गुरुवार, 31 अक्तूबर 2019

जैसलमेर, राजनीतिक दल आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करवाएं-उप जिला निर्वाचन अधिकारी

नगरपालिका आम चुनाव -2019

जैसलमेर, राजनीतिक दल आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करवाएं-उप जिला निर्वाचन अधिकारी

राजनीतिक दलांे के प्रतिनिधियांे को दी आचार संहिता की जानकारी, करावें पालना

 जैसलमेर, 31 अक्टूबर। राजनीतिक दल आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से नगर परिषद जैसलमेर के आम चुनाव 2019 को संपादित करवाने मंे भागीदार बनें। प्रत्येक सभा, जुलूस एवं सार्वजनिक सभा की नियमानुसार अनुमति लेते हुए आदर्श आचार संहिता की पालना की जाए। उप जिला निर्वाचन अधिकारी (एडीएम) ओ.पी.विष्नोई ने गुरूवार को कलेक्टेªट कांफ्रेस हाल मंे राजनीतिक दलांे के प्रतिनिधियांे के साथ आयोजित बैठक के दौरान आदर्श आचार संहिता के बारे मंे जानकारी देते हुए यह बात कही। बैठक में भाजपा जैसलमेर के पदाधिकारी जुगल किषोर व्यास, कंवराज सिंह चैहान, इण्डियन नेषनल कांग्रेस के प्रतिनिधि हरीष धनदैं, शंकरलाल माली, जनता दल यूनाईटेड के कमल श्रीमाली, नायब तहसीलदार चुनाव सत्यप्रकाष खत्री उपस्थित थें।


 उप जिला निर्वाचन अधिकारी विष्नोई ने कहा कि जैसलमेर नगर परिषद के चुनाव के कार्यक्रमों की जानकारी दी एवं बताया कि मतदान 16 नवंबर 2019 को होंगे। उन्होंने नगर परिषद चुनाव को संपन्न कराने में प्रशासन के साथ राजनीतिक दलों एवं जागरूक मतदाताओं की अहम भूमिका है। उन्हांेने कहा कि नगर परिषद जैसलमेर के आम चुनाव 2019 के दौरान कोई व्यक्ति, राजनीति पार्टी, संस्था बिना वैध अनुमति के जुलूस, सभा, रैली एवं सार्वजनिक सभा नहीं कर सकेगा। न ही ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग कर सकेंगे। प्रत्येक सभा, जुलूस एवं सार्वजनिक सभा की अनुमति संबंधित सक्षम अधिकारी से पूर्व में लेनी होगी। साथ ही उन्हें आदर्श आचार संहिता एवं राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशों की पालना करनी होगी।



       उन्होंने कहा कि नगर परिषद पार्षद के चुनाव में अधिकतम 2 वाहनों का उपयोग किया जा सकेगा। इन वाहनांे का उपयोग करने से पूर्व अभ्यर्थी या उसके निर्वाचन अभिकर्ता द्वारा वाहन संख्या एवं उसका प्रकार तथा वाहन चालक के नाम व पते की लिखित सूचना संबंधित रिटर्निंग अधिकारी को कम से कम 24 घण्टे पूर्व देनी होगी और अनुमति का निर्धारित प्रपत्र वाहन पर प्रदर्षित करना होगा। अभ्यर्थी द्वारा 3 वाहनो से अधिक की रैली या काफिला नहीं निकाला जा सकेगा। इसके साथ ही मतदान समाप्ति के लिए निर्धारित समय के 48 घण्टे पूर्व की अवधि में ऐसी रैली या काफिला निकाला जाना पूर्णतः निषेध रहेगा। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी द्वारा चुनाव प्रचार के लिए स्थापित चुनाव कार्यालय पर लाउड स्पीकरों के उपयोग पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। इसके साथ ही प्रातः 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट से लिखित अनुमति के उपरान्त ही इसका उपयोग किया जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि कटआउट, होर्डिंग्स, पोस्टर एवं बैनरों के प्रदर्षन के लिए लोक प्रतिनिधि अधिनियम 1951 की धारा 27 क के उपबंधों और उसके आदेषों की पालना करनी होगी। इसके साथ ही किसी भी मतदान बूूथ के भवन के 200 मीटर परिधि क्षेत्र में पोस्टर या बैनर या प्रचार सामग्री प्रदर्षित नहीं की जायेगी। मतदान के दिन अभ्यर्थियों द्वारा लगाये जाने वाले निर्वाचन बूथों पर एक बैनर लगाया जा सकता है। जिसका आकार 2 गुणा 5 फीट से अधिक नहीं होगा लेकिन इस बैनर पर किसी राजनैतिक दल के नेता या अभ्यर्थी का चित्र/फोटो या चुनाव चिन्ह् या नारा प्रदर्षित नहीं किया जा सकेगा। आम सभा/जूलूस व रैली आदि के लिए अधिकारित रखने वाले कार्यपालक मजिस्ट्रेट से अनुमति लेनी होगी।

   उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राजनैतिक दलों से राज्य निर्वाचन आयोग की और से निर्धारित व्यय सीमा के तहत खर्च करने तथा इस खर्च को व्यय रजिस्टर में सही प्रकार से दर्ज करना होगा। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान नगर परिषद पार्षद अधिकतम 1 लाख 50 हजार की राषि व्यय कर सकता है। चुनाव खर्च का लेखा-जोखा परिणामों की घोषणा के 15 दिवस के अन्दर संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी(नगरपालिका)(कलक्टर) या उसके द्वारा निमित प्राधिकृत अधिकारी को प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने सभी राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों से कहा कि वे राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव के लिए जो दिषा-निर्देष जारी किए गए है उनकी पालना सुनिष्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनैतिक दल/प्रत्याषी सरकारी संपति एवं सार्वजनिक स्थलों के अलावा किसी भी निजी संपति पर मालिक की अनुमति के बिना उसके भवन, परिसर, दीवार पर बैनर, स्लोगन व पेंम्पलेट चस्पा नहीं करेगा।



       उन्हांेने आयोग द्वारा राजनैतिक दलों एवं अभ्यर्थियों के मार्गदर्षन के लिए जारी आदर्ष आचरण संहित के तहत साधारण आचरण, सभाओं, जुलूस, मतदान दिवस के समय पालन किये जाने वाले दिषा-निर्देषों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।



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पाकिस्तान: कराची-रावलपिंडी एक्सप्रेस में धमाका, 65 लोगों की मौत, 3 बोगियां खाक

पाकिस्तान: कराची-रावलपिंडी एक्सप्रेस में धमाका, 65 लोगों की मौत, 3 बोगियां खाक

कराची-रावलपिंडी तेजगाम एक्सप्रेस में लगी आग

पाकिस्तान में गुरुवार को कराची-रावलपिंडी तेजगाम एक्सप्रेस ट्रेन में धमाका हो गया. यह हादसा पंजाब प्रांत के दक्षिण में रहीम यार खान के पास हुआ. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किए गए गैस कनस्तर में धमाका हुआ. धमाके के बाद तीन बोगियों में आग लग गई. इस हादसे में 65 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं.

घायलों को मुल्तान के बीवीएच बहावलपुर और पाकिस्तान-इटालियन मॉडर्न बर्न सेंटर में भर्ती कराया गया है. रहीम यार खान के उपायुक्त जमील अहमद की देखरेख में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.

चलती ट्रेन से लोगों ने लगाई छलांग

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार सुबह इस धमाके में पहले इकॉनमी क्लास की 2 बोगियों में आग लगी वहीं एक बिजनेस क्लास में आग लग गई. घायलों को नजीदीकी अस्पताल के लिए भर्ती कराया गया है. घटनास्थल पर रेस्क्यू टीम पहुंची है. जान बचाने के लिए कई लोग चलती ट्रेन में से नीचे कूद भी गए.

सिलेंडर विस्फोट से लगी आग

पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद ने कहा कि आग एक सिलेंडर विस्फोट के कारण लगी, जब सुबह यात्री अपने नाश्ते की तैयारी कर रहे थे. कई लोगों ने ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई. ट्रेन कराची से रावलपिंडी तक जा रही थी. रेल मंत्री राशिद ने कहा कि क्षतिग्रस्त ट्रैक को दो घंटे के भीतर चालू कर दिया जाएगा.


पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और अधिकारियों को घायलों को बेहतरीन चिकित्सा मुहैया कराने का निर्देश दिया. उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की.

बुधवार, 30 अक्तूबर 2019

सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जन्मजयन्ती, 31 अक्टूबर, 2019 आधुनिक भारत के शिल्पी थे सरदार पटेल

सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जन्मजयन्ती, 31 अक्टूबर, 2019
आधुनिक भारत के शिल्पी थे सरदार पटेल
-ललित गर्ग -


भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन एवं आजादी के बाद आधुनिक भारत को वैचारिक एवं क्रियात्मक रूप में एक नई दिशा देने के कारण सरदार वल्लभभाई पटेल ने राजनीतिक इतिहास में एक गौरवपूर्ण, ऐतिहासिक एवं स्वर्णिम स्थान प्राप्त किया। वास्तव में वे आधुनिक भारत के शिल्पी थे। भारत की मादी को प्रणम्य बनाने एवं कालखंड को अमरता प्रदान करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनकी अखण्ड भारत को लेकर जितनी बड़ी कल्पनाएं थी, जितने बड़े सपने थे, उसी के अनुरूप लक्ष्य बनाये और उतने ही महत्वपूर्ण कार्य किये। उनके कठोर व्यक्तित्व में बिस्मार्क जैसी संगठन कुशलता, कौटिल्य जैसी राजनीति सत्ता तथा राष्ट्रीय एकता के प्रति अब्राहम लिंकन जैसी अटूट निष्ठा थी। जिस अदम्य उत्साह, असीम शक्ति एवं कर्मठता से उन्होंने नवजात भारत गणराज्य की प्रारम्भिक कठिनाइयों का समाधान किया, उसके कारण विश्व के राजनीतिक मानचित्र पर वे एक अमिट आलेख बन गये। राजनीतिक कारणों से इस लोकपुरुष को उतना गौरवपूर्ण स्थान नहीं मिला, जितना अपेक्षित था। लेकिन नरेन्द्र मोदी ने इस कमी को पूरा किया। इस वर्ष उनका 144वां जन्म दिवस देशभर के विश्वविद्यालयों और स्कूलों में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है और एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय एकता दौड़ का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर असंख्य देशवासी देश की एकता, अखंडता व सुरक्षा को बनाये रखने और आंतरिक सुरक्षा में अपना योगदान देने की शपथ लेंगे। पिछले वर्ष जयंती के मौके पर गुजरात के केवड़िया में उनकी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का अनावरण भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उनके व्यक्तित्व के अनुरूप प्रतिमा का निर्मित होना एवं राष्ट्रीय एकता दिवस का आयोजन, उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
सरदार पटेल भारत के देशभक्तों में एक अमूल्य रत्न थे। वे आधुनिक भारत के शक्ति स्तम्भ थे। आत्म-त्याग, अनवरत सेवा तथा दूसरों को दिव्य-शक्ति की चेतना देने वाला उनका जीवन सदैव प्रकाश-स्तम्भ की अमर ज्योति रहेगा। वे मन, वचन तथा कर्म से एक सच्चे भारतीय एवं भारतीयता के प्र्रतीक पुरुष थे। वे वर्ण-भेद तथा वर्ग-भेद के कट्टर विरोघी थे। वे अन्तःकरण से निर्भीक थे। अद्भुत अनुशासन प्रियता, अपूर्व संगठन-शक्ति, शीघ्र निर्णय लेने की क्षमता एवं अनूठी प्रशासनिक क्षमता उनके चरित्र के अनुकरणीय अलंकरण थे। कर्म उनके जीवन का साधन था। संघर्ष को वे जीवन की व्यस्तता समझते थे। गांधीजी के कुशल नेतृत्व में सरदार पटेल का स्वतन्त्रता आन्दोलन में योगदान उत्कृष्ट एवं महत्त्वपूर्ण रहा है। स्वतन्त्रता उपरान्त अदम्य साहस से उन्होंने देश की विभिन्न 562 रियासतों का विलीनीकरण किया तथा भारतीय प्रशासन को निपुणता तथा स्थायित्वता प्रदान किया।
सरदार पटेल का जन्म गुजरात के नडियाद (ननिहाल) में 31 अक्टूबर 1875 को हुआ। उनका पैतृक निवास स्थान गुजरात के खेड़ा के आनंद तालुका में करमसद गांव था। वे अपने पिता झवेरभाई पटेल तथा माता लाडबा देवी की चैथी संतान थे। उनका विवाह 16 साल की उम्र में झावेरबा पटेल से हुआ। उन्होंने नडियाद, बड़ौदा व अहमदाबाद से प्रारंभिक शिक्षा लेने के उपरांत इंग्लैंड मिडल टैंपल से लॉ की पढ़ाई पूरी की एवं 22 साल की उम्र में जिला अधिवक्ता की परीक्षा उत्तीर्ण कर बैरिस्टर बनेें। वे कितने मेधावी थे इसका अनुमान इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि 1910 में वे पढ़ाई के लिए इंग्लैंड गए और लॉ का कोर्स उन्होंने आधे वक्त में ही पूरा कर लिया। इसके लिए उन्हें पुरस्कार भी मिला। इसके बाद वेे भारत लौट आए और स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान देने लगे। सरदार पटेल ने अपना महत्वपूर्ण योगदान 1917 में खेड़ा किसान सत्याग्रह, 1923 में नागपुर झंडा सत्याग्रह, 1924 में बोरसद सत्याग्रह के उपरांत 1928 में बारडोली सत्याग्रह में देकर अपनी राष्ट्रीय पहचान कायम की।
सरदार पटेल का व्यक्तित्व विवादास्पद रहा है। प्रायः उन्हें ‘असमझौतावादी’’, ‘पूँजी समर्थक’, ‘मुस्लिम विरोधी’, तथा ‘वामपक्ष विरोधी’ कहा जाता है। पटेल की राजनीतिक भूमिका, योगदान तथा चिंतन का सही विश्लेषण किया जाना एवं उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को लेकर पैदा की गयी भ्रान्तियाँ दूर कर पक्षपातों तथा पूर्वाग्रहों से रहित वास्तविक तथ्यों को उजागर किये जाने के प्रयास किये जाने अपेक्षित है। उनके राजनीतिक जीवन से सम्बन्धित उपेक्षित या छिपे हुए महत्त्वपूर्ण तथ्यों को सामने लाकर उसका आलोचनात्मक विश्लेषण किया जाये, ताकि भारत के स्वतंत्रता संग्राम एवं आधुनिक भारत के निर्माण के प्रारंभिक इतिहास का वास्तविक स्वरूप सामने आये।
1947 में भारत को आजादी तो मिली लेकिन बिखरी हुई। देश में कुल 562 रियासतें थीं। कुछ बेहद छोटी तो कुछ बड़ी। ज्यादातर राजा भारत में विलय के लिए तैयार थे। लेकिन, कुछ ऐसे भी थे जो स्वतंत्र रहना चाहते थे। यानी ये देश की एकता के लिए खतरा थे। सरदार पटेल ने इन्हें बुलाया और समझाया। वे मानने के लिए तैयार नहीं हुए तो पटेल ने सैन्य शक्ति का इस्तेमाल किया। आज एकता के सूत्र में बंधे भारत के लिए देश सरदार पटेल का ही ऋणी है। कहा जाता है कि एक बार उनसे किसी अंग्रेज ने इस बारे में पूछा तो सरदार पटेल ने कहा- मेरा भारत बिखरने के लिए नहीं बना। फ्रैंक मोराएस ने लिखा भी है- ‘‘एक विचारक आपका ध्यान आकर्षित करता है, एक आदर्शवादी आदर का आह्वान करता है, पर कर्मठ व्यक्ति, जिसको बातें कम और काम अधिक करने का श्रेय प्राप्त होता है, लोगों पर छा जाने का आदी होता है, और पटेल एक कर्मठ व्यक्ति थे।’’
निःसंदेह स्वतंत्र भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री व गृहमंत्री सरदार पटेल भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अग्रणी योद्धा व भारत सरकार के आधार स्तंभ थे। आजादी से पहले भारत की राजनीति में इनकी दृढ़ता और कार्यकुशलता ने इन्हें स्थापित किया और आजादी के बाद भारतीय राजनीति में उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों को देश के अनुकूल बनाने की क्षमताओं ने सरदार पटेल का कद काफी बड़ा कर दिया। भारत तो आजाद हो गया, लेकिन असली चुनौती थी 562 रियासतों को अखण्ड भारत में शामिल करने की। निःसंदेह सरदार पटेल द्वारा रियासतों का एकीकरण विश्व इतिहास का एक आश्चर्य था। भारत की यह रक्तहीन क्रांति थी। सरदार पटेल ने फरीदकोट के नक्शे पर अपनी लाल पैंसिल घुमाते हुए केवल इतना पूछा कि ‘क्या मर्जी है?’ राजा कांप उठा। आखिर 15 अगस्त 1947 तक केवल तीन रियासतें-कश्मीर, जूनागढ़ और हैदराबाद छोड़कर उस लौह पुरुष ने सभी रियासतों को भारत में मिला दिया। इन तीन रियासतों में भी जूनागढ़ को 9 नवम्बर 1947 को मिला लिया गया तथा जूनागढ़ का नवाब पाकिस्तान भाग गया। 1948 में हैदराबाद भी केवल 4 दिन की पुलिस कार्रवाई द्वारा मिला लिया गया। न कोई बम चला, न कोई क्रांति हुई, जैसा कि डराया जा रहा था। पटेल ने इन्हें एक सूत्र में पिरोया और वह काम कर दिखाया जिसकी उस वक्त कल्पना भी कठिन थी। अटल इरादों और लौह इच्छाशक्ति के कारण ही उन्हें लौह पुुरुष कहा जाता है। महात्मा गांधी ने सरदार पटेल को इन रियासतों के बारे में लिखा था, ‘रियासतों की समस्या इतनी जटिल थी जिसे केवल तुम ही हल कर सकते थे।’
सरदार पटेल गृहमंत्री के रहते जहां पाकिस्तान की छद्म व चालाकीपूर्ण चालों से सतर्क थे वहीं देश के विघटनकारी तत्वों से भी सावधान करते थे। विशेषकर वे भारत में मुस्लिम लीग तथा कम्युनिस्टों की विभेदकारी तथा रूस के प्रति उनकी भक्ति से सजग थे। अनेक विद्वानों का कथन है कि सरदार पटेल बिस्मार्क की तरह थे। लेकिन लंदन के टाइम्स ने लिखा था ‘बिस्मार्क की सफलताएं पटेल के सामने महत्वहीन रह जाती हैं।’ यदि पटेल के कहने पर चलते तो कश्मीर, चीन, तिब्बत व नेपाल के हालात आज जैसे न होते। पटेल सही मायनों में मनु के शासन की कल्पना थे। उनमें कौटिल्य की कूटनीतिज्ञता तथा महाराज शिवाजी की दूरदर्शिता थी। वे केवल सरदार ही नहीं बल्कि भारतीयों के हृदय के सरदार थे।
जहां तक कश्मीर रियासत का प्रश्न है इसे पंडित नेहरू ने स्वयं अपने अधिकार में लिया हुआ था, परंतु यह सत्य है कि सरदार पटेल कश्मीर में जनमत संग्रह तथा कश्मीर के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र संघ में ले जाने पर बेहद क्षुब्ध थे। यद्यपि विदेश विभाग पं॰ नेहरू का कार्यक्षेत्र था, परंतु कई बार उप-प्रधानमंत्री होने के नाते कैबिनेट की विदेश विभाग समिति में उनका जाना होता था। उनकी दूरदर्शिता का लाभ यदि उस समय लिया जाता तो अनेक वर्तमान समस्याओं का जन्म न होता। 1950 में पंडित नेहरू को लिखे एक पत्र में पटेल ने चीन तथा उसकी तिब्बत के प्रति नीति से सावधान किया था और चीन का रवैया कपटपूर्ण तथा विश्वासघाती बतलाया था। अपने पत्र में चीन को अपना दुश्मन, उसके व्यवहार को अभद्रतापूर्ण और चीन के पत्रों की भाषा को किसी दोस्त की नहीं, भावी शत्रु की भाषा कहा था। उन्होंने यह भी लिखा था कि तिब्बत पर चीन का कब्जा नई समस्याओं को जन्म देगा। 1950 में नेपाल के संदर्भ में लिखे पत्रों से भी पं॰ नेहरू सहमत न थे। 1950 में ही गोवा की स्वतंत्रता के संबंध में चली दो घंटे की कैबिनेट बैठक में लम्बी वार्ता सुनने के पश्चात सरदार पटेल ने केवल इतना कहा ‘क्या हम गोवा जाएंगे, केवल दो घंटे की बात है।’ नेहरू इससे बड़े नाराज हुए थे। यदि पटेल की बात मानी गई होती तो 1961 तक गोवा की स्वतंत्रता की प्रतीक्षा न करनी पड़ती। गृहमंत्री के रूप में वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय नागरिक सेवाओं (आई.सी.एस.) का भारतीयकरण कर इन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवाएं (आई.ए.एस.) बनाया। अंग्रेजों की सेवा करने वालों में विश्वास भरकर उन्हें राजभक्ति से देशभक्ति की ओर मोड़ा। यदि सरदार पटेल कुछ वर्ष जीवित रहते तो संभवतः नौकरशाही का पूर्ण कायाकल्प हो जाता। पडौसी देशों एवं कश्मीर की समस्या भी इतनी लम्बी नहीं होती। क्योंकि सरदार पटेल  शास्त्रों के नहीं, शस्त्रों के पुजारी थे। पटेल अखण्ड एवं सुदृढ़ भारत का सपना देखते थे।
प्रेषकः


(ललित गर्ग)
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जैसलमेर, प्रभारी एवं सह प्रभारी अधिकारी चुनाव कार्य के लिए निर्धारित की गई समय सीमा में कार्य संपादित करें-जिला निर्वाचन अधिकारी

 जैसलमेर, प्रभारी एवं सह प्रभारी अधिकारी चुनाव कार्य के लिए निर्धारित की 
गई समय सीमा में कार्य संपादित करें-जिला निर्वाचन अधिकारी


जैसलमेर, 30 अक्टूबर। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरपालिका आम चुनाव 2019 के लिए घोषणा के साथ ही आदर्ष आचार संहिता की पालना सुनिष्चित हो गई है। नगर परिषद जैसलमेर चुनाव 2019 के लिए मतदान 16 नवंबर, शनिवार को होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी(कलक्टर) नमित मेहता ने नगर परिषद जैसलमेर के आम चुनाव 2019 के सुचारू रूप से सुसंपादन के लिए नियुक्त प्रकोष्ठ प्रभारी एवं सह प्रभारी अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे नगर परिषद चुनाव के कार्य को गंभीरता से लेते हुए जो समय सीमा निर्धारित की गई है उसी अनुरूप कार्य को संपादित करेंगे एवं राज्य निर्वाचन आयोग के आदेषों की अक्षरषः पालना करते हुए चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्षी ढंग से सम्पन्न करायेंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी(कलक्टर) मेहता ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रकोष्ठ प्रभारियों एवं सह प्रभारियों की बैठक में यह निर्देष दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक डाॅ.किरण कंग, उप जिला निर्वाचन अधिकारी (एडीएम) ओ.पी.विष्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाष, अतिरिक्त आयुक्त उपनिवेषन दुर्गेष बिस्सा, उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर दिनेष विष्नोई, उपायुक्त उप निवेषन देवाराम सुथार, जिला रसद अधिकारी भारत भूषण गोयल के साथ ही प्रकोष्ठ प्रभारी एवं सह प्रभारी अधिकारी उपस्थित थें। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरपालिका चुनाव के लिए अधिसूचना करने के साथ ही आचार-संहिता लागू हो गयी है उसकी पालना सुनिष्चित करनी है।
उन्होंने मतदान दल प्रकोष्ठ एवं आदर्ष आचार संहिता व षिकायत निवारण प्रकोष्ठ जो महत्वपूर्ण प्रकोष्ठ है इसके अन्तर्गत विषेष ध्यान रखने की आवष्यकता जताई एवं कहा कि नगरपरिषद जैसलमेर क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों एवं अधिकारियों को मतदान दलों में नहीं लगावें। उन्होंने मतदान दलांे का समय पर गठन कर उनको तामिली भी समय पर कराने के निर्देष दिए। उन्होंने रिटर्निंग अधिकारी को कहा कि उनका प्रकोष्ठ चुनाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण है इसलिए वे पूर्ण जिम्मेदारी के साथ कार्य को संपादित करें वहीं उन्हांेने नगर परिषद जैसलमेर के सभी मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन कर आयोग द्वारा निर्धारित की गई सुविधाएं वहां सुनिष्चित करेंगे। उन्होंने पुलिस विभाग के साथ क्रिटीकल मतदान केन्द्रों का भी चिन्ह्किरण करावें।
उन्होंने प्रषिक्षण प्रकोष्ठ प्रभारी को निर्देष दिए कि वे आयोग के निर्देषों की पालना में मतदान दलों के साथ ही आर.ओ, ए.आर.ओ, जोनल मजिस्ट्रेट को नवीनतम निर्देषों के साथ प्रषिक्षण करवाना सुनिष्चित करें एवं इसमंे किसी प्रकार की जानकारी उनको देने से वंचित नहीं रहें उसी अनुरूप प्रषिक्षण देंवे। उन्हांेने परिवहन प्रकोष्ठ को वाहनों का प्रारम्भिक आंकलन कर समय पर वाहनों का अधिग्रहण करने के निर्देष दिए एवं साथ ही यह भी कहा कि जहां तक संभव हो केवल राजकीय वाहनों का ही अधिग्रहण करावें, निजी वाहनांे का अधिग्रहण नहीं करावें।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव कार्य से जुडें अधिकारियांे/कर्मचारियों को नगर परिषद चुनाव में किसी भी प्रकार से लिप्त नहीं होने की हिदायत दी एवं कहा कि वे किसी भी राजनैतिक दल या प्रत्याषी के कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंवे। यदि कोई अधिकारी/कर्मचारी राजनैतिक दलों/प्रत्याषियांे के साथ चुनाव कार्य में लिप्त पाए गए तो उनके खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्हांेने चुनाव निर्देषिका के संबंध में भी समय पर सूचनाएं संकलित करवाकर उसका प्रकाषन भी समय पर करावें।
पुलिस अधीक्षक डाॅ.किरण कंग ने बताया कि नगर परिषद जैसलमेर के चुनाव 2019 के दौरान पुलिस द्वारा कानून एवं सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जायेंगे एवं सुरक्षा की दृष्टि से सभी व्यवस्थाएं चाक चैबंद होगी।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी विष्नोई ने बैठक मे निर्वाचन शाखा, न्याय कानून, षिकायत निवारण व आदर्ष आचार संहिता, मतदान दल व मतगणना दल, यातायात, सामान्य व्यवस्था, चुनाव पर्यवेक्षक व्यवस्था, नियंत्रण कक्ष, ईवीएम तैयारी, लेखा, रूट चार्ट, प्रषिक्षण, मतपत्र, भुगतान दल, निर्वाचन लेखा, डाकमत पत्र, चुुनाव भण्डार, सांख्यिकी, चिकित्सा, वेलफेयर, तामील, मीडिया, सूचना प्रोद्योगिकी, विडीयोग्राफी, स्ट्रांगरूम, निर्वाचन प्रसार प्रकोष्ठ द्वारा किए जाने वाले कार्यो एवं उनके लिए तय की गई समय सीमा के बारे में विस्तार से जानकारी।
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बाड़मेर, निर्वाचन अधिकारी ने किया स्ट्रांग रूम का निरीक्षण

बाड़मेर, निर्वाचन अधिकारी ने किया स्ट्रांग रूम का निरीक्षण


बाड़मेर, 30 अक्टूबर। जिला निर्वाचन अधिकारी अंशदीप ने बुधवार को प्रशासनिक अधिकारियांे के साथ राजकीय महाविद्यालय मंे स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया।
जिला कलक्टर अंशदीप ने स्ट्रांेग रूम का निरीक्षण करने के साथ ईवीएम वितरण, मतदान दलांे की रवानगी एवं ईवीएम संग्रहण के बारे मंे जानकारी ली। उन्हांेने संबंधित विभागीय अधिकारियांे को समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के संबंध मंे आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र, आयुक्त पवन मीणा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता महावीर बोहरा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

बाड़मेर अवैध शराब से भरे 15 कार्टन जब्त करने में सफलता, एक आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर अवैध शराब से भरे 15 कार्टन जब्त करने में सफलता, एक आरोपी गिरफ्तार
       
     

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के रामसर पुलिस को बड़ी मात्रा में अवैध  शराब बरामद   करने में सफलता हासिल की , शरद चैघरी पुलिस अधीक्षक बाड़मेर द्वारा जिले में अवैध शराब की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत दिनांक 29.10.19 को श्री हुकमाराम नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना रामसर मय जाब्ता द्वारा  मुखबिर की इतला पर कस्बा रामसर मे बस स्टेण्ड के पास स्थित किरपालसिह की दुकान के पिछवाडे मे खाली पडी जमीन मे रामाराम पुत्र केसाराम जाट निवासी रामसर द्वारा अवैध शराब बेचते हुए को गिरफतार कर उनके कब्जा से 6 कार्टन बीयर (72 बोतल बीयर) व 9 कार्टन देषी शराब (432 पव्वे देषी शराब) बरामद कर मुलजिम रामाराम को गिरफ्तार कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना रामसर पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई।     

बाड़मेर विधायक और जिलाध्यक्ष प्रत्याषी चयन के लिए अधिकृत

बाड़मेर विधायक और जिलाध्यक्ष प्रत्याषी चयन के लिए अधिकृत
उर्जा मंत्री बी़ डी़ कल्ला एवं जिला प्रभारी विश्नोई ने ली नगर परिषद चुनावों को लेकर हुई चर्चा विषेष बैठक

बाड़मेर। नवंबर माह में आयोजित होने वाले नगर परिषद चुनावों को लेकर उम्मीदवारों के टिकट चयन को लेकर बुधवार को बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन के कार्यालय में विशेष बैठक उर्जा मंत्री बी़डी. कल्ला एवं जिा प्रभारी हीरालाल विश्नोई की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

जिला प्रवक्ता मेवाराम सोनी ने बताया कि बैठक में बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिलाध्यक्ष फतेह खान में मौजुद रहे। बैठक में प्रभारी मंत्री बी़ डी़ कल्ला ने नगर परिषद चुनावों के लिए सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को कमर कसने का आव्हान किया। साथ ही एकजुट होकर बाड़मेर में तीसरी बार कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिए वार्ड वाईज तैयारियों में जुटने का आव्हान किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं जिला प्रभारी हीरालाल विश्नोई ने कहा कि कार्यकर्ताओं को कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों के साथ आमजन के बीच जाना है और भाजपा की गलत नीतियों से आमजन को सचेत करते हुए प्रदेश एवं जिले में कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए कांग्रेस का बोर्ड बनाना हैं।

उर्जा मंत्री बी़ डी. कल्ला एवं जिला प्रभारी हीरालाल विश्नोई ने चर्चा के बाद नगर परिषद चुनावों हेतु प्रत्याशियों के टिकट के चयन हेतु बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन एवं जिलाध्यक्ष फतेह खान को अधिकृत किया। बैठक में जिला उपाध्यज्ञ यज्ञदत्त जोशी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष मूली चौधरी, ब्लॉक अध्यक्ष मूलाराम मेघवाल, लक्ष्मण गोदारा, ठाकराराम माली, राजेन्द्र चौधरी, तनसिंह महाबार, दमाराम माली सहित कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि आज:
पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि आज गुरूवार को सुबह 11 बजे कांग्रेस कार्यालय में आयोजित होगी। यह जानकारी देते हुए प्रवक्ता मेवाराम सोनी ने बताया कि पुण्यतिथि पर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष फतेह खान सहित कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजुद रहेगे।

जैसलमेर गुजराती पर्यटकों से हुआ गुलजार ,पर्यटकों की भारी भीड़ से खिला जैसाण

जैसलमेर गुजराती पर्यटकों से हुआ गुलजार ,पर्यटकों की भारी भीड़ से खिला जैसाण 






जैसलमेर पश्चिमी राजस्थान के सिंह द्वार  स्वर्ण नगरी इन दिनों गुजरती पर्यटकों से गुलजार हो रहा हैं ,पिछले सालो से जैसलमेर में दीपावली के बाद पांच दिन लाभ पंचमी तक गुजरती पर्यटकों की आवाजाही बढ़ी हे ,प्रति वर्ष गुजरती पर्यटकों की संख्या में अप्रत्यासित इजाफा भी हो रहा हैं ,दीपावली के दूसरे दिन से ही गुजरात के पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई ,बुधवार को तो हालत यह हो गयी की सोनार किले  जाने वाली चारो प्रोलों में तिल  रखने की जगह नहीं , पर्यटकों का कारवां चारो और दिख रहा ,रंग बिरंगे परिधानों से सज्जे धज्जे पर्यटकों की लम्बी कतारें देख स्थानीय पर्यटन व्यवसाइयों के चेहरों में रौनक लम्बे समय बाद लौट आई ,

जैसलमेर  पर्यटन सीजन का आगाज़  फरवरी मरू महोत्सव  चलेगा , विदेशी सैलानियों से सर सब्ज रहने वाले जैसलमेर में पिछले कुछ  सालो से देशी पर्यटकों का बूम भी आने लगा हैं ,पश्चिम बंगाल ,गुजरात ,पंजाब ,दिल्ली से टूरिस्ट बड़ी तादाद में जैसलमेर पहुंचने लगे हैं ,जैसलमेर की कलात्मक किले और हवेलियां पर्यटकों को  लुभा रही हे तो सम ,  खुहड़ी के सैंड ड्यून्स पर पर्यटकों की मौज मस्ती सर चढ़ कर  बोल रही हैं ,पर्यटकों की रेलमपेल से जैसलमेर में इन दिनों रौनक छाई हैं जो नए साल के जश्न तक परवान चढ़ेगी ,

  जैसलमेर के प्रमुख पर्यटन स्थलों गड़ीसर लेक, सालम सिंह हवेली ,पटवा हवेली ,बड़ा बाग ,अमर सागर ,मूल सागर ,कुलधरा ,खाभा फोर्ट सैलानियों को खूब प्रभावित कर रहे हैं ,हालत यह हे की होटलो में जगह नहीं हैं। टूरिस्ट वाहन नहीं मिल रहे ,रेस्टोरेंटो में भरी भीड़ दिखाई दे रही हैं ,

जैसलमेर  में दिवाली  के तुरंत बाद  पर्यटन में बूम आना शुरू हो . यह बूम अब अपने पूरे शबाब पर है. पर्यटकों के कारण  शहर में यातायात व्यवस्था भी चरमराने लगी है. इन शहर में पर्यटन स्थलों पर पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है.गुजराती लोग परिवार के साथ लाभ पंचमी की छुटियो का आनंद लेने इन शहरों में टिके हुए हैं. होटल्स और रेस्टोरेंट्स में जगह उपलब्ध नहीं हो पा रही है. वहीं टैक्सी चालक भी स्थानीय लोगों को भाव ही नहीं दे रहे हैं. उनके लिए इस वक्त केवल और केवल पर्यटक ही महत्वपूर्ण हो रखे हैं. पर्यटक एक-जगह से दूसरी जगह जाने के लिए उन्हें मुंह मांगे दाम दे रहे हैं.हालत यह है कि पर्यटकों के लिए गाइड नहीं मिल पा रहे हैं. सभी गाइड किसी न किसी ग्रुप के साथ बिजी हैं.  जैसलमेर  में पर्यटकों के इस बूम और न्यू ईयर सेलिब्रेशन को देखते हुए सभी पर्यटन स्थल वाले  जगहों में होटल संचालकों ने पर्यटकों के लिए खास इंतजाम किए हैं.सैलानियाें के स्वागत के लिए स्वर्णनगरी के चौराहों को इसी प्रकार रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। प्रशासन द्वारा शहर के सभी चौराहों पर भव्य सजावट के साथ ही लाइटिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे शाम होने के साथ ही चौराहों का रूप भी निखर जाता है।

जैसलमेर के बारे में जैसा सुन रखा था उससे अच्छा लगा ,कलात्मक किला और हवेलियां खासकर बारीक़ कलात्मक खुदाई वाले झरोखे देखने लायक हे तो गड़ीसर झील खूबसूरत हैं ,सम के धोरे जन्नत समान हे जब लोक गीत संगीत की महफ़िल जमती हे तो स्वर्ग सा नजारा होता हैं ,हम यहाँ आके काफी खुश हैं ,श्रीमती हर्षा बेन गुजराती  पर्यटक

काफी समय बाद पर्यटकों की अच्छी संख्या जैसलमेर आई जिससे पर्यटन व्यवसाय को पंख लगने की उम्मीद हैं ,नए साल के जश्न तक ऐसी सीजन रहे तो पर्यटन क्षेत्र का विकास हो ,होटलो की बुकिंग फूल हैं ,वाहन किराये पर नहीं मिलपा रहे ,उम्मीदे जगी हे इस बार ,देवी सिंह चौहान पर्यटन व्यवसायी

दीवाली के तुरंत बाद पर्यटकों का बड़ी संख्या में आना सुखद हैं,जिला प्रशासन पर्यटकों की सुविधा के लिए बेहतर इंतज़ामात क्र रहा हैं ,शहर को आकर्षक रूप से सजाया गया हैं ,किले की लाइटिंग व्यवस्था दुरुस्त की जा रही हैं ,नमित मेहता जिला कलेक्टर जैसलमेर

मंगलवार, 29 अक्तूबर 2019

जैसलमेर जैसलमेर देश की शीर्ष बैंक ICICI बैंक हेतु वाक इन इंटरव्यू ( CAMPUS DRIVE) ओधोगिक पशिक्षण संस्थान (ITI ) गाँधी कॉलोनी जैसलमेर में 30 अक्टूबर को

जैसलमेर देश की शीर्ष बैंक ICICI  बैंक  हेतु वाक इन इंटरव्यू ( CAMPUS DRIVE)

ओधोगिक पशिक्षण  संस्थान (ITI ) गाँधी कॉलोनी  जैसलमेर  में 30 अक्टूबर  को

जैसलमेर जैसलमेर जिले के स्नातक बेरोजगार युवको के लिए बैंक में चयन के लिए रोजगार कार्यालय वाक इन इटरव्यू का आयोजन बुधवार को करेगा , देश की शीर्ष बैंक आईसीआईसीआई में ट्रेनिंग द्वारा भर्ती हेतु प्रथम बार एक वाक इन इंटरव्यू का आयोजन जैसलमर   में 30 अक्टूबर  को किया जायेगा . भवानी प्रताप चारण , जिला रोजगार  अधिकारी  ने बताया की  एन आई आई टी जोधपुर की टीम इस कार्य के लिए बुधवार को  उपलब्ध होंगी . जैसलमेर  क्षेत्र के सभी ग्रेजुएट विधार्थी इसमें भाग ले कर बैंकिंग क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकते हैं.” भाग लेने हेतु स्नातक  ( ग्रेजुएट ) होना चाहिए।  व्  दसवीं ,बाहरवीं  और  स्नातक  में कम  से कम  50 % अनिवार्य होंगे  तथा  उम्र 25 वर्ष से कम। वार्षिक  सैलरी  2 लाख चौबीस  हजार  होगी।  ऐसे छात्र  और छात्राये  भाग ले सकते हैं।  उन्होंने बताया की इंटरव्यू प्रात 10 .00 बजे से प्रारंभ होंगे.और ज्यादा  जानकारी के लिए हेल्प लाइन पर बात कर सकते है -9351454396 

बीकानेर फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी भारत के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास शक्ति : 2019 के लिए बीकानेर पहुँची

बीकानेर फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी भारत के साथ संयुक्त  युद्धाभ्यास शक्ति : 2019  के लिए बीकानेर पहुँची

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फ्रांसीसी सेना की 38  सैनिकों की टुकड़ी, महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में 31 अक्टूबर से 13 नवंबर 2019 तक आयोजित होने वाले इंडो-फ्रेंच युद्धाभ्यास* *शक्ति-2019 में भाग लेने के लिए 28 अक्टूबर को बीकानेर पहुँची।

महाजन फील्ड फायरिंग रेंज अभ्यास क्षेत्र में पहुंचने पर, भारतीय सेना ने फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी के लिए गर्मजोशी और पारंपरिक तरीके से स्वागत किया, जिसके बाद दोनों देशों के सैनिकों के बीच सदभाव पूर्ण  आदान-प्रदान हुआ।

युद्धाभ्यास शक्ति-2019 के बैनर के तहत द्विपक्षीय अभ्यास की श्रृंखला में पांचवा संस्करण है। संयुक्त युद्धाभ्यास संयुक्त राष्ट्र जनादेश के तहत अर्ध-रेगिस्तानी इलाके की पृष्ठभूमि में काउंटर टेररिज्म पर केंद्रित होगा।
संयुक्त प्रशिक्षण में उच्च स्तर की शारीरिक क्षमता, सामरिक अभ्यास, तकनीक और प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाएगा। अभ्यास के दौरान, संयुक्त योजना, कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन्स, सर्च  एंड  रेस्क्यू , संयुक्त सामरिक अभ्यास और विशेष हथियार कौशल का प्रशिक्षण किया जायेगा।

जैसलमेर केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने परमाणु नगरी में राजकीय कन्या महाविद्यालय का शिलान्यास किया।

 जैसलमेर  केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने परमाणु नगरी में राजकीय कन्या महाविद्यालय का शिलान्यास किया।




जैसलमेर जिले की परमाणु नगरी से विख्यात पोकरण में  केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने मंगलवार को  राजकीय कन्या महाविद्यालय का शिलान्यास किया। अलप संख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद मंलवार सुबह पोकरण पहुंच पोकरण नगरपालिका अध्यक्ष आनंदीलाल गुचिया, प्रधान वहीदुल्ला मेहर के साथ कन्या महाविद्यालय स्थल पहुंचे। यहां उन्होंने कन्या महाविद्यालय भवन निर्माण कार्य का शुभारंभ करते हुए भूमि पूजन किया। इस मौके ओर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता हरिसिंह, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता उपस्थित थे। मंत्री शाले मोहम्मद ने अधिकारियों को कार्य मे गुणवत्ता रखने, कार्य को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने कहा की उन्होंने बताया कि कॉलेज भवन निर्माण से बालिकाओं को लाभ मिलेगा ओर क्षेत्र में बालिका शिक्षा को भी बढ़ावा मिलेगा।उन्होंने कहा की आज हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी काबिलियत के बलबूते पर कामयाबी पा रही हैं। महिलाएं कृषि कार्य से लेकर देश के विभिन्न संस्थानों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा रही हैं। हमें बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। तभी वह एक जिम्मेदार और सशक्त महिला बन सकती है।

रविवार, 27 अक्तूबर 2019

जैसलमेर जरूरतमन्दों को कपड़े और बच्चो को उपहार दे दीवाली मनाई ग्रुप फ़ॉर पीपल ने*

जैसलमेर  जरूरतमन्दों को कपड़े और बच्चो को उपहार दे दीवाली मनाई ग्रुप फ़ॉर पीपल ने*









*जैसलमेर सामाजिक सरोकार और नवाचार के प्रतीक ग्रुप फ़ॉर पीपल जैसलमेर के सदस्यो ने दीवाली की पूर्व संध्या पर सांसी कच्ची बस्ती और गफ्फूर भट्टा कच्ची बस्ती के जरूरतमंद परिवारों के साथ दीपोत्सव की खुशियां बांटी। ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी,सरंक्षक पूर्व सभापति अशोक तंवर,अध्यक्ष मुकेश गज्जा, देवेंद्र सिंह परिहार,दलवीर सिंह भाटी,मांगीलाल सोलंकी,राजेन्द्र सिंह चौहान,पूर्व मिस्टर डेजर्ट जितेंद्र खत्री,मनीष तँवर, सनौफर अली ,श्रीमती किरण भाटी,सहित कई सदस्यो ने कच्ची बस्तियों में क्लॉथ बैंक में आये वस्त्र वितरित किये।साथ ही बच्चो को उपहार खाद्य सामग्री वितरित कर दीवाली पर इनके मासूम चेहरों पर खुशियों का नूर लाने के प्रयास किये।।ग्रुप फ़ॉर पीपल टीम ने प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी दीवाली पूर्व कच्ची बस्तियों में वस्त्र वितरण किये।।

जैसलमेर दीपमाला से रोशन हुआ तीन सौ साल पुराना रामकुंडा मन्दिर* *ग्रुप फ़ॉर पीपल और दैनिक भास्कर ने सजाई दीपमाला*

जैसलमेर दीपमाला से रोशन हुआ तीन सौ साल पुराना रामकुंडा मन्दिर*

*ग्रुप फ़ॉर पीपल और दैनिक भास्कर ने सजाई दीपमाला*






*जैसलमेर जिला मुख्यालय से 11 किलोमीटर दूर स्थित धार्मिक आस्था का केंद्र रामकुंडा में दीपावली के पर्व पर दैनिक भास्कर और ग्रुप फ़ॉर पीपल जेसलमेर टीम के संयुक्त तैवधान में साढ़े तीन सौ साल पुराने वैष्णव मन्दिर दीपमाला की रोशनी से नहा उठा।।रामकुंडा महारावल अमर सिंह द्वारा 1699 ईसवी में बनाया गया था।महारावल ने यह मंदिर महारानी सोढ़ी मानसुखदे के लिए बनाया था।।ग्रुप फ़ॉर पीपल के संयोजक चन्दन सिंह भाटी,अध्यक्ष मुकेश गज्जा,देवेंद्र सिंह परिहार,मांगीलाल सोलंकी,राजेन्द्र सिंह चौहान,पार्षद पर्वत सिंह भाटी,नविन भाटिया,प्रदीप गौड़,प्रदीप सिंह भाटी ,महेंद्र कुमार भाटी,और दैनिक भास्कर टीम ने इस प्राचीन और ऐतिहासिक धार्मिक मन्दिर पर 1001 दीपो जला कर आकर्षक दीपमाला सजाई।।दीपो की जगमगाहट से प्राचीन दीवार सुनहरी आभा से नहा उठी।।

शनिवार, 26 अक्तूबर 2019

जैसलमेर 31 अक्टूबर सुबह 6 बजे से 108/104 बेस एम्बुलेंस सभी गाड़ियां बंद रहेगी

जैसलमेर 31 अक्टूबर सुबह 6 बजे से 108/104 बेस एम्बुलेंस सभी गाड़ियां बंद रहेगी


जैसलमेर फरवरी 2019 में जब हमारी प्रदेश हड़ताल में मुख्यमंत्री महोदय व तत्कालीन परियोजना निदेशक महोदया राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मध्यस्थता लिखित में समझौता हुआ था आपको सविंदा कर्मचारी में शामिल किया जायेगा और नए टेंडर में  ई एम टी ( नर्सिंग स्टाफ)को 16000 हजार पायलट (ड्राइवर)को 14000 सैलरी व 8 घण्टा डयूटी किया जाएगा । सरकार ने RFP निकाल कर नया टेंडर के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया है जिसमे कंपनी अपनी मर्जी से सैलरी व डयूटी टाइम तय करेगी जब दिसम्बर 2008 में BJP सरकार ने चालू किया तब हमे जून 2010 तक 6500 रु देती थी जब 2010 में सरकार ने नई कंपनी को टेंडर किया तब हमें 4019 रु सैलरी से काम दिया गया । वही डर अभी हमे सता रहा है कि नई कंपनी हमे किस आधार पर रखेंगी या नही इसलिए जब तक सरकार हमारी मांगे नही मानेगी तब तक अनिश्चित कालीन हड़ताल 31 अक्टूबर सुबह 6 बजे से 108/104 बेस एम्बुलेंस सभी गाड़ियां बंद रहेगी इसकी सब जिम्मेदारी सरकार की होगी

जैसलमेर,*अपने भाईयों के साथ त्यौहार मनाने आया हूं : कैलाश चौधरी*

जैसलमेर,*अपने भाईयों के साथ त्यौहार मनाने आया हूं : कैलाश चौधरी*

*भारत-पाक सीमा पर केंद्रीय मंत्री ने सैनिकों के साथ मनाई दीवाली*

जैसलमेर, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने शनिवार को भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित मीठड़ाऊ गांव में बीएसएफ जवानों को दीपावली की शुभकामनाएं दी और बॉर्डर का जायजा लिया। इस दौरान दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने सैनिकों के देश के प्रति त्याग और समर्पण की सराहना की। चौधरी ने जवानों को मिठाई खिलाकर कहा कि जवानों के शौर्य से ही भारत की सीमाएं सुरक्षित है और देशवासी सुख-चैन का जीवन जी पाते है। इस लिहाज से सीमावर्ती आमजन की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे सैनिकों की हौसला अफजाई करते हुए  देशविरोधी गतिविधियों को रोकने में उनका सहयोग करें।

तहसील स्तरीय वालीबॉल प्रतियोगिता का समापन : सीमाजन कल्याण समिति की ओर से म्याजलार गांव में शनिवार को तहसील स्तरीय वालीबॉल प्रतियोगिता का समापन समारोह हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी रहे। चौधरी ने कहा कि खेलने से टीम भावना एवं अनुशासन का विकास होता है। उन्होंने स्वस्थ जीवन के लिए खेलकूद को अनिवार्य बताते हुए इसे नियमित दिनचर्या में शामिल करने का आह्वान किया।

गांधी संकल्प यात्रा हुई सम्पन्न
केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र की गांधी संकल्प यात्रा शनिवार को सुबह सच्चानाथ जी मठ से रवाना होकर शाम को ख्याला मठ पहुंची। केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी सहित सैंकड़ों भाजपा पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व आमजन ने इस यात्रा में भाग लिया एवं आमजन के बीच पर्यावरण संरक्षण का संदेश पहुंचाया।