सहित कुल 1,56,355 मतदाताओं, बायतु विधानसभा क्षेत्र में 74,828 पुरूष एवं 68,408 महिलाओं सहित 1,43,236 मतदाताओं, पचपदरा विधानसभा क्षेत्र में 74,591 पुरूष एवं 66,961 महिलाओं सहित कुल 1,41,552 मतदाताओं, सिवाना विधानसभा क्षेत्र में 74,139 पुरूष एवं 67,167 महिलाओं सहित कुल 1,41,306 मतदाताओं, गुडामालानी विधानसभा क्षेत्र में 85,348 पुरूष एवं 78,005 महिलाओं सहित कुल 1,63,353 मतदाताओं तथा चौहटन विधानसभा क्षेत्र में 91,998 पुरूष एवं 81,657 महिलाओं सहित कुल 1,73,655 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

बाड़मेर महिलो का भेष धारण कर किया युवको ने फर्जी मतदान ,पुलिस को सौंपा तो उसे छोड़ दिया व्

बाड़मेर महिलो का भेष धारण कर किया युवको ने फर्जी मतदान ,पुलिस को सौंपा तो उसे छोड़ दिया व्


मुख्य चुनाव आयुक्त को शिकायत कि मानवेन्द्र सिंह ने


बाड़मेर जिले के शिव विधानसभा क्षेत्र के दो बुथो पर फर्जी वोट डालने और भाजपा अभिकर्ताओ के साथ मारपीट करने कि शिकायक भाजपा प्रत्यासी मानवेन्द्र सिंह ने मुख्य चुनाव आयुक्त को कि हें।


मानवेन्द्र सिंह के मुख्य चुनाव अभिकर्ता राजेंद्र सिंह भियांद ने बताया कि बूथ संख्या 344 रमजान कि गफन में सरकारी रेकार्ड एवं एरिया मजिस्ट्रेट कि रिपोर्ट में अंकित किया हें कि इस बूथ पर फर्जी मतदान किया गया ,जिसमे पुरुषो द्वारा महिलाओ के कपडे पहन कर मतदान करने के मामले पकड़ कर बूथ पर पुलिस कर्मियो को सुपुर्द किया मगाय बी एल ओ द्वारा को कार्यवाही अमल में नहीं लाई गयी ,इसी बूथ में चुनाव आयोग के केंद्र के एक सौ मीटर के दायरे में लोगो कि उपस्थिति पर पाबंदी के बावजूद बूथ परिसर में सेकड़ो लोग फर्जी मतदान के षडयंत्र के लिए। इस बूथ पर कांग्रेस पारी के प्रत्यासी समर्थको द्वारा मारपीट भाजपा के अभिकर्ता के साथ कि गई। जिसकी सूचना सम्बंधित अधिकारी को दी मगर कोई एक्शन नहीं लिया। ठीक इसी प्रकार शिव विधानसभा क्षेत्र के ही बूथ संख्या 195 हमीरनी में भरी फर्जी मतदान हुआ और भाजपा के अभिकर्ता को बूथ में डराया धमकाया और मारपीट कर सामूहिक रूप से फर्जी मतदान किया गया जिसका बूथ पर उपस्थित मतदाताओ ने भी विरोध किया। अधिकारी को सूचना दी जिस पर आर ओ द्वारा तहसीलदार को मौके पर भेजा जरुर मगर कोई कार्यवाही नहीं कि। चूँकि ऊपर अंकित दोनों बूथ संवेदनशील हें नियमानुसार इन केंद्र कि दिन भर कि रिकॉर्डिंग जरुरी हें मगर इसके बावजूद संवेदनशील केंद्र कि रिकॉर्डिंग नहीं कि ,तो रमजान कि गफन में बूथ परिसर के अंदर करीब चार दर्जन अनजान लोग बेठे थे जबकि नियमानुसार सौ मीटर के दायरे में किसी पार्टी का व्यक्ति परिसा में खड़ा नहीं रह सकता। यह लोग वो थे फर्जी वोट डालने वाले थे ,जो जो फर्जी पोलिंग कि कि प्लानिंग कर रहे थे।



उक्त मतदान केंद्र संवेदनशील होने के कारन इनकी फूल टाइम विडिओग्राफी करना नित्य जरुरी था मगर जिला प्रशासन ने जान बुझ कर विडिओ ग्राफी नहीं कराई गयी। रविवार को मतदान के दिन सम्बंधित रिटर्निंग अधिकारी शिव के पास शिकायत दर्ज कराई गयी थी मगर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गयी।



इस प्रशासनिक लापरवाही कि निष्पक्ष जांच कर दोनों स्थानो पर पुनर्मतदान कराने और पी ओ और बी एल ओ के खिलाफ कार्यववाही कि मांग कि हें

सिविल सर्विस की परीक्षा देने वाला पहला किन्नर

चेन्नई। 23 साल के किन्नर स्वपना ने सिविल सर्विस की परीक्षा देकर एक ऎतेहासिक मिसाल कायम की है। बीसीए ग्रेजुएट स्वपना ने एक दिसंबर को तमिलनाडू सिविल सर्विस की परीक्षा दी है। मदुरई के रहने वाले इस किन्नर को किन्नरों द्वारा लंबे समय तक कैम्पेन चलाने के परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई है। सिविल सर्विस की परीक्षा देने वाला पहला किन्नर
ऎसे ही एक ट्रांसजेंडर फिजियोथेरेफिस्ट सेल्वी का कहना है कि हम इसके लिए पिछले दस साल से लड़ रहे हैं। अब जाकर सरकार ने हमें यह मौका दिया है। सेल्वी एक फिजियोथेरेफिस्ट हैं तो बनू एक कम्पयूटर प्रोफेशनल हैं। दोनों ने ही एक अंग्रेजी चैनल को बताया कि उन्होंने काफी बाधाओं का सामने करके अपनी शीक्षा पूरी की है। साथ ही उन्होंने बताया कि एक बार उनके लिंग की पहचान जाहिर हो जाने के बाद उनके लिए नौकरी ढूंढना और अपनी नौकरी बचाए रखना काफी मुश्किल होता है। केवल सरकार की मान्यता और आरक्षण ही उन्हें स्वीकार्यता पाने में सहायता मिलेगी।
सिविल सर्विस की परीक्षा देने वाला पहला किन्नर
किन्नर बनू का कहना है कि हर किसी की तरह पेरेंट्स भी सोचते हैं कि उनके बच्चे भिखारी बनेगें या फिर एक वेश्या बन जाएगा। अगर किन्नर बच्चे भी सरकार की सहायता से सामान्य शिक्षा और नौकरी पाने लगेगें तो कभी भी पेरेंट्स अपने किन्नर बच्चों को नहीं छोड़ेंगे।

विवाहिता को वेश्यावृत्ति की धमकी, आत्महत्या का प्रयास

जयपुर। राजधानी जयपुर में मनचलों पर पुलिस को बिलकुल भी डर नहीं है। ऎसा हम नहीं बल्कि प्रतिदिन सामने आ रहे मामलों से साफ दिखाई देता है। ऎसा ही मामला राजधानी के विद्याधर नगर थाना क्षेत्र में सामने आया। यहां एक विवाहिता ने मनचले की अश्लील हरकतों से परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया। आत्महत्या का प्रयास करने पर मामला खुला और रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। विवाहिता को वेश्यावृत्ति की धमकी, आत्महत्या का प्रयास
जांच अधिकारी एसआई संतोषदास ने बताया कि बापू कच्ची बस्ती निवासी 20 वर्षीय विवाहिता ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि सुंदर नगर नाला निवासी हरीओम मीणा लंबे समय से परेशान कर रहा है। वह उसका पीछा करता और शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाता था। पीडिता ने बताया कि आरोपी ने गत 30 नवंबर की शाम घर से कुछ दूरी पर उसे पकड़ा और जबरदस्ती ले जाने लगा। जैसे- तैसे वह छूटकर घर आई।

पति ने बचाया और सबक सिखाया
पीडिता ने बताया कि आरोपी उसको धमकी देता है कि वेश्यावृत्ति का धंधा करवाकर तुझसे पैसे कमाउंगा। मना करने पर जान से मारने और बस्ती में बदनाम करने धमकी देता है। पीडिता ने तंग आकर घर पर फांसी का फंदा लगा आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन पति ने उसे बचा लिया। बस्ती वाले और परिजनों ने उसे समझाया और आरोपी को सबक सिखाने का निर्णय किया। जिसके बाद विद्याधर नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने आरोपी हरिओम को गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

सटीक आंकलन रहा बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक का अब तक , भाजपा को छह सीटे बायतु खुली सीट

सटीक आंकलन रहा बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक का अब तक , भाजपा को छह सीटे बायतु खुली सीट


बाड़मेर राजस्थान में सम्पन हुए विधानसभा चुनावो को लेकर बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक ने सबसे पहले राजनीती समाचारो कि शुरुआत कर पाठको के लिए विशेष आलेख और खास समाचार दिए ,चुनाव के विधानसभा वार ऐतिहासिक आंकड़ो के साथ वर्त्तमान परिस्थितयो ,राजनीती ,गुटबाज़ी ,भितरघात ,सोशल इंजीनरिंग ,सामाजिक बदलाव ,मोदी और वसुंधरा फेक्टर ,प्रत्यासियो के चयन ,बदलते जातिगत समीकरण ,उठा पटक ,उम्मीदवारो और पुराने दिग्गज नेताओ का जीवन परिचय सहित कई जानकारिया उपलब्ध कराई जिसे पाठको ने रूचि के साथ पढ़ा। अगली खबर का इंतज़ार किया। चुनाव सम्पन भी हुए। मतदान भी वाही हुआ जो हमने कहा। बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक के समाचारो को कांग्रेस के लोगो ने भाजपानीत बताने का पूरा जातां किया मगर हकीकत कुछ और थी ,अगर कांग्रेस हमारे समाचारो पर अमल करती तो उनकी इतनी दुर्गति नहीं होती ,


आठ को परिणाम। । बाड़मेर के कल सम्पन चुनावो में स्पष्ट तौर पर शिव से भाजपा प्रत्यासी कर्नल मानवेन्द्र ,सिंह बाड़मेर से डॉ प्रियंका चौधरी ,सिवाना हमीर सिंह ,गुदा लादूराम विश्नोई ,पचपदरा अमराराम चौधरी चौहटन से तरुण कागा ,जैसलमेर से छोटू सिंह भाटी और पोकरण से शैतान सिंह राठोड कि जीत तय हें ,जबकि एक मात्र बायतु सीट खुली हें जहा कुछ भी हो सकता हें। भाजपा और कांग्रेस अपने दावे कर रहे हें मगर जाट बाहुल्य क्षेत्र होने तथा मतदाताओ के खुलकर किसी एक पक्ष में नहीं बोलने से स्थति स्पष्ट नहीं हो रही।


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एल्कोहल है खतरनाक

एल्कोहल का सेवन एक धीमी मौत की तरह है, जो धीरे-धीरे आपको बीमार करता है और फिर आखिर में मौत के कगार तक ले जाता है। एल्कोहॉलिज्म : क्लिनिकल एंड एक्सपेरीमेंटल रिसर्च ने हालिया शोध के नतीजों में एल्कोहल को हानिकारक बताया है।

ए ल्कोहल का सेवन करना हमेशा से ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता रहा है। अब एक बार फिर एक शोध में कहा गया है कि इसका सेवन मौत और विकलांगता का कारण बन सकता है।


एक नए शोध में कहा गया है कि एल्कोहल का सेवन मौत और विकलांगता का कारण बन सकता है। यह शोध "एल्कोहॉलिज्म : क्लिनिकल एंड एक्सपेरीमेंटल रिसर्च" ने अमरीकी लोगों पर किया था। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि वर्ष 2005 में करीब 53,000 पुरूषों व 12,000 महिलाओं की मौत एल्कोहल से संबंधित विकारों के चलते हुई।


कनाडा स्थित टोरंटो यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर एडिक्शन एंड मेंटल हेल्थ में सामाजिक व महामारी विज्ञान अनुसंधान के निदेशक एवं अग्रणी लेखक जुर्गेन रेहम का कहना है कि मेटा-विश्लेषकों (एक सांख्यिकीय विश्लेषण) के नतीजे आश्चर्यजनक थे। हमने पहले एल्कोहल के प्रयोग से होने वाले विकारों पर मेटा विश्लेषण किए थे और जानते थे कि यह पहली अध्ययन सामग्री से आगे जाएंगे। लेकिन हमने बीमारियों के इस बोझ के इतना अधिक होने की उम्मीद नहीं की थी। उन्होंने कहा कि एल्कोहल की उपलब्धता पर प्रतिबंध की जरूरत है।

8 महीने के प्रेग्नेंट दुल्हे ने रचाई शादी

8 महीने के प्रेग्नेंट दुल्हे ने रचाई शादी

आयर्स। शादी तो आपने कई देखी होंगी मगर अर्जेटिना में बीते शुक्रवार को हुई यह शादी कुछ अलग थी। यहां भी दूल्हा-दुल्हन शादी के जोड़े में जीवन भर साथ निभाने की कसमें ले रहे थे मगर अलग बात यह थी कि दूल्हा आठ महीने का प्रेग्नेंट था। मगर हैरान न होइए, यह कुदरती अजूबा नहीं है बल्कि इस कपल ने ही जेंडर चेंज करवाया है।
दूल्हा एलेक्सिस ताबोरदा जन्म से महिला है और दुल्हन कारेन ब्रूसलेरियो जन्म से पुरूष है। पर बाद में इस कपल ने सेक्स चेंज करवाया। यहां भी खास बात यह रही कि इनमें से किसी ने सेक्स रीअसाइनमेंट सर्जरी नहीं करवाई। यानी उन्होंने जिस रूप में जन्म लिया था वह आज भी उसी रूप में हैं मगर उनकी पहचान बदल गई है। एलेक्सिस अब खुद को पुरूष कहते हैं और कारेन खुद को महिला और इनका कानूनी स्टेटस भी अब यही हो चुका है।

एलेक्सिस और कारेन की मुलाकात अजेंüटिना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में हुई जब ये दोनों ही बतौर एक्टिविस्ट ट्रांससेक्सुअल एंड ट्रांसजेंडर राइट्स के लिए लड़ रहे थे। 2010 में ही अजेंüटिना लैटिन अमेरिका का पहला ऎसा देश बना जिसने समान सेक्स वाले कपल को शादी की इजाजत दी।

इन दोनों ने गर्भ में पल रही बेटी का नाम भी चुन लिया है। 26 साल के ताबोरदा जो कि कानूनन अब पुरूष हैं, बताते हैं कि शादी का मौका बहुत ही इमोशनल करने वाला पल था। यह बहुत खास था क्योंकि एक सपना पूरा हो रहा था।

आखिर हम सिविल मैरिज कर रहे थे। हमने कैथलिक चर्च में शादी की इच्छा जताकर अजेंüटिना मूल के पोप फ्रैंसिस को ईमेल भेजा था मगर रिस्पॉन्स नहीं आया है। मैं 36 हफ्तों का प्रेग्नेंट हूं मगर बच्चे को जन्म देने का मां वाला अहसास बहुत ज्यादा नहीं है। शादी के बाद ट्रांससेक्सुअल कपल एलेक्सिस पत्नी केरन के साथ।

सोमवती अमावस्या : अखंड सौभाग्य की प्राप्ति का व्रत



नई दिल्ली: सोमवती अमावस्या, यानी सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. इस दिन गंगा स्नान और दान आदि करने का विधान है. कई स्थानों पर विवाहित स्त्रियां इस दिन अपने पति की दीर्घायु की कामना के लिए व्रत भी रखती हैं. शास्त्रों में इसे अश्वत्थ प्रदक्षिणा व्रत भी कहा गया है. अश्वत्थ यानी पीपल का पेड़. कई प्रांतों में विवाहित स्त्रियां इस दिन पीपल के पेड़ की दूध, जल, फूल, अक्षत, चन्दन से पूजा करती हैं और उसके चारों ओर 108 बार धागा लपेट कर परिक्रमा करती हैं.
अमावस्या से जुड़े ये रहस्य बहुत कम ही लोग जानते हैं
कुछ अन्य जगहों पर पति-पत्नी के साथ प्रदक्षिणा करने का भी विधान होता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का भी विशेष महत्व समझा जाता है. कहा जाता है कि महाभारत में भीष्म ने युधिष्ठिर को इस दिन का महत्व समझाते हुए कहा था कि, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने वाला मनुष्य समृद्ध, स्वस्थ्य और सभी दुखों से मुक्त होगा. ऐसा भी माना जाता है कि स्नान करने से पितरों कि आत्माओं को शांति मिलती है.

कुछ एक अन्य परम्पराओं में भँवरी देने का विधान है. धान, पान और खड़ी हल्दी को मिला कर उसे विधान पूर्वक तुलसी के पेड़ को चढाया जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का भी विशेष महत्व समझा जाता है. कहा जाता है कि महाभारत में भीष्म ने युधिष्ठिर को इस दिन का महत्व समझाते हुए कहा था कि, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने वाला मनुष्य समृध्द, स्वस्थ्य और सभी दुखों से मुक्त होगा. ऐसा भी माना जाता है कि स्नान करने से पितरों कि आत्माओं को शांति मिलती है.

सोमवती अमावस्या कथा

सोमवती अमावस्या से सम्बंधित अनेक कथाएँ प्रचलित हैं. एक गरीब ब्रह्मण परिवार था, जिसमे पति, पत्नी के अलावा एक पुत्री भी थी. पुत्री धीरे धीरे बड़ी होने लगी. उस लड़की में समय के साथ सभी स्त्रियोचित गुणों का विकास हो रहा था. लड़की सुन्दर, संस्कारवान एवं गुणवान भी थी, लेकिन गरीब होने के कारण उसका विवाह नहीं हो पा रहा था. एक दिन ब्रह्मण के घर एक साधू पधारे, जो कि कन्या के सेवाभाव से काफी प्रसन्न हुए. कन्या को लम्बी आयु का आशीर्वाद देते हुए साधू ने कहा की कन्या के हथेली में विवाह योग्य रेखा नहीं है.

ब्राह्मण दम्पति ने साधू से उपाय पूछा कि कन्या ऐसा क्या करे की उसके हाथ में विवाह योग बन जाए. साधू ने कुछ देर विचार करने के बाद अपनी अंतर्दृष्टि से ध्यान करके बताया कि कुछ दूरी पर एक गाँव में सोना नाम की धोबी जाती की एक महिला अपने बेटे और बहू के साथ रहती है, जो की बहुत ही आचार- विचार और संस्कार संपन्न तथा पति परायण है. यदि यह कन्या उसकी सेवा करे और वह महिला इसकी शादी में अपने मांग का सिन्दूर लगा दे, उसके बाद इस कन्या का विवाह हो तो इस कन्या का वैधव्य योग मिट सकता है.

साधू ने यह भी बताया कि वह महिला कहीं आती जाती नहीं है. यह बात सुनकर ब्रह्मणि ने अपनी बेटी से धोबिन कि सेवा करने कि बात कही. कन्या तडके ही उठ कर सोना धोबिन के घर जाकर, सफाई और अन्य सारे काम करके अपने घर वापस आ जाती. सोना धोबिन अपनी बहू से पूछती है कि तुम तो तडके ही उठकर सारे काम कर लेती हो और पता भी नहीं चलता. बहू ने कहा कि मांजी मैंने तो सोचा कि आप ही सुबह उठकर सारे काम ख़ुद ही ख़तम कर लेती हैं. मैं तो देर से उठती हूँ. इस पर दोनों सास बहू निगरानी करने करने लगी कि कौन है जो तडके ही घर का सारा काम करके चला जाता है. कई दिनों के बाद धोबिन ने देखा कि एक एक कन्या मुंह अंधेरे घर में आती है और सारे काम करने के बाद चली जाती है.


जब वह जाने लगी तो सोना धोबिन उसके पैरों पर गिर पड़ी, पूछने लगी कि आप कौन है और इस तरह छुपकर मेरे घर की चाकरी क्यों करती हैं. तब कन्या ने साधू द्बारा कही गई साड़ी बात बताई. सोना धोबिन पति परायण थी, उसमें तेज था. वह तैयार हो गई. सोना धोबिन का पति थोड़ा अस्वस्थ था. सोना धोबिन ने अपनी बहू से कहा कि उसके लौटने तक वो घर पर ही रहे. सोना धोबिन ने जैसे ही अपने मांग का सिन्दूर कन्या की मांग में लगाया, उसके पति का देहांत हो गया.

सोना धोबिन को इस बात का पता चल गया. वो घर से निराजल ही चली थी, उसने सोंचा था कि रास्ते में कहीं पीपल का पेड़ मिलेगा तो उसे भंवरी देकर और उसकी परिक्रमा करके ही जल ग्रहण करेगी.उस दिन सोमवती अमावस्या थी. ब्रह्मण कन्या के घर से मिले पूए-पकवान की जगह उसने ईंट के टुकडों से 108 बार भँवरी देकर 108 बार पीपल के पेड़ की परिक्रमा की, और उसके बाद जल ग्रहण किया. ऐसा करते ही उसके पति के मुर्दा शरीर में कम्पन होने लगा.

पीपल के पेड़ में सभी देवों का वास होता है. अत:, सोमवती अमावस्या के दिन से शुरू करके जो व्यक्ति हर अमावस्या के दिन भँवरी देता है, उसके सुख और सौभग्य में वृध्दि होती है. जो हर अमावस्या को न कर सके, वह सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या के दिन 108 वस्तुओं कि भँवरी देकर सोना धोबिन और गौरी-गणेश की पूजा करता है, उसे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

रविवार, 1 दिसंबर 2013

बच्चा पैदा करते हुए खिंचवाई फोटो!



ब्राजीलिया। शायद ही कोई ऎसी महिला हो जो बच्चा पैदा करते समय अपने पल-पल की फोटो खिंचवाए, वो भी बिल्कुल उसी हालत में जब उसने अपने शरीर के नीचले हिस्से पर कुछ भी नहीं पहन रखा हो!



लेकिन इस दुनिया में एक ऎसी महिला भी है जिसने अपने बच्चे को कई लोगों के सामने और बिल्कुल खुले में जन्म दिया। यही नहीं बल्कि बच्चे को जन्म देती हुई फोटो भी खिंचवाई जिन्हे उसके दोस्त खींचा। इसके बाद अपने बर्थ अनुभव शेयर करते हुए ऑनलाइन भी पोस्ट कर दिया।



पेशे से फोटोग्राफर तथा ब्राजील की रहने वाली नाचो डॉक वो महिला है जिसने अपने बच्चे को जन्म देने समय के हर पल तस्वीरे खिंचवाई तथा अपने अनुभवों को बांटने के लिए ही इंटरनेट पर लाइव करवा दी।



दरअसल नाचो डॉक ने अपने इस बच्चे को अपनी दोस्त के घर में जन्म दिया। सब के सामने बच्चे को जन्म देने के लिए इसने बाथपूल चुना जहां पर इसकी दोस्त मैनुएला समेत उसकी 2 साल बेटी एलिस, उसके पति भी मौजूद थे।




अपने अपने को जन्म देने की हर घटना को कैमरे में कैद करवाने वाली इस महिला ने अपने बर्थ पेन से लेकर बच्चे के बाहर आने तक का हर पल कैद कया तथा अपना अनुभव लिखकर भी जताया, जिसें देखकर हर कोई आश्चर्य में पड़ सकता है।

त्वरित टिपणी । लोकतंत्र में युवाओ कि भागीदारी ने दिए भारत में बदलाव के संकेत

त्वरित टिपणी । लोकतंत्र में युवाओ कि भागीदारी ने दिए भारत में बदलाव के संकेत

राजस्थान में नई विधानसभा के गठन के लिए रविवार को सम्पन हुए चुनावो में इस बार ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिला। कोई एक माह से चल रही चुनावी अभियान इस बार बड़े बुजुर्गो कि बजाय युवाओ के हाथ में रहा। मैं पिछले पचीस सालो से चुनाव प्रक्रिया को कवरेज कर रहा हूँ ,हर चुनाव चाहे नगर परिषद् का हो या पांचया ता सांसद का या विधासभा का प्रत्यासियो के प्रचार प्रसार कि कमान वरिष्ठ कार्यकर्ताओ के पास देखता आया हूँ। साथ से असि साल के बुजुर्ग नेता प्रत्यासियो के लिए वोट माँगते नज़र आते थे ,युवा कार्यकर्ता सभाओ में दरिया बिछाने से लेकर पोस्टर चिपकने जैसे कामो में खपाए जाते थे ,कोई युवा गलती से कोई दायित्व हाथ में ले लेता तो वरिष्ठ कार्यकर्ताओ के कई उलाहने सुनाने पड़ते। देश भर में कई बार चर्चा होती रही कि आखिर युवा वर्ग राजनीती से मुंह क्यों मोड़ रहे हें। युवा वर्ग राजनीती को अच्छी नज़र से नहीं देख रहे थे ,युवाओ का राजनीती से मोहभंग भी हुआ यह सच्चाई हें। मगर पिछले चार माह में देश में परिवर्तन कि लहर देखि। इस परिवर्तन में युवाओ को नया नेता मिला। युवाओ में उस नेता के नाम से सिहरन सी दौड़ने लगी ,राजस्थान के विधानसभा चुनाव कि हलचल आरम्भ हुई तो आस्चर्य रूप से एकाएक युवा वर्ग सामने आया। कल तक युवा वर्ग के लिए तरसने वाली पार्टियो के पास युवा कार्यकर्ताओ कि फौज कड़ी हो गयी। चाहे कोई पार्टी हो सभा से युवा वर्ग जुड़ा ,पार्टी प्रत्यासियो ने हवा के रुख को जांचा परखा और अपने कैम्पिन कि कमान युवाओ को सौंपी। बाड़मेर जिले कि सभा सातो सीटो पर युवा वर्ग ने ही पार्टी प्रत्यासियो कि कमान संभल राखी थी ,इन चुनावो में वरिष्ठ कार्यकर्ता बहुत कम सक्रीय रहे। युवाओ ने जैम कर म्हणत कि। प्रचार प्रसार से लेकर मीटिंगो तक के कार्यक्रम कराये ,मतदाताओ को जागरूक किया। अपने प्रत्यासी के लिए वोट भी मांगे ,युवाओ कि सक्रीय भागीदारी से चुनावी माहौल बेहतर रहा। न कोई झगड़ा ना फसादमुद्दो पर बात ,मुद्दो पर वोट। आज मतदान केन्द्रो पर बारीकी से देखा किसी भी मतदान केंद्र पर मुझे किसी भी पार्टी का कोई वरिष्ठ कार्यकर्ता अभिकर्ता बन मतदान केंद्र पर बेठा नहीं दिखा। अपवाद स्वरुप भी नहीं ,मतदान केन्द्रो पर युवाओ का बोलबाला था। सबसे बड़ी बात कि सभाओ में युवा बेहतर तरीके से भाषण के जरिये मतदाताओ को सही उम्मीदवार को वोट देने का मतलब समझा रहे थे। लोग उन्हें गौर से सुन रहे थे ,


यह बदलाव कोई मामूली नहीं ,आने वाले दिनों में और कर चुनाव होंगे ,युवाओ कि भागीदारी और बढ़ेगी ,युवा वर्ग के राजनीती में सक्रीय होने से देश कि उम्मीदे जागी हें ,देश एक बड़े बदलाव का संकेत दे रहे हें। राजस्थान में बड़ी संख्या में मतदान ने साबित कर दिया कि युवा वर्ग के इरादे क्या हें। वो इस देश को वाकई भय भूख और भरषटाचार से मुक्त देखना चाहते हें ,इन्शाह अलह युवा इसमे कामयाब होते नज़र रा रहे हेह ,जय युवा शक्ति

दो औरतों के बीच कोर्ट ने बांटा घर, जमीन और पति

खंडवा(मध्य प्रदेश)
लोक अदालत से आए एक अनोखे फैसले में 'पति और पत्नी' के साथ अब 'वो' भी घर में रह सकेगी। खंडवा में हुई लोक अदालत ने समझौते के आधार पर मकान, खेत और पति को भी दो औरतों के बीच बराबर के हक के साथ बांट दिया है।
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शांति नाम की महिला ने दो साल पहले अपने पति बसंत माहूलाल के खिलाफ लोक अदालत में शिकायत की थी कि उसने लगभग 10 साल से उसके अलावा एक दूसरी महिला रामकुमारी से लिव-इन रिलेशनशिप में है और उसे घर में ही रख लिया है। मामला परिवार परामर्श केंद्र में भी गया, लेकिन वहां कोई हल नहीं निकल सका। लोक अदालत के स्पेशल जज जस्टिस गंगाचरण दुबे ने इसकी जांच कराई।

जांच रिपोर्ट में घरेलू हिंसा होना पाया गया। तब पति बसंत और लिव-इन रिलेशनशिप पार्टनर रामकुमारी को नोटिस जारी हुआ। महिला का पति बिजली विभाग में लाइनमैन है। उसने लोक अदालत में कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप अदालत की नजर में भी पाप नहीं है इसलिए हमारी शर्तों पर भी ध्यान दिया जाए। लोक अदालत के जस्टिस दुबे ने तीनों पक्षों की आपसी सहमति के बाद उक्त समझौता कराया।इस फैसले में सबसे अनोखी बात तो यह है कि एक कमरे में पति रहेगा, जो घर के बीच में है। वहीं, उसके दूसरी ओर के एक कमरे में पत्नी और दूसरे कमरे में 'वो' रहेगी। पति के कमरे का दरवाजा दोनों औरतों के कमरे की ओर पंद्रह-पंद्रह दिन के लिए खुलेगा।

सीमा सुरक्षा बल के 48 वे स्थापना दिवस समारोह का आयोजन




सीमा सुरक्षा बल के 48 वे स्थापना दिवस समारोह का आयोजन


सीमा सुरक्षा बल सेक्टर मुख्यालय बाडमेर एंवम आधिन वाहिनीयों मे बल का 48 वा स्थापना दिवस समारोह बडे जोषों खरोष एंवम उत्साह के साथ मनाया गया। इसमे दिनांक 30 नवम्बर 2013 को बाडमेर षहर मे केमल सफारी का आयोजन किया तथा दिनांक 01 दिसंम्बर 2013 के दिन श्री बि्रजेष कुमार मेहता, उप महानिरिक्षक के द्वारा मुख्यालय प्रांगण मे सीमासुरक्षा बल के षहिदों को पुष्प चक्र अर्पित किया गया एंवम सभी वाहिनी के कार्मिकों का सैनिक सम्मेलन को भी सम्बोधित कर उन्हे एंवम उनके परिवारों को स्थापना दिवस की षुभकामनायें दी। तदउपरान्त जवानों एंवम उनके परिवारों के लिए बडे खाने का आयोजन किया गया जिसमे सांस्कृतिक कार्यक्रम, केमल टेटु सो एंवम रस्सा-कसी आदि का कार्यक्रम हुआ जिसमे बल के सेवानिवृत्त कार्मिकों ने भी हिस्सा लिया। इसी क्रम मे षाम को आयोजित कार्यक्रम मे प्रषासन अधिकारीयों एंवम बाडमेर षहर मे तैनात डिफेन्स एंवम सुरक्षा एजेन्सीयों के अधिकारीयों ने भी भाग लिया।


इसी क्रम मे सेक्टर मुख्यालय बाडमेर की बावा अध्यक्षा श्रीमती संगीता मेहता की देखरेख मे बच्चों के लिए हेल्दी बेबी सो एंवम टेलेन्ट हन्ट तथा महिलाओं के लिए मेहंदी, कुकिंग व सलाद मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम सभी विजेता एंवम उपविजेताओं को पुरस्कृत किया गया तथा षहिद एंव पुर्व कार्मिकों की विधवाओं को भेंट प्रदान कर सम्मानित किया गया । बावा के अधिन सप्ताह भर चलने वाले आयोजन के दौरान अन्य कार्यक्रम आयोजित किये जायेगें जिसमे रक्तदान षिविर, एंवम महिलाओं एंवम बच्चों के स्वास्थ से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।