रविवार, 15 मई 2011

भारत पर हमले की तैयारी में पाक

इस्लामाबाद। भारत द्वारा दाऊद इब्राहिम के ठिकाने पर अमरीका जैसी कार्रवाई करने की आशंका को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तानी संसद में दिए बयान में आईएसआई चीफ शुजा पाशा ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत को जवाब देने के लिए उसके चुनिंदा ठिकानों पर हमला करने की रिर्हसल कर ली है। अगर भारत ऎसी कार्रवाई करता है तो उसके ठिकानो पर हमले की तैयारी पूरी हो चुकी है।

गौरतलब है कि लादेन के पाकिस्तान के एबटाबाद में पाए जाने और अमरीकी कमांडो की कार्रवाई में ओसामा की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए थलसेना अध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने कहा था कि अगर मौका मिला तो भारत की तीनों सेनाएं भी पाक में घुसकर अमरीकी कमांडो जैसे ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम हैं। जनरल सिंह ने यह बात पाकिस्तान में छिपे दाऊद इब्राहिम और 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के बारे मे कही थी।

जनरल सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए आईएसआई चीफ शुजा पाशा ने पाकिस्तानी संसद में कहा कि भारत की ओर से किए गए किसी भी हमले का मुहंतोड़ जवाब दिया जाएगा। पाशा ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। पाशा ने कहा कि भारत पर जवाबी हमले के लिए उसके कुछ ठिकानों की पहचान की जा चुकी है और इसके पूरी रिहर्सल कर ली गई है

My widowed Aunt..by ARJUN SINGH BHATI,JAISALMER


My widowed Aunt

This is the story of my aunt, widowed after 18 years of marriage. And the even sadder story of why, in India, widows are ostracised by their society who believe they are bad luck.
“Are you son of Mr. Laxman Singh?” the doctor asked me. “No, he has no children, I am his wife’s nephew,” I replied. “Then call someone who is a close relation,” the doctor said. I told the doctor all his relatives lived in Jaisalmer, but my aunt is here [in Jodhpur] if he wants to talk to her. The Doctor thought for a while and said: “I am sorry to say both the kidneys of Mr. Laxman Singh have failed and it is better if you take him back to home because there is no more chance.”
I was shocked but with great courage asked the doctor again, what he meant by “no more chance.’ He said Mr. Singh was in his last stage of life and had maybe four or five days more.
I came out of the doctor’s chamber very sad and worried. I went to the general ward where my aunt was sitting near my uncle’s bed. She had not slept for couple of nights and was very tired. She asked me what the doctor told me. I had no words, so I said everything was fine.
When I came out of the hospital I called my father and told him what the doctor told me. He said nothing for a while and then said, “Boy, take care of them till I reach Jodhpur.”
My father arrived the next morning and met with the doctor, who told him there was nothing more to be done. But we told my aunt her husband was doing quite well and that we were going back to Jaisalmer. Tears rolled down her face, she understood this meant she was going to lose her beloved soon.
I still feel guilty about leaving my aunt there alone with my sick uncle. Despite many attempts, they had not been able to have children of their own, and so had treated my sister and I as their own.
A week later we received the news of my uncle’s death. I met my aunt a few days later, she embraced me and wept bitterly. For the next six months she did not leave her house. When she did emerge, clad in black, as dictated by the customs of our society, we took her into our home.
What is the condition of the widows in our society? Widows suffer a very miserable life here in India. She is not allowed to remarry. She is not allowed to wear colourful clothes or jewelry. She is not allowed to attend weddings or festivals. She is not supposed to participate in certain ceremonies like tying the thread during Raksha Bandhan. She is not even allowed to listen to music. If she steps in the way of someone it is a bad omen.
Why? The answer from our social system is she must be punished. Had the person not married this lady, he would have not died. It is believed the widow’s bad luck takes a son from his parents, and a father from his children. Like a compass needle that points north, man’s accusing finger always finds a woman guilty in this male-dominated society.
My aunt suffered the life of a widow for a year. My family and I were very sad for her. Then we all took a challenging decision. We convinced her to find work somewhere. Finally after many social objections she joined a school as an attendant. She is very busy there with the children and has been ordered to wear colourful clothes by the school’s administration. She passes her time well with the students and staff. She is happy now.
It took a lot for our family to go against the traditions of our society. And I think we were able to make that decision because we have been lucky enough to receive a good education. Truly an education can make change: it can change better than anything else. 

लक्ष्मीनाथ मंदिर, जैसलमेर


लक्ष्मीनाथ मंदिर, जैसलमेर

जैसलमेर दुर्ग में स्थित यह महत्वपूर्ण हिन्दु मंदिर है, जिसका आधार मूल रुप में पंचयतन के रुप में था। इस मंदिर का निर्माण दुर्ग के समय ही राव जैसल द्वारा कराया गया। मंदिर का सभामंडप किले के अन्य इमारतों का समकालीन है। इसका निर्माण १२ वीं शताब्दी में हुआ था। अलाउद्धीन के आक्रमण के काल में इस मंदिर का बङा भाग ध्वस्त कर दिया गया। १५वीं शताब्दी में महारावल लक्ष्मण द्वारा इसका जीर्णोधार किया गया। मंदिर के सभा मंडप के खंभों पर घटपल्लव आकृतियाँ बनी है। इसका गर्भ गृह, गूढ़ मंडप तथा अन्य भागों का कई बार जीर्णोधार करवाया गया। मंदिर के दो किनारे दरवाजों पर जैन तीर्थकरों की प्रतिमाएँ भी उत्कीर्ण है। गणेश मंदिर की छत में सुंदर विष्णु की सर्पो पर विराजमान मूर्ति है।

युवती से दुष्कर्म करने के बाद उसकी गला रेत कर हत्या



युवती से दुष्कर्म करने के बाद उसकी गला रेत कर हत्या

बाड़मेर मोहनगढ़ क्षेत्र में शुक्रवार रात को एक युवती से दुष्कर्म करने के बाद उसकी गला रेत कर हत्या करने का मामला दर्ज हुआ है। आरोपी युवक रिश्ते में युवती का भाई लगता था। हत्या के बाद वह युवती का शव रेत के धोरों में फेंक कर फरार हो गया। मोहनगढ़ थानाघिकारी गौतम डोटासरा ने बताया कि बाहला निवासी सलीम खां ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी बहन जन्नत (24) को बाड़मेर में रहने वाला रिश्तेदार तिरंगड़ी खाजू खां पुत्र मोहम्मद हनीफ शुक्रवार रात को बहला फुसला कर ले गया। 

रिपोर्ट में बताया कि इस्माइल फांटे के पास आरोपी ने युवती के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसका गला घोंटकर हत्या कर दी और शव रेत के टीलों में फेंक दिया। सूचना मिलने पर पुलिस उप अधीक्षक पहाड़सिंह, मोहनगढ़ थानाघिकारी डोटासरा, नाचना थानाघिकारी सुनील विश्नोई, एफएसएल टीम सहित अन्य मौके पर पहुंचे। पुलिस ने नाकाबंदी कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। शनिवार को मृतका का मोहनगढ़ स्वास्थ्य केन्द्र में पोस्टमार्टम कराया गया।
 

बताते हैं कि युवती की हत्या का आरोपी युवक रिश्ते में उसका मौसेरा भाई है। मोहनगढ़ आए ग्रामीणों ने बताया कि जन्नत की सगाई शुक्रवार को ही क्षेत्र की एक ढाणी में हुई थी और कुछ दिन बाद ही उसकी शादी होने वाली थी।
 

जैसलमेर की बहुमूल्य धरोहर लौद्रवा का जैन मंदिर

 लौद्रवा की स्थापना परमार राजपूतों द्वारा की गई थी। बाद में यह भाटियों के कब्जें में आ गया था।






लौद्रवा का जैन मंदिर कला की दृष्टि से बङ्ें महत्व का है। यह  मंदिर अपने खूबसूरत कलाकारी के लिए प्रसिद्ध है। खूबसूरत गढ़ी हुई मूर्तियाँ तथा पत्थर पर की गई नक्काशी, इस मंदिर को जैसलमेर की बहुमूल्य धरोहर बनाती है।  दूर से ऊँचा भव्य शिखर तथा इसमें स्थित कल्पवृक्ष दिखाई पङ्ने लगते हैं। इस मंदिर में गर्भगृह, सभा मंडप मुख मंडप आदि है। यह मंदिर काफी प्राचीन है तथा समय-समय पर इसका जीर्णोधार होता रहा है। मंदिर में प्रवेश करते ही चौक में एक भव्य पच्चीस फीट ऊँचा कलात्मक तोरण स्थित है। इस पर सुंदर आकृतियों का रुपांतन पर खुदाई का काम किया गया है। मंदिर के गर्भगृह में सहसफण पार्श्वनाथ की श्याम मूर्ति प्रतिष्ठित है। यह मूर्ति कसौटी पत्थर की बनी हुई है। गर्भगृह के मुख्य द्वार के निचले हिस्से में गणेश तथा कुबेर की आकृतियाँ बनी हुई हैं। इसके खंभे विशाल हैं, जिसपर घट पल्लव की आकृतियां बनी हुई हैं। इस मूर्ति के ऊपर जङा हुआ हीरा मूर्ति के अनेक रुपों का दर्शन करवाता है।
इस मंदिर के चारों कोनों में एक-एक मंदिर बना हुआ है। मंदिर के दक्षिण-पूर्वी कोने पर आदिनाथ, दक्षिण-पश्चिमी कोने पर अजीतनाथ, उत्तर-पश्चिमी कोने पर संभवनाथ तथा उत्तर-पूर्व में चिंतामणी पार्श्वनाथ का मंदिर है। मूल मंदिर के पास कल्पवृक्ष सुशोभित है। मूल प्रासाद पर बना हुआ शिखर बङा आकर्षक है। तोरण द्वार, रंगमंडप, मूलमंदिर व अन्य चार मंदिर तथा उन पर निर्मित शिखर और कल्पवृक्ष सभी की एक इकाई के रुप में देखने पर इन सब की संरचना बङ्ी भव्य प्रतीत होती है। इस मंदिर में एक प्राचीन कलात्मक रथ रखा हुआ है, जिसमें चिंतामणि पाश्वनाथ स्वामी की मूर्ति गुजरात से यहां लाई गई थी।
लौद्रवा जो आज ध्वस्त स्थिति में है। प्राचीन काल में बङा समृद्ध था। यहाँ काल नदी के किनारे प्राचीन शिव मंदिर था। आज लगभग इसका तीन चौथाई भाग भूमिगत हो चुका है। यहाँ पंचमुखी शिवलिंग है। जिसकी तुलना ऐलिफेंटा गुहा व मध्य प्रदेश में मंदसौर से प्राप्त शिवलिंग से की जा सकती है। इसके अतिरिक्त विष्णु, लक्ष्मी, गणपति, शक्ति व कई पशु-पक्षियों की मूर्तियां भी रेत मे डूबी पङ्ी है। प्राचीन कला की दृष्टि से लौद्रवा का आज भी अत्यधिक महत्व है
 

शनिवार, 14 मई 2011

वीजा लेने की जरुरत नहीं पड़ेगी।

अगर आप भी आने वाले दिनों में सैर सपाटे के लिए ब्रिटेन जाने का मन बन रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। क्योंकि आने वाले दिनों में टूरिस्ट वीजा के जरिए ब्रिटेन जाने वाले भारतीयों के लिए आयरलैंड की सैर के लिए अलग से वीजा लेने की जरुरत नहीं पड़ेगी।

भारतीयों के लिए यह विशेष छूट 1 जुलाई 2011 से लागू हो जाएगी और इसका फायदा अक्टूबर 2012 तक उठाया जा सकता है।

आपको बता दें कि अब तक भारत के नागरिकों को आयरलैंड जाने के लिए अलग से वीजा लेना पड़ता था। लेकिन आने वाले दिनों में कम से कम ब्रिटेन के रास्ते आयरलैंड जाने वाले भारतीयों को इस झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि इससे आयरलैंड के पर्यटन उद्योग को भी फायदा पहुंचेगा।

दिल्ली से नागरिक उड्डयन विभाग के विशेषज्ञों की टीम घटनास्थल पर पहुंची


दिल्ली से नागरिक उड्डयन विभाग के विशेषज्ञों की टीम घटनास्थल पर पहुंची

जोधपुर। आबूरोड की पहाडिय़ों में शुक्रवार को बीएसएफ के,हेलिकॉप्टर 
 दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच करने शनिवार को दिल्ली से नागरिक उड्डयन विभाग के विशेषज्ञों की टीम घटनास्थल पर पहुंची। विशेषज्ञों ने करीब पांच घंटे हेलिकॉप्टर के मलबे की गहन जांच कर हादसे की वजह जानने की कोशिश की। मेडिकल टीम ने दोनों पायलटों, इंजीनियर व बीएसएफ के सब इंसपेक्टर के शवों का पोस्टमार्टम करने के बाद जोधपुर,पिलानी व अमृतसर भेज दिया।

गांधीनगर से जोधपुर आ रहा बीएसएफ का हेलिकॉप्टर चेतक शुक्रवार दोपहर बाद आबूरोड की पहाडिय़ों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। पुलिस ने हादसे के बाद घटनास्थल को अपने कब्जे में ले लिया था। शनिवार सुबह गांधीनगर से बीएसएफ के गुजरात सीमांत के आईजी अरुण कुमार सिन्हा ने मौका मुआयना किया। बाद में दिल्ली से नागरिक उड्डयन विभाग की ग्यारह सदस्यीय टीम ने वहां पहुंचकर पड़ताल शुरू की।

टीम ने हेलिकॉप्टर के बिखरे मलबे में काकपिट वाइस रिकार्डर सहित महत्वपूर्ण उपकरणों की जांच कर हादसे की वजह जानने की कोशिश की। साथ ही बिखरे पड़े सामान और मोबाइल फोन से हेलिकॉप्टर में आई अचानक तकनीकी खराबी के कारण जानने का प्रयास किया। इधर पुलिस ने दोपहर में हादसे में मारे गए कैप्टन बल का शव अमृतसर, कोपायलट बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट विवेक चौधरी का शव पिलानी ,बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर सोहन राम व इंजीनियर चौपड़ा का शव जोधपुर भेज दिया गया।

बढ़ोतरी पांच रुपए की हुई पेट्रोल के दाम


 चार राज्यों में चुनाव के बाद पेट्रोल के दाम बढ़ जाएंगे, ठीक वैसा ही हुआ। शनिवार शाम को सरकार ने पेट्रोल के दाम बढ़ाने की घोषणा कर दी। राजधानी दिल्ली में यह बढ़ोतरी पांच रुपए की हुई जबकि मुंबई मे सवा पांच रुपए की। नई दरें आधी रात से लागू हो जाएंगी।इस जबर्दस्त बढ़ोतरी पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।


उनका कहना है कि यह बढ़ोतरी गैरवाजिब है। इतनी ज्यादा वृद्धि से लोगों का बजट बिगड़ जाएगा।दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 63.37 रुपए हो गई है। आज ही वहां दूध के दाम दो रुपए प्रति लीटर बढ़ाए गए हैं।


अभी डीजल और रसोई गैस के दाम बढ़ने बढ़ने बाकी हैं। पेट्रोल के दाम अभी और बढ़ सकते हैं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतें आकाश छू रही हैं और ऑयल कंपनियां भारी घाटे से जूझ रही हैं।

लावारिस शवों को बेचने के मामले में हाईकोर्ट ने रिपोर्ट मांगी

जयपुर. राजस्थान हाईकोर्ट ने लावारिस शवों को निजी मेडिकल कॉलेजों को बेचने के मामले में पुलिस महानिरीक्षक और चिकित्सा विभाग से 8 सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। मुख्य न्यायाधीश अरुण कुमार मिश्रा और न्यायाधीश प्रशांत कुमार अग्रवाल की खंडपीठ ने ह्यूमन सेटलमेंट टेक्नोलॉजी सेंटर की जनहित याचिका पर यह आदेश दिया।

अदालत ने श्रीगंगानगर, बीकानेर, बाड़मेर, चूरू, हनुमानगढ़, जोधपुर की पुलिस से यह रिकॉर्ड मांगा है कि इंदिरा गांधी नहर में पंजाब-हरियाणा से कितनी लाशें बहकर आईं। पुलिस ने ऐसे मामलों में क्या कार्रवाई की। याचिका में बताया है कि इन जिलों में मिलने वाली लावारिस लाशों को पुलिस निजी मेडिकल कॉलेजों को बेच रही है। यह कार्य राजस्थान एनाटॉमी एक्ट, ट्रांसप्लांटेशन आफ ह्यूमन आर्गन एक्ट और पुलिस एक्ट की अवहेलना है। इन शवों को प्राधिकृत अधिकारी के जरिए ही दिया जा सकता है।

बीकानेर में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज ही इन शवों को देने के लिए अधिकृत है। इस कॉलेज से किन-किन निजी मेडिकल कालेजों को शव दिए गए। याचिकाकर्ता ने पूछा है कि श्रीगंगानगर में टांटिया उच्च शिक्षा केंद्र को कितने शव दिए गए। याचिका में बताया है कि श्रीगंगानगर में एक ज्वैलर का पुत्र 27 मई, 09 से लापता था। ज्वैलर को पता लगा कि उसके पुत्र की मौत हो चुकी है और पुलिस ने लावारिस मान केंद्र को बेच दिया था।

उसका अंतिम संस्कार कर दिया। बाद में उसने अपने स्तर पर जानकारी की तो पता लगा कि उसके पुत्र का शव श्रीगंगानगर के टांटिया उच्च शिक्षा केंद्र को बेच दिया गया। उसने इस केंद्र से जब अपने पुत्र की पहचान बताकर उसका शव मांगा तो उन्होंने 16 हजार रुपए मांगे। उसने आगे जानकारी की तो पता लगा कि पुलिस ही यह काम कर रही है।

50 करोड़ की लागत से विकसित होगा डेजर्ट मेगा सर्किट :बीना काक


-राज्य व जोधपुर संभाग में आए पर्यटक, पर्यटक के लिए सुविधाओं और सेवाओं पर ध्यान देने की जरूरत

जोधपुर।
 पर्यटन मंत्री बीना काक ने कहा है कि राज्य में शत प्रतिशत पर्यटक आए इसके लिए हमें सेवाओं पर ध्यान देने की जरूरत है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 50 करोड़ रुपए की लागत से जोधपुर-जैसलमेर -बाड़मेर डेजर्ट मेगा सर्किट विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर पर्यटन केंद्रों एवं होटल रेस्टोरेंट में सुख ,सुविधाएं एवं व्यवस्थाएं बढ़ाई जाएगी।

पर्यटन मंत्री श्रीमती काक शनिवार को पर्यटन,संस्कृति,महिला एवं बाल विकास के अधिकारियों की संभागीय बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पर्यटन विभाग की सेवाएं तुलनात्मक रूप से पिछड़ रही है,इनको सुधारने के लिए पूरी ताकत से लग जाए,तब जाकर अगले सीजन में पर्यटक बढ़ पाएंगे।

उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग पर्यटन केंद्रों को मैरिज डेस्टिनी के रूप में भी विकसित करने पर विचार कर रहा है। काक ने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत हर बैठक में पेयजल की बचत एवं वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अपनाने पर जोर दे रहे हैं। पर्यटन विभाग को सरकारी की इस मंछा के अनुरूप कार्य करना चाहिए ,पानी हमारे लिए सबसे कीमती है।

50 करोड़ का मेगा डेजर्ट: पर्यटन मंत्री ने बताया कि 50 करोड़ की लागत से मेगा जोधपुर-जैसलमेर -बाड़मेर व बीकानेर डेजर्ट सर्किट निर्माण किया जाएगा। इसके प्रस्ताव तैयार किए गए हैं।

धरोहर संरक्षण करने की जरूरत: उन्होंने कहा राज्य की ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण के लिए संस्थाओं को आगे लाया जाए,एन जीओ एवं दानदाताओं का सहयोग लेने के निर्देश दिए गए हैं।

हवाईअड्डे व रेलवे स्टेशन पर पर्यटन काउंटर: जोधपुर व जैसलमेर में पर्यटन विभाग पर्यटकों की सुविधा के लिए काउंटर खोलेगा। यहां आने वाले पर्यटकों को संपूर्ण सूचना उपलब्ध कराई जाएगी।

खड़गदा की जीवी को मिला जीने का आसरा


खड़गदा की जीवी को मिला जीने का आसरा

डूंगरपुर, 14 मई/माता-पिता ने उस बेटी की इस उम्मीद के साथ शादी करवाई थी कि उसका भी अपना घर-परिवार हो और उसकी संतानें वृद्धावस्था में उसकी सेवा करें परंतु पति की बेरूखी ने उसकी तमाम उम्मीदों को धूल धूसरित कर दिया। शादी के कुछ ही दिनों के बाद पति द्वारा अपने हाल पर छोड़ दी गई डूंगरपुर जिलान्तर्गत सागवाड़ा पंचायत समिति के खड़गदा गांव की जीवी का अपना घर-परिवार सजाने का सपना ताउम्र सपना ही रह जाता अगर सरकार ने उसे इंदिरा आवास की सौगात न दी होती।
छोटी उम्र में ही शादी और उस पर पति की साथ छूट जाने के बाद जीवी को उसके भाई  दितीया ने सहारा देकर जीवन जीनें का  हौंसला दिया। भोजन और कपड़े की आवश्यकताएं अपने भाई द्वारा पूर्ण कर दिए जाने के बाद भी उसके मन में हमेशा ही उसके खुद का घर नहीं होने का मलाल रहता था। संघर्षों और उम्मीदों के द्वंद्व के बीच सरकार का साथ जीवी को जीवन जीने का आसरा प्रदान कर गया। बीपीएल परिवार और पात्राता सूची में सम्मिलित होने के कारण ग्राम पंचायत द्वारा जिस दिन उसके इंदिरा आवास स्वीकृत किए जाने की जानकारी दी गई थी उस दिन उसे लगा कि ईश्वर भले ही उससे रूठा हो लेकिन जब सरकार ने साथ दिया तो उसे जीवन का आधार मिल ही गया।
ग्राम पंचायत द्वारा इंदिरा आवास के लिए राशि दी गई तो उसने खुशी-खुशी अपने सपनों का आशियाना बनाया। आज उसके पास अपने खुद का घर है तो दूसरी ओर उसके भाई ने अपने पुत्रा अशोक को उसे गोद देकर उसकी संतान की कमी को भी पूरा कर दिया है। अस्वस्थता के कारण परित्यक्ता जीवी अब चल-फिरने में अक्षम है परंतु उसका दत्तक पुत्रा अशोक अब उसकी देखरेख करता है। जीवी बताती है कि उसके भाई ने हौंसला तो सरकार ने उसका साथ देकर जीने का आसरा प्रदान किया है जिसे वह जिंदगी भर नहीं भूलेगी।
-----------

banke bihari

. अपराध की दुनिया ,पुत्र की हत्या कर शव टांके में डालने का आरोप


पुत्र की हत्या कर शव टांके में डालने का आरोप

बाड़मेर 
बायतु थानांतर्गत चारलाई हाल निवासी सताराम जाट ने अपनी पत्नी मिरगो देवी सहित ससुराल पक्ष पर आरोप लगाया कि उसकी पहली पत्नी के पुत्र महेंद्र को पीहर ले जाकर उसकी हत्या कर टांके में गिरा दिया। सताराम का दूसरा विवाह मिरगो देवी पुत्री टीकमाराम से हुआ। गुरुवार को उसका लड़का महेंद्र अपने ननिहाल से बायतु आया। मिरगोदेवी महेंद्र को लेकर अपने पीहर चली गई। उसके बाद ससुर टीकमाराम ने फोन पर सूचना दी की महेंद्र टांके में गिर गया। इस पर तुरंत बायतु पहुंच महेंद्र को लेकर अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करने के बाद डॉक्टरों ने शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार महेंद्र के गाल व ठोड़ी पर घाव जैसे निशान लग रहे थे। बायतु थानाधिकारी जयराम चौधरी मय जाब्ता लेकर मिरगो देवी को उसके पीहर से गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए थाने लेकर आए। पुलिस उप अधीक्षक नाजिम अली, बायतु थानाधिकारी जयराम चौधरी महिला पुलिस की मौजूदगी में पूछताछ कर रही है।

शिक्षक ने फंदा लगा जान दी 
बायतु & गिड़ा उप तहसील के निंबा की ढाणी में एक शिक्षक ने टांके में फंदा लगाकर जान दे दी। इस संबंध में मृतक के भाई शैतान सिंह ने मामला दर्ज करवाया। निंबा की ढाणी सोहड़ा निवासी खेत सिंह पुत्र जबर सिंह राजपूत जो कोलू ग्राम पंचायत में कार्यरत था। उसका दिमागी संतुलन ठीक नहीं होने से फिलहाल वह घर पर ही था। उसने टांके में फंदा लगा अपने जान दे दी। डॉक्टर ने शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया।
रेल से कटकर युवक की मौत 
बाड़मेर 
मोकलसर रेलवे स्टेशन के पास एक युवक ने रेल के आगे कूदकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। पुलिस के अनुसार स्टेशन से कुछ ही दूरी पर भूरलाइ नाडी राप्रावि राठौड़ा के पास मूलाराम पुत्र वागाराम उम्र ३२ साल ने भीलड़ी से जोधपुर की ओर जा रही मालगाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।सूचना मिलने पर थानाधिकारी रामवीर जाखड़ मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सुपर्द किया।इस अवसर पर मोकलसर सरपंच रेशमी देवी भाटी व पंचायत समिति सदस्य मानसिंह सोलंकी सहित कईसदस्य उपस्थित थे।


4 क्ंिवटल 5 किलो डोडा-पोस्त बरामद
राति गश्त के दौरान हुई कार्रवाई, इनोवा में भरकर ले जा रहे थे, आरोपी फरार
बाड़मेर 

समदडी रात्री गश्त के दौरान पुलिस ने इनोवा गाड़ी में भरे 4 क्ंिवटल 5 किलो डोडा-पोस्त बरामद किया वहीं चालक सहित दो आरोपी फरार हो गए। थानाधिकारी निरंजन प्रतापसिंह ने बताया कि पुलिस नाकाबंदी के दौरान समदड़ी से पाली सड़क मार्गपर तिरगटी गांव के पास गुरुवार रात को शक के आधार पर एक इनोवा गाड़ी को रुकने का इशारा किया गया। इस पर चालक ने गाड़ी रोकने की बजाय तेज गति से दौड़ाई। शक होने पर पुलिस ने पीछा कर गाड़ी को पकड़ लिया। 

अंधेरे का फायदा उठाकर चालक व एक अन्य व्यक्ति मौके से फरार हो गए।पुलिस की ओर से इनोवा गाड़ी नं.आरजे - 14 टीए 7849 की तलाशी लेने पर ड्राईवर के पीछे की सीटपर 10 बोरे डोडा-पोस्त से भरे मिले। बोरों का तोल कराने पर डोडों का वजन 4 क्ंिवटल 5 किलो पाया गया। पुलिस ने डोडा-पोस्त सहित इनोवा गाड़ी को जब्त कर फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। डोडा पोस्त बरामद करने की टीम मे थानेदार निरंजन प्रतापसिंह के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल सवाईसिंह, कास्टेबल नरपतसिंह, तनसिंह व रूपदान शामिल थे।

विश्नोई समाज का धार्मिक सम्मेलन आयोजित, समाज के सदस्यों ने लिया मृत्युभोज व बाल विवाह बंद करने का संकल्प


सामाजिक कुरीतियां प्रगति में बाधक’
विश्नोई समाज का धार्मिक सम्मेलन आयोजित, समाज के सदस्यों ने लिया मृत्युभोज व बाल विवाह बंद करने का संकल्प
बाड़मेर 
अखिल भारतीय विश्रोईमहासभा, संत समाज व जांभाणी जनजागरण संथान की ओर से विश्रोईधर्म स्थापना की ५२५वीं वर्षगांठ व महासभा के 11वें अधिवेशन के अवसर पर महायज्ञ व संत समाज की ओर से समाज हित में लिए गए निर्णयों की पालना व क्रियान्वन के लिए जांभाणी धर्म रथयात्रा के कस्बे में पहुंचने पर मुक्तिधाम मुकाम के पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद महाराज एवं शिक्षा शास्त्री डॉ. गोवद्र्धनराम महाराज के सान्निध्य में धार्मिक सम्मेलन का आयोजन हुआ।इस दौरान विश्रोई धर्मशाला में स्वामी रामानंद महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 120 शब्दों का पाहल बनाया।

मुकाम पीठाधीश्वर रामानंद महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि गुरू जंभेश्वर भगवान के बताए गए नियमों की आचार संहिता पर चलकर व्यक्ति संयमित जीवन जीता है जिससे मरणोपरांत मुक्ति भी संभव है।उन्होंने कहा कि परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं है।मन, वचन व कर्म से किसी व्यक्ति को दुख देने से बड़ा कोईपाप नहीं है।उन्होंने कहा कि रथयात्रा का उद्देश्य मुख्य रूप से बाल विवाह, मृत्युभोज व समस्त प्रकार की नशावृत्तियों से ग्रामीण समाज को मुक्त करवाकर शिक्षा व पंचायती व्यवस्थाओं को पुन: स्थापित करना है।महाराज ने समाज के नागरिकों को समाज में कुरीतियों को बंद करने का संकल्प दिलवाया।शिक्षाशास्त्री डॉ. गोवद्र्धनराम महाराज ने कहा कि अशिक्षा, गरीबी, रूढि़वादिता सामाजिक कुरीतियों की जड़ है।उन्होंने जंभेश्वर भगवान के बताए 29 नियमों का पालन कर बालकों में अच्छे संस्कारों का निर्माण करने व महिला शिक्षा के विकास पर जोर देते हुए स्वच्छ समाज के निर्माण की बात कही।इस अवसर पर जांभा महंत सीताराम ने कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने व समाज के विकास के लिए शिक्षा को बढ़ावा देना आवश्यक है।एडवोकेट सुखराम विश्रोई ने समाज में छिपी प्रतिभाओं को निखारने के साथ ही शिक्षा के विकास पर बल दिया।विश्रोई सभा के पूर्व अध्यक्ष व विधायक हीरालाल विश्रोई ने कहा समाज की प्रतिभाओं को निखारना व प्रोत्साहन देना समाज के प्रत्येक व्यक्ति का कत्र्तव्य है।उन्होंने संस्कारों के विकास के लिए संत-महात्माओं के दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।समारोह में जांभाणी जनजागरण संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्वमॉनीटरिंग सलाहकार एलआर विश्रोई ने कहा कि ग्रामीण प्रतिभाओं को संवारने के लिए दानदाताओं को आगे आना चाहिए।उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों को जड़ से मिटाने की बात कही।पूर्व पुलिस महानिरीक्षक उम्मेदाराम विश्रोई ने समाज में तकनीकी शिक्षा के विकास पर बल देने के साथ ही समाज के लोगों से एकजुट होने की बात कही।कार्यक्रम के दौरान धीराराम विश्रोई, बाबूलाल मांजू, गोरखाराम विश्रोई, सुरजनराम विश्रोई, हुकमदास, चैनाराम, हरिप्रकाश, लालदास व शांतिदास ने अपने संबोधन में रथयात्रा के उद्देश्यों को सफल बनाने का आह्वान किया।इस अवसर पर समाज के कईगणमान्य स्वजीय बंधु उपस्थित थे।

नींबूड़ा इन यूएसए यूएसए में थार के कलाकारों ने बिखेरा संगीत का जादू












नींबूड़ा इन यूएसए

यूएसए में थार के कलाकारों ने बिखेरा संगीत का जादू 
बाड़मेर अमेरिका के बं्रसेम मंसूरी स्थित सिल्वर डोलर सिटी में आयोजित वल्र्ड फेस्टिवल में ‘रिदम ऑफ राजस्थान’ के कलाकारों ने थार के लोक गीत, लोक भजन सहित सूफियाना गायकी से अपने फन का लोहा मनवाया ।
थार के अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार फकीरा खां ने बताया कि डेढ़ माह तक चले फेस्टिवल में करीब 40 देशों के कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। शुक्रवार को स्वदेश लौटने पर बिसाला निवासी कलाकार फकीरा खां, रामसर निवासी जाकब खां एवं भीयाड़ निवासी पप्पा मीर का कलाकार कॉलोनी व जिलानी युवा ग्रुप की ओर से आत्मीय स्वागत कर उन्हें बधाई दी।
वल्र्ड फेस्टिवल में थार के कलाकारों को सुनने के लिए कला प्रेमियों का हुजूम उमड़ पड़ा। थार के कलाकारों ने बाबा रामदेव, भगवान कृष्ण एवं मीरा के भजन प्रस्तुत कर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। वहीं निंबूड़ा=निंबूड़ा व घोर बंद नखराळी लोक गीत की प्रस्तुति खूब तालियां बजी। सूफियाना में बाबा गोलेच्छा शाह लतीफ के साथ धमाधम मस्त कलंदर गीत की प्रस्तुति को श्रोताओं ने एकाग्रचित्त होकर सुना।
फकीरा खां ने बताया कि ‘रिदम ऑफ राजस्थान’ के कलाकारों के बेहतरीन प्रदर्शन पर वल्र्ड फेस्टिवल के डॉयरेक्टर ने थार के कलाकारों को प्रशंसा पत्र सौंपने के साथ ही इन्हें आगामी कार्यक्रम के लिए भी आमंत्रित किया है। इससे पूर्व भी थार के कलाकार 50 देशों में संगीत का जादू बिखेर चुके हैं। फकीरा खां के अनुसार वे वर्ष 2011 में चौथी बार अमेरिका जाकर मारवाड़ के संगीत का लोहा मनवाया है। 
इन्होंने किया स्वागत 
अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकारों का कलाकार कॉलोनी में नगा खां, बसरा खां, जोगा खां, सतार खां, सलायत खां व आपा खां ने स्वागत किया। इसी तरह जिलानी ग्रुप की ओर से शौकत सेक, मांगू खां, घपा खां एवं तालब खां ने स्वागत कर कलाकारों को बधाई दी। 

युवा कलाकारों को संदेश 

 
अंतरराष्ट्रीय कलाकार फकीरा खां ने बताया कि संगीत हमारे जेहन में है। सच्चा कलाकार वहीं है जो अपनी कला को निस्वार्थ भावना से अपने शिष्य को सुपुर्द करें। ऐसा करने से ही लोक कला की पहचान कायम रहेगी। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य, समाज एवं राष्ट्र का विकास सही मायने में संस्कार युक्त शिक्षा पर ही निर्भर करता है। इसलिए युवा पीढ़ी को जहां तक हो सके अधिक से अधिक उच्च शिक्षा दिलानी चाहिए। संस्कार और संगीत तो इस माटी से जुड़ा है। आवश्यकता है तो सिर्फ बच्चों को संगीत के लिए प्रेरित करने की। पारंपरिक लोक संगीत को बचाने के लिए उन्होंने गुरु=शिष्य परंपरा पर जोर दिया। फकीरा खां के अनुसार यही वो मार्ग है जिससे कला को आजीवन जीवंत रखना संभव है।