रविवार, 28 अक्तूबर 2012

बाड़मेर जहॉ बच्चे मॉ के नाम से जाने जाते हैं

जहॉ बच्चे मॉ के नाम से जाने जाते हैं

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के सिवाना क्षैत्र के सांवरड़ा गांव जिले की एक मात्र बदनाम बस्ती हैं।जहॉ सदियों से नगर वधुऐं देह व्यापार में लिप्त हैं।साटिया जाति के लगभग सत्तर परिवार यहा आबाद हैं।पुरुषविहीन इस बस्ती में नगर वधुऐं और उनके बच्चें निवास करते हैं।यहा पैदा हुए बच्चों को कभ्ज्ञी पिता का नाम नहीं मिला जिसके कारण ये बच्चे अपनी माताओं के नाम से ही जाने जाते हैं।यहॉ तक की इन बच्चों के विद्यालयों में भी पिता के नाम के सिन पर माता का नाम दर्ज हैं।बाड़मेर जिले का सांवरडा गांव सदियों से देह व्यापार के धन्धे में लिप्त हे।ंसत्तर परिवारों के इस गांव में 132 नगर वधुऐं हैं वहीं 4045 बच्चे हैं।इस गांव में प्राथमिक स्तर का एक विद्यालय हैं।जिसमें नगर वधुओं के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं।इन बच्चों के नाम विद्यालय में दर्ज हैं।इन बच्चों के पिता के नाम के सिन पर माता का नाम दर्ज हैं।विद्यालय के अध्यापक पुखराज जो इसी बस्ती का बेटा हैं ने बताया कि बस्ती की महिलाऐं देह व्यापार कर दो जून की रोटी का इंतजाम कर अपना और अपने परिवार का पेट पालती हैं।इन परिवारों में शादी का रिवाज नही हैं।जिसके कारण घर पुरुष विहीन हैं।बस्ती के बच्चों को पिता का भान नहीं हैं।बच्चो के लिए उनको जन्म देने वाली मॉ ही मॉबाप का फर्ज अदा करती हैं।देह व्यापार से जुड़ी पेम्पली देवी ने बताया कि बस्ती में परम्परागत रुप से देह व्यापार होता हैं।कुछ नगर वधुऐं पी लिखी हैं।पहले हम बच्चों को विद्यालय नहीं भेजते थे।कृष्णा संस्था के द्घारा हमें समझाइ्रस कर बच्चो को विद्यालय में भिजवाना आरम्भ किया।समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की चाह के चलते इन नगर वधुओं ने अपना नाम देकर बच्चों को शिक्षित करने का साहस दिखाया।विद्यालय दस्तावेजों में देवा पुत्र छगनी,राजु पुत्र शारदा ,संतोष पुत्री मदनी देवी आदी दर्ज हैं।विद्यालय में इन बच्चो को माकुल सुविधा तो दूर आवश्यक सुविधा तक उपलब्ध नही हैं।इन विद्यार्थियों को नि:शुल्क पुस्तके,पोशाके और पाठय सामग्री तक नहीं मिलती।कृष्णा संस्था द्घारा प्रयास कर इन बच्चो के लिए पानी का एक टेंक बनाया गया था।इसके बाद इनकी तरफ प्रशासन या सरकार ने कभी झांका तक नही॥बस्ती की महिलाओं ने विद्यालय की क्रमोनति की कई र्मतबा प्रशासन से मांग की मगर कोई कार्यवाही नही हुई।इस बस्ती के पुखराज,शांति,और मदन प लिख कर सरकारी सेवा तक पहुॅचने में सफल हुए हैं।इन बच्चों को सम्बल की आवश्यक्ता हैं।प लिख कर बच्चे समाज की मुख्य धारा में जुड़ना चाहते हैं।

बाड़मेर.मुनाबाव सड़क मार्ग को डबल लेन करने की योजना गृह मंत्रालय में अटक गई


बाड़मेर.मुनाबाव सड़क मार्ग को डबल लेन करने की योजना गृह मंत्रालय में अटक गई

बाड़मेर से सटी भारत.पाकिसतान अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात जवानों और सरहदी इलाको में बसे ग्रामीणों की सुविधा के लिहाज से 76 करोड़ की लागत से बाड़मेर.मुनाबाव सड़क मार्ग को डबल लेन करने की योजना गृह मंत्रालय में अटक गई है। इस योजना की स्वीकृति को लेकर जनप्रतिनिधि उदासीनता बरत रहे हैं। नतीजतन सरहद पर दूरदराज के इलाकों में बसी गांव.ढाणियों के लोगों को संकरे मार्गों से लंबी दूरी तय करके बाड़मेर पहुंचने को मजबूर होना पड़ रहा है।

करीब डेढ़ वर्ष पूर्व बाड़मेर से मुनाबाव मार्ग पर 127 किलोमीटर तक की सड़क को डबल लेन करने की योजना बनाई गई थी। इसके तहत मौजूदा समय में ग्रीफ के अधीन इस मार्ग को पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर किया जाना था। तत्पश्चात इस मार्ग को डबल लेन करने की प्रक्रिया शुरू होनी थीए मगर इस योजना का खाका गृह मंत्रालय को भेजने के बाद अभी तक इसकी फाइल इसी मंत्रालय में अटकी हुई है। इससे इस मार्ग को अभी तक डबल लेन नहीं किया जा सका है। उधर ग्रीफ के अधिकारियों का तर्क है कि बाड़मेर.मुनाबाव मार्ग को पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर करने को लेकर लिखित रूप में किसी तरह के आदेश नहीं मिले हैं। अतरू पीडब्ल्यूडी को सड़क हैंडओवर नहीं की गई हैए जबकि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की मानें तो गृह मंत्रालय से हरी झंडी मिलने की स्थिति में ही यह योजना गति पकड़ पाएगी।

बाड़मेर.मुनाबाव मार्ग को डबल लेन करने के फायदे

बाड़मेर में प्रतिवर्ष सरहदी इलाकों में होने वाले युद्धाभ्यास में शामिल होने के लिए मुनाबाव मार्ग से बड़ी संख्या में सेना व बीएसएफ के वाहन आवागमन करते हैं। इसके साथ ही आम दिनों में यहां से सवारी व मालवाहक वाहनों का आवागमन रहता है। इस मार्ग के डबल लेन होने से मारूड़ीए जसाईए देरासर खड़ीनए हाथमाए भाचभरए रामसर और गागरिया व गडरा समेत मुनाबाव के ग्रामीणों को भी काफी फायदा होगा।

स्पेन का लार्को न बन जाये रेतीला बाड़मेर










स्पेन का लार्को न बन जाये रेतीला बाड़मेर 

 बाड़मेर रेतीले बाड़मेर से हजारो किलोमीटर दूर स्थित स्पेन के लरका शहर में 2011 में आये एक भूकम्प के कारणों ने हमारी पेशानी में बल दल दिए है . स्पेन के इस शहर में आये विनाशकारी भूकंप में पुरे शहर को चंद सेकेंडो में लील लिया . इस जगह आये भूकंप के कारणों की जब जाँच की गई तो जो नतीजे आये वह हमारे बाड़मेर के लिए आने वाले बड़े खतरे से कम नही है . स्पेन के इस शहर में आये भूकंप का कारण अत्यधिक जलदोहन है . भूजल में पानी की कमी से खली हुए स्थान की चटाने सरकी और एक हस्त खेलते शहर तबाह हो गया और यही आलम बाड़मेर का कभी भी हो सकता है . और उसका सबसे बड़ा कारण यह है की एक तो यह भूजल का अत्यधिक दोहन हो रहा है और बाड़मेर के 8 में से 7 ब्लोक डार्क जोन में आ चुके है और भूकंप के लिहाज से बाड़मेर अति स्वेंदशील इलाके में आता है और यह कभी भी 3-5 रिवेक्टर पैमाने पर भूकंप आ सकता हे . स्पेन के लार्को में आये भूकंप का रिएक्टर पैमाने पर 5 था . अगर एसा आलम बाड़मेर में हुआ तो परिणाम क्या होगा यह सोच कर भी रूह कांप जाती है .

जानकारी के मुताबित स्पने के शहर लॉर्का में 2011 में आए भूकंप का अध्ययन कर रहे वैज्ञानिकों का कहना है कि वहां भू-जल के अत्यधिक दोहन को भूकंप के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है.सैटेलाइट के ज़रिए भूकंप प्रभावित इलाक़े की ली गई तस्वीरें से वो ये जानने में सफल हुए कि ज़मीन के किस हिस्से में हलचल हुई थी और कौन सा हिस्सा अपनी जगह से हट गया था.यूनिवर्सिटि ऑफ़ वेस्टर्न ऑनटेरियो के प्रोफ़ेसर पैब्लो गॉनज़ालेज़ और उनके सहयोगियों ने सैटेलाइट रेडार के ज़रिए भेजे गए आंकड़ों के अध्ययन के बाद पाया कि स्पेन के शहर लॉर्का में आए भूकंप में ज़मीन के केवल तीन किलोमीटर नीचे ज़मीन का एक हिस्सा अपनी जगह से फिसला था .वैज्ञानिकों के अध्ययन से पता चला है कि किस तरह बोरिंग के ज़रिए वर्षों तक ज़मीन से पानी निकालने से भूकंप आने का ख़तरा बढ़ सकता है.वैज्ञानिकों के अनुसार इसी कारण भूकंप की तीव्रता केवल 5.1 होने के बावजूद बहुत ज़्यादा नुक़सान हुआ था. स्पेन के लार्को में जो हुआ वह रेतीले बाड़मेर के लिए लिए किसी चेतावनी से कम नहीं है . भू जलस्तर में कमी से भूकंप आने के इस मामले से झा आज दुनिया पूरी सरोकार रखे हुए है व्ही दूसरी तरफ रेतीले इलाके में जिस तेजी से भूजल का दोहन हो रहा है वह अपने आप में यह के लोगो द्वारा खुद के लिए कहदी की जा रही किसी विकत समस्या से कम नही है .

भज्जी के हाथ से गई डीएसपी की नौकरी

भज्जी के हाथ से गई डीएसपी की नौकरी

चंडीगढ़। टर्बनेटर के नाम से मशहूर हरभजन सिंह के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं। पहले बीसीसीआई ने उनको ए ग्रेड से डिमोट कर बी ग्रेड में डाल दिया अब पंजाब सरकार ने भज्जी को 10 साल पहले दिए उस ऑफर को बंद कर जिसमें उन्हें डीएसपी की पोस्ट लेने को कहा गया था।

हरभजन सिंह ने हाल ही में पंजाब सरकार के उस ऑफर में रूचि दिखाई थी जो उन्हें 2002 में दिया गया था। पंजाब पुलिस ने भज्जी को उप पुलिस अधीक्षक पद पर ज्वाइन करने का ऑफर दिया था। उस वक्त पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने हरभजन को पंजाब दा पुत्तर की उपाधि से सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें पाच लाख रूपए नगद और जालंधर में एक प्लॉट भी दिया गया था।

उस वक्त हरभजन अपने करियर के टॉप पर थे। क्रिकेट कमिटमेंट और ढेरों कमर्शियल ऑफर्स के कारण भज्जी ने पंजाब पुलिस के ऑफर पर ध्यान नहीं दिया।
करीब दस साल बाद पंजाब सरकार ने साफ किया है कि 10 साल पुराना ऑफर अब खत्म हो गया है। पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने भज्जी की फाइल पर प्रतिकूल टिप्पणी लिखते हुए मामले को बंद कर दिया।

हरियाणा में झूठी शान के लिए बेटी का कत्ल!

हरियाणा में झूठी शान के लिए बेटी का कत्ल!

पानीपत। हरियाणा के पानीपत में कथित ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। बीबीए की सैकेण्ड ईयर की स्टूडेंड की परिजनों ने इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसने दूसरी जाति के लड़के से शादी कर ली थी।

पीडिता इंदू ने घर वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर अपने साथ पढ़ने वाले अजय रोहिल से शादी कर ली थी। शादी के बाद परिजन इंदू के ससुराल पहुंचे और उनसे कहा कि वे इंदू को अपने साथ घर ले जा रहे हैं। थोड़े दिन में पहुंचा देंगे। शनिवार को अजय को उसके मित्र ने बताया कि तुम्हारी पत्नी की मौत हो गई है और जल्दबाजी में उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है।

इस पर अजय पुलिस के पास गया और इंदू के परिजनों के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा लेकिन पुलिस ने केस दर्ज करने से इनकार करते हुए अजय और उसके पिता को ही गिरफ्तार कर लिया। जब पड़ोसियों ने इसका विरोध किया तो दोनों को रिहा किया गया और इंदू के परिजनों को गिरफ्तार किया गया। अजय को शक है कि उसकी बीवी को जहर दिया गया है। अजय ने बताया कि 26 अक्टूबर को इंदू की हत्या की गई। हमने जब पुलिस को फोन किया तो उन्होंने कहा कि दस मिनट में पीसीआर वैन भेज रहे हैं लेकिन वह नहीं पहुंची।

चंद्रेश कुमारी कैबिनेट,कटारिया राज्य मंत्री

चंद्रेश कुमारी कैबिनेट,कटारिया राज्य मंत्री

नई दिल्ली। कैबिनेट फेरबदल में राजस्थान को अच्छा प्रतिनिधित्व मिला है। जोधपुर से सांसद चंद्रेश कुमारी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।

जयपुर ग्रामीण से लालचंद कटारिया को राज्य मंत्री बनाया गया है। महादेव खंडेला के इस्तीफे से राजस्थान से एक मंत्री कम हो गया था। इसलिए लालचंद कटारिया को राज्य मंत्री बनाया गया है।

वहीं हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चंद्रेश कुमारी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। चंद्रेश कुमारी का ससुराल हिमाचल में है। वे कांगड़ा से राजनीति करती रही हैं।

मनमोहन ने बदली टीम,22 मंत्री बने

मनमोहन ने बदली टीम,22 मंत्री बने

नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में बहुप्रतीक्षित फेरबदल आखिरकार रविवार को अंजाम तक पहुंच गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 22 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। इनमें 7 कैबिनेट,13 राज्य मंत्री और दो स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्री शामिल हैं। पांच राज्य मंत्रियों को प्रमोट कर कैबिनेट बनाया गया है।

कैबिनेट मंत्रियों में दो नए चेहरे शामिल किए गए हैं। राजस्थान से दो नए चेहरों को मंत्रिमण्डल में शामिल किया गया है। इनमें जोधपुर से सांसद चंद्रेश कुमारी और जयपुर ग्रामीण से सांसद लालचंद कटारिया शामिल हैं। कैबिनेट फेरबदल में युवा चेहरों की बजाय अनुभवी नेताओं को तरजीह दी गई है। आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल का मंत्रिमण्डल फेरबदल में खास ध्यान रखा गया है। माना जा रहा है कि यह फेरबदल वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव का संभवत: अंतिम फेरबदल है।

केन्द्रीय मंत्री
के रहमान खान-(नया चेहरा)कर्नाटक से सांसद
दिनशा पटेल-प्रमोशन(खदान राज्य मंत्री थे) गुजरात से सांसद
अजय माकन-प्रमोशन(पहले स्वतंत्र प्रभार के खेल मंत्री थे)
चंद्रेश कुमारी-(नया चेहरा)जोधपुर से सांसद
एमएम पल्लम राजू-प्रमोशन(रक्षा राज्य मंत्री थे)
अश्विन कुमार-प्रमोशन(विज्ञान और तकनीकी राज्य मंत्री थे)
हरीश रावत-प्रमोशन(संसदीय कार्य और कृषि राज्य मंत्री थे)

राज्य मंत्री

शशि थरूर,के.के.सुरेश,तारिक अनवर,के जयप्रकाश रेड्डी,ए एच खान चौधरी,अधीर रंजन चौधरी,रानी राना,एस सत्यनारायण,निनांग इरिंग,बलराम नाइक,दीपादास मुंशी,लालचंद कटारिया,कृपा रवि किल्ली।

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार

मनीष तिवारी(नया चेहरा)
चिरंजीवी(नया चेहरा)

सेक्स रैकिट चलाने वाली महिला समेत 9 अरेस्ट

सेक्स रैकिट चलाने वाली महिला समेत 9 अरेस्ट

फरीदाबाद।। संजय कॉलोनी की गली नंबर -20 के एकमकान में छापा मारकर मुजेसर थाना पुलिस ने सेक्स रैकिटका भंडाफोड़ कर 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में5 पुरुष व 4 महिलाएं शामिल हैं। गिरफ्तार की गई महिलाओंमें से एक वेस्ट बंगाल , दो फरीदाबाद व एक उत्तर प्रदेश कीरहने वाली है। इन महिलाओं में से एक रैकिट की संचालक है।सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासतमें भेज दिया गया है।

जानकारी के अनुसार , थाना मुजेसर पुलिस को शुक्रवार कोसूचना मिली कि संजय कॉलोनी की गली नंबर -20 में एक महिला सेक्स रैकिट चलाती है। सूचना मिलने परपुलिस ने रेड का प्लान बनाया। प्लान के मुताबिक , एक पुलिसकर्मी ग्राहक बनकर महिला के पास पहुंचे औरमहिला से बात करके सौदा तय किया। सौदे के हिसाब से सिपाही ने महिला को 500 का नोट दिया और उस नोटपर इंस्पेक्टर ने साइन किए हुए थे।

सौदा तय होने के बाद पुलिस ने घर पर रेड की और वहां मौजूद 9 लोगों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पताचला कि आरोपी मुजेसर , अजरौंदा , मिर्जापुर जिला गोंडा , गांव रेवाड़ी , यूपी , वेस्ट बंगाल और संजयकॉलोनी के रहने वाले थे। रैकिट को चलाने वाली महिला की तलाशी में पुलिस ने 3500 रुपये बरामद किए।3500 रुपयों में से पुलिस ने इंस्पेक्टर का साइन किया हुआ 500 का नोट भी बरामद किया।

हुरमुचो भारत की प्राचीन और पारम्परिक कशीदा शैली

हुरमुचो भारत की प्राचीन और पारम्परिक कशीदा शैली



बाड़मेर कशीदाकारी भारत का पुराना और बेहद खूबसूरत हुनर है । बेहद कम साधनों और नाममात्र की लागत के साथ शुरु किये जा सकने वाली इस कला के कद्रदान कम नहीं हैं । रंग बिरंगे धागों और महीन सी दिखाई देने वाली सुई की मदद से कल्पनालोक का ऎसा संसार कपड़े पर उभर आता है कि देखने वाले दाँतों तले अँगुलियाँ दबा लें । लखनऊ की चिकनकारी,बंगाल के काँथा और गुजरात की कच्छी कढ़ाई का जादू हुनर के शौकीनों के सिर चढ़कर बोलता है। इन सबके बीच सिंध की कशीदाकारी की अलग पहचान है । तेज़ रफ़्तार ज़िन्दगी में जबकि हर काम मशीनों से होने लगा है, सिंधी कशीदाकारों की कारीगरी "हरमुचो" किसी अजूबे से कम नज़र नहीं आती । बारीक काम और चटख रंगों का अनूठा संयोजन सामान्य से वस्त्र को भी आकर्ष्क और खास बना देता है । हालाँकि वक्त की गर्द इस कारीगरी पर भी जम गई है । 
नई पीढ़ी को इस हुनर की बारीकियाँ सिखाने के लिये भोपाल के राष्ट्रीय मानव संग्रहालय ने पहचान कार्यक्रम के तहत हरमुचो के कुशल कारीगरों को आमंत्रित किया । इसमें सरला सोनेजा, कविता चोइथानी और रचना रानी सोनेजा ने हरमुचो कला के कद्रदानों को सुई-धागे से रचे जाने वाले अनोखे संसार के दर्शन कराये । हुरमुचो सिंधी भाषा का शब्द है जिसका शब्दिक अर्थ है कपड़े पर धागों को गूंथ कर सज्जा करना। हुरमुचो भारत की प्राचीन और पारम्परिक कशीदा शैलियों में से एक है। अविभाजित भारत के सिंध प्रांत में प्रचलित होने के कारण इसे सिंधी कढ़ाई भी कहते हैं। 
सिंध प्रांत की खैरपुर रियासत और उसके आस-पास के क्षेत्र हरमुचो के जानकारों के गढ़ हुआ करते थे। यह कशीदा प्रमुख रूप से कृषक समुदायों की स्त्रियाँ फसल कटाई के उपरान्त खाली समय में अपने वस्त्रों की सज्जा के लिये करती थीं। आजादी के साथ हुए बँटवारे में सिंध प्रांत पाकिस्तान में चला गया किंतु वह कशीदा अब भी भारत के उन हिस्सों में प्रचलित है, जो सिंध प्रान्त के सीमावर्ती क्षेत्र हैं। पंजाब के मलैर कोटला क्षेत्र, राजस्थान के श्री गंगानगर, गुजरात के कच्छ, महाराष्ट्र के उल्हासनगर तथा मध्य प्रदेश के ग्वालियर में यह कशीदा आज भी प्रचलन में है। 

हुरमुचो कशीदा को आधुनिक भारत में बचाए रखने का श्रेय सिंधी समुदाय की वैवाहिक परंपराओं को जाता है। सिंधियों में विवाह के समय वर के सिर पर एक सफेद कपड़ा जिसे ’बोराणी’ कहते है, को सात रंगो द्वारा सिंधी कशीदे से अलंकृत किया जाता है। आज भी यह परम्परा विद्यमान है। सिंधी कशीदे की प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें डिजाइन का न तो कपड़े पर पहले कोई रेखांकन किया जाता है और न ही कोई ट्रेसिंग ही की जाती है। डिजाइन पूर्णतः ज्यामितीय आकारों पर आधारित और सरल होते हैं। जिन्हें एक ही प्रकार के टांके से बनाया जाता है जिसे हुरमुचो टांका कहते हैं। यह दिखने में हैरिंघ बोन स्टिच जैसा दिखता है परंतु होता उससे अलग है। पारम्परिक रूप से हुरमुचो कशीदा वस्त्रों की बजाय घर की सजावट और दैनिक उपयोग में आने वाले कपड़ों में अधिक किया जाता था। 

चादरों,गिलाफों,रूमाल,बच्चों के बिछौने,थालपोश,थैले आदि इस कशीदे से सजाए जाते थे । बाद में बच्चों के कपड़े, पेटीकोट, ओढ़नियों आदि पर भी हरमुचो ने नई जान भरना शुरु कर दिया । आजकल सभी प्रकार के वस्त्रों पर यह कशीदा किया जाने लगा है।मैटी कशीदे की तरह सिंधी कशीदे में कपड़े के धागे गिन कर टांकों और डिजाइन की एकरूपता नहीं बनाई जाती। इसमें पहले कपड़े पर डिजाइन को एकरूपता प्रदान करने के लिए कच्चे टाँके लगाए जाते हैं। जो डिजाइन को बुनियादी आकार बनाते हैं। सिंधी कशीदा हर किस्म के कपड़े पर किया जा सकता है। सिंधी कशीदे के डिजाइन अन्य पारम्परिक कशीदो से भिन्न होते हैं।

ड्यूटी पर नहीं आ रहा आरोपी विंग कमाण्डर

ड्यूटी पर नहीं आ रहा आरोपी विंग कमाण्डर

बीकानेर। यहां नाल वायु सेना परिसर के सरकारी क्वार्टर में अपने साथी अघिकारी की पत्नी को शराब पिलाकर उससे दुष्कर्म के मामले में आरोपी विंग कमाण्डर अरूणाक्ष नंदी वर्तमान पदस्थापन स्थल पर अब गैर हाजिर चल रहा है। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने बीकानेर के सेशन न्यायालय में पिछले दिनों अग्रिम जमानत लगाई थी जो खारिज हो गई। अब पता चला है कि राजस्थान उच्च न्यायालय में याचिका पेश की है। हाइकोर्ट ने इस पर गंगाशहर पुलिस से मामले की पत्रावली तलब की है। इस पर सुनवाई तीस अक्टूबर को हो सकती है।

जानकारी के अनुसार विंग कमाण्डर अपने वर्तमान पदस्थापन स्थल श्रीनगर में 19 अक्टूबर तक अवकाश पर था लेकिन इसके बाद से वह बिना अनुमति गैर हाजिर है। इसी साल फरवरी में चले घटनाक्रम की प्राथमिकी पीडिता ने 25अगस्त को गंगाशहर थाने में दर्ज कराई थी। इसकी जांच पुलिस उपनिरीक्षक विकासकुमार कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक के जरिए श्रीनगर ववायुसेना मुख्यालय पत्र भेजे जा चुके हैं लेकिन नंदी अनुसंधान के लिए उपस्थित नहीं हो रहा है।

जेल भेजा : धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार गुसांईसर निवासी सुरजाराम, भेराराम, रेखाराम, आदूराम व ओमप्रकाश को शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जांच अघिकारी जियाराम ने इन्हे शुक्रवार को गिरफ्तार किया था।

झूठी शान के लिए इंजीनियरिंग स्‍टूडेंट का मर्डर


झूठी शान के लिए इंजीनियरिंग स्‍टूडेंट का मर्डर
पानीपत/थर्मल। इंजीनियरिंग की एक छात्रा की हत्या कर उसके शव को संदिग्ध हालात में असंध रोड के शिवपुरी श्मशान घाट में जला दिया गया। उसके सहपाठी अजय ने आरोप लगाया कि यह 'ऑनर किलिंग' है। अजय के मुताबिक इंदु ने उससे प्रेम विवाह किया था। दोनों की जाति एक नहीं थी, इसलिए इंदु के परिजन खफा थे। उन्हीं लोगों ने उसकी पत्नी की हत्या कर शव को पेट्रोल डालकर जलाया है।घटना शनिवार सुबह 6:30 बजे की है। असंध नाका चौकी के पास स्थित श्मशान घाट के महंत बादल नाथ ने बताया कि सुबह एक एबुलेंस आई। इसके बाद करीब 70 लोग अंदर घुस आए। उन्होंने बिना रसीद कटवाए ही एक युवती की लाश रखकर उस पर लकड़ी चढ़ा दी। महंत के मुताबिक उन्होंने विरोध किया तो लोगों ने उन्हें बुरी तरह पीट दिया। इस दौरान काबड़ी रोड स्थित भारत नगर का इंजीनियरिंग छात्र अजय साथियों के साथ वहां आ पहुंचा। उसने चिता पर पानी डाल कर बुझाने का प्रयास किया तो शव के साथ आए लोगों ने उसे व उसके साथियों को लाठियों से पीटना शुरू कर दिया। तभी पुलिस बल के साथ मॉडल टाउन थाना प्रभारी जितेंद्र राणा आ गए। उन्होंने मामला शांत कराया। पुलिस ने इंदु के परिवार वालों पर हत्या और सुबूत नष्ट करने का मुकदमा दर्ज किया है।'मुझे नहीं पता था, इंदु के साथ ऐसा होगा'
मैंने एक साल पहले जाटल रोड स्थित ओम कॉलोनी की इंदु से प्रेम विवाह किया था। हम दोनों एक ही इंजीनियरिंग कॉलेज के बीबीए फाइनल में पढ़ते थे। हमारी जाति अलग थी, इसलिए हमने 10 अक्टूबर को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में भी शादी रजिस्टर्ड कराई और साथ रहने लगे। इसके बाद इंदु के माता पिता मेरे घर आए और यह कहकर इंदु को ले गए कि हम दोनों की 24 नवंबर को रीति रिवाज से शादी करवा देंगे। उनकी बात पर भरोसा करके मैंने इंदु को भेज दिया। मेरे पास शनिवार सुबह करीब छह बजे एक दोस्त की कॉल आई कि इंदु के परिजनों ने उसकी हत्या कर दी। वे संस्कार की तैयारी कर रहे हैं। यह सुनकर मेरे पिता आठ मरला चौकी पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उनको ही बंद कर दिया। मैं जब साथियों के साथ श्मशान पर पहुंचा और आग बुझाने की कोशिश की तो इंदु के परिजनों ने मुझे व मेरे साथियों को पीटा। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस ने कोई मदद नहीं की। जब बात मीडिया में पहुंच गई तब पुलिस ने केस दर्ज किया। -अजय कुमार, इंदु के पति होने का दावा करने वाला इंजीनियरिंग छात्र

॥अजय की शिकायत पर इंदु के पिता रामकुमार, मां निर्मला, रामनिवास, हरीश, आनंद व अन्य दो लोगों पर (302), शव को खुर्द-बुर्द करने (201) व षडय़ंत्र रचने (120बी) के तहत केस दर्ज किया गया है। जाचं हो रही है कि लड़की बीमार थी तो इलाज कहां से चल रहा था। शव का संस्कार गुपचुप तरीके से क्यों हो रहा था। शादी का कागजात भी जांचा जाएगा। लड़की के घर से एक सुसाइड नोट मिला है। -नरेंद्र कुमार, प्रवक्ता जिला पुलिस

 

बबलियान वाला सीमा चौकी तक पर्यटकों के प्रवेश पर रोक



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बबलियान वाला सीमा चौकी तक पर्यटकों के प्रवेश पर रोक




जैसलमेर राजस्थान से सटी पश्चिमी सीमा पर ‘बॉर्डर टूरिज्म डेस्टिनेशन’ के रूप में विकसित हो रहे बबलियान वाला चौकी पर फिलहाल पर्यटकों के जाने पर रोक लगा दी है। बीएसएफ ने सामरिक कारणों के चलते दस दिन पहले यहां पर पर्यटकों का प्रवेश रोका है। वहीं दूसरी ओर नवरात्रा में तनोट माता के दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ी रही। इनमें से अधिकांश ने वहां जाने के लिए अनुमति मांगी, लेकिन बीएसएफ ने उन्हें वहां जाने की इजाजत नहीं दी। कुछ वीवीआईपी पर्यटकों को सीमांत मुख्यालय से अनुमति के बाद वहां जाने दिया गया।

पर्यटकों पर निगरानी की व्यवस्था नहीं

तनोट मंदिर से 18 किमी दूर बबलियान वाला बीओपी के पास पर्यटकों को भारत-पाक बॉर्डर देखने की अनुमति दी जाती है। वहां टावर पर महज दो ही जवान तैनात रहते हैं तथा चौकी थोड़ी दूरी पर स्थित है। यहां पर्यटकों को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त जवान व संसाधन नहीं हैं। ऐसे में ज्यादा संख्या में आने वाले पर्यटकों पर निगाह रखना मुश्किल हैं। संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण बीएसएफ कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है।

इसलिए पर्यटकों पर लगाई रोक

हाल ही हुई तीन-चार घटनाओं के कारण बीएसएफ को पर्यटकों के प्रवेश पर अस्थाई रोक लगानी पड़ी। गत 9 अक्टूबर को मोहनगढ़ क्षेत्र की सिलवी चौकी के पास तारबंदी पर चढ़ने के प्रयास में एक युवक को बीएसएफ ने मार गिराया था। वहीं एक गाइड के पैसे लेकर विदेशी पर्यटकों को बॉर्डर दिखाने की शिकायत मिली थी। इसके अलावा सीमा पर पाकिस्तानी सेना का युद्धाभ्यास भी चल रहा है।

सामरिक कारणों से लगाई रोक

‘सामरिक कारणों के चलते फिलहाल बबलियान वाला चौकी के पास लोगों व पर्यटकों के बॉर्डर देखने पर रोक लगाई गई है।’

-आरके थापा, डीआईजी (जी), राजस्थान सीमांत

खुद भी तीन बार जेल जा चुका है सुरक्षा प्रहरी


खुद भी तीन बार जेल जा चुका है सुरक्षा प्रहरी
पाली. जैतारण स्थित उप कारागृह प्रभारी पर जानलेवा हमला करने वाला जेल प्रहरी फरार हो गया है, जिसे पकडऩे के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। जेल प्रशासन ने बदमाश प्रवृत्ति के इस जेल प्रहरी को हटाने तथा उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पहले भी उच्चाधिकारियों को लिखा था। आरोपी जेल प्रहरी मोहम्मद अजहर मारपीट व अन्य अपराध के मामले में दो बार जोधपुर व एक बार उदयपुर जेल में काफी दिनों तक बंद रहा था।

जैतारण स्थित सब जेल में छह माह पहले ही उसे लगाया गया, लेकिन इन छह माह में उसकी बदमाश प्रवृत्ति को लेकर भी जेल प्रशासन ने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी थी। ड्यूटी से अनुपस्थित रहने व लापरवाही बरतने पर उसे तीन बार निलंबित किया जा चुका है। साथ ही जैतारण जेल प्रशासन ने भी उसके आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए उसे जैतारण सब जेल से हटाने की सिफारिश की थी।

चाकू लेकर स्टाफ के पीछे भागा था :जैतारण में स्थित सब जेल में विचाराधीन मामले में कैदी बंद हैं, जिनकी सुरक्षा के लिए हेडकांस्टेबल बाबूलाल प्रजापत मुख्य प्रहरी नियुक्त है, जबकि पांच प्रहरी तैनात हैं। इनमें से जोधपुर निवासी मोहम्मद अजहर भी एक प्रहरी है, जो कई मामलों में जेल में बंद रह चुका है। मुख्य प्रहरी बाबूलाल ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से भी की, इस कारण आरोपी उनसे नाराज था। गत 24 अक्टूबर की रात को शराब के नशे में आरोपी मोहम्मद अजहर मुख्य प्रहरी बाबूलाल के क्वार्टर पर पहुंचा और नींद में ही उन पर हमला बोल दिया।



बीच बचाव को आए जेल स्टाफ के पीछे भी आरोपी चाकू लेकर भागा। देर रात को ही सूचना पर थाने से पुलिस दल मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो गया।

मुझे जाने से मारने की थी साजिश

आरोपी जेल प्रहरी बदमाश प्रवृत्ति का है, जो तीन बार जेल में रह चुका है। छह माह पहले ही उसका तबादला जैतारण सब जेल में हुआ, लेकिन तभी से उसकी संदिग्ध गतिविधियां जारी थीं। आरोपी मोहम्मद अजहर घटना वाली रात को चाकू लेकर मुझे मारने की साजिश के तहत आया था, उसने मुझ पर हमला किया। स्टाफ ने बीच बचाव किया तो उनके पीछे भी चाकू लेकर भागा था। वह कैदियों से सांठगांठ कर स्टाफ को भी डरा धमका रहा था। इसकी आपराधिक गतिविधियों को लेकर मैंने पुलिस महानिदेशक (जेल) तथा जेल अधीक्षक जोधपुर समेत अन्य उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए इसे हटाने के लिए लिखा था।

-बाबूलाल प्रजापत, मुख्य प्रहरी, जैतारण सब जेल

मैंने भी आरोपी को हटाने की सिफारिश की थी

हालांकि मैं 22 अक्टूबर से अवकाश पर हूं, लेकिन जैतारण सब जेल में हुई घटना की जानकारी मुझे मिल गई है। आरोपी जेल प्रहरी बदमाश प्रवृत्ति का है, जिसका पिछला रिकॉर्ड भी आपराधिक है। मुख्य प्रहरी के साथ मारपीट की घटना गंभीर है, जिसमें आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वैसे मैंने भी इस आरोपी जेल प्रहरी को हटाने के लिए मुख्यालय को सिफारिश की थी। अब अवकाश से लौटने पर फिर से उच्चाधिकारियों से संपर्क किया जाएगा।

-सीपी शर्मा, डीएसपी (जेल) जैतारण

विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत, हत्या की आशंका



विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत, हत्या की आशंका

सरदारपुरा प्रथम ए रोड की घटना



जोधपुर . सरदारपुरा पहली ए रोड क्षेत्र में रहने वाली एक विवाहिता की शनिवार रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद हत्या की आशंका से इनकार नहीं किया है। सरदारपुरा पुलिस ने शव एमजीएच मोर्चरी में रखवा कर उसके परिजनों से पूछताछ शुरू की है। एडीसीपी (कानून-व्यवस्था) ज्योतिस्वरूप शर्मा ने बताया कि शनिवार रात करीब पौने ग्यारह बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन आया था। इसमें एक महिला के चिल्लाने की बात कही गई थी। मामले की जानकारी मिलने पर सरदारपुरा थानाधिकारी कालूराम मीणा और उप निरीक्षक प्रेम प्रकाश की टीम सरदारपुरा प्रथम ए रोड पर किराए के मकान में रहने वाले मुकेश जैन के घर पहुंची। 

यहां दूसरी मंजिल पर कमरे में पलंग पर मुकेश की पत्नी मेघा जैन (27) का शव पड़ा था। उसके शरीर पर जहर के निशान भी नजर आ रहे थे। बाद में एसीपी (पश्चिम) प्रीति जैन व अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस के अनुसार मेघा का पीहर सरदारपुरा डी रोड पर है, जबकि ससुराल शहर के भीतरी क्षेत्र में है। रात को ही पुलिस ने दोनों पक्षों को मौके पर बुलवाकर पूछताछ शुरू कर दी। देर रात तक इस संबंध में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई गई।

ट्रक से कुचलकर महिला की मौत


ट्रक से कुचलकर महिला की मौत


आहोर निकटवर्ती कवराड़ा गांव में शनिवार शाम को अनियंत्रित ट्रक की टक्कर से घर के बाहर अनाज साफ कर रही 55 वर्षीय महिला की मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार कवराड़ा गांव में ग्राम सहकारी समिति के समीप एक महिला धर्मी देवी पत्नी तुलछाराम मेघवाल अपने घर के बाहर अनाज साफ कर रही थी। इस दौरान चांदराई से वलदरा की ओर जा रहे एक ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने ट्रक चालक भूती गांव निवासी सांवलाराम पुत्र चेनाराम देवासी को हिरासत में लिया है। इधर, घटना के बाद पुलिस के देरी से पहुंचने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए तथा शव उठाने से मना कर दिया। सूचना के बाद आहोर थानाधिकारी नारायणलाल विश्नोई मौके पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीण शव उठाने के लिए तैयार नहीं हुए। इसके बाद जालोर से पुलिस उप अधीक्षक सत्येन्द्रपालसिंह आहोर से एसडीएम रामचंद्र गरवा व नायब तहसीलदार चुन्नीलाल प्रजापत भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की। इसके बाद ग्रामीण मान गए। जिस पर पुलिस ने कवराड़ा गांव में ही पोस्टर्माटम करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

जांच जारी

कवराड़ा गांव में ट्रक की टक्कर से महिला की मौत हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने शव उठाने से इंकार कर दिया। समझाइश के बाद वे मान गए। पुलिस ने ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया है। मामले की जांच की जा रही है।

नारायणलाल विश्नोई, थानाधिकारी, आहोर

करोड़ों की लागत से बनेगी ब्रह्म समाज की धर्मशाला


करोड़ों की लागत से बनेगी ब्रह्म समाज की धर्मशाला



राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी व फलोदी विधायक ओम जोशी ने किया लोकार्पण



 रामदेवरा  व्यक्तिगत स्वार्थों के ऊपर उठकर सार्वजनिक रूप से समाज के लिए कार्य करना अनुकरणीय एवं सराहनीय है। दिनों दिन बढ़ते एकात्मवादिता के युग में वृहद स्तर पर समाज के लिए पुण्य कार्य करना एक मिसाल है। यह उद्गार राजस्व मंत्री व जिला प्रभारी मंत्री हेमाराम चौधरी ने शनिवार को रामदेवरा पोकरण मार्ग पर ब्रह्मक्षत्रिय समाज की धर्मशाला के शिलान्यास समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए।

उन्होंने बताया कि राजस्थान के कुंभ के नाम से ख्याति प्राप्त बाबा रामदेव मेला अब अपनी अंतरराष्ट्रीय पहचान बना चुका है। ऐसे में देश विदेश से यहां दर्शनार्थ श्रद्धालु का आना होता है। ब्रह्म क्षत्रीय समाज द्वारा करोड़ों की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त धर्मशाला के निर्माण से उन्हें उच्च स्तरीय सुविधाएं सहज उपलब्ध हो पाएगी। मंत्री ने अन्य समाज से भी अधिक संख्या में आवेदन कर समाज के लिए भूमि आवंटन करवाने की अपील की। उन्होंने रामदेवसर तालाब को नहरी पानी से जोडऩे की मांग को जायज बताते हुए निजी स्तर पर मुख्यमंत्री से बात करके ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर फलोदी विधायक ओम जोशी ने बताया कि सरकारी की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने रामदेवरा आने वाले पैदलयात्रियों के लिए बाप शेखासर सीहड़ा रोड व देचू ढढू पंच पीपली रोड बनाने को राज्य सरकार की आमजन के प्रति संवेदनशीलता का परिचायक बताया। इससे पूर्व रामदेव अन्नक्षेत्र के महंत प्रेमनाथ, सरपंच भोमाराम, गादीपति राव भोमसिंह तंवर व धीनावास सरपंच परमेश्वर खत्री ने रामदेवरा विकास से संबंधित विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर कार्यवाहक उपखण्ड अधिकारी त्रिलोक चंद्र वैष्णव, विकास अधिकारी छोगा राम विश्नोई, नायब तहसीलदार नारायणगिरी, थानाधिकारी हुकम सिंह शेखावत, ब्रह्म क्षत्रीय समाज अध्यक्ष ओमप्रकाश मांजू, पूनम प्रकाश, पुखराज खत्री, जुगलकिशोर व्यास, पीतांबर खत्री, कमल छंगाणी, अशोक बोहरा, बायतू सरपंच भीखों देवी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग व ब्रह्म क्षत्रीय समाज के लोग उपस्थित थे।



सहयोग के लिए करोड़ों रुपए आए

रामदेवरा में धर्मशाला निर्माण में सहयोग के लिए सहयोग स्वरूप ब्रह्म क्षत्रीय समाज के लोगों ने करोड़ों रुपए दान किए। मुंबई, मद्रास, कोलकाता, हैदराबाद, बैंगलोर, हरियाणा, डीसा, दिल्ली, पंजाब अलग अलग जगहों से हजारों की संख्या में एकत्रित लोगों ने मौके पर ही लाखों का चंदा देकर लगभग दो करोड़ की राशि की घोषणा की। इस अवसर पर जयकिशन खत्री, कुंदन खत्री, पारस खत्री, सुरेश खत्री, रूकमणि देवी, सुखदेव खत्री, रामेश्वर खत्री, जितेन्द्र कुमार, पितांबरदास, कानमल भूत, राधाकिशन खत्री, गोमट सरपंच इस्माइल खां मेहर, शिक्षक नेता वेणीदान माडवा सहित कई लोग उपस्थित थे।

मां के दरबार में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब


मां के दरबार में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

त्रयोदशी के मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, शीश नवाकर मांगी मन्नतें
जसोल (बालोतरा) अश्विन शुक्ला त्रयोदशी शनिवार को जसोल माता राणी भटियाणी के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से हजारों की संख्या में श्रद्धालु जसोल पहुंचे। श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। दर्शनार्थियों ने मां के दरबार में शीश नवा, कुंकुम, चुंदड़ी व प्रसाद चढ़ाकर परिवार में खुशहाली की कामना की। दिनभर श्रद्धालुओं की आवाजाही से मेला-सा माहौल नजर आया।

श्रद्धालुओं ने दिया राती जोगा: मन्नतें पूरी होने पर बहुत से श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में राती जोगा दिया, जिसमें सारी रात महिलाओं ने भजन कीर्तन किया। त्रयोदशी शनिवार को ब्रह्ममुर्हत में मंदिर के दरवाजे खुलते ही यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने मां की मंगल आरती कर, शीश नवां व प्रसाद चढ़ा परिवार में जोली भर खुशहाली की कामना की। त्रयोदशी को लेकर मां की प्रतिमा का गहनों, कपड़ों व फूल-मालाओं से विशेष श्रृंगार किया गया। दिन निकलने के साथ बालोतरा सहित आसपास के गांवों से सैकड़ों श्रद्धालुओं माजीसा के भजन गाते व जयकारे लगाते मंदिर द्वार पहुंचे।






जनता की जागरूकता से अपराध मुक्तहोगा समाज : बारहट


जनता की जागरूकता से अपराध मुक्तहोगा समाज : बारहट

  गुड़ामालानी तहसील में  डिप्टी कार्यालय का उद्घाटन  
बाड़मेर गुड़ामालानी तहसील में जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने शनिवार को डिप्टी कार्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर तहसील परिसर में आयोजित सीएलजी की बैठक को संबोधित करते हुए एसपी बारहट ने कहा कि पुलिस के साथ-साथ आमजन को भी जागरूक रहना होगा। उन्होंने कहा कि आसपास के क्षेत्र की आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ही समाज को अपराधमुक्त रखने में आमजन आगे आकर पुलिस का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जनता व पुलिस के बीच सामंजस्य से ही अपराध पर अंकुश लगेगा और समाज क्राइम मुक्त रहेगा। उन्होंने कहा समाज में शिक्षा के जरिए विकास को अपनाएं एवं बच्चों को सजग रहकर उच्च शिक्षा से जोडें़, इससे समाज को नई दिशा देने में कामयाबी मिलेगी। समारोह को भवानी सिंह राठौड़, व्यापार मंडल अध्यक्ष पुरुषोत्तम जैन, प्रधान सोहनलाल, पूर्व प्रधान ताजा राम, पर्यावरण व जीव रक्षा कमेटी के जिला महामंत्री बाबूलाल मांजू, पुलिस उप अधीक्षक अर्जुन सिंह ने भी संबोधित किया। समारोह में नगर रावल पृथ्वीराज सिंह, तहसीलदार सुनील कटेवा, सीआई गौरव अमरावत, सीडीपीओ घेवर राठौड़, उप सरपंच दिनेश शर्मा, दिलीप सिंह, एएसआई रावता राम तथा कांग्रेस कार्यकर्ता कांतिलाल सोनी मौजूद थे।

शनिवार, 27 अक्तूबर 2012

100 महिलाओं को पकाकर खाना चाहता था पुलिस अधिकारी

न्यू यॉर्क।। कोई पुलिस ऑफिसर ऐसा प्लान बना सकता है, आप हैरत में पड़ जाएंगे! न्यू यॉर्क का एक पुलिस ऑफिसर लंबे समय से 100 महिलाओं को अवन में पकाकर खाने का प्लान बना रहा था। शुक्र है कि उसके मंसूबों का समय रहते पता चल गया। उसे शुक्रवार को अरेस्ट किया गया। ई-मेल्स ने उसका सारा भांडा फोड़ दिया। अमेरिका की फेडरल अथॉरिटीज ने जानकारी दी है।

gilberto valle

पुलिस के मुताबिक न्यू यॉर्क पुलिस में तैनात जियबैर्तो वाल्ले एक शख्स से महिलाओं की किडनैपिंग कर उनके अंगों को पकाकर खाने की प्लैनिंग कर रहा था। योजना क्लोरोफॉर्म के जरिए महिलाओं को बेहोश करने और फिर वाल्ले के 28 साल पुराने किचन में लाकर उन्हें पकाने की थी। उसने वहां बड़ा सा अवन भी रखा भी था। दोनों चर्चा कर रहे थे कि अगर किसी महिला के पैर फोल्ड कर दिए जाएं तो अवन में वह पूरी तरह से समा जाएगी। इसके अलावा, ओपन फायर में धीमे-धीमे पकाए जाने के ऑप्शन पर भी वे चर्चा कर रहे थे।

बहरहाल, वाल्ले को गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन इस प्लैनिंग में शामिल दूसरे शख्स को नहीं पकड़ा गया क्योंकि उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई। हालांकि, दोनों किसी महिला को अब तक नुकसान नहीं पहुंचा पाए।

एफबीआई की असिस्टेंट डायरेक्टर ने कहा कि यह ऐसा आरोप है जिसपर कॉमेंट करना बेहद मुश्किल है। आरोपी के खिलाफ की गई कंप्लेंट अपने आपमे सबकुछ बयान कर रही है। एफबीआई को सितंबर में वाल्ले के प्लान के बारे में पता चला। वाल्ले ने अपने होम कंप्यूटर से इस प्लान के बारे में कई महीनों तक इमेल्स और इंस्टैंट मैसेजेस के जरिए चर्चा की।

वाल्ले के कंप्यूटर से उन 100 महिलाओं का पूरा डेटाबेस मिला, जिन्हें वह अपना शिकार बनाने की योजना बना रहा था। डाटाबेस में नाम, फोटोग्राफ और पर्सनल डीटेल हर तरह का ब्यौरा था। वाल्ले ने इस डेटाबेस को तैयार करने के लिए गैरकानूनी तरीके से लॉ इंन्फोर्समेंट डेटाबेस का इस्तेमाल किया। कुछ पैसे देकर किडनैपिंग के लिए किसी एक और शख्स का इस्तेमाल करना भी उसकी योजना का हिस्सा था।

सेक्स पर पुजारी को 1 साल की जेल

सेक्स पर पुजारी को 1 साल की जेल

चंडीगढ़। हरियाणा की एक अदालत ने अंबाला जिले में एक शख्स को अपनी पत्नी से सेक्स करने पर 12 महीने की जेल की सजा सुनाई है। मामला जबरन सेक्स का था और पत्नी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई थी।

जानकारी के अनुसार पत्नी से सेक्स कर फंसा शख्स शिवपुरी एक मंदिर का पूजारी है और खर्चे को लेकर उसका पत्नी से झगड़ा चल रहा है। मामला अदालत के विचाराधीन है और दोनों एक ही परिसर में अलग-अलग रह रहे हैं। इसी बीच शिवपुरी की पत्नी ने पुलिस में जबरन सेक्स का मामला दर्ज कराया।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस के अनुसार एक ही परिसर में रहने वाले पति-पत्नी के बीच खर्चे को लेकर झगड़ा चल रहा है। 10 मई की रात शिवपुरी ने नशे की हालत में पत्नी से जबरन सेक्स किया। जिसके बाद युवती ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया। मेडिकल रिपोर्ट में बात सच साबित हुई। इसी आधार पर कोर्ट ने पूजारी शिवपुरी को दोषी पाया और 1 साल की जेल की सजा सुना दी। हालांकि,बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।