बुधवार, 30 मई 2012

शादी मेरी मर्जी से पंचों की पंचायती से नहीं


शादी मेरी मर्जी से पंचों की पंचायती से नहीं


सामाजिक बंदिशों को तोड़ न्याय की चौखट पहुंची तीजों ञ्चकलेक्टर के समक्ष बया की दास्तां

बाड़मेर  पढऩे लिखने की उम्र में मैं शादी नहीं रचाना चाहती हूं, मगर मेरे रिश्तेदार व समाज के मौजिज लोग इच्छा विरुद्ध शादी करने का दबाव बना रहे हैं। मेरे माता पिता भी नहीं चाहते है कि मेरी शादी हो। मगर जातीय पंच समाज से बहिष्कृत करने की धमकियां देकर पिता को प्रताडि़त कर रहे हैं। मैं न्याय की उम्मीद के साथ आई हूं। अगर मेरी शादी हुई तो मैं जान दे दूंगी। यह दास्तां रतेऊ निवासी तीजो ने मंगलवार को कलेक्टर के समक्ष बया की। कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में तीजो ने बताया कि मेरी उम्र 17 वर्ष है। मैं अभी शादी नहीं करना चाहती । जब भी शादी करनी होगी मेरी मर्जी से करूंगी। लेकिन मेरे रिश्ते में दादा व पड़ोसी खेताराम निवासी रतेऊ मेरी शादी हरचंदराम पुत्र पेमाराम जाट निवासी भणियाणा तहसील पोकरण के साथ जबरदस्ती करवाना चाहते हैं। उसने बताया कि जिसके साथ शादी की बात कर रहे है वह लड़का मेरी उम्र से बीस साल बड़ा है। इतना ही नहीं मैं उसे पसंद भी नहीं करती । बावजूद इसके खेताराम व हरचंद मेरे माता पिता पर शादी के लिए दबाव बना रहे हैं। तीन चार दिन पहले ही उक्त लोगों ने अपने साथियों के साथ मिलकर मेरे माता पिता को धमकी दी है कि अगर तुमने शादी हरचंद के साथ नहीं की तो तुम्हे समाज से बहिष्कृत कर देंगे। ऐसे में खेताराम, हरचंद व पेमाराम को पाबंद किया जाए। साथ ही मेरी इच्छा विरुद्ध हो रही शादी को रोका जाए। तीजो ने बताया कि अगर उसकी शादी हरचंद से की तो वह जान दे देगी।


तीजो को न्याय जरूर मिलेगा
॥तीजो अपने पिता के साथ आई थी। वह शादी नहीं करना चाहती । मैने तुरंत संबंधित संस्था को निर्देशित किया है। साथ ही धमकियां देने वाले व जबरदस्ती शादी करवाने वालो को पाबंद किया जाएगा। लड़की की इच्छा के अनुसार ही शादी होगी।

डॉ. वीणा प्रधान, कलेक्टर बाड़मेर

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