अब गुजरात में भी नहीं हो सकेगा भ्रूण परीक्षण,डीएम ने भेजी चिट्ठी
कलेक्टर ने अहमदाबाद व बनासकांठा कलेक्टर को भेजा पत्र
बाड़मेर बाड़मेर जिले से लगते गुजरात के कई तालुको में चल रहे अस्पताल बाजारों में खुले आम कन्या भ्रूण लिंग जांच को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए गुजरात के कई ताल्लुको के जिला कलेक्टरों को पत्र लिख कर इन पर अंकुश लगा कर सहयोग की मांग की हें उलेखनीय हें की बाड़मेर जिले के पचास फीसदी से अधिक मरीजो का उपचार डीसा धानेरा पालनपुर आदि स्थानों पर होता हें लिंगानुपात में लगातार गिरावट व सोनोग्राफी सेंटरों पर बरती जाने वाली अनियमितता सामने आने पर प्रशासन ने सख्त रूख अख्तियार किया है।जिले में भ्रूण परीक्षण को लेकर लागू किए गए कड़े नियमों से बचने के लिए लोग पड़ोसी राज्य के जिलों में लिंग परीक्षण करवाने जाते हैं। इसकी भनक पडऩे पर कलेक्टर ने बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को पत्र भेजकर आगाह किया है कि भ्रूण परीक्षण का मामला सामने आने पर तुरंत सूचना दे ताकि कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
पड़ोसी राज्य गुजरात के धनेरा, डीसा, पालनपुर व अहमदाबाद में भ्रूण परीक्षण करवाने की शिकायतें सामने आने पर प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए वहां के सोनोग्राफी सेंटर संचालकों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है। कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने हाल ही में बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को भेजे पत्र में बताया कि बाड़मेर जिले से भ्रूण परीक्षण के केस उनके क्षेत्र के हॉस्पिटलों में आए तो उसकी तुरंत सूचना दें ताकि भ्रूण परीक्षण पर रोक लगाने के साथ दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके । पत्र में लिखा है कि राजस्थान में भ्रूण परीक्षण पर अंकुश लगाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही है। यह संवेदनशील मुद्दा है। ऐसे में सभी का सहयोग अपेक्षित है।
॥भ्रूण परीक्षण की रोकथाम को लेकर बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को पत्र भेजे हैं। उन्हें आगाह किया गया है कि उनके क्षेत्र के हॉस्पिटल में बाड़मेर जिले का भ्रूण परीक्षण केस सामने आने पर तत्काल सूचना दें। जिसके आधार पर कार्रवाई की जा सके।
डॉ. वीणा प्रधान कलेक्टर बाड़मेर।
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