स्वर्ण नगरी के कोकिल कण्ठ चित्रकूट में बहाएंगे
भजन संगीत की सरिताएं
जैसलमेर, चित्रकूट में छह मार्च को होने वाले चित्रकूट महोत्सव में जैसलमेर की नाद स्वरम सगीत संस्था के कलाकारों का दल देशदुनिया के रसिकों के समक्ष अपनी सांगीतिक भजन प्रस्तुतियों के साथ मन मोहेगा। चित्रकूट महोत्सव का साँस्कृतिक कार्यक्रम उत्तरमध्य क्षेत्र साँस्कृतिक केन्द्र इलाहाबाद की ओर से किया जा रहा है। इसमें देश भर से मशहूर कलाकारों का कुंभ जुटेगा।
इसके लिए जैसलमेर से छह कलाकारों का दल नाद स्वरम संगीत संस्था के सचिव श्री जयप्रकाश हर्ष के नेतृत्व में रवाना हुआ। इनमें श्रीमती शोभा हर्ष, श्री अनिल पुरोहित, श्रीमती शोभा भाटिया, श्रीमती गीता पुरोहित तथा श्री हेमंत कुमार शामिल हैं।
नाद स्वरम संगीत संस्था सामाजिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों और विभिन्न राजकीय कार्यक्रमों में अपनी मनोहारी प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराती रही है।
इस बार जैसलमेर में मरु महोत्सव की शुरूआत नाद स्वरम संगीत संस्था के कलाकारों की ओर से जग विख्यात सोनार दुर्ग में जनजन के आराध्य प्रभु श्री लक्ष्मीनाथजी के परिसर में भजन भोर से की गई। इस दौरान इन कलाकारों के मधुर कण्ठों से भजन गायकी का जो माहौल बनाया और संगीत रसों की वृष्टि की, रसिकों ने खूब आनंद लिया। इस भजन भोर ने यह सिद्ध कर दिखाया कि जैसलमेर के कलाकार देशदुनिया के कलाकारों से उन्नीस नहीं हैं। जिला कलक्टर श्री गिरिराजसिंह कुशवाहा ने मनोहारी प्रस्तुतियों पर मुग्ध होते हुए इन सभी कलाकारों को सम्मानित किया। इस भजन भोर ने संस्था और जैसलमेर के लिए नया इतिहास बना दिया है।
इस भजन भोर में उत्तरमध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के निदेशक श्री आनंदवर्द्धन शुक्ला भी मौजूद थे जिन्होंने कलाकारों की भजन प्रस्तुततियों को बेमिसाल बताया और चित्रकूट महोत्सव का न्यौता दिया। नाद स्वरम संगीत संस्था के ये कलाकार अपने विलक्षण सांगीतिक हुनर के चलते अब स्वर्ण नगरी तक ही सीमित नहीं रह गए हैं बल्कि देश के उन महोत्सवों में भी भागीदारी निभानी शुरू कर दी है जो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हैं।
नाद स्वरम संगीत संस्था के कलाकार अपने फन के प्रति इतने समर्पित हैं कि पिछले करीब नौ साल से निरन्तर रियाज करते रहे हैं। इसके लिए ये कलाकार रोजाना शाम सात बजे जैसलमेर के सीमा ग्राम खादी भण्डार में इकट्ठा होते हैं और हारमोनियम, तबलों, ोलक आदि लोक वाद्यों के साथ निरन्तर अपने हुनर को उत्तरोत्तर विकसित करने के जतन में जुटे रहे हैं। यह प्रशिक्षण नि:शुल्क है और इसमें कोई भी जिज्ञासु या प्रशिक्षणार्थी हिस्सा ले सकते हैं।
स्वर सरिताओं के प्रवाह को निरन्तर बनाए रखते हुए अपने कलाकारों को और अधिक हुनरमंद बनाने की कोशिशों के चलते संस्था द्वारा समयसमय पर जेसलमेर में संगीत प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाता रहा है। इसमें मशहूर कलाकारों के सान्निध्य में स्थानीय कलाकारों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है।
नाद स्वरम संगीत संस्था के सचिव श्री जयप्रकाश हर्ष बताते हैं कि जैसलमेर में संगीत के क्षेत्र में इस महत्वपूर्ण अध्याय की शुरूआत जैसलमेर के राजगायक रहे पं. राधोमल हर्ष एवं योगीराज मनोहर हरकरे ॔॔काकाजी’’ की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से हुई। इन्हीं की प्रेरणा से स्थानीय कलाकारों ने मिलकर जैसलमेर की संगीत परम्परा के संरक्षण, व्यापक प्रचारप्रसार और संवर्द्धन के लिए ॔नाद स्वरम संगीत संस्था’ का बिरवा रोपा जो आज पल्लवित और पुष्पित होता हुआ चित्रकूट महोत्सव तक धाक जमा रहा है।
दो दिन पूर्व सीमा ग्राम में आयोजित भजन संध्या में जिला कलक्टर श्री गिरिराजसिंह कुशवाहा ने इन कलाकारों के चित्रकूट महोत्सव में भागीदारी के बुलावे पर प्रसन्नता व्यक्त की और महोत्सव में आशातीत प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी।
जैसलमेर के कलाकारों का चित्रकूट में प्रदर्शन जैसलमेर के लिए गर्व और गौरव का विषय है।
जैसलमेर जिले में तेरह एएनएम निलंबित, नौ का वेतन रोका,
नसबंदी लक्ष्यों में कम उपलब्धि पर हुई कार्यवाही
जैसलमेर, जैसलमेर जिले में परिवार कल्याण के क्षेत्र में लक्ष्यों में पिछड़ने पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने 22 एएनएम के खिलाफ कार्यवाही की है। इनमें 13 एएनएम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है जबकि 9 एएनएम का वेतन रोका गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा यह आदेश एनआरएचएम के मिशन निदेशक के निर्देश पर जारी किए गए हैं। इनमें कहा गया है कि जैसलमेर जिले में परिवार कल्याण के क्षेत्र में फरवरी 2011 तक आवंटित नसबंदी के लक्ष्यों से कम उपलब्धि अर्जित करने पर 13 एएनएम को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। इसी प्रकार 9 एएनएम के अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने के निर्देश जारी किये गये हैं। नसबंदी के लक्ष्य पूर्ण करने पर ही सम्बंधित एएनएम को वेतन प्रदान किया जाएगा।