रविवार, 28 अक्तूबर 2012

खुद भी तीन बार जेल जा चुका है सुरक्षा प्रहरी


खुद भी तीन बार जेल जा चुका है सुरक्षा प्रहरी
पाली. जैतारण स्थित उप कारागृह प्रभारी पर जानलेवा हमला करने वाला जेल प्रहरी फरार हो गया है, जिसे पकडऩे के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। जेल प्रशासन ने बदमाश प्रवृत्ति के इस जेल प्रहरी को हटाने तथा उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पहले भी उच्चाधिकारियों को लिखा था। आरोपी जेल प्रहरी मोहम्मद अजहर मारपीट व अन्य अपराध के मामले में दो बार जोधपुर व एक बार उदयपुर जेल में काफी दिनों तक बंद रहा था।

जैतारण स्थित सब जेल में छह माह पहले ही उसे लगाया गया, लेकिन इन छह माह में उसकी बदमाश प्रवृत्ति को लेकर भी जेल प्रशासन ने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी थी। ड्यूटी से अनुपस्थित रहने व लापरवाही बरतने पर उसे तीन बार निलंबित किया जा चुका है। साथ ही जैतारण जेल प्रशासन ने भी उसके आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए उसे जैतारण सब जेल से हटाने की सिफारिश की थी।

चाकू लेकर स्टाफ के पीछे भागा था :जैतारण में स्थित सब जेल में विचाराधीन मामले में कैदी बंद हैं, जिनकी सुरक्षा के लिए हेडकांस्टेबल बाबूलाल प्रजापत मुख्य प्रहरी नियुक्त है, जबकि पांच प्रहरी तैनात हैं। इनमें से जोधपुर निवासी मोहम्मद अजहर भी एक प्रहरी है, जो कई मामलों में जेल में बंद रह चुका है। मुख्य प्रहरी बाबूलाल ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से भी की, इस कारण आरोपी उनसे नाराज था। गत 24 अक्टूबर की रात को शराब के नशे में आरोपी मोहम्मद अजहर मुख्य प्रहरी बाबूलाल के क्वार्टर पर पहुंचा और नींद में ही उन पर हमला बोल दिया।



बीच बचाव को आए जेल स्टाफ के पीछे भी आरोपी चाकू लेकर भागा। देर रात को ही सूचना पर थाने से पुलिस दल मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो गया।

मुझे जाने से मारने की थी साजिश

आरोपी जेल प्रहरी बदमाश प्रवृत्ति का है, जो तीन बार जेल में रह चुका है। छह माह पहले ही उसका तबादला जैतारण सब जेल में हुआ, लेकिन तभी से उसकी संदिग्ध गतिविधियां जारी थीं। आरोपी मोहम्मद अजहर घटना वाली रात को चाकू लेकर मुझे मारने की साजिश के तहत आया था, उसने मुझ पर हमला किया। स्टाफ ने बीच बचाव किया तो उनके पीछे भी चाकू लेकर भागा था। वह कैदियों से सांठगांठ कर स्टाफ को भी डरा धमका रहा था। इसकी आपराधिक गतिविधियों को लेकर मैंने पुलिस महानिदेशक (जेल) तथा जेल अधीक्षक जोधपुर समेत अन्य उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए इसे हटाने के लिए लिखा था।

-बाबूलाल प्रजापत, मुख्य प्रहरी, जैतारण सब जेल

मैंने भी आरोपी को हटाने की सिफारिश की थी

हालांकि मैं 22 अक्टूबर से अवकाश पर हूं, लेकिन जैतारण सब जेल में हुई घटना की जानकारी मुझे मिल गई है। आरोपी जेल प्रहरी बदमाश प्रवृत्ति का है, जिसका पिछला रिकॉर्ड भी आपराधिक है। मुख्य प्रहरी के साथ मारपीट की घटना गंभीर है, जिसमें आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वैसे मैंने भी इस आरोपी जेल प्रहरी को हटाने के लिए मुख्यालय को सिफारिश की थी। अब अवकाश से लौटने पर फिर से उच्चाधिकारियों से संपर्क किया जाएगा।

-सीपी शर्मा, डीएसपी (जेल) जैतारण

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