बुधवार, 30 मई 2012

आबकारी विभाग के गोदाम पर एसीबी की कार्रवाई


आबकारी विभाग के गोदाम पर एसीबी की कार्रवाई

क्या मिला एसीबी को

हमें नहीं मिला कुछ भी



॥शिकायतकर्ता ने हमें कुछ शिकायतें की थी। इसके सत्यापन के लिए हमने यह कार्रवाई, लेकिन कार्रवाई में हमें कोई अनियमितता नहीं मिली है। यहां सब कुछ सही पाया गया। ऐसे में न्यायालय में दर्ज होने जैसा कोई मामला नहीं बना। तुलसाराम, डीएसपी, एसीबी, जालोर

आधा दर्जन से भी अधिक शिकायतें थी विभाग की, एसीबी को नहीं मिली एक भी अनियमितता

जालोर

आबकारी विभाग के गोदाम में कई गंभीर शिकायतों की सूचना पर कार्रवाई के लिए पहुंची एसीबी को यहां कोई अनियमितता नहीं मिली। शिकायतकर्ता ने एसीबी में करीब आधा दर्जन शिकायतें दर्ज कराई थी। इसके बाद मंगलवार सवेरे करीब साढ़े ग्यारह बजे एसीबी टीम डीएसपी तुलसाराम के नेतृत्व में ऑयल मिल स्थित विभाग के गोदाम पर पहुंची। टीम ने यहां गोदाम को बंद कर एक-एक रिकॉर्ड जांचा और मैनेजर से लेकर मजदूरों और ट्रक ड्राइवरों के बयान लिए। शेषत्नपेज १३


रात आठ बजे तक चली इस कार्रवाई के बाद डीएसपी तुलसाराम ने बताया कि जो भी शिकायतें की गई थीं, उनमें से किसी का सत्यापन यहां नहीं हुआ। कार्रवाई के दौरान गोदाम में करीब 40 लोगों के बयान लिए गए।

नौ घंटे कार्रवाई, नतीजा जीरो

एसीडी ने करीब नौ घंटे तक कार्रवाई की, जिसका नतीजा जीरो निकला। इस दौरान स्टाफ, ट्रक ड्राइवर, रिटेलर, लेबर और सुपरवाइजर तथा मैनेजर जगदीश चारण के बयान लिए गए। रिकॉर्ड जांचा गया। गोदाम से मिलान किया गया, लेकिन कुछ भी नतीजा नहीं निकला। कार्रवाई के दौरान एसीडी की टीम में सीआई जितेंद्र सिंह, कांस्टेबल अशोक कुमार और तेजाराम समेत अन्य लोग शामिल थे।

इन शिकायतों की जांच के लिए पहुंची एसीबी ने इनमें से एक को भी सही नहीं बताया है। डीएसपी तुलसाराम ने बताया कि सारे रिकॉर्ड और बयान के बाद शिकायत का सत्यापन नहीं हो पाया।

रिटेलर से पांच सौ रुपए ज्यादा लेने का कोई मामला सामने नहीं आया।

लेबर डेढ़ रुपए लेती है। नियमानुसार एक रुपया 30 पैसा तय है। इसलिए यह ज्यादा गंभीर मामला नहीं बना।

मैनेजर के हिस्से की बात भी कहीं सामने नहीं आई।

बोतलों की टूट फूट भी ज्यादा नहीं मिली। 10 प्रतिशत तक तो छूट होती है।

बॉर्डर के गांवों में उतनी ही शराब भेजी गई जितनी मांग थी।

अवैध शराब की सप्लाई और रिश्वत के भी किसी मामले का खुलासा नहीं हुआ।

शिकायत कर्ता ने जो शिकायतें की वे काफी गंभीर शिकायते हैं। इनमें बताया गया कि किस प्रकार से माल बेचने के लिए बॉर्डर के इलाकों में अवैध दुकानों पर सप्लाई की जाती है और किस प्रकार से गोदाम में हर काम के लिए रिश्वत ली जा रही है।

गोदाम में प्रत्येक रिटेलर से पांच सौ रुपए अतिरिक्त लिए जाते हैं।

लेबर रिटेलर और ट्रक ड्राइवरों से अतिरिक्त चार्ज लिया जाता है।

लेबर जो चार्ज लेती हैं उसमें से कुछ हिस्सा मैनेजर का भी होता है।

बोतलों की टूट फूट कम होती है और ज्यादा बता दी जाती है।

माल बेचने के लिए बॉर्डर के गांवों में ज्यादा सेल की जा रही है।

गोदाम से अवैध सप्लाई भी की जाती है और विभिन्न कामों के लिए रिश्वत ली जाती है।

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