रविवार, 20 अक्टूबर 2013

रिश्वत लेते कनिष्ठ अभियंता पकड़ा

रिश्वत लेते कनिष्ठ अभियंता पकड़ा

जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यरो ने डूंगरपुर जिले में बिजली विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता को चार हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

ब्यरो के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राजस्थान राज्य विद्युत वितरण निगम अजमेर के डुंगरपुर जिले के चिकली में पदस्थापित कनिष्ठ अभियंता रामनारायण मीणा ने बावडी निवासी एवं परिवादी देवा से कृषि कनेक्शन एवं ट्रांसफार्मर देने की एवज में चार हजार रूपए की रिश्वत मांगी।

सूत्रों ने बताया कि परिवादी की शिकायत पर ब्यरो की डूंगरपुर टीम ने मीणा को उनके कार्यालय से अन्य जगह चिकरी में परिवादी से रिश्वत के चार हजार रूपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

बाड़मेर जैसलमेर की टिकट लगभग फाइनल ?


बाड़मेर जैसलमेर की टिकट लगभग फाइनल ?


बाड़मेर आगामी विधानसभा चुनावो में कांग्रेस और भाजपा ने अपने भावी उम्मीदवारों की सूचियों को अंतिम रूप दे दिया हें। सूत्रानुसार बाड़मेर से कांग्रेस के वर्तमान विधायक मेवाराम जैन और भाजपा की डॉ प्रियंका चौधरी के बीच मुकाबला होने की संभावना हें। चौहटन में कांग्रेस के वर्तमान विधायक पदमाराम और भाजपा के तरुण कागा ,शिव विधानसभा में भाजपा से पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह और कांग्रेस के अमिन खान ,पचपदरा से कांग्रेस के मदन प्रजापत और भाजपा के अमराराम गुडा मालानी से कांग्रेस के हेमाराम चौधरी और भाजपा के लादूराम विश्नोई ,बायतु से कांग्रेस के कर्नल सोनाराम चौधरी और भाजपा के बालाराम मुंढ ,सिवाना से भाजपा के विधायक कान सिंह और कांग्रेस के बालाराम का प्रत्यासी बनाना लगभग तय हें। विशेष परिस्तिथियों में पचपदरा और गुडा मालानी के प्रत्यासी बदल सकते हें।


जैसलमेर जिले की जैसलमेर विधानसभा से छोटू सिंह भाटी और कांग्रेस से सुनीता बहती और पोकरण से साले मोहम्मद / और भाजपा के शैतान सिंह आमने सामने होने की संभावनाए हें

मस्जिद कमेटियों को तलाक संबंधी फतवे जारी करने का अधिकार नहीं: अदालत



मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने अपने एक अहम फैसले में कहा है कि मुस्लिम पसर्नल ला के तहत मस्जिद कमेटियों को तलाक से संबंधित फतवे जारी करने का कोई संवैधानिक अधिकार नहीं है.
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय
न्यायाधीश अजित सिंह एवं संजय यादव की युगलपीठ ने जारी आदेश में कहा है कि तलाक के फैसले जारी करने का हक अदालतों को है. मस्जिद कमेटियों किसी भी तरह सिविल अदालत के रुप में कार्य नहीं कर सकती हैं.

भोपाल निवासी मोहम्मद जहीर खान कोटी की तरफ से वर्ष 2009 में दायर की गयी जनहित याचिका में कहा गया था कि राज्य शासन ने वर्ष 1980 में अधिसूचना जारी कर मस्जिद कमेटी भोपाल को भोपाल, रायसेन एवं सिहोर जिलों में स्थित मस्जिदों की देख-रेख की जिम्मेदारी दी थी.

याचिका में कहा गया है कि नियमों के अनुसार, मस्जिद कमेटी को तलाक के मामलों में दखल देने का हक नहीं था, लेकिन इसके बावजूद भी मस्जिद कमेटी ने दारुल कजा एवं दारुल इफतर नामक दो उप इकाईयों का गठन किया. दारुल कजा ईकाई तलाक के मामलों की सुनवाई करने तथा दारुल इफतर फतवे जारी करने लगे, जो अवैधानिक एवं नियम विरुद्ध है.

न्यायालय में लंबित प्रकरणों में भी मस्जिद कमेटी के द्वारा जारी तलाकनामे को दस्तावेज के रुप में प्रस्तुत किया गया. युगलपीठ ने याचिका की सुनवाई करते हुए मंगलवार को अपने फैसले में कहा है कि मस्जिद कमेटियां समानांतर अदालतें नहीं चला सकती है. वह आपसी सहमति के तहत दोनों पक्षों में समझौता करवाने के लिए स्वतंत्र है.

युगलपीठ ने संबंधित पक्षकारों को यह स्वंतत्रता दी है कि वह चाहे तो इन कमेटियों के फैसलों को सक्षम अधिकरण में चुनौती दे सकते है.


...तो दूसरी पत्नी को मिलेगा भरण पोषण

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक महत्वपूर्ण आदेश में कहा है कि अगर कोई व्यक्ति अपनी पहली शादी छुपाकर दूसरी शादी करता है तो वह गैरकानूनी तो है ही,लेकिन हिंदू विवाह अधिनियम के तहत दूसरी को कानूनी तौर पर पत्नी माना जाएगा और वह भरण पोषण पाने की हकदार होगी। ...तो दूसरी पत्नी को मिलेगा भरण पोषण
जस्टिस रनजना प्रकाश देसाई और जस्टिस ए के सीकरी की खंडपीठ ने कहा कि कोर्ट का वह फैसला जिसमें कहा गया था कि दूसरी पत्नी को भरण पोषण नहीं मिलेगा,वह उन मामलों पर लागू नहीं होगा जिनमें कोई पुरूष पहली शादी छुपाकर दूसरी शादी करता है।

कोर्ट ने कहा कि अगर यह व्याख्या को कोई नहीं मानता है तो इसका मतलब होगा कि पति को पत्नी को धोखा देने के मामले में लाभांश देना। इसलिए सीआरपीसी की धारा 125 (भरण पोषण) के तहत ऎसी महिलाओं को कानूनी रूप से पत्नी माना जाएगा।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला उस याचिका पर दिया है जिसमें बंबई हाई कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी गई थी जिसमें पहली शादी छुपाकर दूसरी शादी करने के आरोप में एक व्यक्ति को दूसरी पत्नी को भरण पोषण देने का आदेश दिया था।

बाड़मेर में डेंगू के दो मामले एक चिकित्सक पुत्री

बाड़मेर में डेंगू के दो मामले एक चिकित्सक पुत्री 

बाड़मेर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर डेंगू का कहर शुरू हो गया। बाड़मेर के एक निजी चिकित्सालय में डेंगू के दो मरीज भर्ती हें जिसमे एक चिकित्सक की पुत्री हें ,लम्बे समय से चिकित्सा एवम स्वास्थ्य विभाग वायरस जनित बीमारी डेंगू पर अंकुश के तमाम दावे निराधार साबित हो रहे हें। पूर्व में बालोतरा , सिवाना जसोल में डेंगू के मरीज बड़ी तादाद में सामने आये थे । कई अभी भी पीड़ित हें। मगर जिला मुख्यालय पर डेंगू के मामले सामने आने के बावजूद विभाग उस पर पर्दा डाल नकारता रहा। बाड़मेर शहर स्थित सागर हॉस्पिटल में डेंगू के दो मरीज अपना उपचार करा रहे हें जिनमे एक चिकित्सक डॉ भानु प्रकाश बंसल की पुत्री हें। बाड़मेर शहर के यह दो प्रमाणित डेंगू केस हें। 

मां से खफा हो घर से निकली,लुटी आबरू

मां से खफा हो घर से निकली,लुटी आबरू

बरेली। 15 साल की एक किशोरी मां से किसी बात पर नाराज होकर घर से चुपचाप बाहर निकल गई। घर वालों ने जब उसे तलाशा पर वह नहीं मिली। और जब मिली तब तक उसके साथ वारदात घटित हो चुकी थी। मामला उत्तर प्रदेश में बरेली के फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र का है जहां कुछ अज्ञात लोगों ने एक नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया।

आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि कुरतरा गांव की निवासी 15 साल की एक किशोरी बीती रात अपने घर से चुपचाप निकल गई थी। वह मां किसी बात पर नाराज होकर बिना बताए रामलीला मेले में चली गई।

किशोरी शनिवार सुबह भिटौरा फाटक के निकट बदहवास अवस्था में मिली और उसके साथ दुष्कर्म करने वाले फरार हो गए थे। गंभीर हालत में किशोरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस सिलसिले में मुकदमा दर्ज कर पुलिस फरार अभियुक्तों की तलाश कर रही है।

पचपदरा में कांग्रेस के पास उम्मीदवार का टोटा ?किस पर खेले दांव असमंज की स्थति

पचपदरा में कांग्रेस के पास उम्मीदवार का टोटा ?किस पर खेले दांव असमंज की स्थति

अब तक चुनावो में जो मुख्यमंत्री बालोतरा आया वापस सत्ता में नहीं आ पाया 

बाड़मेर राजस्थान में कांग्रेस की सर्वाधिक प्रतिष्ठा की सीट पचपदरा कांग्रेस के लिए गले की हड्डी बन गयी हें। पचपदरा में रिफायनरी का शिलान्यास श्रीमती सोनिया गाँधी के हाथो करने के बाद से यह सीट कांग्रेस के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठा की बन गई ,साथ ही कांग्रेस रिफायनरी स्थापना को विकास मॉडल के रूप में दर्शा कर राजस्थान भर में चुनाव लड़ रही हें ,कांग्रेस इस सीट पर हर हाल में जीत चाहती हें ,पचपदरा के वर्तमान विधायक मदन प्रजापत के खिलाफ स्थानीय कांग्रेस नेता जबरदस्त लामबंद होकर दिल्ली जयपुर में डेरा जमाये हें वाही मदन प्रजापत अपनी टिकट बहाली के लिए पूरा जोर लगा रहे हें। पचपदरा के लिए अशोक गहलोत अपने पुत्र वैभव गहलोत के लिए गोपनीय सर्वे करवा चुके हें। सर्वे में कांग्रेस को रहत के आसार नज़र नही आये। गहलोत ने कुछ नामो पर चर्चा की मगर उम्मीदवार पचपदरा से लड़ने के इच्छुक नहीं। कांग्रेस सतही स्तर पर मजबूत और लोकप्रिय उम्मीदवार की तलाश में हें। अशोक गहलोत की निगाहें सांसद हरीश चौधरी पर ठहरी हें मगर हरीश चौधरी बायतु से लड़ने के इच्छुक बताये जा रहे हें ,ऐसे में पचपदरा से किसे मैदान में उतारे कांग्रेस के सामने संकट हें। ऐसी स्थति में पचपदरा की पूर्व विधायक और जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर कांग्रेस का बेहतर विकल्प साबित हो सकती हें। मदन कौर राजी नहीं होती हें तो मदन प्रजापत कांग्रेस की अंतिम पसंद हो सकते हें। भाजपा के अमराराम पहले से बढ़त ले चुके हें हालांकि उनके नाम की घोषणा भाजपा ने नहीं की मगर भाजपा के पास दूसरा विकल्प भी नहीं हें। रिफायनरी के शिलान्यास के साथ यह किद्वंती जुड़ गयी की जो मुख्यमंत्री बालोतरा में चुनाव मीटिंग करने अब तक आये वो वापस मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। गत चुनावो में वसुंधरा राजे भी बालोतरा आई थी उन्हें इस किदवंती की जानकारी दी तो उन्होंने इसे अंधविश्वास बता कर ताल दिया ,आख़िरकार बात सच साबित हुई ,इस बार रिफायनरी शिलान्यास के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनावी आगाज़ पचपदरा से किया हें। उनकी स्थति चुनावो के बाद पता चलेगी ,बहरहाल कांग्रेस को सशक्त दावेदार की जरुरत हें पचपदरा में। भगाराम पंवार एंड पार्टी मदन प्रजापत की जोरदार मुखाफलत कर रहे हें। वो किसी भी सूरत में उन्हें टिकट लेने नहीं देना चाहते। 

पोकरण साले मोहम्मद की जगह अब्दुला फ़क़ीर की संभावनाए बढ़ी ?


पोकरण साले मोहम्मद की जगह अब्दुला फ़क़ीर की संभावनाए बढ़ी ?




बाड़मेर आगामी एक दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनावो में जैसलमेर जिले की पोकरण विधानसभा सीट पात्र क्षेत्रीय विधायक साले मोहम्मद पर तलवार लटक गई। हें साले मोहमद परिवार की जाँच रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा तलब करने के बाद राज्य की सियासी गलियारे में हलचल मच गयी। राहुल गांधी के फोर्मुले में साले मोहम्मद पर दो नियम लागु हो रहे हेह ,गत चुनाव एक हज़ार मतो से कम अन्तराल  से जीते ,दूसरा उन पर पाक नागरिक को पनाह देना। गत दिनों राष्ट्रिय चेनल ने गाजी परिवार के छोटे पुत्र के घोटालो पर समाचार भी दिखाया था। कांग्रेस सेल मोहम्मद को बिठा कर अब्दुलाह फ़क़ीर को उतार सकती हें। चर्चा हें इस पर स्क्रीनिंग कमिटी की बैठक में चर्चा भी हुई। साले मोहम्मद डेरा डाले हें। उन्हें टिकट का पक्का आश्वासन नहीं मिल रहा।

विराट कोहली बढ़ाएंगे सीमा सुरक्षा बल के जवानों का हौंसला



भारतीय क्रिकेट टीम के उप कप्तान और स्टार क्रिकेटर विराट कोहली को सीमा सुरक्षा बल ने अपना ब्रांड एंबेडसर बनाया है। अब बॉर्डर क्षेत्रों में कोहली के पोस्टर नजर आएंगे और वे सीमा सुरक्षा बल के जवानों के साथ मिलकर उनकी हौसला अफजाई भी करेंगे।

कोहली अगले सप्ताह तक पाक से सटे राज्य के जैसलमेर, बाड़मेर और गंगानगर जिलों में सीमा सुरक्षा बल के जवानों के साथ दो दिन तक रहेंगे। राजस्थान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा से बढ़ती घुसपैठ की घटनाओं को देखते हुए दो दिन पहले ही बाड़मेर में एक नई चौकी स्थापित की गई।

दो दिन पहले सीमा के दौरे पर आए सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक सुभाष जोशी ने कहा कि समय के साथ-साथ सीसुब को हाईटेक बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। सीसुब के आधुनिकीकरण के लिए 4 हजार करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है।

नक्सली हमलों से उत्पन्न अस्थिरता, आतंकी गतिविधियों और सीमा पर दुश्मनों के नापांक इरादों से निपटने में जुटे सीमा प्रहरियों के लिए बीएसएफ ने सुविधाओं में इजाफा किया है। आधुनिक सुविधाओं से युक्त नई चौकियां निर्मित की गई है।

भारत-रूस 19 से करेंगे संयुक्त सेना अभ्यास

पश्चिमी राजस्थान में रेतीले धोरों से आच्छादित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत-रूस की सेना दस दिन तक संयुक्त अभ्यास करेगी। दक्षिणी-पश्चिमी कमान के तत्वावधान में सैन्य अभ्यास 'इन्द्र-2013' आज से शुरू हुआ और 28 अक्टूबर तक चलेगा। मुख्य सैन्य अभ्यास 23 से 25 अक्टूबर के बीच होगा। इस अभ्यास में रूस की पूर्वी सेना कमाण्ड के 250 जवान हिस्सा लेंगे।

अभ्यास में भारतीय सेना की ओर से टी-72 टैंक और थल सेना के बीएमपी-2 के और बीएमपी-2 जैसे युद्धक वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। इसमें दोनों देशों की मैकेनाइज्ड फोर्स शामिल होगी। भारत-रूस की सेना का इन्द्र श्रृंखला का यह सातवां अभ्यास होगा।

100 साल से मजार पर इबादत करते हैं हिंदू.

रायपुर। यहां न सांप्रदायिकता के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करने का छलावा है, न जाति और धर्म के नाम पर लोग लड़ाईयां लड़ते हैं, क्योंकि यहां मानवता सबसे बड़ा धर्म है, हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के पिनकापार गांव की जहां "जलालुद्दीन बगदाद वाले बाब की मजार" है, जो पिछले 10 दशक से दुनिया को एकता का संदेश दे रही है।100 साल से मजार पर इबादत करते हैं हिंदू...
क्या है इस मजार की खासियत, क्या है यहां की परंपरा, आईए देखते हैं-

बालोद जिले के पिकनापार गांव में "जलालुद्दीन वाले बाबा की मजार" वो स्थान है, जहां पिछले 100 साल से मजार की देखभाल हिंदू कर रहे हैं, पैसा इक ट्ठा करने से लेकर व्यवस्था के तमाम कामों को करने के लिए एक समिति भी काम करती है। खास बात यह है कि लगभग 440 परिवारों के इस गांव में एक ही मुस्लिम परिवार रहता है, अमन-चैन का संदेश देते हुए यहां के हिंदू परिवार मजार पर अगरबत्ती और धूपबत्ती जलाकर इबादत करते हैं।

विश्वास करते हैं लोग

गांव के प्रेमपाल, देवांगन, झाड़ूराम, बसंत देशमुख ने बताया कि 1905 में मिट्टी से बनी मजार को अब सीमेंट और पत्थर से बना दिया गया है। दूसरे स्थानीय लोगों का कहना है कि संकट के समय जो लोग फरियाद लेकर यहां आते हैं, उनकी मुराद जरूर पूरी होती है।

होटल में दानपात्र

पिकनापार के पास जेवरतला गांव के रहने वाले धनराज ढोबरे का कहना है कि मैं सुकून पाने के लिए पिछले 26 सालों से इस मजार पर मत्था टेकने जाता हूं, वहीं इतवारी रजक ने इस मजार के लिए अपने होटल में दानपात्र बना रखा है।

यहां के हिंदू परिवार मंदिर के प्रति जितना समर्पण रखते हैं, उसी तरह मजार पर इबादत करने में भी पीछे नहीं हैं। यहां के हिंदू समूचे देश को प्यार और इंसानियत का बड़ा पाठ पढ़ा रहे हैं।

जो गए बॉर्डर पार, उनसे नहीं सरोकार?

बाड़मेर। भगु, टीला और साहू की एक छोटी-सी गलती वर्षाें की सजा बन गई। वे पाकिस्तान की जेलों में सजा भुगत रहे हैं और उनके परिजन यहां हिन्दुस्तान में जुदाई की पीड़ा भोग रहे हैं। परिजनों की पीड़ा यह जानकर और बढ़ जाती हैकि उनकी पैरोकारी करने वाला कोई नहीं है। हालत यह हैकि राज्य सरकार ने इन मामलों को इस तरह केन्द्र सरकार के भरोसे छोड़ दिया है, जैसे उसे इनसे कोई सरोकार ही नहीं है।जो गए बॉर्डर पार, उनसे नहीं सरोकार?
केस-1

चौहटन तहसील के धनाऊ गांव का रहने वाला भगुसिंह पुत्र होथीसिंह रावणा राजपूत वर्ष 1984 से पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में निरूद्ध है। बॉर्डर पर तारबंदी होने से करीब एक दशक पहले वह गलती से पाक सीमा में चला गया। पाक रैंजर्स ने उसे पकड़ लिया और जेल में डाल दिया।

केस-2

चौहटन तहसील के ही बींजराड़ थाना क्षेत्र के निम्बाला गांव का रहने वाला टीलाराम पुत्र किरताराम भील वर्ष 198 7 में अपनी बकरियां ढूंढते हुए पाक सीमा में चला गया। पाक रैंजर्स ने उसे पकड़ लिया। उसके बाद उसका क्या हुआ, वह किस जेल में बंद है, इसे लेकर कोई जानकारी नहीं है।

केस-3

बींजराड़ थाना क्षेत्र के सरूपे का तला गांव का रहने वाला साहूराम पुत्र रूपाराम मेघवाल वर्ष 1992 में जंगल में लकडियां लेने के लिए गया था। वह पाकिस्तान सीमा में चला गया। पाक रैंजर्स ने उसे पकड़ लिया। साहूराम की कहानी भी टीलाराम की ही तरह है। वह किस जेल में है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।


राज्य सरकार ने पल्ला झाड़ा

बायतु विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी ने इन मामलो को लेकर विधानसभा में प्रश्न उठाया तो राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ दिया। जवाब में बताया कि पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीय नागरिकों को पुन: देश लाने संबंधी कार्यवाही भारत सरकार के स्तर पर सम्पादित की जाती है। 21 मई 2008 को भारत व पाक सरकार के मध्य हुए अनुबंध के तहत दोनों देशों की सरकारों द्वारा प्रतिवर्ष एक जनवरी व एक जुलाई को दोनों देशों के बंदियों की सूचियो का आदान-प्रदान किया जाता है। सूची में अंकित बंदियों की सजा समाप्त होने एवं नागरिकता निर्घारित होने के बाद उन्हें अपने देश में प्रत्यावर्तित किए जाने का निर्णय संबंधित देश की सरकार द्वारा किया जाता है।

टीला व साहू सूची में नहीं

हैरत की बात यह हैकि टीलाराम व साहूराम पाकिस्तान सरकार की सूची में ही नहीं है। पाकिस्तान सरकार भारतीय बंदियों की जो सूची भारत सरकार को उपलब्ध करवाती है, उसमें टीला व साहू का कभी नाम नहीं आया। आश्चर्यजनक पहलू है कि राजस्थान की सरकारों ने अपने इन नागरिकों का पता लगाने के लिए कभी ठोस पैरवी नहीं की। जहां तक भगुसिंह का प्रश्न हैतो राज्य का गृह विभाग प्रवासी भारतीय कार्य मंत्रालय को वर्ष में एकाध बार पत्र भेजकर अपने कत्तüव्य की इतिश्री कर रहा है।

मजबूत पैरवी करे सरकार

पाक जेलों में निरूद्ध निर्दाेष भारतीय नागरिकों की रिहाई के लिए राज्य सरकारों को मजबूत पैरवी करनी चाहिए। जिनके बारे में कोईजानकारी नहीं है, उनका पता लगाना चाहिए।
-कर्नल सोनाराम चौधरी, विधायक, बायतु

पैरवी करता रहा हूं

पाक जेलों में निरूद्ध भारतीय नागरिकों की वतन वापसी के लिए पैरवी करता रहा हूं। बाड़मेर-जैसलमेर के कुछ लोगों की वापसीभी हुई है। जिनकी वापसी नहीं हो सकी है, उनकी वापसी के लिए पूरी पैरवी करूंगा।
-मानवेन्द्रसिंह, पूर्व सांसद

शनिवार, 19 अक्टूबर 2013

खाप का फरमान, जीन्स, टीशर्ट और स्कर्ट ना पहनें लड़कियां



रोहतक। समान गोत्र में शादी करने वाले जोडे की हत्या के बाद हरियाणा की खाप पंचायत ने नया फरमान जारी किया है। इस फरमान के जरिए लड़कियों के पहनावे के ऊपर तमाम प्रतिबंध लागू किए गए हैं।
खाप का फरमान, जीन्स, टीशर्ट और स्कर्ट ना पहनें लड़कियां


राज्य की दो जाति महासभाओं ने महिलाओं के लिए नए ड्रेस कोड का फरमान सुनाया है। साथ ही कॉलेज जानी वाली लड़कियों पर नजर रखने के लिए पुरूषों को नियुक्त किया है।




एक अंग्रेजी समाचार पत्र से बातचीत में बारह बिरोहर खाप के उपाध्यक्ष राजिंदर सिंह ने कहा, हमारा मानना है कि लड़कियां सिर से पांव तक ढकी होनी चाहिए। साथ ही उन्हें ऎसे कपड़े नहीं पहनने चाहिए जो मर्दो को आकर्षित करें। उनका कहना था कि लड़कियों के सिर्फ हाथ दिखने चाहिए। यहां तक कि उनकी आंखें भी घूंघट या नकाब के तले ढकी होनी चाहिए।




खबर के मुताबिक 10 साल से ऊपर की लड़कियों को सिर्फ सलवार कमीज पहनना चाहिए। ना कि जीन्स या टी शर्ट। खाप पंचायत की एक शाखा के सदस्य का कहना था कि हम उन लड़कियों पर नजर रख रहे हैं जो घर से सलवार कमीज में निकलती है और शहर जाकर दुकानों पर पश्चिमी कपड़े पहन लेती हैं।




खाप का कहना था कि हमने स्कूल और कॉलेजों को निर्देश जारी कर लड़के और लड़कियों के लिए अलग अलग बसें चलाने का निर्देश दिया है।




गौरतलब है कि रोहतक के घरनावाथी में 18 सितंबर को एक जोड़े की नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई। इसके बाद नए फरमान जारी किए गए हैं। 20 साल की निधि बरक की हत्या उसके घरवालों ने ही कर दी। उसके बाद 23 साल के धर्मेन्द्र को भी मौत के घाट उतार दिया। प्रेम के बाद शादी करने वाले निधि और धर्मेन्द्र के गोत्र समान थे।

कलयुगी मां-बाप की शर्मनाक हरकत

बीजिंग। चीनीयों को अक्सर सरेआम बेहुदा हरकतें करते हुए आप ने बहुत बार सुना होगा लेकिन एक चीनी दंपती की इस हरकत के बारे में सुनकर एकबारगी तो आप यकीन नहीं कर पाऎंगे। लोग अपने शौकों को पूरा करने के लिए चोरी करते हैं , डाका डालते है या और भी न जाने क्या क्या लेकिन इस चीनी दंपती ने तो अपनी नवजात बच्ची को ही बेच डाला।
इस कलयुगी चीनी दंपती, जिनके कि पहले से दो संताने थीं, ने अपनी तीसरी संतान, जो कि एक बच्ची थी, को उसके होने से पहले ही 5 लाख रूपए में बेच दिया। इन रूपयों का इस्तेमाल उन्होने महंगे आइफोन, स्पोर्ट शूज और कई तरह के महंगे सामान खरीदने के लिए किया। इस दंपती का कहना है कि वह बेरोजगार होने की वजह से अपनी तीसरी संतान का खर्चा वहन नहीं कर सकते थे।

इस दंपती ने अपनी इस संतान की ऑनलाइन बोली लगाई और उसके पैदा होने के बाद सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले कस्टमर को बच्ची हवाले कर दी। इसके साथ ही इन्हे इनके अकाऊंट में सारा पैसा रिसीव हो गया।

इस दंपती पर शंघाई में मानव तस्करी का केस दर्ज कर इन्हे गिरफ्तार कर लिया गया है।

2012 में हुए एक ऎसे ही मामले में एक चीनी युवा ने आइफोन खरीदने के लिए अपनी किडनी ही बेच डाली थी।

"सुहागरात"पर किसी और कि बाहों में दुल्हन!

"सुहागरात"पर किसी और कि बाहों में दुल्हन!

बीजिंग। दिन सुहागरात का और दुल्हन किसी और कि बाहों में हो तो दूल्हे पर क्या बीतेगी। कुछ ऎसा ही वाक्या चीन की गुंआंजी प्रांत में ही हुआ। चीन के गुंआंजी प्रांत में शादी की रात दुल्हन गलती से अपने पति के पास न जाकर दूसरे शख्स के बिस्तर में पहुंच गई। दुल्हन जिस शख्स के पास पहुंची उसने शादी के दौरान बेस्ट मैन की भूमिका अदा की थी।

30 अगस्त को वू और हुआंग की शादी हुई थी, जिसमें बेस्ट मैन रूआन था। शादी की रात रूआन, वू के घर रूक गया। गांव में लोग गरीबी की हालत में रहते हैं, इसलिए कमरों के बीच दीवार नहीं परदे थे और घर के सभी लोग एक बाथरूम को इस्तेमाल करते थे।

उस रात दो बजे हुआंग बाथरूम के लिए उठी, लेकिन लौटते हुए गलती से रूआन के बेड में पहुंच गई। हुआंग ने रूआन को प्यार करना शुरू किया और रूआन भी ख्वाब में उत्तेजित होकर उससे हकीकत में प्यार करने लगा। दोनों ने सेक्स किया और उसके बाद सो गए।

सवेरे जब रोशनी हुई, तो हुआंग चिल्लाई लगी और कहने लगी कि रूआन ने उसके साथ बलात्कार किया गया है। वू की आवाज सुनकर परिजन तुरंत पहुंचे और रूआन को पकड़ लिया। बाद में वू और हुआंग ने पुलिस में मामला दर्ज कराया।

नैपो काउंटी के पीपल्स कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई की, जिसमें दुल्हन ने सुहागरात के वक्त बेस्ट मैन के साथ यौन संबंध बनाए थे। हालांकि दुल्हन का आरोप है कि बेस्ट मैन ने उससे बलात्कार किया, लेकिन अदालत ने इस दलील को खारिज कर दिया।

सेक्स रैकेट का भंडाफोड़,10 अरेस्ट

सेक्स रैकेट का भंडाफोड़,10 अरेस्ट

जयपुर। विद्याधर नगर थाना पुलिस ने शुक्रवार को दो युवकों को बाल यौन शोषण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी नाबालिग लड़कियों की सप्लाई करते थे और देहशोष्ाण के लिए मजबूर करते थे।

मामले की जांच कर रहे एसीपी कोतवाली खींव सिंह ने बताया कि गत 11 अक्टूबर को विद्याधर नगर थाना क्षेत्र स्थित सीकर रोड पर देहव्यापार का भंडाफोड़ करते हुए दो युवकों सहित आठ युवतियों को गिरफ्तार किया गया था।

जिसमें से दो युवतियां नाबालिग थी। उन्हें उक्त गिरोह के चंगुल से मुक्त करवाकर रिपोर्ट दर्ज की गई थी और बाल यौन शोष्ाण अधिनियम के तहत जांच की जा शुरू की गई।

इस संबंध में पुलिस ने तफ्तीश करते हुए कालवाड़ रोड स्थित एक होटल में कार्य करने वाले सीकर निवासी प्यारेलाल और एक अन्य आरोपी सुरेश को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि पीडित लड़कियां बांग्लादेश की रहने वाली थी।

आरोपी प्यारेलाल ने एक लड़की को होटल में एक ग्राहक को सप्लाई किया था और इसके बदले सात हजार रूपए लिए थे। वहीं सुरेश भी लड़की को भांकरोटा में कहीं लेकर गया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।