दुश्मन के ठिकाने तबाह किये सुदर्शन वाहिनी ने ,दो दिवसीय युद्धभ्यास से थर्राया रेगिस्तान
पश्चिमी सीमा क्षेत्र से भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र वाहिनी व वायुसेना का संयुक्त युद्धाभ्यास फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू हुआ। दो दिवसीय इस अभ्यास में थल सेना व वायुसेना अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन कर रही है। सोमवार को युद्धाभ्यास के दौरान पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज धमाकों से गूंज उठी और हमारे सैनिकों ने दुश्मन के ठिकानों पर अचूक बमबारी कर नेस्ताबूत कर दिया। इसके तहत के-9 वज्र गन ने अचूक निशाने साधे तथा अटैकिंग हेलिकॉप्टर व वायुसेना के विमानों ने दुश्मन के ठिकानों पर जबरदस्त बमबारी करते हुए उन्हें तहस-नहस कर दिया। धमाकों के कारण पूरी रेंज में रेत का गुबार छा गया। असल में सीमा पार से लगातार मिल रही चुनौतियों के मद्देनजर भारतीय सेना व वायुसेना अपनी मारक क्षमता को मजबूत और बेहतर बनाने में जुटी हुई है। इसी के अंतर्गत भारतीय सेना की दक्षिणी कमान के हजारों सैनिक इन दिनों थार के रेगिस्तान में दिन-रात की एक वाॅर गेम एक्सरसाइज कर रहे हैं। भारतीय वायुसेना द्वारा कम समय में कैसे दुश्मन को नेस्ताबूद किया जाए की नीति पर थल सेना का साथ ले कर विजय प्राप्त करने का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस एक्सरसाइज में सेना की आर्म्ड, मेकेनाइज्ड व इंफेंट्री बिग्रेड की यूनिट्स भाग ले रही हंै। खासकर दक्षिणी कमान की सुदर्शन चक्र कॉप्स इस युद्ध अभ्यास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
सोमवार रविवार को रेंज में भारतीय सेना ने वायुसेना के साथ मिलकर दिन रात के इस युद्धाभ्यास में गोलाबारी का ऐसा जलजला पेश किया कि पूरी रेंज धमाकों से गूंज उठी। कहीं हेलिकॉप्टर निशाने साध रहे थे तो कहीं आधुनिक गन शत्रु के ठिकानों को बर्बाद कर रही थी। इसके अलावा राॅकेट लॉन्चर से शत्रु के छद्म ठिकानों पेट्रोल पंप, आतंकवादी ठिकानों आदि को नष्ट करने का अभ्यास किया जा रहा था। मौके पर सेना के कई उच्चाधिकारी मौजूद थे।
पश्चिमी सीमा क्षेत्र से भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र वाहिनी व वायुसेना का संयुक्त युद्धाभ्यास फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू हुआ। दो दिवसीय इस अभ्यास में थल सेना व वायुसेना अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन कर रही है। सोमवार को युद्धाभ्यास के दौरान पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज धमाकों से गूंज उठी और हमारे सैनिकों ने दुश्मन के ठिकानों पर अचूक बमबारी कर नेस्ताबूत कर दिया। इसके तहत के-9 वज्र गन ने अचूक निशाने साधे तथा अटैकिंग हेलिकॉप्टर व वायुसेना के विमानों ने दुश्मन के ठिकानों पर जबरदस्त बमबारी करते हुए उन्हें तहस-नहस कर दिया। धमाकों के कारण पूरी रेंज में रेत का गुबार छा गया। असल में सीमा पार से लगातार मिल रही चुनौतियों के मद्देनजर भारतीय सेना व वायुसेना अपनी मारक क्षमता को मजबूत और बेहतर बनाने में जुटी हुई है। इसी के अंतर्गत भारतीय सेना की दक्षिणी कमान के हजारों सैनिक इन दिनों थार के रेगिस्तान में दिन-रात की एक वाॅर गेम एक्सरसाइज कर रहे हैं। भारतीय वायुसेना द्वारा कम समय में कैसे दुश्मन को नेस्ताबूद किया जाए की नीति पर थल सेना का साथ ले कर विजय प्राप्त करने का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस एक्सरसाइज में सेना की आर्म्ड, मेकेनाइज्ड व इंफेंट्री बिग्रेड की यूनिट्स भाग ले रही हंै। खासकर दक्षिणी कमान की सुदर्शन चक्र कॉप्स इस युद्ध अभ्यास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
सोमवार रविवार को रेंज में भारतीय सेना ने वायुसेना के साथ मिलकर दिन रात के इस युद्धाभ्यास में गोलाबारी का ऐसा जलजला पेश किया कि पूरी रेंज धमाकों से गूंज उठी। कहीं हेलिकॉप्टर निशाने साध रहे थे तो कहीं आधुनिक गन शत्रु के ठिकानों को बर्बाद कर रही थी। इसके अलावा राॅकेट लॉन्चर से शत्रु के छद्म ठिकानों पेट्रोल पंप, आतंकवादी ठिकानों आदि को नष्ट करने का अभ्यास किया जा रहा था। मौके पर सेना के कई उच्चाधिकारी मौजूद थे।