गुरुवार, 31 मई 2012

देखिए तस्वीरे  रेगिस्तान की रेत में सफारी

























रेगिस्तान की रेत में सफारी


मौसम गर्म हो रहा है। गर्म हो रही है थार के रेगिस्तान की रेत भी। लेकिन थार के पर्यटन वातावरण में गरमी हाल ही में एक और घटना से आई- और वह थी पहली डेजर्ट सफारी का उद्घाटन। यह हुआ जैसलमेर से 30 किलोमीटर दूर सम में। राजस्थान सरकार और राजस्थान पर्यटन की मदद से दुबई के लामा ग्रुप ने इस डेजर्ट सफारी की शुरुआत की है।

जैसलमेर रेगिस्तान तो है लेकिन शहर के आसपास आपको रेत के टीले उस तरह से नहीं मिलेंगे, जैसे आप फोटो या फिल्मों में देखते हैं। रेत का वह समुद्र देखने के लिए आपको जैसलमेर से 42 किलोमीटर दूर सम जाना पडेगा। सम सैंड ड्यून्स के लिए मशहूर हैं। यहां का अनुभव वाकई बिरला होता है। वैसा ही जैसे कोई दार्जीलिंग जाकर अलस्सुबह सूर्योदय देखने के लिए टाइगर हिल की ओर दौड पडता है या कन्याकुमारी में समुद्र में डूबते सूरज देखने को देखने के लिए जनसमुद्र उमड पडता है। सम सैलानी रेत में पिघलते सूरज को देखने के लिए जाते हैं। रेत का यही आकर्षण है कि अब कई होटल व रिजॉर्ट सम के आसपास बन गए हैं। लामा टूर्स एंड क्रूज प्राइवेट लिमिटेड की डेजर्ट सफारी ऐसे ही सम पर होती है। जैसलमेर से रवाना होकर सफारी सम के रेत टीलों के ठीक मुहाने पर पहुंचकर विराम लेती है- जीपों के टायरों की हवा कम करने के लिए।

सफारी का असली अनुभव यहीं से शुरू होता है जब सम के सुनहरे टीलों पर आपकी जीप चढाइयां चढती और उतरती है। इसी सफर के बाद आप टीलों के बीचों-बीच स्थित लामा हैरिटेज विलेज में पहुंचते हैं। यहां बीचों-बीच का आशय रेगिस्तान के बीचों-बीच से कतई नहीं है क्योंकि सम से तो दरअसल थार के रेगिस्तान का अनंत विस्तार शुरू होता है। हां, लामा हैरिटेज विलेज उसका अहसास जरूर देता है क्योंकि वहां जहां भी आप नजर दौडाएं, रेत ही रेत नजर आती है। यह अनुभव वाकई अद्भुत होता है। उस पर अगर शाम को चांदनी छाई हो तो उसका सुरूर ही अलग होता है। वैसे लामा हैरिटेज विलेज में पहुंचने के बाद ऊंट की सवारी कर सकते हैं (रेगिस्तान में आकर उसका अनुभव न किया तो कोई फायदा नहीं), हुक्का आजमा सकते हैं या केवल राजस्थानी पोशाकें पहनकर फोटो खिंचा सकते हैं। अंधेरा गहराने लगे तो रावणहत्था की मदमस्त तानों और कालबेलिया नाच के बीच खालिस राजस्थानी खाने के स्वाद.. वाह, क्या बात है।

एमबीबीएस छात्रा की आपत्तिजनक फोटो पोर्न साइट पर डाली



गुड़गांव.महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही छात्रा की संदिग्ध जानकारी किसी ने पोर्न साइट पर डाली है। छात्रा राजेंद्रा पार्क इलाके की रहने वाली है। छात्रा के पिता के बयान पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है।
 


राजेंद्रा पार्क इलाके की रहने वाली छात्रा एमडी यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रही है। छात्रा ने अपने पिता के साथ राजेंद्रा पार्क थाने पहुंचकर एक लिखित शिकायत दी है। थाना प्रभारी बिजेंद्र हुड्डा के अनुसार छात्रा का सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक पर अकाउंट है। किसी प्रकार से छात्रा का संदिग्ध फोटो बनाकर पोर्न साइट पर डाला गया है।



जिसके बाद छात्रा ने अपने पिता के साथ थाने आकर मामले की लिखित शिकायत दी है। छात्रा के पिता के बयान पर अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 67, 67 ए के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। आला-अधिकारियों के निर्देशानुसार मामले की जांच साइबर सैल के इंचार्ज सुरेश कुमार को सौंपी गई है।



आईओ सुरेश कुमार के अनुसार युवती की फोटो से छेड़खानी करते हुए उसे संदिग्ध अवस्था में बनाया गया है। संदिग्ध अवस्था में बनाई गई फोटो को किसी ने पोर्न साइट पर डाल दिया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। अभी तक किसी की भी इस मामले में गिरफ्तारी नहीं हुई है।

विधवा को दोस्‍त बनाया और वैष्‍णो दर्शन के नाम पर रेप कर बनाया एमएमएस

नई दिल्ली. कोटला मुबारकपुर थाना पुलिस ने एक युवक को विधवा को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने व उसका एमएमएस बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम रोहन है, जो मूलरूप से यूपी का रहने वाला है। पीडि़त महिला लाजपत नगर स्थित एक शोरूम में बतौर काम करती थी। वहां पर रोहन अक्सर खरीददारी के लिए आता था। दोनों के बीच दोस्ती हुई और एक दूसरे के मोबाइल नंबर ले लिए। 


रोहन महिला को बहाने से वैष्णो देवी ले गया, जहां उसने एक होटल में न सिर्फ महिला को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया, बल्कि उसकी वीडियो क्लिपिंग भी बनाई। इस दौरान युवक ने महिला को कुछ नशीला पदार्थ भी पिलाया था। दिल्ली आने के बाद युवक ने वीडियो क्लिपिंग महिला को दिखाई और फिर उसे ब्लैकमेल कर न सिर्फ उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए, बल्कि उससे एक लाख 70 हजार रुपए भी ऐंठ लिए।



युवक की धमकियों से तंग आकर महिला ने मामले की शिकायत कोटला मुबारकपुर थाने में की। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर रोहन को गिरफ्तार कर लिया है।

ड्राइवर को सौंपी 12 हजार करोड़ की विरासत, तिवारी ने की बगावत


मथुरा. बाबा जयगुरुदेव धर्म प्रचार संस्था ने बाबा के ड्राइवर पंकज यादव को उनकी 12 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति की विरासत संभालने की जिम्‍मेदारी सौंपी है। जय गुरुदेव के फैसले का हवाला देते हुए उन्‍हें ट्रस्ट का अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है, लेकिन इस फैसले से नामदान देने वाले उत्तराधिकारी उमेश तिवारी का गुट बगावती तेवर दिखा रहा है। स्वयं उमेश तिवारी भूमिगत हो गए हैं।
 


पंकज यादव ने बाबा को मुखाग्नि दी थी। बुधवार को बाबा की तेरहवीं थी। बाबा के भक्त फूल सिंह ने सार्वजनिक रूप से एक पत्र पढ़कर सुनाया, जो बाबा द्वारा लिखा बताया गया। पत्र के अनुसार 20 जुलाई 2010 को बाबा ने इटावा की सिविल अदालत में लिखित में दिया था कि उनके बाद पंकज को उत्तराधिकारी बनाया जाए। फूल सिंह ने ट्रस्ट प्रबंधक संतराम चौधरी, रामकृष्ण यादव दददू, चरन सिंह एडवोकेट सहित तमाम पदाधिकारियों की मौजूदगी में यह पत्र पढ़ा। इसके कुछ ही देर बाद माहौल बदलने लगा।



पंकज यादव के नाम की घोषणा होने से पहले मंदिर के ही एक ट्रस्टी के.बी. चौधरी ने मीडिया को बताया कि वर्ष 2007 में बाबा जयगुरुदेव ने उन्नाव के सत्संग में उमाकांत तिवारी को नामदान, यानी गुरुमंत्र देने के लिए अधिकृत किया था। ऐसे में पंकज का नाम बतौर उत्‍तराधिकारी घोषित होने के बाद तिवारी समर्थक लामबंद होने लगे। खुद तिवारी ने मंच से घोषणा कर दी कि वह खुद को अभी नामदान देने लायक नहीं मानते। उनका कहना था कि वह अभी ध्यान लगाएंगे और खुद को इस लायक बनायेंगे। इसके बाद से उनका कोई पता नहीं है।



पंकज को जिस तरह और जिन परिस्थितियों में उत्‍तराधिकारी घोषित किया गया, वह भी विवादित लग रहा है। चरन सिंह के मुताकि फूल सिंह जिस पत्र में पंकज को बाबा द्वारा उत्तराधिकारी घोषित करने की बात कह रहे हैं, वह इस तरह घोषणा के लिए नहीं है। उनके मुताबिक कोर्ट में विचाराधीन एक मामले के सिलसिले में बाबा ने यह जिक्र किया था।
उनके नाम की घोषणा से पहले संस्था ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यही कहा था कि शीघ्र ही प्रबंधन समिति की बैठक बुलायी गयी है, उसी में अहम निर्णय होंगे। ऐसे में यह चर्चा भी हो रही है कि पंकज को एक खेमा मोहरे के रूप में इस्‍तेमाल कर रहा है, ताकि फिलहाल तिवारी गुट को उग्र होने से बचाया जा सके और विरासत पर उसका दबदबा बना रहे।



सूत्र यह भी बता रहे हैं कि पंकज को उत्‍तराधिकारी बनाए जाने को लेकर ट्रस्‍ट प्रबंध समिति के केवल तीन पदाधिकारी ही सहमत हैं। इनमें रामकृष्ण यादव दद्दू, चरण सिंह व संतराम चौधरी के नाम बताए जा रहे हैं। ऐसे में अभी बाबा की विरासत को लेकर खींचतान जारी रहने की आशंका है।

शाहरुख खान की केकेआर का खिलाड़ी और ‘इस्‍लामी आतंकवाद’ का कनेक्‍शन


 
नयी दिल्‍ली. सुपरस्‍टार शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के एक खिलाड़ी के परिवार की पाकिस्‍तान में आतंकवादी गतिविधियां चला रहे लोगों से संपर्क की बात सामने आयी है।


यह खिलाड़ी है तेज गेंदबाज उमर गुल। इस खिलाड़ी ने आईपीएल का पहला संस्‍करण शाहरुख खान की टीम की तरफ से खेला था और केकेआर के लिए छह मैच में 12 विकेट हासिल किये थे। साल 2008 के मुंबई हमले के बाद पाकिस्‍तान के क्रिकेटरों के भारत आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इस वजह से उमर गुल आईपीएल के बाकी संस्‍करणों में नहीं खेल सके। केकेआर ने इस साल यह टूर्नामेंट जीत लिया है। उन्‍होंने फाइनल मैच में चेन्‍नई सुपर किंग्‍स को पांच विकेट से शिकस्‍त दी।


पाकिस्तानी सेना के कमांडो ने गुल के पेशावर स्थित मकान पर छापा मारकर उसके भाई मेराज और अन्‍य लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर वांटेड आतंकवादी अंकल हाजी देली को पनाह देने का आरोप है। देली खूंखार आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम का सक्रिय सदस्य है।
स्‍थानीय मीडिया में आई खबरों में बताया गया है कि हाजी देली खैबर के कबाइली इलाके में सेना के साथ मुठभेड़ में घायल हो गया था। इसके बाद वह पेशावर में कई दिन मेराज के साथ रहा था।


गुल के परिवार ने इस मामले पर टिप्पणी से इनकार किया है। हालांकि उमर गुल के एक चचेरे भाई ने छापेमारी और तीन लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।

विदेशी कॉलगर्ल के साथ हाथ लगी 'वीआईपी' ग्राहकों की लिस्ट



नई दिल्ली.क्राइम ब्रांच ने विदेशी महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे हाई प्रोफाइल कॉल गर्ल रैकेट का भंडाफोड़ कर महिला दलाल समेत छह महिलाओं को गिरफ्तार किया है।
 

ये सभी उज्बेकिस्तान की रहने वाली हैं, जिनकी उम्र 27 से 33 वर्ष के बीच है। यह गिरोह दक्षिणी दिल्ली के हाईप्रोफाइल इलाके में रह कर अपना धंधा चला रहा था। इन सभी के पास से लैपटॉप के साथ-साथ 'वीआईपी' ग्राहकों की एक लिस्ट भी बरामद की गई है।


गिरोह ग्राहकों की अय्याशी के लिए बेली डांस से लेकर अन्य पार्टी का आयोजन भी करता था। इस काम के लिए गिरोह की महिलाएं दिल्ली के अलावा शिमला, जयपुर, गोवा तक भी जाती थीं। गिरोह एक रात के लिए 25 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक वसूलता था।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय कुमार जैन ने बताया कि इंस्पेक्टर आरती शर्मा की टीम में शामिल हवलदार अमित तोमर को सूचना मिली कि छतरपुर एक्सटेंशन से कुछ उज्बेकिस्तान की महिलाएं कॉल गर्ल रैकेट चला रही हैं।

सूचना के आधार पर नकली ग्राहक के तौर पर पुलिस टीम के ही एक सदस्य को भेजा गया। इसके बाद 29 मई को छतरपुर फार्म हाउस के पास से छह उज्बेकिस्तानी महिलाओं को गिरफ्तार किया।


इस गिरोह की सरगना की पहचान गुलनाज (33) के रूप में की गई। उसने पुलिस को बताया कि वह पिछले तीन वर्षो से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में देह व्यापार का धंधा चला रही है।

उसने यह भी खुलासा किया कि उसने छतरपुर एक्सटेंशन में 14 हजार रुपए प्रति माह पर एक मकान किराए पर ले रखा है। वहां वह अपने साथ कुछ लड़कियों को रखती है तथा कुछ को वसंत विहार में किराए का फ्लैट दिलाया हुआ है।


वह अपने गिरोह की लड़कियों को क्लाइंट से मिलाने से लेकर उसके पास ले जाने-लाने का पूरा इंतजाम करती थी। गिरोह अपने उसूल के हिसाब से अपने पुराने क्लाइंट के रेफरेंस पर ही नए क्लाइंट को सेवा मुहैया कराता था।

एक रात के लिए एक लड़की की एवज में 20 से 25 हजार रुपए तक चार्ज किए जाते थे, इसके अलावा यदि बात बेली डांस या फिर वीकेंड पार्टी की होती तो उसके लिए एक रात के लिए एक लाख रुपए तक वसूला जाता था।

इस गिरोह से जुड़ी उज्बेकिस्तानी महिलाएं/युवतियां तीन से छह महीने के वीजा पर भारत आती थीं। इन लड़कियों को एक मुश्त रकम अदा की जाती थी, जो लाखों में होती थी। इनमें से एक महिला ऐसी है, जो यहां काफी जानी जाती है।

इस महिला की शादी एक भारतीय युवक से करा दी गई थी, जिससे उसे वीजा मिलने में आसानी रहे। दिल्ली पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े एक भारतीय दलाल की भी पहचान कर ली है, जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने इन महिलाओं से जुड़ी जानकारी उज्बेकिस्तान के दूतावास को दे दी है।

सीकर व चुरु के युवकों ने लूटा था शराब का ठेका


सीकर व चुरु के युवकों ने लूटा था शराब का ठेका

पाली  रास गांव में बीते दिनों शराब के ठेके में लूट की वारदात सीकर व चुरु के युवकों ने की थी। आरोपियों ने गत 25 मई को तड़के 3 बजे शराब के ठेके के सेल्समैन को बंधक बनाकर जंगल में छोड़ दिया और बाद में करीब चार लाख की शराब व नकदी लेकर फरार हो गए थे। सीकर पुलिस की मदद से पाली से गई टीम ने बुधवार को इस मामले में सीकर में पांच युवकों को पकड़ा है, जिन्हें लेकर संभवत: देर रात तक दल लौट आएगा। पकड़े गए आरोपियों में से एक पुलिसकर्मी का पुत्र भी शामिल है, जिसका पूरा ब्योरा दल के लौटने के बाद ही मिलेगा।

सीकर के पुलिस सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में दो नेछवा तथा एक सालासर इलाके का रहने वाला है तथा एक आरोपी फिलहाल सीकर में जयपुर रोड पर रह रहा है, जिसे भी पुलिस ने पकड़ लिया है। वारदात में आधा दर्जन से अधिक आरोपियों की भूमिका सामने आई है। पाली एसपी केबी वंदना के निर्देश पर रास थाने से गई टीम ने बुधवार को सीकर पुलिस की मदद से नेछवा हाल जयपुर रोड सीकर निवासी गौरीशंकर पुत्र रघुनाथसिंह, चहरिया (सालासर) निवासी भवानीसिंह को पकड़ लिया है, वहीं मेड़तिया की ढाणी निवासी बच्चिया उर्फ रामकुमार मौके से फरार हो गया। वारदात में इस्तेमाल वाहन भी आरोपी गौरीशंकर के पास होने की बात सामने आई, लेकिन पुलिस को वाहन नहीं मिला है। सीकर में दबिश के दौरान सदर थाना पुलिस भी साथ रही।

यह है पूरा मामला

जिले के रास गांव के निकट बाबरा-ब्यावर मार्ग पर देसी-अंग्रेजी शराब के ठेके पर रोहिसा (जोधपुर) गांव का भंवरसिंह राजपूत बतौर सेल्समैन काम करता है। 25 मई को तड़के 3 बजे जीप में आधा दर्जन से अधिक युवक पहुंचे और मारपीट कर उसे बंधक बना दिया। सेल्समैन को जीप में डालकर आरोपी दो-ढाई किलोमीटर दूर धुलेट गांव के जंगल में ले गए। वहां भी आरोपियों ने उससे मारपीट की व उसका मोबाइल व पर्स छिन लिया, जबकि उसकी जेब से शराब के ठेके की चाबियां निकाल लीं। बाद में आरोपियों ने दुकान से देसी मदिरा के 250 तथा अंग्रेजी शराब के 100 कार्टन निकाल कर ले गए। आरोपी दुकान के गले में रखे करीब 13 हजार रुपए भी ले गए थे।

बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट में कई घायल

बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट में कई घायल

बाड़मेर  तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में बाड़मेर जिले में ज्यादा पद होने से कई जिलों के अभ्यर्थियों ने बाड़मेर को परीक्षा के लिए चयन किया है। दो जून को होने वाली परीक्षा को लेकर बुधवार से ही अन्य जिलों के अभ्यर्थियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार को शहर में कुछ धर्मशालाओं व सार्वजनिक स्थानों पर बाहरी जिलों के अभ्यर्थियों के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। जिससे इन अभ्यर्थियों में भय का माहौल व्याप्त हो गया और वापस अपने जिलों की ओर जाने का निर्णय ले रहे हैं।

अज्ञात युवकों ने की मारपीट: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्थानीय सेवा सदन धर्मशाला के आगे मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए करीब एक दर्जन युवकों ने बाहर से आए परीक्षार्थियों पर लाठियों व सरियों से हमला बोल दिया। हड़बड़ाहट में कुछ रेलवे की ओर भागे तो कुछ कहीं ओर, इन सबको दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। वहीं कुछ अन्य स्थानों पर भी बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट करने के मामले सामने आए हैं। घटना के बाद सभी अभ्यर्थी वापिस अपने जिलों की ओर जाने लगे।

श्रीगंगानगर के थे अभ्यर्थी: शाम को कालका एक्सप्रेस से श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों के कई अभ्यर्थी बाड़मेर पहुंचे, इसके बाद इन्होंने ठहरने के लिए शहर में होटल व धर्मशालाओं की ओर रूख किया। जानकारी के मुताबिक कृष्णलाल पुत्र हनुमान विश्नोई निवासी 65 एनपी (रायसिंहनगर) व नरेश कुमार पुत्र हरिसिंह निवासी हनुमानगढ़ को ज्यादा चोटें आई है। वहीं पूरणराम पुत्र किशनलाल निवासी सूरतगढ़, रविंद्र व जितेंद्र पुत्र ओमप्रकाश निवासी रायसिंहनगर, योगराज पुत्र मदनगोपाल निवासी 10 एनपी (रायसिंहनगर) को भी चोटें आई।

वर्ष 1998 में भी हुई थी मारपीट: उल्लेखनीय है कि वर्ष 1998 में हुई जिला परिषद के माध्यम से होने वाली परीक्षा में भी बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों के साथ मारपीट के मामले घटित हुए थे। तब बड़ी तादाद में बाहरी अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित रह गए थे। इस बार भी बड़ी संख्या में बाहरी जिलों के बेरोजगारों ने शिक्षक बनने के लिए बाड़मेर का चयन किया है। द्वितीय स्तर के लिए राज्य में सर्वाधिक 58,028 आवेदन बाड़मेर में आए, इनमें से बाड़मेर के अभ्यर्थी मात्र पांच हजार ही है।


घटना के बाद पुलिस ने की धर्मशालाओं की जांच

मारपीट की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को राजकीय अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद शहर कोतवाल लूण सिंह भाटी ने मय पुलिस जाब्ता शहर के होटल, ढाबों व धर्मशालाओं की जांच कर किसी भी मामले की जानकारी तुरंत पुलिस को देने के निर्देश संचालकों को दिए। वहीं एहतियातन रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।

हमारे साथ गलत हुआ, हम यहां नहीं रहेंगे

'बाड़मेर अच्छा एरिया है, यह समझकर हिंदी विषय में आवेदन किया। लेकिन जब यहां आए तो हमारे साथ गलत हुआ। मुझे व मेरे भाई को दौड़ाकर पीटा।'

-रविंद्र

'ज्यादा पद होने के कारण मैंने सामाजिक ज्ञान विषय में आवेदन किया था। लेकिन यहां बाहरी अभ्यर्थियों की सुरक्षा को लेकर इंतजाम नहीं किए गए हैं।'

-योगराज

'सभी को किसी भी जिले से परीक्षा देने का अधिकार है। मैंने बाड़मेर को चुना, लेकिन रेल से उतरते ही मेरे साथ मारपीट हो गई। अब वापस जा रहे हैं।'

-पूरणराम

परीक्षार्थियों के इतना जल्दी आने का अंदेशा नहीं था परीक्षाओ के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था पूर्ण चाक चौबंद की जायेगी 
राहुल बारहट पुलिस  अधीक्षक बाड़मेर 
'सेवा सदन के पास कुछ बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया था। घटना के बाद सभी होटल व ढाबा संचालकों को पाबंद कर दिया है। वहीं शरारती तत्वों को पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है।'

-लूण सिंह भाटी, शहर कोतवाल, बाड़मेर

सीमा पर रेत में दबे कारतूस मिले

सीमा पर रेत में दबे कारतूस मिले

जैसलमेर सीमावर्ती क्षेत्र घंटियाली से दो किलोमीटर आगे रेत में दबे कारतूस बुधवार को बीएसएफ को मिले। जानकारी के अनुसार एक चरवाहे ने रेत में दबा एक बॉक्स देखा, इस पर उसने बीएसएफ को सूचना दी। बीएसएफ के जवानों ने मौके पर पहुंच बॉक्स को रेत से बाहर निकाला तो बॉक्स में एमएम जी गन के 289 कारतूस, यूएमजी मशीन गन के 26 व 9 एमएम पिस्टल के 8 कारतूस के साथ टैंक के गोले का खोल भी मिला। सूत्रों के अनुसार इन कारतूसों पर 1963 से 1965 का मार्का लगा हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि 1965 व 71 के युद्ध के दौरान यह बॉक्स में रेत में दब गया होगा।

राजपूत छात्रावास में तोडफ़ोड़ पर गुस्साए समाज के लोग


राजपूत छात्रावास में तोडफ़ोड़ पर गुस्साए समाज के लोग

समाज के लोगों ने बैठक आयोजित कर उपखंड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन


पोकरण  राजपूत छात्रावास में मंगलवार की शाम वर्ग विशेष के लोगों की ओर से तोडफ़ोड़ करने के विरोध में राजपूत समाज के लोगों ने बैठक आयोजित कर उपखंड अधिकारी तथा वृत्ताधिकारी को जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। मंगलवार की शाम राजपूत छात्रावास में वर्ग के विशेष के कुछ लोगों ने उत्पात मचाया। इस संबंध में मालमसिंह ने रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि मंगलवार की शाम को सभी बच्चे छात्रावास के कमरों में बैठे थे तभी 25 से 30 व्यक्ति एक राय होकर छात्रावास में घुसे तथा बच्चों के साथ मारपीट करने लगे। वहीं खाना पका रही महिलाओं के साथ भी इन व्यक्तियों ने गाली गलोच की तथा रोकने पर मारपीट पर उतारु हो गए। उन्होंने बताया कि इन व्यक्तियों में से मात्र तीन व्यक्ति को ही पहचानता हूं। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि जब महिलाएं और वह पुलिस थाना आ रहे थे तो कुछ टैक्सी ड्राइवर ने रास्ता रोक महिलाओं को उनके पतियों को मारने की धमकियां दी। इस संबंध में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर धारा 323, 341, 452 आईपीसी के तहत जांच शुरू की।

अब गुजरात में भी नहीं हो सकेगा भ्रूण परीक्षण,डीएम ने भेजी चिट्ठी 


अब गुजरात में भी नहीं हो सकेगा भ्रूण परीक्षण,डीएम ने भेजी चिट्ठी 

कलेक्टर ने अहमदाबाद व बनासकांठा कलेक्टर को भेजा पत्र

बाड़मेर  बाड़मेर जिले से लगते गुजरात के कई तालुको में चल रहे अस्पताल  बाजारों में खुले आम कन्या भ्रूण लिंग जांच को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए गुजरात के कई ताल्लुको के जिला कलेक्टरों को पत्र लिख कर इन पर अंकुश लगा कर सहयोग की मांग की हें उलेखनीय हें की बाड़मेर जिले के पचास फीसदी से अधिक मरीजो का उपचार  डीसा धानेरा पालनपुर आदि स्थानों पर होता हें लिंगानुपात में लगातार गिरावट व सोनोग्राफी सेंटरों पर बरती जाने वाली अनियमितता सामने आने पर प्रशासन ने सख्त रूख अख्तियार किया है।जिले में भ्रूण परीक्षण को लेकर लागू किए गए कड़े नियमों से बचने के लिए लोग पड़ोसी राज्य के जिलों में लिंग परीक्षण करवाने जाते हैं। इसकी भनक पडऩे पर कलेक्टर ने बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को पत्र भेजकर आगाह किया है कि भ्रूण परीक्षण का मामला सामने आने पर तुरंत सूचना दे ताकि कार्रवाई अमल में लाई जा सके।

पड़ोसी राज्य गुजरात के धनेरा, डीसा, पालनपुर व अहमदाबाद में भ्रूण परीक्षण करवाने की शिकायतें सामने आने पर प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए वहां के सोनोग्राफी सेंटर संचालकों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है। कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने हाल ही में बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को भेजे पत्र में बताया कि बाड़मेर जिले से भ्रूण परीक्षण के केस उनके क्षेत्र के हॉस्पिटलों में आए तो उसकी तुरंत सूचना दें ताकि भ्रूण परीक्षण पर रोक लगाने के साथ दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके । पत्र में लिखा है कि राजस्थान में भ्रूण परीक्षण पर अंकुश लगाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही है। यह संवेदनशील मुद्दा है। ऐसे में सभी का सहयोग अपेक्षित है।

॥भ्रूण परीक्षण की रोकथाम को लेकर बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को पत्र भेजे हैं। उन्हें आगाह किया गया है कि उनके क्षेत्र के हॉस्पिटल में बाड़मेर जिले का भ्रूण परीक्षण केस सामने आने पर तत्काल सूचना दें। जिसके आधार पर कार्रवाई की जा सके।

डॉ. वीणा प्रधान कलेक्टर बाड़मेर।

सरहदी रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में सूर्य देवता आग बरसा रहे हें

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४५ डिग्री चढ़ा पारा तवे सी तपने लगी सड़कें


बाड़मेर सरहदी रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में सूर्य देवता आग बरसा रहे हें तापमान पेंतालिस डिग्री के पार जाने के बाद थार का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया हें भीषण गर्मी के चलते लोग दिनों में घरो में ही कूलर ऐसी के सामने दुबके रहते हें पिछले एक सप्ताह से तापमान में उतार-चढ़ाव के बाद बुधवार को एकबार फिर तापमान 45 डिग्री पहुंच गया। सूर्योदय के साथ ही शहर दिनभर भट्टी की तरह तपने लगा, गर्म हवा चलने से लोग बेहाल रहे। दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा जिससे कफ्र्यू सा माहौल दिखाई दिया। चिलचिलाती धूप के चलते लोग घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। सुबह से ही धूप तेज होने से सड़कें तवे की भांति तपने लगी,दोपहर में तो आलम यह रहा मानो आसमान से अंगारे बरस रहे हो।

बिजली कटौती से परेशानी

जहां एक ओर सूर्यदेव के तीखे तेवर के चलते गर्मी ने अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए। वहीं दूसरी ओर बिजली कटौती ने आग में घी का काम किया। एकबारगी बाहर निकले लोग फटाफट अपना काम निपटा घर की तरफ लौटते नजर आए। लेकिन बिजली कटौती के चलते उन्हें घर में भी भीषण गर्मी से राहत नहीं मिली। कूलर व पंखों की हवा बेअसर साबित हो रही थी। बर्तनों में भरा पानी गर्म होकर उबलने लगा था।

करने लगे जतन : गर्मी और लू के थपेड़ों से बचने के लिए घरों में इमली पानी और छाछ का सेवन बढ़ गया हैं। भोजन में भी कच्चे प्याज और टमाटर व तरबूज के सलाद को प्राथमिकता दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी गर्मी में खूब पानी पीएं। दिन में कम से कम चार-पांच बार नींबू पानी व ग्लूकोज का सेवन जरूर करें।

हीरा की ढाणी. भीषण गर्मी के चलते इन दिनों आमजन के साथ पशुधन का भी हाल बेहाल है। लू से बचने के लिए वाहन चालक सहित आमजन सावधानी बरत रहे हैं। पीएचसी के डॉ.मदनलाल माली ने बताया कि गर्मी व लू से बचने के लिए बार-बार पानी पीए। घर में इमली व छाछ का सेवन करें। ज्यादा तकलीफ होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। सिर पर टोपी व आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मे का उपयोग करें। दिन में एक दो बार शिकंजी व फलों का सेवन करें।

परिवार नियोजन के एक दर्जन ओप्रेसन असफल मुआवजे की मांग 

 ..बाड़मेर  जिले में परिवार नियोजन शिविरों मेंऔपरेसन करने वाली महिलाओ के ओप्रेसन असफल होने के बाद लगभग एक दर्जन महिलाओ ने मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी के समक्ष पेश हो कर मुआवजे की मांग की सरकारी योजना में इतनी बड़ी गफलत की जांच की मांग भी की गबढ़ती जनसंख्या पर ब्रेक लगाने के लिए परिवार नियोजन अपनाने वाली महिलाएं ऑपरेशन फेल होने की वजह से फिर से गर्भवती हो गई। सुंदर पत्नी जोगनाथ निवासी माजीवाड़ा ने एक साल पहले ऑपरेशन करवाया था। ऑपरेशन फेल होने पर उसे गर्भ ठहर गया। दो माह पहले उसने एक बच्ची को जन्म दिया। एक साथ करीब आधा दर्जन नसबंदी ऑपरेशन फेल होने से स्वास्थ्य विभाग की भूमिका संदेह के दायरे में आ गई है। पीडि़त महिलाओं ने बताया कि ये सभी ऑपरेशन एक ही महिला चिकित्सक ने किए थे। नाहटा हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर अंजली अग्रवाल ने पिछले तीन साल के दौरान अलग -अलग समय में महिलाओं के ऑपरेशन किए। बुधवार को इन महिलाओं ने सीएमएचओ से बच्चों को पालने या फिर हर्जाना दिलवाने की मांग की। शेष  
नाहटा हॉस्पिटल बालोतरा में नसबंदी ऑपरेशन करवाने वाली आधा दर्जन महिलाओं के ऑपरेशन फेल होने का गंभीर मामला सामने आया है। जब महिलाओं को पता चला कि उनका ऑपरेशन फेल हो गया है तो वे नाहटा हॉस्पिटल पहुंची ओर अपनी दास्तां बया करते हुए हर्जाने की मांग की, मगर वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इस पर पीडि़त महिलाएं बुधवार को बाड़मेर सीएमएचओ कार्यालय में आकर अपनी व्यथा प्रकट की।

क्या है हर्जाने का प्रावधान.

महिलाओं की ओर से जमा किए गए दस्तावेजों की रिपोर्ट क्वालिटी इंश्योरेंस कमेटी के पास भेजी जाती है। जहां कमेटी में सर्जन, गायनिक व निश्चेतन विशेषज्ञ शामिल होते हैं। ये संबंधित महिलाओं की जांच करते हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट भेजना प्रस्तावित है। सीएमएचओ के हस्ताक्षर होने के बाद रिपोर्ट आईसीआई लोम्बार्ड कंपनी को भेजने पर महिलाओं को 30 हजार रुपए का चेक देने का प्रावधान है।

बच्चों को पालो या दे दो हर्जाना.

नसबंदी ऑपरेशन फेल होने के बाद नाहटा हॉस्पिटल व ब्लॉक सीएमएचओ बालोतरा से कई बार मिलने के बाद जब महिलाओं को संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो वे बुधवार को अपने परिजनों के साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पास पहुंची। जहां महिलाओं ने कहा कि परिवार नियोजन के लिए ऑपरेशन करवाए थे। डॉक्टर की लापरवाही से ऑपरेशन फेल हो गए। अब गर्भ में पल रहे बच्चों का पालन पोषण कौन करेगा। यह जिम्मेदारी नहीं ले सकते तो हमें हर्जाना दे दो।

इन महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन हुए फेल

1. बुडि़वाड़ा (पचपदरा) निवासी जेठी पत्नी पूनमाराम ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से नसबंदी ऑपरेशन करवाया।

2. समदड़ी (सिवाना) निवासी गंगाकंवर पत्नी जगपाल ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

3. जाखड़ा (बायतु) निवासी पेपों देवी पत्नी सुखदेव ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गिड़ा में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

4. सराना (पचपदरा) निवासी भंव री पत्नी भूरा राम ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

5. भीमरलाई (पचपदरा) निवासी चुनी देवी पत्नी मांगाराम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पचपदरा में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

6. हाउसिंग बोर्ड (बालोतरा) निवासी सुंदर पत्नी जोग नाथ ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

मैं अभी ऑपरेशन थिएटर में हूं। कुछ देर बाद बता पाऊंगी।

-डॉ.अंजली अग्रवाल चिकित्सक नाहटा हॉस्पिटल बालोतरा।

॥ नसबंदी ऑपरेशन फेल होने का मामला सामने आया है। महिलाएं एसीएमएचओ से मिली थी। इसकी जांच करवाई जाएगी। कमेटी में सर्जन, गायनिक व निश्चेतन विशेषज्ञ शामिल होंगे। एक ही डॉक्टर के ऑपरेशन फेल हुए है तो जांच रिपोर्ट के बाद डॉक्टर के दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि डॉक्टर अंजली अग्रवाल के खिलाफ पहले भी जांच चल रही है।

डॉ. अजमल हुसैन सीएमएचओ बाड़मेर

बुधवार, 30 मई 2012

जून में अशोक गहलोत का जाना तय ?

 जून  में अशोक गहलोत का जाना तय ?

असंतुष्टो का दावा बड़ा बदलाव संभव कर्नल का कद बढेगा 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले से राजनीती आंधी जून माह में उड़ेगी जो राज्य की राजनीती की दिशा और दशा दोनों बदल देगी .बाड़मेर जिले के बायतु विधानसभा क्षेत्र से विधायक कर्नल सोनाराम जो अशोक गहलोत के घुर विरोधी और असंतुष्ट नेताओं के अगुआ माने जा रहे हें ने अशोक गहलोत के खिलाफ पूरा मोर्चा खोल उनके मुख्यमंत्री रहने के मार्ग पर कांटे बिछा दिए हें मंगलवार को जयपुर में सरकार में मंत्री अशोक बेरवा के यंहा जुटे असंतुष्टो ने अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा पूरी तरह खोल दिया हें कर्नल सोनाराम अपनी राजनीती ताकत बद्शाने के साथ अशोक गहलोत के लिए चुनौती बन कर उभर रहे हें सोनाराम का दावा हें की जून माह में अशोक गहलोत की विदाई तय हें गहलोत सरकार के खिलाफ चालीस विधायक जुटे हें जिनकी तादाद और अधिक बढ़ेगी पहले तो सिर्फ विधायक खिलाफ थे अब सरकार में मंत्री भी खुल कर सामने आ रहे हें .राजनीती हलको में माना जा रहा हें असंतुष्ट गतिविधियों का सञ्चालन कर रहे कर्नल को केंद्र से सरपरस्ती मिली हें जिसके कारण वे खुलकर गहलोत की खिलाफत कर रहे हें कर्नल ने कहा हें की कोंग्रेस की राजनीती में जून माह में भूचाल आयेगा .चार जून को राजस्थान से जुड़े असंतुष्ट मामलो को लेकर कोंग्रेस हाई कमान ने दिल्ली में अहम् बैठक राखी हें जिसमे ख़ास फेसला होने की संभावना हें इसी दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का राजनीती भविष्य तय होगा

गुजरात: मोदी के खिलाफ बगावत, दो फाड़ होगी भाजपा?

अहमदाबाद.राजस्थान, कर्नाटक के बाद अब भाजपा में बगावत की आग गुजरात भी पहुंच गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल ने भाजपा से बगावत के संकेत दिए हैं।
 
संजय जोशी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर मोदी ने भले ही बढ़त हासिल कर ली हो लेकिन राज्य में उनकी मुश्किल कम होने वाली नहीं हैं। केशुभाई और मोदी के मनमुटाव काफी पुराने हैं।
केशुभाई पटेल को पूर्व मंत्री और महागुजरात जनता पार्टी के नेता गोर्धन जडाफिया के घर पर देखा गया है। दोनों के साथ काशी राम रामा भी मौजूद थे।
गोर्धन 2007 तक गुजरात के गृह मंत्री थे लेकिन इसके बाद भाजपा से अलग होकर उन्होंने खुद की पार्टी बना ली।
विवाद की मुख्‍य वजह उम्‍मीदवारों के चयन को माना जा रहा है। अगले साल गुजरात में विधानसभा चुनाव है। लेकिन पूरी प्रक्रिया में केशुभाई पटेल को कोई नहीं पूछ रहा है। जिसके कारण वे पार्टी से खफा बताए जा रहे हैं।
सूत्रों की माने तो केशुभाई पटेल और काशीराम रामा भाजपा छोड़कर महागुजरात जनता पार्टी में जा सकते हैं।

टॉप 40 अमीरों की सूची से जुकरबर्ग बाहर

टॉप 40 अमीरों की सूची से जुकरबर्ग बाहर

वाशिंगटन। आठ साल पुरानी सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग दुनिया के 40 धनी लोगों की सूची से बाहर हो गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक फेसबुक के शेयरों के भाव 9.6 फीसदी घटकर 28.84 डॉलर पर आने के कारण जुकरबर्ग 40 रईस लोगों की सूची से बाहर हुए हैं।

दौलत घटकर हुई 14.7 अरब डॉलर
उनकी जगह ली है मैक्सिको के अरबपति लुईस कार्लोस सैरिमेंटो ने। ब्लूमबर्ग के मुताबिक जुकरबर्ग की दौलत 16.2 अरब डॉलर से घटकर 14.7 अरब डॉलर पर आ गई है। फेसबुक का शेयर गत 18 मई को 38.23 डॉलर पर बंद हुआ था। पहले दिन से जब इसकी ट्रेंडिग शुरू हुई तो इसकी वजह से जुकरबर्ग की कुल संपत्ति 19.4 अरब डॉलर पहुंच गई थी।


29 डॉलर से नीचे आया शेयर
बुधवार को फेसबुक के शेयर के भाव प्रति शेयर 29 डॉलर से नीचे चले गए हैं। अपनी कीमत 104 अरब डॉलर आंकने वाली फेसबुक की हालत को देखते हुए फिलहाल रूस के सबसे बड़े सोशल नेटवर्क श्वीकोनताक्तश ने अपने शेयर बाजार में उतारने की योजना फिलहाल टाल दी है।

श्वीकोनताक्तश के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पावेल दुरोव ने टि्वटर पर लिखा है कि फेसबुक के पब्लिक ऑफर ने सोशल नेटवर्क में निजी निवेशकों के भरोसे को खत्म कर दिया है, फेसबुक के शेयरों में नौ फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है।

विश्लेषकों के अनुसार फेसुबक ने अपने शेयर बाजार में सही समय पर नहीं उतारे। कंपनी कुल शेयरों में से केवल 20 प्रतिशत यानी 42.1 करोड़ को ही बाजार में दे रही है जिससे वे लगभग 18 अरब डॉलर अर्जित कर पाएगी।

गहलोत सरकार को मिली राहत

गहलोत सरकार को मिली राहत

जयपुर। प्रदेश की कांग्रेस सरकार को उस समय बड़ी राहत मिली जब राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया। 16 में 6 बसपा के और 10 निर्दलीय विधायक हैं। शेखावत ने कहा कि याचिकाकर्ता विधानसभा सदस्य नहीं है इसलिए याचिका खारिज की जाती है।

याचिकाकर्ता वीरेन्द्र मीणा ने विधायकों की सदस्यता खत्म करने की मांग की थी। मीणा का कहना था कि 10 संसदीय सचिव और मंत्री सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं जबिक ये निर्दलीय के रूप में जीतकर आए थे इसलिए इनकी भी सदस्यता रद्द की जानी चाहिए। मीणा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने सरकार के दबाव में फैसला दिया है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को सुप्रीम कोर्ठ में चुनौती देने की बात कही है। वीरेन्द्र मीणा पूर्व मंत्री हैं। गौरतलब है कि इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष बसपा अध्यक्ष बाबा भगवान सिंह और जसवंत सिंह गुर्जर की याचिका खारिज कर चुके हैं।

विश्वनाथन आनंद पांचवी बार विश्व शतरंज चैंपियन

मास्को. विश्व चैंपियन शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने एक बार फिर शतरंज के खेल में अपनी बादशाहत साबित कर दी है।  
आनंद ने पांचवी बार विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीती है। इससे पहले वो साल 2007, 2008 और 2010 में चैंपियन रह चुके हैं। साल 2003 में उन्होंने रैपिड चैस चैंपियनशिप जीती थी।

इस बार इजराइल के बोरिस गेलफेंड को टाइ ब्रेकर में हराकर आनंद ने शतरंज चैंपियनशिप को पांचवी बार अपने नाम किया। आनंद ने टाई ब्रेकर मुकाबले में बोरिस को 2.5-1.5 से हराया।

आनंद को बधाई देते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'सच्चे ग्रेंड मास्टर और भारत के गर्व विश्वनाथन आनंद को पांचवी विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने पर दिल से बधाई।'

 बाड़मेर में दहेज़ ह्त्या सहित कई मामले दर्ज

बाड़मेर में दहेज़ ह्त्या सहित कई मामले दर्ज

बाड़मेर बाड़मेर जिले के बालोतरा थाना में दहेज़ के कारन विवाहिता की ह्त्या करने का मामला दर्ज कराया हें .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की बालोतरा थाने में बन्शीलाल पुत्र धनाराम माली निवासी जेठन्तरी ने मुलजिम विशनाराम पुत्र मदनलाल
माली निवासी गाधीपुरा बालोतरा वगेरा 5 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा
मुस्तगीस की भतीजी कमलादेवी को दहेज हेतु प्रताडित कर मारने की नियत से केरोसीन डाल
कर जलाना वगैरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर
अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
इसी तरह प्रार्थीया श्रीमति चम्पादेवी पत्नी गोमाराम मेगवाल निवासी कोसलू ने मुलजिम भावना पुत्री रामलाल
ब्राहम्मण निवासी कोसलू वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीसा
की दुकान में प्रवेश कर सामान चोरी कर ले जाना व जातिगत शब्दो से अपमानित करना वगैरा
पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सिणधरी पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान
किया जा रहा है।
इधर श्री गिरधारीलाल हैड कानि. पुलिस चौकी भीयाड़ थाना शिव ने मुलजिम जीवराजसिंह पुत्र भूरसिंह
राजपूत निवासी भीयाड़ वगेरा 8 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा लोक सेवक
को राजकाय करने में बाधा पहुंचा कर मारपीट कर चोटे पहुंचाना व सरकारी सम्पति को नुकशान
पहुंचाना वगेरा पर पुलिस थाना शिव पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा
रहा है।
वहीं प्रार्थी श्री जीयाराम पुत्र सोनाराम जाट निवासी पाटीयाल पचपदरा ने मुलजिम अज्ञात के विरूद्व
मुकदमा दर्ज करवाया कि अज्ञात मुलजिम द्वारा रात्रि में हॉउसींग बोर्ड बालोतरा में मुस्तगीस की
बोलेरो एलएलएक्स नम्बर आरजे 04 यूए 1734 को चुराकर ले जाना वगेरा पर पुलिस थाना
बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

लड़कों का बलात्‍कार करने के आरोप में लड़कियों को भी मिल सकेगी सजा

नई दिल्ली. बच्चों को यौन शोषण से बचाने के लिए बनने जा रहे नए कानून प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस एक्‍ट (पीसीएसओए) के प्रावधानों पर गौर करने से पता चलता है कि इसमें कई नई बातें हैं तो कई चिंता बढ़ाने वाली भी हैं। इस कानून का एक प्रमुख प्रावधान यह है कि 18 साल से कम उम्र में सहमति के बावजूद सेक्स करना गैरकानूनी होगा। पहले यह उम्र सीमा 16 साल थी। इसके अलावा नए कानून के प्रावधान आईपीसी में वयस्कों से संबंधित इसी प्रकार के मौजूदा प्रावधानों से इस तरह अलग है।
 
अवयस्कों के लिए रेप में लिंग का महत्व नहीं

1860 में बनी आईपीसी के अनुसार एक पुरुष ही बलात्कार करता सकता है, लेकिन पीसीएसओए के तहत इसे ‘पेने‍ट्रेटिव सेक्सु्अल एसॉल्टल’ कहा जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि जब वयस्कों का मामला होगा तो केवल महिला के साथ ही बलात्कार हो सकता है। पीसीएसओए में पहली बार इस बात की पहचान की गई है कि एक लड़के के साथ एक लड़की या एक महिला भी बलात्कार कर सकती है।

पेनेट्रेशन की परिभाषा में विस्तार

आईपीसी के अनुसार बलात्कार की परिभाषा में पेनेट्रेशन एक आवश्यकक शर्त है और परंपरागत रूप से इसे 'पेनाइल वेजिना इंटरकोर्स' तक सीमित रखा गया है। इसके बरक्स पीसीएसओए के प्रावधानों में पेनाइल पेनेट्रेशन केवल योनि तक सीमित नहीं होकर बच्चे के मुख, यूरेथ्रा या गुदा भी शामिल है। इसके तहत उन परिस्थितियों को भी शामिल किया गया है जहां आरोपी किसी बच्चे के शरीर के किसी हिस्से में किसी हद तक कोई वस्तु या शरीर का कोई हिस्सा ‘पेनेट्रेट’ करता है। 18 साल के किसी बच्चे के साथ ‘ओरल सेक्स’ भी रेप की परिभाषा के तहत आएगा।

दुष्कर्म के लिए सजा बढ़ी

आईपीसी के तहत यदि कोई शख्स किसी महिला की इज्जत के साथ खिलवाड़ करता है तो उसे दो साल की सजा हो सकती है। रुचिका गिरहोत्रा केस में लोगों के गुस्से का नतीजा यह दिखा कि पीसीएसओए के तहत यदि कोई वयस्क किसी बच्चे के साथ दुष्कर्म करता है तो उसे तीन से पांच साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है।

पीडित नहीं, आरोपी पर खुद को निर्दोष साबित करने का बोझ

पीसीएसओए में कहा गया है कि बच्‍चों के खिलाफ यौन अपराध के मामले में आरोपी को यह साबित करना होगा कि उसने ऐसा नहीं किया, न कि पीडित को यह साबित करने की जरूरत है कि उसके साथ गलत हुआ। यदि आरोपी अवयस्क है तो मामले की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष की बात पहले रखी जाएगी।

झूठी शिकायत करने वाले बच्चे को कोई सजा नहीं

यदि कोई वयस्क किसी के खिलाफ बच्चों के साथ यौन अपराध के झूठे आरोप लगाता है तो ऐसे शख्स के खिलाफ पीसीएसओए के तहत छह महीने तक कैद का प्रावधान है लेकिन नया कानून किसी बच्चे को ऐसे आरोप लगाने के बाद निर्दोष मानता है। यदि कोई बच्चा यौन शोषण की झूठी शिकायत करता है या गलत सूचना देता तो उसे किसी तरह की सजा नहीं होगी। इसका मतलब हुआ कि यदि कोई अवयस्क दूसरे अवयस्क के खिलाफ झूठे आरोप लगाता है तो आरोप लगाने वाले पर कोई जवाबदेही तय नहीं होती।

एक घंटे का 25 हजार, बाहर ले जाने पर एक लाख रुपए लेने वालीं कॉल गर्ल पकड़ी गईं

नई दिल्ली.राजधानी में विदेशी कॉल गर्ल का रैकेट पुलिस की सख्ती के बावजूद फलफूल रहा है। आलम यह है कि इंटरनेट पर बाकायदा जिस्मफरोशी का रेट तय कर ग्राहकों को लुभाया जा रहा है। मध्य एशिया के उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान जैसे देशों से भारत में आकर देह व्यापार करने वाली युवतियों पर तमाम कोशिशों को बावजूद रोक नहीं लग रही है। ग्राहकों से एक घंटे का 25 हजार रुपये लेने वाली ऐसी ही 6 उज्बेकिस्तानी युवतियों को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। पकड़ी गईं कॉल गर्ल बाहर ले जाने के लिए अपने ग्राहकों से एक लाख रुपये वसूलती थीं।
 
पकड़ी गईं सभी युवतियां दक्षिण दिल्ली के पॉश इलाके में पिछले दो सालों से रह रही थीं। इन सभी के पास से लैपटॉप के साथ-साथ 'वीआईपी' ग्राहकों की एक लिस्ट भी बरामद की गई है। कॉल गर्ल का रैकेट दिल्ली में अपनी जड़ें किस कदर जमा चुका है इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि पकड़ी गईं कॉल गर्ल में से एक के पास मैरेज सर्टिफिकेट मिला है, जबकि अन्य पांच स्टूडेंट वीजा पर भारत में रह रही थीं और अपने देश से भारत आया-जाया करती थीं।

गुगरवाल ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद भार संभाला


विकास योजनाओं का होगा प्रभावी कि्रयान्वयनःगुगरवाल 

गुगरवाल ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद भार संभाला 

बाड़मेर, 30 मई। ग्रामीण विकास योजनाओं के प्रभावी कि्रयान्वयन के साथ आमजन की समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जाएगा। सरकारी योजनाओं का जरूरतमंदों एवं वास्तविक लोगों को फायदा मिले। इसके लिए नियमित रूप से मोनेटरिंग भी की जाएगी। यह बात जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने बुधवार को पदभार संभालने के बाद कही। 
गुगरवाल ने कहा कि राज्य सरकार की मां के अनुरूप ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज योजनाओं की कि्रयान्विति सुनिचत की जाएगी। महात्मा गांधी नरेगा योजना, मुख्यमंत्री बीपीएल ग्रामीण आवास योजना के साथ समस्त फलेगाीप योजनाओं के जरिए आमजन को अधिकाधिक लाभांवित करने का प्रयास किया जाएगा। गुगरवाल इससे पहले सीकर जिला परिषद में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। इसके अलावा मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोंक, उप महानिरीक्षक रजिस्ट्रोन एवं स्टांप, एडीएम अलवर, एडीएम चितौड़ग़, उपखंड अधिकारी जेतारण,पाली, उपखंड अधिकारी गुड़ामालानी, एसीजेएम जालोर, उपखंड अधिकारी बाड़मेर, सहायक कलेक्टर कोटा, उपखंड अधिकारी कपासन चितौड़ग, सहायक कलेक्टर बाड़मेर एवं उदयपुर के पद पर कार्यरत रह चुके है। पदभार संभालने के बाद गुगरवाल ने संबंधित अधिकारियों से जिला परिषद द्वारा संचालित योजनाओं को जानकारी ली। उन्होंने 2 जून को होने वाली तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी लेने के साथ व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। 

राहुल का जादू खत्‍म? गुजरात में एक-तिहाई घटी नए युवा कांग्रेस सदस्‍यों की संख्‍या



नई दिल्‍ली. राहुल गांधी का जादू खत्‍म हो रहा है? युवा कांग्रेस में यह सवाल गंभीर हो गया है। भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के सदस्‍यता अभियान को भारी झटका लगा है। इसके नए सदस्‍यों की संख्‍या तेजी से गिरी है। गुजरात में तो इसमें एक-तिहाई कमी आई है। राज्‍य में अगले साल ही विधानसभा चुनाव होने हैं। तमिलनाडु और झारखंड में भी आईवाईसी के सदस्‍यों की संख्‍या कम हुई है।
 

पांच साल पहले राहुल गांधी ने आईवाईसी की कमान संभाली थी। उन्‍होंने आंतरिक लोकतंत्र और राजनीतिक चरित्र में बदलाव की बातें कर काफी उम्‍मीदें जगाई थीं। पर गुजरात में हाल के सदस्‍यता अभियान में मात्र 2.5 लाख लोग आईवाईसी से जोड़े जा सके हैं। 2010 में यह संख्‍या दस लाख थी। झारखंड में आईवाईसी ने 2010 में करीब 3.5 लाख नए सदस्‍य बनाए थे। हाल के अभियान में मात्र 35 से 40 हजार युवाओं ने आईवाईसी से जुड़ने में दिलचस्‍पी दिखाई।


ये आंकड़े आईवाईसी की राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (31 मई) से ऐन पहले आए हैं। संभव है, बैठक में इस मसले पर चर्चा हो। पार्टी के लिए उत्‍तर प्रदेश बड़ी चिंता का कारण है, जहां अखिलेश यादव युवाओं के नए आईकॉन के रूप में उभर रहे हैं।

न्यूज़ इनबॉक्स जालोर-भीनमाल .. अपराध संवाददाता ..

जहरीला पदार्थ खाकर की आत्महत्या

डूंगरी  निकटवर्ती वेडिया गांव स्थित दुकान में मंगलवार को एक व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। सरवाना पुलिस के अनुसार मृतक के पिता सोमारड़ी (बाड़मेर) निवासी हीराराम विश्नोई ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि कुछ दिन पूर्व बाकासर थाना (बाड़मेर) पुलिस ने चितरड़ी (बाड़मेर) निवासी लालाराम व ओमप्रकाश से डोडा पोस्त बरामद किया था।

दोनों व्यक्ति पिछले कुछ दिनों से उसके बेटे कृष्णाराम को माल पकड़वाने की बात को लेकर परेशान कर रहे थे। इसी परेशानी के चलते उसके बेटे कृष्णाराम (40) ने मंगलवार सवेरे करीब बारह बजे स्वयं की दुकान में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने के बाद सरवाना थाने से एएसआई विरदसिंह, हैडकांस्टेबल लूणदान चारण व खेताराम मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का मौका मुआयना कर पोस्टमार्टम के लिए शव को सांचौर ले गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
फरार युवती को पुलिस ने गिरफ्तार

भीनमाल शादी का झांसा देकर ठगी के मामले में एक साल से फरार युवती को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा है। पुलिस के अनुसार 2 मई 2011 को भीनमाल निवासी शैलेष कुमार पुत्र खीमराज कोठारी को शादी का झांसा देकर करीब साढ़े तीन लाख रुपए लेकर फरार होने के मामले में फरार आरोपी दीपिका पुत्री बन्नेसिंह बलई निवासी इंदौर (एमपी) को एएसआई दुर्गाराम ने गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा। इस मामले में तीन आरोपियों की पूर्व में गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि पांचवीं आरोपी दीपिका की मां आशाबेन की मौत हो चुकी है।


फर्जी रजिस्ट्री के मामले में महिला सहित चार गिरफ्तार

भीनमाल कूटरचित दस्तावेज व एक ही नाम की दूसरी महिला द्वारा जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवाने के मामले में पुलिस ने एक महिला सहित चार जनों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार भीनमाल निवासी झका पुत्री कालाराम भील ने २ सितंबर २०११ को जरिए न्यायालय मामला दर्ज करवाया था कि सरहद भीनमाल में उसकी खातेदारी भूमि को राजपुरा निवासी खली उर्फ झका पुत्री कालाराम पत्नी हरचंदराम भील, भीनमाल निवासी तेजाराम पुत्र हिमताराम भील, रेखाराम पुत्र गणेशाराम भील और शैतानसिंह पुत्र वालसिंह ने फर्जी दस्तावेज व उसके बदले खली उर्फ झका ने उपपंजीयक कार्यालय में पेश होकर उसके खातेदारी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवा दी। जांच के बाद एसआई तखतसिंह ने चारों को गिरफ्तार किया।


आबकारी विभाग के गोदाम पर एसीबी की कार्रवाई


आबकारी विभाग के गोदाम पर एसीबी की कार्रवाई

क्या मिला एसीबी को

हमें नहीं मिला कुछ भी



॥शिकायतकर्ता ने हमें कुछ शिकायतें की थी। इसके सत्यापन के लिए हमने यह कार्रवाई, लेकिन कार्रवाई में हमें कोई अनियमितता नहीं मिली है। यहां सब कुछ सही पाया गया। ऐसे में न्यायालय में दर्ज होने जैसा कोई मामला नहीं बना। तुलसाराम, डीएसपी, एसीबी, जालोर

आधा दर्जन से भी अधिक शिकायतें थी विभाग की, एसीबी को नहीं मिली एक भी अनियमितता

जालोर

आबकारी विभाग के गोदाम में कई गंभीर शिकायतों की सूचना पर कार्रवाई के लिए पहुंची एसीबी को यहां कोई अनियमितता नहीं मिली। शिकायतकर्ता ने एसीबी में करीब आधा दर्जन शिकायतें दर्ज कराई थी। इसके बाद मंगलवार सवेरे करीब साढ़े ग्यारह बजे एसीबी टीम डीएसपी तुलसाराम के नेतृत्व में ऑयल मिल स्थित विभाग के गोदाम पर पहुंची। टीम ने यहां गोदाम को बंद कर एक-एक रिकॉर्ड जांचा और मैनेजर से लेकर मजदूरों और ट्रक ड्राइवरों के बयान लिए। शेषत्नपेज १३


रात आठ बजे तक चली इस कार्रवाई के बाद डीएसपी तुलसाराम ने बताया कि जो भी शिकायतें की गई थीं, उनमें से किसी का सत्यापन यहां नहीं हुआ। कार्रवाई के दौरान गोदाम में करीब 40 लोगों के बयान लिए गए।

नौ घंटे कार्रवाई, नतीजा जीरो

एसीडी ने करीब नौ घंटे तक कार्रवाई की, जिसका नतीजा जीरो निकला। इस दौरान स्टाफ, ट्रक ड्राइवर, रिटेलर, लेबर और सुपरवाइजर तथा मैनेजर जगदीश चारण के बयान लिए गए। रिकॉर्ड जांचा गया। गोदाम से मिलान किया गया, लेकिन कुछ भी नतीजा नहीं निकला। कार्रवाई के दौरान एसीडी की टीम में सीआई जितेंद्र सिंह, कांस्टेबल अशोक कुमार और तेजाराम समेत अन्य लोग शामिल थे।

इन शिकायतों की जांच के लिए पहुंची एसीबी ने इनमें से एक को भी सही नहीं बताया है। डीएसपी तुलसाराम ने बताया कि सारे रिकॉर्ड और बयान के बाद शिकायत का सत्यापन नहीं हो पाया।

रिटेलर से पांच सौ रुपए ज्यादा लेने का कोई मामला सामने नहीं आया।

लेबर डेढ़ रुपए लेती है। नियमानुसार एक रुपया 30 पैसा तय है। इसलिए यह ज्यादा गंभीर मामला नहीं बना।

मैनेजर के हिस्से की बात भी कहीं सामने नहीं आई।

बोतलों की टूट फूट भी ज्यादा नहीं मिली। 10 प्रतिशत तक तो छूट होती है।

बॉर्डर के गांवों में उतनी ही शराब भेजी गई जितनी मांग थी।

अवैध शराब की सप्लाई और रिश्वत के भी किसी मामले का खुलासा नहीं हुआ।

शिकायत कर्ता ने जो शिकायतें की वे काफी गंभीर शिकायते हैं। इनमें बताया गया कि किस प्रकार से माल बेचने के लिए बॉर्डर के इलाकों में अवैध दुकानों पर सप्लाई की जाती है और किस प्रकार से गोदाम में हर काम के लिए रिश्वत ली जा रही है।

गोदाम में प्रत्येक रिटेलर से पांच सौ रुपए अतिरिक्त लिए जाते हैं।

लेबर रिटेलर और ट्रक ड्राइवरों से अतिरिक्त चार्ज लिया जाता है।

लेबर जो चार्ज लेती हैं उसमें से कुछ हिस्सा मैनेजर का भी होता है।

बोतलों की टूट फूट कम होती है और ज्यादा बता दी जाती है।

माल बेचने के लिए बॉर्डर के गांवों में ज्यादा सेल की जा रही है।

गोदाम से अवैध सप्लाई भी की जाती है और विभिन्न कामों के लिए रिश्वत ली जाती है।

कलेक्टर ने दी आर्थिक सहायता


कलेक्टर ने दी आर्थिक सहायता
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बाड़मेर. विष्णु कॉलोनी निवासी कानपुरी पुत्र जीवणाराम (75) वर्षीय ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप सरकारी सहायता दिलाने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि ढाई फुट हाइट, कद से बोना एवं हाथ-पांव से विकलांग होने के साथ कानों से बहरा होने के कारण उसे जीवन यापन करने में कठिनाई आ रही है। उसने बताया कि उसके पास न तो खुद का आशियाना है और न कोई सहारा । इस पर कलेक्टर ने कानपुरी को 21 हजार की सहायता दी।

महिला की अधजली लाश मिलने से सनसनी

जयपुर. आगरा रोड पर कानोता पुलिया के नीचे ढूंढ नदी में महिला की जली हुई लाश मिली। वह ईंट भट्टे में पति के साथ मजदूरी करती थी। पुलिस ने महिला से ज्यादती के बाद जलाकर हत्या की आशंका जताते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। भट्टे पर काम करने वाले कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। 
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) सत्यवीर सिंह ने बताया कि, दोलावास (दौसा) निवासी अनीता उर्फ पताशी (26) पति रमेश रैगर (30) के साथ ईट भट्टे पर मजदूरी करती थी। वह सोमवार सुबह ठेकेदार गंगा सहाय से मजदूरी का भुगतान लेकर आने की कहकर घर से निकली थी।


देर शाम तक घर नहीं पहुंचने पर रमेश ने कानोता थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। मंगलवार सुबह ८.३क् बजे नदी में शौच करने गए एक व्यक्ति ने गड्ढे में महिला का जला हुआ शव देखकर कानोता पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने रमेश रैगर को मौके पर बुलाया। उसने पत्नी का शव देखते ही पहचान लिया। पुलिस ने कानोता में मेडिकल बोर्ड से युवती का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।

गड्ढे में ही जलाया : पुलिस को मौके पर जलाने के निशान और मिनरल वाटर की खाली बोतलें मिली हैं, जिनमें कैरोसिन की गंध आ रही है। पुलिस का मानना है कि युवती की हत्या कहीं और करके बदमाशों ने रात में शव को नदी में लाकर आग लगा दी।

शादी मेरी मर्जी से पंचों की पंचायती से नहीं


शादी मेरी मर्जी से पंचों की पंचायती से नहीं


सामाजिक बंदिशों को तोड़ न्याय की चौखट पहुंची तीजों ञ्चकलेक्टर के समक्ष बया की दास्तां

बाड़मेर  पढऩे लिखने की उम्र में मैं शादी नहीं रचाना चाहती हूं, मगर मेरे रिश्तेदार व समाज के मौजिज लोग इच्छा विरुद्ध शादी करने का दबाव बना रहे हैं। मेरे माता पिता भी नहीं चाहते है कि मेरी शादी हो। मगर जातीय पंच समाज से बहिष्कृत करने की धमकियां देकर पिता को प्रताडि़त कर रहे हैं। मैं न्याय की उम्मीद के साथ आई हूं। अगर मेरी शादी हुई तो मैं जान दे दूंगी। यह दास्तां रतेऊ निवासी तीजो ने मंगलवार को कलेक्टर के समक्ष बया की। कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में तीजो ने बताया कि मेरी उम्र 17 वर्ष है। मैं अभी शादी नहीं करना चाहती । जब भी शादी करनी होगी मेरी मर्जी से करूंगी। लेकिन मेरे रिश्ते में दादा व पड़ोसी खेताराम निवासी रतेऊ मेरी शादी हरचंदराम पुत्र पेमाराम जाट निवासी भणियाणा तहसील पोकरण के साथ जबरदस्ती करवाना चाहते हैं। उसने बताया कि जिसके साथ शादी की बात कर रहे है वह लड़का मेरी उम्र से बीस साल बड़ा है। इतना ही नहीं मैं उसे पसंद भी नहीं करती । बावजूद इसके खेताराम व हरचंद मेरे माता पिता पर शादी के लिए दबाव बना रहे हैं। तीन चार दिन पहले ही उक्त लोगों ने अपने साथियों के साथ मिलकर मेरे माता पिता को धमकी दी है कि अगर तुमने शादी हरचंद के साथ नहीं की तो तुम्हे समाज से बहिष्कृत कर देंगे। ऐसे में खेताराम, हरचंद व पेमाराम को पाबंद किया जाए। साथ ही मेरी इच्छा विरुद्ध हो रही शादी को रोका जाए। तीजो ने बताया कि अगर उसकी शादी हरचंद से की तो वह जान दे देगी।


तीजो को न्याय जरूर मिलेगा
॥तीजो अपने पिता के साथ आई थी। वह शादी नहीं करना चाहती । मैने तुरंत संबंधित संस्था को निर्देशित किया है। साथ ही धमकियां देने वाले व जबरदस्ती शादी करवाने वालो को पाबंद किया जाएगा। लड़की की इच्छा के अनुसार ही शादी होगी।

डॉ. वीणा प्रधान, कलेक्टर बाड़मेर

नेशनल कैंप के लिए तीन खिलाडिय़ों का चयन


नेशनल कैंप के लिए तीन खिलाडिय़ों का चयन

बास्केटबॉल खेल छात्रावास के हैं तीनों खिलाड़ी

जैसलमेर भारतीय बास्केटबॉल संघ की ओर से जारी सूची में 16 वर्षीय आयु वर्ग के खिलाडिय़ों के राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रशिक्षण शिविर में खेल छात्रावास के तीन खिलाडिय़ों महिपाल सिंह, अखिलेश कुमार तथा योगेश कण्डेरिया को शामिल किया गया है। यह राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर गुरू नानक देव स्टेडियम लुधियाना (पंजाब) में आयोजित किया जाएगा। इसी प्रशिक्षण शिविर में से चयनित खिलाड़ी 4 से 16 जुलाई तक याकुतिया (रूस) में आयोजित होने वाली 5वीं एशियन अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे।

जिला बास्केटबॉल संघ के अध्यक्ष रूपा राम धणदे ने खिलाडिय़ों की इस उपलब्धि के लिए खेल छात्रावास के बास्केटबॉल प्रशिक्षक लक्ष्मण सिंह तंवर को बधाई देते हुए उनके प्रयासों की सराहना की ।



चयनित खिलाडिय़ों की उपलब्धियां


महिपाल सिंह :- 36वीं राष्ट्रीय सब-जूनियर बास्केटबॉल प्रतियोगिता चितौडगढ़़ (2009-10) में स्वर्ण पदक विजेता, 37वीं राष्ट्रीय सब-जूनियर बास्केटबॉल प्रतियोगिता कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) में स्वर्ण पदक विजेता। इन दोनों प्रतियोगिताओं में राजस्थान टीम के कप्तान रहे तथा दोनों राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे। 17 वर्ष आयु वर्ग स्कूल नेशनल 2011-12 पाली के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित, इस उपलक्ष्य में पाली जिला कलेक्टर द्वारा 47 हजार रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। हाल ही में राज्य सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग द्वारा 50 हजार का अनुदान स्वीकृत किया गया है। पायका राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता 2010-11 के स्वर्ण पदक विजेता।

योगेश कण्डेरिया :- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसतांबुल (टर्की) में आयोजित वल्र्ड कप चिल्ड्रन बास्केटबॉल प्रतियोगिता में भाग लेने वाले एक मात्र भारतीय खिलाड़ी चुने गए एवं इस प्रतियोगिता के सर्व श्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किए गए। 36वीं राष्ट्रीय सब-जूनियर बास्केटबॉल प्रतियोगिता चितौडगढ़़ (2009-10) में स्वर्ण पदक विजेता, 37वीं राष्ट्रीय सब-जूनियर बास्केटबॉल प्रतियोगिता कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) में स्वर्ण पदक विजेता रहे व हाल ही में राज्य सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग द्वारा 50 हजार का अनुदान स्वीकृत किया गया है। पायका राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता 2010-11 के स्वर्ण पदक विजेता। 17 वर्ष आयु वर्ग स्कूल नेशनल 2011-12 पाली के रजत पदक विजेता।

अखिलेश कुमार :- 36वीं राष्ट्रीय सब-जूनियर बास्केटबॉल प्रतियोगिता चितौडगढ़़ (2009-10) में स्वर्ण पदक विजेता, 37वीं राष्ट्रीय सब-जूनियर बास्केटबॉल प्रतियोगिता कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) में स्वर्ण पदक विजेता रहे व हाल ही में राज्य सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग द्वारा 50 हजार का अनुदान स्वीकृत किया गया है।

शराब के लिए पैसे नहीं दिए तो दलित के चेहरे पर किया पेशाब

 

रोहतक/महम .महम उपमंडल के मोखरा गांव में तीन दबंग युवकों द्वारा कथित रूप से एक दलित युवक से मारपीट व लूटपाट के बाद उसके चेहरे पर पेशाब कर दिए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।

पीड़ित युवक को पीजीआई रोहतक के वार्ड नंबर आठ में भर्ती करवाया गया है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। मामले की संवेदनशीलता और

महम पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़ित 23 वर्षीय अशोक कुमार ने बताया कि वह गांव के बाहर शराब ठेके के नजदीक अंडों की रेहड़ी लगाता है। सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे गांव के तीन युवक मोनू, कुकू व जोजो आए और शराब के लिए उससे पैसे मांगने लगे। मना करने पर तीनों ने उसके साथ मारपीट की और जातिसूचक गालियां दी। ठेके से आए दो युवकों ने उसे छुड़वाया। उस समय आरोपी मौके से चले गए। आधा घंटे बाद जब वह रेहड़ी लेकर घर जा रहा था, रास्ते में आरोपी अपने दो अन्य साथियों के साथ आए और धक्का मारकर रेहड़ी पलट दी। उसके साथ पहले जमकर मारपीट की। साथ में जेब से 2500 रुपए निकाल लिए और मोबाइल तोड़ दिया। इसके बाद दो युवकों ने उसके दोनों हाथ पकड़ दिए व तीसरे ने चेहरे पर पेशाब कर दिया। चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग आए और उसे छुड़वाया।

आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए। अशोक के परिजन रात को ही उसे महम थाने ले गए, जहां शिकायत दर्ज करने के बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल करवा दिया। वहां से मंगलवार दोपहर बाद रोहतक पीजीआई में रैफर कर दिया। महम पुलिस ने आरोपी युवकों के खिलाफ मारपीट, लूटपाट, जान से मारने की धमकी देने व जाति सूचक गालियां देने का मामला दर्ज किया है।

मोखरा गांव में दलित युवक ने गांव के ही युवकों पर मारपीट, लूटपाट व चेहरे पर पेशाब कर जातिसूचक गालियां देने का आरोप लगाया है। मामला दर्ज कर डीएसपी पृथ्वी सिंह ने केस की जांच शुरू कर दी है। -विकास धनखड़, कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक।

गणेश जी का सबसे लोकप्रिय रूपसिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई


सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई

सिद्घिविनायक गणेश जी का सबसे लोकप्रिय रूप है। गणेश जी जिन प्रतिमाओं की सूड़ दाईं तरह मुड़ी होती है, वे सिद्घपीठ से जुड़ी होती हैं और उनके मंदिर सिद्घिविनायक मंदिर कहलाते हैं। कहते हैं कि सिद्धि विनायक की महिमा अपरंपार है, वे भक्तों की मनोकामना को तुरंत पूरा करते हैं। मान्यता है कि ऐसे गणपति बहुत ही जल्दी प्रसन्न होते हैं और उतनी ही जल्दी कुपित भी होते हैं।

चतुर्भुजी विग्रह

सिद्धि विनायक की दूसरी विशेषता यह है कि वह चतुर्भुजी विग्रह है। उनके ऊपरी दाएं हाथ में कमल और बाएं हाथ में अंकुश है और नीचे के दाहिने हाथ में मोतियों की माला और बाएं हाथ में मोदक (लड्डुओं) भरा कटोरा है। गणपति के दोनों ओर उनकी दोनो पत्नियां रिद्धि और सिद्धि मौजूद हैं जो धन, ऐश्वर्य, सफलता और सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने का प्रतीक है। मस्तक पर अपने पिता शिव के समान एक तीसरा नेत्र और गले में एक सर्प हार के स्थान पर लिपटा है। सिद्धि विनायक का विग्रह ढाई फीट ऊंचा होता है और यह दो फीट चौड़े एक ही काले शिलाखंड से बना होता है।

मुंबई का सिद्घिविनायक मंदिर



यूं तो सिद्घिविनायक के भक्त दुनिया के हर कोने में हैं लेकिन महाराष्ट्र में इनके भक्त सबसे ज्यादा हैं। समृद्धि की नगरी मुंबई के प्रभा देवी इलाके का सिद्धिविनायक मंदिर उन गणेश मंदिरों में से एक है, जहां सिर्फ हिंदू ही नहीं, बल्कि हर धर्म के लोग दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। हालांकि इस मंदिर की न तो महाराष्ट्र के 'अष्टविनायकों ’ में गिनती होती है और न ही 'सिद्ध टेक ’ से इसका कोई संबंध है, फिर भी यहां गणपति पूजा का खास महत्व है। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के सिद्ध टेक के गणपति भी सिद्धिविनायक के नाम से जाने जाते हैं और उनकी गिनती अष्टविनायकों में की जाती है। महाराष्ट्र में गणेश दर्शन के आठ सिद्ध ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल हैं, जो अष्टविनायक के नाम से प्रसिद्ध हैं। लेकिन अष्टविनायकों से अलग होते हुए भी इसकी महत्ता किसी सिद्ध-पीठ से कम नहीं।

आमतौर पर भक्तगण बाईं तरफ मुड़ी सूड़ वाली गणेश प्रतिमा की ही प्रतिष्ठापना और पूजा-अर्चना किया करते हैं। कहने का तात्पर्य है कि दाहिनी ओर मुड़ी गणेश प्रतिमाएं सिद्ध पीठ की होती हैं और मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में गणेश जी की जो प्रतिमा है, वह दाईं ओर मुड़े सूड़ वाली है। यानी यह मंदिर भी सिद्ध पीठ है।

इतिहास

किंवदंती है कि इस मंदिर का निर्माण संवत् १६९२ में हुआ था। मगर सरकारी दस्तावेजों के मुताबिक इस मंदिर का १९ नवंबर १८०१ में पहली बार निर्माण हुआ था। सिद्धि विनायक का यह पहला मंदिर बहुत छोटा था। पिछले दो दशकों में इस मंदिर का कई बार पुनर्निर्माण हो चुका है। हाल ही में एक दशक पहले १९९१ में महाराष्ट्र सरकार ने इस मंदिर के भव्य निर्माण के लिए २० हजार वर्गफीट की जमीन प्रदान की। वर्तमान में सिद्धि विनायक मंदिर की इमारत पांच मंजिला है और यहां प्रवचन ग्रह, गणेश संग्रहालय व गणेश विापीठ के अलावा दूसरी मंजिल पर अस्पताल भी है, जहां रोगियों की मुफ्त चिकित्सा की जाती है। इसी मंजिल पर रसोईघर है, जहां से एक लिफ्ट सीधे गर्भग्रह में आती है। पुजारी गणपति के लिए निर्मित प्रसाद व लड्डू इसी रास्ते से लाते हैं।



गर्भग्रह
नवनिर्मित मंदिर के 'गभारा ’ यानी गर्भग्रह को इस तरह बनाया गया है ताकि अधिक से अधिक भक्त गणपति का सभामंडप से सीधे दर्शन कर सकें। पहले मंजिल की गैलरियां भी इस तरह बनाई गई हैं कि भक्त वहां से भी सीधे दर्शन कर सकते हैं। अष्टभुजी गर्भग्रह तकरीबन १० फीट चौड़ा और १३ फीट ऊंचा है। गर्भग्रह के चबूतरे पर स्वर्ण शिखर वाला चांदी का सुंदर मंडप है, जिसमें सिद्धि विनायक विराजते हैं। गर्भग्रह में भक्तों के जाने के लिए तीन दरवाजे हैं, जिन पर अष्टविनायक, अष्टलक्ष्मी और दशावतार की आकृतियां चित्रित हैं।

वैसे भी सिद्धिविनायक मंदिर में हर मंगलवार को भारी संख्या में भक्तगण गणपति बप्पा के दर्शन कर अपनी अभिलाषा पूरी करते हैं। मंगलवार को यहां इतनी भीड़ होती है कि लाइन में चार-पांच घंटे खड़े होने के बाद दर्शन हो पाते हैं। हर साल गणपति पूजा महोत्सव यहां भाद्रपद की चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक विशेष समारोह पूर्वक मनाया जाता है।

मंगलवार, 29 मई 2012

सुहागरात मना रहे दूल्हे की मौत

सुहागरात मना रहे दूल्हे की मौत

छपरा। बिहार के सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र में सोमवार की रात विवाह के बाद अपनी सुहागरात मना रहे दूल्हे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार रविवार की रात पछुआ गांव निवासी राहुल का विवाह बनियापुर थाना क्षेत्र निवासी शम्भु भगत की पुत्री हीरा कुमारी के साथ धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ था। राहुल सोमवार को दुल्हन की विदाई करा उसे अपने घर ले आया। रात को घर के सभी लोग छत पर सोने के लिए चले गए। मंगलवार की सुबह जब राहुल का शव उसके बिस्तर पर पड़ा मिला तब उसकी पत्नी ने सभी परिजनों को इसकी सूचना दी।

छपरा के पुलिस उपाधीक्षक कैलाश प्रसाद ने बताया कि मृतक के कंधे पर गोली लगने का निशान है, घाव से खून भी बहा है। उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि युवक दिल्ली के एक अस्पताल में वाहन चालक का काम करता था और विवाह करने ही गांव आया था। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।

प्रसाद ने कहा कि पुलिस प्रत्येक बिंदु पर जांच कर रही है। पत्नी से पूछताछ की जा रही है। इस मामले की एक प्राथमिकी युवक के पिता ललन भगत के बयान के आधार पर सम्बंधित थाने में दर्ज करा दी गई है।

मिल गई बहादुर शाह जफर की कब्र

मिल गई बहादुर शाह जफर की कब्र

यंगून। भारत के अंतिम मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर का शव 1991 तक एक अज्ञात कब्र में दफन पड़ा हुआ था। बाद में एक खुदाई के दौरान इस बादशाह के कब्र के बारे में पता चला।

बहादुर शाह जफर का मकबरा म्यांमार की पूर्व राजधानी यंगून में स्थित है। उनके चाहने वाले मकबरे के दर्शन के लिए आते रहते हैं। ब्रिटिश हुकूमत द्वारा निर्वासित किए जाने के बाद जफर का सात नवम्बर, 1862 को निधन हो गया था।

1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद ब्रिटिश हुकूमत ने बहादुर शाह जफर को देश से निष्कासित कर म्यांमार (तत्कालीन बर्मा) भेज दिया था। वहां रंगून (अब यंगून) में 87 वर्ष की अवस्था में उनका निधन हो गया था। 1857 के विद्रोह के बाद जफर दिल्ली में हुमायू के मकबरे में छिप गए थे, जहां से उन्हें पकड़ लिया गया था।

इस मकबरे पर आने वाले कई सारे पर्यटकों का मानना है कि बहादुर शाह जफर अपने अंतिम दिनों में संत बन गए थे। उनकी कब्र के बगल में उनकी पत्नी बेगम जीनत महल और बेटी रौनक जमानी बेगम की कब्र है।

Hum Tere Shaher Main Aaye Hain Musafir Ki Tarah

Best Ghazal-Pankaj Udhas, Ek Taraf Uska Ghar

अब महिलाओं के लिए नया कामसूत्र

वात्स्यायन के कामसूत्र को जहां आज के लाइफस्टाइल के हिसाब से लिखा गया है वही अब इसे महिलाओं के नजरिए से लिखने की कोशिश हो रही है।

यह पहल की है लेखिक के. आर. इंदिरा ने। इंदिरा का मानना है कि वात्स्यायन के कामसूत्र को पुरुष ने लिखा है इसलिए इसमें ज्यादातर पुरुषों की मानसिकता को बयां किया गया है।

इंदिरा का कहना है कि मैंने जब कामसूत्र को गंभीरता से पढ़ना शुरू किया तो पाया कि यह एक पुरुष की लिखी हुई किताब है, जिसमें बताया गया है कि महिलाओं का कैसे इस्तेमाल किया जाए। ' मेरा सोचना है कि महिलाओं को भी सेक्शुअल इंडिपेंडेंस चाहिए।
यह किताब काफी रिसर्च के बाद लिखा गया है।

महिलाओं को कामसूत्र का पाठ पढ़ाने वाली उनकी किताब जून के पहले हफ्ते में रिलीज़ होगी।

भरष्ट लेखाकार का तबादला निरस्त करने में जुटे स्थानीय मंत्री

भरष्ट लेखाकार का तबादला निरस्त करने में जुटे स्थानीय मंत्री



बाड़मेर में मनरेगा में एक भ्रष्ट लेखाकार की मुख्यमंत्री हाउस से जाँच के बाद ट्रांसफर जयपुर किया भ्रष्ट लेखाकार तबादला निरस्त करने जयपुर स्थानीय मंत्रीजी के पास हें ऐसे भ्रष्ट लोगो का तबादला निरस्त न हो बाड़मेर में कई सालो से जमा हे लेखाकार .उसे सजा दे जिस व्यक्ति को सजा मिलनी चाहिए उसे भ्रष्ट नेता शाह देकर तबादला निरस्त कराने में जुटे हें ऐसे भरष्ट नेताओं को ज्ञात रहे इस बार विधान सभा चुनावों में भरष्टाचार और भारश्ताचारियो को शाह देने वालो को नंगा किया जाएगा ..जनता जवाब मांगेगी ...आखिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भरष्टाचार हटाने का नारा खोखला नज़र आ रहा हें ..जिस व्यक्ति को पोल खोल नंगा किया उसे सरकार पनाह दे रही हे क्या करे

ब्वॉयफ्रेंड ने नाबालिग को पहले बीवी बनाया, फिर कोठे पर बेचा

नई दिल्ली.पुणे के एक पिता ने दिल्ली की बदनाम गली जीबी रोड से एक एनजीओ की मदद से अपनी नाबालिग बेटी को छुड़वाया। उनकी बेटी ने कर्नाटक के एक युवक से शादी की थी जिसने उसे जीबी रोड के एक कोठे पर बेच दिया।   
सोमवार रात को पुलिस ने एनजीओ शक्तिवाहिनी और रेस्क्यू फाउंडेशन की मदद से जीबी रोड के दो कोठों पर छापा मारकर 6 लड़कियों को मुक्त कराया। कोठे से छुड़ाई गई सभी लड़कियों की उम्र 16-18 के बीच हैं। इन्हें शादी का झांसा देकर लाए प्रेमियों ने तीस-चालीस हजार रुपए के बदले दिल्ली के कोठों पर बेच दिया था। सभी लड़कियों को पिछले आठ महीनों के भीतर ही कोठों पर बेचा गया था।
पुलिस के मुताबिक एनजीओ से सूचना मिलने के बाद कमला नगर थाना पुलिस ने सोमवार देर रात कोठा नंबर 40 और 5211 पर छापा मारकर लड़कियों को मुक्त कराया। इन लड़कियों को तहखाने में रखा गया था और इनसे जबरदस्ती देह व्यापार करवाया जाता था।
सेक्स के बाजार से आजाद करवाई गई इन लड़कियों में चार पश्चिम बंगाल, एक नेपाल और एक महाराष्ट्र के पुणे की हैं। पुणे की लड़की के पिता के मुताबिक उनकी बेटी कर्नाटक के एक युवक से शादी करने के बाद से ही गायब हो गई थी। तलाश करने के दौरान उन्हें बेटी के जीबी रोड के कोठे पर होने का पता चला। उन्होंने एनजीओ की मदद ली जिसके बाद उनकी बेटी को आजाद कराया गया।

सामने आया साइबरवर्ल्ड का सबसे बड़ा वायरस, कंप्यूटर को बना देता है जासूस



मास्को. एक ऐसे साइबर वायरस का पता चला है जो कंप्यूटर पर हमला करके उसे जासूस बना देता है और बिना पकड़ में आए तमाम जानकारियां चुरा लेता है। यह बेहद खतरनाक वायरस पिछले दो साल से साइबर स्पेस में मौजूद था लेकिन इसे हाल ही में पकड़ा गया है।
 

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक यह वायरस अब तक के सबसे चर्चित कंप्यूटर वायरस 'स्टक्सनेट' और 'डूकू' से भी खतरनाक है। इस वायरस को सबसे पहले मास्को स्थित केस्परस्काई लैब के सुरक्षा विशेषज्ञों ने पकड़ा है।


माना जा रहा है कि इस बेहद खतरनाक वायरस को किसी देश ने बनाया है। केस्परस्काई के विशेषज्ञ एलेक्सेंडर गोस्तोव ने अपने केस्परस्काई की वेबसाइट पर ब्लॉग पर लिखा, 'डूकू और स्टक्सनेट ने मिडिल इस्ट में चल रहे साइबर युद्ध को और भीषण कर दिया था लेकिन अब हमें साइबर स्पेस का सबसे खतरनाक वायरस मिला है।'


मास्को में स्थित केस्परस्काई लैब, ईरान की मेहर कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पांस टीम को आर्डिनेशन सेंटर और हंगरी की बुडापेस्ट यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इकोनॉमिक्स की क्रिप्टोग्रॉफी एंड सिस्टम सिक्यूरिटी लैब ने साइबर हमलों के अध्ययन के दौरान इस ट्रोजन को पकड़ा।


फ्लेम, फ्लेमर या स्काईवाइपर नाम का यह ट्रोजन हमला करके किसी भी कंप्यूटर को जासूसी मशीन में बदल सकता है।


यह मशीन पर हमला करके उसके नेटवर्किंग ट्रैफिक पर नजर रख सकता है, स्क्रीनशॉट लेकर उन्हें अपने कमांड सेंटर भेज सकता है, कंप्यूटर के माइक्रोफोन के जरिए इसे इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति की आवाज रिकार्ड कर सकता है, पासवर्ड चुरा सकता है, कीबोर्ड पर कौन से बटन दबाए जा रहे हैं उन्हें पहचान सकता है, ब्लूटूथ के जरिये कंप्यूटर से अन्य डिवाइस को जोड़कर उनका डाटा डिलीट कर सकता है।


इस वायरस के अभी तक सबसे ज्यादा हमले मध्यपूर्व एशिया और अफ्रीका में हुए हैं। ईरान में इसके अब तक 168 हमले हुए हैं।