सोमवार, 2 दिसंबर 2013

सिविल सर्विस की परीक्षा देने वाला पहला किन्नर

चेन्नई। 23 साल के किन्नर स्वपना ने सिविल सर्विस की परीक्षा देकर एक ऎतेहासिक मिसाल कायम की है। बीसीए ग्रेजुएट स्वपना ने एक दिसंबर को तमिलनाडू सिविल सर्विस की परीक्षा दी है। मदुरई के रहने वाले इस किन्नर को किन्नरों द्वारा लंबे समय तक कैम्पेन चलाने के परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई है। सिविल सर्विस की परीक्षा देने वाला पहला किन्नर
ऎसे ही एक ट्रांसजेंडर फिजियोथेरेफिस्ट सेल्वी का कहना है कि हम इसके लिए पिछले दस साल से लड़ रहे हैं। अब जाकर सरकार ने हमें यह मौका दिया है। सेल्वी एक फिजियोथेरेफिस्ट हैं तो बनू एक कम्पयूटर प्रोफेशनल हैं। दोनों ने ही एक अंग्रेजी चैनल को बताया कि उन्होंने काफी बाधाओं का सामने करके अपनी शीक्षा पूरी की है। साथ ही उन्होंने बताया कि एक बार उनके लिंग की पहचान जाहिर हो जाने के बाद उनके लिए नौकरी ढूंढना और अपनी नौकरी बचाए रखना काफी मुश्किल होता है। केवल सरकार की मान्यता और आरक्षण ही उन्हें स्वीकार्यता पाने में सहायता मिलेगी।
सिविल सर्विस की परीक्षा देने वाला पहला किन्नर
किन्नर बनू का कहना है कि हर किसी की तरह पेरेंट्स भी सोचते हैं कि उनके बच्चे भिखारी बनेगें या फिर एक वेश्या बन जाएगा। अगर किन्नर बच्चे भी सरकार की सहायता से सामान्य शिक्षा और नौकरी पाने लगेगें तो कभी भी पेरेंट्स अपने किन्नर बच्चों को नहीं छोड़ेंगे।

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